मुख्य सचिव ने निर्माणाधीन विधानसभा भवन के प्रगति की समीक्षा की

रायपुर-     मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज निर्माणाधीन नवीन विधानसभा भवन, विधायक विश्रामगृह एवं विधानसभा के अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए बन रहे आवासों की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में विधानसभा निर्माण की प्रगति, वर्तमान स्थिति, समस्याएं और भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। नवीन विधानसभा भवन में स्मार्ट लाइट की व्यवस्था की जायेगी। जहाँ-जहाँ रात में प्रकाश की आवश्यकता कम हो वहां आटोमेटिक लाइट बंद हो जायेगी।

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नवीन विधानसभा में बनने वाले गार्डन का डिज़ाइन, कलर पेंटिंग आदि के अनुमोदन के लिए विधानसभा को भेजा जाए। विधानसभा में 700 वाहनों की पार्किंग की जगह बनायीं जायेगी। विधानसभा सौर ऊर्जा से संचालित हो इसके लिए सोलर पैनल शिफ्ट हो गये हैं। विधानसभा भवन के हॉल को छत्तीसगढ़ के संस्कृति, 3डी पेंटिंग, दरवाजों पर कलाकृति, बस्तर आर्ट, जशपुर आर्ट, एलईडी द्वारा प्रदर्शिनी आदि से सुसज्जित किया जायेगा।

नवीन विधायक विश्राम गृह का निर्माण नवा रायपुर के सेक्टर-25 में ग्राम राखी में 44.67 एकड़ भूमि में किया जा रहा है। विधानसभा के अधिकारियों-कर्मचारियों के आवास के लिए नवा रायपुर में स्थित सेक्टर-31 में भूमि का चयन किया गया हैं। मुख्य सचिव ने विधानसभा अध्यक्ष के निर्देशानुसार निर्धारित समय में काम पूरा करने कहा है। संसदीय कार्य सचिव और विधानसभा सचिव को संयुक्त रूप से निर्माण स्थल का निरीक्षण करने कहा है। मुख्य सचिव ने कहा की निर्माण कार्य अच्छी गुणवत्ता के साथ भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सम्पन्न किया जाये।

बैठक में सचिव लोक निर्माण विभाग डॉ. कमलप्रीत सिंह, संस्कृति विभाग के सचिव अन्बलगन पी., वन एवं पर्यावरण सचिव आर. शंगीता, सचिव संसदीय कार्य एस. प्रकाश, विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा, नवा रायपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौरभ कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

जीएसटी में सुधार के लिए जीएसटी काउंसिल के ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GoM) का हुआ पुनर्गठन, वित्त मंत्री ओपी चौधरी सदस्य के रूप में हुए नामित

रायपुर-   जीएसटी में सुधार के लिए हाल ही में जीएसटी काउंसिल के लिए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GoM) का पुनर्गठन किया गया है। इस नए गठन में छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी को सदस्य के रूप में नामित किया गया है। इस ग्रुप में दो राज्यों के उप मुख्यमंत्री समेत कुल आठ सदस्य शामिल हैं।

नई दिल्ली जीएसटी काउंसिल की ओर से जारी पत्र के अनुसार, जीएसटी में सुधार के लिए यह पुनर्गठन किया गया है। ग्रुप का संयोजक महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार को बनाया गया है। उड़ीसा के उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव और छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी के साथ पांच अन्य राज्यों के वित्त मंत्रियों को सदस्य के रूप में नामित किया गया है।

श्री चौधरी को सदस्य बनाए जाने से छत्तीसगढ़ के वित्तीय दृष्टिकोण और अनुभव को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। वे लगातार राज्य के वित्तीय प्रबंधन और जीएसटी के बेहतर क्रियान्वयन के लिए सुधार कर रहे हैं, जो इस समिति की कार्यप्रणाली को और सशक्त बनाने में मददगार साबित होगी।

