फतेहपुर से आई बेहद छोटे कद की महिला को सीएम योगी ने किया पूरा, साथ में खिंचवाई फोटो


गोरखपुर। रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में एक ऐसी फरियाद भी आई कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उसे सुनकर हंस पड़े। उन्होंने तत्काल इस फरियाद का निस्तारण भी कर दिया। यह फरियाद थी फतेहपुर से आई मेनश्री नाम की बेहद छोटे कद की महिला की। मांग और गुहार की महाराज जी (सीएम योगी) के साथ फोटो खिंचवानी है ताकि सोशल मीडिया पर खूब वायरल होकर वह व्यापक पहचान बना सके। हैरत से हंसते हुए मुख्यमंत्री ने यह मांग फौरन पूरी कर दी।

गोरखनाथ मंदिर में रविवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वहां मौजूद लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इस दौरान पूरी गंभीर गंभीरता और संवेदनशीलता से एक-एक व्यक्ति की समस्या सुनते हुए, इसके निस्तारण के लिए मौके पर ही अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश देते रहे। जनता दर्शन में फतेहपुर से आई मेनश्री नाम की बहुत छोटे कद की महिला की समस्या सुनते ही सीएम योगी मुस्कराने लगे। कद के लिहाज से शारीरिक दिव्यांगता की श्रेणी में आने वाली इस महिला की इच्छा सोशल मीडिया पर बड़ी पहचान बनाने की है। इसके लिए उसने मुख्यमंत्री से कहा, महाराज जी! मुझे आपके साथ फोटो खिंचवानी है। आपके साथ फोटो खूब वायरल हो जाएगी।’ मुख्यमंत्री ने फोटो खिंचवाकर उसकी डिमांड तुरंत पूरी के दी। यही नहीं, उन्होंने मेनश्री के साथ सेल्फी के अनुरोध को भी स्वीकार किया।

मुख्यमंत्री ने गोरखपुर के गोला क्षेत्र से आई एक अन्य अत्यंत छोटे कद की महिला की डिमांड को सम्मानजनक तरीके से पूरा करने के लिए जिलाधिकारी को निर्देशित किया। यह महिला मुख्यमंत्री से आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंची थी। सीएम योगी ने उसके प्रार्थना पत्र को लेते हुए डीएम को निर्देशित किया महिला की भरपूर मदद की जाए। मुख्यमंत्री की इस पहल पर उक्त महिला ने बारम्बार आभार जताया।
*पूर्व विधायक ने किया बगहा कटान क्षेत्र का निरीक्षण, अधिकारियों को जम कर लगाई फटकार*

गोरखपुर- बड़हलगंज: स्थानीय विकास खण्ड के गांव बगहा देवार में हो रही सरयू की भयंकर कटान की सूचना पाकर शनिवार को चिल्लूपार के पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी कटान से प्रभावित लोगों के बीच पहुँचकर उनकी पीड़ा को समझा और कटान स्थल का निरीक्षण किया।

कटान स्थल निरीक्षण के दौरान कटान पीड़ितों ने सिचाई विभाग द्वारा कराए जा रहे कटान रोधी बचाव में देरी व मनमानी तरीके से कार्य कराए जाने की बात कही जिस पर मौके से ही विनय शंकर तिवारी ने फोन कर बाढ़ खण्ड व सिचाई विभाग के अधिकारियों पर विफ़रे और जमकर फटकार लगाते हुए शीघ्र बचाव कार्य में तेजी लाने की बात कही।किसी तरह लापरवाही नही होने का हवाला देते हुए विनयशंकर तिवारी ने कहा कि कटान में जिनकी झोपडी और घर बहा है, उनकी पीड़ा कौन समझेगा?

