नौशढ़ चौराहा के पास बंद रेगुलेटर को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने खुलवाया जल जमाव से मिला निजात

गोरखपुर। राप्ती नदी की बाढ़ के पानी को शहर में प्रवेश करने से रोकने के लिए नौशढ़ चौराहा से पश्चिम उत्तर मलौनी बंधे के पथरा पर लगे रेगुलेटर को सुबह ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी ने बंद रेगुलेटर को अपने कर्मचारियों से खुलवाया। राप्ती नदी में बाढ़ आने के दौरान मलौनी बंधे पर बने रेगुलेटर को बंद कर दिया गया था।

जिससे बाढ़ का पानी शहर के अंदर ना आने पाए लेकिन बाढ़ खंड विभाग ने नौशढ़ चौराहा से पश्चिम उत्तर मलौनी बंधे के पथरा पर लगे रेगुलेटर को बंद ही रखा बाढ़ खंड विभाग को यह नहीं मालूम की बरसात का पानी शहर में भरने के बाद कैसे निकलेगा लेकिन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी ने सुबह बरसात में ही बांधों का निरीक्षण करने पहुंच गए तो देखा कि नौशढ़ चौराहा से पश्चिम उत्तर मलौनी बंधे के पथरा पर लगे रेगुलेटर बंद था जिससे शहर का पानी निकासी नहीं हो रहा था और शहर में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।

जिसको तत्काल अपने कर्मचारियों के द्वारा बंद फाटक को तत्काल खुलवाया जिससे शहर का पानी राप्ती नदी में चला गया और जल जमाव की स्थिति समाप्त हुई। अगर समय रहते जॉइन माय स्टेट में फाटक नहीं खुलवाया होता तो शहर वासियों को जल जमाव से निजात नहीं मिल पाता।फाटक बंद होने से शहर के नालों के पानी की निकासी पूरी तरह से बंद हो गई थी। कई मोहल्लों में नालों का पानी फैल गया था फाटक खुलने से पानी का निकासी हो सका।

सड़क पर मौत बन कर लटक रहा हाईटेंशन बिजली का पोल, सांसे रोक कर गुजरते हैं इस मार्ग के यात्री

खजनी गोरखपुर। कस्बे से जाने वाले रामपुर पांडेय मार्ग पर पल्हीपार बाबू गांव के नेटुआन डेरा मोड के समीप सड़क के किनारे सूखे पेड़ के बगल में और नीचे खेत में गड़े दो तिरछे लटकते हाई वोल्टेज वाले बिजली के पोल इस मार्ग से होकर गुजरने वाले यात्रियों के लिए अनचाही मौत का सामान बने हुए हैं। लटकते बिजली के पोल देख कर सड़क से गुजरने वाले यात्रियों की सांसें थम जाती हैं, और लोग ईश्वर से प्रार्थना करते हुए निकलते हैं।

किंतु बिजली विभाग इस गंभीर समस्या के प्रति लापरवाह बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह समस्या पिछले कई महीनों से बनी हुई है। अब बारिश भी शुरू हो गई है जमीन गीली होने के बाद तेज हवाओं और बारिश होने पर पोल गिरने की संभावना बनी हुई है। मार्ग से होकर गुजरने वाले शशीकांत, रामसेवक, मनोज, संजय, सुशील, ओंकार, मयंक आदि ने बताया कि सड़क पर लटकता बिजली का पोल किसी बड़े हादसे को दावत दे रहा है। बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी लटकते बिजली के पोल को ठीक कराने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।

इस संदर्भ में अवर अभियंता राजेश कुमार कन्नौजिया ने बताया कि जानकारी नहीं है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

पेट्रोल पंप पर ग्राहकों को मिला पानी, बढ़ी परेशानी

गोरखपुर। गोलघर काली मंदिर स्थित गणेश दास रामगोपाल इंडियन पेट्रोल पंप का है पूरा मामला. बीती रात मूसलाधार बारिश की वजह से पेट्रोल टंकी में पानी जाने की बात कह रहे कर्मचारी. दर्जनों की संख्या में पहुंचे ग्राहकों ने जमकर काटा बवाल. मौके पर पहुंचे सप्लाई ऑफिस के अधिकारियों ने संभाला मोर्चा. ग्राहकों की शिकायत पर सप्लाई विभाग व इंडियन ऑयल जांच में जुटा. ग्राहकों ने कहा पहले भी इस पेट्रोल पंप पर शिकायत मिलने पर हुई थी कार्रवाई. हाथों में बोतल धाम पेट्रोल पंप पहुंचे ग्राहक. कर्मचारी हुए रफू चक्कर शहर में बना चर्चा का विषय।

