उनवल के ए.पी गुप्ता,गीता देवी महिला पी.जी.कॉलेज की छात्रा को राज्यपाल से गोल्ड मेडल मिला


खजनी गोरखपुर। गोरखपुर विश्वविद्यालय में परास्नातक कला संकाय (एम.ए) हिन्दी में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर विश्वविद्यालय स्तर पर गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली नीतू सिंह को यह सम्मान विश्वविद्यालय के 43वें दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी के द्वारा प्रदान किया गया।

नीतू सिंह को कुल छ: स्वर्ण पदक मिलने पर उनवल में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रमोद कुमार तिवारी, प्रबंधक अमित कुमार गुप्ता हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष  किरन यादव,वरिष्ठ शिक्षक डॉ, शिवेंद्र बहादुर सिंह, आदित्य भाष्कर, सुधाकर मिश्रा,रिंकू साहनी,रविंद्रनाथ पांडेय,डॉ.सीमा यादव,कीर्ति यादव ए.पी गुप्ता इंटरकॉलेज के प्रधानाचार्य मदनलाल एवं महाविद्यालय परिवार ने एवं नगरवासियों ने शुभकामनाएं दीं। छात्रा की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर महाविद्यालय के प्रबंधक ने शिक्षक दिवस की अवसर पर कुमारी नीतू सिंह एवं उनके अभिभावकों को सम्मानित करने की घोषणा की तथा इसे उनवल के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया।
शहीद रवीन्द्र सिंह की 45वीं पुण्यतिथि का वृहद आयोजन,छात्र संघ चौराहे पर स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण

खजनी गोरखपुर।इलाके के मूल निवासी अमर शहीद रवीन्द्र सिंह की 45वीं पुण्यतिथि पर आज गोरखपुर क्लब में वृहद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के 250 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। आयोजन की अध्यक्षता पूर्व विधायक शीतल पाण्डेय और मंच संचालन डा० सत्यपाल पाल पूर्व अध्यक्ष डीडीयू गोरखपुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व सांसद देवरिया एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा.रमापति राम त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा कि मैंने उनके साथ रहकर राजनीति की शुरूआत की और सर्वप्रथम एमजी डिग्री कॉलेज में अपने अध्यक्ष का चुनाव उनके द्वारा बनाए गए संगठन भारतीय युवक संघ से चुनाव लड़ा और विजयी हुआ।

मैं आजीवन उनके प्रति समर्पित रहा। उनका व्यक्तित्व ऐसा था कि जो भी एक बार उनके सम्मुख आता था वह उन्हीं का हो जाता था। गोरखपुर के मेयर डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि शहीद रवीन्द्र सिंह ऐसी शख्सियत थे कि उनके व्यक्तित्व के आगे सब कुछ गौंड़ हो जाता था। खजनी विधानसभा के विधायक श्री राम चौहान ने कहा कि मैं उस समय बस्ती जिले की छात्र राजनीति में सक्रिय था। लेकिन वहां पर भी वह जिस कॉलेज में जाकर जिस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर देते थे वही जीत जाता था। 1968 से ही हमारा संबंध उनसे रहा,ज्ञउनके विषय में कहना सूर्य के सामने दीपक दिखाने वाली बात है।

गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने कहा कि जब वह विधानसभा का चुनाव लड़े तो उस समय हम लोग बहुत छोटे थे और पर्ची बटोरते थे। जब वह जाते थे तो हम लोग उनके पीछे घूम कर प्रचार करते थे। इसके बाद राधेश्याम सिंह पूर्व अध्यक्ष डीडीयू गोरखपुर ने कहा कि उनका व्यक्तित्व बहुत ही विशाल था। जो कि इसी बात से पता चलता है कि आज 45वर्ष बाद भी उनके प्रति लगाव देखकर लोगों का कितना हुजूम उमड़ा है। पूर्व विधायक शीतल पाण्डेय पूर्व ने कहा कि शाहिद रविंद्र सिंह आज भी हम लोगों के जीवन में जिंदा है। उनके करिश्माई व्यक्तित्व का एहसास वही लोग कर सकते हैं, जिन्होंने उन्हें और उनकी जुबान की धार को देखा है। बजरंग बहादुर सिंह पूर्व विधायक ने कहा कि हमारा तो शहीद रवीन्द्र सिंह के परिवार से शुरू से ही नाता रहा है। वे जब कभी गरीबों, मजदूरों और छात्रों के साथ कोई अत्याचार होता है तो सबसे पहले शासन-प्रशासन से लेकर विधानसभा तक आवाज उठाते थे। और उनकी मांग मांगने पर शासन मजबूर हो जाता था। सहजनवां के विधायक प्रदीप शुक्ला ने कहा कि शहीद रवीन्द्र सिंह में वह आकर्षण शैली प्रकृति की देन थी।

लोगों में विश्वास था कि हमारी लड़ाई रवीन्द्र सिंह ही लड़ सकते हैं। जिन्होंने उन्हें और उनकी जुबान की धार को देखा है आज के दौर में युवा शायद ही इस बात को मानने के लिए तैयार होगा,कि शायद ही रवीन्द्र सिंह जैसा कोई शख्सियत पैदा हुई होगी। मनीष सिंह ने कहा कि आज लंबे समय से हमारे युवाओं को उनकी तरह का कोई जुनूनी व्यक्तित्व नजर नहीं आया। उन्होंने अपने पुरुषार्थ से ये प्रमाणित किया कि जिस ओर जवानी चलती है उसे ओर जमाना चलता है। इसी दौरान आरपीएम अकादमी के डायरेक्टर अजय शाही ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब रवीन्द्र सिंह जब छात्र राजनीति में थे। तो उस समय हम लोग बहुत छोटे थे और घर के बड़ों से उनके बारे में सुनते थे।

उनका भाषण भी सुनने का सौभाग्य हम लोगों को प्राप्त हुआ। जब हम लोग विश्वविद्यालय में पहुंचे तब हम लोगों को एहसास हुआ कि शहीद रवीन्द्र सिंह जैसा व्यक्तित्व होना मुश्किल है। क्योंकि इतनी कम उम्र में वह गोरखपुर विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय के भी अध्यक्ष रहे और उसके बाद कौड़ीराम विधानसभा का भी प्रतिनिधित्व उन्होंने किया वे हमारे लिए एक प्रेरणा थे। श्रद्धांजलि सभा का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल ट्रैक सूट और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया तथा बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की गई। आयोजन को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। इससे पूर्व सर्वप्रथम श्रद्धांजलि सभा का शुरूआत शहीद रवीन्द्र सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर और दो मिनट मौन रह कर की गई।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सदर सांसद रवि किशन शुक्ला,श्रीमती गौरी देवी पूर्व विधायक कौड़ीराम, श्यामजी त्रिपाठी, बजरंग बहादुर सिंह पूर्व विधायक,जयराम सिंह,श्रवण सिंह,पंकज सिंह,मनीष सिंह, रामसिंह पूर्व अध्यक्ष डीडीयू गोरखपुर, दिनेश चंद्र श्रीवास्तव,डॉ भानु प्रताप सिंह,हरि पांडेय,राम शंकर शुक्ला,राधेश्याम चंद, पिपरौली के प्रमुख दिलीप यादव, विकास सिंह प्रमुख प्रतिनिधि सहजनवां, पाली के शशि सिंह,अध्यक्ष प्रभाकर दुबे, नागेंद्र सिंह पूर्व अध्यक्ष सहजनवां पवन सिंह पुर्व जिला पंचायत सदस्य,अभय पासवान, मायाशंकर शुक्ला, रामजतन यादव,पूरन सिंह, सतीश सिंह,सावन सिंह,छोटू सिंह, राजा सिंह,अभय पाल आदि मौजूद रहे।
तहसील के सब रजिस्ट्रार कार्यालय बना धन उगाही का अड्डा


