श्रावण शुक्लपक्ष त्रयोदशी प्रदोष पर मनमोहक फूलो से बाबा गरीबनाथ का हुआ श्रृंगार

मुजफ्फरपुर : श्रावण शुक्लपक्ष त्रयोदशी प्रदोष पर मनमोहक फूलो से सजे बाबा गरीबनाथ का ले के शिव के मनाइब हो और जटाटवी गलकज्वल्ल से गूंजा बाबा दरबार,वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ अभिषेक, महाश्रृंगार के बाद आरती हुई। 

श्रावण शुक्लपक्ष त्रयोदशी प्रदोष पर्व पर बाबा गरीबनाथ का वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ षोडशोपचार पूजन के उपरांत दुध,दही,घी,मध,शक्कर से पंचामृत स्नान कर रंग-बिरंगे फूल-माला और दीपो से मंदिर के पुजारी पंडित बच्चा पाठक ने किया और इसके बाद धुप-दीप से आरती की।

  

इस दौरान जटाटवी गलकज्वल्ल प्रवाह पावित स्थले और का लेके शिव के मनाइब हो से पूरा बाबा दरबार गुंजायमान हो उठा।

इस दौरान जिला जज राकेश कुमार सिंह,पंडित अभिषेक पाठक,प्रभात कुमार,संजय चौधरी,मुकेश रूंगटा,राजू कुमार,राजा चौधरी,मंटू चौधरी,संजय तुलस्यान,विशाल कुमार, संजय चौधरी,सहित सैकङो श्रद्धालु मौजूद रहें।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर में नाबालिक के साथ दरिंदगी मामले में आरोपी के घर को किया कुर्की जब्ती

मुजफ्फरपुर : बिहार में मुजफ्फरपुर में बीते दिन एक नाबालिक बच्ची के साथ दरिंदगी का मामला प्रकाश में आया था, जिसमे गांव के ही एक व्यक्ति पर हैवानियत के साथ हत्या करने का आरोप लगाया गया. हालाकि घटना के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा, जिसके बाद पुलिस ने महज एक सप्ताह के अंदर आरोपी के घर कुर्की जब्ती करने पहुंची. इस दौरान बहुजन समाज पार्टी और भीम आर्मी के भारी संख्या में कार्यकर्ता दिखे, जो की आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करने लगे.

आपको बता दें की मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र में एक नाबालिक के साथ दरिंदगी और हत्या करने का मामला सामने आया था. बताया गया की बीतें 11 अगस्त को महादलित नाबालिग किशोरी का शव तालाब से परिस्थिति में बरामद हुआ था. जिसके बॉडी के हिस्से पर धारदार हथियार से हमला किया गया था. मृतका के शरीर पर कई जख्म के निशान पाये गये थे. वही घटनास्थल पर एफएसएल की टीम एवं डॉग स्क्वायड की टीम पहुंची थी, एसएसपी भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल किया था.

वही गांव के ही संजय राय पर आरोप है की उसने अपने कुछ साथियों के साथ रात के अंधेरे में किशोरी को घर से उठाया और फिर हैवानियत के साथ हत्या कर दिया. वही घटना के बाद से आरोपी फरार चल रहा है. इस मामले में पुलिस ने कारवाई तेज कर दी और कोर्ट के आदेश पर कल यानी 16अगस्त को आरोपी के घर डुगडुगी बाजार इश्तेहार चिपकाया था, इश्तेहार में इस बात का जिक्र था कि यदि 17 अगस्त को आरोपी सरेंडर नहीं करता है तो उसकी सारी चल और अचल संपत्ति को जब्त किया जाएगा, लेकिन 17अगस्त यानी आज आरोपी संजय राय ने सरेंडर नहीं किया जिसके बाद पुलिस आरोपी के घर पर बुलडोजर लेकर कुर्की जब्ती की कार्रवाई करने पहुंच गयी. हालाकि पुलिस को इस दौरान लोगो के आक्रोश का भी सामना करना पड़ा. वही बहुजन समाज पार्टी और भीम कर्मी के भारी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे जहा आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करने लगे और नारेबाजी की.

