पकडा़ गया दहशत का पर्याय बना मगरमच्छ
नवाबगंज (गोंडा)। क्षेत्र टिकरी गांव के तिवारी पुरवा में बीते 08 दिनों से दहशत का पर्याय बनी मादा मगरमच्छ को रविवार को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया। बीते 08 दिनों में यह मादा मगरमच्छ ने 02 कुत्तों और दो बछडो को अपना निवाला बना चुकी थी।
क्षेत्र के टिकरी गांव के तिवारी पुरवा मजरे में स्थित किशन के तालाब में बीते 14 जुलाई को गांव के ही अखिलेश त्रिपाठी ने इस मगरमच्छ को देखा था। जिसके बाद वन क्षेत्राधिकारी विनोद कुमार नायक मौके पर पंहुचे थे और सोमवार को रेस्क्यू का आश्वासन ग्रामीणों को दिया था। वहीं 04 दिन बाद भी मगरमच्छ के ना पकड़े जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर वन विभाग के अधिकारियों पर पैसे मांगने का आरोप लगाया था। एक्स पर मगरमच्छ के लाइव वीडियो को ट्वीट कर भी मगरमच्छ का रेस्क्यू करने की मांग भी की गयी थी जिसके संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने डीएफओ को निर्देश भी दिए थे।
रविवार को आठवें दिन सुबह करीब दस बजे वन विभाग की टीम ने मौके पर पंहुचकर नाव से जाल बिछाकर रेस्क्यू शुरू किया। करीब 03 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टीम मगरमच्छ को जाल में फंसाने में कामयाब हो पायी।मगरमच्छ के पकड़े जाने पर गांव वालों ने राहत की सांस ली। इस दौरान गांव के लोगों की भारी भीड़ तालाब के किनारे जमा रही।
रेस्क्यू टीम में वन दरोगा अरूण कुमार तिवारी,पशुपतिनाथ शुक्ला विजय निषाद, श्रवन निषाद, परशुराम निषाद, श्रीकिशुन निषाद और शत्रुहन निषाद शामिल रहे।
रेस्क्यू के दौरान वन क्षेत्राधिकारी विनोद कुमार नायक भी डटे रहे। उन्होंने बताया कि मगरमच्छ मादा है जिसकी लम्बाई 09 फीट है। इस व्यस्क मादा मगरमच्छ का वजन लगभग 2 क्विंटल 60 किलो है। मगरमच्छ को सकुशल सरयू नदी में छोड़ दिया गया है।
Jul 22 2024, 16:15