नौ माह से पांच साल तक बच्चों के लिए नौ बार विटामिन ए की खुराक अनिवार्य

गोरखपुर। ह्यह्यनौ माह से पांच साल तक के बच्चों को कुल नौ बार विटामिन ए की खुराक लेना अनिवार्य है। इसकी पहली खुराक नौ से बारह माह की उम्र में एमआर टीके के प्रथम डोज के साथ आधा चम्मच दी जाती है। दूसरी खुराक सोलह से चौबीस माह की उम्र के बीच एक पूरा चम्मच एमआर टीके के दूसरी डोज के साथ दी जाती है । साथ ही दो वर्ष से पांच वर्ष की उम्र तक के बच्चों को हर छह माह पर पूरा चम्मच दवा पिलाना अनिवार्य है। एक पूरा चम्मच दो मिलीलीटर का होता है, जबकि आधा चम्मच एक मिलीलीटर का होता है।

इस अपील के साथ जिले भर में बुधवार से विटामिन ए सम्पूरण माह की शुरूआत की गयी, जिसके तहत एक माह के भीतर 5.76 लाख बच्चों को दवा पिलायी जाएगी । दवा की यह खुराक नियमित टीकाकरण के साथ ही दी जाएगी। पिछले साल दिसम्बर में चले अभियान में करीब 92 फीसदी बच्चों को यह दवा पिलायी गयी थी। अभियान का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे और जिला महिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ जय कुमार ने जिला महिला अस्पताल के ओपीडी ब्लॉक से किया । वहां एक दर्जन बच्चों को दवा पिलाई गई और उन्हें खिलौने भी दिये गये।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस अवसर पर बताया कि विटामिन ए की खुराक बच्चों को कुपोषण, मिजल्स, डायरिया और रतौंधी से बचाती है । यह बच्चे के विकास में मददगार है। इसके सेवन से निमोनिया और डायरिया का खतरा कम हो जाता है। शरीर में विटामिन ए की कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है। आंख कमजोर होने की आशंका होती है। इसकी कमी से बच्चे के शरीर बढ़ने में भी कमी आ सकती है। बच्चे को कमजोरी महसूस होती है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक बुधवार और शनिवार को नियमित टीकाकरण और छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता व पोषण दिवस के सत्र स्थल पर बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी । आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ऐसे बच्चों को उनके अभिभावकों के साथ सत्र स्थल पर लेकर आएंगी। हर छह माह पर बच्चों को दवा पिलाई जा सके, इसी वजह से यह अभियान प्रत्येक छह माह के अंतराल पर चलाया जाता है।

इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा ने बताया कि जिन गांवो में मिजल्स का कोई भी केस निकलता है वहां लक्षणयुक्त बच्चों को विटामिन ए की दो अतिरिक्त खुराक पिलाई जाती है। इस बीमारी से बचाव में विटामिन ए की महत्वपूर्ण भूमिका है । यह दवा शिशु मृत्यु दर को कम करने में सहयोगी है। यह दवा मिजल्स होने की स्थिति में मृत्यु दर और जटिलता को कम करती है।

डॉ कुशवाहा ने बताया कि इस बार के अभियान में नौ माह से बारह माह तक के 65000 बच्चों, एक से दो वर्ष तक एक लाख तेईस हजार बच्चों और दो वर्ष से पांच वर्ष तक के तीन लाख अठासी हजार बच्चों को गोरखपुर जिले में दवा पिलाई जाएगी।

इस अवसर पर बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अजय देवकुलियार, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी केएन बरनवाल, सहायक शोध अधिकारी अजीत सिंह, क्वालिटी मैनेजर डॉ कमलेश, मैट्रन सीके वर्मा, यूनीसेफ के डीएमसी डॉ हसन फहीम, डब्ल्यूएचओ के सर्विलांस मेडिकल आॅफिसर डॉ विनय शंकर, यूएनडीपी संस्था के प्रतिनिधि पवन कुमार सिंह और यूपीटीएसयू व जेएसआई संस्थाओं के प्रतिनिधिगण एवं एनएचएम से आदिल फखर मौजूद रहे।

