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Sep 02 2024, 11:57

रिलायंस ने कर्मचारियों की संख्या में की 11 फीसदी की कटौती, 42,000 लोगों की नौकरी पर असर*
#reliance_industries_reduced_the_number_of_employees

देश की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री में कॉस्ट कटिंग की बात सामने आई है। देश की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री में पिछले एक साल में बड़ी संख्या में कॉस्ट कटिंग हुई है। द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने पिछले वर्ष की तुलना में 2023-24 वित्तीय वर्ष में अपने कर्मचारियों की संख्या में 42,000 की कमी की है, जो कि उसके कुल कर्मचारियों की संख्या का 11% है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वित्तवर्ष 2023 में रिलायंस इडंस्ट्री में कुल कर्मचारियों की संख्या 3,89,000 थी जो 2024 में घटाकर 3,47,000 हो गई है। जो कॉस्ट एफिशिएंसी और विशेष रूप से रिटेल सेक्टर में कम नियुक्तियों को दर्शाता है, जिसमें स्टोर बंद होने और धीमी ग्रोथ रेट भी देखी गई। आरआईएल की लेटेस्ट सालाना रिपोर्ट के अनुसार, नई भर्तियों की संख्या में एक तिहाई से अधिक की कटौती करके 1,70,000 कर दी गई है, जो एक तिहाई से अधिक की कमी है। रिलायंस ग्रुप ने सबसे अधिक कॉस्ट कटिंग रिलायंस रिटेल वर्टिकल में किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक साल पहले की तुलना में वित्त वर्ष 24 में अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 11% या 42,000 की कमी की है। Shaadi.com के संस्थापक अनुपम मित्तल ने इसे “चिंताजनक” पाया है और आश्चर्य जताया है कि इस बारे में कोई शोर क्यों नहीं मचा। मित्तल ने एक सवाल के जवाब मे कहा, अगर हमारी सबसे बड़ी कंपनियाँ कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं, तो नौकरी की स्थिति और भी खराब हो जाएगी। हमें पहले से ही हर साल 8-10 मिलियन नई नौकरियों की ज़रूरत है। मैं यह नहीं कह रहा हूँ कि उन्हें रिलायंस के साथ इस मुद्दे को उठाने की ज़रूरत है, बल्कि मैं कह रहा हूँ कि हमें एक ऐसी साहसिक योजना की ज़रूरत है जो कारगर हो। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपने ग्रुप में नौकरियों में कटौती की खबरों को खारिज किया है। उन्होंने इस खबर को भ्रामक बताया है। अंबानी ने स्पष्ट किया कि रिलायंस ने वित्त वर्ष 2023-24 में वास्तव में लाखों नौकरियां जोड़ी हैं। रिलायंस के अध्यक्ष ने बताया कि पिछले साल रिलायंस ने कुल 1.7 लाख नई नौकरियां दी हैं। इसी के साथ अब कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 6.5 लाख से अधिक हो गई है। उन्होंने एजीएम में दावा किया कि आज की तारीख रिलायंस ग्रुप देश का सबसे बड़ा नियोक्ता है।

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Sep 02 2024, 11:57

रिलायंस ने कर्मचारियों की संख्या में की 11 फीसदी की कटौती, 42,000 लोगों की नौकरी पर असर*
#reliance_industries_reduced_the_number_of_employees

