जिस महिला पर लगा था पुरुष होने का आरोप ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर रच दिया इतिहास

पेरिस ओलंपिक में अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है.उन्होंने महिला बॉक्सिंग की वेल्टरवेट कैटगरी के फाइनल मुकाबले में चीन की बॉक्सर और 2023 की वर्ल्ड चैंपियन यांग लियू को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हरा दिया. इमान खेलीफ गोल्ड मेडल जीतने वाली अल्जीरिया की पहली महिला बॉक्सर हैं. उनके अलावा केवल होसीन सोलटानी ने पुरुष कैटेगरी में अल्जीरिया के लिए गोल्ड मेडल जीता है. ये अल्जीरिया के ओलंपिक इतिहास का 7वां गोल्ड मेडल है.प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इटली की बॉक्सर एंजेला कारिनी को हराने के बाद खेलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगाए गए थे. उनका जमकर विरोध हुआ था. यहां तक की उन्हें डिस्क्वालिफाई करने की मांग होने लगी थी.

मुश्किल था पेरिस ओलंपिक का सफर

इमान खेलीफ के लिए पेरिस ओलंपिक का सफर बेहद मुश्किल भरा रहा है. उनके लिए गोल्ड मेडल जीतना इतना आसान नहीं था. पूरे ओलंपिक के दौरान उन्हें पुरुष बताकर जमकर ट्रोल किया गया. उनका खूब विरोध हुआ, यहां तक उन्हें डिस्क्वालिफाई करके बाहर निकाले जाने की भी मांग हुई. इन सभी चीजों को सहते हुए खेलीफ अपने मुकाबलों पर ध्यान देती रहीं. हालांकि, फाइनल में उन्हें खूब समर्थन मिलते देखा गया. बाउट के दौरान कई फैंस उनके नाम के नारे लगाकर चीयर कर रहे थे.

खेलीफ ने जीत के बाद हवा में पंच मारा और अल्जीरिया के झंडे के साथ विक्ट्री लैप लगाते हुए सभी को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद कहा. इस दौरान वो काफी इमोशनल दिखीं. खेलीफ ने कहा कि ओलंपिक चैंपियन बनना उनका 8 सालों कासपना था, जो पूरा हो चुका है. इतना ही नहीं अपने ऊपर हुए हमलों और नफरतों को लेकर भी उन्होंने बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें लेकर हुए विरोध ने इस जीत को स्पेशल बना दिया है. खेलीफ ने भविष्य में इस तरह के हमले नहीं होने की उम्मीद जताई.

कबाड़ बेचकर बनीं बॉक्सर

इमान खेलीफ के लिए बॉक्सिंग का सफर संघर्षों से भरा रहा है. खेलीफ का जन्म 1999 में अल्जीरिया के तियरेत में हुआ. 25 साल की बॉक्सर को शुरुआती दौर में फुटबॉल खेलने का शौक था, लेकिन बाद में उन्होंने बॉक्सिंग को करियर बनाने का फैसला किया. खेलीफ ने जब बॉक्सिंग की शुरुआत की थी, तब ट्रेनिंग के लिए उन्हें बस के जरिए दूसरे गांव में जाना पड़ता था. उस वक्त खेलीफ बहुत गरीब थीं और बस से यात्रा करने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते थे. इसलिए वो कबाड़ बेचकर अपने लिए पैसे का इंतजाम करती थीं. इतना ही नहीं उनके पिता को लड़कियों का बॉक्सिंग करना बिल्कुल पसंद नहीं था. फिर भी खेलीफ ने हार नहीं मानी और सारी परेशानियों के बीच अपने खेल को जारी रखा.

2023 से चल रहा पुरुष होने का विवाद

इमान खेलीफ ने 19 साल की उम्र में 2018 AIBA महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में डेब्यू किया था. 2019 के वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में वो पहले राउंड में हारकर बाहर हो गईं. वहीं 2020 के टोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा.