आपको बता दें की इस मामले में पुलिस ने आरोपी संजय राय के एक साथी को गिरफ्तार किया साथ ही एक बुलोरो भी जब्त किया. जिसमे बताया गया की उसने आरोपी को उक्त गाड़ी से भागने में मदद किया था.

मायावती के सोशल मीडिया पोस्ट के बाद दलित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरी, बहुजन समाज पार्टी

मुजफ्फरपुर : पिछले दिनों पारू प्रखंड अंतर्गत लालू छपरा पंचायत के गोपालपुर गांव के नयाटोला की दलित छात्रा की बलात्कार के बाद हुई नृसंस हत्या मामले को लेकर बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार के नेतृत्व में बसपा का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को पीड़ित परिवार से मिलकर घटना की विस्तृत जानकारी ली तथा परिजनों को ढाढ़स बढ़ाया और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। इस दौरान बसपा के राज्यसभा सांसद रामजी गौतम, केंद्रीय प्रदेश प्रभारी लालजी मेघांकर, एडवोकेट सुरेश राव, प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो के साथ प्रदेश स्तर के तमाम पदाधिकारी मौजूद थे। परिजनों से मिलने के बाद बसपा द्वारा मृतका के गांव से डीएसपी कार्यालय, सरैया तक आक्रोश मार्च निकाला गया. जो बाद में सभा में तब्दील हो गया।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने कहा की दलित समाज की बेटी के साथ बलात्कार और हत्या की घटना अत्यंत दुखद और सभ्य समाज पर धब्बा है। समाज के शोषित-वंचित तबके की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा हम सबकी सामुहिक जिम्मेदारी है। बिहार में गूंगी, बहरी और निक्कमी सरकार है. हम सरकार से अविलंब न्याय की मांग करते हैं और अगर नीतीश कुमार गरीब, शोषित, दलित और वंचितों को न्याय नही दिला सकते हैं तो गद्दी छोड़ दें। उन्होंने कहा की नीतीश कुमार के पास बेटी नही है, मगर हम सब बेटी वाले हैं, पूरा बिहार बेटी वाला है. आए दिन हमारे बहन बेटियों के साथ बलात्कार हो रहा है और उसकी हत्या कर दी जा रही है. आखिर लगातार हम दलितों पर अत्याचार क्यों हो रहा है? कौन है वो लोग जो दलितों के बहन - बेटियों के इज्जत के साथ खिलवाड़ कर रहे है और उन बलात्कारियों को ये सरकार में बैठे लोग बचाने का काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा की हम सरकार से कहना चाहते है की नीतीश कुमार जगिए और अपने पुलिस प्रशासन को जगाइए. आप इस मामले को दबाने का कोशिश मत करिए. आज बहन मायावती के नेतृत्व में बहुजन समाज पार्टी सजग हो गया है. जब तक इस घटना में संलिप्त हत्यारों को फांसी नही मिल जाती तब तक बहुजन समाज पार्टी के एक एक सिपाही सोएंगे नही. दलित बिटिया को न्याय दिलाने की लड़ाई बसपा का एक-एक कार्यकर्ता प्रतिबद्धता के साथ लड़ेगा।