देश की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री में कॉस्ट कटिंग की बात सामने आई है। देश की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री में पिछले एक साल में बड़ी संख्या में कॉस्ट कटिंग हुई है। द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने पिछले वर्ष की तुलना में 2023-24 वित्तीय वर्ष में अपने कर्मचारियों की संख्या में 42,000 की कमी की है, जो कि उसके कुल कर्मचारियों की संख्या का 11% है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वित्तवर्ष 2023 में रिलायंस इडंस्ट्री में कुल कर्मचारियों की संख्या 3,89,000 थी जो 2024 में घटाकर 3,47,000 हो गई है। जो कॉस्ट एफिशिएंसी और विशेष रूप से रिटेल सेक्टर में कम नियुक्तियों को दर्शाता है, जिसमें स्टोर बंद होने और धीमी ग्रोथ रेट भी देखी गई। आरआईएल की लेटेस्ट सालाना रिपोर्ट के अनुसार, नई भर्तियों की संख्या में एक तिहाई से अधिक की कटौती करके 1,70,000 कर दी गई है, जो एक तिहाई से अधिक की कमी है। रिलायंस ग्रुप ने सबसे अधिक कॉस्ट कटिंग रिलायंस रिटेल वर्टिकल में किया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक साल पहले की तुलना में वित्त वर्ष 24 में अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 11% या 42,000 की कमी की है। Shaadi.com के संस्थापक अनुपम मित्तल ने इसे “चिंताजनक” पाया है और आश्चर्य जताया है कि इस बारे में कोई शोर क्यों नहीं मचा। मित्तल ने एक सवाल के जवाब मे कहा, अगर हमारी सबसे बड़ी कंपनियाँ कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं, तो नौकरी की स्थिति और भी खराब हो जाएगी। हमें पहले से ही हर साल 8-10 मिलियन नई नौकरियों की ज़रूरत है। मैं यह नहीं कह रहा हूँ कि उन्हें रिलायंस के साथ इस मुद्दे को उठाने की ज़रूरत है, बल्कि मैं कह रहा हूँ कि हमें एक ऐसी साहसिक योजना की ज़रूरत है जो कारगर हो। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपने ग्रुप में नौकरियों में कटौती की खबरों को खारिज किया है। उन्होंने इस खबर को भ्रामक बताया है। अंबानी ने स्पष्ट किया कि रिलायंस ने वित्त वर्ष 2023-24 में वास्तव में लाखों नौकरियां जोड़ी हैं। रिलायंस के अध्यक्ष ने बताया कि पिछले साल रिलायंस ने कुल 1.7 लाख नई नौकरियां दी हैं। इसी के साथ अब कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 6.5 लाख से अधिक हो गई है। उन्होंने एजीएम में दावा किया कि आज की तारीख रिलायंस ग्रुप देश का सबसे बड़ा नियोक्ता है।

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Sep 02 2024, 11:14

मस्जिदों में घुसकर चुन-चुनकर मारेंगे, मुस्लिमों को लेकर बीजेपी विधायक नितेश राणे का भड़काऊ भाषण, मामला दर्ज*
#firs_filed_against_bjp_mla_nitesh_rane_for_making_inflammatory_speeches

महाराष्ट्र के अहमदनगर में बीजेपी विधायक नितेश राणे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। राणे पर भड़काऊ भाषण देने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है।नितेश राणे ने अहमदनगर में सकल हिंदू समाज आंदोलन में हिस्सा लिया था और वहां भाषण दिए थे। जिसमें वह कहते दिख रहे हैं कि मस्जिद में घुस-घुसकर मारेंगे। अहमदनगर में रामगिरी महाराज के समर्थन में मोर्चा निकाला गया। इस मोर्चे में बड़े पैमाने पर हिंदू समाज के लोक मौजूद थे। मोर्चे के बाद नितेश राणे की एक सभा हुई, इसमें उन्होंने मुसलमानों को खुली धमकी दी। राणे ने कहा, ‘हमारे रामगिरी महाराज के खिलाफ अगर किसी ने कुछ कहा तो मस्जिदों मे आकर चुन चुन कर मारेंगे। महाराष्ट्र के अहमदनगर में बीजेपी के विधायक नीतीश राणे का एक बयान काफी वायरल हो रहा है। जिसके बाद भाजपा विधायक नितेश राणे एक बार फिर मुश्किलों में घिरते दिख रहे हैं। उनके खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। अहमदनगर पुलिस के मुताबिक, बीते दिन अहमदनगर जिले के श्रीरामपुर और तोपखाना पुलिस के इलाके में दो अलग-अलग मौकों पर भड़काऊ भाषण देने के लिए भाजपा विधायक नितेश राणे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। महंत रामगिरी महाराज ने मुस्लिम समाज के पैगंबर पर टिप्पणी करणे बाद राज्य के अलग-अलग जिले में महाराज के खिलाफ मोर्चे निकाले गए थे। उसके बाद अब अहमदनगर में सकल हिंदू समाज की ओर से रामगिरी महाराज के समर्थन में बीजेपी नेता नितेश राणे के नेतृत्व में मोर्चा निकाला गया था।