इस समिति का मुख्य उद्देश्य जीएसटी कानून, प्रक्रियाओं और नीतियों को प्रभावी बनाने के लिए सिफारिशें प्रदान करना है। यह सुनिश्चित करना है कि जीएसटी व्यवस्था सभी राज्यों की आर्थिक स्थितियों और जरूरतों के अनुरूप हो, जिससे समग्र आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।

एसपी ने आरक्षक को किया बर्खास्त, आपराधिक गतिविधियों में था शामिल

बलौदाबाजार-   आपराधिक गतिविधियों में शामिल आरक्षक वीरेंद्र बघेल को एसपी ने पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया है. आचरण में सुधार लाने व सुनवाई का पर्याप्त अवसर देने के बाद भी आरक्षक में कोई सुधार नहीं आया. इसके चलते एसपी ने उसे बर्खास्त कर दिया हे.

पुलिस विभाग में रहते हुए आरक्षक वीरेंद्र बघेल अपराधिक गतिविधियों में शामिल था. अनुशासनहीनता के चलते यह कार्रवाई की गई. एसपी के इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जल शक्ति अभियान के जागरूकता वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जल संरक्षण के प्रति बस्तर जिलावासियों को जागरुक करने के उद्देश्य से जल शक्ति अभियान के तहत गुरुवार को शहीद गुण्डाधूर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र परिसर जगदलपुर से जागरूकता वाहन को झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वाहन जिले के सभी गाँवों में पहुँचकर जल संरक्षण के उपायों की जानकारी देते हुए आम नागरिकों को जागरूक करेगा।

बस्तर जिले में जल संसाधान विभाग की 108 वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर जिसमे विभिन्न वृहद टैंक, स्टॉप डैम, एनिकट, मध्यम सिंचाई परियोजना शामिल है। जिले में 95 अमृत सरोवर बनाये जा रहे हैं जिसमें से 75 पूर्ण हो चुके हैं। इनके निर्माण में महिलाओं की सहभागिता प्राथमिकता में रही है। नारी शक्ति को शामिल करते हुए,जिले में मनरेगा अंतर्गत 3 हज़ार 881 जिओ-टैग्ड वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाये गए हैं, जिसमे से लोहण्डीगुडा ब्लाक में 695, दरभा में 1863, बास्तानार में 391, जगदलपुर में 402 बकावंड में 530, तोकापाल में 306 एवं बस्तर में 425 जल संरक्षण संरचनात्यें शामिल है । साथ ही जल संरक्षण कार्ययोजना रिपोर्ट के आधार पर कुल 1305 नवीन स्ट्रक्चर प्रस्तावित हैं। जिले में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 32 एकड़ क्षेत्रफल में सघन वृक्षारोपण किया गया हैं। जिले में ब्लाक प्लांटेशन तथा सड़क किनारे वृक्षारोपण में कुल 1287781 वृक्ष लगाए गए हैं।

जल जीवन मिशन अंतर्गत 2385 महिलाओं को पानी के परिक्षण के लिए प्रशिक्षित किया जा चुका है। जिसका लाभ जिले के सुदूर क्षेत्रवासियों को मिल रहा है। चूंकि नारी का स्थान हमेशा से ही सर्वोपरि रहा है जो अपने आवास के साथ-साथ पर्यावरण की भी संरक्षिका रही है। अतः 'नारी शक्ति से जल शक्ति सार्थक सिद्ध होता है। इसी तरह बस्तर जिले के कुल 433 ग्राम पंचायतों के 614 ग्रामों में 11979 हैण्ड पंप लगाए गए हैं जो पीने के पानी हेतु जीवन दायी सिद्ध हो रहा है साथ ही साथ 140 ग्राम पंचायत में नल से जल पहुँचाया जा रहा है। जिले में स्पॉट सोर्स अंतर्गत 130 ग्राम पंचायतों में 61 में सोलर तथा 69 में पॉवर पंप द्वारा पीने के पानी की व्यवस्था की गई है।

