तीसरी सवारी पर शिवमय हुई शिव की नगरी उज्जैन, बाबा महाकाल के दिखाई दिए तीन स्वरूप

उज्जैन : बाबा महाकाल की तीसरी सवारी आस्था, उत्साह और उमंग के साथ निकाली गई। भगवान श्री महाकालेश्वर श्री चंद्रमौलेश्वर के रूप में पालकी में हाथी पर श्री मनमहेश के रूप में व गरुड़ रथ पर श्री शिव-तांडव स्वरूप में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकले और अपनी प्रजा का हाल जाना।

भगवान की सवारी निकलने के पूर्व महाकालेश्वर मंदिर के सभा मंडप में भगवान का उप-मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन जगदीश देवड़ा और खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने विधिवत पूजन-अर्चन किया और सवारी में शामिल हुए। इसके पश्चात भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकले। भगवान श्री महाकाल की पालकी जैसे ही श्री महाकालेश्वर मन्दिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में सवारी श्री चंद्रमौलेश्वर को सलामी दी गई। सवारी मार्ग में जगह-जगह खड़े श्रद्धालुओं ने भोलेशंभु-भोलेनाथ और अवंतिकानाथ की जय के घोष के साथ भगवान श्री महाकालेश्वर पर पुष्पवर्षा की।

बाबा महाकाल की सवारी में डमरू वादन की मंगल ध्वनि से भगवान शिव की स्तुति की गई। डमरू वादकों द्वारा एकसाथ लयबद्ध रूप में आकर्षक एवं मनमोहक प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं का मन मोहा। बाबा श्री महाकाल के भक्तों ने हर्षोल्लास और उमंग से सवारी में भाग लिया और डमरू वादकों का स्वागत किया। इसके साथ ही बाबा महाकाल की सवारी में निमाड़ अंचल के लोकनृत्य काठी की मनमोहक प्रस्तुति आकर्षण का केन्द्र रही। भगवान शंकर और माता गौरा से जुड़ी इस प्रस्तुति ने सभी श्रद्धालुओं का मन मोहा। लोक कलाकारों ने मोरपंख से सजी आकर्षक रंग-बिरंगी वेशभूषा में प्रमुख ढाक वाद्ययंत्र से आकर्षक प्रस्तुति दी।

बाबा महाकाल की सवारी के साथ भजन मंडलियां भी उत्साह और उमंग के साथ शिव भजनों की मधुर प्रस्तुति देते हुए चली।

रामघाट पर भगवान महाकाल का इन्द्रदेव ने भी किया जलाभिषेक

भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी महाकाल मन्दिर से प्रस्थान कर जैसे ही रामघाट पर पहुंची, वैसे ही चहुंओर आस्था और श्रद्धा का जन-सैलाब उमड़ पड़ा। श्रावण में अपने सौंदर्य की छटा बिखेरते हुए स्वयं प्रकृति भगवान श्री महाकाल का स्वागत करने के लिए आतुर दिखाई दी। पुजारियों के साथ भगवान का जलाभिषेक वर्षा कर इन्द्रदेव ने भी किया। भगवान श्री महाकालेश्वर का पूजन और जलाभिषेक पं. आशीष पुजारी द्वारा विधिवत पूजन-अर्चन कराया गया। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने भी रामघाट पर भगवान का पूजन किया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद उमेशनाथ महाराज सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

सुगमता से हुए श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन

श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी में हजारों की संख्या में भक्त झांझ, मजीरे, ढोल और भगवान का प्रिय वाद्य डमरू बजाते हुए पालकी के साथ उत्साहपूर्वक आराधना करते हुए चले। श्रद्धालुओं ने सुगमतापूर्वक भगवान के दर्शन लाभ लिए। श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंची, जहॉ शिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।

सवारी की प्रमुख झलकियां

दत्त अखाडा पर माधव संगीत महाविद्यालय के दल ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी।

श्रद्धालुगण आकर्षक स्वरूप धारण कर भगवान महाकाल की आराधना करते हुए चले।

सवारी मार्ग पर आकर्षक रंगोलियों से जगह-जगह बाबा महाकाल की सवारी का स्वागत किया गया।

प्रशासन एवं पुलिस के आला अधिकारियों ने व्यवस्थाओं का सतत निरीक्षण करते हुए सवारी का सफल संचालन सुनिश्चित किया।

संभागायुक्त संजय गुप्ता, आईजी संतोष कुमार सिंह, डीआईजी नवनीत भसीन, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने सवारी की व्यवस्थाओं की सतत निगरानी की।

दो चलित रथ के माध्यम से श्रृद्धालुओं ने भगवान महाकाल की सवारी के सुगमतापूर्वक दर्शन किए।

महाकाल घाटी, रामघाट, दत्त अखाड़ा, गोपाल मन्दिर आदि प्रमुख स्थानों पर बड़ी एलईडी के माध्यम से भी श्रद्धालुओं ने सवारी का सजीव प्रसारण देखा।

आज का रशिफल,6 अगस्त 2024: जानिए रशिफल के अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा ..?

