मगरमच्छ के हमले से बालक की मौत, पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जंगल से सटे गोकुलपुर गांव निवासी एक बालक पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

कोतवाली मुर्तिहा अंतर्गत गोकुलपुर गांव निवासी शहबान (10) नाले में भैंस नहलाने के लिए गया था। भैंस को नहलाते समय शाहबान पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया। इसके बाद उसे नाले में खींच ले गया। काफी देर बाद घर न आने पर परिवार के लोगों ने तलाश शुरू की।

कपड़ा नाले के निकट देख लोगों को शक हुआ। एक घंटे बाद शव बरामद कर लिया गया। बालक की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। प्रभारी निरीक्षक अमितेंद्र कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी करते समय विशेष सतर्कता बरती जाय: डीएम

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। निकायों के कार्यों की समीक्षा हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिवक्ताओं की सुविधा के लिए पुरूष व महिलाओं के लिए शौचालय का निर्माण कराया जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि सभी निकाय समुचित साफ-सफाई, कूड़ा उठान व जल निकासी पर विशेष ध्यान दें। डीएम ने निर्देश दिया कि निकाय अन्तर्गत निराश्रित गोवंशों को गो आश्रय स्थलों में संरक्षित किया जाय। समस्त निकायों को निर्देश दिया गया कि निकट भविष्य में संचालित होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान के लिए बेहतर तैयारी करें ताकि जिले की रैंक प्रभावित न होने पाये।

डीएम मोनिका रानी ने सुझाव दिया कि निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं से सहयोग प्राप्त कर निकाय अन्तर्गत निष्प्रयोज्य सामग्री से आर्टिस्टिक मैटेरियल तैयार कर नगर के पार्कों में स्थापित किया जाय। इस कार्य से बच्चों को नवाचार के लिए प्रेरणा मिलेगी और वे घरेलू निष्प्रयोग्य सामग्री से भी सजावटी आईटम तैयार कर अपने-अपने घरों की शोभा बढ़ा सकेंगे। डीएम ने निकायों को निर्देश दिया कि नगर के प्रमुख चौराहों पर हाईमास्ट लाईट स्थापित की जायें। डीएम ने निर्देश दिया कि आसन्न त्यौहारों के मद्देनजर वार्डों तथा धार्मिक स्थलों के आस-पास साफ-सफाई, प्रकाश, पानी इत्यादि की माकूल व्यवस्था के साथ आवश्यकता के अनुसार मार्गों की मरम्मत भी करा दी जाय।

डीएम ने निकायों को निर्देश दिया कि कूड़ा ढोने वाली गाड़ियों को ग्राउण्ड पोजिशनिंग सिस्टम से लैस कर दिया जाय ताकि वाहनों का मानीटरिंग कार्य बेहतर ढंग से हो सके। निकायों को यह भी निर्देश दिया कि पेयजल आपूर्ति के साथ-साथ निकाय अन्तर्गत स्थापित सभी हैण्डपम्पों को भी क्रियाशील रखा जाय। निकायों को निर्देश दिया गया कि जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी करते समय विशेष सतर्कता बरती जाय। निकायों में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा में वित्तीय एवं भौतिक प्रगति संतोषजनक न पाये जाने पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए निर्देश दिया कि सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर सभी अनारम्भ कार्यों को शीघ्र ही प्रारम्भ करा दिया जाय।

इस अवसर पर प्रभारी निकाय/अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी सदर राकेश कुमार मौर्या, पयागपुर के दिनेश कुमार, तहसीलदार मोतीपुर जगदम्बा प्रसाद चौधरी, निकायों के अधिशासी अधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।

रेस्क्यू किया गया मादा भेड़िया: डीएफओ

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। प्रभागीय वनाधिकारी, बहराइच ने बताया कि 09/10 सितम्बर 2024 की रात्रि में हिंसक भेड़िया द्वारा किसी प्रकार की कोई भी घटना कारित नहीं की गई है। बल्कि सेक्टर-01 अन्तर्गत वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में सिसैया चूड़ामणि के हरबक्शपुरवा के कछारी क्षेत्र में संचालित सर्च आपरेशन के दौरान 01 भेड़िया लोकेट किया गया। सर्च आपरेशन में लोकेट किये गये भेड़िया को रेस्क्यू करने हेतु प्रात:काल में प्रारम्भ की गई कार्यवाही के दौरान क अदद उपद्रवी मादा भेड़िया को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है।