उन्होंने कहा कि समय रहते यदि आप लोग बचाव कार्य चालू किये होते तो आज सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य भूमि सरयू की धारा में नही गयी होती और न आज गांव के कटने का खतरा रहता।निरीक्षण के दौरान पूर्व विधायक के साथ पूर्व प्रमुख राजबहादुर सिंह, भुवनेश्वर चतुर्वेदी, अजय दुबे, कमलेश सिंह आशीष तिवारी आशतोष शुक्ल सहित समस्त ग्रामीण उपस्थित थे।

*कुआंनों नदी में मिले शव की शिनाख्त हुई*

गोरखपुर- बीती सुबह 8:30 बजे बनकटीं गांव के पास मुड़कटहवा बाबा स्थान के सामने कुआंनों नदी में एक अज्ञात युवक का शव मिला था। सिकरीगंज पुलिस ने उसे पंचायत नामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।शव की पहचान नहीं हो पाई थी।आज मृतक की पहचान उसके बहनोई ने हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के तुलसी पांडेय गांव के निवासी स्वर्गीय रामकृपाल पांडेय के सबसे छोटे पुत्र अनिल पांडेय 35 वर्ष के रूप में की है। बताया गया कि मृतक बीते 4 अगस्त से ही गायब था। पिता और बड़े भाई की मौत हो चुकी है एक और भाई अपने परिवार के साथ कहीं बाहर रहता है और परिवार से कोई मतलब नहीं रखता है।

थानाध्यक्ष सिकरीगंज कमलेश कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत होने की जानकारी दी गई है। मृतक के बहनोई ने अपना नाम न जाहिर करने की अपील की है।

*सपा की मासिक बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर की गई चर्चा*

गोरखपुर- जिला समाजवादी पार्टी की मासिक बैठक पार्टी के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में हुई संचालन जिला महासचिव रामनाथ यादव ने किया बैठक कों सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि सभी साथियों अभी से 2027 चुनाव की तैयारी में जुट जाइए जिन बूथों पर पार्टी प्रत्याशी की हार हुई है उसके कारणों व कमियों का पता लगाकर उसे दुर करने में सभी साथी जुट जाइए। 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का सफाया होगा भाजपा की सरकार में निर्दोष लोगों को सताया जा रहा हैं। किसान परेशान है। नौजवानों का भविष्य अंधकारमय है। समाज का हर वर्ग परेशान, बदहाल है। जबसे भाजपा की सरकार सत्ता में आई हैं विकास पूरी तरह अवरूद्ध है। जनता महंगाई, भ्रष्टाचार से त्रस्त है।

जिलाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की राजनीति को निष्प्रभावी बनाने में पीडीए एक सशक्त भरोसा साबित हुआ है। संविधान और आरक्षण के मुद्दे को और धार देना हैं। सामाजिक न्याय के लिए जातीय जनगणना का होना आवश्यक है। समाजवादी पार्टी इन्हीं मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा का राजनीतिक चरित्र ही विकास विरोधी है। पिछले सात वर्षों में भाजपा ने विकास के नाम पर कोई काम नहीं किया है और न ही भाजपा नेतृत्व के पास विकास का कोई विजन है।

समाजवादी पार्टी के प्रति जनता का भरोसा है। भाजपा का एजेंडा समाज में नफरत फैलाकर सामाजिक सद्भाव बिगाड़ कर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करना है। समाजवादी पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता भाजपा के इन मंसूबों को कभी भी पूरा नहीं होने देगा। जनता समझ रही है कि उसको समाजवादी सरकार बनने पर ही तमाम समस्याओं से छुटकारा मिल सकेगा।

*सक्रिय क्षय रोग खोजी अभियान से पहले धर्मगुरु समाज से अपील, संभावित मरीजों को जांच और इलाज के लिए प्रेरित करें*

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वर्ष 2025 तक देश से टीबी का उन्मूलन करने के राष्ट्रव्यापी संकल्प को पूरा करने में धर्मगुरु समाज की अहम भूमिका है। समाज में उनकी बातों की स्वीकार्यता है। धर्मगुरु टीबी के लक्षणयुक्त संभावित मरीजों को जांच और इलाज के लिए प्रेरित करेंगे तो अधिकाधिक टीबी मरीजों की पहचान की जा सकेगी। यह बातें जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ गणेश यादव ने कहीं। उन्होंने सक्रिय क्षय रोग खोजी अभियान से पहले धर्मगुरु समाज के संवेदीकरण बैठक को जिला क्षय रोग केंद्र में शनिवार को संबोधित किया । बैठक के जरिये धर्मगुरु समाज से अपील की गई कि वह लक्षणयुक्त अधिकाधिक संभावित मरीजों को जांच और इलाज के लिए प्रेरित करें।