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Sep 02 2024, 10:14

जयशंकर के बयान पर भड़का पाकिस्तान, कहा-कश्मीर विवाद अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है*
#pakistan_says_kashmir_dispute_an_internationally_recognised_issue *
पाकिस्तान आए दिन कश्मीर के रास्ते भारत में आतंकियों को भेजता है और भारत में अशांति फैलाने का मंसूबा रखता है। हालांकि,भारत उसके हर नापाक मंसूबे पर पानी फेर देता है। एक बार फिर पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जहर उगला है।पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि कश्मीर विवाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है और इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के अनुसार हल करना चाहिए। पाकिस्तान की ये प्रतिक्रिया भारत के विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर के हाल के बयान के बाद आई है। पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के विवाद को एकतरफा तरीक से नहीं सुलझाया जा सकता है। यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवादित है। इसे सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीर के अवाम की इच्छाओं के मुताबिक हल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस अनसुलझे विवाद का समाधान दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। बलूच ने कहा कि पाकिस्तान कूटनीति और बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का वह दृढ़ता से जवाब देगा। *क्या बोले थे विदेश मंत्री* इससे पहले जयशंकर ने शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान के साथ निर्बाध बातचीत का युग समाप्त हो गया है। कार्रवाई के परिणाम होते हैं, और जहां तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है, मुझे लगता है कि अनुच्छेद 370 समाप्त हो गया है। आज मुद्दा यह है कि हम पाकिस्तान के साथ किस तरह के रिश्ते पर विचार कर सकते हैं। मैं यह कहना चाहता हूं कि हम निष्क्रिय नहीं हैं और चाहे घटनाएं सकारात्मक या नकारात्मक दिशा में जाएं, हम किसी भी तरह से प्रतिक्रिया करेंगे। भारत ने पाकिस्तान से कई बार इस बात को दोहराया है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग था, है और हमेशा रहेगा।भारत ने इस बात को भी हमेशा दोहराया रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ आतंक, शत्रुता और हिंसा मुक्त वातावरण में सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है।

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Sep 02 2024, 10:13

जयशंकर के बयान पर भड़का पाकिस्तान, कहा-कश्मीर विवाद अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है

#pakistansayskashmirdisputeaninternationallyrecognised_issue

पाकिस्तान आए दिन कश्मीर के रास्ते भारत में आतंकियों को भेजता है और भारत में अशांति फैलाने का मंसूबा रखता है। हालांकि,भारत उसके हर नापाक मंसूबे पर पानी फेर देता है। एक बार फिर पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जहर उगला है।पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि कश्मीर विवाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है और इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के अनुसार हल करना चाहिए। पाकिस्तान की ये प्रतिक्रिया भारत के विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर के हाल के बयान के बाद आई है।

पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के विवाद को एकतरफा तरीक से नहीं सुलझाया जा सकता है। यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवादित है। इसे सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और कश्मीर के अवाम की इच्छाओं के मुताबिक हल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस अनसुलझे विवाद का समाधान दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। बलूच ने कहा कि पाकिस्तान कूटनीति और बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का वह दृढ़ता से जवाब देगा।