वहीं बसपा के राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने कहा परिवार के सामने बंदूक की नोक पर दलित छात्रा को अगवा एवं बलात्कार करके उसकी निर्मम हत्या बिहार की सरकार की नाकामी है. बिहार में सुशासन की सरकार नही जंगलराज चल रहा है। यहां लगातार बलात्कार, हत्या की घटनाएं हो रही है. सरकार और प्रशासन गहरी नींद में सो रहा है। उन्हें सरकार चलाने में दिलचस्पी है. जनता के दुख दर्द से उनको कोई मतलब नही है। मैं सरकार से कहना चाहता हूं की अब सोने का समय नही है. बहुजन समाज जाग चुका है. अगर आप अपराधियों को बचाने में लगे है तो बहुजन समाज यह बर्दाश्त नही करेगा। जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी हो. फोरेंसिक टीम बुलाकर इसकी जांच हो. पोस्टमार्टम पैनल बनाकर किया गया है की नही? उसकी वीडियोग्राफी कराई गई है की नही? यह सब भी जांच का विषय है। उन्होंने कहा की बहुजन समाज पार्टी बच्ची को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है. जो भी इस हत्याकांड में दोषी है उसको कड़ी से कड़ी सजा दिलाने में पीछे नही हटेंगे।

आक्रोश मार्च निकाल कर किया डीएसपी कार्यालय का घेराव

मृतका के परिजनों से मिलने के बाद बहुजन समाज पार्टी के द्वारा आक्रोश मार्च निकाला गया. आक्रोश मार्च में सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर सभी ने एक स्वर में आवाज बुलंद किया. आक्रोश मार्च मृतका के गांव से डीएसपी कार्यालय, सरैया पहुंचा जहां बसपा के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता डीएसपी कार्यालय के समीप धरना पर बैठ गए. धरना की जानकारी पर डीएसपी कुमार चंदन पहुंचे और उन्होंने बसपा के प्रतिनिधि मंडल से बातचीत की और भरोसा दिलाते हुए कहा की हमने आरोपियों के घर इश्तियार चिपका कर कुर्की की कारवाई कर रहे है, एक की गिरफ्तारी भी हुई है। जल्द हीं हत्याकांड में सम्मिलित सभी की गिरफ्तारी की जाएगी। मौके पर संजय मंडल, कुणाल किशोर विवेक, सुनेश कुमार, बलीराम प्रसाद, जिलाध्यक्ष राजेंद्र राम, दिलीप कुमार, राम किशोर पांडे, विजय सिंह, बालकनाथ सहनी, डॉ बृजेश कुमार, हरिकेश्वर राम, राजेश्वर दास, नथुनी रजक, संतलाल राम, राजगीर राम, ललन बैठा, राजकिशोर राम, मो नेयाज, विनोद महतो समेत प्रदेश स्तर के प्रदेश स्तर के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।

*उतर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में ओपीडी सेवा ठप

कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के बाद पूरे देश में बवाल है, 

इसको लेकर 24 घंटे तक आईएमए पूरे देश में ओपीडी हड़ताल की घोषणा की गई है- 

जिसका असर मुजफ्फरपुर में भी देखने को मिल रहा है - उतर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में ओपीडी सेवा ठप..!

डॉ सीबी कुमार सह अध्यक्ष आईएमए मुजफ्फरपुर ने कहा की कोलकाता कांड में दोषियों पर करवाई और डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर सरकार को कदम उठाना होगा.

डॉक्टरों के हड़ताल का असर मुजफ्फरपुर में भी - उतर बिहार का सबसे बड़ा मंडी में पसरा सन्नाटा*

 IMA के आवाहन पर 24घंटे के लिए डॉक्टर्स स्ट्राइक पर है, इसका असर मुजफ्फरपुर में भी देखने को मिला.

 जहा सरकारी और निजी अस्पतालों में सन्नाटा पड़ता हुआ है, चितिस्का सेवा ठप होने से मरीज दर दर भटक रहे है.

 चिकित्सकों का उतर बिहार का सबसे बड़ा मंडी मुजफ्फरपुर स्थित जुरन छपरा में सन्नाटा पसरा पड़ा है, मरीज इलाज के लिए दर दर भटक रहे है. वही मुजफ्फरपुर का सदर अस्पताल का भी हाल कुछ ऐसा ही है जहा ओपीडी सेवा ठप है, 

जिसकी तस्वीर साफ देख सकते है हालाकि सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने दावा किया है की सदर अस्पताल में मरीजों का समुचित इलाज के लिए सुप्रीटेंडेंट और सभी प्रभारियों को निर्देश दिया गया है. ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी ने उठानी पड़ी.