राशिफल को निकालते समय ग्रह-नक्षत्र के साथ साथ पंचांग की गणना का विश्लेषण किया जाता है। दैनिक राशिफल ग्रह-नक्षत्र की चाल पर आधारित फलादेश है, जिसमें सभी राशियों का दैनिक भविष्यफल विस्तार से बताया जाता है। 

आज के राशिफल में आपके लिए नौकरी, व्यापार, लेन-देन, परिवार और मित्रों के साथ संबंध, सेहत और दिनभर में होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं का भविष्यफल होता है।

 इस राशिफल को पढ़कर आप अपनी दैनिक योजनाओं को सफल बनाने में कामयाब रहेंगे। जैसे दैनिक राशिफल ग्रह-नक्षत्र की चाल के आधार पर आपको यह बताएगा कि आज के दिन आपके सितारे आपके अनुकूल हैं या नहीं। आज आपको किन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है या फिर किस तरह के अवसर आपको प्राप्त हो सकते हैं। दैनिक राशिफल को पढ़कर आप दोनों ही परिस्थितियों के लिए तैयार हो सकते हैं।

मेष दैनिक राशिफल

आज का दिन आपके लिए ऊर्जावान रहने वाला है। आप अपने धन संबंधित मामलों में किसी अजनबी पर भरोसा ना करें। आपके सरकारी काम के पूरे होने की संभावना है। आपका कोई काम पूरा होने से अपने घर किसी मागंलिक कार्यक्रम का आयोजन कर सकते हैं। आपको अपने किसी दूर रहे परिजन की याद सता सकती हैं। संतान को किसी नई नौकरी के मिलने से घर से दूर जाना पड़ सकता है। विद्यार्थियों को अपनी शिक्षा में आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए गुरुजनों से बातचीत करनी होगी।

 

वृषभ दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए सुखमय रहने वाला है। आपको अपने भाई बहनों का पूरा साथ मिलेगा। आपको अपने जीवनसाथी की भावनाओं का सम्मान करना होगा। घर परिवार में आपको कुछ नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। कार्यक्षेत्र में आपके सहयोगी आपकी किसी बात को लेकर नाराज रहेंगे, इसलिए आप बहुत ही तोलमोल कर बोले। यदि आप किसी महत्वपूर्ण चर्चा में सम्मिलित हो, तो उसमें अपनी बात लोगों के सामने अवश्य रखें। आपको किसी अजनबी पर भरोसा करना नुकसान देगा।

मिथुन दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए आनंदमय रहने वाला है। कार्यक्षेत्र में आपके दिए गए सुझावों का स्वागत होगा, जिसे देखकर आपको खुशी होगी। आप अपनी बुद्धि से काफी कुछ पा सकते हैं। आप किसी अपरिचित व्यक्ति के सामने कोई जरूरी जानकारी शेयर ना करें। आपका धन यदि कहीं फंसा हुआ था, तो वह भी आपको मिल सकता है। जो लोग सिंगल हैं, उनकी अपने साथी से मुलाकात हो सकती है। आपका कोई रुका हुआ काम पूरा होगा।

कर्क दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए व्यस्तता से भरा रहने वाला है। आप यदि किसी उलझन को लेकर परेशान चल रहे हैं, तो उसके लिए आप जीवनसाथी से बातचीत कर सकते हैं। आपकी कोई प्रिय वस्तु यदि खो गई थी, तो वह भी आपको मिल सकती है। आपको किसी सेहत संबंधित समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना है। आपको अपने किसी मित्र से लंबे समय बाद मिलने का मौका मिलेगा, जिसमें आप पुराने गिले शिकवे ना उखाड़ें। आप अपनी वाणी व व्यवहार पर नियंत्रण बनाए रखें।

सिंह दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए मान सम्मान में वृद्धि लेकर आने वाला है। आपके कुछ शत्रु आप पर हावी होने की कोशिश करेंगे, जिन्हें आप अपनी चतुर बुद्धि से आसानी से मात देंगे। आपका कोई लेन देन से संबंधित मामला आपको परेशानी देगा। आपकी अपने जीवनसाथी से किसी बात को लेकर खटपट हो सकती है। आप अपने परिजनों के साथ कहीं घूमने फिरने जाने की प्लानिंग कर सकते हैं। आपको अपने पिताजी से कुछ जरूरी कामों को लेकर बातचीत करनी होगी। आपको बिजनेस में किसी बड़ी डील को फाइनल करने का मौका मिलेगा।