खजनी गोरखपुर। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपनाने का दावा किया जाता है। किंतु शासन के सख्त निर्देश के बावजूद तहसील के सब रजिस्ट्रार कार्यालय में गरीब किसानों का धड़ल्ले से शोषण हो रहा है। सब रजिस्ट्रार कार्यालय में जमीन की रजिस्ट्री के लिए जाने वाले किसानों से प्राइवेट मुंशी द्वारा खुले आम वसूली की जाती है। प्राइवेट मुंशी के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वह कार्यालय में कुर्सी मेज लगाकर सरकारी कर्मचारी की तरह बैठ कर रसीद  काटकर बैनामेदारों से दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करता है। साथ ही गैर कानूनी तरीके से पैसों की वसूली पूरे दिन करता है।

सूत्रों की मानें तो स्थानीय प्राइवेट मुशीं के   परिवार के सदस्य विभिन्न पटल पर बैठ कर सरकारी कार्य संपादित करते हैं। इतना ही नहीं रजिस्ट्री होने के बाद प्राइवेट मुंशी कार्यालय का कर्मचारी बनकर किसानों के घर पहुंच जाता है तथा मौका देख कर कहता है कि गलती से आपने सरकारी स्टैंप की चोरी की है अगर जांच हुई तो आप को जेल जाना पड़ सकता है। इस प्रकार भय दिखाकर भारी धनउगाही  कर ली जाती है। तहसील में यह कार्य वर्षों से चल रहा है। बताया जाता है कि धांधली का यह काम सब रजिस्ट्रार  के इशारे पर संचालित होता है। तहसील के सब रजिस्ट्रार कार्यालय में लंबे अर्से से किसी रजिस्ट्रार की पोस्टिंग नहीं हुई है।

सब रजिस्ट्रार और प्राइवेट मुंशी का कार्यालय में पूरा वर्चस्व है। दबी जुबान इलाके के दर्जनों बैनामेदार किसानों ने बताया कि हम लोग मजबूर हैं बगैर सुविधा शुल्क दिए रजिस्ट्री का काम समय पर नहीं हो पाता है। तहसील के अधिवक्ताओं ने बताया कि इस प्रकार की कार्य प्रणाली से शासन की छवि धुमिल हो रही है, तथा गरीब किसान आर्थिक शोषण का शिकार हो रहे हैं।
इस संदर्भ में एसडीएम खजनी कुंवर सचिन सिंह ने बताया कि मैं पुलिस भर्ती  परीक्षा ड्यूटी में व्यस्त हूं इस मसले पर बाद में बात करेंगे। उन्होंने जांच और प्रभावी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
तहसील के वकीलों ने सीएम को संबोधित पत्र सौंपा


खजनी गोरखपुर।सर्वोच्च न्यायालय ने किसी वकील की मृत्यु होने पर तथा सामान्य राजनैतिक घटनाओं के दौरान वकीलों के द्वारा की जाने वाली हड़ताल को अनुचित बताते हुए इस पर रोक लगा दी है।तहसील के वकीलों ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर रोक लगाने वाला बताते हुए सीएम को संबोधित पत्र एसडीएम खजनी कुंवर सचिन सिंह के प्रतिनिधि नायब तहसीलदार सौंपा।

पत्र में वकीलों ने लिखा है कि आम जन को न्याय दिलाने और अपनी बात मनवाने के लिए कई बार आन्दोलन करना पड़ता है, जिसके लिए न्यायिक कार्य से विरत रहता पड़ता है। सज्जनों के दु:ख मे भी शामिल होने के लिए काम छोड़ना पड़ता है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को जन विरोधी बताते हुए मुख्यमंत्री से अपने स्तर से इस पर रोक लगवाने की मांग की गई है।

पत्र सौंपने वालों में बार के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह, ईश्वरचंद सिंह,दिनेश कुमार,राजेश कुमार द्विवेदी,रामबृक्ष यादव आदि शामिल रहे।
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने दी स्व. रविंद्र सिंह को श्रद्धांजलि