डॉ गणेश यादव ने कहा कि अगर एक टीबी मरीज की समय से जांच और इलाज न हो तो वह एक वर्ष में दस से पंद्रह लोगों को इस बीमारी से संक्रमित कर सकता है। वहीं, अगर मरीज की समय से पहचान हो जाए और दवा शुरू कर दिया जाए तो तीन से चार सप्ताह बाद उसके जरिये दूसरे के संक्रमित होने की आशंका नहीं रह जाती है। समय से जांच और इलाज न होने के कारण ड्रग सेंसिटिव (डीएस) टीबी धीरे धीरे ड्रग रेसिस्टेंट (डीआर) टीबी में बदल जाती है। जहां डीएस टीबी महज छह माह में ठीक हो जाती है, वहीं डीआर टीबी के मरीज को ठीक होने में एक से डेढ़ साल का और कई बार उससे भी अधिक समय लग जाता है। डीआर टीबी के इलाज के दौरान मरीजों को कई प्रकार की जटिलताएं भी झेलनी पड़ती हैं। यही वजह है कि विभाग का जोर शीघ्र जांच और इलाज पर है।

जिला क्षय उन्मूलन अधिकारी डॉ यादव ने कहा कि टीबी बाल और नाखून को छोड़ कर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। अगर दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी आए, पसीने के साथ रात में बुखार हो, सीने में दर्द हो, तेजी से वजन घट रहा हो, सांस फूलती हो और बलगम में खून आए तो टीबी की जांच जरूर करानी चाहिए। जांच की सुविधा सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर मौजूद है। जिले में सभी ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों, जिला क्षय रोग केंद्र, बीआरडी मेडिकल कॉलेज और एम्स गोरखपुर में टीबी का इलाज सरकारी प्रावधानों के अनुसार किया जाता है और मरीज पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ता है।

डॉ यादव ने बताया कि नौ सितम्बर से बीस सितम्बर तक जिले में सक्रिय क्षय रोग खोजी (एसीएफ) अभियान चलाया जाएगा । इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यीय टीम करीब 10.88 लाख की आबादी के बीच जाएगी और टीबी के नये संभावित मरीजों को खोजेंगी। इन मरीजों की जांच कराई जाएगी और जिन लोगों में टीबी की बीमारी निकलेगी उन्हें समुचित इलाज दिया जाएगा।

इस मौके पर यूनिसेफ के डीएमसी डॉ हसन फहीम ने टीबी से बचाव में नियमित टीकाकरण की महत्ता बताई।उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव, डीपीसी धर्मवीर प्रताप सिंह, पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र, मिर्जा आफताब बेग, टीवी एचआईवी कोआर्डिनेटर राजेश सिंह, कमलेश कुमार गुप्ता, टीबी चैंपियन चंद्र प्रकाश, इंद्रनील कुमार, मयंक, गोबिंद और केके शुक्ला ने आयोजन में प्रमुख तौर पर सहयोग दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि ने बैठक में तकनीकी जानकारियां प्रदान कीं।

धर्मगुरुओं ने दिया आश्वासन

संवेदीकरण बैठक के प्रतिभागी दर्जनों धर्मगुरुओं ने एसीएफ के दौरान और उसके बाद भी टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में सक्रिय योगदान देने का संकल्प लिया। धर्मगुरु मोहम्मद अजीम फारुकी ने बताया कि बैठक के जरिये टीबी उन्मूलन के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी मिली है। स्वास्थ्य विभाग के प्रयास को सफल बनाने में धर्मगुरु समाज आगे बढ़ कर भागीदारी निभाएगा। इससे पहले भी उन्होंने एक टीबी मरीज की पहचान और इलाज में मदद की है।

मरीजों को मिलती हैं यह सुविधाएं

नये मरीज की अत्याधुनिक सीबीनॉट मशीन से जांच होती है

प्रत्येक टीबी मरीज की एचआईवी और मधुमेह की जांच भी कराई जाती है

इलाज चलने तक 500 रुपये प्रति माह पोषण के लिए खाते में धनराशि दी जाती है

टीबी मरीजों के निकट सम्पर्कियों की भी जांच कराई जाती है

मरीजों के निकट सम्पर्की में टीबी न मिलने पर भी उन्हें बचाव की दवा खिलाते हैं

आर्थिक तौर पर कमजोर मरीजों को निक्षय मित्रों की मदद से पोषण व मानसिक संबल दिलवाया जाता है