डीएफओ ने बताया कि महसी तहसील अन्तर्गत घाघरा नदी के कछारी क्षेत्रों में उपद्रवी भेड़िया के सक्रियता प्रभावित क्षेत्र को निगरानी की दृष्टि से 03 सेक्टरों में बॉटकर नामित सेक्टर प्रभारियों की देख-रेख में रेस्क्यू टीमों द्वारा 04 थर्मल ड्रोनों के माध्यम संवेदनशील क्षेत्रों तथा ग्रामीणों द्वारा बताये गये स्थानों पर उपद्रवी भेड़िया को खोजने की कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा सक्रियता/संवेदनशील क्षेत्रों में कैमरा ट्रैप्स लगाकर तथा गश्ती दल द्वारा पैदल चलकर भेड़िया तथा उसके पगमार्क को खोजने का कार्य किया जा रहा है।

डीएफओ ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामवासियों की सुरक्षा हेतु निरन्तर जागरूकता अभियान संचालित कर गाँवों में पोस्टर व बैनर लगाकर संगोष्ठी/बैठकों के माध्यम से ग्रामवासियों को सुरक्षात्मक उपाय के साथ-साथ उन्हें घर में सुरक्षित सोने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। रेस्क्यू आपरेशन के सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान हेतु प्रभाग स्तर पर स्थापित कन्ट्रोल रूम द्वारा रेस्क्यू टीमों एवं गश्ती दलों से सूचनाएं प्राप्त कर वरिष्ठ अधिकारियों को प्रेषित करने तथा वरिष्ठ अधिकारियों से प्राप्त दिशा निदेर्शों को सर्च आपरेशन में लगी टीमों तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। डीएफओ ने बताया कि गश्ती टीमों द्वारा अति संवेदनशील प्रभावित ग्रामों के बाहरी क्षेत्रों में पटाखों को दगाकर उपद्रवी भेड़िया के गाँवों में प्रवेश को रोकने की कार्यवाहियों की जा रही है।

मंत्री बेबी रानी मौर्य का जनपद आगमन 11 सितम्बर को

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। प्रदेश की मा. मंत्री, महिला कल्याण, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार श्रीमती बेबी रानी मौर्य का 11 सितम्बर 2024 को जनपद आगमन का कार्यक्रम प्रस्तावित है। मा. मंत्री श्रीमती मौर्य अपरान्ह 12ः30 बजे लो.नि.वि. निरीक्षण भवन, बहराइच पहुंचकर अपरान्ह 01ः00 बजे विकास भवन सभागार में देवीपाटन मण्डल के समस्त जनपदों के विभागीय अधिकारियों के साथ जिले में संचालित योजनाओं/कार्यक्रमों की समीक्षा करेंगी। यह जानकारी प्रभारी अधिकारी वीआईपी/नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर ने बताया कि मा. मंत्री अपरान्ह 04ः00 बजे लखनऊ के लिए प्रस्थान कर जाएंगी।

लेखपालों के एक वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का डीएम ने किया शुभारम्भ

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर जनपद में नवनियुक्त 105 लेखपालों का महाराज सिंह इण्टर कालेज में आयोजित 01 वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह, उप जिलाधिकारी सदर राकेश कुमार मौर्या, प्रशिक्षण विद्यालय के प्रधानाचार्य/तहसीलदार सदर अनिरूद्ध कुमार यादव सहित प्रशिक्षु मौजूद रहे। इस अवसर पर महाराज सिंह कालेज के शिक्षक नान बाबू पाण्डेय द्वारा मत्रोच्चार का वाचन किया। जबकि शिक्षिका शिवांगी राज द्वारा सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की गई।

प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करती हुईं डीएम मोनिका रानी ने कहा कि लेखपाल राजस्व विभाग का महत्वपूर्ण अंग हैं। डीएम ने कहा कि लेखपाल का सबसे महत्वपूर्ण कार्य भूमि की पैमाईश एवं अंश निर्धारण है। गांवों में लोगों के बीच अधिकतर वाद-विवाद भूमि पैमाईश एवं अंश निर्धारण को लेकर सामने आते हैं। डीएम ने प्रशिक्षण के लिए नामित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी प्रशिक्षुओं को भूमि पैमाईश कार्य में पूरी तरह से दक्षता प्रदान करें। डीएम ने सीआरओ को निर्देश दिया कि प्रशिक्षण सत्र के दौरान पैमाईश कार्य में दक्ष लेखपालों को बुलाकर प्रशिक्षुओं को भूमि पैमाईश का व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिलाया जाय।

