बहराइच में भेड़ियों का खौफ, अब तक 120 लोगों के यहां लगे दरवाजे

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। महसी तहसील क्षेत्र में भेड़िया के हमले से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने कदम बढ़ाए हैं। अब तक 120 लोगों के यहां दरवाजा लगवाए गए हैं। बंद दरवाजे के अंदर जंगली जीव नहीं जा सकते हैं। वहीं जिनके यहां रहने का इंतजाम नहीं है, वह प्राथमिक विद्यालय में भी स्वेच्छा से रह सकते हैं।

महसी तहसील क्षेत्र के लगभग तीन दर्जन गांवों में भेड़िया के हमले का दहशत है। जिनके यहां दरवाजा नहीं हैं, उनके घर में आसानी से भेड़िया घुसकर बच्चों को हमला कर निवाला बना रहा है। बिना दरवाजा के बच्चों की सुरक्षा कमजोर हो रही है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से ऐसे ग्रामीणों का चिन्हीकरण किया गया। इसके बाद अब इन लोगों के यहां दरवाजे लगवाए जा रहे हैं।

जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि महसी तहसील क्षेत्र के गांवों में भेड़िया से बचाव के लिए अब तक 120 ग्रामीणों के मुख्य द्वार पर दरवाजा लगवाए गए हैं। उन्होंने बताया कि खंड विकास अधिकारी हेमंत यादव और वन विभाग की ओर से दरवाजा लगवाए जाने का कार्य किया जा रहा है। डीएम ने बताया कि जिनके घर फूस के बने हैं और वह अपने घर में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वह स्वेच्छा से क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में रह सकते हैं। इसके लिए भी खंड शिक्षा अधिकारी और बीएसए को निर्देशित किए गए हैं।

ड्यूटी में लगे स्वास्थ्य कर्मी से लेकर सफाई कर्मी

डीएम ने बताया कि ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा ड्यूटी शिफ्ट में चल रही है। इनमें सफाई कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, एडीओ पंचायत समेत अन्य कर्मचारी लगाए गए हैं।

मानव वन्यजीव संघर्ष निवारण लिए नामित सेक्टरवार टीम प्रभारियों के मोबाइल नम्बर

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। तहसील महसी अन्तर्गत प्रभावित क्षेत्रों में मानव वन्यजीव संघर्ष की स्थिति पर नियंत्रण रखने एवं घटनाओं के शमन हेतु सम्पूर्ण प्रभावित क्षेत्रों का 03 सेक्टरों में विभाजित कर प्रत्येक सेक्टर हेतु प्रभागीय वनाधिकारी स्तर के 01-01 अधिकारी को नोडल अधिकारी तथा सम्बन्धित नोडल अधिकारी द्वारा नामित 04 अन्य सहायकों की ड्यूटी सह प्रभारी के रूप में लगाई गई है।

सेक्टर-1 अन्तर्गत ग्राम कोलैला, बग्गर, नथुवापुर, गौढ़ी, नयापुरवा, जगीर, औराही, नकवा, मक्कापुरवा, चमारनपुरवा, सिकन्दरपुर, मिश्रनपुरवा, बदनपुर, नई बस्ती सिसैया, नानकार, बम्भौरी, गंगापुरवा व पाण्डेयपुरवा के लिए प्रभागीय वनाधिकारी गोण्डा पंकज कुमार शुक्ला मो.न. 7839435149 को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। सेक्टर-01 हेतु रात्रिकालीन टीम-1 के प्रभारी क्षेत्रीय वनाधिकारी बाराबंकी सहज़ादा इस्माईल का मो.न. 9555005092, उप क्षेत्रीय वनाधिकारी गोण्डा प्रभात कुमार मो.न. 9984352865, वन दरोगा गोण्डा विवके कुमार सिंह मो.न. 8009456833 व वनरक्षक गोण्डा स्वामी नाथ वर्मा मो.न. 9565972777 की तैनाती की गई है।

