*बिहार में बालू के अवैध खनन पर रोक लगाने को लेकर बड़ी पहल, अब ऐसे वाहनों को ही जारी होगा ई-चालान*

डेस्क : प्रदेश में बालू के अवैध खनन रोकने के लिए सरकार द्वारा बड़ा कदम उठाया गया है। वाहनों की आवाजाही और इसके रूट निर्धारण को लेकर इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली की मदद से चौकसी शुरू की गई है। अब जिन वाहनों में जीपीएस उपकरण लगे होंगे, सिर्फ उन्हें ही ई-चालान जारी होंगे। बिना ई-चालान वाहनों का बालू घाटों से बाहर निकलना और चेक पोस्ट पार करना संभव नहीं होगा।

सभी बालू घाटों या खनन पट्टा वाले इलाकों की गूगल मैप पर को-ऑर्डिनेट (निर्देशांक) निर्धारित किया गया है, ताकि इनके सही स्थान की जानकारी हो सके। खनन वाले सभी घाटों पर सीसीटीवी कैमरे से चौबीस घंटे नजर रखी जा रही है। 

इसके लिए खनन विभाग के मुख्यालय में 24 घंटे काम करने वाले कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना की गई है। यहां बालू लोड करने के लिए आने वाले जीपीएस से लैस वाहनों के को-ऑर्डिनेट का मिलान किया जाता है। इसके बाद ही इनका ई-चालान जारी होगा। संबंधित वाहन का सही लोकेशन के साथ चालान में यह दर्ज हो जाता है कि किस घाट से कितने बजे बालू लोड किया और इसे कहां तक जाना है।

बिहार कैडर के प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों ने मुख्यालय में दिया योगदान, डीजीपी ने शिष्टाचार मुलाकात के दौरान दिए यह सुझाव*

डेस्क : बिहार कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 2021-22 बैच के प्रशिक्षु पदाधिकारियों ने एनपीए, हैदराबाद में दूसरे चरण की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय में योगदान दिया है। उन्हें छह दिवसीय प्रशिक्षण के लिए पटना हाईकोर्ट के साथ संबद्ध किया गया है।

वहीं पुलिस मुख्यालय में योगदान देने के बाद इन प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों ने बिहार के पुलिस महानिदेशक आलोक राज से शिष्टाचार मुलाकात कर मार्गदर्शन प्राप्त किया। इस दौरान डीजीपी ने इन अफसरों को सुझाव दिया की स्पीडी ट्रायल से अपराधियों को त्वरित सजा दिलाएं। सोमवार को सरदार पटेल भवन स्थित पुलिस मुख्यालय में हुई इस मुलाकात के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेन्द्र सिंह गंगवार एवं पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय) विनय कुमार भी मौजूद थे। 

प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों में मोहिबुल्लाह अंसारी, कोटा किरण कुमार, शैलेन्द्र सिंह, अतुलेश झा, अभिनव, सुश्री दिव्यांजली जायसवाल एवं शिवम धाकड़ शामिल थे। डीजीपी आलोक राज ने इन प्रशिक्षु पदाधिकारियों को बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दी। 

बिहार कैडर के प्रशिक्षु पुलिस पदाधिकारियों में शैलेन्द्र सिंह एवं अतुलेश झा मूल रूप से उत्तर प्रदेश, कोटा किरण कुमार तेलंगाना, सुश्री दिव्यांजली जायसवाल छत्तीसगढ़, शिवम धाकड़ मप्र, सुश्री भावरे दीक्षा अरुण महाराष्ट्र की एवं मोहिबुल्लाह अंसारी तथा अभिनव बिहार के हैं।

बालू माफिया सुभाष यादव और अशोक गुप्ता के खिलाफ ईडी की बड़ी कार्रवाई, करोड़ो रुपये की संपत्ति को किया जप्त

डेस्क : बिहार के बालू माफिया के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बालू का अवैध खनन कर करोड़ों के राजस्व चोरी मामले में ब्रॉडसन्स कॉमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड के दो प्रबंध निदेशक (एमडी) और निदेशक की संपत्ति जब्त कर ली है। दोनों ने बालू की काली कमाई की बदौलत यह अकूत संपत्ति जब्त की है।

कंपनी के निदेशक सुभाष यादव की पटना के संपतचक इलाके में मौजूद जमीन के तीन बड़े प्लॉट को जब्त किया गया है, जिनकी कीमत 44 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। इनका रकवा कई एकड़ में है।

इसके अलावा इस कंपनी के प्रबंध निदेशक अशोक कुमार गुप्ता की देहरादून में मौजूद एक बोर्डिंग स्कूल में आधे से अधिक की हिस्सेदारी वाली संपत्ति भी जब्त कर ली गई है। यह करीब 23 करोड़ रुपये की है। इस तरह ब्रॉडसन्स कंपनी के इन दोनों मालिकों की मिलाकर 67 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति को प्रारंभिक रूप से जब्त कर ली गई है।