कन्या दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए धन संबंधित मामलों में अच्छा रहने वाला है। रचनात्मक कार्य में आपकी खूब रुचि रहेगी। आपको किसी अपरिचित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखना बेहतर रहेगा। आप अपनी सुख सुविधाओं पर अच्छा खासा धन खर्च करेंगे। कारोबार कर रहे लोगों को अपने कामों को लेकर प्लानिंग करके आगे बढ़ना होगा। आपकी कोई डील यदि लंबे समय से अटक रही थी, तो वह भी पूरी हो सकती है। माता-पिता के आशीर्वाद से आपका कोई रुका हुआ काम पूरा होगा। आपको परिवार के सदस्यों की जरूरतों पर पूरा ध्यान देने की आवश्यकता है।

तुला दैनिक राशिफल 

आज के दिन व्यवसाय कर रहे लोगों किसी नए प्रोजेक्ट की शुरुआत करनी पड़ सकती है। आपको किसी सरकारी योजना का पूरा लाभ मिलेगा। आपका कोई रुका हुआ काम पूरा हो सकता है। यदि आपने किसी घर या मकान आदि की खरीदारी करने का सोचा था, तो वह भी आप आसानी से कर सकते हैं। आपको करियर को लेकर कोई महत्वपूर्ण डिसीजन लेना पड़ सकता है।

 

वृश्चिक दैनिक राशिफल 

आज का दिन किसी नए काम की शुरुआत के लिए अच्छा रहने वाला है। नौकरी में कार्यरत लोग किसी समस्या में आ सकते हैं। आपको कामों को पूरा करने के लिए मेहनत अधिक करनी होगी। आपकी माताजी आपको कोई जिम्मेदारी दे सकते हैं, जिसमे आप ढील बिल्कुल ना दें। ससुराल पक्ष के किसी व्यक्ति से आपको मिलने का मौका मिलेगा। आप कोई ऐसी बात ना बोले, जिससे कि आपको कोई बात बुरी न लगे, इसलिए आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है।

धनु दैनिक राशिफल 

नौकरी में कार्यरत लोगों के ऊपर काम अधिक रहने के कारण परेशान रहेंगे। आपको अपने पारिवारिक समस्याओं को धैर्य रखकर सुलझाने की आवश्यकता है। आपको अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना होगा। यदि आपको कोई निराशाजनक सूचना सुनने को मिले, तो आप उसमें भी धैर्य बनाए रखें। जीवनसाथी की सेहत कुछ कमजोर रहेगी, जिस कारण तनाव आपके ऊपर हावी रहेगा।

मकर दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए मिश्रित रूप से फलदायक रहने वाला है। आपको किसी कानूनी मामले में अपनी आंख व कान खुले रखने होंगे। यदि कार्यक्षेत्र में कोई लड़ाई झगड़े की स्थिति उत्पन्न हो, तो आप उसमें चुप लगाएं। आपको अपने लंबे समय से रुके हुए कामों को लेकर बातचीत करनी होगी। आपकी तरक्की की राह में आ रही बाधाएं दूर होंगी। आपका कोई लंबे समय से रुका हुआ काम पूरा हो सकता है। विद्यार्थियों को उनकी मेहनत का पूरा फल मिलेगा।

कुंभ दैनिक राशिफल  

आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहने वाला है। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। आपको एक दूसरे के साथ समय बिताना पसंद आएगा। आप किसी से प्रलोभन में ना आएं, नहीं तो बाद में आपको कोई नुकसान उठाना पड़ सकता है। परिवार में किसी सदस्य के विवाह में यदि कोई समस्या आ रही थी, तो आपको उसे दूर करने के लिए उनके मन में चल रही उलझनों को जानने की कोशिश करनी होगी। विदेश में रह रहे किसी परिजन को आपकी याद सता सकती है।

मीन दैनिक राशिफल 

आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। आप शीघ्रता में कोई निर्णय न लें, नहीं तो बाद में आपको उसके लिए पछतावा होगा। आपको अपने कामों को धैर्य रखकर सुलझाने की आवश्यकता है। प्रेम जीवन जी रहे लोगों की साथी से कोई खटपट हो सकती है। आपके सुख साधनों में वृद्धि होगी। आप अपने बिजनेस के कामों को लेकर किसी छोटी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। जीवनसाथी से पूछकर आपको संतान के करियर को लेकर निर्णय लेना अच्छा रहेगा।

आज का पंचांग- 06 अगस्त 2024:जानिए पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत - 2081 पिङ्गल