रात्रिकालीन टीम-2 के प्रभारी उप क्षेत्रीय वनाधिकारी गोण्डा राम चन्द्र मो.न. 8318359277, वन दरोगा गोण्डा अरूण कुमार मो.न. 9451044295, वनरक्षक गोण्डा रामकेश मो.न. 9670361489 व मनीष सिंह मो.न. 9919135348 तथा टीम-3 के प्रभारी वन दरोगा अविनाश मो.न. 9140432214, वनरक्षक ऋषिपाल प्रजापति मो.न. 9305914596 व तेज प्रताप खन्ना मो.न. 9838928289 के साथ 05 दैनिक श्रमिक की तैनाती की गई है। रात्रिकालीन टीम के साथ थर्मल ड्रोन कैमरे का संचालन अपूर्व द्वारा किया जा रहा है। सेक्टर-1 अन्तर्गत दिवसीय टीम-1 के प्रभारी वन दरोगा शीतला सिंह मो.न. 9628093995, वन दरोगा शोभाराम मो.न. 9838101139, डाकिया देवीशरण मिश्रा मो.न. 6388390881 व 05 दैनिक श्रमिक तथा टीम-2 के प्रभारी उप क्षे.व.अ. बाराबंकी अनिल कान्त गुप्ता मो.न. 9450603901, वन दरोगा अनूज सिंह 8765655497 व सचिन वर्मा मो.न. 9935444466 है।

इसी प्रकार सेक्टर-2 अन्तर्गत ग्राम गलकार, पुरेसीताराम, जंगलपुरवा, लोनियनपुरवा, नकाही, सिंगिया नसीरपुर, पूरेबस्ती गड़ेरिया व उक्त गांवों से सम्बन्धित आसपास क्षेत्रों के लिए डीएफओ श्रावस्ती धर्मेन्द्र नाथ सिंह मो.न. 9696348232 है। सेक्टर-02 हेतु रात्रिकालीन टीम-1 के प्रभारी क्षे.व.अ. हरदोई आलोक शर्मा मो.न. 9415510872, उप क्षे.व.अ. श्रावस्ती संजय ओझा मो.न. 9451172612, वनदरोगा श्रावस्ती गोमती प्रसाद मिश्रा मो.न. 7800040430, वनरक्षक शेषमणि मिश्रा मो.न. 6393501156 व शिव प्रसाद मो.न. 9005292215 को नामित किया गया है। टीम-2 के प्रभारी उप क्षे.व.अ. श्रावस्ती बलराम गौड़ मो.न. 9838985289, वन दरोगा अशोक सिंह मो.न. 8081789277, वनरक्षक महेश कुमार सिंह मो.न. 7518390794 व राम प्यारे मो.न. 9450749720 को नामित किया गया है। टीम-3 प्रभारी क्षे.व.अ. नानपारा हरिओम श्रीवास्तव मो.न. 9415152158, वनदरोगा अब्दुल सलीम मो.न. 9554470195, बृजेश कुॅवर मो.न. 6386933894 तथा 05 दैनिक श्रमिकों को नामित किया गया है। रात्रिकालीन टीम के साथ थर्मल ड्रोन कैमरे का संचालन शोहम दत्त द्वारा किया जा रहा है।

सेक्टर-2 हेतु हेतु दिवसीय टीम-1 के प्रभारी क्षे.व.अ. रूपईडीहा अतुल श्रीवास्तव मो.न. 8953366999, वनदरोगा सियाराम मो.न. 9419404132 व मो. अरशद मो.न. 8756566281 तथा 05 दैनिक श्रमिकों को नामित किया गया है। टीम-2 के प्रभारी उप क्षे.व.अ. सुल्तानपुर मो. ज़ायर मो.न. 9453946163, वन दरोगा चन्द्रभान सिंह मो.न. 8400897879 व शंकर मौर्या मो.न. 9793200950, वन रक्षक नारेन्द्र प्रताप सिंह मो.न. 9450045139 को नामित किया गया है।