लेकिन आपको बता दें की कल से ही मरीज इलाज के दर दर भटक रहे है, जहा उतर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल एसकेएमसीएच में कल मरीज इलाज के लिए इधर उधर भटक रहे थे वही आज स्ट्राइक की वजह से निजी अस्पताल की भी सेवा ठप है.

मुजफ्फरपुर आपदा से कैसे करें बचाव नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को किया गया जागरूक

बिहार में आए दिन सड़क दुर्घटना में लोगो की मौत और हताहत की खबरे सामने आती रहती है, हालाकि इसको लेकर सरकार और स्थानीय तौर पर प्रशासन लगातार लोगो जागरूक करने में लगी है, ताकि आपदा जैसी स्थिति हो या जब सड़क पर वाहन से चले तो कैसे खुद को सुरक्षित रखे.

इसको लेकर तरह तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसी दौरान मुजफ्फरपुर समाहरणालय परिसर में सूचना और जन संपर्क विभाग बिहार के द्वारा एक नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कलाकारों ने अपने नाटकीय रूप में लोगो को जागरूक किया की कैसे सड़क पर चलते समय सावधानी बरतनी चाहिए.

मुजफ्फरपुर डीपीआरओ प्रमोद कुमार ने बताया की ये लोग नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सड़क सुरक्षा के तहत एतिहात के रूप में क्या क्या उपाय करना है इसको लेकर लोगो को जागरूक कर रहे है. साथ ही कहा की नुकर नाटक के माध्यम से लोग आसानी से समझ सके इसको लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

मुजफ्फरपुर में किशोरी के साथ रेप के बाद निर्मम हत्या के पीड़ित परिवार से मिला लोजपा (आर) का प्रतिनिधि मंडल, कहा-मिलेगा न्याय

मुजफ्फरपुर : जिले के पारू थाना में क्षेत्र में बीते दिनो एक किशोरी का शव संदिग्ध परिस्थिति में पाया गया था। जिसके बॉडी पर धारदार हथियार के निशान थे। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी और पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी। क्योंकि मृतका के परिजनो ने गांव के युवकों पर कई गंभीर आरोप लगाए। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई। घटनास्थल पर खुद एसएसपी पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की। वही अब ये मामला सियासी रंग ले रहा है। क्योंकि विपक्ष इस मामले को लेकर सूबे की सरकार पर हमलावर है। 

वही आज शुक्रवार को लोजपा (रामविलास) का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचा। वैशाली सांसद वीना देवी, जमुई के सांसद अरुण भारती , लोजपा जिलाध्यक्ष विश्वकर्मेन्द्रों देव उर्फ चुलबुल शाही सहित कई लोजपा चिराग के नेता शामिल रहे। 

इस दौरान जमुई सांसद अरुण भारती ने कहा कि हर हाल में आरोपियों की गिरफ्तार किया जाएगा। किसी भी दोषी को बक्शा नही जाएगा। वहीं उन्होंने एसएसपी से मोबाइल पर बात कर सवाल किया कि आखिर आरोपित की गिरफ्तारी कबतक होगी। 

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

कोलकाता कांड के विरोध मे मुजफ्फरपुर स्थित SKMCH मे चिकित्सा सेवा ठप, मरीज बेहाल

मुजफ्फरपुर : देश के अन्य राज्यों सहित उतर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल एसकेएमसीएच में भी कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब एसकेएमसीएच अस्पताल परिसर में डॉक्टरों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इससे अस्पताल में इमरजेंसी सुविधा पूरी तरह ठप हो चुका है। मरीज और परिजन इलाज के लिए दर दर भटकने को मजबूर है।

आपको बता दें कि एसकेएमसीएच में इलाज करवाने कई जिलों के लोग आते है और ऐसे में अगर इमरजेंसी सुविधा ठप हो तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि मरीज सहित परिजनों को कितनी समस्या हो रही होगी। लोग इलाज के लिए तरस रहे है लेकिन डॉक्टर अपनी मांगो को लेकर स्ट्राइक पर है।

