नक्सलवाद छोड़ मुख्यधारा में लौटे नक्सली, एक लाख के इनामी माओवादी समेत 5 ने किया सरेंडर

बीजापुर- छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है. भैरमगढ़ एरिया कमेटी के अंतर्गत आज एक लाख रुपये के इनामी डीकेएएमएस अध्यक्ष समेत 5 माओवादियों ने सरेंडर किया है. इन माओवादियों ने नक्सल संगठन में पारिवारिक सुख से वंचित रहने और माओवादियों के जीवन शैली व विचारधारा से क्षुब्ध होकर समर्पण किया है.

इन माओवादियों ने बीजापुर के पुलिस अधीक्षक और सीआरपीएफ डीआईजी के सामने आत्मसमर्पण किया है. समर्पण करने वाले माओवादी कई आपराधिक गतिविधियों, जैसे हत्या, फायरिंग, और आगजनी जैसी घटनाओं में शामिल थे. बता दें कि वर्ष 2024 में अब तक 142 माओवादियों ने किया पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. वहीं विभिन्न माओवादी घटनाओं में शामिल 310 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया.

महापौर को अपने इस राजनीतिक आचरण पर शर्म आनी चाहिये, संजय श्रीवास्तव बोले-

रायपुर- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने राजधानी में कांग्रेस द्वारा आहूत प्रदर्शन के दौरान रायपुर के महापौर एजाज ढेबर द्वारा अपने खिलाफ हो रही कानूनी कार्रवाई को लेकर पुलिस अधिकारी का नाम लेकर आत्महत्या की धमकी देने को ढेबर के बचकानेपन और कांग्रेस के नये-नये अराजकतावादी चरित्र का परिचायक बताया है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि ढेबर को यह नहीं भूलना चाहिए कि प्रशासनिक अधिकारियों को आत्महत्या की धमकी देकर कानूनसम्मत कार्य से रोकने के लिए इस तरह दबाव बनाना भी एक तरह का अपराध होता है, जो वह अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए सरेआम इन दिनों लगातार कर रहे हैं।

भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कहा कि रायपुर के महापौर जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे ढेबर को अपने इस राजनीतिक आचरण पर शर्म महसूस करनी चाहिए क्योंकि वह अच्छी से जानते हैं कि राजनीतिक आंदोलनों में इस प्रकार के मामले दर्ज होते रहते हैं। कांग्रेस के शासनकाल में तो अनेक भाजपा नेताओं पर दर्जनों मामलों में एफआईआर होती रही जबकि ढेबर को तो प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधिकारी और जवानों से धक्का-मुक्की, झूमाझटकी करते उस दिन के वायरल वीडियो में साफ देखा जा रहा है और इसीलिए ढेबर पर कानूनी शिकंजा कसा है।श्री श्रीवास्तव ने कहा कि अपने खिलाफ कानूनी कार्रवाई को रोकने के लिए ढेबर अब दबाव बनाने की बचकानी राजनीति कर रहे हैं। ढेबर को यह बात समय रहते अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए कि इस मामले में अब वह पूरी तरह अकेले पड़ गए हैं और कांग्रेस का एक भी नेता ने झूठे मुँह भी यह कहने की जरूरत नहीं समझी कि इस लड़ाई में वह ढेबर के साथ खड़े हैं और हमारे खिलाफ भी केस दर्ज किया जाए।

भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कहा कि ढेबर द्वारा पुलिस अधिकारियों व जवानों के साथ की गई बदसलूकी निंदनीय है। दरअसल कांग्रेस का यह प्रदर्शन और विधानसभा घेराव पूर्णत: विफल रहा, इसलिए कांग्रेस के नेता पुलिस अधिकारियों व जवानों के साथ झूमाझटकी करके खुद को चर्चा के केंद्र में रखने की ओछी और हास्यास्पद नौटंकी कर रहे थे। विधानसभा और लोकसभा चुनावों में करारी शिकस्त झेलने के बाद से सन्निपात के दौर से गुजर रही कांग्रेस अपने अस्तित्व का अहसास कराने की नाकाम कोशिशें कर रही है। बड़े दु:ख की बात है कि राजधानी के महापौर ढेबर पुलिस कर्मियों के साथ बदसलूकी और धक्का-मुक्की कर रहे थे और उसके बाद भी फोटो दिखाने और अपना नंबर बढ़ाने के लिए हाथ में चोट, पेट दर्द की बातें करके नौटंकी करते नजर आए। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में शर्मनाक हार के बाद अब कांग्रेस देशभर में अराजकता फैलाने के अपने टूलकिटिया एजेंडे पर काम कर रही है। छत्तीसगढ़ में आंदोलन की आड़ में महापौर ढेबर जिस तरह का आचरण पुलिस अधिकारियों व जवानों के साथ करते नजर आए हैं, वह इसी एजेंडे की झलक थी। अगर बड़े पदों पर निर्वाचित जनप्रतिनिधि ही नौटंकी करने और दिखावे के लिए कानून को हाथ में लेंगे, तो इसका क्या संदेश जाएगा?

कांग्रेस विधायक के पति और समर्थकों पर आदिवासी पत्रकार के अपहरण और मारपीट का आरोप, एफआईआर दर्ज, जानिए क्या है पूरा मामला

बालोद- छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के गुरुर नगर में कांग्रेस विधायक के पति पूर्व विधायक और उनके सहयोगियों के खिलाफ एक आदिवासी पत्रकार के अपहरण और मारपीट का मामला सामने आया है. पीड़ित ने अपहरण कर विधायक कार्यालय ले जाने और जातिगत गालियां देकर बुरी तरह से पिटाई का आरोप लगाते हुए पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है. यह मामला गुरुर थाना क्षेत्र का है.

बता दें कि संजारी बालोद कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा के पति की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. पहले भाजपा महिला पार्षद की शिकायत पर गुरुर नगर की आठ लोगों के साथ पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा के खिलाफ दर्ज धारा 333, 296, 115 (2), 351(2), 191(2), 3(5) बी.एन.एस. के तहत दर्ज मामला शांत भी नहीं हुआ था. अब एक पत्रकार की रिपोर्ट पर गुरुर पुलिस ने भैय्याराम सिन्हा सहित पांच लोगों पर धारा 191(2), 296, 115(2), 351(2)(3), 140(3) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है.

जानिए क्या है पूरा मामला

घटना की शुरुआत 12 जुलाई को होती है, जब गुरुर नगर में प्रशासन ने 43 निर्माणाधीन व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स को अवैध करार देते हुए बुलडोजर से तोड़ने की कार्रवाई शुरू की. इस दौरान कांग्रेस की विधायिका संगीता सिन्हा, उनके पति पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा और स्थानीय व्यापारी इस कार्रवाई का विरोध करने पहुंचे. यह मामला तनावपूर्ण हो गया, जब कुछ महिलाएं भाजपा महिला पार्षद कुंती सिन्हा के घर पहुंचकर उनके साथ मारपीट करने लगीं. इस घटना के बाद कुंती सिन्हा ने गुरुर थाने में चार नामजद और अन्य लोगों के खिलाफ मामले की शिकायत दर्ज कराई.

मामले की शिकायत के बाद भी जब लगभग 1 सप्ताह बाद पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई तो जिले के दौरे पर उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा आए. उनसे महिला पार्षद ने मामले की शिकायत की. जिसके बाद लॉ एंड ऑर्डर में लापरवाही बरतने को लेकर डिप्टी सीएम के निर्देश पर गुरुर थाना टीआई को निलंबित कर दिया गया.

मामले की जांच शुरू होती ही भाजपा महिला पार्षद की शिकायत पर चार नामजद लोगों के खिलाफ धारा 333, 296, 115 (2), 351(2), 191(2), 3(5) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज किया गया है और विवेचना के बाद पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा के अलावा चार लोगों का नाम जोड़ मामले में आरोपी बनाया गया. जिसके बाद 26 जुलाई को थाना से नोटिस जारी कर 27 जुलाई को थाना में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया. जहां भैय्याराम सिन्हा को नए कानून के अनुसार थाना में शपथ पत्र भरवा कर उन्हें छोड़ दिया गया.