सेक्टर-1 अन्तर्गत ग्राम मैकूपुरवा, दरहिया, गरिठा, मंगलपरुवा, पूरेप्रसाद सिंह, दीवानपुरवा, छत्तरपुरवा, बकैना व उक्त गांवों से सम्बन्धित आसपास क्षेत्रों के लिए एस.डी.ओ. अयोध्या कृपानाथ सुधीर मो.न. 7905255515 है। सेक्टर-03 हेतु रात्रिकालीन टीम-1 के प्रभारी क्षे.व.अ. ककरदरी सुबोध कुमार शुक्ला मो.न. 9415471434, उप क्षे.व.अ. गोण्डा सर्वेश कुमार सिंह मो.न. 9415004221, वन दरोगा अनिल कुमार पाण्डेय मो.न. 8795809361, वनरक्षक योगेश प्रताप मिश्रा मो.न. 6392480569 व धरज कुमार मो.न. 8874060700 को नामित किया गया है। टीम-2 के प्रभारी क्षे.व.अ. कुआना रूद्र प्रताप सिंह मो.न. 8527916097, उप क्षे.व.अ. नानपारा ज़हीरूद्दीन मो.न. 8381876215, वन दरोगा दिनेश कुमार पाण्डेय मो.न. 9335462723, डाकिया विजय शंकर मिश्रा विजय शंकर मिश्रा मो.न. 7355437809 व 05 दैनिक श्रमिकों को नामित किया गया है। टीम-3 के प्रभारी क्षे.व.अ. कैसरगंज मो.न. अभिषेक सिंह मो.न. 7839434313, उप क्षे.व.अ. दीपक कुमार सिंह मो.न. 9839518965, वन दरोगा राम विनोद यादव मो.न. 7355406993 व 05 दैनिक श्रमिकों को नामित किया गया है। रात्रिकालीन टीम के साथ थर्मल ड्रोन कैमरे का संचालन मोहित द्वारा किया जा रहा है।

सेक्टर-3 हेतु हेतु दिवसीय टीम-1 के प्रभारी उप क्षे.व.अ. रूपईडीहा मो.न. विनय कुमार मो.न. 9936961144, वनरक्षक अमनदीन मो.न. 8887940500, अर्दली नन्के मो.न. 7054586496 व 05 दैनिक श्रमिकों को नामित किया गया है। इसी प्रकार टीम-2 के प्रभारी वन दरोगा अयोध्या राज बहादुर मो.न. 8874287921, वनरक्षक राहुल वर्मा मो.न. 7388826600 व शुभम सिंह मो.न. 9120515002 व वनरक्षक आशीष कुमार वर्मा मो.न. 8858914561 को नामित किया गया है।

मानव वन्यजीव संघर्ष निवारण के लिए संचालित कमाण्ड सेन्टर

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। तहसील महसी अन्तर्गत प्रभावित क्षेत्रों में मानव वन्यजीव संघर्ष के दृष्टिगत प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच के कार्यालय में स्थापित कमाण्ड सेन्टर का मोबाइल नम्बर 7839435148 है। कमाण्ड सेन्टर अभियान पूर्ण होने तक राउण्ड-द-क्लाक क्रियाशील रहेगा। कमाण्ड सेन्टर के सफल संचालन के लिए उप प्रभागीय वनाधिकारी श्रावस्ती वेद प्रकाश मो.न. 9454612562 को प्रभारी नामित किया गया है। कमाण्ड सेन्टर में दिन की पाली हेतु उप क्षेत्रीय वनाधिकारी श्रावस्ती रूद्र प्रताप सिंह मो.न. 8453603467, कनि.सहा. समीर सिद्दीकी मो.न. 9305192196 व राजेश कुमार मो.न. 9918718023 तथा रात्रि की पाली हेतु वन दरोगा अजय कुमार कश्यप मो.न. 9170645939, कनि.सहा. सिद्धार्थ कुमार मो.न. 9795155130 व अरूण कुमार चौधरी मो.न. 8303445105 की ड्यूटी लगायी गई है।

आम जनता की सुरक्षा में अक्षम है भाजपा सरकार : प्रदेश अध्यक्ष

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पूर्व ने बुधवार को महसी तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों का दौरा किया। भेड़िए के हमले में मृत बच्चों के परिवार के लोगों से वार्ता कर ढांढस बंधाया।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने महसी विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत कोलैला, मक्कापुरवा, दीवानपुरवा आदि क्षेत्रों में आदमखोर भेड़ियों के हमले में मृत हुए लोगों के परिवारजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की व घायलों का हाल-चाल लिया। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार असंवेदनशील है, आम जनता की सुरक्षा करने में असक्षम है।