जिले में टीबी की स्थिति

डीआर टीबी मरीज 350

डीएस टीबी मरीज 8145

उपचार सफलता दर 93 फीसदी

*प्रदेश बार काउंसिल के आह्वान पर अधिवक्ताओं का विरोध प्रदर्शन, महिला अधिवक्ता के हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग*

गोरखपुर- प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर आज खजनी तहसील बार एसोसिएशन की आम सभा की बैठक के बाद अध्यक्ष कृपा शंकर सिंह के नेतृत्व में कासगंज के दीवानी न्यायालय की महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर के अपहरण और नृशंस हत्या की घटना पर अधिवक्ताओं ने आक्रोश जताया। हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग करते हुए अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।

अधिवक्ताओं ने युवा महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने, उनके परिवारजनों को एक करोड़ रुपया मुआवजा देने तथा प्रदेश में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने से संबंधित पत्रक उप जिलाधिकारी खजनी की अनुपस्थिति में तहसीलदार गोपाल कृष्ण तिवारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा गया। नारे लगाते हुए सभी अधिवक्ताओं ने आज न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया। हत्यारों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे सभी अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए।

इस अवसर पर अध्यक्ष कृपा शंकर सिंह, मंत्री कामेश्वर प्रसाद, उपाध्यक्ष दिनेश कुमार, अनूप सिंह, रामप्रीत यादव, विनोद पांडे,रामकृष्ण द्विवेदी, पन्ने लाल यादव, दरगाही प्रसाद, चंद्रभान शुक्ला उपस्थित थे।

*समाधान दिवस में पहुंचे 70 फरियादी, एक का हुआ निस्तारण*

गोरखपुर- सितंबर माह के पहले समाधान दिवस का आयोजन तहसील मुख्यालय में तहसीलदार गोपाल कृष्ण तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। कुल 70 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर प्रस्तुत हुए जिनमें एक मामले को मौके पर निस्तारित करा दिया गया।

इस दौरान घईसरा गांव से पहुंचे दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि गांव की सौ साल पुरानी पोखरी कुछ दबंगों ने पाट दी है जिससे उनके घरों से निकलने वाला सीवर का पानी तथा स्कूल आने जाने में बच्चों के लिए समस्या हो रही है। तहसीलदार ने लेखपालों की टीम को मौके पर जांच और कार्रवाई का आदेश दिया। टिकुलियाडांड़ गांव बेलघाट के रामप्रताप ने बताया कि बैनामे की भूमि पर कब्जा नहीं मिल रहा है।

सतुआभार गांव के पिंगलेश गुप्ता एकडंगा गांव के रामप्रगट मिश्रा बारीगांव के गनेश असौजी बाजार के दिनेश कुमार ने अपनी भूमि विवाद से संबंधित समस्याएं पेश की, ज्यादातर मामले जमीनी विवाद से संबंधित प्रस्तुत हुए। तहसीलदार ने नियत समय में सभी मामलों के समाधान का आदेश दिया। इस दौरान विभिन्न अधिनस्थ विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

*गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन कर भावविभोर हुए उपराष्ट्रपति, सीएम योगी ने अपनी देखरेख में संपन्न कराया अनुष्ठान*

गोरखपुर- पहली बार गोरखपुर आए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को सैनिक स्कूल का लोकार्पण करने के बाद गोरखनाथ मंदिर जाकर शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ जी का दर्शन-पूजन किया। साथ में उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ भी उपस्थित रहीं। दर्शन-पूजन का अनुष्ठान मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने खुद अपनी देखरेख में संपन्न कराया। गुरु गोरखनाथ के चरणों में शीश नवाकर और महायोगी के मंदिर के गर्भगृह में प्रज्वलित अखंड ज्योति की महत्ता जानकर उपराष्ट्रपति भावविभोर हो गए।

