पंडरिया शक़्कर कारखाना में रिकवरी दर में कमी, नीलू चंद्रवंशी ने विधायक पर लगाएं गंभीर आरोप

कवर्धा- सरदार वल्ल्भ भाई पटेल शक़्कर कारखाना पंडरिया के गन्ना रिकवरी दर में शक़्कर मील के एमडी व विधायक भावना बोहरा पर नीलू चंद्रवंशी ने गम्भीर आरोप लगाते हुए किसानों के साथ धोखा बताया है।

नीलू ने कहा कि पिछले वर्ष 270582 मैट्रिक टन गन्ना की पैराई हुआ था जबकि इस वर्ष गन्ना पैराई 313000 मैट्रिक टन हुआ है यानि इस वर्ष 42418 मैट्रिक टन अधिक पैराई हुआ है और रिकवरी दर मे भी बढ़ोतरी हुआ है पिछले वर्ष 2022-23 मे रिकवरी दर 13.15% आया था और इस वर्ष 2023-24 मे रिकवरी दर बढ़ोत्री होकर लगभग 14% आया है, लेकिन पंडरिया विधायक भावना बोहरा और पंडरिया शक़्कर मील के एमडी की मिली भगत कर इस वर्ष कि रिकवरी दर 12.78% बता रहे है जो कि गलत है।

जिसके कारण पंडरिया के किसानों को प्रति क्विंटल 38 रुपये कम मील रहा है, जिससे किसानो को 12 करोड़ रुपये नुकसान हो रहा है। जिसका जिम्मेदार शक़्कर मील के एमडी सतीश पाटले व पंडरिया विधायक का भ्रष्टाचार है। ये दोनों मिलकर पंडरिया के किसानो का भारी नुकसान किया है।

पंडरिया शक़्कर कारखाना में मिली भगत कर भ्रष्टाचार करने के लिए बहुत सारे काम करने वाले ईमानदार कर्मचारी एवं प्लेसमेंट ठेकेदार को बिना कारण बताये नौकरी से निकाल दिया गया है, क्योंकि ईमानदार कर्मचारी के मिल में रहने से ये दोनों एमडी व विधायक भ्रष्टाचार नहीं कर पाते इसलिए कई मजदूरों को बिना कारण बताये मील से निकाल दिए है और अपने चहते को काम पर रखा गया है। इस प्रकार पंडरिया विधायक भावना बोहरा के इशारे पर एमडी द्वारा मनमानी किया जा रहा है। नीलू चंद्रवंशी ने कहा कि पेराई अधिक, उत्पादन अधिक तो फिर रिकवरी दर किसानों को क्यों कम दिया जा रहा है। किसानों को उनके मेहनत की राशि मिली चाहिए।

स्पंज आयरन प्लांट के लिए बिना जगह को देखे दे दी अनुमति!, हाई कोर्ट ने जताई नाराजगी

बलौदाबाजार- स्पंज आयरन प्लांट के विरुद्ध दायर जनहित याचिका पर हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा एवं रविन्द्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने बिना जगह का मुआयना किए अनुमति दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की. इसके साथ ही राज्य सरकार के साथ पर्यावरण विभाग और स्पंज आयरन प्लांट को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. मामले की अगली सुनवाई 13 अगस्त को होगी. 

बता दें कि जिला मुख्यालय बलौदाबाजार से महज 8 किमी की दूरी पर ग्राम खजूरी में विगत कई वर्षों से अनिमेष पॉवर प्लांट का संचालन किया जा रहा है, उसी स्थान पर और जमीन खरीदकर स्पंज आयरन प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसका ग्रामीणों द्वारा 6-7 वर्षों से लगातार विरोध किया जा रहा था. सरकार एवं प्रशासन द्वारा कोई ध्यान न देने पर दिलीप कुमार पांडेय एवं अन्य ग्रामीणों के द्वारा जनहित याचिका वकील के माध्यम से लगाई गई थी.

मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा एवं रविन्द्र कुमार अग्रवाल की बेंच ने की. वकील ने दलील देते हुए कहा कि नदी नाले जंगल एवं रिहायशी इलाकों के समीप इस तरह के किसी भी उद्योग को लगाने की अनुमति कैसे दी जा सकती है, जिससे पर्यावरण के साथ जल आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित होगा.