इसके बाद साल 2023 में खेलीफ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचीं. हालांकि, गोल्ड मेडल मैच से पहले इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) ने उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया. IBA ने डिसक्वालिफाई करने के पीछे खेलीफ के शरीर में बहुत ज्यादा मात्रा में टेस्टोसटेरोन होने का हवाला दिया था.

बाद में IBA के अध्यक्ष ने यह भी खुलासा किया था कि DNA टेस्ट के दौरान खेलीफ के शरीर में X,Y क्रोमोजोम्स पाए गए थे, जो पुरुषों में होते हैं. हालांकि, एसोसिएशन का टेस्ट भी विवादों में आ गया था. वहीं खेलीफ ने IBA के फैसले को एक बड़ी साजिश भी बताया था. पेरिस ओलंपिक में इटली के खिलाफ क्वार्टर फाइनल हुए मुकाबले के बाद वो एक बार फिर विवादों में आ गईं. इस मुकाबले में उनकी विरोधी एंजेला कारिनी ने 46 सेकेंड के बाद ही खुद को मुकाबले से बाहर कर लिया था. इसके बाद खेलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगाए गए थे. इसके बाद खेलीफ को पूरी दुनिया से नफरतों का सामना करना पड़ा. फिर भी वो हार नहीं मानी और चैंपियन बनने का सपना देखती रहीं और अब उन्होंने गोल्ड मेडल जीत लिया है.

पेरिस ओलंपिक,हरियाणा के अमन ने पहलवानी में भारत को दिलाया ब्रॉन्ज मेडल

पेरिस ओलंपिक 2024 में हरियाणा के खिलाड़ियों का दबदबा जारी है. शुक्रवार को हरियाणा के पहलवान अमन सहरावत ने भारत को पेरिस ओलंपिक में छठा मेडल दिलाया. मेन्स फ्रीस्टाइल 57 किलो भार वर्ग में पहलवान अमन सहरावत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. इसी के साथ ओलंपिक में मेडल जीतने वाले पहलवान अमन सहरावत सातवें भारतीय रेसलर बन गए हैं.

अमन ने जीता ब्रॉन्ज मेडल:

 शुक्रवार को हुए ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में अमन ने प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराया और इतिहास रचा इससे पहले सेमीफाइनल मैच में पहलवान अमन सहरावत को हार का सामना करना पड़ा था. जापान के रेसलर री हिगुची ने उन्हें 0-10 से रहा दिया था. 2 मिनट 14 सेकेंड चले इस मुकाबले को जापानी पहलवान ने टेक्निकल सुपीरियरिटी के आधार पर जीता.

परिजनों में जश्न:

 बता दें कि पहलवान अमन सहरावत हरियाणा के झज्जर जिले के बिरोहर गांव के रहने वाले हैं. उनके इस प्रदर्शन ने परिजनों और गांव में जश्न का माहौल है. पूरे गांव ने उनका मैच बड़ी स्क्रीन लगाकर एक साथ देखा. अमन की जीत के बाद से परिवार में बधाईयों का तांता लगा है.

ये मेडल रक्षाबंधन का तोहफा': पहलवान अमन सहरावत की बहन ज्योति ने कहा "पूरे परिवार और गांव में खुशी का माहौल है. भाई ने ब्रॉन्ज मेडल जीत कर इतिहास रचा है. ये मेडल मेरे लिए रक्षाबंधन का तोहफा है. इससे अच्छा राखी का गिफ्ट मुझे मिल ही नहीं सकता." ज्योति ने गोल्ड मेडल ना जीत पाने पर भी मलाल जताया. उन्होंने कहा कि जो भी कमी रही गई है. भाई वो अगल ओलंपिक में पूरी करने की कोशिश करेगा. हम सभी उनके साथ हैं.