सैनिक स्कूल के लोकार्पण का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगवानी में उपराष्ट्रपति, सपत्नी गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। यहां मंदिर के मुख्य द्वार से वह गोल्फ कार्ट से मुख्य मंदिर की सीढ़ियों तक आए। यहां उपराष्ट्रपति के आते ही 251 वेदपाठी छात्रों ने वैदिक मंत्रोच्चार और शंखध्वनि के बीच उनका दिव्य स्वागत किया। मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने के दौरान गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, देवीपाटन शक्तिपीठ के महंत योगी मिथिलेशनाथ, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, चचाईराम मठ के महंत पंचानन पुरी, द्वारिका तिवारी और महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के पदाधिकारी डॉ. एसपी सिंह ने उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी की अगवानी की।

मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी ने विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महायोगी गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया। उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में प्रज्वलित अखंड ज्योति का भी दर्शन कर प्रणाम निवेदित किया। पूजन के अनुष्ठान के दौरान वहां मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। गोरक्षपीठाधीश्वर ने उपराष्ट्रपति को महायोगी गोरखनाथ और मंदिर के गर्भगृह में प्रज्वलित अखंड ज्योति की महिमा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने मंदिर के गर्भगृह में उपराष्ट्रपति और उनकीन पत्नी को गुरु गोरखनाथ की प्रतिमा भेंटकर तथा अंगवस्त्र देकर अभिनंदन किया।

दर्शन-पूजन के बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ ने सीएम योगी के साथ मंदिर परिसर स्थित पीठाधीश्वर निवास आकर सूक्ष्म जलपान ग्रहण किया। इस दौरान महायोगी गोरखनाथ के पौराणिक आख्यान, नाथपंथ के गुरुजन और गोरखनाथ मंदिर के इतिहास की जानकारी देते हुए उन्हें अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ पर तीन खंडों में प्रकाशित ग्रंथ ‘राष्ट्रीयता के अनन्य साधक महंत अवेद्यनाथ’ भेंट स्वरूप दिया। साथ ही उन्होंने गीता प्रेस से प्रकाशित कई आध्यात्मिक पुस्तकें भी उपहार स्वरूप दीं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सानिध्य में कई जनप्रतिनिधियों, शिक्षाविदों, उद्यमियों, चिकित्सकों और समाज के विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्यजन ने गोरखनाथ मंदिर पधारे उपराष्ट्रपति से शिष्टाचार भेंट की। सबका परिचय सीएम योगी ने कराया। यहां उपराष्ट्रपति से मिलने आए गीताप्रेस के न्यासियों ने उन्हें पांच आध्यात्मिक पुस्तकों का सेट उपहार स्वरूप प्रदान किया। शिष्टाचार भेंट के बाद भोज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान ने एक टेबल पर भोजन किया। गोरखनाथ मंदिर में करीब एक घंटा का वक्त बिताने के बाद उपराष्ट्रपति एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हें विदा करने के लिए एयरपोर्ट तक गए।

*शिक्षा, स्वास्थ्य और निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बना गोरखपुर: मुख्यमंत्री*

गोरखपुर- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश, सीमावर्ती बिहार और नेपाल की तीन करोड़ से आबादी का हर लिहाज से महत्वपूर्ण केंद्र है। आज गोरखपुर नए भारत की विकास यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से, उनके मार्गदर्शन में तेजी से आगे बढ़ रहा है। गोरखपुर, उत्तर-पूर्व क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बन गया है।

सीएम योगी शनिवार को सैनिक स्कूल गोरखपुर के लोकार्पण समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत कर रहे थे। उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी डॉ सुदेश धनखड़ का प्रदेश और गोरखपुरवासियों की तरफ से अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि उपराष्ट्रपति जी का पहली बार गोरखपुर आगमन हुआ है। उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल के जरिये आज पीढ़ियों का निर्माण करने वाला पवित्र उद्देश्य पूरा हो रहा है। यह पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण दिन है।