इधर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने सुरक्षा की मांग के साथ ही इस कांड के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े है। वी वांट जस्टिस और अपनी सुरक्षा का नारा लगा रहे है। 

डॉक्टर ने बताया कि घटना के बाद बंगाल में गुंडों ने 14 तारीख की रात में अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़ की और डॉक्टरों को पीटा है। अब जब सरकार हमारी मांगे नहीं सुनती तब तक हरताल जारी रहेगा।

इधर मरीज को लेकर आए परिजन ने बताया कि कल दस के बाद से इमरजेंसी बंद है कोई काम नहीं हो रहा है डॉक्टर कुछ सुन नही रहे है। अगर कुछ अनहोनी हो जायेगी तो इसका जिम्मेदार कोन होगा। साथ ही अपील किया की कम से कम इमरजेंसी खोला जाए ताकि बच्चे और लोगो का इलाज हो सके।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

पीएम मोदी ने लाल किले से छेड़ा नया राग, सेक्यूलर सिविल कोड का किया जिक्र, कांग्रेस बोली-अंबेडकर का अपमान
#pm_narendra_modi_speech_secual_civil_code

आजादी की 78वीं सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से भाषण देते हुए एक बार फिर समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का जिक्र किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूसीसी पर अपनी सरकार का रुख भी साफ कर दिया। हालांकि पीएम मोदी ने यूसीसी की जगह जिस नाम का इस्तेमाल किया है, वो विवाद बढ़ाने वाला है। जिसकी शुरूआत हो भी गई है। लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में सेकुलर सिविल कोड की जरूरत बताई।प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश को कम्युनल नहीं, बल्कि एक सेक्युलर सिविल कोड की जरूरत है। अब कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से यह कह कर संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का घोर अपमान किया है।

जयराम रमेश ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, 'नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री की दुर्भावना और विद्वेष की कोई सीमा नहीं है। आज के उनके लाल किले के भाषण में यह पूरी तरह से दिखा।' उन्होंने आरोप लगाया कि यह कहना हमारे पास अब तक 'सांप्रदायिक नागरिक संहिता' है, डॉ. अंबेडकर का घोर अपमान है, जो हिंदू पर्सनल लॉ में सुधारों के सबसे बड़े समर्थक थे। ये सुधार 1950 के दशक के मध्य तक वास्तविकता बन गए। इन सुधारों का आरएसएस और जनसंघ ने कड़ा विरोध किया था। उन्होंने 21वें विधि आयोग द्वारा 31 अगस्त, 2018 को पारिवारिक कानून के सुधार पर दिए गए परामर्श पत्र के कथन का उल्लेख किया।

*देश को कम्युनल नहीं, सेक्युलर सिविल कोड की जरूरत-पीएम मोदी*
इससे पहले पीएम मोदी ने आज स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से कहा कि आज देश को कम्युनल नहीं, बल्कि एक सेक्युलर सिविल कोड की जरूरत है। जिस सिविल कोड का हम पालन कर रहे हैं, वह कम्युनल सिविल कोड है। समय की यह मांग है कि देश में एक सेक्युलर सिविल कोड हो। इसके बाद ही हमें धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्ति मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी यूनिफॉर्म सिविल कोड पर कई बार चर्चा की है। कई बार आदेश भी दिए हैं। मोदी ने यह भी कहा कि संविधान निर्माताओं का सपना पूरा करना हमारा दायित्व है। धर्म के आधार पर समाज को बांटने वाले कानून आधुनिक समाज स्थापित नहीं कर सकते। इसलिए इनका कोई स्थान नहीं हो सकता है।