बचपन में उठ गया था माता-पिता का साया: पहलवान अमन सहरावत के ताऊ सुधीर ने कहा कि अमन के इस प्रदर्शन से परिवार, गांव और पूरे देश में जश्न का माहौल है. अमन ना सिर्फ गांव और परिवार का बल्कि पूरे देश का नाम विश्व में रोशन किया है. अमन के ताऊ ने बताया कि जब वो 10 साल के थे. तब उनकी मां का हार्ट अटैक से निधन हो गया. इस सदमे में उनके पिता भी एक साल बाद चल बसे. इसके बाद अमन की परवरिश चाचा, मौसी और ताऊ ने मिलकर की.

अब तक भारत के 6 मेडल: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत ने अब तक कुल 6 मेडल जीते हैं, जिसमें पांच ब्रॉन्ज और एक सिल्वर मेडल शामिल है. जिनमें मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज जीता. दूसरा ब्रॉन्ज भी मनु भाकर ने मिक्स्ड टीम इवेंट में (सरबजोत सिंह के साथ) जीता. तीसरा ब्रॉन्ज मेडल स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग मेन्स की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में जीता. चौथा भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. पांचवां नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता. छठा पहलवान अमन सहरावत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता.

गौतम गंभीर ज्यादा समय टिक नहीं पाएंगे- जोगिंदर शर्मा

गौतम गंभीर को लेकर इस तरह का बयान देने वाले हैं जोगिंदर शर्मा, जो कि 2007 में T20 वर्ल्ड कप का पहला खिताब जीतने वाली टीम इंडिया के हीरो रहे थे. गौतम गंभीर भी उस ICC टूर्नामेंट को जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे थे. जोगिंदर शर्मा का कहना है कि जितना वो गंभीर को जानते हैं, उसके मुताबिक वो ज्यादा दिन भारतीय टीम में नहीं टिकेंगे.

गंभीर पर दिए बयान के पीछे हैं 3 वजहें

जोगिंदर शर्मा का ये हैरतअंगेज बयान सोशल मीडिया पर तेजी से जोर पकड़ रहा है, जिसके पीछे उन्होंने 3 वजहें बताई हैं.

उन्होंने पहली बात ये कही कि कई दफा गौतम गंभीर के कुछ फैसले ऐसे हो जाते हैं, जो ज्यादा लोगों को पसंद नहीं आते. ऐसा इसलिए क्योंकि वो सीधी बात करते हैं.

जोगिंदर शर्मा के मुताबिक दूसरी बात ये है कि, गंभीर किसी के पास जाने वाले नहीं हैं. चापलूसी करना उनकी आदत नहीं रही है.

तीसरी और आखिरी वजह उन्होंने बताई कि गंभीर अपना काम करने में यकीन रखते हैं और कभी ये भी नहीं चाहते कि उन्हें उसका क्रेडिट मिले.

भारतीय हॉकी टीम के कप्तान से फोन पर की बात, दी शुभकामनाएं,CM भगवंत मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह को फोन करके पेरिस ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल मैच के लिए शुभकामनाएं दी. फोन पर बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने अफसोस जताया कि वे पेरिस जाकर भारतीय हॉकी टीम का हौसला बढ़ाना चाहते थे, लेकिन दुर्भाग्यवश इसकी अनुमति नहीं मिली.

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि राजनीतिक कारणों से उनको मंजूरी देने इनकार कर दिया गया. भगवंत सिंह मान ने कहा कि वे मैच के दौरान भारतीय हॉकी टीम के साथ रहना चाहते थे, लेकिन अब उन्हें टीवी स्क्रीन पर लाइव देखना पड़ेगा.

पूरे देश का ध्यान हमारे नायकों पर होगा- मान

मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही मुझे अनुमति देने से इनकार किया गया है, लेकिन पूरा देश और खासतौर पर पंजाब इस मैच के दौरान हॉकी के नायकों के साथ होगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतकर सफलता की नई कहानी लिखेगी. भगवंत सिंह मान ने कहा कि पूरा देश इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. उन्होंने कहा कि पदक लेकर घर लौटने वाली हॉकी टीम का भव्य स्वागत किया जाएगा.