डीएम ने प्रशिक्षुओं का आहवान किया कि पूर्ण मनोयोग के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करें ताकि आप अपने पदेन उत्तरदायित्वों का बेहतर ढंग से निर्वहन कर आमजन की समस्याओं का समाधान कर सकें। डीएम ने कहा कि सरकारी सेवा को मात्र सेवा तक ही सीमित न रखें बल्कि इसे लोगों की सेवा के अवसर के रूप में देखें। डीएम ने प्रशिक्षु लेखपालों को सुझाव दिया कि भू-लेख नियमावली, राजस्व संहिता के बारे में भी विधिवत जानकारी प्राप्त करें।

मतदेय स्थलों के सम्भाजन के सम्बन्ध में डीएम की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदेय स्थलों का सम्भाजन 1500 मतदाताओं के आधार पर किये जाने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक सम्पन्न हुई।

बैठक के दौरान डीएम मोनिका रानी ने बताया कि मतदेय स्थलों के सम्भाजन के सम्बन्ध में आयोग द्वारा निर्देश प्राप्त हुए हैं कि सम्भाजन की कार्यवाही के दौरान एक मतदान केन्द्र पर 1500 सौ से अधिक मतदाताओं की संख्या होने, मतदान केन्द्र अस्थायी भवन में होने अथवा भवन की स्थिति जर्जर होने तथा मतदान केन्द्र की दूरी 02 कि.मी. से अधिक होने की स्थिति में मतदेय स्थलों के सम्भाजन प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।

बैठक को सम्बोधित करती हुई जिलाधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अनुमोदित मतदेय स्थलों का राजस्व अधिकारियों के माध्यम से भौतिक सत्यापन कराया गया है। आयोग द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार भौतिक सत्यापन के आधार पर मूलभूत सुविधा, मतदेय स्थल से मतदाताओं की दूरी, मतदेय स्थल भवन की स्थिति के आधार पर सम्बन्धित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा मतदेय स्थल सम्भाजन के आलेख प्रकाशन की सूची तैयार करायी गयी है। डीएम ने बताया कि मतदेय स्थल सम्भाजन का आलेख्य 30 सितम्बर 2024 तक भारत निर्वाचन आयोग को भेजा जाना है। आयोग के निर्देशानुसार जनपद के समस्त मतदेय स्थलों को भूतल पर बनाया गया है।

डीएम ने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से अपेक्षा की कि संशोधित सूची के आधार पर अपने-अपने स्तर से मतदेय स्थलों का सत्यापन करा लें, यदि किसी प्रकार की दावा/आपत्ति हो ता,े दावा/आपत्ति की लिखित सूचना 01 सप्ताह के अन्दर सम्बन्धित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी/जिला निर्वाचन कार्यालय में उपलब्ध करा दें। जिससे सम्बन्धित प्रकरण की जांच कराकर प्रकरण को निस्तारित कराया जा सके।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी कैसरगंज आलोक प्रसाद आईएएस, सदर के राकेश कुमार मौर्या, महसी के अखिलेश कुमार सिंह, पयागपुर के दिनेश कुमार, मोतीपुर के संजय कुमार, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट राम दयाल, तहसीलदार नानपारा अजय यादव, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती शिखा श्रीवास्तव, भाजपा से सुनील श्रीवास्तव, कांग्रेस से गोपीनाथ, सपा से जफर उल्लाह खां बन्टी, बीएसपी से अशर्फी लाल गौतम, अपनादल सोनलाल से गिरीश पटेल सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण हेतु प्रस्तावित भूमि का किया गया स्थलीय निरीक्षण

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। नगर मजिस्टे्ट/सक्षम प्राधिकारी भूमि अध्याप्ति शालिनी प्रभाकर द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 927 के निर्माण के लिए अधिग्रहीत की जाने वाली तहसील-कैसरगंज के पांच ग्रामों तप्पेसिपाह, आदमपुर, झुकिया, रिढौठा व मुस्तफावाद की भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया गया।

स्थलीय निरीक्षण के समय तहसीलदार कैंसरगंज, राजस्व निरीक्षक, क्षेत्रीय लेखपाल, भूमि अध्याप्ति अमीन व एन.एच.ए. आई के स्थानिक अभियन्ता, अपनी सर्वे टीम के साथ उपस्थित रहें।