*इस गंभीर विषय पर व्यापक चर्चा हो-पीएम मोदी*
पीएम मोदी ने कहा, ऐसे सिविल कोड से जब हम संविधान के 75 वर्षा मना रहे हैं अब संविधान की भावना जो कहती है हमें करने के लिए, देश की सुप्रीम कोर्ट भी हमें कहती है करने के लिए और तब संविधान निर्माताओं का जो सपना था, उसे पूरा करने की जिम्मेदारी हमारी है और मैं चाहता हूं की इस गंभीर विषय पर व्यापक चर्चा हो, हर कोई अपने विचार लेकर आए और उन कानूनों को, जो कानून देश को धर्म के आधार पर बांट दे, समाज में ऊंच-नीच का कारण बन जाए, ऐसे कानून का समाज में कोई स्थान नहीं है और इसलिए मैं तो कहूंगा और समाज की मांग है कि देश में एक सेक्यूलर सिविल कोड होना चाहिए। हमने कम्यूनल सिविल कोड में 75 साल बिताए हैं, अब हमें सिविल कोड की तरफ जाना होगा और तब जाकर के जो भेदभाव हो रहे हैं, उससे हमें मुक्ति मिलेगी।

*क्या है यूसीसी ?*
यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी समान नागरिक संहिता, जिसे प्रधानमंत्री ने सेक्युलर सिविल कोड के नाम से संबोधित किया, इसका सीधा सा मतलब है देश में रहने वाले हर धर्म, जाति, संप्रदाय और वर्ग के लिए हर मुद्दे पर एक समान नियम-कानून। एक ऐसा कानून जो पूरे देश के लिए एक समान हो। इसमें सभी धर्म वालों के लिए विरासत, शादी, तलाक और गोद लेने के नियम एक ही होंगे। भारत के संविधान में भी देश के सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून की बात कही गई है। इसका अनुच्छेद-44 नीति निर्देशक तत्वों में शामिल है और इस अनुच्छेद का उद्देश्य संविधान की प्रस्तावना में दिए गए धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य के सिद्धांत का पालन करना है। अनुच्छेद-44 में कहा गया है कि सभी नागरिकों के लिए यूनिफॉर्म सिविल कोड बनाना सरकार का दायित्व है।

*पहले भी एक परिवार में एक नियम की कर चुके हैं पैरवी*
ये पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने समान नागरिक संहिता को देश की जरूरत बताया है। पिछले साल मध्य प्रदेश में एक रैली में उन्होंने कहा था, परिवार के एक सदस्य के लिए एक नियम हो, दूसरे सदस्य के लिए दूसरा नियम हो तो क्या वो घर चल पाएगा? तो ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा?'

*यूसीसी बीजेपी सरकार का टॉप एजेंडा*
बता दें कि समान नागरिक संहिता का मुद्दा मोदी सरकार के टॉप एजेंडे में रहा है। बीजेपी के तीन बड़े वादों- अयोध्या में राम मंदिर बनाना, कश्मीर से 370 हटाना के साथ- साथ समान नागरिक संहिता भी शामिल रहा है. राम मंदिर और 370 का वादा पूरा हो चुका है। अब बारी समान नागरिक संहिता या कहें तो सेक्यूलर सिविल कोड लागू करने की बारी है।
'बिना कारण ही हिंदुओं को झेलनी पड़ रही गर्मी', बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर बोले मोहन भागवत
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आज स्वतंत्रता दिवस पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में संघ मुख्यालय पर तिरंगा फहराया। मोहन भागवत ने ध्वजारोहण के बाद संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। आरएसएस प्रमुख ने बांग्लादेश में जारी हिंसा का जिक्र किया। उन्होंने अपने संबोधन में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि हिंदूओं को अकारण ही उस हिंसा की गर्मी झेलनी पड़ रही है।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में संघ के हेडक्‍वार्टर पर झंडा फहराते हुए कहा, 'हम अपना 78वां स्वतंत्रता दिन पूरा कर रहे हैं। देश में इस स्वतंत्रता के लिए बलिदान करने वाला समूह और उनके पीछे खड़े होने वाले समाज ये दोनों बातें जब बनी तब हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई। हमने जो बड़ी मेहनत से स्वतंत्रता पाई वो पीढ़ी तो चली गई लेकिन आने वाले पीढ़ी को स्व के रंग में रंगना और उसकी रक्षा करना हमारा दायित्व है। उन्‍होंने कहा, आने वाली पीढ़ी का यह कर्तव्य है कि वह स्वतंत्रता के ‘स्व’ की रक्षा करे क्योंकि दुनिया में हमेशा ऐसे लोग होते हैं जो दूसरे देशों पर हावी होना चाहते हैं और हमें उनसे सतर्क एवं सावधान रहना होगा तथा स्वयं को बचाना होगा।