भेड़ियों के आतंक से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है लोग डरे और सहमें हुए हैं। सरकार की तरफ से कोई विशेष पुख्ता इंतजाम नहीं है। इस अवसर पर पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ज्ञानू, प्रदेश महासचिव अरशद खुर्शीद, प्रदेश सचिव बलराम गुप्ता, महसी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी डॉ राजेश तिवारी, प्रदेश सचिव मेजर राना शिवम सिंह, प्रदेश सचिव कुलदीप चौधरी, जिलाध्यक्ष जय प्रकाश, पूर्व प्रदेश सचिव दुर्ग विजय सिंह मान, शहर अध्यक्ष आदर्श अग्रवाल, प्रशांत सिंह रैकवार, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य अमर नाथ शुक्ल, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष विपुल मिश्र, मुकुंद जी शुक्ल शेरा, गीता सिंह, हमजा शाहिद, विकास तिवारी, जियाउद्दीन अंसारी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
बहराइच: पहले प्रेमी को छोड़ महिला ने दूसरे से किया विवाह, तो हो गई हत्या

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच जिले के ग्राम पंचायत सेमरीघटही निवासी सेवानिवृत डाक कर्मचारी के पत्नी की 27 अगस्त को गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। कोतवाली मुर्तिहा पुलिस और एसओजी की टीम ने महिला हत्याकांड का खुलासा करते हुए प्रेमी और एक अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

कोतवाली मुर्तिहा अंतर्गत ग्राम पंचायत सेमरीघटही के मजरा गिरधरपुर निवासी सेवानिवृत्त डाक कर्मचारी प्यारेलाल की पत्नी राम बिट्टी की 27 अगस्त को उसके ही घर में गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। बुधवार को अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉक्टर पवित्र मोहन त्रिपाठी ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि सेवानिवृत्ति डाक कर्मचारी की राम बिट्टी दूसरी पत्नी थी। जबकि पहली पत्नी चंद्रावती की भी मौत हो चुकी है। दोनों महिला से कोई संतान नहीं थी। पति की मौत के बाद जमीन और संपत्ति राम बिट्टी के पास था। इसी बीच राम बिट्टी का प्रेम प्रसंग गांव निवासी राममिलन से हो गया।

लेकिन महिला ने राममिलन को छोड़ राम सूरत से प्रेम करना शुरू कर दिया। इसके बाद सुजौली थाना क्षेत्र के मोटे बाबा नामक स्थान पर विवाह भी जाकर कर लिया था। यह बात पहले प्रेमी राममिलन को नागवार गुजरी और संपत्ति दूसरे प्रेमी के नाम हो जाने का भय सताने लगा। इस पर पहले प्रेमी ने  महिला के हत्या की योजना बनाई। राम मिलन ने अपने पुत्र राजेश की मदद से हत्या कर दी। पिता पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। खुलासा टीम में कोतवाल अमितेंद्र कुमार, एसओजी प्रभारी दिवाकर तिवारी, उप निरीक्षक अनिल यादव, सुभाष यादव समेत अन्य शामिल रहे।
बहराइच : पक्की दीवार और टीन शेड होने पर अपात्र होगा व्यक्ति : बीडीओ

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। विकास खंड बलहा सभागार आवास प्लस योजना के लिए बुधवार को कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें 59 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान शामिल हुए। बलहा ब्लॉक में आयोजित उन्मुखीकरण कार्यशाला की अध्यक्षता बीडीओ संदीप कुमार ने की। मुख्य अतिथि ब्लाक प्रमुख विजय कुमार वर्मा रहे।

कार्यशाला में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना-ग्रामीण के अन्तर्गत वर्ष 2024-25 से 2028-29 तक योजना के क्रियान्वयन में आवास प्लस-2018 की सूची में पात्र लाभार्थियो का नाम जोड़े जाने एवं पात्रता/अपात्रता का चिन्हीकरण के मानक में हुए महत्वपूर्ण बदलाव के सम्बन्ध में खंड विकास अधिकारी ने बताया। खंड विकास अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि अगर किसी भी व्यक्ति की चारों ओर की दीवार पक्की है और ऊपर टीन शेड रक्खे हुए है तो वह व्यक्ति अपात्र माना जायेगा।