बांसगांव। कौड़ीराम के पूर्व विधायक स्व. रविंद्र सिंह को उनकी पुण्यतिथि पर याद किया गया। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा गोरखपुर इकाई द्वारा जिलाध्यक्ष लालू सिंह के नेतृत्व में छात्र संघ भवन स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष लालू सिंह ने कहा कि शहीद रविंद्र सिंह का जीवन संघर्ष, उनकी प्रतिभा, उनका व्यापक अध्ययन, सोसलिस्ट विचारों के प्रति जागरूक निष्ठा अद्भुत थी। वे अद्भुत वक्ता थे और जेपी आंदोलन से तप कर निकले थे। गोरखपुर उनकी कर्मभूमि रही। पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय छात्र नेता रहे! प्रदेश के नौजवान उनके प्रति समर्पित रहते थे। उनकी हत्या के बाद उमड़े जनसैलाब को जिसने भी देखा था अभूतपूर्व दृश्य था उस दिन। वे जननायक थे। छोटे से जीवन में उनकी उपलब्धियां बड़ी थी। गोरखपुर विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष का पद हो या कम उम्र में विधानसभा का सदस्य चुना जाना हो अथवा छात्र आंदोलन और राजनीति की दिशा तय करना हो। लोक लोकनायक जयप्रकाश और चंद्रशेखर के बहुत ही प्रिय थे! आज वह होते तो भारतीय राजनीति के कद्दावर नेताओं में उनकी गिनती होती। जातिवादी, आपराधिक तथा नफरत की राजनीति कितनी बड़ी बलि लेती है, यह रविन्द्र सिंह की हत्या से समझा जा सकता है।
इस अवसर पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा पूर्वांचल प्रांत अध्यक्ष उग्रसेन सिंह, जिलाध्यक्ष लालू सिंह, संगठन मंत्री प्रवीण सिंह, युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष सावन शाही, राजकुमार सिंह सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे।
भय, भ्रांति और बाधाओं को दूर कर खिला रहे हैं फाइलेरिया से बचाव की दवा


समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में किया जा रहा है सहयोग

दो सितम्बर को अभियान का आखिरी दिन, उसके बाद भी खा सकेंगे दवा गोरखपुर, मुझे फाइलेरिया बीमारी नहीं है तो मैं यह दवा क्यों खाऊं...पिछले साल दवा खाने के बाद उल्टी आई थी, इसलिए मैं दवा नहीं खाऊंगा....मुझे शुगर की बीमारी है, मैं दवा नहीं खा सकता.....मेरे घर में निधन हुआ है, मैं या मेरे परिवार के लोग दवा नहीं खाएंगे...जैसी तमाम भय, भ्रांति और बाधाओं को दूर कर इस बार सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान में दवा खिलाई जा रही है। समाज के विभिन्न वर्गों के लोग दवा सेवन अभियान में हिस्सा लेकर समुदाय को प्रेरित कर रहे हैं। यह अभियान दो सितम्बर तक चलेगा लेकिन उसके बाद भी बचे हुए लोग स्वास्थ्य केंद्रों से दवा खा सकेंगे। अभियान के बाद भी मॉप अप राउंड चला कर छूटे हुए लोगों को दवा खिलाई जाएगी।

बड़हलगंज नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर पांच के ग्राम जयिपार में पिछले वर्ष अभियान के दौरान दवा खाने के बाद उल्टी होने पर इस साल वहां करीब सौ लोग दवा खाने से इनकार कर चुके थे। स्वयंसेवी संस्था पीसीआई के प्रयासों से वहां के सभासद राजीव ने खुद दवा का सेवन किया। इसके बाद 22 अगस्त को अपने क्षेत्र के लोगों के पास गए और बताया कि जिन लोगों के शरीर में माइक्रोफाइलेरिया होते हैं उन्हें दवा खाने के बाद उल्टी, मतली, चक्कर आना, सिरदर्द, बुखार व खुजली जैसे लक्षण आ सकते हैं। यह अच्छे संकेत हैं और इनसे घबराना नहीं है। सभासद के प्रयासों के करीब पचास से अधिक लोग एक ही दिन में दवा खा सके। बाकी लोगों को भी दवा खिलाई जा रही है।

