तेजी से आ रही अनियंत्रित बाइक रोड पर खड़ी पिकप से भिड़ी,चालक की मौत

खजनी गोरखपुर।बीती शाम गोरखपुर उनवल मार्ग पर खजनी थाने की महुआडाबर चौकी क्षेत्र के कंदराई में तेज गति से आ रही बाइक अनियंत्रित होकर रोड पर खड़ी पिकप से भिड़ गई। दर्दनाक हादसे में बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस ने गंभीर रूप से घायल समझ कर बाइक सवार युवक को जिला अस्पताल भेजा जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की शिनाख्त सबलू पुत्र रामपति उम्र 35 वर्ष ग्राम गड़वा महबीरछपरा थाना बेलीपार के रूप में की गई है। प्रत्यक्षदर्शीयों ने बताया कि बाइक सवार युवक तेज गति से गोरखपुर की ओर से आ रहा था, कंदराई में अचानक सामने रोड पर किनारे खड़ी पिकप देख कर अनियंत्रित हो गया और संतुलन बिगड़ने से पीछे से जा भिड़ा। हादसे में युवक का सर फट गया और मुंह तथा नाक से खून बहने लगा।

मौके पर पहुंची महुआडाबर चौकी की पुलिस ने उसे जिला अस्पताल भेजा, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना शाम 6-30 के बाद की बताई जा रही है।

उन्नत शिखर की स्वर्णिम यात्रा पर बढ़ रहा महायोगी गोरखनाथ विवि: प्रो. डीपी सिंह

गोरखपुर, 28 अगस्त। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के पूर्व अध्यक्ष प्रो. डीपी सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में उन्नत शिखर की स्वर्णिम यात्रा पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। स्थापना के महज तीन साल में इस विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों के अनुरूप रोजगारपरक पाठ्यक्रमों, नवाचार और अन्वेषकीय दृष्टि की मिसाल कायम की है।

जल्द ही यह विश्वविद्यालय अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए रोल मॉडल के रूप में नजर आएगा और उनका मार्गदर्शन करेगा।

प्रो. सिंह बुधवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के तृतीय स्थापना दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए यूजीसी के पूर्व चेयरमैन ने कहा कि स्थापना दिवस विगत वर्ष की स्मृतियों पर गौरवान्वित होने का अवसर देता है। यह आत्म अवलोकन का अवसर होता है कि पिछले वर्ष हमारे लक्ष्य क्या थे, हमने कौन से संकल्प को पूरा किया और आगे हमारे लक्ष्य क्या होंगे।

ऐसे में विद्यार्थियों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने जीवन के उद्देश्य और लक्ष्य के प्रति जागरूक रहें। प्रो. सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की मातृ संस्था महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद विशाल वटवृक्ष है। इसकी शाखाओं से शिक्षा, चिकित्सा के संस्थान निरंतर नवाचारों से प्रगति के नए प्रतिमान स्थापित कर रहे है।

प्रो. डीपी सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके कुलाधिपति के रूप में उनकी मंशा है कि यह विश्वविद्यालय देश का ही नहीं विश्व का प्रतिनिधित्व करे। कुलाधिपति के स्वप्न को पूरा करने के लिए विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति अपनी जड़ें मजबूत करनी होंगी। संवेदनशीलता, दया, करुणा, प्रेम, शांति का संदेश लेकर विश्व कल्याण और मानव सेवा के भाव का संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी में शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व उन्नति हुई है। उत्तर प्रदेश उत्तम से आगे सर्वोत्तम प्रदेश की दृष्टि से आगे बढ़ रहा है।

योगी जी भारतीय ज्ञान परंपरा के ध्वज वाहक हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन में जिज्ञासा होनी चाहिए, सीखने की प्रवृत्ति होनी चाहिए, नए टेक्नोलॉजी के साथ क्षमता को विकसित करने का संकल्प होना चाहिए।

निरंतर उपलब्धियों से विशिष्ट पहचान स्थापित कर रहा विश्वविद्यालय : डॉ. जीएन सिंह

विशिष्ट अतिथि भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय अपने तीसरे स्थापना वर्ष में निरंतर उपलब्धियों से विशिष्ट पहचान स्थापित कर रहा है। इस विश्वविद्यालय ने शिक्षा के साथ चिकित्सा में भी उत्कृष्ट पहचान स्थापित की है। यह विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में संचालित फार्मेसी संकाय ने 15 लाख रुपये का अनुदान लाने का उल्लेखनीय कार्य किया है।