मामले में अपने पति को आरोपी बनाए जाने के बाद विधायक संगीता सिन्हा 28 जुलाई को गुरूर थाने पहुंची और अपने पति के खिलाफ दर्ज शिकायत के विरोध में करीब 4 घंटे तक थाने में धरना दिया. और जब भाजपा महिला पार्षद को घर से घसीटकर सड़क पर पटका जा रहा था, तो बीच-बचाव करने आए पार्षद के दामाद को घसीटने वाली महिला ने पार्षद के दामाद के खिलाफ धक्का-मुक्की और छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया. सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार शिकायत दर्ज कराने वाली महिला ने दो दिन बाद शिकायत वापस लेने कोर्ट में अपना आवेदन भी पेश कर दिया है.

पत्रकार का अपहरण और मारपीट

वहीं इस मामले की खबर शेयर करने पर स्थानीय पत्रकार विनोद नेताम का अपहरण किया गया और उनकी पिटाई की गई. पीड़ित विनोद नेताम ने बताया कि पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा के लोग गुरुर नगर के होटल में जबरदस्ती कार में डालकर विधायक कार्यालय लेकर गए, जहां पहले से मौजूद पूर्व विधायक भैय्याराम सिन्हा सहित उनके लोगों द्वारा मारपीट जातिगत गाली और जान से मारने की धमकी दी. जिसके बाद पीड़ित पत्रकार ने गुरुर थाना पहुंचकर मामले की लिखित शिकायत दी है.

मामले में गुरुर पुलिस ने विनोद नेताम की शिकायत पर पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा के अलावा 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इस मामले में पत्रकार की पत्नी ने भी थाने में एक लिखित आवेदन दिया कि पूर्व विधायक के दो लोग उनके घर पहुंचे और गाली गलौच, जातिगत गालियां भी दी है उसके समर्थन में रात 10 बजे तक छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के लोग भी थाने में डटे रहे हैं. इस मामले में भी पुलिस जांच कर रही है. इधर इस पूरे मामले के बाद विधयाक संगीता सिन्हा देर रात एसपी से मिलने कंट्रोल रूम पहुंची थीं.

मामले में एडिशनल एसपी अशोक जोशी ने बताया कि विनोद नेताम के शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है. विनोद नेताम की पत्नी ने भी शिकायत की है उसकी भी जांच जारी है. सभी एंगल से जांच जारी है जो भी तथ्य सामने आएंगे, कार्रवाई की जाएगी.

घर के नजदीक मिल रही सोनोग्राफी सुविधा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से 753 महिलाएं लाभान्वित

रायपुर-    छत्तीसगढ़ शासन महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए गंभीर है। दूरस्थ अंचल के अस्पतालों में भी बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। महिलाओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व पौष्टिक आहार, नियमित दवाईयां आराम करने की सलाह दी जाती है। इसी क्रम में केंद्र सरकार द्वारा शुरू प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व देखभाल की सुविधा प्रदान की जा रही है। इस अभियान के तहत लाभार्थियों को हर महीने प्रसव पूर्व जांच और दवा की सुविधा दी जाती है। सूरजपुर जिलें में 4 सामुदायिक स्वास्थ केन्द्रों में सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। योजना के तहत फरवरी 2024 से अब तक कुल 753 महिलाओं का सोनोग्राफी की सुविधा दी गई है।

कलेक्टर रोहित व्यास के मार्गदर्शन में महिलाओं की सुविधा के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों भैयाथान, ओडगी, प्रतापपुर एवं रामानुजनगर में गर्भवती महिलाओं के लिए सोनोग्राफी की सुविधा का सफलतापूर्वक संचालन की जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सोनोग्राफी की सुविधा होने से दूरस्थ अंचल में रहने वाले गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधा में बड़ी राहत मिली है। इस सुविधा के चालू होने से महिलाओं को लंबी दूरी तय करनी नहीं पड़ती है, जिससे गर्भवती महिलाओं को शारीरिक रूप से आराम मिलने के साथ, समय की बचत एवं आर्थिक बोझ से राहत मिली है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सोनोग्राफी की सुविधा प्रारंभ होने के बाद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैयाथान में 218, ओड़गी में 101, प्रतापपुर में 220 एवं रामानुजनगर में 214 (कुल 753 ) गर्भवती माताओं का सोनोग्राफी किया जा चुका है। सोनोग्राफी की सुविधा प्रारंभ होने से जिले के दूरस्थ अंचलों के लोगों में हर्ष व्याप्त है।