हरमनप्रीत सिंह को सीएम ने दी सलाह

खेल के कुछ तकनीकी पहलुओं को साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने हरमनप्रीत को सलाह भी दी. उन्होंने कहा कि वे टीम के सेंटर में स्थित उन जगहों पर ध्यान दें, जहां से हाल ही के मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम द्वारा अधिक पास दिए गए थे. उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि भारत ने 52 साल के लंबे अंतराल के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराया. भगवंत सिंह मान ने सभी खिलाड़ियों द्वारा दिखाए जा रहे शानदार खेल की सराहना करते हुए कहा कि पूरे देश को उन पर गर्व है.

9वें दिन ऐसा होगा भारत का शेड्यूल,भारतीय हॉकी टीम, लक्ष्य सेन और लवलीना बोरगोहेन पर होंगी सबकी नजरें

पेरिस ओलंपिक 2024 में 8 दिनों के खेल के बाद भारत 3 मेडल के साथ 50वें स्थान पर बना हुआ है. इसके पिछले दिन भारत 47वें नंबर पर था, लेकिन दो दिनों में कोई भी मेडल नहीं जीत पाने के कारण नुकसान हुआ. अब खेलों का यह महाकुंभ और 8 दिनों तक खेला जाएगा. पिछले दो दिनों में भारतीय एथलीट्स 5 मेडल के मौके गंवा चुके हैं. खेल के 8वें दिन मनु भाकर हैट्रिक लगाने से चूक गईं. वहीं दीपिका कुमारी और भजन कौर भी आर्चरी के मेडल राउंड तक पहुंचने में असफल रहीं. इसके अलावा निशांत देव ने बॉक्सिंग में क्वार्टर फाइनल मुकाबला हारकर मेडल से केवल एक कदम दूर रह गए. अब 9वें दिन की बारी इस दिन लक्ष्य सेन और लवलीना बोरगोहेन जैसे कुछ बड़े नाम उतरने वाले हैं. वहीं शूटिंग में एक बार फिर मेडल जीतने का मौका होगा.

भारतीय हॉकी टीम का क्वार्टर फाइनल

पेरिस ओलंपिक का 9वें दिन की शुरुआत सबसे बड़े मुकाबले से होगी. भारतीय हॉकी टीम ग्रुप स्टेज में ऑस्ट्रेलिया को ओलंपिक में 52 साल बाद हराकर इतिहास रच चुकी है. अब क्वार्टर फाइनल की बारी है, जहां उसकी भिड़ंत ग्रेट ब्रिटेन से होगी. 2020 के टोक्यो ओलंपिक में भी ब्रिटेन को भारत को हरा चुका है. रविवार 4 अगस्त को दोपहर 1.30 बजे से भारतीय टीम एक बार फिर जीत के इरादे से उतरेगी.

लक्ष्य सेन की अग्नि परीक्षा

भारत के लिए 9वें दिन दूसरा बड़ा मुकाबला बैडमिंटन में होगा. लक्ष्य सेन मेडल जीतकर इतिहास रचने से बस एक कदम दूर हैं. इससे पहले पुरुष बैडमिंटन के सेमीफाइनल में उन्हें डेनमार्क के विक्टर एक्सलसन के सामने अग्निपरीक्षा देनी होगी. एक्सलसन विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर हैं, वहीं लक्ष्य 19वें पायदान पर. अगर लक्ष्य ये मैच जीत जाते हैं, तो फाइनल में उनकी एंट्री हो जाएगी और साथ ही एक मेडल भी पक्की हो जाएगी. पुरुष बैडमिंटन के इतिहास में मेडल जीतने वाले वो पहले भारतीय बन जाएंगे. ये मुकाबला दोपहर 2.20 बजे से खेला जाएगा.

