भूमि विवाद में अपनी चाची से भिड़ी महिला प्रधान ,महिला प्रधान के मारपीट का वीडियो वायरल

खजनी गोरखपुर।इलाके के परसौनी गांव में महिला ग्रामप्रधान और उसकी चाची के साथ मारपीट हो गई। दोनों महिलाएं आपस में ऐसी भिड़ी की गांव के संपर्क मार्ग पर दोनों के बीच पहलवानों के दंगल की तरह उठा पटक हो गई। इस दौरान घटना का लाइव वीडियो बना कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।

उनवल चौकी के पास स्थित परसौनी गांव की महिला ग्रामप्रधान पुष्पांजलि और उसकी चाची माया देवी के बीच मारपीट हो गई। माया देवी ने बताया कि ग्रामप्रधान ने उनके हिस्से की जमीन में बढ़ा कर खड़जा लगा था जिसे उसने अपनी जमीन से हटा दिया। दोनों के बीच बीती शाम को भी विवाद हुआ था।जिसकी सूचना पुलिस को दी गई थी। कृष्ण जन्माष्टमी त्योहार के कारण मौके पर पहुंची 112 पुलिस टीम दोनों पक्षों को समझा कर चौकी पर पहुंच कर तहरीर देने के लिए कह कर लौट गई थी।

आज सबेरे दोनों महिलाएं आपस में भिड़ गईं और बाल खींच कर संपर्क मार्ग के किनारे जमीन पर पटक कर एक दूसरे से गुत्थमगुत्था हो गईं। माया देवी ने महिला ग्रामप्रधान पर दांत से काटने और मारपीट का आरोप लगाया है। घटना के दौरान महिला प्रधान के पति रामस्वरूप निषाद और माया देवी के पति रामफल सहित अन्य पुरुष भी मौके पर मौजूद रहे। वायरल वीडियो में भी बताया गया है कि किस प्रकार दोनों महिलाएं आपस में मारपीट कर रही हैं।

घटना के बाद दोनों पक्षों की ओर से थाने में तहरीर दे दी गई है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि विधिक कार्रवाई की जाएगी। वहीं क्षेत्राधिकारी विजय आनंद शाही ने बताया कि घटना का वायरल वीडियो देखा है, कार्रवाई का निर्देश दे दिया है।

उनवल नगर पंचायत में भाजपा के सदस्यता अभियान की कार्यशाला

खजनी गोरखपुर।भाजपा के द्वारा 324 सहजनवां विधानसभा क्षेत्र के उनवल मंडल में पार्टी के निर्देश पर एक दिवसीय सदस्यता अभियान कार्यशाला का आयोजन किया गया।मुख्य अतिथि जिला उपाध्यक्ष हरिकेश राम त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा कि सदस्यता अभियान दो चरणों में होगा जिसका पहला चरण 1 सितंबर से 25 सितंबर तक चलेगा जबकि दूसरा चरण 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें हम सभी कार्यकतार्ओं को भाजपा द्वारा जारी किए गए टोल फ्री नंबर 8800002024 पर कॉल करना होगा जिसके बाद एक कोड मिलेगा।

जिसको हमें एक लिंक पर अपलोड करके भाजपा का सदस्य बनाना है, और हम सभी कार्यकतार्ओं को अधिक से अधिक भाजपा का सदस्य बनाकर योगी और मोदी जी के हाथों को मजबूत करना होगा। उन्होंने बताया कि लिंक के माध्यम से अगर सदस्य बनने में कोई भी कठिनाई होगी तो भारतीय जनता पार्टी आईटी विभाग एवं सोशल मीडिया के कार्यकर्ता पूर्ण सहयोग करके कार्य को पूर्ण कराने में मदद करेगें। कार्यकतार्ओं का यही प्रयास रहे कि अपने बूथ पर कम से कम 200 भाजपा के नए सदस्य बनाएं।

विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय विधायक प्रदीप शुक्ल ने कहा कि आज जो पूरी दुनियां में देश का मान सम्मान बढ़ा है वह भाजपा के जमीन से जुड़े कार्यकतार्ओं की ही देन है। जिस भी राज्य में हमारी सरकारें हैं वहां के कार्यकर्ता सक्रिय हैं तभी केंद्र और प्रदेशों में हमारी सरकार हैं। आप सभी से निवेदन है कि हर बूथ पर कम से कम 200 सदस्य आवश्य बनाएं। पार्टी का सक्रिय सदस्य बनाने के लिए 100 लोगों को सदस्य बनाना होगा एवं सक्रिय सदस्य वही बन सकता है जो पिछले 3 साल से भाजपा का प्राथमिक सदस्य हो 3 साल पुराने कार्यकर्ता ही भाजपा के सक्रिय सदस्य बन सकते हैं।

कार्यक्रम का संचालन मंडल महामंत्री योगेश वर्मा ने किया। अध्यक्षता मण्डल अध्यक्ष रामप्रकाश चौरसिया ने की तथा स्वागत भाषण नगर पंचायत अध्यक्ष महेश कुमार दूबे ने किया एवं संचालन मंडल महामंत्री योगेश वर्मा ने किया। इस दौरान पूर्व चेयरमैन उमाशंकर निषाद, संतोष राम त्रिपाठी, आईटी सेल के जिला संयोजक इन्द्र कुमार निगम, रामप्रकाश पांडेय, जनार्दन तिवारी, शिवकुमार शाह, अभिमन्यु तिवारी, सुमित सिंह, योगेश वर्मा, प्रदीप सिंह, लालबाबु साहनी, बेचई दुबे, यशवंत यादव, योगेन्द्र साहनी, पवन कुमार निगम, सतेन्द्र सिंह ,मिथिलेश यादव, व्यास यादव, नागेंद्र मिश्रा, दिनेश शर्मा, शिवप्रकाश गुप्ता, सोनू त्रिपाठी शिवशंकर राजभर, महेन्द्र चौधरी, दिलीप कुमार सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

सीडीओ और डीडीओ समेत दर्जनभर अधिकारियों ने खाई फाइलेरिया से बचाव की दवा

गोरखपुर, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना और जिला विकास अधिकारी राज मणि वर्मा समेत दर्जनभर अधिकारियों ने विकास भवन में मंगलवार को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया । लगातार दूसरे वर्ष दवा का सेवन करने के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है। जिला विकास अधिकारी कार्यालय में उनके साथ साथ कई ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी ने भी दवा का सेवन किया ।

सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान जिले में दो सितम्बर तक चलेगा। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर दवा खिला रही हैं। यह दवा सप्ताह में चार दिन सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को खिलाई जा रही है।

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह और सहायक मलेरिया अधिकारी राजेश कुमार चौबे की टीम ने विकास भवन में अधिकारियों और कर्मचारियों को दवा का सेवन कराया। दवा खाने के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि उन्होंने लगातार दूसरे वर्ष लाइलाज बीमारी फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया है। इसे पांच साल तक लगातार साल में एक बार खाना जरूरी है। दवा खाली पेट नहीं खानी है और इसे टीम के सामने ही खाना है। इस दवा का सेवन केवल गर्भवती, दो साल से कम उम्र के बच्चे और अति गंभीर बिस्तर पकड़ चुके बीमार लोग नहीं करेंगे।

जिला विकास अधिकारी ने कहा कि उन्होंने दवा का सेवन किया और इससे उन्हें कोई प्रतिकूल प्रभाव महसूस नहीं हुआ है। उनके साथ अन्य अधिकारियों ने भी दवा खाई है और सभी पूर्णतया स्वस्थ हैं। लाइलाज बीमारी फाइलेरिया से खुद को और समाज को बचाने के लिए इस दवा का सेवन नितांत आवश्यक है। एक बार बीमारी का लक्षण सामने आने के बाद यह ठीक नहीं होती है।