सुरक्षित है यह दवा

जिला महिला अस्पताल में दवा का सेवन करने वाले दो वर्षीय विवांश अग्रहरी की मां पूजा अग्रहरि ने बताया कि वह बच्चे का नियमित टीकाकरण जिला महिला अस्पताल में ही करवाती हैं। महानगर के बिछिया क्षेत्र की रहने वाली पूजा का कहना है कि विवांश का जन्म इसी अस्पताल में हुआ था और उन्हें अस्पताल के स्टॉफ नर्सेज द्वारा बताया गया था कि यहां टीकाकरण की अच्छी सुविधा है। वह बुधवार को भी बच्चे के टीकाकरण के लिए आई थीं । उन्हें बताया गया कि विटामिन ए की दवा भी पिलाई जाएगी। इस दवा से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है और कई बीमारियों से बचाव भी होता है। यह दवा पहले भी विवांश को पिलाई जा चुकी है। यह सुरक्षित और असरदार है।

बारिश होने पर महानगर के लगाए गए समस्त पंप एवं संपवेल चालू करा दिया जाए : नगर आयुक्त

गोरखपुर। शहर में रात्रि से हो रही लगातार भारी बारिश की दृष्टिगत आज प्रात: नगर आयुक्त द्वारा महानगर के विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया. नगर आयुक्त द्वारा मुंशी प्रेमचंद पार्क, गोपालपुर शिव मंदिर रोड, हरिओम नगर तिराहा से कलेक्ट्रेट चौराहा, नगर निगम आॅफिस के सामने, शिवाय होटल अग्रसेन तिराहा बैंक रोड होते हुए विजय चौराहा सुमेर सागर रोड तिवारी हाता से बबीना होटल होते हुए सरस्वती विद्या मंदिर के सामने से दुगार्बाड़ी सरस्वती शिशु मंदिर होकर सूरजकुंड ओवरब्रिज तक, सूरजकुंड में अग्रहरि पुलिया के पास तथा राम जानकी नगर के कौशल पुरम, विष्णुपुरम आदि स्थानों का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त द्वारा समस्त जोनल अधिकारी, सफाई निरीक्षक, निर्माण विभाग के समस्त अभियंता को बरसात के दृष्टिगत नालियों की लगातार सफाई कराते रहने एवं बारिश होने पर समय से जल भराव वाले स्थलों पर रखें पंपिंग सेट एवं संपवेल को समय से चालू करा देने का निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान गोपालपुर, कौशल पुरम आदि स्थानों पर पंपिंग सेट चलते हुए नहीं पाए गए जिस पर अवर अभियंता सूरज शर्मा एवं विवेकानंद सिंह को सख्त चेतावनी देते हुए निर्देशित किया गया कि आगे से ऐसा ना हो बारिश होने पर महानगर के समस्त पंप एवं संपवेल चालू करा दिया जाए जिससे जल निकासी संभव हो सके।

गोरखपुर : झमाझम बारिश में सीएम योगी आदित्यनाथ ने की गोसेवा
गोरखपुर। मंगलवार को गोरखपुर आए मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में रात्रि प्रवास के बाद बुधवार सुबह झमाझम बारिश के बीच मंदिर की गोशाला में गोसेवा की। उन्होंने भीगने की परवाह न करते हुए गोशाला का भ्रमण कर गोवंश का हाल जाना और उन्हें अपने हाथों से गुड़ खिलाया। *सीएम योगी की दिनचर्या परंपरागत रही* बुधवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी की दिनचर्या परंपरागत रही। उन्होंने प्रातःकाल गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया और अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर जाकर मत्था टेका। सीएम योगी जब भी गोरखनाथ मंदिर में होते हैं तो गोसेवा उनकी दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा रहती है। बुधवार सुबह मानसून की पहली झमाझम बारिश के बावजूद वह मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मंदिर की गोशाला में पहुंचे और वहां कुछ समय व्यतीत किया। *सीएम योगी की आवाज इन गोवंश के लिए जानी पहचानी* गोशाला में उन्होंने चारों तरफ भ्रमण करते हुए श्यामा, गौरी, गंगा, भोला आदि नामों से गोवंश को पुकारा। सीएम योगी की आवाज इन गोवंश के लिए जानी पहचानी है। प्यार भरी पुकार सुनते ही कई गोवंश दौड़ते-मचलते हुए उनके पास आ गए। बारिश के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी के माथे पर हाथ फेरा, उन्हें खूब दुलारा और अपने हाथों से उन्हें रोटी और गुड़ खिलाया। मुख्यमंत्री ने गोशाला के कार्यकर्ताओं से सभी गोवंश के स्वास्थ्य व पोषण की जानकारी ली और देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए।
क्लिनिक संचालक से 10 हजार रुपए और मोबाइल फोन की लूट