संघ प्रमुख ने कहा कि भारत ऐसा है कि वह खुद की रक्षा और स्वयं की स्वतंत्रता इसका तो दायित्व है ही, हर देश का होता है लेकिन भारतवर्ष की परंपरा रही है कि भारत अपने आपको दुनिया के उपकार के लिए बड़ा करता है और इसलिए पिछले सालों में हमने देखा होगा कि हमने कभी किसी पर आक्रमण नहीं किया, कुछ नहीं किया। जब-जब जो संकट में था, उसकी मदद की, वह हमारे साथ कैसा व्यवहार करता है इसको देखा नहीं, जो संकट में है उसकी मदद करना ये हमारा देश है, ऐसा हमको चलना है।

भागवत ने परोक्ष रूप से बांग्लादेश के हालात का जिक्र करते हुए कहा कि कि दुनिया भर के दुखी-पीड़ितों के लिए हम करते हैं, हमारी सरकार भी करती है, तो ऐसी परिस्थिति में अपना देश ठीक रहे और अन्य देशों को ठीक होना है, उनको हमारी मदद की जरूरत हो और उन देशों में जो अस्थिरता की अराजकता की गर्मी झेलने वाले जो लोग हैं। उनको कोई कष्ट न हो, उन पर कोई अत्याचार न हो, एक देश के नाते हमारे सिर पर है कुछ मामले तो सरकार को अपने स्तर पर ही करने पड़ते हैं। परंतु यह सब करके भी उनको शक्ति तब मिलती है जब समाज इस प्रकार की मनोवृत्ति लेकर, सजगता लेकर देश के लिए सबकुछ अर्पण करने के लिए जीता है।

भागवत ने कहा, यह सुनिश्चित करना हमारे देश की जिम्मेदारी है कि अस्थिरता और अराजकता की मार झेल रहे लोगों को किसी परेशानी, अन्याय और अत्याचार का सामना न करना पड़े. कुछ मामलों में सरकार को अपने स्तर पर भी देखना पड़ता है, लेकिन उसे ताकत तभी मिलती है जब समाज अपना कर्तव्य निभाता है और देश के लिए प्रतिबद्धता दिखाता है।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में उम्मीद जताई कि बांग्लादेश में हालात जल्द सामान्य होंगे और वहां हिंदू तथा दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। पीएम मोदी ने कहा, बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है उसको लेकर पड़ोसी देश के नाते हमें चिंता होना स्वाभाविक है। मैं आशा करता हूं कि वहां हालात जल्द सामान्य होंगे। 140 करोड़ देशवासियों की चिंता यह है कि वहां हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा, भारत हमेशा चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश सुख और शांति के मार्ग पर चलें। शांति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है, हमारे संस्कार हैं। आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा के लिए हमेशा हमारी शुभेच्छा रहेगी क्योंकि हम मानव जाति की भलाई के बारे में सोचने वाले लोग हैं।

बता दें कि बांग्लादेश में पिछले दिनों प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद से कई हिंदू मंदिरों, हिंदू समुदाय के लोगों के घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की खबरें हैं। नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली को लेकर शेख हसीना नीत सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद देश में अव्यवस्था का माहौल हो गया। हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ कर भारत आ गईं।