बस्तर जिले विभिन्न एजेंसियों को शामिल करते हुए कुल 718 सोलर पॉवर पंप स्थापित किए गए हैं। जिले में जल जीवन मिशन किसी अमृत प्रदाय योजना से कम नहीं, इस योजनान्तर्गत जिले के कुल 614 ग्रामों में 630 योजना, 153049 एफएचटीसी, 543 ओएचटी, 992 सोलर पंप तथा 393 सोलर जल प्रदाय निर्मित हैं, घर में पेयजल की महत्ता परिवार की नारी से अधिक शायद किसी को भी न हो चूंकि वही है जो पानी के कमी पर बूंद-बूंद का संरक्षण स्वयं करती है अतः पेयजल हेतु भी 'नारी शक्ति से जल शक्ति उचित जान पड़ता है।

गौरतलब है कि जल शक्ति अभियान : कैच द रेन 2022 अभियान की शुरुआत देश के माननीय राष्ट्रपति ‌द्वारा 29 मार्च 2022 को वर्षा जल संचयन एवं जल संरक्षण,पारंपरिक और अन्य जल निकायों टैंकों/बावड़ियों बावलियों का नवीनीकरण,संरचनाओं का पुनः उपयोग और पुनर्भरण,वाटरशेड विकास,आईभूमियों का पुनरुद्वार और बाद-तटों की सुरक्षा,जलग्रहण क्षेत्र का संरक्षण स्प्रिंग-शेड विकास,सभी जल निकायों की गणना, जियो टैगिंग और सूची बनाना,वैज्ञानिक-जिला जल संरक्षण योजना का विकास,नदी नाली का पुनर्जीवन,सभी जिलों में जल शक्ति केंद्र की स्थापना इत्यादि उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु किया गया था।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव पहुंचे शहीद भरत साहू के घर, परिजनों से मिलकर बंधाया ढांढस

रायपुर-     उप मुख्यमंत्री अरुण साव बीजापुर में आईईडी ब्लास्ट में शहीद भरत साहू के रायपुर में लक्ष्मी नगर, मोवा स्थित घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया। उन्होंने शहीद के पिता रामा साहू, बड़े भाई मनसा राम साहू, उनकी बेटियों और अन्य परिजनों से मुलाकात की। रायपुर ग्रामीण के विधायक मोतीलाल साहू और साहू समाज के अनेक पदाधिकारी भी इस दौरान उनके साथ थे।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने परिजनों से कहा कि भरत साहू ने देश की खातिर अपना बलिदान दिया है। आपको उन पर गर्व करना चाहिए। सरकार तत्परता से परिवार की पूरी मदद करेगी। उन्होंने तत्काल ही रायपुर नगर निगम के आयुक्त से बातकर राज्य कैबिनेट के निर्णय अनुसार जल्दी ही मोवा चौक पर शहीद भरत साहू की मूर्ति स्थापित करने के निर्देश दिए।

श्री साव शहीद जवान की दोनों बेटियों से भी मिले और बात की। उनकी छह साल की बड़ी बेटी पिता की तरह देश सेवा करने भारतीय पुलिस सेवा में जाना चाहती है। वहीं पहली कक्षा में पढ़ने वाली छोटी बेटी ने आर्मी ज्वाइन करने की बात कही। श्री साव ने उनकी बातें सुनकर कहा कि पढ़-लिखकर अपने पिता के सपने को साकार करना है। अपने पिता की तरह देश का मान बढ़ाना है। उप मुख्यमंत्री से शहीद भरत साहू के पिता रामा साहू ने कहा कि मेरा बेटा शुरू से बस्तर में तैनात था। उनकी याद हमेशा आएगी, वह अमर हो गया। पूरे परिवार को उन पर गर्व है।

मुख्यमंत्री ने किया तीन एसडीएम कार्यालय और दो थाना कार्यालय का लोकार्पण, नवीन तहसील कार्यालय जगदलपुर का जीर्णोद्धार कार्य का भी लोकार्पण