प्रेस क्लब में खिलाई जाएगी दवा

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि 28 अगस्त को दिन में 12 बजे से एक बजे के बीच प्रेस क्लब गोरखपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम जाएगी। इस मौके पर पत्रकारों के साथ साथ उनके परिजनों को भी दवा खिलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचने पर अगर कोई व्यक्ति घर पर मौजूद नहीं है तो वह जिला अस्पताल और सभी सरकारी अस्पतालों पर बने बूथ या फिर अपने निकटतम आशा कार्यकर्ता से सम्पर्क कर उनके सामने दवा का सेवन कर सकता है।

25.16 लाख लोग खा चुके हैं दवा

श्री सिंह ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे के दिशा निर्देशन में जिले में अब तक 25.16 लाख लोग दवा का सेवन कर चुके हैं। क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाली फाइलेरिया बीमारी को हाथीपांव के नाम से भी जानते हैं। इससे संक्रमित व्यक्ति में पांच से पंद्रह साल बाद भी लटकने वाले अंगों में सूजन के रूप में लक्षण प्रकट होते हैं। हाथ, पैर, स्तन और अंडकोष में सूजन इसके प्रमुख लक्षण है। एक बार लक्षण दिखने के बाद बीमारी पूरी तरह से ठीक नहीं होती है। अगर बचाव की दवा का सेवन कर लिया जाए तो शरीर में मौजूद माइक्रोफाइलेरिया नष्ट हो जाएंगे और यह लक्षण कभी नहीं आ पाएंगे।

नवाचार के माध्यम से नर्सिंग क्षेत्र के रोजगार की अपार संभावनाएं : डॉ. संजय माहेश्वरी

गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के तृतीय स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित साप्ताहिक समारोह के तहत युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज स्मृति व्याख्यानमाला में मंगलवार को डॉ. संजय माहेश्वरी (सीईओ इनोवेशन, रिसर्च एंड इंटरनेशनल रिलेशंस एमजीवाई मेडिकल यूनिवर्सिटी) और कर्नल डॉ. आरके चतुर्वेदी (पूर्व निदेशक, जेएसएस अस्पताल, मैसूर) ने नर्सिंग के अतीत, वर्तमान और भविष्य विषय पर नर्सिंग के विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।

डॉ. संजय माहेश्वरी ने कहा कि नर्सिंग का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। नर्सिंग का आधुनिक स्वरूप फ्लोरेंस नाइटिंगेल के काम से विकसित हुआ, जिन्होंने 1850 के दशक में क्राइमियन युद्ध के दौरान नर्सिंग को एक पेशेवर मान्यता दिलाई और इसे वैज्ञानिक और अनुशासित दृष्टिकोण से देखा गया।

नर्सिंग पेशेवर क्षेत्र है जो समाज में स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। नर्सिंग नवाचार के माध्यम से इस पेशे में रोजगार के अपार संभावनाएं हैं। आज के समय में, नर्सिंग एक व्यापक और विविध पेशेवर क्षेत्र बन गया है। इसमें बुनियादी देखभाल से लेकर विशेष क्षेत्रों जैसे कि प्रजनन स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, और पेडियाट्रिक्स में नर्सों की जिम्मेदारियों में रोगियों की देखभाल, निदान, चिकित्सा प्रक्रियाओं के प्रबंधन से अच्छे परिणाम आ रहे हैं।

नर्सिंग के भविष्य पर डॉ. संजय माहेश्वरी ने विद्यार्थियों के प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि भविष्य में नर्सिंग की दिशा में कई संभावनाएँ और चुनौतियाँ हैं। चिकित्सा प्रौद्योगिकी के विकास के साथ, नर्सों को अधिक उन्नत तकनीकी कौशल की आवश्यकता होगी। रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसे उन्नत तकनीको से नर्सेज स्वयं को तैयार रखना होगा। नर्सिंग में नवाचारों से आधुनिक शिक्षा और चिकित्सा सेवा को समृद्ध किया जा सकता है। भविष्य में नर्सिंग के क्षेत्र मे रोबोटिक्स तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है।