भारत सरकार और उच्च शिक्षा विभाग के प्रयास से यहां शिक्षा को और उन्नत बनाने पर मंथन किया जा रहा है। डॉ. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री एवं कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ यहां के लिए चिंतित रहते है। आज जरूरी है कि विद्यार्थी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से स्किल डेवलपमेंट से प्रायोगिक ज्ञान प्राप्त नए नवाचार के लिए अपना लक्ष्य साधे।

महायोगी गोरखनाथ विवि में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी सौभाग्यशाली : डॉ. माहेश्वरी

समारोह में बिरला ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. संजय माहेश्वरी ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी सौभाग्यशाली हैं। यहां शिक्षा और रोजगार का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता। इस विश्वविद्यालय ने ऐसी शिक्षा पर जोर दिया है जिससे रोजगार की समस्या न रहे और यहां के विद्यार्थी समाज और देश की सेवा में अपना भरपूर योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि यहां का मेडिकल कॉलेज पूरे देश में नजीर बनने की ओर अग्रसर है। इस अवसर पर जेएसएस हॉस्पिटल मैसूर के पूर्व निदेशक कर्नल डॉ. आरके चतुर्वेदी ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की नींव में युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज और राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के विचार अनुप्राणित हैं तो इसे गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ का दूरदर्शी मार्गदर्शन प्राप्त है। पूरी उम्मीद है कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अनुशासन की आंच में तपकर शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित करेंगे। समारोह में बिरला ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट को सीनियर सर्जन डॉ. रेखा माहेश्वरी ने भी विद्यार्थियों को जीवन पथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा कि कई चुनौतियों का सामना करते हुए अल्पकाल में इन विश्वविद्यालय ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। ऊंचे संकल्प से आबद्ध इस विश्वविद्यालय ने अनुशासन और संस्कार, संस्कृति की पवित्रता के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उन्होंने बताया कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के नर्सिंग कॉलेज ने पूरे उत्तर प्रदेश के शीर्ष 10 कालेज में अपना स्थान बनाकर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है। समारोह में कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया। समारोह में विविध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। स्वागत संबोधन महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ एनएस, आभार ज्ञापन नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा और संचालन डॉ. शशिकांत सिंह ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती, भारत माता, गुरु गोरखनाथ, महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ के चित्रों पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। समारोह में एनसीसी कैडेट्स ने अतिथियों को गार्ड आफ ऑनर दिया। कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ सुनील कुमार सिंह, पैरामेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ रोहित श्रीवास्तव, कृषि संकाय के अधिष्ठाता डॉ विमल कुमार दुबे सहित सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

ओवरऑल चैंपियन बना ऑरेंज हाउस

महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के तृतीय स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कला, संस्कृति, साहित्य और खेलकूद प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर ऑरेंज हाउस ने ओवरऑल चैंपियन का खिताब जीता। साथ ही ऑरेंज हाउस के बीएसएसी द्वितीय वर्ष के छात्र सिद्धांत श्रीवास्तव को उत्कृष्ठ प्रदर्शन पर प्रथम स्थान की ट्राफी से सम्मानित किया गया। अंकों के आधार पर रेड हाउस को दूसरा और ब्लू हाउस को तीसरा स्थान मिला।

कृष्ण जन्मोत्सव पर्व की धूम, रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन

खजनी गोरखपुर।परिक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का 5251वां पर्व धूमधाम से मनाया गया।इस अवसर पर लोगों ने अपने घरों, मंदिरों, ठाकुरद्वारों में भगवान की सुँदर मनमोहक झाँकी सजाई।

हर तरफ सुमधुर संगीतमय भजनों कीर्तन के साथ जन्मोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग व्रत रह कर श्रद्धापूर्वक आयोजनों में सम्मिलित हुए। मध्यरात्रि कृष्णजन्म के समय तक भक्ति एवं साँस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन और सामुहिक भंडारा, प्रसाद वितरण का कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा।उनवल नगर पंचायत, रूद्रपुर गांव में ठाकुरद्वारा, हरनहीं, भैंसा बाजार,बहुरीपार,बढ़नी, खजुरी, छताईं, सतुआभार, हरिहरपुर, आदि स्थानों पर हुए जन्मोत्सव के आयोजन में बड़ी संख्या में भक्त श्रद्धालु सम्मिलित हुए।

भूमि विवाद में अपनी चाची से भिड़ी महिला प्रधान ,महिला प्रधान के मारपीट का वीडियो वायरल