गौरतलब है कि सुभाष यादव राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। बिहार में उनको बालू किंग के नाम से भी जाना जाता है। सुभाष मूल रूप से दानापुर अनुमंडल में आने वाले हेतनपुर दियारा के रहने वाले हैं। सुभाष यादव पहले से बालू तस्करी और अवैध कमाई के आरोप में जेल में बंद हैं। बालू तस्करी और अवैध कमाई के मामले में ईडी ने इसी साल मार्च में सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया था। ईडी ने 9 मार्च को सुभाष यादव के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की थी। रेड में 2 करोड़ कैश के साथ बेनामी संपत्ति के सबूत मिलने के बाद बालू कारोबारी और आरजेडी नेता सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया गया था। उससे पहले आयकर विभाग की ओर से छापेमारी की गई थी। सुभाष यादव के पार्टनर अशोक कुमार के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई थी।

सीएम नीतीश कुमार ने आज बाढ़ अनुमंडल में दिए कई सौगात, करोड़ों रुपये की योजनाओं का किया उद्घाटन और निरीक्षण

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बाढ़ अनुमंडल में करोड़ों रुपये की कई योजनाओं का उद्घाटन और निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सर्वप्रथम बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन पर रेलवे ओवर ब्रिज, ताजपुर-करजान सड़क संपर्क पथ का गहन अवलोकन किया।

तत्पश्चात सीएम ने नव निर्मित बेलछी प्रखंड सह अंचल कार्यालय का उद्घाटन कर जनता को समर्पित किया। बाढ़ के बाद मोकामा पहुंचे मुख्यमंत्री ने औन्टा-सिमरिया गंगा पुल का अवलोकन कर मरांची प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और पूर्व मंत्री नीरज कुमार भी साथ रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री का जेडीयू नेताओं पवन कुमार, दयानंद सिंह, हाथीदह उप मुखिया विकास कुमार समेत कई अन्य नेताओं ने स्वागत किया। समारोह समाप्त होते ही मुख्यमंत्री पटना के लिए रवाना हो गए।

बिहार में शराबबंदी को लेकर एकबार फिर बोले केन्द्रीय मंत्री मांझी : बड़े-बड़े अधिकारी शराब का करते हैं सेवन, इस मामले में सिर्फ इनलोगो को होती है सजा


डेस्क : बिहार में शराबबंदी को लेकर अक्सर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी बयान देते रहते है। उन्होंने एक बार फिर इस मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है। मांझी ने कहा है कि बड़े-बड़े अधिकारी शराब का सेवन करते हैं। शराब पीने के मामले में मजदूर और गरीबों को जेल भेजा जा रहा है, जबकि शराब तस्कर नहीं पकड़े जा रहे हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि 18 वर्षों में नीतीश कुमार ने बिहार को बदलने का काम किया है।

वहीं केंद्रीय मंत्री ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू प्रसाद और उनकी पत्नी रावड़ी देवी के मुख्यमंत्री काल में क्या होता था, बिहार में यह सब को पता है। जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए का परचम लहराएगा।

आरक्षण के नाम पर पिछड़े समाज के बांटने के सांसद चिराग पासवान के आरोप पर उन्होंने कहा कि इस मामले पर सभी के अपने विचार हैं। उनको पता होना चाहिए कि 22 अनुसूचित जातियों में कम से कम 18 ऐसी जातियां हैं जिनमें शिक्षा की दर 20 प्रतिशत भी कम है।

बिहार सरकार के कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत की खबर : 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने पर भी मिलेगा यह लाभ

डेस्क : बिहार सरकार के कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत वाली खबर है। राज्य सरकार में कार्यरत सरकारी कर्मियों को 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने पर भी नोशनल (काल्पनिक) वेतनवृद्धि का लाभ मिलेगा। वित्त विभाग ने 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों के सेवानिवृत्ति लाभ की गणना में होने वाली परेशानियों का समाधान कर दिया है।

वित्त विभाग के सचिव द्वारा जारी निर्देश के अनुसार सरकारी कर्मियों के सेवानिवृत्ति लाभों की गणना नोशनल वेतन-वृद्धि के आधार पर होगी। मालूम हो कि नोशनल वेतन-वृद्धि वैचारिक व्यवस्था है। इसका कोई निर्धारित फॉर्मूला नहीं है। सामान्यत सरकारी कर्मियों की वेतन वृद्धि एक जुलाई और एक जनवरी से लागू होता है। ऐसी स्थिति में 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्ति होने पर उनके वित्तीय लाभों की गणना में परेशानी आती है। इसी को देखते हुए वित्त विभाग ने ऐसे सरकारी कर्मियों को नोशनल वेतन वृद्धि देने का निर्णय लिया है।