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बस्तर जिले के प्रवास के दौरान दन्तेश्वरी कन्या कॉलेज के सामने नवीन राजस्व कार्यालय परिसर में 48 - 48.लाख की लागत से निर्मित तीन अनुविभागीय दण्डाधिकारी कार्यालय जगदलपुर, तोकापाल और लोहण्डीगुड़ा तथा 250-250 लाख की लागत से निर्मित लोहण्डीगुड़ा और बुरगुम थाना का लोकार्पण किया।

नवीन अनुविभागीय कार्यालय के खुलने से राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए जगदलपुर के लगभग तीन लाख, तोकापाल के लगभग दो लाख 65 हजार और लोहण्डीगुड़ा के लगभग एक लाख आबादी को सुविधा मिलेगी। इससे पहले जगदलपुर का एसडीएम कार्यालय संयुक्त कार्यालय में संचालित किया जाता था, इसी प्रकार तोकापाल और लोहण्डीगुड़ा का अनुविभागीय कार्यालय तहसील कार्यालय परिसर में संचालित होता था। नवीन थाना भवनों के निर्माण से क्षेत्र की पुलिसिंग व्यवस्था को भी लाभ होगा।

मुख्यमंत्री ने राजस्व कार्यालय परिसर में 66.49 लाख की लागत से नवीन तहसील कार्यालय जगदलपुर का जीर्णोद्धार कार्य का लोकार्पण किया। इस तहसील कार्यालय में जगदलपुर और नजूल न्यायालय के साथ-साथ फ्रेजरपुर, कुरुंदी, मार्केल का न्यायालय नायब तहसीलदार भी बनाया गया है। पूर्व में यह तहसील कार्यालय अपने पुराने भवन में संचालित की जा रही थी, न्यायालयों का विस्तार होने से पुराने भवन में जगह की दिक्कत और जनता की सहूलियत की दृष्टिकोण से नए जगह पर स्थानांतरित किया गया है। पुराने तहसील भवन को बस्तर दशहरा में शामिल होने वाले देवी-देवताओं और उनके सेवादारों के ठहरने के लिए हेरिटेज ग्राउंड के रूप में विकसित किया जा रहा है।

लोकार्पण के अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाडे, सांसद बस्तर महेश कश्यप,जगदलपुर विधायक किरणदेव, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल, महापौर सफीरा साहू, कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., कलेक्टर विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।

पेरिस ओलंपिक में छत्तीसगढ़ से एक भी खिलाड़ी नहीं : खेल विशेषज्ञ बोले – अंधोसंरचना और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी से खिलाड़ियों का नहीं हो रहा चयन

रायपुर-    पेरिस ओलंपिक 2024 का आगाज हो गया है. इस ओलंपिक में भारत की 26वीं उपस्थिति है, जिसमें देशभर से 139 खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे. वहीं छत्तीसगढ़ से एक भी खिलाड़ियों का चयन नहीं होने से खिलाड़ियों में निराशा है. पिछले कई सालों से खिलाड़ी मेहनत कर रहे पर चयन नहीं हो रहा. खेल विशेषज्ञ का कहना है कि छत्तीसगढ़ अंधोसंरचना और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते यहां के खिलाड़ियों का चयन नहीं हो रहा.

छत्तीसगढ़ राज्य बने 24 साल हो चुके हैं, मगर विडंबना ऐसी है कि हमारे राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर ही कुछ एक मेडल ला रहे हैं. ऐसे में ओलम्पिक में जाने का सपना कोसो दूर दिखाई देता है. ऐसा नहीं है कि हमारे प्रदेश के खिलाड़ियों में काबिलियत की कमी है. उचित संसाधन और खेलों में राजनीति होने से प्रदेश के खिलाड़ियों का ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना केवल सपना ही रह गया है.