खजनी गोरखपुर।इलाके के परसौनी गांव में महिला ग्रामप्रधान और उसकी चाची के साथ मारपीट हो गई। दोनों महिलाएं आपस में ऐसी भिड़ी की गांव के संपर्क मार्ग पर दोनों के बीच पहलवानों के दंगल की तरह उठा पटक हो गई। इस दौरान घटना का लाइव वीडियो बना कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।

उनवल चौकी के पास स्थित परसौनी गांव की महिला ग्रामप्रधान पुष्पांजलि और उसकी चाची माया देवी के बीच मारपीट हो गई। माया देवी ने बताया कि ग्रामप्रधान ने उनके हिस्से की जमीन में बढ़ा कर खड़जा लगा था जिसे उसने अपनी जमीन से हटा दिया। दोनों के बीच बीती शाम को भी विवाद हुआ था।जिसकी सूचना पुलिस को दी गई थी। कृष्ण जन्माष्टमी त्योहार के कारण मौके पर पहुंची 112 पुलिस टीम दोनों पक्षों को समझा कर चौकी पर पहुंच कर तहरीर देने के लिए कह कर लौट गई थी।

आज सबेरे दोनों महिलाएं आपस में भिड़ गईं और बाल खींच कर संपर्क मार्ग के किनारे जमीन पर पटक कर एक दूसरे से गुत्थमगुत्था हो गईं। माया देवी ने महिला ग्रामप्रधान पर दांत से काटने और मारपीट का आरोप लगाया है। घटना के दौरान महिला प्रधान के पति रामस्वरूप निषाद और माया देवी के पति रामफल सहित अन्य पुरुष भी मौके पर मौजूद रहे। वायरल वीडियो में भी बताया गया है कि किस प्रकार दोनों महिलाएं आपस में मारपीट कर रही हैं।

घटना के बाद दोनों पक्षों की ओर से थाने में तहरीर दे दी गई है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि विधिक कार्रवाई की जाएगी। वहीं क्षेत्राधिकारी विजय आनंद शाही ने बताया कि घटना का वायरल वीडियो देखा है, कार्रवाई का निर्देश दे दिया है।

उनवल नगर पंचायत में भाजपा के सदस्यता अभियान की कार्यशाला

खजनी गोरखपुर।भाजपा के द्वारा 324 सहजनवां विधानसभा क्षेत्र के उनवल मंडल में पार्टी के निर्देश पर एक दिवसीय सदस्यता अभियान कार्यशाला का आयोजन किया गया।मुख्य अतिथि जिला उपाध्यक्ष हरिकेश राम त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा कि सदस्यता अभियान दो चरणों में होगा जिसका पहला चरण 1 सितंबर से 25 सितंबर तक चलेगा जबकि दूसरा चरण 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें हम सभी कार्यकतार्ओं को भाजपा द्वारा जारी किए गए टोल फ्री नंबर 8800002024 पर कॉल करना होगा जिसके बाद एक कोड मिलेगा।

जिसको हमें एक लिंक पर अपलोड करके भाजपा का सदस्य बनाना है, और हम सभी कार्यकतार्ओं को अधिक से अधिक भाजपा का सदस्य बनाकर योगी और मोदी जी के हाथों को मजबूत करना होगा। उन्होंने बताया कि लिंक के माध्यम से अगर सदस्य बनने में कोई भी कठिनाई होगी तो भारतीय जनता पार्टी आईटी विभाग एवं सोशल मीडिया के कार्यकर्ता पूर्ण सहयोग करके कार्य को पूर्ण कराने में मदद करेगें। कार्यकतार्ओं का यही प्रयास रहे कि अपने बूथ पर कम से कम 200 भाजपा के नए सदस्य बनाएं।

विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक प्रदीप शुक्ल ने कहा कि आज जो पूरी दुनियां में देश का मान सम्मान बढ़ा है वह भाजपा के जमीन से जुड़े कार्यकतार्ओं की ही देन है। जिस भी राज्य में हमारी सरकारें हैं वहां के कार्यकर्ता सक्रिय हैं तभी केंद्र और प्रदेशों में हमारी सरकार हैं। आप सभी से निवेदन है कि हर बूथ पर कम से कम 200 सदस्य आवश्य बनाएं। पार्टी का सक्रिय सदस्य बनाने के लिए 100 लोगों को सदस्य बनाना होगा एवं सक्रिय सदस्य वही बन सकता है जो पिछले 3 साल से भाजपा का प्राथमिक सदस्य हो 3 साल पुराने कार्यकर्ता ही भाजपा के सक्रिय सदस्य बन सकते हैं।