सक्षम प्राधिकारी द्वारा अधिग्रहण हेतु प्रस्तावित शासकीय भूमि तथा अनुसूची में अंकित अकृषक भूमि का गाटावार निरीक्षण कराया गया।

मौके पर अर्जन प्रभावित खातेदार व अन्य स्थानीय कृषकगण मौजूद रहें। स्थलीय निरीक्षण के दौरान सक्षम प्राधिकारी नगर मजिस्ट्रेट द्वारा स्थानिक अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि प्रस्तावित भूमि की निशानदेही हेतु मौके पर पत्थर लगाये जायें। निरीक्षण के समय जिन भू-खण्डों में मौके पर परिसम्पत्तियां पाई गयी है उनकी ग्रामवार सूची उपलब्ध कराया जाय।

दीवानी न्यायालय में बारावफात का स्थानीय अवकाश 16 सितम्बर को

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जनपद न्यायाधीश उत्कर्ष चतुर्वेदी ने बताया कि जिला बार एसोशिएशन के पत्र 06 सितम्बर 2024 द्वारा प्रस्ताव किया गया है कि पूर्व में स्थानीय अवकाश के रूप में 17 सितम्बर 2024 को बारावफात का अवकाश घोषित किया गया था।

चन्द्रदर्शन के अनुसार बारावफात त्यौहार 16 सितम्बर 2024 को पड़ रहा है इसलिए पूर्व में 17 सितम्बर 2024 को घोषित स्थानीय अवकाश के तिथि में परिवर्तन कर 16 सितम्बर 2024 को बारावफात का स्थानीय अवकाश घोषित किया जाय। बार एसोशिएशन के पत्र के क्रम में पूर्व में 17 सितम्बर 2024 को घोषित बारावफात के स्थानीय अवकाश के स्थान पर बारावफात का स्थानीय अवकाश 16 सितम्बर 2024 घोषित किया जाता है।

बहराइच: घाघरा की कटान से गांव बचाने के लिए चंदा कर खुद जुटे ग्रामीण, पूजा-आरती से भी मनावन

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच में घाघरा नदी उफान पर है. नदी ने किनारे बसे गांवों का कटान करना शुरू कर दिया है. इससे ग्रामीण दहशत में हैं. गांव को बाढ़ की चपेट में आने से बचाने के लिए वे हर तरकीब अपना रहे हैं।

बहराइच जिले के चौधरी चरण सिंह गिरिजा बैराज से छोड़े जा रहे पानी और घाघरा नदी में उफान से किनारे पर बसे गांवों के लोगों की धड़कनें बढ़ गईं हैं. ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग की ओर से कटान रोकने के लिए किए गए उपायों को नाकाफी बताते हुए खुद से भी जतन करने शुरू कर दिए।

वे पूजा-पाठ का भी सहारा ले रहे हैं. ग्रामीणों ने नदी के तट पर पूजा-अर्चना की. लोगों ने भगवान से गांवों को बाढ़ से बचाए रखने की प्रार्थना की।

कई वर्षों है समस्या : जिले के तहसील मोतीपुर अंतर्गत चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज से बहने वाली घाघरा नदी पिछले 4 वर्षों से लगातार कटान कर रही है. इस समय भी नदी कटान कर रही है. ग्रामीणों ने कई बार सिंचाई विभाग से बांध और ठोकर के निर्माण की मांग की, जनवरी माह से मोहरवा गांव में ठोकर का निर्माण कार्य 1800 मीटर तक चालू हुआ. लेकिन जून माह से आ रहे लगातार बढ़ के चलते ठोकर को भी भारी नुकसान पहुंचा , जिसमें कई जिओ बैग भी घाघरा नदी के तेज बहाव में बह गए ।

मोहरवां गांव से कुछ दूरी पर स्थित दूधनाथ पुरवा, तुलसीपुरवा, गुप्तापुरवा ,कालिकापुरवा,नई बस्ती ,प्रेम नगर सहित कई गांव को अपने में समाहित कर चुकी है।

कटान होने से ग्रामीण परेशान

क्षेत्रीय ग्रामीण के मुताबिक घाघरा नदी की बाढ़ और कटान के चलते ग्राम पंचायत चहलवा, बड़खड़िया ,जंगल गुलरिहा, सुजौली क्षेत्र के ग्रामीण काफी परेशान हैं. ग्रामीणों को साल के 6 महीने में बरसात के चलते बाढ़ और कटान की समस्या का भी सामना करना पड़ता है. इसके साथ-साथ जब नदी का जलस्तर कम होता है तो घाघरा नदी तेज कटान करने लगती है. कटान के चलते घाघरा नदी गुप्तापुरवा ,मोहरवा, संपतपुरवा , धनिया बेली,रामपुर रेतिया गांव के पास कटान कर रही है, जिसके चलते क्षेत्रीय ग्रामीण परेशान हैं ग्रामीण यहां पर भी बांध और ठोकर के निर्माण कार्य की मांग कर रहे हैं।