क्या बोले थे विदेश मंत्री

इससे पहले जयशंकर ने शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान के साथ निर्बाध बातचीत का युग समाप्त हो गया है। कार्रवाई के परिणाम होते हैं, और जहां तक जम्मू-कश्मीर का सवाल है, मुझे लगता है कि अनुच्छेद 370 समाप्त हो गया है। आज मुद्दा यह है कि हम पाकिस्तान के साथ किस तरह के रिश्ते पर विचार कर सकते हैं। मैं यह कहना चाहता हूं कि हम निष्क्रिय नहीं हैं और चाहे घटनाएं सकारात्मक या नकारात्मक दिशा में जाएं, हम किसी भी तरह से प्रतिक्रिया करेंगे।

भारत ने पाकिस्तान से कई बार इस बात को दोहराया है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग था, है और हमेशा रहेगा।भारत ने इस बात को भी हमेशा दोहराया रहा है कि वह पाकिस्तान के साथ आतंक, शत्रुता और हिंसा मुक्त वातावरण में सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है।

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Sep 01 2024, 11:47

बांग्लादेश में हिंदुओं पर थम नहीं रहा अत्याचार! हिंदू शिक्षकों से जबरन छीनी जा रही नौकरी, 2 शब्द लिखवाकर लिया जा रहा इस्तीफा

बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की परेशानियों का अंत नहीं हो रहा है. हमलों और अत्याचारों का सामना करने के बाद, अब हिंदुओं को सरकारी नौकरियों से इस्तीफा देने पर मजबूर किया जा रहा है. 5 अगस्त से अब तक लगभग 50 हिंदू शिक्षाविदों को इस्तीफा देने पर मजबूर किया गया है.

यह खुलासा बांग्लादेश छात्र एक्य परिषद, जो कि बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एक्य परिषद का छात्र संगठन है, ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया. एक मीडिया हाउस ने उन शिक्षकों की सूची प्राप्त की है जिन्होंने इस्तीफा दिया है. सरकारी बकरगंज कॉलेज की प्रिंसिपल शुक्ला रॉय ने की इस्तीफा देते हुए फोटो भी सामने आई है. उनसे एक सादे कागज पर "मैं इस्तीफा देती हूं" सिर्फ इतना ही लिखवाकर इस्तीफा ले लिया गया.

कुछ शिक्षकों ने बांग्लादेश में हिंदू शिक्षकों के इस्तीफे की पुष्टि की. संजय कुमार मुखर्जी, एसोसिएट प्रोफेसर, लोक प्रशासन और गवर्नेंस स्टडीज विभाग, काज़ी नजरुल विश्वविद्यालय, बांग्लादेश ने कहा, "दादा, मैं संजय कुमार मुखर्जी, एसोसिएट प्रोफेसर, लोक प्रशासन और गवर्नेंस स्टडीज विभाग, काज़ी नजरुल विश्वविद्यालय, बांग्लादेश हूं. मुझे प्रॉक्टर और विभागाध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया. हम इस समय बहुत असुरक्षित हैं."

डॉ. चंद्रनाथ पोद्दार, प्रोफेसर, गणित विभाग, ढाका विश्वविद्यालय को छात्रों द्वारा जबरन इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया। जिन शिक्षकों ने डर के कारण कैंपस में नहीं आने का फैसला किया था, उनके घरों तक जाकर उन्हें अपमानित किया जा रहा है। यहां हिंदू शिक्षकों की एक आंशिक सूची दी गई है, जिन्हें जिहादी समूहों द्वारा इस्तीफा देने पर मजबूर किया गया है।