कार्यक्रम का संचालन मंडल महामंत्री योगेश वर्मा ने किया। अध्यक्षता मण्डल अध्यक्ष रामप्रकाश चौरसिया ने की तथा स्वागत भाषण नगर पंचायत अध्यक्ष महेश कुमार दूबे ने किया एवं संचालन मंडल महामंत्री योगेश वर्मा ने किया। इस दौरान पूर्व चेयरमैन उमाशंकर निषाद, संतोष राम त्रिपाठी, आईटी सेल के जिला संयोजक इन्द्र कुमार निगम, रामप्रकाश पांडेय, जनार्दन तिवारी, शिवकुमार शाह, अभिमन्यु तिवारी, सुमित सिंह, योगेश वर्मा, प्रदीप सिंह, लालबाबु साहनी, बेचई दुबे, यशवंत यादव, योगेन्द्र साहनी, पवन कुमार निगम, सतेन्द्र सिंह ,मिथिलेश यादव, व्यास यादव, नागेंद्र मिश्रा, दिनेश शर्मा, शिवप्रकाश गुप्ता, सोनू त्रिपाठी शिवशंकर राजभर, महेन्द्र चौधरी, दिलीप कुमार सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

सीडीओ और डीडीओ समेत दर्जनभर अधिकारियों ने खाई फाइलेरिया से बचाव की दवा

गोरखपुर, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना और जिला विकास अधिकारी राज मणि वर्मा समेत दर्जनभर अधिकारियों ने विकास भवन में मंगलवार को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया । लगातार दूसरे वर्ष दवा का सेवन करने के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है। जिला विकास अधिकारी कार्यालय में उनके साथ साथ कई ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी ने भी दवा का सेवन किया ।

सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान जिले में दो सितम्बर तक चलेगा। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर दवा खिला रही हैं। यह दवा सप्ताह में चार दिन सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को खिलाई जा रही है।

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह और सहायक मलेरिया अधिकारी राजेश कुमार चौबे की टीम ने विकास भवन में अधिकारियों और कर्मचारियों को दवा का सेवन कराया। दवा खाने के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि उन्होंने लगातार दूसरे वर्ष लाइलाज बीमारी फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया है। इसे पांच साल तक लगातार साल में एक बार खाना जरूरी है। दवा खाली पेट नहीं खानी है और इसे टीम के सामने ही खाना है। इस दवा का सेवन केवल गर्भवती, दो साल से कम उम्र के बच्चे और अति गंभीर बिस्तर पकड़ चुके बीमार लोग नहीं करेंगे।

जिला विकास अधिकारी ने कहा कि उन्होंने दवा का सेवन किया और इससे उन्हें कोई प्रतिकूल प्रभाव महसूस नहीं हुआ है। उनके साथ अन्य अधिकारियों ने भी दवा खाई है और सभी पूर्णतया स्वस्थ हैं। लाइलाज बीमारी फाइलेरिया से खुद को और समाज को बचाने के लिए इस दवा का सेवन नितांत आवश्यक है। एक बार बीमारी का लक्षण सामने आने के बाद यह ठीक नहीं होती है।

प्रेस क्लब में खिलाई जाएगी दवा

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि 28 अगस्त को दिन में 12 बजे से एक बजे के बीच प्रेस क्लब गोरखपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम जाएगी। इस मौके पर पत्रकारों के साथ साथ उनके परिजनों को भी दवा खिलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचने पर अगर कोई व्यक्ति घर पर मौजूद नहीं है तो वह जिला अस्पताल और सभी सरकारी अस्पतालों पर बने बूथ या फिर अपने निकटतम आशा कार्यकर्ता से सम्पर्क कर उनके सामने दवा का सेवन कर सकता है।

25.16 लाख लोग खा चुके हैं दवा

श्री सिंह ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे के दिशा निर्देशन में जिले में अब तक 25.16 लाख लोग दवा का सेवन कर चुके हैं। क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाली फाइलेरिया बीमारी को हाथीपांव के नाम से भी जानते हैं। इससे संक्रमित व्यक्ति में पांच से पंद्रह साल बाद भी लटकने वाले अंगों में सूजन के रूप में लक्षण प्रकट होते हैं। हाथ, पैर, स्तन और अंडकोष में सूजन इसके प्रमुख लक्षण है। एक बार लक्षण दिखने के बाद बीमारी पूरी तरह से ठीक नहीं होती है। अगर बचाव की दवा का सेवन कर लिया जाए तो शरीर में मौजूद माइक्रोफाइलेरिया नष्ट हो जाएंगे और यह लक्षण कभी नहीं आ पाएंगे।