शक सम्वत - 1946 क्रोधी

श्रावण - पूर्णिमान्त

श्रावण- अमान्त

तिथि

द्वितीया - 07:52 पी एम तक

नक्षत्र

मघा - 05:44 पी एम तक

योग

वरीयान् - 11:00 ए एम तक

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 05:45 ए एम

सूर्यास्त - 07:08 पी एम

चन्द्रोदय - 07:12 ए एम

चन्द्रास्त - 08:28 पी एम

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 12:00 पी एम से 12:54 पी एम

अमृत काल - 03:06 पी एम से 04:51 पी एम

बह्म मुहूर्त - 04:21 ए एम से 05:03 ए एम

अशुभ काल

राहूकाल- 03:47 पी एम से 05:28 पी एम

यम गण्ड - 09:06 ए एम से 10:46 ए एम

गुलिक - 12:27 पी एम से 02:07 पी एम

दुर्मुहूर्त - 08:26 ए एम से 09:19 ए एम, 11:23 पी एम से 12:06 ए एम, अगस्त 07

वर्ज्य - 02:39 ए एम, अगस्त 07 से 04:26 ए एम, अगस्त 07

सावन का तीसरा सोमवार आज, इस विधि से करें शिव जी की पूजा, भोलेनाथ होंगे प्रसन्न


 प्रतिपदा तिथि शाम 06:03 तक रहेगी फिर द्वितीया तिथि लग जाएगी. इस दिन व्यतीपात और वरीयान योग भी रहेगा. साथ ही आश्लेषा और मघा नक्षत्र भी रहेगा.

शिव जी का प्रिय महीना सावन भोलेनाथ के भक्तों के लिए बहुत खास होता है. इस पूरे माह भक्त शिव जी की भक्ति में डूबे होते हैं. सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार व्रत का विशेष महत्व होता है. यह व्रत लड़कियों व महिलाओं के बीच बहुत प्रचलित है. ऐसी मान्यता है कि जो कुंआरी लड़कियां सावन के सोमवार का उपवास करती हैं उनको मनचाहा वर प्राप्त होता है जबकि विवाहित महिलाओं का वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है. ऐसे में सावन का तीसरा सोमवार कब है, पूजा विधि, भोग और मंत्र क्या होगा, आगे आपको आर्टिकल में बताने वाले हैं. 

सावन सोमवार व्रत और मुहूर्त

सावन के तीसरे सोमवार को शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि रहेगी. जो शाम 06:03 तक रहेगी फिर द्वितीया तिथि लग जाएगी. इस दिन व्यतीपात और वरीयान योग भी रहेगा. साथ ही आश्लेषा और मघा नक्षत्र भी रहेगा. 

सावन सोमवार पूजा विधि :

 

सावन के तीसरे सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े धारण करें.

फिर भगवान शिव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लीजिए. 

पूजा की शुरूआत शिवजी के अभिषेक के साथ करें. इसके बाद भगवान को सफेद चंदन का तिलक लगाएं.

इसके बाद फूल, फल और मिष्ठान का भोग लगाकर धूप-दीप जलाएं और फिर शिव मंत्रों का जाप करें.

शिव जी की पूजा में धतूरा, बेलपत्र और भांग जरूर अर्पित करें. यह भोलेनाथ को बहुत प्रिय हैं. 

अंत में सावन सोमवार की व्रत कथा पढ़ें और आखिर में भगवान शिव की आरती करें.

सावन सोमवार के व्रत में सात्विक भोजन करें. 

सावन में शिव मंत्र :

ॐ नमः शिवाय॥

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

ॐ नमो भगवते रूद्राय।

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

शिव को क्या भोग लगाएं :

हलवा, दही, भांग, पंचामृत, शहद, दूध, खीर, मालपुआ और ठंडाई आदि का भोग लगा सकते हैं.

सावन का तीसरा सोमवार आज, इस विधि से करें शिव जी की पूजा, भोलेनाथ होंगे प्रसन्न*

प्रतिपदा तिथि शाम 06:03 तक रहेगी फिर द्वितीया तिथि लग जाएगी. इस दिन व्यतीपात और वरीयान योग भी रहेगा. साथ ही आश्लेषा और मघा नक्षत्र भी रहेगा. शिव जी का प्रिय महीना सावन भोलेनाथ के भक्तों के लिए बहुत खास होता है. इस पूरे माह भक्त शिव जी की भक्ति में डूबे होते हैं. सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार व्रत का विशेष महत्व होता है. यह व्रत लड़कियों व महिलाओं के बीच बहुत प्रचलित है. ऐसी मान्यता है कि जो कुंआरी लड़कियां सावन के सोमवार का उपवास करती हैं उनको मनचाहा वर प्राप्त होता है जबकि विवाहित महिलाओं का वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है. ऐसे में सावन का तीसरा सोमवार कब है, पूजा विधि, भोग और मंत्र क्या होगा, आगे आपको आर्टिकल में बताने वाले हैं. *सावन सोमवार व्रत और मुहूर्त* सावन के तीसरे सोमवार को शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि रहेगी. जो शाम 06:03 तक रहेगी फिर द्वितीया तिथि लग जाएगी. इस दिन व्यतीपात और वरीयान योग भी रहेगा. साथ ही आश्लेषा और मघा नक्षत्र भी रहेगा. *सावन सोमवार पूजा विधि :* सावन के तीसरे सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े धारण करें. फिर भगवान शिव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लीजिए. पूजा की शुरूआत शिवजी के अभिषेक के साथ करें. इसके बाद भगवान को सफेद चंदन का तिलक लगाएं. इसके बाद फूल, फल और मिष्ठान का भोग लगाकर धूप-दीप जलाएं और फिर शिव मंत्रों का जाप करें. शिव जी की पूजा में धतूरा, बेलपत्र और भांग जरूर अर्पित करें. यह भोलेनाथ को बहुत प्रिय हैं. अंत में सावन सोमवार की व्रत कथा पढ़ें और आखिर में भगवान शिव की आरती करें. सावन सोमवार के व्रत में सात्विक भोजन करें. सावन में शिव मंत्र : ॐ नमः शिवाय॥ ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ ॐ नमो भगवते रूद्राय। ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥ *शिव को क्या भोग लगाएं :* हलवा, दही, भांग, पंचामृत, शहद, दूध, खीर, मालपुआ और ठंडाई आदि का भोग लगा सकते हैं.
बिल्वपत्र की माला पहनकर हरियाली अमावस्या पर सजे बाबा महाकाल, की भस्मारती का श्रृंगार देखते रह गए कल भक्त

