राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण हेतु प्रस्तावित भूमि का किया गया स्थलीय निरीक्षण

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। नगर मजिस्टे्ट/सक्षम प्राधिकारी भूमि अध्याप्ति शालिनी प्रभाकर द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 927 के निर्माण के लिए अधिग्रहीत की जाने वाली तहसील-कैसरगंज के पांच ग्रामों तप्पेसिपाह, आदमपुर, झुकिया, रिढौठा व मुस्तफावाद की भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया गया।

स्थलीय निरीक्षण के समय तहसीलदार कैंसरगंज, राजस्व निरीक्षक, क्षेत्रीय लेखपाल, भूमि अध्याप्ति अमीन व एन.एच.ए. आई के स्थानिक अभियन्ता, अपनी सर्वे टीम के साथ उपस्थित रहें।

सक्षम प्राधिकारी द्वारा अधिग्रहण हेतु प्रस्तावित शासकीय भूमि तथा अनुसूची में अंकित अकृषक भूमि का गाटावार निरीक्षण कराया गया।

मौके पर अर्जन प्रभावित खातेदार व अन्य स्थानीय कृषकगण मौजूद रहें। स्थलीय निरीक्षण के दौरान सक्षम प्राधिकारी नगर मजिस्ट्रेट द्वारा स्थानिक अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि प्रस्तावित भूमि की निशानदेही हेतु मौके पर पत्थर लगाये जायें। निरीक्षण के समय जिन भू-खण्डों में मौके पर परिसम्पत्तियां पाई गयी है उनकी ग्रामवार सूची उपलब्ध कराया जाय।

दीवानी न्यायालय में बारावफात का स्थानीय अवकाश 16 सितम्बर को

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जनपद न्यायाधीश उत्कर्ष चतुर्वेदी ने बताया कि जिला बार एसोशिएशन के पत्र 06 सितम्बर 2024 द्वारा प्रस्ताव किया गया है कि पूर्व में स्थानीय अवकाश के रूप में 17 सितम्बर 2024 को बारावफात का अवकाश घोषित किया गया था।

चन्द्रदर्शन के अनुसार बारावफात त्यौहार 16 सितम्बर 2024 को पड़ रहा है इसलिए पूर्व में 17 सितम्बर 2024 को घोषित स्थानीय अवकाश के तिथि में परिवर्तन कर 16 सितम्बर 2024 को बारावफात का स्थानीय अवकाश घोषित किया जाय। बार एसोशिएशन के पत्र के क्रम में पूर्व में 17 सितम्बर 2024 को घोषित बारावफात के स्थानीय अवकाश के स्थान पर बारावफात का स्थानीय अवकाश 16 सितम्बर 2024 घोषित किया जाता है।

बहराइच: घाघरा की कटान से गांव बचाने के लिए चंदा कर खुद जुटे ग्रामीण, पूजा-आरती से भी मनावन

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच में घाघरा नदी उफान पर है. नदी ने किनारे बसे गांवों का कटान करना शुरू कर दिया है. इससे ग्रामीण दहशत में हैं. गांव को बाढ़ की चपेट में आने से बचाने के लिए वे हर तरकीब अपना रहे हैं।

बहराइच जिले के चौधरी चरण सिंह गिरिजा बैराज से छोड़े जा रहे पानी और घाघरा नदी में उफान से किनारे पर बसे गांवों के लोगों की धड़कनें बढ़ गईं हैं. ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग की ओर से कटान रोकने के लिए किए गए उपायों को नाकाफी बताते हुए खुद से भी जतन करने शुरू कर दिए।

वे पूजा-पाठ का भी सहारा ले रहे हैं. ग्रामीणों ने नदी के तट पर पूजा-अर्चना की. लोगों ने भगवान से गांवों को बाढ़ से बचाए रखने की प्रार्थना की।

कई वर्षों है समस्या : जिले के तहसील मोतीपुर अंतर्गत चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज से बहने वाली घाघरा नदी पिछले 4 वर्षों से लगातार कटान कर रही है. इस समय भी नदी कटान कर रही है. ग्रामीणों ने कई बार सिंचाई विभाग से बांध और ठोकर के निर्माण की मांग की, जनवरी माह से मोहरवा गांव में ठोकर का निर्माण कार्य 1800 मीटर तक चालू हुआ. लेकिन जून माह से आ रहे लगातार बढ़ के चलते ठोकर को भी भारी नुकसान पहुंचा , जिसमें कई जिओ बैग भी घाघरा नदी के तेज बहाव में बह गए ।