मुख्य न्यायाधीश ने अनुविभागीय अधिकारी के वकील से पूछा कि बिना जगह का मुआयना किए उक्त भूमि का औद्योगिक डायवर्सन किस आधार पर किया गया. कोर्ट ने कहा कि बिना जनसुनवाई, बिना जगह देखे, ग्रामीणों के इतने विरोध के बावजूद प्लांट लगाने की अनुमति कैसे दी गई. मुख्य न्यायाधीश ने नाराजगी जाहिर करते हुए राज्य शासन पर्यावरण बोर्ड और प्रशासन से इसके संबंध में जवाब मांगा है.

मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री प्रभात झा के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूर्व राज्य सभा सांसद प्रभात झा के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संदेश में कहा है कि प्रभात झा के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। राज्यसभा सांसद के रूप में उन्होंने अपना जीवन जनसेवा में व्यतीत किया। वे वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक रहे। छत्तीसगढ़ से भी उनका विशेष जुड़ाव रहा। उनका निधन हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है। श्री साय ने ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति एवं परिजनों और शुभचिंतकों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना की है।

पिरदा बारूद फैक्ट्री में विस्फोट पर कांग्रेस ने पेश किया ध्यानाकर्षण, विपक्ष को नहीं भाया मंत्री का जवाब, किया बहिर्गमन…

रायपुर-    विधानसभा में पिरदा में बारूद फैक्ट्री में विस्फोट पर कांग्रेस विधायक राघवेन्द्र सिंह और शेषराज हरबंश ने ध्यानाकर्षण पेश किया. कांग्रेस विधायकों ने फैक्ट्री में सुरक्षा मापदंडों का पालन नहीं होने पर सवाल उठाया. इस पर मंत्री लखन लाल देवांगन के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने बहिर्गमन किया.

मंत्री लखनलाल देवांगन ने बताया कि लगातार फैक्ट्री का निरीक्षण किया गया है. पाई गई कमियों को दूर करने के निर्देश भी दिए गए थे. समय-समय पर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने भी कहा गया था. फैक्ट्री में हुए दुर्घटना की जांच की गई है, जिसके बाद सभी विनिर्माण प्रक्रिया को रोकने के लिए आदेश जारी किया गया था, जो अब भी प्रभावशील है. प्रबंधन के खिलाफ अपराधिक प्रकरण भी दर्ज है.

कांग्रेस विधायक राघवेन्द्र सिंह ने पूछा कि क्या फैक्ट्री में सुरक्षा के पूरे इंतजाम थे. मंत्री लखनलाल देवांगन ने बताया कि 1991 से फैक्ट्री संचालित है. श्रमिक लंबे समय से काम कम रहे थे, उन्हें सभी जानकारी थी. मामले में दंडाधिकारी जांच भी की जा रही है. फैक्ट्री में कई अनियमितताएं पाई गई हैं, इसलिए लाइसेंस निरस्त किया गया है.

मंत्री ने बताया कि अभी पिरदा की फैक्ट्री में काम पूरी तरह बंद है, नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है. सरकार श्रमिकों के साथ है, फैक्ट्री प्रबंधन ने 35 लाख और सरकार ने 5 लाख की सहायता उपलब्ध कराई है. सरकार किसी का बचाव नहीं कर रही है, हम श्रमिकों के साथ हैं.

मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने 5 सचिवों को किया निलंबित, ग्रामीणों की शिकायत पर हुई कार्रवाई
राजनादगांव- जिला पंचायत सीईओ ने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने पर 5 सचिवों को निलंबित कर दिया है. ग्रामीणों की शिकायतों की जांच के बाद सीईओ ने यह बड़ी कार्रवाई की है. जिसमें सचिवों पर पदीय कर्तव्यों के प्रति लापरवाह रहने और उच्च कार्यालयों के निर्देशों का पालन न करने का आरोप है.