व्याख्यान श्रृंखला में कर्नल डॉ. आरके चतुर्वेदी ने नर्सेज को मूल मंत्र देते हुए कहा की नर्सों की पहली जिम्मेदारी धैर्य, दूसरी चिकित्सकीय दृष्टि से, तीसरी लक्ष्य और चौथी जिम्मेदारी सुखद मुस्कान के साथ कार्य को पूर्ण करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा में नर्सेज मां का रूप हैं। जिस तरह मां अपने बच्चे के प्रति समर्पित रहती है उसी तरह नर्सेज धाय मां की भांति रोगी की सेवा करें। इस अवसर पर नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या डॉ. डीएस अजीथा ने दोनों अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से पैरामेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रोहित श्रीवास्तव, फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शशिकांत सिंह, नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसी जी., रजीथा आरएम, ममता रावत, रिंकी सिंह, श्वेता अल्बर्ट, सोसन डेन, संगीता, अक्षय एडवर्ड, सुमिता त्रिपाठी, प्रिया सिंह, कविता साहनी, नैंसी मिश्रा, ममता चौरसिया, शांति कुमारी, निधि मिश्रा, काजल मौर्य, पूनम गोंड, शक्ति जायसवाल, निधि राय, मानसी पांडेय, सुमन यादव, केशव अधिकारी, श्रद्धा, प्राची यादव, डॉ .अभिनव सिंह सहित सभी शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

दवाओं के फार्मूलेशन के क्षेत्र में आयातक की बजाय निर्यातक बना भारत : डॉ. जीएन सिंह


गोरखपुर, 26 अगस्त। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के तृतीय स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित साप्ताहिक समारोह के तहत युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज स्मृति व्याख्यानमाला के पांचवें दिन मुख्य वक्ता भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह ने व्याख्यान दिया।

इस अवसर पर डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि देश एक समय तक दवाओं के फार्मूलेशन के लिए विदेशों पर निर्भर था लेकिन हाल के वर्षों में फार्मूलेशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति के चलते अब देश आयातक की बजाय निर्यातक की भूमिका में आ रहा है। उन्होंने फार्मास्युटिकल के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश में हो रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच से उत्तर प्रदेश आने वाले समय में फार्मा हब बनकर उभरेगा।

अपने व्याख्यान में डॉ. सिंह ने फार्मास्युटिकल कंपनी रैनबैक्सी की उपलब्धियों की भी चर्चा की। बताया कि रैनबैक्सी के संस्थापक रणबीर सिंह और गुरबक्स सिंह ने 10 वर्षों के कठोर अनुसंधान के बाद भारत को विदेशी फार्मूलेशंस पर निर्भरता से मुक्त कराया। पहले जहां हमें अपनी आवश्यकताओं के लिए फार्मूलेशंस का आयात करना पड़ता था, वहीं रैनबैक्सी के अनुसंधान के कारण हम अपने फार्मूलेशंस को अमेरिका तक निर्यात कर रहे हैं।

डॉ. जीएन सिंह ने फार्मेसी के छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए प्रेरित किया और उन्हें फार्मास्युटिकल के क्षेत्र में नए मापदंड स्थापित करने के लिए उत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को मेहनत और समर्पण के साथ अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होने का संदेश दिया, जिससे भारत को फार्मेसी के क्षेत्र में विश्व स्तर पर और ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सके। इस अवसर पर मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने भी वैश्विक स्तर पर भारत की फार्मा प्रगति पर प्रकाश डाला।

आभार ज्ञापन औषधि विज्ञान संकाय के प्रमुख डॉ. शशिकांत सिंह ने किया। इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, महंत दिग्विजयनाथ चिकित्सालय के निदेशक डॉ. राजेश बहल, आयुर्वेद कालेज के प्राचार्य डॉ. मंजूनाथ एनएस, कृषि विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ. विमल कुमार दुबे, डॉ. अभिषेक कुमार सिंह, प्रवीन कुमार सिंह, दिलीप मिश्रा, दीपक कुमार, जूही तिवारी, श्रेया मद्धेशिया, पीयूष आनंद समेत कई शिक्षक और समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।
आर्थिक तंगी से परेशान मानसिक विक्षिप्त युवक ने की आत्महत्या