पिपराईच ब्लॉक के महराजी गांव में एक परिवार के घर बुजुर्ग का निधन हो गया । जब स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके यहां दवा खिलाने पहुंची तो परिवार ने मना कर दिया। इसके बाद मलेरिया इंस्पेक्टर पूजा और महराजी फाइलेरिया समूह के सदस्य उनके घर गये और समझाया कि यह दवा खाना खाने के बाद कभी भी खा सकते हैं। इसका उनकी परम्परा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इस तरह परिवार के उन्नीस लोगों में से 18 लोगों ने दवा का सेवन कर लिया। महराजी एक ऐसा गांव है जहां पिछले वर्ष शत फीसदी आबादी को दवा खिलाई जा सकी थी।

*शाम को भी खिलाई गई दवा*

चरगांवा ब्लॉक के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी मनोज कुमार बताते हैं कि उनके ब्लॉक के कई गांवों में शाम को भी आशा कार्यकर्ताओं ने लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई है। इस कार्य में फाइलेरिया रोगी नेटवर्क ने मदद की है। दिन में जिन घरों में लोग मौजूद नहीं रहते हैं वहां टीम शाम को जाकर दवा खिलाती है।

*मदद कर रही हैं संस्थाएं*

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह का कहना है कि स्वयंसेवी संस्था पीसीआई सोशल मोबिलाइजेशन में सहयोग कर रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मॉनीटिरंग के जरिये मदद की जा रही है। वहीं, पाथ संस्था के प्रतिनिधि डेली की ऑनलाइन रिपोर्टिंग में मदद कर रहे हैं। अभियान के दौरान दवा सेवन कार्यक्रम में प्रेस क्लब गोरखपुर, सूचना विभाग व कई मीडिया संस्थानों ने सक्रिय प्रतिभागिता की है और सभी की मदद से अभियान को सफल बनाया जा रहा है।

*सुरक्षित और असरदार है दवा*

मैं खुद लगातार कई वर्षों से इस दवा का सेवन कर रहा हूं। इसे दो वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को खाना है। सिर्फ गर्भवती और अति गंभीर बिस्तर पकड़ चुके बीमार लोग यह दवा नहीं खाएंगे। शुगर, बीपी, कोलेस्ट्राल, बुखार, टीबी आदि के रोगी यह दवा खा सकते हैं। गृह भ्रमण के समय जो लोग घर पर मौजूद नहीं है वह घर वापस आने के बाद आशा कार्यकर्ता से सम्पर्क कर इस दवा का सेवन अवश्य करें। यह दवा फाइलेरिया से बचाती है। एक बार यह बीमारी हो गई तो ठीक नहीं होती है।

*डॉ आशुतोष कुमार दूबे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी*
धोखाधड़ी कर एटीएम बदलकर अपराध करने वाले अंतर्जनपदीय गिरोह के तीन सदस्यों को गुलरिहा पुलिस ने किया गिरफ्तार

एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने किया खुलासा

गोरखपुर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल किया है जो एटीएम पर मौजूद रहकर भोले भाले लोगों से धोखे से उनका एटीएम कार्ड  व पासवर्ड हासिल कर लेते थे और उनके खाते से लाखों रुपए निकाल लिया करते थे। गुलरिया पुलिस ने अंतर्जनपदीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से पुलिस ने तीन मोबाइल 20 एटीएम कार्ड , 3000 नगद और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल को बरामद किया है सिविल लाइन स्थित एसएसपी कार्यालय पर एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने घटना का खुलासा किया। खुलासे के दौरान एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ योगेंद्र सिंह मौजूद रहे।
उन्होंने बताया कि गुलरिहा थाने पर 16 अगस्त को वादी मुकदमा ने तहरीर देकर बताएं कि भटहट स्थित एटीएम से पैसे निकलते समय अभियुक्तगण द्वारा धोखे से उनका एटीएम कार्ड बदल लिया गया एवं बासस्थान रोड पर एटीएम से 10000 निकाल लिया गया इस संबंध में गुलरिहा पुलिस मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश कर रही थी कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अजय शर्मा, इरफान और सुरजीत को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल किया है पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं जिसमें गैंग का सरगना सुरजीत रैकी करता था और इरफान और अमन घटना को अंजाम दिया करते थे फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है पकड़े गए आरोपी अपने पास अलग-अलग बैंकों के 20 एटीएम कार्ड भी रखे थे और एटीएम मशीन पर मौजूद भोली भाली जनता को मदद के बहाने उन्हें ठगने का काम किया करते थे।
गिरफ्तार करने वाली टीम में गुलरिया थाना प्रभारी शशि भूषण राय उपनिरीक्षक विवेक मिश्रा उप निरीक्षक आयुष द्विवेदी उपनिरीक्षक अनूप कुमार हेड कांस्टेबल सुदर्शन राय कांस्टेबल अनुराग राजपूत शुभम यादव शिवजी शामिल रहे।
विधायक ई.सरवन निषाद ने बदमाशों द्वारा हमले में घायल महिला के परिजनों से की मुलाकात

हर हाल में दोषी बख्शें नहीं जाएंगे: विधायक ई.सरवन निषाद गोरखपुर। चौरी चौरा विधायक ई .सरवन निषाद ने शुक्रवार को राजधानी के हाथखाल बदमाशों द्वारा तीन दिन पूर्व रात में महिला को धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिए थे। विधायक ई. सरवन निषाद ने महिला के परिजनों से मुलाकात किया और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया और कहा कि आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और जनता के हितों को प्राथमिकता जरूरी है। यह घटना पूरी तरह से दुखद है। विधायक ने मौके पर ही जिले के आला अधिकारियों से वार्ता कर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और कहा कि इस घटना के बाद आसपास के ग्रामीणों में डर का माहौल है और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कानून व्यवस्थापूरी तरह चुस्त दुरुस्त है। पुलिस ग्रामीणों के साथ बैठक कर डर के माहौल को खत्म करें और उनको भरोसा दिलाया जाए की उनकी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित है कोई समस्या नही है। दोषियों पर हर हाल में कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित किया जाए। उक्त अवसर पर रामदयागर निषाद, सुग्रीव तिवारी, चन्दन मिश्रा, सुनील कुमार निषाद राजेंद्र कुमार, धनराज निषाद सहित तमाम लोग मौजूद रहें।
माल्हनपार मार्ग पर बड़े गड्ढे में चलना दुश्वार, हिचकोले खाते गुजरते हैं वाहन सवार

हरनहीं खजनी गोरखपुर।।
खजनी कस्बे से होकर माल्हनपार गोला उरूवां बड़हलगंज तक जाने वाला लगभग 40 किलोमीटर लंबा संपर्क मार्ग भारी वाहनों के आवागमन से क्षतिग्रस्त हो चुका है। लोकनिर्माण विभाग द्वारा सड़क की मरम्मत नहीं कराने से इस मार्ग से होकर गुजरने वाले यात्रियों को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क पर बने बेशूमार गड्ढों का हाल ऐसा है कि हर 10 से 20 मीटर की दूरी पर छोटे बड़े गड्ढे आ जाते हैं जिससे वाहन चालकों को संभलने का मौका नहीं मिलता। स्कूल बस, आॅटो और बाइक सवार यात्री आए दिन खराब सड़क के कारण छोटी बड़ी दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार छोटे बड़े हादसों में इस मार्ग से होकर गुजरने वाले दर्जनों लोग घायल हो चुके हैं।
स्थानीय लोगों में पैसां गांव के निवासी दयाराम, संजय पिपरां गांव के रमेश सिंह, कृपाशंकर सिंह एडवोकेट इन्नाडीह गांव के पिंटू यादव, धर्मेंद्र बढ़नी चौराहे के कृष्ण कुमार, विनोद हरदीचक गांव की ग्रामप्रधान पूनम सिंह, बृजेश सिंह उर्फ बैजू, दिनेश सिंह तथा बेलूडीहां गांव के राजेश पांडेय सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क की मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण के दौरान तथा गीडा इंडस्ट्रियल एरिया की ओर जाने वाले भारी वाहनों के आवागमन के कारण सड़क टूट फूट कर कबाड़ बन गई है। हमें रोज परेशानियां उठानी पड़ रही है, इस रोड पर जाने से पहले घर से बाहर निकलने की हिम्मत जुटानी पड़ती है।
पूरी दुनिया में आला हज़रत की ज़िंदगी व फतवों पर रिसर्च जारी : सेराज