दरअसल पिछले कुछ दिनों से कई विभागों से इन दो तिथियों (30 जून और 31 दिसंबर को) को सेवानिवृत्त होने वाले सरकारी सेवकों की सेवानिवृत्ति लाभ को लेकर वित्त विभाग से दिशा-निर्देश मांगी जा रही थी। इसको लेकर मामला न्यायालय तक पहुंचता रहा है। अब भविष्य में इस तरह की कोई समस्या नहीं होगी, क्योंकि ऐसे सरकारी सेवकों के सेवानिवृत्त लाभों के संदर्भ में वित्त विभाग ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।

मौसम का हाल : अगले तीन में राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के आसार

डेस्क : उमश भरी भीषण गर्मी की मार झेल रहे राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलावासियों के लिए एक राहत भरी खबर है। अगले तीन दिनों में उन्हें गर्मी से राहत मिल सकती है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में 12 से 14 सितंबर के बीच बारिश की गतिविधि में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार 10 या 11 सितंबर को बिहार में एक सिस्टम बनने की उम्मीद है। इससे बारिश की गतिविधि में बढ़ोतरी होगी।

हालांकि अगले तीन दिनों तक प्रदेश वासियों को गर्मी सताएगी। वातावरण में आद्रता की मात्रा अधिक रहने के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी का एहसास होगा। इस दौरान राज्य का अधिकतम पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

वहीं मौसम विभाग ने सोमवार को उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम और पटना सहित दक्षिण-मध्य भागों के जिले में गरज व तड़क के साथ हल्की बारिश होने को लेकर पूर्वानुमान जताया है। जबकि रविवार को पटना सहित कुछ जिलों में दोपहर बाद बूंदाबांदी हुई। पटना सहित राज्य में अगले दो-तीन दिनों तक सूरज के तल्ख तेवर होने के कारण लोगों को भीषण गर्मी का एहसास होगा। इस दौरान कुछ जगहों पर बादल छाए रहने की उम्मीद है। जिस कारण बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है। बूंदाबांदी या बारिश होने के दौरान लोगों को भीषण गर्मी से आंशिक तौर पर राहत मिलेगी। लेकिन विशेष कर दोपहर के समय लोगों को भीषण गर्मी का एहसास हो सकता है। राजधानीवाशी रविवार को उमस भरी गर्मी के कारण परेशान रहे।

पटना का मौसम सुबह से ही सूरज के तल्ख तेवर होने के कारण गर्म रहा। जिस कारण लोगों को सुबह से ही भीषण गर्मी का एहसास हो रहा था। इसी कारण पटना के अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई। राजधानी का अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि प्रदेश का सबसे गर्म शहर 38.4 डिग्री सेल्सियस के साथ नालंदा जिले का राजगीर रहा।

पटना में डेंगू का कहर जारी, यह इलाका बना हॉटस्पॉट

डेस्क : राजधानी पटना में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिन-प्रतिदिन इसके मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। वहीं डेंगू से मरीजों की मौत की खबर भी मिल रही है। बीते शनिवार को डेंगू से पीड़ित एक महिला की मौत हो गई, जबकि 36 नए मरीज मिले। 57 वर्षीय महिला मीठापुर, गर्दनीबाग की रहनेवाली थी। उसका इलाज पीएमसीएच में चल रहा था। वहीं लगातार दूसरे दिन रविवार को भी पटना में 27 नये मरीज की पहचान हुई है।

ये इलाके बने डेंगू के हॉटस्पॉट

राजधानी पटना के कंकड़बाग अंचल का भूतनाथ रोड डेंगू का नया हॉटस्पॉट बन गया है। यहां एक ही परिवार के छह लोग डेंगू से पीड़ित होकर गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं। सभी को कंकड़बाग के डॉक्टर्स कॉलोनी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भूतनाथ रोड और इसके आसपास के मोहल्ले बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी, एमआईजी, एलआईजी, टीवी टावर में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ा है। घर-घर लोग इससे पीड़ित हैं।

लोगों को सावधानी बरतने की सलाह

जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने लोगों से डेंगू से बचाव के लिए सावधानी बरतने की अपील की। कहा कि मच्छरों से बचने के लिए घर में मॉस्किटो रिप्लेंट लगाने, मच्छरदानी लगाने, आसपास में पानी जमा हो तो उसमें किरासन या रसायन का छिड़काव करने की सलाह दी।