खजनी गोरखपुर।थाने की महुआडाबर चौकी क्षेत्र के ग्राम मिश्रवलियां के निवासी अयोध्या मिश्र 35 वर्ष पुत्र स्वर्गीय शिव प्रसन्न मिश्र मानसिक रुप से विक्षिप्त था। उसने अपने घर में कुंडी में साड़ी से फांसी का फंदा लगाकर लगभग एक बजे दिन में आत्महत्या कर ली। चौकी प्रभारी महुआडाबर शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि मृतक का वर्षों से नियमित इलाज गोरखपुर के मनोचिकित्सक डाॅक्टर बेरी के वहां से चलता था। मृतक चार भाईयों में दूसरे नंबर का था।


मृतक की शादी हुई है दो लड़कियां हैं एक दस वर्ष की तथा दूसरी एक वर्ष की है। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक की पत्नी भी अर्ध विक्षिप्त है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक आर्थिक तंगी से परेशान रहता था।
घटना के बाद पुलिस मृतक के भाई शुभम मिश्रा की सूचना पर मौके पर पहुंची और पंचायतनामे के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जय श्री राम सेवा संगठन ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर आम जन में श्रीमद् भागवत गीता का किया वितरण


गोरखपुर। सनातन धर्म के प्रचार प्रसार व जागरूकता के उद्देश्य के दृष्टिगत जय श्री राम सेना संगठन गोरखपुर द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष में गीता वाटिका मंदिर के सामने 201 श्रीमद्भगवतगीता का निशुल्क वितरण किया गया । साथी लोगों को श्रीमद् भागवत गीता के उद्देश्य के प्रति विस्तार पूर्वक जानकारी भी दी गई। कार्यक्रम में राघवेंद्र, आदर्श, आशुतोष, धर्मराज, जय, राहुल, अंश, तुषार एवं अन्य रामदूतों ने शामिल होकर सनातन के प्रति जागरूकता लाने का छोटा सा प्रयास किया गया।
शरीर से ही पता चल जाता है हर बीमारी का शुरुआती लक्षण : डॉ. संजय माहेश्वरी



गोरखपुर। आरोग्यधाम बालापार स्थित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय में 28 अगस्त तक आयोजित तीन दिवसीय निशुल्क वृहद लेजर सर्जरी कैम्प का सोमवार को शुभारम्भ हुआ। कैम्प में अंतरराष्ट्रीय ख्याति के कैंसर सर्जन और लैप्रोस्कोपिक एवं किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय माहेश्वरी तथा सीनियर सर्जन (पेट, आंत, गाल ब्लेडर, पाइल्स और कैंसर रोग विशेषज्ञ) डॉ. रेखा माहेश्वरी ने मरीजों को देखा और उन्हें जरुरी परामर्श दिया।  कैंप में पहले दिन करीब 65 मरीजों को परामर्श दिया गया।  सर्जरी के लिए चिन्हित मरीजों की 27 और 28 अगस्त को निशुल्क लेजर सर्जरी की जाएगी जबकि परामर्श का दौर भी इन दो दिनों में जारी रहेगा।

बिरला ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के डायरेक्टर और अपने चालीस वर्ष की प्रैक्टिस में 3 लाख 80 हजार सर्जरी कर चुके डॉ संजय माहेश्वरी ने बताया की इस कैम्प के जरिये पूर्वांचल में पहली बार बिना चिर फाड़, बिना बेहोश के लोकल एनेस्थीसिया द्वारा लेजर सर्जरी से पेट,आंत, लीवर, गाल ब्लेडर, पाइल्स और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के निशुल्क इलाज की सुविधा मिल रही है। सामान्यतः लेजर सर्जरी में लाखों का खर्च आता है जबकि यहां सब कुछ मुफ्त हो रहा है। यह गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की तरफ से एक शानदार पहल है। इस तरह का निशुल्क कैम्प यहां हर महीने के आखिरी सप्ताह में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा की नई प्रविधि से लेजर सर्जरी में मरीजों को बहुत तकलीफ नहीं होगी और आधे घंटे का ही समय लगेगा।