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Sep 01 2024, 11:40

5 या 6 सितंबर,यहां जानिए, कब है हरतालिका तीज व्रत, और व्रत करने का शुभ मुहूर्त

सुहागिन महिलाओं के लिए हरतालिका तीज व्रत का खास महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन उपवास रखने और भगवान शिव तथा माता पार्वती की पूजा करने से अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही व्रत रखने वाली महिलाओं के पति पर आने वाले सभी संकट दूर हो जाते हैं। वहीं, जो कुंवारी कन्याएं हरतालिका तीज का व्रत करती हैं, उन्हें मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त होता है तथा उनका दांपत्य जीवन महादेव और मां गौरी के समान होता है। आइए आपको बताते हैं कि इस साल हरतालिका तीज का व्रत कब रखा जाएगा और पूजा के लिए कौन सा समय शुभ रहेगा।

सुहागिन महिलाएं 6 सितंबर 2024 को हरतालिका तीज का व्रत रखेंगी। प्रत्येक वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज मनाई जाती है। इस दिन महिलाएं लाल रंग के कपड़े पहनती हैं, मेहंदी लगाती हैं तथा सोलह श्रृंगार करती हैं। महादेव और माता पार्वती की मिट्टी से बनी मूर्ति की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए किया था।

हरतालिका तीज व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि आरंभ: 5 सितंबर 2024 को दोपहर 12:21 बजे से

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि समाप्त: 6 सितंबर 2024 को दोपहर 3:01 बजे पर

प्रातःकाल हरतालिका पूजा का शुभ मुहूर्त: 6 सितंबर 2024 को सुबह 6:02 बजे से 8:33 बजे तक

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Sep 01 2024, 11:38

राहुल गांधी ने देश के छात्रों और युवाओं से की बड़ी मांग, कहा, सरकार से सवाल उठाओ, हक के लिए आवाज उठाओ मैं आपके साथ खड़ा हूं...

कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी देश में युवाओं में बढ़ती आत्महत्या पर चिंता जताते हुए छात्रों-युवाओं से ऐसी मांग कर डाली है, जो बीजेपी और पीएम नरेन्द्र मोदी की टेंशन बढ़ा सकती है। राहुल गांधी ने देश के युवाओं से अपने हक में आवाज उठाने, सरकार से सवाल करने की अपील की है।

दरअसल रायबरेली सांसद शनिवार को ने अपने व्हाट्सऐप चैनल पर युवाओं को संदेश दिया। उन्होंने कहा कि देश में युवाओं के बीच बढ़ती आत्महत्या दर बहुत ही दुखद और चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि पिछले दशक में 0-24 आयु के बच्चों की जनसंख्या 58.20 करोड़ से घटकर 58.10 करोड़ हो गई। वहीं छात्र आत्महत्याओं की संख्या चौंकाने वाले रूप से 6,654 से बढ़कर 13,044 हो गई है।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मेरी सरकार से अपेक्षा है कि वो विद्यार्थियों और युवाओं के इस कठिन रास्ते को आसान करने की हर संभव योजना बनाएं। उनके रास्ते में बाधाएं नहीं, उन्हें समर्थन पहुंचाएं। विद्यार्थियों के माता-पिता और अभिवावकों से अनुरोध है की उन्हें मानसिक समर्थन और प्रोत्साहन दें और देश के युवा साथियों से अपील है कि समस्याओं के विरुद्ध आवाज उठाओ, सवाल करो, अपना हक मांगो- डरो मत. मैं आपके साथ खड़ा हूं और आपके अधिकार दिलाने के लिए सड़क से संसद तक लड़ता रहूंगा।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “भारत आज सबसे बड़ी युवा आबादी वाला देश है, लेकिन अफसोस की बात है की इस शक्ति को सही इस्तेमाल की सुविधाओं की जगह उन्हें कठिनाइयां और मजबूरियां मिल रही हैं। कांग्रेस सांसद बीते कई दिनों से उत्तर प्रदेश में पेपर लीक को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने कहा, “भयंकर बेरोजगारी, पेपर लीक, शिक्षा में भ्रष्टाचार, महंगी पढ़ाई, सामाजिक उत्पीड़न, आर्थिक असमानता आज के विद्यार्थी ऐसी अनगिनत समस्याओं से जूझते हुए सफलता तलाशने की कोशिश कर रहे हैं।

