अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर युवाओं ने अपनी प्रतिभा से देश को दिलाया पहचान-मंत्री
श्रीप्रकाश यादव ,चंदौली। तीस साल पूर्व वर्ष 1994 में सकलडीहा पीजी कॉलेज से छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद सोमवार को पहली बार कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय पहुंचे. जहां अपने गुरूजनों का सम्मान करते हुए छात्र छात्राओं को टैबलेट वितरण किया. साथ ही कॉलेज के विकास और समस्या के निदान का भरोशा दिया. इस दौरान कॉलेज प्रशासन और छात्र छात्रों ने मालाफूल और अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि युवाओं ने अपनी प्रतिभाओ से देश को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाया है.राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है. युवा ही देश को बदल सकता है. बशर्ते युवाओं को सकारात्मक सोच के साथ अपनी प्रतिभा का उपयोग करना होगा. आज की युवा पीढ़ी ऊर्जा से भरी हुई है. युवा अपनी सोच का विस्तार करे और अपने हित के साथ देश हित की भी सोचे तो हमारा देश दुनिया में अपनी पताका फहरायेगा. आज हमारे यहां न प्रतिभा की कमी है और न ही बौद्धिकता की, बस अपनी ऊर्जा को सकारात्मक सोच के साथ राष्ट्र निर्माण के लिए रूपांतरित करना है।
उन्होनें आगे कहा कि देश और प्रदेश सरकार शिक्षण संस्थान और शिक्षा को लेकर गम्भीर है यही कारण है कि युवाओं को टैबलेट जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही है. वही कॉलेज प्रशासन से वादा किया कि हमें जो भी प्रस्ताव मिला है उससे भी आगे बढ़कर विद्यालय के लिए कार्य किया जाएगा।
इसके पूर्व महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को 362 टैबलेट वितरण किया गया. कार्यक्रम में महाविद्यालय प्रशासन और छात्र नेताओं ने मंत्री का जोरदार स्वागत किया. अन्त में महाविद्यालय और खेल ग्राउंड में जलभरॉव की समस्या दूर कराने के लिए जिलाधिकारी निखिल टी फूंडे को अवगत कराया। इस दौरान पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य शिवमंगल बियार, प्रो.शमीम राईन, प्रो.पवन कुमार ओझा, डा. राजेश यादव सहित अन्य रहे।
मंत्री का राजनीतिक शुरूआत
कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर का राजनीतिक शुरूआत 1994 में सकलडीहा पीजी कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद से हुई. यही से राजनीति शास्त्र में एमए की डिग्री हासिल किया. जिसका श्रेय महाविद्यालय के गुरूजनो को दिया।मंत्री ने कहा कि मुझे यकीन नहीं था कि मैं यहां तक पहुंच पाउंगा। महाविद्यालय हमारे लिए मंदिर और यहां के शिक्षक देवता है।
Sep 03 2024, 09:50