डॉ. माहेश्वरी ने मरीजों को परामर्श देने के साथ ही उन्हें बिमारियों से बचाव के प्रति जागरूक भी किया।  उन्होंने कहा कि हर बीमारी के प्रारंभिक लक्षण हमारे शरीर से खुद ही मिलती है। स्थिति तब गंभीर होती है जब हम शुरुआती लक्षणों की अनदेखी करते हैं। डॉ. संजय माहेश्वरी ने कहा कि पूर्वांचल में कैंसर, किडनी और गाल ब्लेडर के स्टोन तथा लिवर की बिमारियों की एक बड़ी वजह मिलावटी खाद्य तेलों का उपभोग है। कैंप में पहले दिन गुर्दा संबंधी बिमारियों से ग्रसित मरीज अधिक आए। ऐसे मरीजों को डॉ. माहेश्वरी ने समझाया की वे नमक, अचार और पापड़ के सेवन से परहेज करें।

कैंप में पुरुष मरीजों को डॉ संजय माहेश्वरी ने तथा महिला मरीजों को सर्जरी के क्षेत्र में ग्लोबल पहचान रखने वाली डॉ. रेखा माहेश्वरी ने परामर्श दिए। इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी, कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव और हॉस्पिटल डायरेक्टर कर्नल डॉ. राजेश बहल ने डॉ. माहेश्वरी का स्वागत किया।
शहीद किसी एक परिवार का नहीं देश का सपूत होता है :विधायक श्रीराम चौहान


खजनी गोरखपुर।कोकराझार असम राज्य में नक्सली हिंसा में 25 अगस्त वर्ष 2000 को बम धमाके में शहीद हुए खजनी तहसील क्षेत्र के डंड़वां चतुर गांव के मूल निवासी स्वर्गीय प्रेमनारायण त्रिपाठी के सुपुत्र अमर शहीद स्वर्गीय जितेंद्र त्रिपाठी की 25 वीं पुण्यतिथि गांव के प्राथमिक विद्यालय में स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धा पूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान और विशिष्ट अतिथि विभागीय निर्देश पर दिल्ली से पहुंचे सीआरपीएफ के जवान अजय नाथ गहलोत ने अमर शहीद के चित्र पर दीप जलाकर माल्यार्पण पुष्पार्चन कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।

श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि देश के लिए शहीद होने वाले जवान किसी एक परिवार अथवा गांव क्षेत्र के नहीं बल्कि भारत माता के सपूत होते हैं। देश की रक्षा के लिए हंसते हुए अपना जीवन बलिदान करने वाले अमर शहीदों का देश का हर नागरिक ऋणी होता है। उन्होंने कहा कि देशवासियों और युवाओं को ऐसे शहीदों के जीवन से देश हित के कार्यों के लिए प्रेरणा लेनी चाहिए।

श्रद्धांजलि सभा को विनोद पांडेय, अरविंद राय उर्फ बिट्टू पहलवान, बृजेश राय सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। शहीद की सुपुत्री सुप्रिया धर्मपत्नी मीनाक्षी देवी समेत परिवार की सभी महिलाओं भाईयों सुनील त्रिपाठी, विनोद त्रिपाठी ने अश्रुपूरित नेत्रों से पुष्पांजलि अर्पित करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले लोगों में कृपा शंकर उर्फ जुगुनू दुबे, जगदम्बा शुक्ला,
ध्रुव कुमार मौर्या, उदय नारायण उर्फ गुड्डू सिंहरविन्द्र उर्फ नाटे, सुदामा प्रसाद, रिंकु राय, दयालू सिंह, बृज कुमार शुक्ला, शेषनाथ त्रिपाठी,ब्रह्मा तिवारी, शत्रुघ्न त्रिपाठी, हृदय नारायण राय, अंकुश दूबे,प्रमोद तिवारी, नितेश त्रिपाठी, रवि त्रिपाठी, रितेश त्रिपाठी,सूरज त्रिपाठी, मोहन दूबे, राजेश राय, शिवानंद दुबे,राहुल ओझा, अनमोल शुक्ला,सुनील मौर्या, कुंवर शुक्ला, शिवेश दुबे, प्रदीप प्रजापति सहित क्षेत्रीय गणमान्य लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
काव्य कविता ममता की छांव का हुआ लोकार्पण