उज्जैन :विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर मे आज हरियाली अमावस्या पर बाबा महाकाल का बिल्व पत्र की माला पहनकर विशेष श्रृंगार किया गया। वैसे तो प्रतिदिन ही बाबा महाकाल का विभिन्न स्वरूपों में श्रृंगार किया जाता है, लेकिन आज भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का भांग और डॉयफ्रूट से श्रृंगार किया गया और उन्हें बिल्व पत्र की माला भी पहनाई गई।

जिससे चारों और जय श्री महाकाल की गूंज गुंजायमान हो गई.विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित आशीष गुरु ने जानकारी देते हुए बताया कि श्रावण कृष्ण पक्ष की अमावस्या (हरियाली अमावस्या) पर आज रविवार को सुबह 3 बजे भगवान वीरभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। जिसके बाद सबसे पहले भगवान का शुद्ध जल से स्नान, पंचामृत स्नान करवाने के साथ ही केसर युक्त जल अर्पित किया गया।

आज के श्रृंगार की विशेषता यह रही कि अमावस्या पर आज बाबा महाकाल का भांग और चंदन से श्रृंगार किया गया और उन्हें बिल्व पत्र की माला से सजाया गया। श्रृंगार के दौरान उनके मस्तक पर बिल्व पत्र लगाया गया और नवीन मुकुट भी पहनाया गया। जिसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भस्म अर्पित की गई इसके बाद पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज गुंजायमान हो गया।

उत्तर भारत और महाराष्ट्र में अलग-अलग तरह से क्यों मनाया जाता है सावन

वाराणसी :सावन महीना भगवान शिव को समर्पित भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान भगवान शिव का देवी पार्वती से पुनर्मिलन हुआ था। हालांकि, श्रावण की शुरुआत की तारीखें भारत के विभिन्न क्षेत्रों, विशेषकर उत्तरी भारत और महाराष्ट्र के बीच अलग-अलग हैं।

श्रावण का महत्व

श्रावण हिंदू चंद्र कैलेंडर का पांचवां महीना है और इसे सबसे पवित्र महीनों में से एक माना जाता है, खासकर भगवान शिव के भक्तों के लिए। इस महीने के दौरान कई हिंदू सोमवार (भगवान शिव को समर्पित) और शनिवार (देवी पार्वती को समर्पित) को व्रत रखते हैं। यह महीना विभिन्न धार्मिक गतिविधियों, अनुष्ठानों और त्योहारों से भरा हुआ है जो परिवारों और समुदायों को भक्ति और उत्सव में एक साथ लाते हैं।

कैलेंडर में अंतर

उत्तरी भारत और महाराष्ट्र के बीच श्रावण की शुरुआत की अलग-अलग तारीखों का प्राथमिक कारण प्रत्येक क्षेत्र में अपनाए जाने वाले चंद्र कैलेंडर के प्रकार में निहित है।

पूर्णिमांत कैलेंडर (उत्तर भारत)

-चंद्र मास पूर्णिमा (पूर्णिमा) पर समाप्त होता है।

श्रावण 2024 प्रारंभ तिथि: 21 जुलाई।

-श्रावण सोमवार व्रत तिथियां: 22 जुलाई, 29 जुलाई, 5 अगस्त, 12 अगस्त और 19 अगस्त।

अमांत कैलेंडर (महाराष्ट्र और दक्षिणी क्षेत्र)

-चंद्र मास अमावस्या (अमावस्या) पर समाप्त होता है। 

-श्रावण 2024 प्रारंभ तिथि: 5 अगस्त।

-श्रावण सोमवार व्रत तिथियां: 5 अगस्त, 12 अगस्त, 19 अगस्त, 26 अगस्त और 2 सितंबर।

-चंद्र कैलेंडर प्रणालियों में इस अंतर के कारण इन क्षेत्रों के बीच श्रावण माह के पालन में लगभग 15 दिनों का अंतर आ जाता है।

समारोहों में क्षेत्रीय विविधताएं

श्रावण के दौरान त्यौहार अद्वितीय क्षेत्रीय विविधताओं के साथ मनाए जाते हैं। उदाहरण के लिए महाराष्ट्र में नारली पूर्णिमा एक प्रमुख कार्यक्रम है, खासकर मुंबई जैसे तटीय क्षेत्रों में जहां इसे समुद्र के किनारे पारंपरिक गीतों, नृत्यों और अनुष्ठानों के साथ मनाया जाता है। दूसरी ओर, उत्तर भारत में रक्षा बंधन विस्तृत पारिवारिक समारोहों और समारोहों के साथ केंद्रीय स्थान लेता है।

आज का रशिफल,5अगस्त 2024:जानिए रशिफल के अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा ?