ओलम्पिक में मेडल जीतने का सपना संजोए अंतराष्ट्रीय वेटलिफ्टर अजय दीप सारंग ने बताया कि बहुत मेहनत की थी. मेरे पिताजी ने भी मुझे लेकर बहुत मेहनत की थी. कहीं ना कहीं उस समय जागरूकता की कमी थी. 2012 ओलंपिक में क्वालीफिकेशन राउंड में बड़े भाई रुस्तम सारंग बेहतर प्रदर्शन कर रहे थे, उस समय हमको क्वालिफिकेशन का सिस्टम नहीं मालूम था इसलिए हम शुरू से एक निगेटिविटी में चल रहे थे. क्वालीफिकेशन राउंड समझ में आया तब हमको पता चला कि हमारा भी मौका था. थोड़ा मौका और हम बना लेते तो आज हम ओलंपिक में जरूर होते.

ओलंपिक में खिलाड़ियों का चयन नहीं होना कांग्रेस सरकार की देन : टंकराम

छत्तीसगढ़ से एक भी एकल खिलाड़ी को ओलंपिक में जाने का अवसर नहीं मिला है. इस मामले में छत्तीसगढ़ के खेल मंत्री टंक राम वर्मा ने पूर्ववर्ती सरकार को घेरते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ से एक भी खिलाड़ी ओलंपिक में नहीं गया. इसका कारण यही है कि पिछली सरकार ने कुछ नहीं किया है, जिसके कारण हमारा कोई भी खिलाड़ी वहां नहीं पहुंच पाया है. अभी हम लोग नए सिरे से मेहनत कर रहे हैं. आने वाले समय में हमारा खिलाड़ी ओलंपिक में जरूर जाएगा.

जानिए किस राज्य से कितने खिलाड़ी लेंगे ओलंपिक में हिस्सा

ओलंपिक में देशभर में कुल 139 खिलाड़ियों का चयन हुआ है. हरियाणा 24, पंजाब 19, तमिलनाडु 13, कर्नाटक 7, उत्तरप्रदेश 7, केरल 6, महाराष्ट्र 5, उत्तराखंड 4, दिल्ली 4, आंध्रप्रदेश 4, तेलंगाना 4, पश्चिम, बंगाल 3, चंडीगढ़ 2, गुजरात 2, ओडिशा 2, राजस्थान 2, मणिपुर 2, मध्य प्रदेश 2, असम 1, बिहार 1, गोवा 1, झारखंड 1, सिक्किम से 1 खिलाड़ियों का चयन ओलंपिक में हुआ है.

छत्तीसगढ़ में अंधोसंरचना और इंफ्राट्रक्चर की कमी : खेल विशेषज्ञ

छत्तीसगढ़ के खेल विशेषज्ञ की माने तो छत्तीसगढ़ में अंधोसंरचना और इंफ्राट्रक्चर की कमी है. इसके चलते छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को अच्छा प्रशिक्षण नहीं मिल पाता है. वरिष्ठ खेल विशेषज्ञ जसवंत कुमार क्लॉडियस ने कहा कि ओलंपिक में 28 खेल होते हैं. छत्तीसगढ़ में खेल प्रशिक्षक, इंफ्रास्ट्रक्चर, अधोसंरचना की कमी है. इसी वजह से छत्तीसगढ़ के जो खिलाड़ी हैं वे नहीं निकल पाए. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने के बाद ही खेलों में खिलाड़ियों को अवसर दिया जाता है. दुर्भाग्य की बात है कि छत्तीसगढ़ से ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं निकल पाया है. छत्तीसगढ़ से एकमात्र खिलाड़ी रेणुका यादव हॉकी की महिला खिलाड़ी थी, जिन्होंने 2016 में ओलंपिक खेल में भाग लिया था.

खेलों के लिए इस वित्तीय वर्ष में सैकड़ों करोड़ का बजट जारी

छत्तीसगढ़ में खेल विभाग के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 90 करोड़ और अनपूरक बजट में 24 करोड़ का प्रावधान है. इस वित्तीय वर्ष में 114 करोड़ का बजट रखा गया है. साथ ही अधोसंरचना के तहत केंद्र से भी राशि का प्रावधान है. कई उद्योगों ने खेल संघों को गोद लिया है. बावजूद इसके खिलाड़ी राष्ट्रीय स्पर्धाओं से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं.