जानकारी के अनुसार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुरूचि सिंह ने ग्रामीणों से प्राप्त शिकायतों की जांच पश्चात जनपद पंचायत डोंगरगढ़ अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत मेढ़ा के पूर्व सचिव और वर्तमान सचिव ग्राम पंचायत कोल्हिापुरी (नवागांव) प्रकाश रामटेके, पूर्व सचिव एवं वर्तमान सचिव ग्राम पंचायत अउरदा मनहरण राउत्रे को पदीय कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने और उच्च कार्यालयों के निर्देशों का पालन नहीं किये जाने के कारण निलंबित कर दिया है. निलंबन अवधि में प्रकाश रामटेके का मुख्यालय जनपद पंचायत डोंगरगढ़ और मनहरण राउत्रे का मुख्यालय जनपद पंचायत राजनांदगांव निर्धारित किया गया है. निलंबित सचिवों को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।

वहीं सीईओ ने मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिला अंतर्गत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मोहला से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार सचिव संलग्न जनपद पंचायत मोहला जितेन्द्र कुमार ध्रुव और सचिव ग्राम पंचायत डूमरटोला तिलक राम हेड़ामे को अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने और उच्च कार्यालयों के निर्देशों का पालन नहीं किये जाने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. निलंबन अवधि में में सचिवों का मुख्यालय जनपद पंचायत मोहला निर्धारित किया गया है. इसी तरह मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अम्बागढ़ चौकी से प्राप्त प्रतिवेदन अनुसार सचिव ग्राम पंचायत आटरा हेमुलाल कोमरे को पदीय कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने और उच्च कार्यालयों के निर्देशों का पालन नहीं किये जाने के कारण निलंबित किया कर दिया गया है. निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जनपद पंचायत अम्बागढ़ चौकी निर्धारित किया गया है. निलंबित सचिवों को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी.
विधानसभा सत्र के अंतिम दिन पहुंची पूर्व सदस्य विजय सिंह के निधन की सूचना, विस अध्यक्ष ने जताई नाराजगी, शासन को दिए कार्रवाई के निर्देश…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को पूर्व सदस्य विजय सिंह के निधन पर सदस्यों ने शोक जताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की. सत्र के अंतिम दिन सूचना पहुंचने पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने नाराजगी जताते हुए शासन को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए. 

विधानसभा के अंतिम दिन की कार्रवाई शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक कांग्रेस नेता विजय सिंह के निधन की सूचना दी. नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, उप मुख्यमंत्री और सदस्यों ने श्रद्धांजलि दी. इस दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रशासनिक त्रुटि का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि विजय सिंह का निधन 17 जुलाई को हुआ और सत्र के अंतिम दिन सूचना मिलना गंभीर त्रुटि है.

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने भी इसे गंभीर चूक बताते हुए विधानसभा अध्यक्ष से निर्देश देने का अनुरोध किया. देर से निधन सूचना मिलने पर विस अध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए शासन को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए. इसके साथ कहा कि सामान्य प्रशासन का निर्देश पहले से जारी है. कलेक्टर को अविलंब सूचना भेजना चाहिए था. काफी विलंब से विधानसभा को सूचना दी गई, यह अत्यंत चिंताजनक है.

पंच के तौर पर शुरू की थी राजनीतिक करियर

बता दें कि दिवंगत विधायक विजय सिंह 1980 से 90 तक मध्यप्रदेश विधानसभा के कांग्रेस सदस्य रहे. विजय सिंह ने पंच से राजनीति करियर की शुरुआत की थी, और फिर सरपंच बने. बाद में जनपद अध्यक्ष निर्वाचित हुए. विजय सिंह दिग्गज कांग्रेस नेता अर्जुन सिंह और मोतीलाल वोरा के करीबी रहे.

भारी बारिश में स्कूल जाना हुआ जोखिम का काम : शालेय शिक्षक संघ ने की मुख्यमंत्री से प्रदेश के स्कूलों में अवकाश की मांग