पहले दोपहिया वाहन रखने वाले अपात्र माने गए हैं, लेकिन इस बार कैबिनेट की बैठक में दो पहिया वाहन धारक को पात्रों की श्रेणी में रखा गया है। खंड विकास अधिकारी ने बताया कि आयकर दाता, उद्योग या उद्यमी चार पहिया वाहन 50000 से ऊपर की किसान क्रेडिट कार्ड वाले तिपहिया वाहन जैसे ई रिक्शा के अगर स्वामी है तो उन्हें अपात्र माना जाएगा। खंड विकास अधिकारी ने बताया कि 5 सितम्बर से 12 सितम्बर तक ब्लाक क्षेत्र के सभी गांवों में पात्र अपात्र के संबंध में सर्वे करके शत प्रतिशत पात्रों को ही आवास का आवंटन किया जायेगा। इस दौरान सभी ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान, वीडीओ मौजूद रहे।
राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम : टीबी और अनिद्रा भी बढ़ाता है तंबाकू सेवन

महेश चंद्र गुप्ता


बहराइच नगरपालिका कार्यालय के सभागारकक्ष में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम कार्यशाला का आयोजन हुआ।प्रशिक्षण उन्मुखीकरण कार्यशाला में नगरपालिका के अधिकारी/कर्मचारी आदि ने तम्बाकू नियंत्रण पर प्रशिक्षण प्राप्त कर तंबाकू सेवन से होने वाली बीमारियों और बचाव के बारे में चर्चा की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश   सिंह व सहायक अभियंता सिविल देवेन्द्र धीमान ने की।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने कहा कि बेहद चिन्ताजनक है कि तम्बाकू उद्योग अब युवाओं को निशाना बनाते हुए उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाकर अपने जेबे भर रहे हैं। अगर हम जागरूक नहीं बने तो तम्बाकू उद्योग के इस अनैतिक आचरण के चलते जल्द ही तम्बाकू और निकोटीन का उपयोग करने वाली अगली पीढ़ी हमारे सामने होगी। उन्होंने बताया कि तंबाकू उत्पाद पर अगर चित्र के साथ चेतावनी नहीं होगी तो धारा 7 के तहत अपराध की श्रेणी में आता है। संचालन कर रहे गैरसंचारी विभाग के डा0 परितोष तिवारी ने बताया कि तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों व उससे बचाव की जानकारी देते हुए कहा कि तम्बाकू उत्पादों से मुंह में छाले पडना, गले में छाले पडना, पेट में छाले पडना तथा फेफड़ों में छाले पड़ जाते हैं तथा टीवी होने की संभावना बढ़ जाती है।

इसके साथ-साथ ही श्वास की बीमारियां एलर्जी की बीमारियां डायबिटीज ब्लड प्रेशर बढना, अनिद्रा इत्यादि  प्रकार की बीमारियां भीइससे हो जाती है। जो लोग इसके आदी हो जाते हैं या जिनको लत लग जाती है, वह चाहकर भी इसे नहीं छोड़ पाते हैं। मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ० विजित जायसवाल ने बताया कि तम्बाकू के उपयोग का प्रभाव केवल मृत्यु दर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन की गुणवत्ता और खराब मानसिक स्वास्थ्य से निपटने के प्रयासों को भी प्रभावित करता है। मानसिक बीमारी के कारण लोगों में तम्बाकू का उपयोग करने की संभावना दोगुनी हो जाती है और साथ ही तम्बाकू लोगों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के प्रति अधिक संवेदनशीलबना देता है।

जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश  सिंह ने नगर पालिका अधिकारियों/कर्मचारियों को शपथ दिलाई कि हम कभी भीधूम्रपान या तंबाकू या अन्य प्रकार के तंबाकू उत्पादों का सेवन नहीं करेंगे। इस मौके पर डॉo संजय सोलंकी, नोडलअधिकारी, एन0 सीo डीo,सहायक अभियंता सिविल देवेन्द्र धीमान, प्रोजेक्टएनालिस्ट संदीप कुमार, कार्यालय अधीक्षक महेंद्र कुमार वर्मा, एनसीडी सेल सेविवेक श्रीवास्तव, मो० हारून, फहीम अहमद, शरद श्रीवास्तव, एनसीडी क्लीनिक के फिजियोथेरेपिस्ट डॉ० रियाजुलहक, सलाहकार पुनीत शर्मा, स्टाफ नर्स बृज प्रकाश, स्वाति श्रीवास्तव, मनीषकुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
बहराइच में बड़ा हादसा: बाइक सवार चचेरे भाइयों को ट्रक ने मारी टक्कर, एक की मौत, दूसरा गंभीर

महेश चंद्र गुप्ता


बहराइच- सीतापुर राजमार्ग पर मंगलवार रात आठ बजे बहन के घर से वापस जा रहे बाइक सवार चचेरे भाइयों को ट्रक ने टक्कर मार दी। एक युवक की जिला अस्पताल लाते समय मौत हो गई। जबकि दूसरे का इलाज चल रहा है। कोतवाली देहात के तेजवापुर गांव निवासी रामसागर पुत्र कन्हैया और दिनेश पुत्र राम मुहूर्त चचेरे भाई थे।

दोनों बाइक से अपनी बहन के यहां खालेपुरवा गांव मंगलवार को आए थे। काम निपटाने के बाद चचेरे भाई वापस घर जाने लगे। बहराइच सीतापुर मार्ग पर हरदी थाना क्षेत्र के गदामार खुर्द गांव के पास मोटरसाइकिल सवारों को अज्ञात ट्रक ने टक्कर मार दी। हादसे में दोनों घायल हो गए।

घटना की जानकारी मिलने पर प्रभारी निरीक्षक सुरेश कुमार वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे घायलों को सीएचसी पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल लाते समय रात नौ बजे राम सागर की मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मानव वन्यजीव संघर्ष निवारण के सम्बन्ध में प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक

महेश चंद्र गुप्ता,बहराइच। जनपद की तहसील महसी अन्तर्गत मानव वन्यजीव संघर्ष निवारण की समीक्षा हेतु प्रदेश के मंत्री मत्स्य/जनपद प्रभारी मंत्री डॉ. संजय कुमार निषाद व मा. राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) वन एवं पर्यावरण जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन डॉ. अरूण कुमार सक्सेना ने सांसद बहराइच आनन्द गोंड, एमएलसी डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी, विधायक महसी सुरेश्वर सिंह, पयागपुर के सुभाष त्रिपाठी, सदर की श्रीमती अनुपमा जायसवाल, बलहा की श्रीमती सरोज सोनकर व नानपारा के राम निवास वर्मा की मौजूदगी में कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में मंत्री द्वय ने निर्देश दिया।

कहां कि वन, राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य, ऊर्जा व अन्य सम्बन्धित विभाग बेहतर तालमेल एवं समन्वय के युद्ध स्तर पर कार्यवाही करते हुए हिंसक वन्यजीवों को पकड़ने की कार्यवाही करें। मंत्री द्वय द्वारा निर्देश दिये गये कि सभी सम्बन्धित विभाग अपने-अपने विभाग के लिए एक नोडल अधिकारी नामित कर दें ताकि यह अभियान सफलतापूर्वक संचालित हो सके।

सर्च आपरेशन में लगाई गई टीमों का विवरण जन प्रतिनिधियों को भी उपलब्ध कराया जाय। विद्युत विभाग को निर्देश दिया गया कि प्रभावित क्षेत्रों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित किये जायें। स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया कि महर्षि बालार्क चिकित्सालय का इमरजेन्सी व प्रभावित क्षेत्र के स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध एम्बुलेन्स को क्रियाशील रखा जाय तथा चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ की उपस्थिति भी सुनिश्चित की जाय।