नगरीय निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस के सम्मेलन पर डिप्टी सीएम अरुण साव का तंज, कहा- 

रायपुर- नगरीय निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस के सम्मेलन पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा सभी राजनीतिक दलों को चुनाव की तैयारी करने का अधिकार है. कांग्रेस का जो हश्र विधानसभा और लोकसभा में हुआ है, वही हश्र आने वाले चुनाव में भी होगा. कांग्रेस का जनहित से कोई सरोकार नहीं है, वह अपने स्वार्थ के लिए राजनीति करते हैं. 

कांग्रेस द्वारा लखेश्वर बघेल को उपनेता प्रतिपक्ष बनाने की कवायद पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि किसको क्या बनाएंगे कांग्रेस का मामला है. जनता में कांग्रेस के प्रति विश्वास खत्म हो गई है. कांग्रेस जनहित, प्रदेश हित और देश हित से दूर जा चुकी है.

CGPSC ने बनाया मोबाइल एप

वहीं यूपीएससी के तर्ज पर सीजीपीएससी द्वारा तैयार किए गए मोबाइल एप के जरिए ऑनलाइन फार्म भरे जाने पर अरुण साव ने कहा कि एक समिति बनाई गई है. छत्तीसगढ़ पीएससी की परीक्षा पारदर्शी हो, निष्पक्ष हो उसके लिए यह कमेटी बनाई गई है. कमेटी का रिपोर्ट आनी बाकी है. आधुनिक तकनीक के माध्यम से भी पारदर्शिता निष्पक्षता लेकर आना है. हमारी सरकार उस पर विचार कर रही है.

‘महतारी’ के लिए भी बनेगा एप

महतारी वंदन योजना की आज 6वीं किस्त जारी होगी. योजना की बेहतरी के लिए एप भी लॉन्च होगा. इस पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के माता-बहनों को राखी के उपहार स्वरूप आज महतारी वंदन योजना की छठवीं किस्त जारी होगी. 1 तारीख को राशि जारी करना साय सरकार की माता-बहनों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है. महतारी एप का भी लॉन्च करने वाले हैं, उसका भी फायदा मिलेगा.

समाधान शिविरों की हो रही मॉनिटरिंग

बिलासपुर दौरे पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव जनसमस्या निवारण पखवाड़े में शामिल होंगे. इस संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि जनसमस्या निवारण पखवाड़े में शामिल होना है. राशन कार्ड, बिजली, पानी, आयुष्मान कार्ड और अन्य समस्या का समाधान किया जा रहा है. कई जगहों पर चिकित्सकीय जांच भी हो रही है. हम कोशिश कर रहे हैं कि ज्यादातर समस्याओं का समाधान शिविर पर हो. इसके लिए हम प्रदेश स्तर पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

प्रदेशवासियों को दी ‘हरेली’ की बधाई

इसके साथ ही हरेली त्योहार उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बधाई देते हुए कहा कि हमारा देश पर्व और त्योहारों का देश है. छत्तीसगढ़ में पहला त्योहार हरेली से शुरू होता है. प्रदेश वासियों को हरेली की बधाई. किसान की फसल लहलहाए, किसान खुशहाल हो, ऐसी कामना करता हूं.

विद्युत दरों बढ़ोतरी से लगा झटका, मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन ने मांगी सब्सिडी के साथ विद्युत शुल्क में कटौती…
रायपुर- वर्तमान में अचानक हुई विद्युत दरों के वृद्धि से प्रदेश के स्टील उद्योगों को तगड़ा झटका लगा है. इससे छत्तीसगढ़ में लौह बनाने की कीमत काफी बढ़ गई है. स्थिति को देखते हुए छत्तीसगढ़ मिनी स्टील प्लांट एसोएिशन ने राज्य सरकार से पांच सालों के लिए 1.40 रुपए की अनुदान के साथ 15 सालों के लिए 8 प्रतिशत विद्युत शुल्क (Electricity Duty) को 0 करने की मांग की है.