ग्रामीणों की मांग पर नहीं हुई सुनवाई

ग्रामीणों के मुताबिक उन्होंने कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से गुप्तापुरवा गांव के समीप ठोकर और बांध के निर्माण की मांग की है लेकिन अभी तक नहीं हो पाया है. ऐसे में ग्रामीण घाघरा मैया को मनाने के लिए पूजा पाठ का सहारा लिया है. सुजौली,जंगल गुलरिहा और बड़खड़िया, कारीकोट क्षेत्र के गांव से आए ग्रामीणों ने गुप्तापुरवा में घाघरा नदी के किनारे सैकड़ो की संख्या में पहुंचकर पूजा पाठ की. सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने घाघरा नदी के किनारे खड़े होकर हाथ जोड़कर घाघरा मैया की पूजा कर कटान रोकने की गुहार लगाई. चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज से निकलने के बाद घाघरा नदी 100 मीटर के दूरी पर स्थित साइफन से कई किलोमीटर तक कटान कर रही है।

गुप्तापुरवा गांव के ही पास रहने वाले गंगादास बाबा कहते हैं कि वह पिछले 30 से 40 वर्षों से यही पर निवास करते हैं इससे पहले भी घाघरा नदी ने दो बार उनके घर को अपनी कटान की जद में लिया है गंगादास कहते हैं कि घाघरा नदी उनके घर के समीप आ चुकी है कुछ दिन पूर्व तहसीलदार और लेखपाल आए थे लेकिन उनके आने के बावजूद उन सभी को किसी प्रकार का लाभ नहीं मिला है गांव के कई लोग सरयू नहर के किनारे रहने चले गए हैं लेकिन उनके पास किसी भी तरीके की जमीन का प्रबंध नहीं है जिसके चलते वह और काफी संख्या में ग्रामीण शासन जिसके चलते वह शासन प्रशासन के ही सहारे हैं

इस दौरान गंगादास बाबा, सुबराती,बब्बन दास,राजेश,रमाशंकर,हरेंद्र, मीरा,गुलईती देवी,आशा,रीता,सुनीता,हीरा माझी,रूपलाल,शंभू,गोविंद के साथ काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

भदोही में बाबा बर्फानी के सदस्य ग्रुप में मनाया शीतल पाल की जयंती

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। 1857 की क्रांति में जब देश को ब्रिटिश हुकूमत से आजादी की किरण दिखाई पड़ने लगी तो जमींदारों से लेकर साधारण वर्ग के लोगों ने हथियार उठाने में जरा भी हिचकिचाहट नहीं दिखाई थी। अंग्रेजों के दांत खट्टे कर देश के प्रति कुछ भी कर गुजरने का संदेश दिया था।

जिले के शीतल पाल ने भी उस दौर में ऐसे ही साहस का परिचय दिया था। घोड़े से भाग रहे क्रू अंग्रेज अफसर विलियम रिचर्ड मूर को जमीन पर गिरा दिया था। इसके बाद झूरी सिंह ने मूर का सिर कलम कर दिया था। इस घटना के बाद अंग्रेजों ने शीतल पाल को फांसी दे दी।

फांसी मिलने के बाद शीतल पाल हमेशा के लिए अमर हो गए। उनके साहस और बलिदान को योग आज भी गर्व से याद करते हैं ‌बाबा बर्फानी ग्रुप के सदस्यों द्वारा शीतल पाल की जयंती मनाई गई । कार्यकर्ताओं ने शीतल पाल तिराहा स्थित उनके मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।ज्ञानपुर नगर के बाबा बर्फानी ग्रुप के सदस्य शीतल पाल के जयंती पर माल अर्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

इस अवसर पर सपा नेताओं ने कहा कि आजादी के लड़ाई में शीतल पाल ने अपनी अहम भूमिका निभाई थी। जिसका परिणाम रहा की जिले से अंग्रेजों को भागना पड़ा। शीतल पाल की बहादुरी हम लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत है। ऐसे महान पुरुष को याद कर हम सभी लोग अपने आप को गौरवांवित महसूस कर रहे है।