मंत्री द्वय द्वारा निर्देश दिये गये कि प्रभावित क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से जनजागरूकता अभियान संचालित कर लोगों बाहर न सोने तथा घर में भी सुरक्षित तरीके से सोने के लिए जागरूक किया जाय। मंत्री द्वय ने कहा कि मानव वन्यजीव की घटनाओं को लेकर मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी अत्यन्त संवेदनशील है। हिंसक जीवों को पकड़ने के लिए संसाधन व धन की कमी आड़े नहीं आयेगी। सर्च आपरेशन के लिए जिम्मेदार सभी विभाग पूरे मनोयोग के साथ कार्य करते हुए शीघ्र से शीघ्र हिंसक जीवों को पकड़ने की कार्यवाही करें। मंत्री द्वय ने कहा कि सर्च आपरेशन में मदद के लिए जिले में विशेषज्ञों की टीम भी पहुंच चुकी है। हम सभी लोगों को आशा है कि शीघ्र ही हिंसक जीव पकड़ लिये जायेंगे।
बैठक में मौजूद अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सर्च आपरेशन के दौरान जनप्रतिनिधियों के सुझावों को भी महत्व दिया जाये क्योंकि जनप्रतिनिधि क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों से भली भांति परिचित होते हैं।

श्री सिंह ने निर्देश दिया कि अभियान से जुड़े विभागों एवं सर्च टीमों में किसी भी स्तर पर संवादहीनता नहीं होनी चाहिए। क्योंकि इतने बड़े भू-भाग पर सफल सर्च आपरेशन संचालित करने के लिए समन्वय अत्यन्त महत्वपूर्ण है। श्री सिंह ने निर्देश दिया कि संवेदनशील एवं चिन्हित स्थानों विशेष प्रयास किया जाय। आपरेशन के लिए जिम्मेदार सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन भली प्रकार से करें। ग्रामवासियों के स्तर से यदि कोई सूचना प्राप्त होती है उस पर तत्काल रिस्पांस किया जाय। अभियान के दौरान यदि किसी स्तर पर लापरवाही सामने आती है तो सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने मानव वन्य जीव संघर्ष निवारण के सम्बन्ध में की जा रही कार्यवाही का विवरण प्रस्तुत करते हुए आश्वस्त किया कि बैठक के दौरान मा. मंत्रीगण, जनप्रतिनिधियों एवं अपर मुख्य सचिव के स्तर से प्राप्त होने वाले निर्देशों एवं सुझावों को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित कराया जायेगा।
इस अवसर पर पीसीसीएफ श्रीमती रेनू सिंह व वन्यजीव के संजय श्रीवास्तव, डीआईजी देवीपाटन मण्डल अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, वन संरक्षक देवीपाटन मण्डल मनोज कुमार सोनकर, पुलिस अधीक्षक बृन्दा शुक्ला, मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, डीएफओ बहराइच अजीत प्रताप सिंह, कतर्नियाघाट के बी. शिव शंकर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय शर्मा, जिला विकास अधिकारी राज कुमार सहित अन्य जिला स्तरीय तथा वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
प्रदेश सरकार के हर घर को नल से जल कार्यक्रम की शुरूआत

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। प्रदेश में ग्रामीण पेयजल आपूर्ति हेतु केन्द्र सहायतित राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम का संचालन केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा 50:50 प्रतिशत वित्त पोषण के आधार पर किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत हर घर को नल से जल उपलब्ध कराये जाने की कार्यवाही तेजी से की जा रही है। भारत सरकार द्वारा प्रदेश के समस्त अनाच्छादित बस्तियों को पाइप पेयजल योजनाओं से वर्ष 2024 तक आच्छादित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के क्षेत्र में तेजी से कार्य किये गये है। प्रदेश में कुल 2.6584 करोड़ घरों को वर्ष 2024 तक शुद्ध पाइप पेयजल से आच्छादित किया जाना लक्षित है।

प्रदेश में अब तक लगभग 2.2359 करोड़ (84.10:) फन्कशनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन (एफ.एच.टी.सी.) के माध्यम से ग्रामीण आबादी को पाइप पेयजल योजना से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा चुका है तथा अवशेष लगभग 42.25 लाख घरों में एफ.एच.टी.सी. का कार्य वर्ष 2024 तक पूर्ण किया जा रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 41 सतही स्रोत जल आधारित एवं 423 भूजल आधारित पाइप पेयजल परियोजना के माध्यम से कुल 3748 राजस्व ग्रामों में 11,22,994 एफ.एच.टी.सी. के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति किये जाने के सापेक्ष बुन्देलखण्ड क्षेत्र में अद्यतन 10,92,000 एफ0एच0टी0सी0 उपलब्ध कराया जा चुका है।