रास्ते के विवाद मे दो पक्षो के बीच हुई जमकर मारपीट, 1 की मौत आधा दर्जन लोग घायल

डेस्क : बिहार के गोपालगंज जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां नगर थाना क्षेत्र के बसडिला गांव में रास्ते के विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर हुई मारपीट एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सात लोग बुरी तरह जख्मी हो गए। घायल सभी जख्मी लोगों का इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। वही पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल भेज दिया है।

मृतक की पहचान बसडिला गांव निवासी रूखीराम के 65 वर्षीय बेटा पलटू राम के रूप में की गई जबकि जख्मी लोगो में एक पक्ष से रमेश राम के बेटा शत्रुध्न राम, हरेराम राम के बेटा कृष राम और पत्नी मीना देवी के अलावा दूसरे पक्ष से मुसाहिब राम की पत्नी गायत्री देवी, छोटेलाल राम के बेटा मुन्ना कुमार और बेटी सुधा कुमारी और बड़े लाल राम के बेटा नवल किशोर राम शामिल है।

घटना के संबंध में बताया गया है कि मृतक पलटू राम और रमेश राम के बीच पूर्व से रास्ता को लेकर विवाद चल रहा था। इसी बीच दोनो पक्ष एक बार फिर आपस में भिड़ गए। जिसके कारण दोनो पक्ष से लाठी डंडे और धारदार हथियार से हमला कर दिया गया। जिससे एक पक्ष से तीन और दूसरे पक्ष से चार लोग जख्मी हो गए। जबकि एक व्यक्ति पलटू राम की मौके पर ही मौत हो गई।

मृतक के परिजनो ने बताया की आरोपियों के साथ पूर्व से ही रास्ता का विवाद चल रहा था। आज अपने जमीन पर केला लगाए हुए थे। जिसे आरोपी द्वारा काटा जा रहा था। जब पलटू राम ने इसका विरोध किया और उससे पूछने लगे की आखिर क्यों केला के पेड़ कटे हो तो इस बात पर आरोपी ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। जब तक हम लोग मौके पर पहुंचते तब तक उनकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपियों ने हम लोगो पर भी हमला कर दिया। जिसमे महिला समेत चार लोगो को चोट आई है।

बड़ी खबर : बिहार के बक्सर जिले में दुर्घटनाग्रस्त हुई मगध एक्सप्रेस, टुड़ीगंज स्टेशन के पास हुई घटना

डेस्क : बीते कुछ दिनों से ट्रेने के दुर्घटनाग्रस्त होने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी आज बिहार में एक बार फिर रेल हादसा हुआ है। पटना- बक्सर रेल खंड पर आज रविवार को मगध एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दिल्ली से पटना की ओर आ रही डाउन मगध एक्सप्रेस ट्रेन दो भागों में बंट गई। इससे यात्रियों में अफरातफरी मच गई। यह हादसा डुमरांव और रघुनाथपुर स्टेशन के बीच टुड़ीगंज स्टेशन के पास हुई है।

बताया जा रहा है कि, जैसे ही टुड़ीगंज स्टेशन के नुआंव गुमटी के समीप ट्रेन पहुंची। एस-7 डिब्बे का कपलिंग टूटकर अलग हो गया। एसी के साथ एस-7 डिब्बा आगे निकल गया। शेष डिब्बे ट्रैक पर रुक गए। इसी दौरान ड्राइवर की नजर पड़ते ही उसने गाड़ी को रोक दिया। इस दुर्घटना के बाद से डाउन मेन लाइन पर परिचालन ठप है।

हालांकि इस दुर्घटना में किसी यात्री के हताहत होने की खबर नहीं है। रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंच रहे है। डाउन में परिचालन कब बहाल होगा। इस बारे में कुछ भी बताने से रेलवे के कर्मी बच रहे है।

मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन संख्या 20802 डाउन डुमरांव रेलवे स्टेशन से 8 मिनट के विलंब से सुबह 11:00 बजे चली थी। 11।06 बजे यह ट्रेन टुड़ीगंज स्टेशन से आगे बढ़ी। करीब 1 मिनट के बाद ही यह हादसा हो गया। मिल रही जानकारी के मुताबिक किसी तरह की जान-माल की क्षति नहीं हुई है।

हादसे के बाद ट्रेन का आधा हिस्सा तेजी से आगे बढ़ गया। हालाँकि लोको पायलट ने अपनी सूझबुझ का परिचय देते हुए तुरंत ट्रेन को रोका। इस बीच बड़ी संख्या में यात्री ट्रेन से उतरकर नीचे उतर गये। रेल के दो टुकड़ों में होने की खबर मिलने के बाद स्थानीय रेल प्रशासन के लोगों ने बचाव कार्य शुरू किया है।