गोरखपुर। 106वें उर्स-ए-आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा ख़ां अलैहिर्रहमा का आगाज़ गुरुवार से हो गया। पहले दिन मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार में महफिल हुई। क़ुरआन -ए-पाक की तिलावत हाफिज शहीद रज़ा ने की। संचालन हाफिज मो. शारिक ने किया।

मुख्य वक्ता मो. सेराज अहमद निजामी ने कहा कि पूरी दुनिया में आला हज़रत की ज़िंदगी व फतवों पर रिसर्च किया जा रहा है। आज पूरी दुनिया में उर्स-ए-आला हज़रत मनाया जा रहा है, जो इस बात का सबूत है कि आज दुनिया के हर कोने में आला हज़रत के चाहने वाले मौजूद हैं। आला हज़रत का “फतावा रज़विया” इस्लामी कानून (फिक्ह हनफ़ी) का इंसाइक्लोपीडिया है। आला हज़रत न केवल दीनी और दुनियावी मसाइल में महारत रखते थे बल्कि विज्ञान और गणित से जुड़े सभी विषयों में माहिर थे। आज दुनिया भर के विश्वविद्यालयों में उनके जीवन के अलग-अलग पहलुओं पर रिसर्च चल रहा है तथा पीएचडी प्रदान की जा रही है। महफ़िल में मो. नूर आलम, गुल मोहम्मद, अबरार, आसिफ, कैसर रज़ा, आसिम, वहीदुल्लाह, अयान, अजीजुल्लाह, आसिफ़ रज़ा, हाफिज रहमत अली निजामी, अफ़ज़ल हुसैन आदि मौजूद रहे।

काजी जी की मस्जिद इस्माइलपुर में दावते इस्लामी इंडिया की ओर से उर्स-ए-आला हज़रत मनाया गया। लंगर बांटा गया। मुख्य वक्ता फरहान अत्तारी ने कहा कि आला हज़रत एक सच्चे आशिके रसूल थे। कभी भी आपने पैगंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम, सहाबा किराम, अहले बैत व औलिया किराम की शान में मामूली सी तौहीन को भी पसंद नहीं किया। आला हज़रत ने सदा इत्तेहाद, इत्तेफाक, मेल मुहब्बत का संदेश दिया। आला हज़रत मिल्लत में नाइत्तेफाकी पसन्द नहीं करते थे। आला हज़रत न सिर्फ एक धर्मगुरू थे बल्कि एक महान समाज सुधारक भी थे। अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई। महफ़िल में मुबस्सिर अत्तारी, शहजाद अत्तारी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

पुस्तक विमोचन आज
मजलिस असहाबे क़लम की ओर से शुक्रवार 30 अगस्त को दोपहर 2:45 बजे चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर में कारी मुहम्मद अनस क़ादरी रजवी द्वारा हिंदी में लिखित पुस्तक 'इल्म, ईमान और आला हजरत' का विमोचन उलमा किराम द्वारा किया जाएगा।