मेष- परिजनों का साथ और करीबी बढ़ाने की कोशिश बनाए रखेंगे. व्यक्तिगत विषयों पर फोकस बढ़ाएंगे. जिद जल्दबाजी न करें. अहंकार से बचें. सामंजस्यता पर जोर बढ़ाएं. प्रबंधन के मामलों में गति आएगी. भावनात्मक प्रदर्शन में सहज रहें. सुख सौख्य में वृद्धि होगी. प्रबंधन प्रशासन बेहतर रहेगा. अनुशासन बढ़ाएंगे. पेशेवरता बनाए रहेंगे. निजी मामले पक्ष में बनेंगे. कार्य व्यवसाय में गति रहेगी. भवन वाहन के मामलों में तेजी आएगी. परिवार में आनंद रहेगा. शुभ समय साझा करेंगे.

वृष- बंधु बांधवों का साथ बना रहेगा. स्वजनों के सहयोग से उत्साहित रहेंगे. सामाजिक गतिविधियों से जुड़ेंगे. महत्वपूर्ण बात रख पाएंगे. वरिष्ठ सहयोग देंगे. समझ बेहतर बनी रहेगी. सहकारिता बनी रहेगी. कार्य क्षेत्र में निरंतरता लाएंगे. जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएंगे. घर परिवार में आनंद रहेगा. आर्थिक वाणिज्यिक प्रयासों में बेहतर रहेंगे. निसंकोच आगे बढ़ते रहें. शुभ सूचनाओं को साझा करेंगे. रक्तसंबंधियों से करीबी रहेगी. जन कल्याण के कार्यां में रुचि लेंगे. व्यापार व्यवसाय में सफल होंगे.

मिथुन- पैतृक एवं परंपरागत कार्य व्यवसाय में तेजी रखेंगे. पारिवारिक मूल्यों को महत्व देंगे. श्रेष्ठ जनों का घर आगमन होगा. रिश्ते मजबूत बनाएं. सात्विकता रखेंगे. हर्ष आनंद से समय बिताएंगे. योग्यता प्रदर्शन के अवसर बने रहेंगे. साख सम्मान में वृद्धि रहेगी. लक्ष्यों को गति देंगे. साहस पराक्रम बढ़ेगा. आकर्षक प्रस्ताव मिलेंगे. रक्त संबंधियों से जुड़ाव बढ़ाएंगे. वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी. शुभ कार्यां में शामिल होंगे. इच्छित परिणाम बनेंगे. परिजनों का भरोसा जीतेंगे. धैर्यवान बने रहें.

कर्क व्यक्तिगत प्रदर्शन श्रेष्ठ बना रहेगा. नवीन शुरूआत कर सकते हैं. वाणी व्यवहार प्रभावी रहेगा. आकर्षक प्रस्ताव मिलेंगे. विभिन्न कार्यां में रुचि लेंगे. बड़प्पन से काम लेंगे. आर्थिक लाभ के अवसर रहेंगे. आधुनिक विषयों में रुचि रहेगी. उपलब्धियों को बढ़ाएंगे. वादे के पक्के रहेंगे. जिम्मेदारों और वरिष्ठों से भेंट होगी. अनुबंधों में सक्रियता आएगी. चर्चा के केंद्र में बने रह सकते हैं. कृतज्ञता बनाए रखेंगे. महत्वपूर्ण कार्यां को आगे बढ़ाएंगे. रचनात्मक प्रयासों में रुचि रखेंगे. लक्ष्योन्मुख बने रहेंगे.

सिंह- संबंधियों से सहजता बनाए रहेंगे. रिश्तों को मजबूती देंगे. जिम्मेदारी निभाने में आगे रहेंगे. लोभ प्रलोभन में नहीं आएं. सफेदपोश ठगों से दूरी बनाए रखें. कामकाज में सतर्कता बढ़ाएं. लेनदेन में स्पष्टता बढ़ाएंगे. दान धर्म और दिखावे में आगे रहेंगे. निवेश में रुचि लेंगे. न्यायिक विषयों को मजबूती मिलेगी. दूर देश के मामलों गति आएगी. विपक्ष से सतर्क रहें. उधार से बचें्रेगे. समय पर कार्य पूरा करेंगे. बजट पर नियंत्रण रखेंगे. लेनदेन में सतर्कता बनाए रखेंगे. संकोच बना रहेगा