छत्तीसगढ़ मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन के महासचिव मनीष धुप्पड़ ने विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि छत्तीसगढ़ में लगभग 600 स्टील उद्योग है, जो लगभग 40 प्रतिशत खपत के साथ छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल के सबसे बड़े उपभोक्ता हैं. उद्योग प्रतिवर्ष लगभग 1100 करोड़ यूनिट खपत करता है, जिससे छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल को प्रतिवर्ष लगभग 7700 करोड़ रुपए का सबसे अधिक राजस्व मिलता है.

उन्होंने बताया कि केवल विद्युत खपत के लिहाज से ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ का लौह उद्योग जीएसटी टैक्स के माध्यम से राज्य शासन एवं भारत सरकार प्रति वर्ष लगभग 9 हजार करोड़ से अधिक राजस्व प्रदान करता है. इसके साथ यह उद्योग लगभग ढाई से तीन लाख परिवारों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करता है. छत्तीसगढ़ के मिनी स्टील प्लांट उद्योग 105 स्पंज आयरन एवं 220 रोलिंग मिलों की बीच की कड़ी है.

छत्तीसगढ़ मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन के महासचिव मनीष धुप्पड़ ने भारत के प्रमुख स्टील उत्पादक राज्यों की बिजली दरें का बिल प्रदर्शित करते हुए बताया कि ओडिशा में जहां 5.13 रुपए चार्ज किया जा रहा है, तो वहीं जिंदल पार्क रायगढ़ द्वारा 5.00 रुपए, पंजाब 5.44 रुपए और दामोदर वेल्ली पश्चिम बंगाल द्वारा 5.99 रुपए प्रति यूनिट चार्ज किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि हमारा तैयार माल एवं अन्य राज्यों का तैयार माल एक रूपण है, लेकिन विद्युत दरों में बढ़ोतरी से अन्य राज्यों की तुलना में हमारे माल की लागत काफी बढ़ गई है, और अन्य राज्यों के माल सस्ती दरों पर दूसरे राज्यों में विक्रय किया जा रहा है. भारी नुकसान और आर्थिक तंगी के बीच छत्तीसगढ़ के लौह उद्योग के ऊपर गहरा संकट आ गया है.

छत्तीसगढ़ मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन ने छत्तीसगढ़ शासन से मांग की है कि जल्द से जल्द छत्तीसगढ़ के लौह उद्योगों को पूर्व की भांति 1.40 रुपए का अनुदान और 8 प्रतिशत विद्युत शुल्क में छूट दी जाए, जिससे छत्तीसगढ़ लौह उद्योग पुनः राज्य की अग्रणी विकास में अपनी महती भूमिका निभा सके. इसके साथ ही राज्य के बजट में जीएसटी लगभग 9000 करोड़ और छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी को 7700 करोड़ के अपना योगदान पूर्व की भांति प्रदान करता रहे.
मंत्री सुनेंगे कार्यकर्ताओं और नागरिकों की समस्या… 2 अगस्त से फिर शुरू होगा भाजपा का सहयोग केंद्र

रायपुर- छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश भाजपा ने बोरियाकला स्थित भाजपा मुख्यालय (कुशाभाऊ ठाकरे परिसर) में भाजपा कार्यकर्ताओं और नागरिकों की समस्याओं के निराकरण के लिए सहयोग केंद्र की स्थापना की थी. यह सहयोग केंद्र शुरुआत में 15 दिनों तक संचालित हुआ, लेकिन लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते दो महीने बंद रहा.

लोकसभा चुनाव के बाद पुनः सहयोग केंद्र जुलाई में प्रारंभ हुआ, जो गत 9 जुलाई से बंद था. भाजपा का सहयोग केंद्र अब 2 अगस्त से फिर शुरू होने जा रहा है. भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने बताया कि 2 अगस्त को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल मौजूद रहेंगे. जो भाजपा कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों की समस्याओं के निदान व केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से अधिकतम लोगों को लाभांवित करेंगे.