गोरखपुर। प्रेस क्लब सभागार में गोरखपुर की उदीयमाना कवयित्री सुश्री दीक्षा राय ह्यशुभ्राह्ण की काव्यकिताब ह्यममता की छाँवह्ण का लोकार्पण यशस्वी कवि-साहित्यकार विद्वानों के हाथों सम्पन्न हुआ। पूर्वांचल हिन्दी-मंच, गोरखपुर के तत्त्वावधान में आयोजित इस लोकार्पण-समारोह में बीज-वक्तव्य देते हुए प्रो० रामदरश राय ने कहा कि मनोहर कृतियों का यह काव्यनीड़ हिन्दी की नयी सदी की नयी काव्ययात्रा है। कविता के विषयों में नवीन?ता है। अनेकत्र मौलिकता भी। दरअसल दीक्षा की सभी कविताएँ ममत्वभरी मनोगत की आत्मीय उद्गीथ हैं।

मुख्यवक्ता प्रो० आमोदकुमार राय ने दीक्षा की कविताओं को अधुनातन हिन्दी काव्यधारा में उठती हुई नवतरंग के रूप में देखा तो डॉ० संजयन त्रिपाठी ने कृति के मुक्तकों और गीतों को हिन्दीकाव्य की नयी देखा के रूप में चिह्नित किया। डॉ० शाकिरअली खाँ ने एक गजल और दो शेर सौंपकर कृति और कृतिका को दुआ अर्ज की। डॉ० विनयमोहन त्रिपाठी ने कवयित्री दीक्षा के नवजात काव्यकृतित्व की भाषिक विदग्धता और कला-चारुता पर अपनी मुहर लगायी। डॉ० अंगदकुमार सिंह ने ह्यममता की छाँवह्ण को दीक्षा की कविताओं का छायाश्रम कहा। डॉ० रामकृपाल राय ने एक स्वरचित गीत सुनाकर दीक्षा को शुभकामना दी। डॉ० फूलचन्दप्रसाद गुप्त ने कवयित्री दीक्षा में नये काव्यबीज का अंकुरण देखा। विशिष्ट अतिथि श्री अखिलेश चन्द ने कवयित्री दीक्षा की हर्षिल काव्य-तितीक्षा से मनोरम संवाद करते हुए एक मुकम्मल आश्वस्ति की अनुभूति की।

समारोह के मुख्य अतिथि डॉ० आद्याप्रसाद द्विवेदी ने काव्यकृति पर समीक्षा-दृष्टि दौड़ाते हुए उसे २१वीं सदी की नयी काव्यरेखा कहा। अध्यक्षीय उद्?बोधन में डॉ० उमाकान्त राय ने कवयित्री दीक्षा की इस प्रथम काव्ययात्रा को हिन्दी का अभिनव सुन्दरकाण्ड कहा।

सम्पूर्ण कार्यक्रम का खूबसूरत साहित्यिक संचालन डॉ० फूलचन्दप्रसाद गुप्त ने किया और आभार-ज्ञापन एवं धन्यवाद-प्रकाशन डॉ० अजय ह्यअनजानह्ण ने। आरम्भत: वाणी-वन्दना की गयी और मध्यत: दीक्षा राय के माता-पिता-अनुजा श्रीमती बीना राय और देवशर्मा राय तथा प्रज्ञा राय द्वारा मंचस्थ साहित्यविदों को पुष्पगुच्छ एवं उत्तरीय प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राजेश्वर सिंह, नर्वदेश्वर सिंह, बृजेश राय, राकेश राय, जीतबहादुर पाण्डेय, आचार्य ओमप्रकाश पाण्डेय, डॉ. पवनकुमार राय, महेश त्रिगुणायत आदि उपस्थित रहे।