विन्ध्य क्षेत्र में 21 सतही स्रोत जल परियोजनाओं एवं 140 भूजल आधारित परियोजनाओं के माध्यम से 2998 राजस्व ग्रामों में 5,98,999 एफ.एच.टी.सी. के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूति दिसम्बर, 2024 तक किये जाने के सापेक्ष अद्यतन 5,27,230 एफ.एच.टी.सी. उपलब्ध कराया जा चुका है। प्रदेश के अन्य जनपदों हेतु 33 कार्यदायी फर्मों को सूचीबद्ध करते हुए समस्त राजस्व ग्रामों में कार्य आवंटित किया गया है। प्रदेश के गुणता प्रभावित जनपदों आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, बलिया, उन्नाव, प्रयागराज एवं चन्दौली के 6439 राजस्व ग्रामों में 14 सतही स्त्रोत आधारित योजनाओं का कार्य चयनित फर्मों द्वारा किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश के समस्त 75 जनपदों की 58,287 ग्राम पंचायतों में कुल 163 आई.एस.ए. संस्थाओं को कार्य आवंटित किया गया था। आई.एस.ए. द्वारा तीन चरणों में जन जागरूकता संबंधित कार्य संपादित किए जा रहें है। योजना चरण, कार्यान्यवयन चरण, पोस्ट कार्यान्वयन चरण पर कार्य किये गये है।

जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के प्रत्येक राजस्व ग्राम में 05 महिलाओं को जल गुणवत्ता की जांच हेतु को एफ.टी.के. के माध्यम से अब तक कुल 5,57,958 महिलाओें को प्रशिक्षित किया गया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 36,73,192 एवं चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 18,01,841 पेयजल स्रोतों की जांच की गयी है। प्रदेश में जल जीवन मिशन एवं अन्य योजनाओं के माध्यम से कुल 1,14,807 स्कूलों एवं 1,51,258 आंगनबाड़ी केन्द्रों में ंपाइप द्वारा पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित कराई गयी है।

योजना के सुचारू रूप से संचालन एवं रखरखाव हेतु प्रदेश में प्रति ग्राम पंचायत 06 ट्रेड में 13 व्यक्तियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। प्रदेश में अब तक 1,16,037 प्लम्बर, 116007 पम्प ओपरेटर, 1,15,505 मोटर मैकैनिक 1,16,078 फिटर, 1,16667 इलेक्ट्रीशियन तथा 175880 मेशन, कुल 756174 कर्मियों को प्रशिक्षित करते हुये स्वरोजगार उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है।

योजना को भविष्य में सही दिशा में चलाये रखने हेतु पंचायती राज इंस्टीट्यूशन का प्रशिक्षण वर्तमान में चल रहा है जिसमें प्रधान, वार्ड मेम्बर्स, बी.डी.सी. मेम्बर्स, जिला पंचायत सदस्य, सचिव, लेखपाल तथा रोजगार सेवक को प्रशिक्षित किया जा रहा है। अब तक 945959 हितग्राहियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।

वित्तीय वर्ष 2024-25 में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा धनराशि रू़. 22000.00 करोड़ का बजट प्राविधान किया गया है। भारत सरकार द्वाररा केन्द्रांश में आवंटित धनराशि रू. 12621.95 करोड़ के सापेक्ष वर्तमान वित्तीय वर्ष में धनराशि रू. 3786.58 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की गयी है। राज्य सरकार द्वारा मैचिंग राज्यांश/शार्ट फॉल/सेन्टेज के सापेक्ष अब तक कुल धनराशि रू. 2498.80 करोड़ अवमुक्त की जा चुकी है। कुल उपलब्घ धनराशि के सापेक्ष अद्यतन रू. 4684.41 करोड़ व्यय किया गया है।