गौरतलब है कि प्रसव पूर्व जांच से बच्चे को लेकर माता में उत्पन्न होने वाले किसी भी खतरे अथवा बच्चे में संभावित किसी बीमारी का पता लगाया जा सकता है। इसी क्रम में जिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में भी निःशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा प्रारंभ की गयी है। सोनोग्राफ़ी सुविधा को लेकर भैयाथान की रहने वाली कोमल साहू ने बताया कि वे समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैया थान में नियमित रूप से चेकअप के लिए आती हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा मिलने से उन्हें बहुत आराम मिला है। ऐसी अवस्था में यात्रा कर दूर जाने में काफी परेशानी होती थी परंतु अब घर के समीप यह सुविधा मिलने से वे खुश हैं। साथ ही भैयाथान की ही श्रीमती केसरी बताती हैं की सोनोग्राफी की सुविधा निःशुल्क होने से उन पर आर्थिक बोझ कम हुआ है। उन्होंने बताया कि सोनोग्राफी कराने के लिए पहले दूर जाना पड़ता था और पैसे भी ज्यादा खर्च करने पड़ते थे ऐसे में यह सुविधा जिले के सभी महिलाओं के लिए वरदान के समान है। वे इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देती हैं। 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में गर्भवती महिलाओं के लिए सोनोग्राफी की सुविधा प्रत्येक माह के 09 एवं 24 तारीख को उपलब्ध कराई जाती है।

आबकारी टीम ने सरायपाली इलाके में 235 लीटर कच्ची शराब और दो स्कूटी जब्त की

रायपुर-   महासमुंद जिले में मदिरा के अवैध परिवहन एवं विक्रय पर रोक लगाने के उद्देश्य से संचालित सघन जांच-पड़ताल के अभियान के दौरान आबकारी विभाग की टीम ने सरायपाली इलाके में दो अलग-अलग मामलों में 235 लीटर कच्ची महुआ शराब और परिवहन में प्रयुक्त दो स्कूटी को जब्त किया है। जब्त दोनों स्कूटी की कीमत लगभग एक लाख 67 हजार रूपए है।

सरायपाली वृत्त की आबकारी टीम ने ग्राम बेलमुंडी में गश्त दौरान बेलमुंडी गौठान के पास रोड में स्कूटी सवार गूंज राम खूंटे एवं शिबो बरिहा को रोककर तलाशी ली। स्कूटी में रखी बोरी में एवं डिक्की से 150 लीटर हाथ भट्टी कच्ची महुआ शराब बरामद हुई। जिसे जब्त कर आरोपियों के विरुद्ध धारा 34(2),46(2)(1) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपी शिबो राम बरिहा को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया, जब कि तलाशी के दौरान गूंज राम खूंटे मौका देखकर फरार हो गया। इसकी तलाश की जा रही है।

आबकारी विभाग की टीम ने स्कूटी एक्टिवा क्रमांक सीजी 06 एक्स 2384 में सवार करण जोल्हे एवं धर्मेंद्र खूंटे को रोककर तलाशी शुरू की। इसी दौरान दोनों गाड़ी को छोड़कर फरार हो गए। स्कूटी में रखे जूट बोरी एवं डिक्की की जाँच करने कुल 85 लीटर हाथ भट्टी कच्ची महुआ शराब मिली, जिसे स्कूटी सहित जब्त किया गया। फरार आरोपियों के विरुद्ध धारा 34(2),46(2)(1) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। फरार आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। इस कार्रवाई में आबकारी उप निरीक्षक सरायपाली दरसराम सोनी, आरक्षक राज किशोर पाण्डेय, खिनीराम खुटे एवं कमल पटेल आदि शामिल थे।