लवलीना की मेडल पर नजरें

बॉक्सिंग में अब लवलीना बोरगोहेन भारत की आखिरी उम्मीद हैं. उन्हें रविवार 4 अगस्त को क्वार्टर फाइनल में चीन की लि कियान से मुकाबला करना है. ये मुकाबला आसान नहीं होने वाला है, क्योंकि लि कियान टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर और रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीत चुकी हैं. हालांकि, लवलीना अगर कियान को हराने में कामयाब होती हैं, तो वो सेमीफाइनल में चली जाएंगी और उनके नाम कम से कम ब्रॉन्ज मेडल पक्का हो जाएगा.

शूटिंग में भी मेडल का मौका

पेरिस ओलंपिक में भारत पहले ही शूटिंग में 3 मेडल जीत चुका है. अब 9वें दिन एक और मेडल जीतने का मौका होगा. 4 अगस्त को महिला शूटिंग के स्कीट इवेंट का दूसरा दिन है. इसमें भारत की ओर से राइजा ढिल्लन और माहेश्वरी चौहान हिस्सा ले रही हैं. 

पहले दिन के बाद माहेश्वरी 8वें और राइजा 25वें स्थान पर हैं. क्वालिफिकेशन के लिए और 2 राउंड बचे हैं, जो 1 बजे से खेले जाएंगे. अगर दोनों शूटर्स टॉप-6 में जगह बनाती हैं, तो शाम 7 बजे से फाइनल मुकाबले में मेडल जीत सकती हैं.

भारत के अन्य मुकाबले

पुरुष शूटिंग 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल इवेंट का स्टेज मुकाबला 12.30 से शुरू होगा, जिसमें भारत की ओर से अनीश भंवाला और विजयवीर सिद्धू हिस्सा ले रहे हैं. वहीं शुभांकर शर्मा और गगनजीत भुल्लर गोल्फ के चौथे राउंड में नजर आएंगे. एथलेटिक्स के महिला 3000 मीटर स्टीपलचेज के पहले राउंड में पारुल चौधरी क्वालिफिकेशन के लिए दौड़ती हुई नजर आएंगी. वहीं पुरुष लॉन्ग जम्प में जेस्विन एल्ड्रिन हिस्सा लेने वाले हैं. नौकायन में विष्णु सरवनन और नेथरा कुमानन 7वें और 8वें दावेदारी पेश करेंगे.

Paris Olympics 2024:- दीपिका कुमारी-अनंतजीत सिंह ओलंपिक से हुए बाहर

मनु भाकर महिला शूटिंग के 25 मीटर पिस्टल इवेंट में चौथे स्थान पर रहीं. वो तीसरा मेडल जीतने से चूक गईं. उनके अलावा भजन कौर और दीपिका कुमारी भी आर्चरी में हारकर बाहर हो गई हैं. अब बॉक्सर निशांत देव पर नजरें हैं, जिन्हें क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेलना है. ये मैच जीतने के साथ ही एक मेडल पक्का हो जाएगा.

शूटिंग में अनंतजीत सिंह हुए बाहर

पुरुष शूटिंग के स्कीट इवेंट से अनंतजीत बाहर हो गए हैं. उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और वो फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सके. अनंतजीत ने 30 शूटर्स में से 24वें स्थान पर रहकर फिनिश किया.

दीपिका कुमारी रोमांचक मुकाबले में बाहर

दीपिका कुमारी महिला आर्चरी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हारकर बाहर हो गई हैं. उनका मुकाबला कोरिया के आर्चर से था. दोनों के बीच एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिला. पहले सेट में उन्होंने 28-26 से जीतकर 2-0 की बढ़त बनाई. हालांकि, अगले सेट में उन्हें 25-28 से हार का सामना करना पड़ा और मुकाबला 2-2 का बराबरी पर आ गया. तीसरे सेट में दीपिका ने फिर वापसी की और इसे 29-28 से अपने नाम किया. इसके साथ ही उन्होंने 4-2 की बढ़त बनाई, लेकिन चौथा 27-29 से हार गईं और एक बार फिर मुकाबला 4-4 की बराबरी पर आ खड़ा हुआ. अब फैसला अंतिम और 5वें सेट पर टिका था, जिसमें दीपिका हार गईं और इसके साथ ही उनका इस ओलंपिक में सफर भी खत्म हो गया.