रायपुर-   प्रदेश में सप्ताह भर से हो रही भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, और मौसम विभाग द्वारा लगातार छत्तीसगढ़ के लिए दिए जा रहै ऑरेंज एलर्ट को देखते हुए छग शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने प्रदेश में आई बाढ़, जलभराव और बिजली गिरने की घटनाओं को देखते हुए स्कूल के संचालन को बड़ा जोखिम बताया है और मुख्यमंत्री तथा शिक्षामंत्री से अनुरोध किया है कि किसी तरह की अप्रिय स्थिति न हो इसके पूर्व संवेदनशीलता और सावधानी बरतते हुए प्रदेश के स्कूलों में आवश्यकतानुसार कुछ दिनों के लिए अवकाश प्रदान कर देना चाहिए,क्योंकि ग्रामीण व बनांचलो में पुल पुलियों में खतरनाक जलभराव, कच्चे व कीचड़ भरे रास्ते ,व पेड़पौधों से भरी जगहों पर लगातार बिजली गिरने की घटनाये देखने को मिल रही है, कई जर्जर स्कूल भवन, छत,व अहाता गिरने के समाचार आये दिन प्रकाशित हो रहे है कई स्कूलों में पानी भर जा रहा है ऐसे में विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए जान का जोखिम बना हुआ है,अतः अतिवृष्टि के चलते स्कूलों में अवकाश की घोषणा की जानी चाहिए, तथा आदेश में स्पष्ट उल्लेखित होना चाहिए कि खतरे के मद्देनजर स्कूल पूर्णरूपेण अवकाश के दिनों में बंद रहे अर्थात यह सावधानी हेतु अवकाश विद्यार्थी और शिक्षक दोनो के लिये हो क्योंकि प्रत्येक जान की कीमत है।

शालेय शिक्षक संघ के प्रांतीय महासचिव धर्मेश शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष चन्द्रशेखर तिवारी, सहसचिव सत्येंद्र सिंह व प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने बेमेतरा कलेक्टर द्वारा अतिवृष्टि को देखते हुए 3 दिनों के अवकाश की घोषणा का स्वागत किया है परंतु शिक्षकों को स्कूल आने हेतु बाध्य करने को दुर्भाग्यजनक बताते हुए कलेक्टर बेमेतरा से मांग किया है कि प्रत्येक जान की एक ही कीमत होती है, दुश्वारियाँ विद्यार्थी और शिक्षक दोनो के लिए बराबर है और प्रदेश में इस मौसम में शिक्षकों दुर्घटनाग्रस्त होने के समाचार भी मिल रहे है ऐसे भी यह अवकाश विद्यार्थी और शिक्षक दोनो पर लागू होना चाहिए।

छत्तीसगढ़ के सुप्रस‍िद्ध फिल्‍म कलाकार शिवकुमार दीपक का निधन, सीएम साय ने जताया शोक, ‘कहि देबे संदेस’ से की थी अभिनय की शुरुआत

रायपुर- छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ सुप्रस‍िद्ध फिल्‍म कलाकार शिवकुमार दीपक का निधन हो गया. उनके निधन की खबर से कला जगत और प्रदेश में शोक की लहर फैल गई है. उनकी अंतिम यात्रा आज गृह ग्राम पोटिया कला, जिला दुर्ग से निकाली जाएगी. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने वरिष्ठ कलाकार शिवकुमार दीपक के निधन पर शोक जताया है. बता दें कि शिवकुमार दीपक ने छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अपनी कलात्मक प्रतिभा की शानदार छाप छोड़ी थी और कॉमेडियन कलाकारों की सूची में शामिल थे.

सीएम विष्णुदेव साय ने एक्स पोस्ट में लिखा है, छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म “कहि देबे संदेस” से अपने अभिनय की शुरुआत करने वाले, वरिष्ठ कलाकार शिवकुमार दीपक जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. उनका निधन छत्तीसगढ़ी फिल्म और कला जगत की अपूर्णीय क्षति है. ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं.

शिवकुमार दीपक ने अपने अभिनय से छोड़ी थी उम्दा छाप

कलाकार शिवकुमार दीपक की उम्र करीब 90 वर्ष थी लेकिन उनका अभिनय उनकी सांसों में था. उनका हर कदम अभिनय को समर्पित रहा. शिवकुमार ने छत्तीसगढ़ी सिनेमा में अपने अभिनय करियर की शुरुआत फिल्म ‘कही देबे संदेश’ से की और उन्होंने घर द्वार में भी अभिनय किया. छत्तीसगढ़ के इतिहास में ये दोनों फिल्में मील का पत्थर मानी जाती हैं. शिवकुमार दीपक चंदैनी गोंदा से लेकर छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अपने अभिनय के लिए जाने जाते थे. नाटकों और फिल्मों में वे ज्यादातर महिला का किरदार अदा किया करते थे. वे ऐसा अभिनय करते थे जैसा एक महिला कलाकार भी नहीं कर पाती थी.