मोहरवां गांव से कुछ दूरी पर स्थित दूधनाथ पुरवा, तुलसीपुरवा, गुप्तापुरवा ,कालिकापुरवा,नई बस्ती ,प्रेम नगर सहित कई गांव को अपने में समाहित कर चुकी है।

कटान होने से ग्रामीण परेशान

क्षेत्रीय ग्रामीण के मुताबिक घाघरा नदी की बाढ़ और कटान के चलते ग्राम पंचायत चहलवा, बड़खड़िया ,जंगल गुलरिहा, सुजौली क्षेत्र के ग्रामीण काफी परेशान हैं. ग्रामीणों को साल के 6 महीने में बरसात के चलते बाढ़ और कटान की समस्या का भी सामना करना पड़ता है. इसके साथ-साथ जब नदी का जलस्तर कम होता है तो घाघरा नदी तेज कटान करने लगती है. कटान के चलते घाघरा नदी गुप्तापुरवा ,मोहरवा, संपतपुरवा , धनिया बेली,रामपुर रेतिया गांव के पास कटान कर रही है, जिसके चलते क्षेत्रीय ग्रामीण परेशान हैं ग्रामीण यहां पर भी बांध और ठोकर के निर्माण कार्य की मांग कर रहे हैं।

ग्रामीणों की मांग पर नहीं हुई सुनवाई

ग्रामीणों के मुताबिक उन्होंने कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से गुप्तापुरवा गांव के समीप ठोकर और बांध के निर्माण की मांग की है लेकिन अभी तक नहीं हो पाया है. ऐसे में ग्रामीण घाघरा मैया को मनाने के लिए पूजा पाठ का सहारा लिया है. सुजौली,जंगल गुलरिहा और बड़खड़िया, कारीकोट क्षेत्र के गांव से आए ग्रामीणों ने गुप्तापुरवा में घाघरा नदी के किनारे सैकड़ो की संख्या में पहुंचकर पूजा पाठ की. सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने घाघरा नदी के किनारे खड़े होकर हाथ जोड़कर घाघरा मैया की पूजा कर कटान रोकने की गुहार लगाई. चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज से निकलने के बाद घाघरा नदी 100 मीटर के दूरी पर स्थित साइफन से कई किलोमीटर तक कटान कर रही है।

गुप्तापुरवा गांव के ही पास रहने वाले गंगादास बाबा कहते हैं कि वह पिछले 30 से 40 वर्षों से यही पर निवास करते हैं इससे पहले भी घाघरा नदी ने दो बार उनके घर को अपनी कटान की जद में लिया है गंगादास कहते हैं कि घाघरा नदी उनके घर के समीप आ चुकी है कुछ दिन पूर्व तहसीलदार और लेखपाल आए थे लेकिन उनके आने के बावजूद उन सभी को किसी प्रकार का लाभ नहीं मिला है गांव के कई लोग सरयू नहर के किनारे रहने चले गए हैं लेकिन उनके पास किसी भी तरीके की जमीन का प्रबंध नहीं है जिसके चलते वह और काफी संख्या में ग्रामीण शासन जिसके चलते वह शासन प्रशासन के ही सहारे हैं

इस दौरान गंगादास बाबा, सुबराती,बब्बन दास,राजेश,रमाशंकर,हरेंद्र, मीरा,गुलईती देवी,आशा,रीता,सुनीता,हीरा माझी,रूपलाल,शंभू,गोविंद के साथ काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

भदोही में बाबा बर्फानी के सदस्य ग्रुप में मनाया शीतल पाल की जयंती

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। 1857 की क्रांति में जब देश को ब्रिटिश हुकूमत से आजादी की किरण दिखाई पड़ने लगी तो जमींदारों से लेकर साधारण वर्ग के लोगों ने हथियार उठाने में जरा भी हिचकिचाहट नहीं दिखाई थी। अंग्रेजों के दांत खट्टे कर देश के प्रति कुछ भी कर गुजरने का संदेश दिया था।

जिले के शीतल पाल ने भी उस दौर में ऐसे ही साहस का परिचय दिया था। घोड़े से भाग रहे क्रू अंग्रेज अफसर विलियम रिचर्ड मूर को जमीन पर गिरा दिया था। इसके बाद झूरी सिंह ने मूर का सिर कलम कर दिया था। इस घटना के बाद अंग्रेजों ने शीतल पाल को फांसी दे दी।