8वें दिन ऐसा होगा भारत का शेड्यूल,मेडल से हो सकती है दिन की शुरुआत

पेरिस ओलंपिक 2024 को एक हफ्ते बीत चुके हैं. अब खेलों के इस महाकुंभ और एक सप्ताह का समय रह गया है. 7 दिनों के खेल बाद भारत कुल 3 मेडल जीत सका है और तीनों ही ब्रॉन्ज हैं. यहां तक की भारत को ये सभी मेडल शूटिंग के खेल में मिले हैं. देश फिलहाल टैली में 47वें नंबर पर है. 7वें दिन हमारे एथलीट्स के पास दो मेडल जीतने का मौका था, लेकिन वो इसे हासिल नहीं कर सके. अब 8वें दिन की बारी है, जहां मेडल के लिए एक बार फिर नजरें मनु भाकर पर होंगी. उनके अलावा दीपिका कुमारी से भी मेडल की उम्मीद है. आइये जानते हैं शनिवार 3 अगस्त को भारत के कौन-से एथलीट्स मैदान में उतरने वाले हैं.

मेडल से हो सकती है दिन की शुरुआत

पेरिस ओलंपिक के 8वें दिन भारत 6 खेलों में हिस्सा लेगा. इस दौरान कुल 11 एथलीट्स देश का प्रतिनिधित्व करेंगे. भारत के लिए दिन की शुरुआत मेडल से हो सकती है. दोपहर एक बजे मनु भाकर महिला शूटिंग 25 मीटर पिस्टल इवेंट के फाइनल में हिस्सा लेने वाली हैं. इस ओलंपिक में वो पहले ही दो मेडल जीत चुकी हैं. ऐसे में उनका आत्मविश्वास बहुत बढ़ा होगा. इसलिए उनसे 

हालांकि, मनु भाकर से पहले शुभांकर शर्मा और गगनजीत भुल्लर गोल्ड के तीसरे राउंड में हिस्सा लेंगे. वहीं पुरुष शूटिंग के स्कीट इवेंट में अनंतजीत सिंह और इसके महिला इवेंट में महेश्वरी चौहान और रायजा ढिल्लों उतरने वाली हैं. ये तीनों इवेंट दोपहर 12.30 से खेले जाएंगे.

दीपिका कुमारी-भजन कौर भी मेडल की रेस में

मनु भाकर के अलावा भारतीय आर्चर दीपिका कुमारी और भजन कौर मेडल की रेस में होंगी. दोनों आर्चर्स महिला आर्चरी इंडिविजुअल इवेंट के प्री क्वार्टर फाइनल में हिस्सा लेने वाली हैं. दीपिका जहां दोपहर 1.52 बजे से उतरेंगी, वहीं भजन 2.05 बजे से शामिल होंगी.

अगर दोनों आगे क्वालिफाई करती हैं, तो शाम 4.56 बजे से इसका क्वार्टर फाइनल, 5.35 बजे से सेमीफाइनल, 6.03 बजे से ब्रॉन्ज मेडल मैच और शाम 6.16 बजे से गोल्ड मेडल खेलते हुए दिख सकती हैं. अब दोनों के प्रदर्शन पर निर्भर करता है कि वो कहां तक पहुंच पाती हैं.

इसके अलावा नौकायन में विष्णु सरवनन और नेत्रा कुमानन में दावेदारी पेश करने वाले हैं. सबसे अंत में बॉक्सर निशांत देव हाथ आजमाते नजर आएंगे, जिन्हें रात 12.18 से पुरुष बॉक्सिंग का क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेलना है.