श्री रामलला दर्शन के लिए 38 श्रद्धालुओं का दल हुआ रवाना

रायपुर-  रामलला दर्शन के तीसरे चरण में छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से 38 श्रद्धालुओं का चयन किया गया, जो आज सुबह जनपद पंचायत परिसर महासमुंद से 38 तीर्थ यात्रियों का दल श्री रामलला दर्शन अयोध्या धाम के लिए रवाना हुए। रायपुर रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेन द्वारा श्री रामलला दर्शन की यात्रा के लिए ले जाया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राम भक्तों को अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा राज्य के राम भक्तों के लिए निःशुल्क अयोध्या धाम में श्रीराम के दर्शन हेतु श्री रामलला दर्शन योजना की शुरुआत की गई है और सभी श्रद्धालुओं को ट्रेन के माध्यम से प्रत्येक जिलों से चयन कर उन्हें रामलला के दर्शन हेतु ले जाया जा रहा है।

रामलला दर्शन योजना न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के प्रति लोगों की रुचि बढ़ाती हैं, बल्कि उन्हें उन स्थलों की जानकारी और अनुभव करने का मौका भी देती हैं, जिन्हें वे सामान्यतः आर्थिक कारणों से नहीं देख पाते।

श्रद्धालुओं ने इस योजना के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया और बताया कि इस योजना से हम लोगों का श्री रामलला के दर्शन करने का सपना पूरा हो रहा है। ज्ञातव्य है कि श्री रामलला दर्शन योजना के तहत् श्रद्धालुओं को पूरा पैकेज मिलेगा, जिसमें छत्तीसगढ़ से अयोध्या जाने, वहां रहने की व्यवस्था, मंदिर दर्शन, नाश्ते और खाने की भी व्यवस्था रहेगी। इस ट्रेन में टूर एक्सपर्ट, सुरक्षा कर्मी और चिकित्सकों का दल भी मौजूद रहेगा।

राज्यपाल श्री डेका कृषि मंत्री श्री नेताम के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल हुए
रायपुर-  राज्यपाल रमेन डेका आज आदिम जाति विकास, अनुसूचित जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम के सेक्टर-24 नया रायपुर स्थित निवास के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने निवास परिसर में रूद्राक्ष का पौधा भी लगाया। उनके साथ प्रथम महिला रानी डेका काकोटी भी उपस्थित थीं।
बदहाल सड़क को लेकर कांग्रेसियों का अनोखा प्रदर्शन, रास्ते में रोपा लगाकर जताया विरोध
खैरागढ़-    छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ जिला मुख्यालय का प्रसिद्ध इतवारी बाजार की सड़कें सालों से बदहाल हैं. बारिश के मौसम में स्थानीय लोगों को सड़क सुविधा के बिना काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे हालातों को देखते हुए आज जिला कांग्रेस कमेटी ने बरसते पानी में सड़क पर धरना प्रदर्शन किया और इतवारी बाजार चौक में ही धान का रोपा लगा कर विरोध दर्ज किया है.


बता दें, जिले के मुख्य बाजार यानी इतवारी बाजार में बेहतर सड़क सुविधा के लिए स्थानीय लोगों ने इससे पहले भी कई बार प्रदर्शन किया है. लेकिन अब तक सड़कों की स्थिती जस की तस है. वहीं आज इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने भी मोर्चा खोल दिया और भारी बारिश के बीच ही कांग्रेसी सड़क पर बैठ गए. कांग्रेसियों ने इतवारी बाजार चौक की सड़क पर धान का रोपा लगाया और ज्ञापन लेने पहुँचे अधिकारी को बेशर्म का फूल देकर अपना विरोध जताया है.