पौराणिक व ऐतिहासिक कालखंड से गोरखपुर महत्वपूर्ण स्थान

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर पौराणिक और ऐतिहासिक कालखंड से महत्वपूर्ण स्थान रहा है। यह महायोगी गुरु गोरखनाथ जी की साधना स्थली है तो गीता प्रेस के माध्यम से पूरी दुनिया में सनातन साहित्य के प्रकाशन का केंद्र भी। आजादी की लड़ाई में 1857 के प्रथम स्वतंत्रता समर के दौरान शहीद बंधु सिंह के नेतृत्व में गोरखपुर क्षेत्र में अंग्रेजी हुकूमत की चूलों को हिला दिया गया था। 1922 में चौरीचौरा की ऐतिहासिक घटना में आजादी के संघर्ष को नई गति दी। सीएम ने कहा कि गोरखपुर प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। गोरखपुर को केंद्र में रखकर देखें तो यहां से 50 किमी की दूरी पर महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर है। 90 किमी की दूरी पर बुद्ध की जन्मभूमि लुम्बिनी है तो 25 किमी की दूरी पर संतकबीर की परिनिर्वाण स्थली मगहर है। 175 किमी की दूरी पर प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या है जबकि 225 किमी की दूरी पर बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी है।

विकास के नए आयामों से बनी गोरखपुर और यूपी की विशिष्ट पहचान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस खाद कारखाना परिसर में सैनिक स्कूल बना है वह कारखाना कभी बंद पड़ा था। आज दोबारा शुरू होने से यह कृषि की उत्पादकता बढ़ाने, कृषि लागत कम करने और आजीविका के नए साधन उपलब्ध कराने के केंद्र के रूप में उभरा है। गोरखपुर में एम्स और बीआरडी मेडिकल कॉलेज से स्वास्थ्य अभियान को गति मिल रही है। चिकित्सा के क्षेत्र में बीआरडी मेडिकल कॉलेज और एम्स प्रतिदिन नये कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। चीनी मीलों से गन्ना किसानों को अप्रत्याशित लाभ मिल रहा है। अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, ऐक्सप्रेसवे, सिक्सलेन, फोरलेन के निर्माण से, विकास के नए आयामों से गोरखपुर और यूपी की विशिष्ट पहचान बन रही है।

तीन वर्ष में बनकर तैयार हुआ सैनिक स्कूल

सीएम योगी ने कहा कि तीन वर्ष की अल्प अवधि में बनकर तैयार हुआ गोरखपुर का सैनिक स्कूल भविष्य की पीढ़ियों का भविष्य संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। 176 करोड रूपये़ की लागत से बन रहा यह पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला सैनिक स्कूल है, जिसमें कक्षा 6 से 12 तक छात्र/छात्राओं को आवासीय शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। यह सैनिक स्कूल भविष्य की पीढ़ियों का निर्माण करेगा तथा जीवन के कर्तव्यों का बोध कराने में सहायक सिद्ध होगा। सैनिक संस्थान से निकले विद्यार्थी भविष्य में राष्ट्र निर्माण एवं विकसित भारत का मार्ग प्रशस्त करेंगे।

पुरातन छात्र के हाथों सैनिक स्कूल का लोकार्पण सौभाग्य की बात

मुख्यमंत्री ने कहा देश में पहला सैनिक स्कूल तत्कालिन मुख्यमंत्री सम्पूर्णानंद जी ने 1960 में लखनऊ में स्थापित किया था। तत्पश्चात 1961 में देश के तत्कालीन रक्षा मंत्री ने 5 नए सैनिक स्कूल भी प्रारंभ किये थे। उन्होंने उपराष्ट्रपति का स्वागत करते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य है कि 1962 से 1969 की अवधि में चितौड़गढ़ सैनिक स्कूल के पुरातन छात्र, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के कर कमलों द्वारा इस सैनिक स्कूल का लोकार्पण किया जा रहा है।