फांसी मिलने के बाद शीतल पाल हमेशा के लिए अमर हो गए। उनके साहस और बलिदान को योग आज भी गर्व से याद करते हैं ‌बाबा बर्फानी ग्रुप के सदस्यों द्वारा शीतल पाल की जयंती मनाई गई । कार्यकर्ताओं ने शीतल पाल तिराहा स्थित उनके मूर्ति पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।ज्ञानपुर नगर के बाबा बर्फानी ग्रुप के सदस्य शीतल पाल के जयंती पर माल अर्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

इस अवसर पर सपा नेताओं ने कहा कि आजादी के लड़ाई में शीतल पाल ने अपनी अहम भूमिका निभाई थी। जिसका परिणाम रहा की जिले से अंग्रेजों को भागना पड़ा। शीतल पाल की बहादुरी हम लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत है। ऐसे महान पुरुष को याद कर हम सभी लोग अपने आप को गौरवांवित महसूस कर रहे है।

बहराइच: BDO ने पूर्व ग्राम प्रधान पर धमकी देने और शासकीय कार्य में बाधा डालने का लगाया आरोप

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। पयागपुर विकास खंड के बीडीओ ने पूर्व ग्राम प्रधान पर शासकीय कार्यों मे बाधा डालने, अपशब्दों का प्रयोग कर जान से मारने की धमकी देने जैसा आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

खंड विकास अधिकारी दीपेंद्र पाण्डेय ने बताया कि सोमवार को दोपहर में वह अपने कार्यालय में बैठकर सरकारी कार्य कर रहे थे, कार्यालय में उस समय ग्राम रोजगार सेवक पंकज मिश्रा भी मौजूद थे। इसी दौरान पडेरा खजुरी निवासी पूर्व प्रधान चंद्रवीर सिंह पुत्र जमादार सिंह कार्यालय के अंदर घुस आये और अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे।

मेरे द्वारा विरोध करने पर उन्होंने अपने हाथ में लिए मोटरसाइकिल के छल्ले से मेरे गर्दन पर वार करते हुये जान से मार देने की धमकी दी। बीडीओ दीपेंद्र पाण्डेय ने बताया कि पूर्व प्रधान द्वारा किया गया यह कृत्य अमानवीय एवं शासकीय मर्यादा के विपरीत है।

घटना के बाद पूरे ब्लॉक परिसर में हड़कंप जैसी स्थित रही और सभी कार्य बाधित रहा। इस सम्बंध में प्रभारी निरीक्षक करुणाकर पांडे ने बताया कि खंड विकास अधिकारी द्वारा प्राप्त तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई की जा रही है।

*बहराइच: विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच- जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आज पौराणिक जंगली नाथ मंदिर परिसर (निकट मटेरा चौराहा) स्थित जूनियर हाईस्कूल में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

आयोजित शिविर में स्थानीय जन प्रतिनिधियों के अलावा पर्यावरण-विद किसान प्रतिनिधि व भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे इस अवसर पर विद्यालय व मंदिर परिसर में पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का सामूहिक संकल्प लिया गया।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित जन-जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए सेवा प्राधिकरण सचिव विराट शिरोमणि (अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश) ने कहा की , सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जनपद के सुदूर ग्रामीणांचल में जागरूकता अभियान आयोजित कर आम-जन के बीच विधिक प्राविधानों एवं नशा से होने वाले कुप्रभावों के बारे में लोगों को सचेत किया जा रहा है ताकि लोग अवैध नशा उपभोग , उत्पादन व क्रय विक्रय से दूर रहे और स्वस्थ रहकर परिवार समाज एवं देश के नवनिर्माण में प्रभावी भूमिका अदा करें।

प्राधिकरण सचिव ने विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न गतिविधियों की जानकारी देकर आम लोगों का आवाहन किया कि वे सेवा प्राधिकरण से जुड़कर अपनी समस्याओं का निःशुल्क समाधान करवाएं।

विधिवेत्ता व कानूनविद अनिल त्रिपाठी ने नशा को समाज का नासूर बताते हुए नशा प्रभावित लोगों को शरीरिक तथा सामाजिक होने वाले विकारों के बारे में बताते हुए आम जन से नशा से दूर रहने का आवाहन किया।

आयोजक रूल ऑफ लॉ सोसायटी अध्यक्ष अवध क्षेत्र संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने बताया कि , संगठन एवं समाज के सहयोग से जनपद के गांव-गांव में जन-जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को नशा से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में सचेत किया जा रहा है साथ ही लोगों को नशा से दूर रहने का आवाहन किया जा रहा है।