उन्होंने छत्तीसगढ़ी सिनेमा के जाने-माने निर्माता निर्देशक प्रेम चंद्राकर, सतीश जैन, संतोष जैन के साथ दूरदर्शन से लेकर बीबीसी के कार्यक्रमों में अपने अभिनय की उम्दा छाप छोड़ी थी.

विधानसभा में डायरिया-मलेरिया पर पक्ष-विपक्ष हुए आमने-सामने

रायपुर-    विधानसभा में शुक्रवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष मलेरिया और डायरिया पर आमने-सामने थे. चर्चा के दौरान मंत्री केदार कश्यप ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा- पिछली सरकार में अगर तब के मुख्यमंत्री स्वास्थ्य विभाग की ओर ध्यान दे दिए रहते तो आज ये हालात नहीं होती. केदार कश्यप के बयान से नाराज विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया. विपक्ष के वॉकआउट पर बीजेपी सदस्यों ने ‘घड़ियाली आंसू मत बहाओ’ के नारे लगाए.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मलेरिया और डायरिया भयावह है. यही वजह है कि हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. रतनपुर इलाके में एक बैड पर तीन-तीन मरीजों को रखा गया. सभी जिलों में स्थिति खराब है. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री फिर भी इंकार कर रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा मलेरिया से 15 लोगों की मौत हुई है, लेकिन डायरिया से मृत्यु किसी की नहीं हुई है. मैं मानता हूँ कि अभी कोविड जैसी स्थिति डायरिया के लिए व्यवस्था नहीं हो सकती है.

भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि एक ध्यानाकर्षण में कितने सवाल किए जा सकते थे? और क्या अकेले भूपेश बघेल ही सवाल करते रहेंगे. इस पर व्यवस्था दी जाए. इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि आप भूपेश बघेल के लिए कुछ ज्यादा ही उदार नजर आ रहे हैं. इस उदारता का क्या कारण है ?

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि क्या यह भी सही नहीं है कि मलेरिया-डायरिया से मौत हो रही है. उस पर हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था ? क्या यह भी सही नहीं है कि हाईकोर्ट ने मुख्य सचिव से लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को नोटिस दिया है ? स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया यह सही है, और हम कोर्ट के निर्देशों का पालन कर रहे हैं.

महंत ने कहा कि 12 करोड़ की दवाई को एक्सपायरी बताकर फेंक दिए हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 12 करोड़ की नहीं 87 लाख की दवाइयाँ एक्सपायरी हुई है. मच्छरदानी हमनें नहीं खरीदी है, भारत सरकार ने जो भेजी है उसका वितरण किया है. स्वास्थ्य मंत्री के जवाब से असतुंष्ट विपक्ष ने बहिर्गमन किया.

इसके पहले विधानसभा में भाजपा विधायक मोतीलाल साहू ध्यानाकर्षण के जरिए मुद्दा उठाते हुए प्रदेश के कई जिलों में मलेरिया और डायरिया के प्रकोप की बात कही. मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने बताया कि सभी जिलों में लगातार जांच की जा रही है. मंत्री ने बताया कि बस्तर संभाग में मलेरिया नियंत्रण में है. वहीं दो बच्चों की मौत का कारण देर से अस्पताल लाया जाना है. इसके साथ ही मच्छरदानी का वितरण लगातार किया जा रहा है. दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता बनी हुई है.

मोतीलाल साहू ने कहा कि पिछली सरकार ने भुगतान नहीं किया इसलिए दवाओं की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. मंत्री ने स्पष्ट किया कि कहीं भी पेमेंट नहीं होने की वजह से दवाओं की आपूर्ति नहीं रोकी गई है. दवाओं और जांच किट की पर्याप्त आपूर्ति की गई है. विभाग की टीम बस्तर में नाव से दूरस्थ गांवों तक पहुंचकर जांच कर रही है, कहीं भी कोई कमी नहीं है, पिछली सरकार से अधिक जांच की गई है.

भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने सुझाव दिया है जिले के उच्च अधिकारियों से लेकर निचले स्तर के कर्मचारियों को निर्देशित किया जाए. मलेरिया पीड़ितों की जानकारी सही समय पर स्वास्थ्य विभाग तक पहुँच जाए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 6 विभागों में समन्वय के जरिए काम कर रहे हैं.

कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में दो लोगों की मृत्यु मलेरिया से हुई है. मैंने मंत्री से आग्रह किया था कि बेलगहना के आस-पास कैंप लगवा दिया जाए. लेकिन अभी तक कैंप नहीं लग पाया है. अंदरुनी इलाकों में जो जरूरी तैयारियां वो पूरी हुई चाहिए. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रभावित इलाके में टीम गई थी. कोटा के आस-पास 385 मरीज भर्ती थे, लेकिन मलेरिया से किसी की मृत्यु नहीं हुई है.

अकलतरा विधायक राघवेंद्र सिंह ने कहा मेरे विधानसभा क्षेत्र में डेंगू-मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ी. कुछ लोगों की मृत्यु भी हुई है. अस्पतालों में व्यवस्था पर्याप्त रूप से की जाए. स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि जांजगीर जिले में किसी की मृत्यु डायरिया से नहीं हुई है. व्यवस्थाओं में जो कमी उसे दूर कर लिया जाएगा.

भिलाई नगर विधायक देवेंद्र सिंह यादव ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री सही जानकारी नहीं दे रहे हैं. बिलासपुर, कवर्धा, बीजापुर में कई लोगों की मलेरिया और डायरिया से मृत्यु हुई है. ऐसे में व्यवस्था दुरस्त करने की मांग कर रहा हूं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विपक्षी सदस्य मौत पर राजनीति न करें. कांग्रेस सरकार में हर साल दर्जनों लोगों की मौत मलेरिया से हुई है. हम लोग साय सरकार में व्यवस्थाओं को बेहतर से बेहतर कर रहे हैं, और कमी आई है.

सदन में पूर्व मंत्री का आरोप- गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल रहा है गर्म खाना, मंत्री ने कहा- 

रायपुर-   विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन गर्भवती महिलाओं को गर्म खाना मिलना बंद होने का उठा मुद्दा. मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े ने बताया कि योजना बंद नहीं हुई. जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने बहिर्गमन किया. 

पूर्व मंत्री अनिला भेड़िया ने गर्भवती महिला को मिलने वाला गर्म भोजन बंद करने का सदन में मामला उठाया. इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बताया कि योजना बंद नहीं हुई है. डीएमएफ, सीएसआर फंड से गर्म भोजन दिया जा रहा है.

इस पर अनिला भेड़िया ने कहा कि कांग्रेस काल में 126 करोड़ का बजट दिया गया था, आज 25 करोड़ का बजट है. फिर से गर्भवती, किशोरी को गर्म भोजन दिया जाए, नहीं तो कुपोषण स्तर बढ़ेगा. मंत्री ने बताया कि 6 महीने में कुपोषण में 12 फीसदी कमी आई है.

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि 0 से 3 साल के बच्चों को सुपोषण नहीं दे पा रहे हैं, तो किस बात का सुशासन. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मंत्री का जवाब असंतुष्ट करने वाला है. इसलिए हम सदन की कार्यवाही से वॉकआउट करते हैं.

नक्सलियों को चावल देने बदले दुकान?

प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने 16 भवन विहीन दुकानों के संबंध में सवाल किया. उन्होंने कहा कि सवाल लगने के बाद दुकानों को अलग जगह बदला गया है. कई दुकानों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है. आमापल्ली, जगरगुंडा के दुकानों को बदल दिया गया है.

इसके साथ कवासी लखमा ने सवाल उठाया कि क्या नक्सलियों को चावल देने के लिए दुकान बदले गए हैं. इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि दुकान बदलने के संबंध में जानकारी देंगे तो परीक्षण कराएंगे. इस पर कवासी लखमा ने कहा कि अगर कार्रवाई करेंगे तो जानकारी देंगे.