सैनिक स्कूल का ऑडिटोरियम जनरल विपिन रावत के नाम पर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस सैनिक स्कूल में छात्र-छात्राओं हेतु अलग-अलग कैम्पस के साथ देश के पहले सीडीएस जनरल विपिन रावत के नाम पर ऑडिटोरियम का निर्माण किया गया है। कारगिल में शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के नाम पर मल्टीपरपज हॉल के साथ साथ एकलव्य शूटिंग रेंज एवं तरणताल का निर्माण भी किया गया है। सैनिक परिसर में प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं परम्परा के आधार पर प्रशासनिक भवन बनाया गया है। इसके अन्तर्गत 20 कक्षाएं, 4 प्रयोगशालाएं, डायनिंग हॉल बहुउद्देशीय हॉल, कान्फ्रेस हॉल भी स्थित है। ऑडिटोरियम की क्षमता 1014 सीटो से लैश है। इसके अन्तर्गत ध्यान केन्द्र हेतु योग सेन्टर, इण्डोर शूटिंग रेंज, स्विमिंग पुल और सीएसडी कैन्टीन की सुविधाएं भी उपलब्ध है। शहीद भगत सिंह, शहीद पं. राम प्रसाद बिस्मिल, शहीद बन्धु सिंह और वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर विद्यार्थियों के लिए आवासीय सदन का निर्माण किया गया है। अन्नपूर्णा भवन में विद्यार्थियों के लिए प्रतिदिन स्वच्छ एवं स्वास्थ्यवर्धक विशेष भोजन की व्यवस्था भी की जायेगी। सैनिक स्कूल में विद्यार्थियों की मानसिक एवं शारीरिक क्षमता बढ़ाने के लिए निश्चित समय अंतराल पर विविध खेलकूद की प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की जायेंगी। जिसके लिए विभिन्न खेलों के दृष्टिगत बास्केटबॉल कोर्ट, वॉलीबॉल कोर्ट, फुटबाल ग्राउण्ड, टेनिस कोर्ट, बैटमिण्टन कोर्ट आदि का निर्माण किया गया है।

नई पीढ़ी को उत्तम शिक्षा देने का सर्वोत्तम प्रयास

सीएम योगी ने कहा कि सरकार नई पीढ़ी को उत्तम शिक्षा देने के लिए सर्वोत्तम प्रयास कर रही है। बताया कि प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित 1 लाख 56 हजार से अधिक स्कूलों में जनसहभागिता और ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से बुनियादी सुविधाओं से आच्छादित करते हुए परिपूर्ण किया जा रहा है। 1 लाख 34 हजार स्कूलों में यह कार्य हो चुका है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के सभी 18 मंडल मुख्यालय पर गत सत्र से अटल आवसीय विद्यालय चल रहे हैं। शेष 57 जिलों में डे केयर स्कूल खोले जाएंगे। कहा कि पीएमश्री योजना में में बेसिक और माध्यमिक के 1707 विद्यालयों को बेहतरीन सुविधाओं से सुसज्जित कर आगे बढ़ाने का कार्य भी किया जा रहा है।

हरितालिका तीज व्रत रह कर सौभाग्यवती महिलाओं ने की पूजा अर्चना

खजनी गोरखपुर। इलाके में हरितालिका तीज व्रत महापर्व के अवसर पर शुक्रवार को विवाहित सौभाग्यवती महिलाओं ने कठिन निर्जल व्रत रह कर अपने पतियों (सौभाग्य) की रक्षा के लिए मंगलकामनाऐं की इस अवसर पर शिव मंदिरों पर श्रद्धालु महिलाओं की भारी भीड़ रही।

बडी संख्या में सौभाग्यवती महिलाओं ने भगवान शंकर मां गौरी तथा शिव परिवार की विधि विधान सहित श्रद्धापूर्वक पूजा अर्चना की साथ ही सभी महिलाओं ने सौभाग्य के प्रतीक सिंदूर, चूडियां,महावर, बिंदी, चुनरी, नारियल, फल, फूल, वस्त्र आदि विभिन्न सामग्रियों का दान किया तथा श्रद्धापूर्वक भगवान शंकर पार्वती की हरितालिका तीजव्रत कथा सुनी और दक्षिणा दी। मंदिरों पर सामुहिक भजन किर्तन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लोगों ने अपनी बहुओं और बेटीयों के घर तीज के उपहार पहुंचाए।

पूजा में लगने वाले विशेष फल फूल और पूजन सामाग्री की खरीदारी के लिए कस्बे और आसपास के सभी बाजारों में भीड़ और रौनक रही। महिलाओं ने ब्राह्मणों और पुरोहित से व्रत कथाएं सुनी जएश्वरनाथ शिव मंदिर भरोहियां, कोटही माता मंदिर रूद्रपुर खजनी में नीलकंठ मंदिर सरयां तिवारी झारखण्डेश्वर शिव मंदिर उनवल, भैंसा बाजार, हरनहीं, खजुरी,सिसवां, रकौली बाजार,बहुरीपार,बढ़नी,छताईं सहित सभी स्थानों पर मंदिरों में अपराह्न 2.30 बजे के बाद से ही श्रद्धालु महिलाओं की भारी भीड़ रही।