आयोजित विधिक जागरूकता शिविर को लीगल एड डिफेंस कॉउंसिल ऋषभ पाठक , बाल संरक्षण अधिकारी शिविका मौर्य , रूल ऑफ लॉ सोसायटी नानपारा तहसील संयोजक ध्यान प्रकाश श्रीवास्तव , प्रधान संगठन उपाध्यक्ष तकम्म्स खां , शिवपुर मंडल अध्यक्ष कमला वर्मा आदि ने भी संबोधित कर लोगों को नशा से दूर रहने का आवाहन किया।

आयोजित चौपाल का संचालन प्रधान संत राम वर्मा एडवोकेट ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रधान विनोद वर्मा ने किया।

आयोजित चौपाल में प्रमुख रूप से महंत शिवालय बाग वीरेंद्र गिरी जी महाराज , धर्माचार्य अनिल शास्त्री , प्राचार्य शिव पूजन सिंह , सरदार नरेंद्र सिंह , प्रधान श्रवण कुमार पटेल , किसान परिषद संयोजक केशव पाण्डेय , किसान नेता सरदार सुखविंदर सिंह , समाजसेवी सरफ़राज़ सिद्दीकी , समाजसेवी अयूब अंसारी , पर्यावरण विद राजा बाबू गौस्वामी , धीरेंद्र शर्मा , सरदार जसप्रीत सिंह ,समाजसेवी मनीष कुमार सिंह समेत सैकडों ग्रामीण जन उपस्थित रहे।

समापन अवसर पर रूल ऑफ लॉ सोसायटी की ओर से तहसीलदार नानपारा अजय यादव व नायब तहसीलदार शिवपुर के नेतृत्व में नशा उन्मूलन अभियान में प्रभावी सहभाग के लिए सामूहिक संकल्प भी दिलाया गया।

*तहसील नानपारा में डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ सम्पूर्ण समाधान दिवस*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। आमजन की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए प्रत्येक माह के प्रथम एवं तृतीय शनिवार को आयोजित होने वाले सम्पूर्ण समाधान दिवसों की कड़ी में माह सितम्बर के प्रथम शनिवार को तहसील नानपारा में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. पवित्र मोहन त्रिपाठी, उप जिलाधिकारी अश्वनी पाण्डेय व पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रद्युम्न सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ जनसमस्याओं की सुनवाई करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार, जिला विकास अधिकारी राज कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी राघवेन्द्र द्विवेदी, जिला गन्ना अधिकारी आनन्द शुक्ला, जिला पूर्ति अधिकारी नरेन्द्र तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी रमाशंकर गुप्त, दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी बी.पी. सत्यार्थी, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनोद कुमार राय सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, बीडीओ, बीईओ, सीडीपीओ व थानाध्यक्षगण मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि तहसील नानपारा में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त 82 प्रार्थना-पत्रों में 11, मिहींपुरवा (मोतीपुर) में प्राप्त 22 में 02, पयागपुर में प्राप्त 109 में 07, कैसरगंज में 102 में 06, महसी में 42 में 06, सदर बहराइच में 29 में 03 का निस्तारण मौके पर किया गया। तहसील महसी में अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव ने एसडीएम अखिलेश कुमार सिंह के साथ जबकि अन्य तहसीलों में सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस सम्पन्न हुआ।

*यूपिकान संस्था द्वारा किया गया भव्य कार्यक्रम का शुभारंभ*

महेश चंद्र गुप्ता

श्रावस्ती- गणेश चतुर्थी के पावन शुअवसर पर जनपद श्रावस्ती में यूपिकान लखनऊ द्वारा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ कराया गया। जिसमें कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त उद्योग श्रावस्ती द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया व सभी को गणेश महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया।

विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद योजना से होने वाले विभिन्न लाभों के बारे में तथा रोजगार को बढ़ावा देने वाली अन्य योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई इस मौके पर जिला कार्यक्रम समन्वयक कौशल प्रशिक्षक व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