नवाचार के माध्यम से नर्सिंग क्षेत्र के रोजगार की अपार संभावनाएं : डॉ. संजय माहेश्वरी

गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के तृतीय स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित साप्ताहिक समारोह के तहत युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज स्मृति व्याख्यानमाला में मंगलवार को डॉ. संजय माहेश्वरी (सीईओ इनोवेशन, रिसर्च एंड इंटरनेशनल रिलेशंस एमजीवाई मेडिकल यूनिवर्सिटी) और कर्नल डॉ. आरके चतुर्वेदी (पूर्व निदेशक, जेएसएस अस्पताल, मैसूर) ने नर्सिंग के अतीत, वर्तमान और भविष्य विषय पर नर्सिंग के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।

डॉ. संजय माहेश्वरी ने कहा कि नर्सिंग का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। नर्सिंग का आधुनिक स्वरूप फ्लोरेंस नाइटिंगेल के काम से विकसित हुआ, जिन्होंने 1850 के दशक में क्राइमियन युद्ध के दौरान नर्सिंग को एक पेशेवर मान्यता दिलाई और इसे वैज्ञानिक और अनुशासित दृष्टिकोण से देखा गया।

नर्सिंग पेशेवर क्षेत्र है जो समाज में स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। नर्सिंग नवाचार के माध्यम से इस पेशे में रोजगार के अपार संभावनाएं हैं। आज के समय में, नर्सिंग एक व्यापक और विविध पेशेवर क्षेत्र बन गया है। इसमें बुनियादी देखभाल से लेकर विशेष क्षेत्रों जैसे कि प्रजनन स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, और पेडियाट्रिक्स में नर्सों की जिम्मेदारियों में रोगियों की देखभाल, निदान, चिकित्सा प्रक्रियाओं के प्रबंधन से अच्छे परिणाम आ रहे हैं।

नर्सिंग के भविष्य पर डॉ. संजय माहेश्वरी ने विद्यार्थियों के प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि भविष्य में नर्सिंग की दिशा में कई संभावनाएँ और चुनौतियाँ हैं। चिकित्सा प्रौद्योगिकी के विकास के साथ, नर्सों को अधिक उन्नत तकनीकी कौशल की आवश्यकता होगी। रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसे उन्नत तकनीको से नर्सेज स्वयं को तैयार रखना होगा। नर्सिंग में नवाचारों से आधुनिक शिक्षा और चिकित्सा सेवा को समृद्ध किया जा सकता है। भविष्य में नर्सिंग के क्षेत्र मे रोबोटिक्स तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है।

व्याख्यान श्रृंखला में कर्नल डॉ. आरके चतुर्वेदी ने नर्सेज को मूल मंत्र देते हुए कहा की नर्सों की पहली जिम्मेदारी धैर्य, दूसरी चिकित्सकीय दृष्टि से, तीसरी लक्ष्य और चौथी जिम्मेदारी सुखद मुस्कान के साथ कार्य को पूर्ण करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा में नर्सेज मां का रूप हैं। जिस तरह मां अपने बच्चे के प्रति समर्पित रहती है उसी तरह नर्सेज धाय मां की भांति रोगी की सेवा करें। इस अवसर पर नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा ने दोनों अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से पैरामेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रोहित श्रीवास्तव, फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शशिकांत सिंह, नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसी जी., रजीथा आरएम, ममता रावत, रिंकी सिंह, श्वेता अल्बर्ट, सोसन डेन, संगीता, अक्षय एडवर्ड, सुमिता त्रिपाठी, प्रिया सिंह, कविता साहनी, नैंसी मिश्रा, ममता चौरसिया, शांति कुमारी, निधि मिश्रा, काजल मौर्य, पूनम गोंड, शक्ति जायसवाल, निधि राय, मानसी पांडेय, सुमन यादव, केशव अधिकारी, श्रद्धा, प्राची यादव, डॉ .अभिनव सिंह सहित सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

दवाओं के फार्मूलेशन के क्षेत्र में आयातक की बजाय निर्यातक बना भारत : डॉ. जीएन सिंह