कन्या- आर्थिक लाभ के प्रयासों को गति देने में सफल रहेंगे. कामकाजी संपर्क संवाद बेहतर रहेगा. विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. यात्रा की संभावना बनी रहेगी. प्रतिस्पर्धा बनाए रखेंगे. करियर करोबार संवार पर रहेगा. आर्थिक प्रयासों को आगे बढ़ाएंगे. प्रबंधन प्रशासन के कार्य सधेंगे. बड़ों से तालमेल बढ़ेगा. पेशेवर अनुकूलता का लाभ उठाएंगे. भेंट के अवसर बढ़ेंगे. साहस और पराक्रम बना रहेगा. सकारात्मकता बढ़ाएंगे. बड़ा लक्ष्य रखेंगे. शुभ प्रस्ताव मिलेंगे. वरिष्ठ जन सहयोगी होंगे

तुला- प्रबंधकीय कार्यां को आगे बढ़ाएं. सहजता से कार्य करेंगे. फोकस बनाए रहेंगे. जल्दबाजी में न आएं. पैतृक कार्यं बनेंगे. व्यक्तित्व प्रभावशाली रहेगा. अधिकारियों का समर्थन मिलेगा. चर्चाओं में बेहतर रहेंगे. जोखिम उठाने की सोच रहेगी. पद प्रतिष्ठा को बल मिलेगा. महत्वपूर्ण प्रयास पक्ष में होंगे. सफलता का प्रतिशत उूंचा बना रहेगा. चहुंओर अनुकूलता रहेगी. लाभ बढ़त पर बना रहेगा. आस्था विश्वास से आगे बढ़ेंगे. शुभ सूचनाओं का आदान प्रदान रहेगा. संकोच दूर होगा.

वृश्चिक- धर्म के विषयों में रुचि बढ़ाएंगे. आत्मविश्वास से प्रभावशाली परिणाम पाएंगे. भाग्य से लक्ष्यों को साधने में सफल होंगे. योग्यता प्रदर्शन बेहतर बना रहेगा. चहुंओर अनुकूलता बढ़त पर बनी रहेगी. योजनाओं पर अमल बढ़ाएंगे. वाणिज्य व्यापार में वृद्धि होगी. सूची बनाकर तैयारी से आगे बढ़ेंगे. धार्मिक गतिविधियों में रुचि रहेगी. लंबी दूरी की यात्रा संभव है. उच्च शिक्षा पर जोर रहेगा. रुटीन संवारेंगे. सभी के लिए शुभ भाव रखेंगे. साझेदारी में वृद्धि होगी. शुभता बनी रहेगी.

धनु- कार्यव्यवस्था पर जोर रखेंगे. जोखिमपूर्ण प्रयासों से बचें. परिवार के लोगों का सहयोग बना रहेगा. शारीरिक संकेतों को अनदेखा न करें. लापरवाही से बचें. सूझबूझ बढ़ाएं. संतुलित व्यवहार रखें. अनुशासन अपनाएं. खानपान में सात्विकता रखें. सेहत से समझौता न करें. अनजानों से दूरी रखें. नियमों की अनदेखी से बचें. बहस में न पड़ें. सोच विचारकर आगे बढ़ें. जल्दबाजी न दिखाएं. आकस्मिक कारण उलझन बढ़ा सकते हैं. कार्य प्रभावित हो सकते हैं. अपनों के सुझावों पर ध्यान दें

मकर- दाम्पत्य जीवन में हर्ष आनंद रहेगा. चहुंओर शुभता सहजता बढ़ेगी. अपनों के साथ सुखद समय बिताएंगे. स्थायित्व को बल मिलेगा. व्यवस्था मजबूत होगी. सूझबूझ से बनाए रखेंगे. खानपान में सात्विकता रखेंगे. नेतृत्व क्षमता बल पाएगी. संबंधों का लाभ उठाएंगे. लक्ष्य साधने में सफल होंगे. विभिन्न कार्यां को तेजी से पूरा करेंगे. सहकारिता और सहभागिता बढ़ाएंगे. श्रमशील बने रहेंगे. साझेदारी के मामले पक्ष में बनेंगे. मित्रतां में घनिष्ठता आएगी. महत्वपूर्ण निर्णय ले सकेंगे. प्रस्तावों को समर्थन मिलेगा.

कुंभ- सेवाक्षेत्र में सहजता बनी रहेगी. आर्थिक प्रदर्शन बेहतर बनाए रखेंगे. नौकरीपेशा प्रभावशाली रहेंगे. पेशेवर मददगार होंगे. अपरिचितों पर जल्द भरोसा न करें. कामकाजी संबंधों में बेहतरी रखेंगे. मेहनत और लगन से जगह बनाए रखेंगे. कार्य व्यापार में अपेक्षित सफलता पाएंगे. उधार के लेनदेन से बचें. कामकाज में सतर्कता बरतें. श्रमशीलता बनाए रहें. अनुशासन बढ़ाएंगे. सजगता से काम लेंगे. प्रबंधन में अनुकूलता रहेगी. खर्च पर अंकुश रखें. ठगी के शिकार होने से बचें. भेंटवार्ता से सतर्क रहेंगे.