कुत्ते के हमले में घायल हुए थे संगम लाल: डीएफओ

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। तहसील महसी अन्तर्गत रेंज बहराइच के ग्राम जादवपुर के मजरा लोधनपुरवा में 05 सितम्बर 2024 की रात्रि लगभग 09ः20 बजे तथा 06 सितम्बर 2024 को प्रातः 09ः00 बजे किसी जानवर द्वारा किये गये हमलों के सम्बन्ध में प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि 05 सितम्बर की रात्रि लगभग 09ः20 बजे स्थानीय निवासी मैकूलाल के 14 वर्षीय पुत्र संगम लाल पर जानवर द्वारा हमले की घटना सामने आने पर तत्काल स्थानीय वनकर्मी मौके पर पहुँचे किन्तु वहाँ पर किसी भेड़िया के पगचिन्ह नहीं मिले, जिससे भेड़िया के हमले की पुष्टि हो सके। परन्तु मौके पर ग्रामीणों एवं घायल द्वारा भेड़िया का हमला बताया जा रहा था। हमले में घायल हुए संगम लाल को उसके परिजनों द्वारा तत्काल चिकित्सा हेतु जिला चिकित्सालय लाकर प्राथमिक उपचार कराया गया।

डीएफओ ने बताया कि पुनः 06 सितम्बर को प्रातः 09ः00 बजे यह सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम जादवपुर के मजरा लोधनपुरवा से कृपाराम पुत्र तुलसी, उम्र लगभग 65 वर्ष एवं उनके पोते सत्यम पुत्र सोनू, उम्र लगभग 04 वर्ष पर किसी जानवर द्वारा हमले की सूचना प्राप्त हुई। तत्काल विभागीय स्टाफ मौके पर पहुँचा। जहां पर किसी भेड़िया के पदचिन्ह नहीं मिले। यहां पर घायल के परिजनों एवं ग्रामीणों द्वारा इसे कुत्ते का हमला बताया गया, जिसे बाद में ग्रामीणों द्वारा मार दिया गया। घायल कृपाराम द्वारा भी मृत कुत्ते को देखकर कहा गया कि उपरोक्त हमला उसी कुत्ते के द्वारा किया गया है। जिसे बाद में ग्रामीणों द्वारा मार दिया गया था। इस प्रकार हमले की घटनाएँ कुत्ते के द्वारा कारित की गयी हैं।

भेड़िया से प्रभावित क्षेत्र का वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है निरीक्षण

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। प्रभागीय वनाधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि बहराइच रेंज के अन्तर्गत तहसील महसी के लगभग 25 से 30 ग्रामों में भेडियों द्वारा किये जा रहे हमले के दृष्टिगत नियंत्रण/शमन की कार्यवाही के तहत हिंसक वन्य जीव भेड़िया के सक्रियता/प्रभावित क्षेत्रों को तीन सेक्टरो में विभाजित किया गया है। प्रभावित क्षेत्रों का विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिन एवं रात्रि में भ्रमण किया गया।

भ्रमण के दौरान सभी सेक्टर प्रभारियों से वार्ता कर हिंसक भेड़िया को रेस्क्यू करने की रणनीति बनाये जाने के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही हिंसक भेड़िया के रेस्क्यू सम्बन्धित समस्त संसाधनों का भी अनुश्रवण किया गया। हिंसक वन्य जीव की सूचना प्राप्त होने पर प्रतिक्रिया समय को कम करने हेतु निर्देशित किया गया। वन विभाग, पुलिस विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा आपसी समन्वय स्थापित करते हुए हिंसक भेडिया से प्रभावित क्षेत्र का रात्रि में गश्त किया गया, जिससे रात्रि में कोई भी घटना प्रकाश में नहीं आयी। प्रात:काल से प्रभावित क्षेत्रों की थर्मल ड्रोनों की सहायता से हिंसक भेड़िए को खोजने की कार्यवाही की गयी। इसके अलावा कछारी क्षेत्र में पैदल काम्बिंग कर हिंसक भेड़िए को खोजने की कार्यवाही भी की गयी।

वन प्रभाग स्तर पर स्थापित कमाण्ड सेंटर द्वारा सूचनाओं को प्राप्त कर प्रभावित क्षेत्र के सेक्टर-1, 2 व 3 में कार्यरत टीमों को आवश्यक निर्देश दिये गये तथा सेक्टर-3 के क्षेत्र में ग्राम पंचदेवरी के कछारी क्षेत्र में थर्मल ड्रोन की सहायता से हिंसक भेड़िए को देखा गया। हिंसक भेड़िए को रेस्क्यू करने की कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही प्रशासन की विभिन्न टीमों के साथ जन जागरूकता का कार्यक्रम किया जा रहा है। पुलिस तथा वन विभाग की टीम संयुक्त रूप से ग्रामों में गश्त कर रही है तथा सायंकाल प्रभावित क्षेत्र के ग्रामवासियों से अपील की गयी कि वह अपने बच्चों का ख्याल रखें और घर के अन्दर दरवाजा बन्द करके ही सोयें।