टाई हो गया भारत-श्रीलंका के बीच पहला वनडे मैच,231 रन भी नहीं बना पाए भारतीय दिग्गज

भारत और श्रीलंका के बीच पहला वनडे इंटरनेशनल रोमांचक अंदाज में टाई हो गया। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 230 रन बनाए थे। जवाब में भारत भी इतने ही स्कोर पर ऑलआउट हो गया। टीम इंडिया को जीत के लिए जब 15 गेंद में सिर्फ एक रन की जरूरत थी और उसके पास दो विकेट बाकी थे तब पहले शिवम दुबे और फिर अर्शदीप सिंह लगातार दो गेंद में आउट हो गए। श्रीलंका के कप्तान चरिथ असलंका ने 48वें ओवर में दो गेंद पर दो विकेट झटक लिए और भारत को 230 पर समेट दिया। अब श्रृंखला का दूसरा मैच चार अगस्त यानी रविवार को इसी मैदान पर खेला जाएगा। भारत के लिए कप्तान रोहित शर्मा ने सर्वाधिक 58 रन बनाए।

श्रीलंका के स्पिनरों ने वानिंदु हसारंगा की अगुआई में रन गति पर लगाम कसते हुए लगातार अंतराल पर विकेट झटके। हसारंगा ने 58 रन देकर तीन, कप्तान चरिथ असालंका ने 30 रन देकर तीन और दुनिथ वेलालागे ने 39 रन देकर दो विकेट झटके। अकिला धनंजय ने 40 रन देकर एक विकेट प्राप्त किया। रोहित और शुभमन गिल (16 रन) ने पहले विकेट के लिए 76 गेंद में 75 रन की साझेदारी करके भारत को अच्छी शुरुआत कराई, लेकिन देखते ही देखते भारत का स्कोर 130/4 हो गया। वाशिंगटन सुंदर (05), विराट कोहली (24 रन), श्रेयस अय्यर (23 रन) के बाद केएल राहुल (31 रन) और अक्षर पटेल (33 रन) ने भी निराश किया। 2019 के बाद अपना पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे शिवम दुबे ने 24 गेंद में 25 रन की पारी खेली, लेकिन टीम को जीत तक नहीं ले जा सके।

श्रीलंका ने दिया था 231 रन का लक्ष्य

श्रीलंका के कप्तान चरिथ असलंका ने टर्न ले रही पिच पर टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन उसकी शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने अविष्का फर्नांडो का विकेट गंवा दिया, जिन्हें मोहम्मद सिराज ने पवेलियन भेजा। फिर निसांका और कुसल मेंडिस (14 रन) ने दूसरे विकेट के लिए 39 जोड़कर वापसी की कोशिश की। टी-20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला की तरह श्रीलंका ने अपने विकेट जल्दी जल्दी गंवा दिए। भारतीय गेंदबाजों का प्रयास भी अच्छा रहा, जिन्होंने श्रीलंकाई बल्लेबाजों को खराब शॉट खेलने पर मजबूर किया। 

मेंडिस को दुबे ने पगबाधा आउट किया। श्रीलंका का स्कोर दो विकेट पर 46 रन से 27वें ओवर में पांच विकेट पर 101 रन हो गया। एक छोर से विकेट गिरते रहे लेकिन दूसरे छोर पर दुनिथ वेलालागे जमे रहे, उन्होंने 59 गेंद में अपना पहला वनडे अर्धशतक बनाया और अपनी टीम को 200 रन का आंकड़ा पार कराया।

ओलंपिक में फिर मचा बवाल! महिला बॉक्सिंग में उतरा एक और ‘पुरुष’

पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला बॉक्सिंग काफी विवादों में घिरी हुई है. हाल ही में महिलाओं की वेल्टरवेट कैटेगिरी के प्री-क्वार्टर फाइनल में इटली की बॉक्सर एंजेला कारिनी और अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ के बीच टक्कर हुई थी. जिसमें अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगे थे. अब ऐसा ही एक और मामला पेरिस ओलंपिक में सामने आया है. इस महिला खिलाड़ी की भी पिछले साल लिंग पहचान की जांच की गई थी. जहां इस खिलाड़ी को भी IBA वर्ल्ड चैंपियनशिप के दौरान अयोग्य घोषित कर दिया गया था.