इस मामले में विधायक मनराखन देवांगन ने बताया कि शहर के सभी मुख्य मार्गों में बड़े-बड़े गड्ढे हैं जिसके चलते राहगीर दुर्घटना का शिकार हो रहे है. वहीं स्कूल जाने वाले बच्चे इस बदहाल सड़क से परेशान हैं, जिसे लेकर आज हमने धरना प्रदर्शन किया है. प्रदर्शन की सूचना मिलते ही प्रशासन ने यहाँ जीरा गिट्टी डालकर खानापूर्ति की है, लेकिन हमें इसका स्थाई समाधान चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि इसका स्थाई समाधान नहीं होने पर हम उग्र आंदोलन करेंगे और विधायक खैरागढ़ के माध्यम से सड़क से सदन तक की लड़ाई लड़ेंगे.
एसपी ने दो आरक्षकों को किया निलंबित, एक बर्खास्त, जानिए पूरा मामला…

बिलासपुर- अनुशासनहीन आरक्षकों पर कार्रवाई करते हुए एसपी ने 2 आरक्षकों को निलंबित कर दिया है. वहीं लंबे समय से अनुपस्थित आरक्षक देव कुमार जगत को बर्खास्त किया गया है.

बता दें कि सकरी थाने में पदस्थ आरक्षक नीलकमल सिंह राजपूत अपनी लक्जरी कार से देसी शराब की तस्करी करा रहा था. इसकी सूचना पर मोपका पुलिस ने शराब की तस्करी कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं कार से 10 पेटी देसी शराब, खाकी वर्दी, एक प्लास्टिक केन, लाठी, खाकी रंग का बॉडीगार्ड कपड़ा, आरक्षक के नाम की बैंक पासबुक, उसका आईडी कार्ड जब्त किया गया है. वहीं इसकी भनक लगते ही आरक्षक नीलकमल राजपूत फरार हो गया है. इस मामले में एसपी ने आरक्षक नीलकमल को निलंबित कर दिया है. वहीं दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार आरक्षक सौरभ चौबे को भी निलंबित कर दिया गया है.

आरक्षक की कार से मिला था वर्दी, आईकॉर्ड, पासबुक

आरक्षक नीलकमल की कार में पुलिस की वर्दी, एक प्लास्टिक का केन, एक प्लेट जिसमें पुलिस लिखा है, वहीं आरक्षक का बैंक खाता, चेकबुक, आरक्षक का आइकार्ड, डेबिट कार्ड, गैस कार्ड मिला है. इसके अलावा आरक्षक ने एक आवेदन एसपी के नाम पर लिखा था, जिसमें तखतपुर थाने से सकरी स्थानांतरित करने की बात लिखी है. पुलिस ने इस आवेदन को भी जब्त कर लिया है.

क्षमता से अधिक कैदियों को जेल में रखने का मामला : राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में पेश किया जवाब

बिलासपुर-   प्रदेश के जेलों में क्षमता से अधिक कैदियों और उनके रहने की अमानवीय परिस्थितियों को लेकर लगाई गई जनहित याचिकाओं पर शासन ने हाईकोर्ट में जवाब पेश किया है. जिसमें बताया गया है कि रायपुर और बिलासपुर जिले में विशेष जेलों की स्थापना की जा रही है. साथ ही बेमेतरा में खुली जेल शुरू की जा रही है. मामले में दो सप्ताह बाद सुनवाई होगी.

अधिवक्ता शिवराज सिंह ने केंद्रीय जेलों में क्षमता से अधिक बंदियों को लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका लगाई है. जिसके कुछ समय बाद कैदियों के लिए जेलों में अमानवीय परिस्थितियों को लेकर भी एक पीआईएल लगाई गई है. वहीं हाईकोर्ट के संज्ञान में भी यह बात आई कि जेलों में कैदियों की स्थिति अच्छी नहीं है. इसे अदालत ने स्वयं एक पत्र याचिका के तौर पर स्वीकार किया है. मामले को लेकर चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच में एक साथ सुनवाई शुरू की गई, और कोर्ट ने अधिवक्ता रणवीर मरहास को न्यायमित्र नियुक्त किया.

मामले को लेकर सुनवाई के दौरान सरकार के वकील ने कहा था कि रायपुर जिले में विशेष जेल हेतु भूमि मिल चुकी है, और काम शुरू कर दिया गया. बेमेतरा में भी एक खुली जेल की स्थापना की जा रही है, इसमें काम अंतिम चरण पर है. डिवीजन बेंच में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने शासन का जवाब आया, जिसके बाद अब मामले में दो सप्ताह बाद सुनवाई की जाएगी.