मीन- कार्यक्षेत्र में अनुकूलन रहेगा. अध्ययन अध्यापन में रुचि बढ़ाएंगे. लक्ष्य पर फोकस बनाए रहेंगे. आर्थिक मामलों में विश्वास बढ़ेगा. सजगता एवं सतर्कता रखेंगे. शै़क्षक गतिविधियां बढ़ेंगी. बड़ों का आदर सम्मान रखेंगे. महत्वपूर्ण मामले पक्ष में बनेंगे. संस्कार परंपराओं में गति आएगी. प्रतिस्पर्धा में प्रभावी बने रहेंगे. युवा ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करेंगे. कला कौशल संवार पाएंगे. बुद्धिबल से सफलता पाएंगे. व्यक्तिगत सक्रियता बढ़ेगी. सक्रियता और सूझबूझ से कार्य करेंगे.

आज का पंचांग- 5 अगस्त 2024: जानिए पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत - 2081, पिंगल

शक सम्वत - 1946, क्रोधी

पूर्णिमांत - श्रावण

अमांत - आषाढ़

तिथि

शुक्ल पक्ष प्रतिपदा- अगस्त 04 04:42 PM- अगस्त 05 06:03 PM

शुक्ल द्वितीया- आरम्भ: 06:03 पी एम, अगस्त 05, अन्त: 07:52 पी एम, अगस्त 06

नक्षत्र

आश्लेषा - अगस्त 04 01:26 PM- अगस्त 05 03:21 PM

मघा नक्षत्र- आरम्भ: 03:21 पी एम, अगस्त 05, अन्त: 05:44 पी एम, अगस्त 06

योग

व्यतीपात - आरम्भ: 10:38 ए एम, अगस्त 04, अन्त: 10:38 ए एम, अगस्त 05

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 06:17 ए एम

सूर्यास्त - 07:12 पी एम

चन्द्रोदय - 6:50 एएम

चन्द्रास्त - 8:02 पीएम

अशुभ काल

राहू - 07:54 ए एम से 09:30 ए एम

यम गण्ड - 11:07 ए एम से 12:44 पी एम

गुलिक - 02:21 पी एम से 03:58 पी एम

दुर्मुहूर्त - 01:10 पी एम से 02:02 पी एम, 03:45 पी एम से 04:37 पी एम

वर्ज्यम् - 04:33 ए एम, अगस्त 06 से 06:18 ए एम, अगस्त 06

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 12:18 पी एम से 01:10 पी एम

अमृत काल - 01:38 पी एम से 03:21 पी एम

ब्रह्म मुहूर्त - 04:48 ए एम से 05:32 ए एम

आज का पंचांग, 4अगस्त 2024:जानिये आज के पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

राष्ट्रीय मिति श्रावण 13, शक संवत 1946, श्रावण कृष्ण अमावस्या, रविवार, विक्रम संवत 2081। सौर श्रावण मास प्रविष्टे 20, मुहर्रम 28, हिजरी 1446 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 04 अगस्त सन् 2024 ई। सूर्य दक्षिणायन, उत्तर गोल, वर्षा ऋतु। राहुकाल सायं 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक। अमावस्या तिथि सायं 04 बजकर 43 मिनट तक उपरांत प्रतिपदा तिथि का आरंभ।

पुष्य नक्षत्र अपराह्न 01 बजकर 26 मिनट तक उपरांत आश्लेषा नक्षत्र का आरंभ। सिद्धि योग पूर्वाह्न 10 बजकर 38 मिनट तक उपरांत व्यतिपात योग का आरंभ। नाग करण सायं 04 बजकर 43 मिनट तक उपरांत बव करण का आरंभ। चन्द्रमा दिन रात कर्क राशि पर संचार करेगा।

आज के व्रत त्योहार श्रावण (हरियाली) अमावस्या।

सूर्योदय का समय 4 अगस्त 2024 : सुबह 5 बजकर 44 मिनट पर।

सूर्यास्त का समय 4 अगस्त 2024 : शाम में 7 बजकर 9 मिनट पर।

आज का शुभ मुहूर्त 4 अगस्त 2024 :

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 20 मिनट से 5 बजकर 2 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 41 मिनट से 3 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्‍यरात्रि रात में 12 बजकर 6 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 7 बजकर 10 मिनट से 7 बजकर 31 मिनट तक। अमृत काल सुबह 9 बजकर 5 मिनट से 10 बजकर 46 मिनट तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 4 अगस्त 2024 :

राहुकाल शाम 4 बजकर 30 मिनट से 6 बजे तक। दोपहर में 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक। दोपहर में 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक यमगंड। दुर्मुहूर्त काल सुबह 5 बजकर 22 मिनट से 6 बजकर 16 मिनट तक।

आज का उपाय : आज आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें।