सोनभद्र: विद्युत मजदूर संघ शाखा अनपरा की बैठक आहूत

विकास कुमार अग्रहरी ,सोनभद्र। उप्र विद्युत मजदूर संघ शाखा अनपरा की बैठक आहूत की गयी। इसमें संघ के विस्तार एंव शाखा के मजबूती व कार्मिको की ज्वलन्त समस्याओं पर वृहद रुप से चर्चा की गयी। बैठक की अध्यक्षता शाखा अध्यक्ष मुकेश जायसवाल ने की एवं संचालन सतीश कुमार मधुकर ने किया।

बैठक में संघ के प्रमुख दायित्वयों पर कार्यरत कार्यवाहक अध्यक्ष, सचिव, संगठन मंत्री द्वारा उनके वयस्तता के कारण संघ के कार्यों में पूर्ण रुचि न ले पाने की स्थिति में

शाखा अध्यक्ष की अनुमति से समस्त पदाधिकारियों एंव कार्य कार्यकारिणी की सहमति के उपरान्त वर्ष 2025 कार्यकारिणी के गठन तक निम्नवत कार्य समिति का गठन किया जाता जिसमे प्रहलाद शर्मा कार्यवाहक अध्यक्ष, प्रशान्त उपाध्याय, सचिव सतीश कुमार मधुकर संगठन मंत्री चुनें गए।

ससुर के हत्या की दोषी बहु सुखवंती को उम्रकैद

विकास कुमार अग्रहरी, सोनभद्र। करीब तीन वर्ष पूर्व भूत प्रेत के शक में हुए हरी प्रसाद हत्याकांड के मामले में सोमवार को सुनवाई करते हुए अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम जीतेंद्र कुमार द्विवेदी की अदालत ने दोषसिद्ध पाकर दोषी बहु सुखवंती को उम्रकैद व 10 हजार रूपये अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड न देने पर 4 माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। जेल में बितायी अवधि सजा में समाहित की जाएगी।

अभियोजन पक्ष के मुताबिक राम हुलास पुत्र स्वर्गीय हरी प्रसाद निवासी साओडीह, हथवानी, थाना हाथीनाला, जिला सोनभद्र ने 28 अगस्त 2021 को थाने में दी तहरीर में अवगत कराया था कि उसके छोटे भाई देवलाल की पत्नी सुखवंती ने 27/28 अगस्त 2021 को रात्रि 3 बजे भोर में भूत प्रेत के शक में उसके पिता हरी प्रसाद के ऊपर कुल्हाड़ी से प्रहार कर सर और चेहरे पर गंभीर चोटें पहुंचाई। पिता को दवा इलाज के लिए सरकारी अस्पताल दुद्धी ले जाकर भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने जिला अस्पताल लोढ़ी के लिए रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान सिर और चेहरे पर गंभीर चोट लगने की वजह से मौत हो गई। शव मर्चरी में रखा हुआ है। आवश्यक कार्रवाई की जाए। इस तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया।

मामले की विवेचना करते हुए विवेचक ने पर्याप्त सबूत मिलने पर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल किया था। मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के तर्कों को सुनने, गवाहों के बयान व पत्रावली का अवलोकन करने पर माननीय उच्चतम न्यायालय की विधि व्यवस्था जिसमें कहा गया है कि दंडादेश कठोर होना चाहिए। दंडादेश में अनावश्यक उदारता का समावेश नहीं होना चाहिए। अनुचित एवं असम्यक उदारता एवं सहानुभूति न्याय को अपेछाकृत अधिक क्षति पहुंचाते हैं। दोषसिद्ध हो जाने के बाद अभियुक्त के ऊपर किसी प्रकार का निरापद उदारता व सहानुभूति प्रकट करके उसे पर्याप्त दंड से दंडित न करने से न्याय की घोर क्षति होती है।

असम्यक उदारता एवं सहानुभूति प्रकट करके यदि अभियुक्त को विधि द्वारा प्रावधानित सम्यक दंड से पर्याप्त रूप से दंडित न किया जाए तो इससे सामान्य जन का विश्वास भी प्रभावित होता है। इसका अनुपालन करते हुए कोर्ट ने दोषसिद्ध पाकर दोषी बहु सुखवंती को उम्रकैद व 10 हजार रूपये अर्थदंड की सजा सुनाई। अर्थदंड न देने पर 4 माह की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। जेल में बितायी अवधि सजा में समाहित की जाएगी। अभियोजन पक्ष की ओर से सहायक शासकीय अधिवक्ता फौजदारी विनोद कुमार पाठक ने बहस की।

सोनभद्र जनपद में हर-हर महादेव के जयकारे के साथ भोले भक्तों ने किया जलाभिषेक

विकास कुमार अग्रहरी ,सोनभद्र। पौराणिक तीर्थ स्थल सिद्ध पीठ शिव पार्वती अमर डम डम गुफा मंदिर में सावन महीने के प्रथम सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। हर-हर महादेव के जयकारे के बीच भगवाधारी कांवड़ियों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। शिवभक्तों के जयघोष से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया।

ओबरा डाला सलाई बनवा शिव पार्वती अमर गुफा दुबरा घाटी डम डम गुफा पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए गर्भगृह के कपाट सुबह तीन बजे ही खोल दिए गए। गोठानी स्थित श्री सोमनाथ मंदिर पवित्र नदी से जल भरकर कांवड़िए पैदल डम डम गुफा पहुंचे। कांवड़ यात्रा में शामिल लोग भक्ति गीतों पर रात भर नृत्य करते हुए पहुंचे। मंदिर पर भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने जगह-जगह बैरिकेडिंग की है। महिला और पुरुषों की अलग-अलग कतार लगी। एक-एक कर गर्भगृह में जलाभिषेक को भेजा गया।जनपद के सभी शिवालय में भक्तों ने बड़ी संख्या में जलाभिषेक किया।

ABVP का जिला अभ्यास वर्ग संपन्न, विद्यार्थियों को मिला प्रशिक्षण

विकास कुमार अग्रहरि, सोनभद्र: ओबरा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का दो दिवसीय जिला अभ्यास वर्ग कलश होटल ओबरा में संपन्न हुआ। इस वर्ग में जिले भर के सैकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया और विद्यार्थी परिषद का प्रशिक्षण प्राप्त किया।

वर्ग के उद्घाटन में जिला प्रमुख डॉ रवि प्रकाश त्रिपाठी, जिला संयोजक मृगांक दूबे, जिला संगठन मंत्री विवेक जायसवाल उपस्थित रहे। जिला प्रमुख ने कहा कि सोनभद्र में 23000 से अधिक सदस्य हैं और यह वर्ग करने वाले कार्यकर्ता अपने परिसरों में अभाविप का कार्य प्रभावी ढंग से बढ़ाएंगे।

दो दिवसीय वर्ग में कार्यपध्दति, संपर्क, संवाद, प्रवास, सदस्यता, सक्षम इकाई एवं परिसर कार्य जैसे विभिन्न विषयों पर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। विद्यार्थी परिषद के पूर्व विभाग संगठन मंत्री अमित देव ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के कथनी एवं करनी में कोई अंतर नहीं होना चाहिए।इस मौके पर सदर विधायक भूपेश चौबे,भाजपा जिलाध्यक्ष नंदलाल गुप्ता, अनिल द्विवेदी, सौरभ सिंह, पंकज, प्रवीण, सुधीर पाठक,संदीप, विपुल शुक्ला सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।

युवा मंच ने शुरू किया रोजगार अभियान भाऊराव देवरस राजकीय पीजी कॉलेज में किया जनसंपर्क

विकास कुमार अग्रहरी,सोनभद्र : दुद्धी, कॉरपोरेट और उच्च अमीरों की संपत्ति पर समुचित कर लगाया जाए, सभी नागरिकों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार की गारंटी की जाए, सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरा जाए और हर व्यक्ति के सम्मानजनक ज़िंदगी की संवैधानिक मूल्यों के आधार पर गारंटी के सवालों को लेकर युवा मंच की टीम ने सोमवार को दुद्धी में भाऊराव देवरस डिग्री कॉलेज में छात्रों से बड़े पैमाने पर जनसंपर्क किया और उनके बीच में पर्चा वितरण किया। युवा मंच की टीम ने अधिवक्ताओं से भी मुलाकात की और रोजगार अभियान में उनका समर्थन मांगा।

युवा मंच की टीम ने कहा कि देश में रोजगार दिया जा सकता है बशर्ते की कारपोरेट्स और सुपर रिच की संपत्ति के ऊपर टैक्स लगाकर संसाधन जुटाए जाएं। देश के हर नागरिक के शिक्षा और स्वास्थ्य की भी गारंटी इसके माध्यम से की जा सकती है। उन्होंने मांग की कि सरकार को तत्काल रिक्त पड़े जितने भी सरकारी पद है उन पर भर्ती करनी चाहिए और पेपर लीक की घटनाओं पर कड़ाई से रोक लगाई जानी चाहिए। युवा मंच के नेताओं ने देखा कि बेरोजगारी का गंभीर संकट दुद्धी क्षेत्रों में मौजूद है। यहां बड़े पैमाने पर पलायन हो रहा है और रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में छात्र और युवा जाने के लिए मजबूर है। लड़कियों की शिक्षा के लिए डिग्री कॉलेज का निर्माण नहीं है और पोखरा में जो सरकारी डिग्री कॉलेज बना है उसे भी आज तक चालू नहीं किया गया। इस सवाल पर लोगों से सलाह मांगी गई है कि कैसे दुध्दी में एक बड़े रोजगार आंदोलन को खड़ा किया जाए।

अभियान में युवा मंच संयोजक सविता गोंड, जिलाध्यक्ष रूबी गोंड, राजकुमारी गोंड, सुगवंती गोंड,मैक्सवेल विलियम, सुमन सोनी, सत्य मौर्य, रितेश मौर्या,विवेकानंद, अरविंद मौर्य, विश्वनाथ, देवंती मौर्य, गीता, संजय कुमार व अन्य लोग रहे।

सोनभद्र: खामियां देख भड़के भाजपा विधायक, ग्रामीणों की शिकायत पर सदर विधायक ने संपर्क मार्ग का किया निरीक्षण

विकास कुमार अग्रहरि,सोनभद्र। सदर भाजपा विधायक भूपेश चौबे ने सिरपालपुर-करारी संपर्क मार्ग का औचक निरीक्षण किया। ग्रामीण लंबे समय से मानकों की अनदेखी का आरोप लगा रहे थे। सदर विधायक सोनभद्र ने जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर निर्मित सिरपालपुर करारी संपर्क मार्ग का अचानक निरीक्षण करने पहुंच गए।

लगभग ढाई सौ मीटर माइनर की पटरी पर आरसीसी सड़क बनाई गई है सड़क के दोनों तरफ की पटरिया इतनी लापरवाही पूर्ण तरीके से निर्मित है वह दुर्घटना का कारण बन सकती हैं। उसके आगे एक करोड रुपए से अधिक लागत की बनाई गई सड़क भी पूरी तरह गुणवत्ता विहीन बताई गई।

गुणवत्ता में मिली खामियां संबंधितो को लगाई कड़ी फटकार

मौके पर सड़क जगह-जगह धंसी और फटी हुई पाई गई। सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण हुए अभी 1 वर्ष भी नहीं हुआ है, ऐसे में सड़क की दयनीय स्थिति देख विधायक का पारा सातवें आसमान पहुंच गया। सदर विधायक ने कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड 2 के अधिशाषी अभियंता को कड़ी फटकार मोबाइल फोन के जरिये लगाई, साथ ही साथ जे ई को भी खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि जनता के हितों की अनदेखी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ अब कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। जिसकी भी कमी जांच के बाद पाई जाएगी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

इस मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण के समय ही शिकायत की गई परंतु अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। ज्ञात हो कि उक्त संपर्क मार्ग के निर्माण के लिए लंबे अरसे से मांग की जा रही थी और लखनऊ में विधानसभा में भी इस सड़क का मुद्दा सदर विधायक ने उठाया और मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला आने के बाद सड़क के लिए बजट जारी हुआ था। इसी संपर्क मार्ग पर बेलन नदी में एक करोड की लागत से पुल का भी निर्माण कराया गया है, जिससे चंदौली जनपद के लगभग दो दर्जन गांव का आवागमन इसी संपर्क मार्ग से हो रहा है।

चंदौली से सोनभद्र की दूरी लगभग 15 किलोमीटर कम हो गई है, लेकिन गुणवत्ता विहीन संपर्क मार्ग बनने से सवालिया निशान खड़ा हो रहा है। इस दौरान सदर विधायक के साथ में भाजपा जिला मिडिया प्रभारी अनूप तिवारी, मण्डल अध्यक्ष महेन्द्र पाण्डेय, अनिल पाण्डेय, सन्तोष केशरी, विकास मिश्रा, सहित तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।

सोनभद्र: कनहर सिंचाई परियोजना से जुड़े नहर निकासी को लेकर 3 किमी लंबी सुरंग की खुदाई जोरों पर


विकास कुमार अग्रहरि,सोनभद्र। जिले के दुद्धी ब्लॉक क्षेत्र के विन्ढमगंज थाना अंर्तगत ग्राम पंचायत हरनाकछार से सटे जंगल के लांबी पहाड़ी के समीप नहर निकासी को लेकर 3 किलोमीटर तक की लंबी सुरंग की खुदाई इन दिनों जोरों पर है। बताया जा रहा है कि लांबी पहाड़ी से 3 किलोमीटर आगे की ओर से ग्राम पंचायत कुंड़वा तरफ से लगभग डेढ़ किलोमीटर उत्तर से दक्षिण की ओर की सुरंग खुदाई हो चुकी है और जो डेढ़ किलोमीटर की सुरंग खुदाई शेष है वह लांबी पहाड़ी से दक्षिण से उत्तर की ओर खुदाई शुरू कर दिया गया है जिसकी इस वक्त लगभग 75 मीटर तक खुदाई हो चुकी है और इसके आगे की सुरंग खुदाई कार्य प्रगति पर है।

सुरंग खोदने में लगे हुए लोगों द्वारा बताया गया कि 75 मीटर की लंबी सुरंग खुदाई करने में लगभग दो माह का समय लगा है। वहीं सुरंग को पूरा करने में लगभग डेढ़ वर्ष से दो वर्ष का समय लग सकता है। बताते चलें कि कनहर बांध परियोजना सरकार की एक महत्वपूर्ण परियोजनाओं है जो उत्तर प्रदेश और झारखंड से जुड़ी हुई है।

सोनभद्र: जर्जर सड़क के पुनः निर्माण को लेकर राजपा का धरना- प्रदर्शन, उपजिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन

विकास कुमार अग्रहरि,सोनभद्र। राज्य को सर्वाधिक राजस्व देने वाले जनपदों को समस्याओं से मुक्ति नहीं मिल पा रही है। सड़क बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से महरूम आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों के लोग धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य हो रहें हैं। बावजूद इसके ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है।

राष्ट्रीय जनता पार्टी (महाकाल सेना) के तत्वावधान में राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र जायसवाल के नेतृत्व में तेलगुड़वा से कोन, कचनरवा, विंढमगंज तक की सड़क का पुनः निर्माण कार्य कराए जाने की मांग को लेकर तेलगुड़वा चौराहा पर धरना-प्रदर्शन किया। तत्पश्चात जिलाधिकारी सोनभद्र को नामित ज्ञापन उप जिलाधिकारी ओबरा को सौंपा गया। इस दौरान राष्ट्रीय जनता पार्टी (महाकाल सेना) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र जायसवाल ने बताया कि बीते कई वर्षों से तेलगुड़वा से कोन, कचनरवा, विंढमगंज तक की सड़क की हालत बेहद खराब है और आए दिन लोग इस खराब सड़क की चपेट में आकर घायल हो रहे हैं और वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।

परंतु अब तक उक्त सड़क का पुनः निर्माण नहीं करवाया गया है, जिससे तेलगुड़वा से कोन, कचनरवा, विंढमगंज तक की जनता बेहद कष्टदायक जीवन जीने को विवश है। कहा इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अपनी रोज़मर्रा की भागदौड़ में हर रोज़ इस जर्जर सड़क से होकर जाना पड़ता है जिससे उन्हें हर वक्त किसी अप्रिय घटना के घट जाने का भय लगा रहता है। जब कभी भी उक्त क्षेत्र से किसी गर्भवती महिला या किसी मरीज़ को उत्तम चिकित्सीय सुविधा हेतु जिला मुख्यालय या अन्यत्र स्थान ले जाना होता है तो उन्हें तेलगुड़वा तक लाने में ही गड्ढे भरी सड़क के झटकों से मरीज की हालत खराब हो जाती है।

प्रदर्शन के अंत में उप-जिलाधिकारी ओबरा विवेक कुमार द्वारा मौके पर पहुंचकर प्रभारी निरीक्षक चोपन विजय कुमार चौरसिया की मौजूदगी में प्रदर्शनकारियों का मांगपत्र, ज्ञापन स्वीकार किया गया। धरना प्रदर्शन का संचालन मुरारी नाथ कुशवाहा द्वारा किया गया। इस दौरान दिनेश कुमार जायसवाल, शुभम जायसवाल, संतेश्वर कुशवाहा, श्रीराम जयसवाल, दीपक कुमार, अविनाश, बृजेश कुमार, मोनू वर्मा, सोनू भारती, निर्भय जायसवाल, लोकेश प्रजापति, दीपू शर्मा, विकास साहनी आदि लोग मौजूद रहे।

सोनभद्र: 'दीपक तलें अंधेरा' की कहावत को चरितार्थ कर ओबरा नगर में उपभोक्ताओं को रूला रहा है बिजली का मनमाना रोस्टर
विकास कुमार अग्रहरि ,सोनभद्र। इसे विडंबना कह ले या दुर्भाग्य कि जहां से उत्पन्न होने वाली बिजली से कई राज्य जगमग हो रहें हैं वहीं खुद वहीं नगर बिजली की मनमानी कटौती का दंश झेलने को विवश हैं। यों कह ले कि चिराग तले अंधेरा की कहावत यहां चरितार्थ होती हुई दिखाई दे रही है। जिस पर न तो स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कोई जोर है और नाही समाजसेवा का दंभ भरने वाले लोगों का ऐसी सूरत में उपभोक्ताओं को बिजली विभाग के कोप का शिकार होकर इस उमश भरी गर्मी में उबलना पड़ रहा है।

खुद के बजाए उपभोक्ताओं पर ही जड़ दिया तोहमतों का भंडार

विगत कई दिनों से ओबरा क्षेत्र में बिजली की गंभीर हो चली समस्या को लेकर स्थानीय लोगों सहित व्यापार मंडल ने 18 जुलाई की रात में चक्का जाम कर भी दिया था। मौके पर एसडीओ ओबरा सहित क्षेत्राधिकारी ने लोगों को किसी प्रकार से समझा-बुझाकर आमजन की समस्या को समाप्त करने का न केवल आश्वासन दिया था बल्कि इसके लिए शनिवार 20 जुलाई को ओबरा तहसील में व्यापार मंडल व नगर की जनता को संयुक्त रूप से आमंत्रित भी किया था ताकि मिल-बैठकर समस्या का समाधान हो सके। इसी क्रम में बिजली विभाग को लेकर बढ़ रही नाराजगी और इन समस्याओं से जनता को कैसे निजाज दिलाया जा सकता है को लेकर गहमागहमी के बीच चर्चा भी हुई है।

बैठक की अध्यक्षता उपजिलाधिकारी ओबरा द्वारा की गई। इसमें ओबरा एसडीओ ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या यह आ रही है जब लाइट की रोस्टिंग तय की जाती है और पुनः जब लाइट चालू किया जाता है तो लोड बढ़ने लगता है। बताया गया कि उपभोक्ता द्वारा एसी कुलर सहित अन्य संसाधन के बेतहाशा वृद्धि से लोड बढ़ने लगता है। बताया गया कि क्षेत्र की जनता को 21 घंटे बिजली देने के लिए विभाग प्रतिबद्ध है समय-समय पर होने वाली रोस्टिंग के बाद लगभग 1 घंटे तक हैवी चीजों को ना चालू किया जाए। ऐसी जागरूकता फैलाई जानी चाहिए बाकी विभाग अपने स्तर पर नए ट्रांसफार्मर जगह-जगह लगा रहा है। जल्द ही बिजली की समस्याओं से क्षेत्र की जनता को निजाज मिल जाएगा।

ठेका पद्धति को लेकर जताया विरोध

इस दौरान आलोक भाटिया ने बताया कि समस्या का मूल कारण बिजली विभाग में ठेका पद्धति भी काफी हद तक जिम्मेदार है जो खुद को किसी मंत्री या विधायक का आदमी बताकर कार्यों में अनियमिताएं बनाएं रखते हैं। जिसे विभागीय स्तर पर दूर किए जाने की राय रखी गई। छात्र नेता अभिषेक अग्रहरी ने कहा कि शासन स्तर पर वार्षिक कैलेंडर विभाग के कार्यों के लिए सूचीबद्ध है। जिसमें समय-समय पर वृक्षों की कटाई से लेकर तारों की गुणवत्ता के साथ आने वाली समस्याओं से निपटने के लिए योजनाबद्ध तैयारी में विभाग कहीं ना कहीं अनियमितताएं बरत रहा है, जिसे ठीक किया जाना चाहिए। इस दौरान मिथिलेश अग्रहरि, वीरेंद्र मित्तल, अंशु माथुर, आनंद कुमा,  नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि श्रवण कुमार, आनंद जायसवाल, सुशील गर्ग के साथ नगर के कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
अमृत विचार : मुश्किल समय में उम्मीद की तलाश
विकास कुमार अग्रहरि,सोनभद्र।जब जीवन हमारी उम्मीद के मुताबिक नहीं होता तो अक्सर निराशा होती है। ऐसा लगता है कि सब कुछ हमारे खिलाफ है और हमें चिंता है कि चीजें कभी नहीं सुधरेंगी। हर नए विचार के साथ हमारा दिमाग नकारात्मकता में डूब सकता है। ऐसे क्षणों में, उन गतिविधियों और दिनचर्या को छोड़ना लुभावना हो जाता है जो हमारी मदद कर सकती हैं और इसके बजाय, हम खालीपन से निपटने और उसे भरने के लिए अस्वस्थ आदतें अपनाते हैं। जीवन की विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए, हम अक्सर कठिनाइयों के आगे झुक जाते हैं और अपना रास्ता खो देते हैं।

हम भविष्य के बारे में चिंता करते हैं, बिना कुछ हल किए समय और ऊर्जा बर्बाद करते हैं। मुख्य बात यह है कि बाहरी घटनाओं को खुद पर अत्यधिक प्रभाव न डालने दें। हमें जीवन की बाधाओं का सामना करते समय सकारात्मक ध्यान बनाए रखने के महत्व को याद रखना चाहिए। निराशा के समय में, हमें लाभकारी आदतों को बनाए रखने के लिए और भी अधिक मेहनत करनी चाहिए। अपनी भावनाओं के विपरीत, ये ऐसे समय होते हैं जब हमें अपनी आंतरिक शक्ति का उपयोग करने की आवश्यकता होती है। प्रत्येक अनुभव से आध्यात्मिक सबक निकालने का कौशल विकसित करना आवश्यक है। आराम और सामान्यता की भावना पाना महत्वपूर्ण है।

लेकिन हम निराशाजनक समय में सांत्वना कैसे पा सकते हैं? ध्यान के माध्यम से अपने विचारों को नियंत्रित करना, अपने मन को शांत करना और ईश्वर पर ध्यान केंद्रित करना सीखकर, हम एक परिवर्तनशील प्रकाश का अनुभव कर सकते हैं। यह प्रकाश हमें किसी भी बाहरी दर्द से परे आनंद और परमानंद से भर देता है। ध्यान में ईश्वर के प्रत्यक्ष अनुभव हमारे विश्वास को मजबूत करते हैं। हम अपने जीवन में ईश्वरीय उपस्थिति को पहचानते हैं और समझते हैं कि हमें हमेशा समर्थन दिया जाता है। ईश्वरीय प्रेम में निहित, हम बिना किसी डर या चिंता के जीवन का सामना कर सकते हैं। इस दुनिया में हमारी सबसे मूल्यवान संपत्ति हमारा समय है। हालांकि, हम लगातार विचलित करने वाले और प्रलोभनों से घिरे रहते हैं जो इस कीमती संसाधन को खत्म कर देते हैं।

अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, हमें विचलित करने वाले तत्वों को रोकने और अपने आध्यात्मिक उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए फ़िल्टर विकसित करने चाहिए। नियमित ध्यान के माध्यम से, हम आनंद, ज्ञान, प्रेम और शांति के दिव्य स्रोत के साथ अपने संबंध को गहरा कर सकते हैं। यह दिव्य स्रोत हमारे अतीत, वर्तमान और भविष्य को जानता है। जब हम ध्यान के माध्यम से इस शक्ति से जुड़ते हैं, तो हम अपने भीतर के प्रेम और खुशी तक पहुंचते हैं। यह संबंध कठिन समय के दौरान जीवन रेखा के रूप में कार्य करता है। निराशा से दूर जाने के लिए, हमें अपना ध्यान अपनी वर्तमान स्थिति से हटाकर ईश्वरीय प्रेम और आशा के अनंत भंडार पर केंद्रित करना होगा। ध्यान में दिव्य प्रेम का अनुभव करने से हमें यह भरोसा मिलता है कि हमसे प्रेम किया जा रहा है और हमारी रक्षा की जा रही है। हम इसे शांति से बैठकर और दिव्यता तक पहुंचने के लिए समय निकालकर प्राप्त करते हैं।

(लेखक- आशुतोष कुमार,सोनभद्र स्थित एसीसी सीमेंट वर्क्स, सलाईबनवा के प्रोजेक्ट हेड हैं)