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Aug 31 2024, 18:57

कोलकाता कांड से पल्ला झाड़ रहीं ममता बनर्जी ! जांच से खुद को दूर रखने और गुमराह करने का कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने मुख्यमंत्री पर साधा निशाना

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज बलात्कार-हत्या मामले से निपटने के तरीके को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कड़ा हमला किया और उन पर जांच से खुद को दूर करने और गुमराह करने का आरोप लगाया।

चौधरी ने दावा किया कि शुरू से ही राज्य सरकार को दोष से बचाने के लिए जांच को गुमराह करने की कोशिशें की गईं। उन्होंने मामले की प्रगति पर स्पष्टता की कमी पर निराशा व्यक्त की और कथित तौर पर जिम्मेदारी से बचने के लिए बनर्जी की आलोचना की। चौधरी ने कहा, "शुरुआत से ही राज्य सरकार की जवाबदेही से बचने के लिए जांच को गुमराह करने की कोशिशें की गई हैं। हम अभी भी नहीं जानते कि असली दोषी कौन है। जब सीबीआई ने कार्यभार संभाला, तो ममता बनर्जी अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हट गईं। अगर वह प्रतिबद्ध हैं, तो उन्हें सीबीआई के साथ सहयोग करना चाहिए और अदालत में गवाही देनी चाहिए।"

इसी से जुड़े एक घटनाक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में महिलाओं से जुड़े अपराधों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की कमी की निंदा की। सिंह ने ऐसे अपराधों पर मोदी सरकार के सख्त रुख पर टिप्पणी की, लेकिन अपर्याप्त प्रयासों के लिए कई राज्यों की आलोचना की। उन्होंने कोलकाता में हुई हालिया घटना को दुखद और शर्मनाक बताया। यह मामला कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या से जुड़ा है, जिसे 9 अगस्त को एक सेमिनार हॉल में मृत पाया गया था। कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद जांच का जिम्मा संभालने वाली केंद्रीय जांच ब्यूरो (सी.बी.आई.) ने कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और एक आरोपी संजय रॉय पर अतिरिक्त पॉलीग्राफ परीक्षण किए हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में आदेश दिया है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) द्वारा प्रबंधित की जाए। इसके अतिरिक्त, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने जांच के नतीजे आने तक संदीप घोष की सदस्यता निलंबित कर दी है।

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Aug 31 2024, 14:25

पीएम मोदी ने कहा, महिला और बच्चों के खिलाफ अपराधों पर जल्द फैसले करने की जरूरत..यह समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार (31 अगस्त) को कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश को महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों में तेजी से फैसले करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और बच्चों की सुरक्षा समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय है। प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या को लेकर उपजे आक्रोश के बीच आई है। जिसके बाद कड़े कानून बनाने और जल्द से जल्द फैसला कर दोषियों को सजा देने की मांग उठ रही है।

इस बीच प्रधानमंत्री ने कहा कि, "देश में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को संबोधित करने वाले कई कानून हैं। 2019 में फास्ट-ट्रैक कोर्ट कानून पारित किया गया, जिसके तहत गवाह बयान केंद्र बनाए गए। जिला निगरानी समितियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इन समितियों को और मजबूत किया जाए और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े मामलों में तेजी से फैसले सुनाए जाएं।"

सुप्रीम कोर्ट के 75 साल पूरे होने पर दिल्ली में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, "आज महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, बच्चों की सुरक्षा... समाज की गंभीर चिंता का विषय है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए देश में कई सख्त कानून बनाए गए हैं, लेकिन हमें इसे और अधिक सक्रिय बनाने की जरूरत है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि, "महिलाओं के खिलाफ अत्याचार से संबंधित मामलों में जितनी तेजी से निर्णय लिए जाएंगे, आधी आबादी को सुरक्षा का उतना ही अधिक आश्वासन मिलेगा।"