महिला बॉक्सिंग में उतरा एक और ‘मर्द’

अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खलीफा के बाद अब ताइवान की लिन यू-टिंग के जेंडर ने बवाल खड़ा कर दिया है. लिन यू-टिंग ने उज्बेकिस्तान की सिटोरा टर्डीबेकोवा को तीन राउंड में शिकस्त देकर क्वाटर फाइनल में अपनी जगह बना ली है. लिन यू-टिंग भी पिछले साल जेंडर टेस्ट में फेल हो गई थीं, लेकिन इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी ने उन्हें हाल ही में ओलंपिक 2024 में खेलने की अनुमति दे दी थी.

इस मुकाबले के बाद उज्बेकिस्तान की सिटोरा टर्डीबेकोवा ने लिन से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि एक पुरुष के जैसे क्षमता वाली बॉक्सर लिन की भागीदारी के विरोध में उन्होंने यह कदम उठाया है. बता दें, 28 साल की लिन यू-टिंग का ये दूसरा ओलंपिक है, इससे पहले उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भी हिस्सा लिया था. वह दो बार की वर्ल्ड चैंपियन भी हैं. लेकिन पिछले साल से ही वह भी अपने जेंडर टेस्ट को लेकर सवालों के घेरे में हैं.

कौन हैं लिन यू-टिंग?

लिन यू-टिंग ने 2008 में ताइपे के मिडिल स्कूल में मुक्केबाजी शुरू की थी. इसके बाद 2017 में वियतनाम में आयोजित एशियाई चैंपियनशिप में शौकिया चैंपियनशिप स्तर पर अपनी शुरुआत की. वह 2019 एशियाई चैंपियनशिप, 2022 एशियाई खेलों और 2022 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल विजेता रही हैं. एशियाई खेलों में जीत ने पेरिस ओलंपिक में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की थी.

धोनी के कौन है पसंदीदा गेंदबाज,जाने यहां

 महेंद्र सिंह धोनी  ने भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया हो, लेकिन उनके फैंस कम नहीं हुए हैं। पूरी दुनिया में आज भी फैंस उन्हें क्रिकेट के मैदान में देखना चाहते हैं। आईपीएल के दौरान धोनी के फैन फॉलोइंग देखने को मिलती है। इसी बीच महेंद्र सिंह धोनी ने अपने पसंदीदा गेंदबाज का नाम बता दिया है।

हाल में ही सोशल मीडिया पर महेंद्र सिंह धोनी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में जब महेंद्र सिंह धोनी से पूछा गया कि उनका पसंदीदा गेंदबाज कौन है? तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मौजूदा समय में उन्हें जसप्रीत बुमराह बहुत ज्यादा पसंद हैं। बता दें कि जसप्रीत बुमराह का इंटरनेशनल करियर भी धोनी की ही कप्तानी में शुरू हुआ था।

T20 वर्ल्ड कप में किया था शानदार प्रदर्शन

T20 वर्ल्ड कप में जसप्रीत बुमराह ने शानदार प्रदर्शन किया था। इस टूर्नामेंट में उनका इकॉनमी 5 से भी कम था। इसके अलावा वो सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में से थे। उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया था। फिलहाल जसप्रीत बुमराह को आराम दिया गया है। उम्मीद कि जा रही है कि वो बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वापसी कर सकते हैं।

महेंद्र सिंह धोनी के फ्यूचर को लेकर बना हुआ है संशय

इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल में एक्टिव हैं। हालांकि इस बार उन्होंने आईपीएल में अगले साल खेलने को लेकर भी कोई हिंट नहीं दिया है। CSK टीम मैनेजमेंट ने उम्मीद जताई है कि धोनी अभी एक और सीजन खेलते हुए नजर आ सकते हैं। फिलहाल ये देखना दिलचस्प रहेगा कि धोनी अपने फ्यूचर को लेकर क्या फैसला करते हैं।