गोरखपुर, 26 अगस्त। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के तृतीय स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित साप्ताहिक समारोह के तहत युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज स्मृति व्याख्यानमाला के पांचवें दिन मुख्य वक्ता भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह ने व्याख्यान दिया।

इस अवसर पर डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि देश एक समय तक दवाओं के फार्मूलेशन के लिए विदेशों पर निर्भर था लेकिन हाल के वर्षों में फार्मूलेशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति के चलते अब देश आयातक की बजाय निर्यातक की भूमिका में आ रहा है। उन्होंने फार्मास्युटिकल के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में हो रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच से उत्तर प्रदेश आने वाले समय में फार्मा हब बनकर उभरेगा।

अपने व्याख्यान में डॉ. सिंह ने फार्मास्युटिकल कंपनी रैनबैक्सी की उपलब्धियों की भी चर्चा की। बताया कि रैनबैक्सी के संस्थापक रणबीर सिंह और गुरबक्स सिंह ने 10 वर्षों के कठोर अनुसंधान के बाद भारत को विदेशी फार्मूलेशंस पर निर्भरता से मुक्त कराया। पहले जहां हमें अपनी आवश्यकताओं के लिए फार्मूलेशंस का आयात करना पड़ता था, वहीं रैनबैक्सी के अनुसंधान के कारण हम अपने फार्मूलेशंस को अमेरिका तक निर्यात कर रहे हैं।

डॉ. जीएन सिंह ने फार्मेसी के छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए प्रेरित किया और उन्हें फार्मास्युटिकल के क्षेत्र में नए मापदंड स्थापित करने के लिए उत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को मेहनत और समर्पण के साथ अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होने का संदेश दिया, जिससे भारत को फार्मेसी के क्षेत्र में विश्व स्तर पर और ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सके। इस अवसर पर मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने भी वैश्विक स्तर पर भारत की फार्मा प्रगति पर प्रकाश डाला।

आभार ज्ञापन औषधि विज्ञान संकाय के प्रमुख डॉ. शशिकांत सिंह ने किया। इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, महंत दिग्विजयनाथ चिकित्सालय के निदेशक डॉ. राजेश बहल, आयुर्वेद कालेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ एनएस, कृषि विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ. विमल कुमार दुबे, डॉ. अभिषेक कुमार सिंह, प्रवीन कुमार सिंह, दिलीप मिश्रा, दीपक कुमार, जूही तिवारी, श्रेया मद्धेशिया, पीयूष आनंद समेत कई शिक्षक और समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।
आर्थिक तंगी से परेशान मानसिक विक्षिप्त युवक ने की आत्महत्या

खजनी गोरखपुर।थाने की महुआडाबर चौकी क्षेत्र के ग्राम मिश्रवलियां के निवासी अयोध्या मिश्र 35 वर्ष पुत्र स्वर्गीय शिव प्रसन्न मिश्र मानसिक रुप से विक्षिप्त था। उसने अपने घर में कुंडी में साड़ी से फांसी का फंदा लगाकर लगभग एक बजे दिन में आत्महत्या कर ली। चौकी प्रभारी महुआडाबर शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि मृतक का वर्षों से नियमित इलाज गोरखपुर के मनोचिकित्सक डाॅक्टर बेरी के वहां से चलता था। मृतक चार भाईयों में दूसरे नंबर का था।


मृतक की शादी हुई है दो लड़कियां हैं एक दस वर्ष की तथा दूसरी एक वर्ष की है। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक की पत्नी भी अर्ध विक्षिप्त है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक आर्थिक तंगी से परेशान रहता था।
घटना के बाद पुलिस मृतक के भाई शुभम मिश्रा की सूचना पर मौके पर पहुंची और पंचायतनामे के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जय श्री राम सेवा संगठन ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर आम जन में श्रीमद् भागवत गीता का किया वितरण


गोरखपुर। सनातन धर्म के प्रचार प्रसार व जागरूकता के उद्देश्य के दृष्टिगत जय श्री राम सेना संगठन गोरखपुर द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष में गीता वाटिका मंदिर के सामने 201 श्रीमद्भगवतगीता का निशुल्क वितरण किया गया । साथी लोगों को श्रीमद् भागवत गीता के उद्देश्य के प्रति विस्तार पूर्वक जानकारी भी दी गई। कार्यक्रम में राघवेंद्र, आदर्श, आशुतोष, धर्मराज, जय, राहुल, अंश, तुषार एवं अन्य रामदूतों ने शामिल होकर सनातन के प्रति जागरूकता लाने का छोटा सा प्रयास किया गया।