खजनी गोरखपुर।बांसगांव थाने की हरनहीं चौकी क्षेत्र के भैंसा बाजार में कार सवार बदमाशों ने क्लिनिक संचालक को जान से मारने की धमकी देकर उससे 10 हजार रुपये और मोबाइल फोन छीन लिए।

वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित बाइक की चाभी लेकर फरार हो गए। पीड़ित ने घटना की सूचना 112 नंबर पर पुलिस को दी थी, बांसगांव थाने की पुलिस मामले घटना की छानबीन में जुट गई है। चर्चा है कि उनमें से हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र के एक बदमाश को खजनी पुलिस ने पकड़ लिया है।

सिकरीगंज थाना क्षेत्र के भिटहां गांव में रहने वाले सलीम भैंसा बाजार में क्लिनिक चलाते हैं। बताया गया कि रविवार की रात उन्हें भैंसा बाजार से आगे बढ़ने पर लिंक एक्सप्रेस-वे से सटे भिटहां मार्ग पर कार सवार तीन युवकों ने रोक लिया।

ग्राम प्रधान द्वारा गांव के स्कूल का ताला तोड़ कर सामान उठा ले जाने की शिकायत

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के सरकारी पूर्व माध्यमिक विद्यालय डोंड़ो गांव में ग्रामप्रधान ने स्कूल की प्रधानाध्यापिका को सूचना दिए बगैर भण्डार कक्ष का ताला तोड़कर उसमे रखा सारा सामान उठा ले गए। घटना की सूचना प्रभारी प्रधानाध्यापिका नीता यादव ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोरखपुर रमेंद्र कुमार सिंह को दी है।

पूर्व माध्यमिक विद्यालय डोंड़ों की प्रधानाध्यापिका के अनुसार भण्डार कक्ष मे रिपेयरिंग हेतु रखे गए सामान 3 कुर्सियां, बच्चों के बैठने वाले 50 डेस्क ब्रेंच, 2 स्टील की बाल्टियां, थालियां, ग्लास और अन्य सामान बिना सूचना दिए ताला तोड़ कर गायब कर दिए और अपने सामान रख दिए हैं। बताया गया कि किचेन शेड पर लगी 2 टंकियों में से एक टंकी, परिसर में मौजूद 3 पेड़ भी कटवा दिए, 2 पेड़ों की लकड़ियां भी गायब हैं।

इतना ही नहीं प्रधानाध्यापिका ने बताया है कि ग्रामप्रधान के लोगों द्वारा स्कूल परिसर में माँस पकाया जाता है और शराब आदि का सेवन भी किया जाता है। अगले दिन स्कूल में पहुंचने पर मांस मछली अंडे आदि के कचरे और शराब बियर की खाली बोतलें बिखरी मिलती है, मना करने पर धमकी दी जाती है।

मामले की लिखित शिकायत शिक्षिकाओं नीता यादव, एकता दूबे, ज्योति राय और राजकुमार के द्वारा की गई है।

इस संदर्भ में बीईओ खजनी सावन कुमार दूबे ने बताया कि जानकारी मिली है जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

आपातकाल लोकतंत्र की कुचलने की पराकाष्ठा थी : सीएम योगी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस की आस्था कभी भी भारत के संविधान और लोकतंत्र में नहीं रही है। जब भी उसे मौका मिला, उसने संविधान का गला घोंटने और लोकतंत्र को कुचलने का कार्य किया है।

जब मौका नहीं मिला तो उसने संविधान और लोकतंत्र की ही दुहाई देकर जनता को झूठी बातों से गुमराह किया। वास्तविकता यही है कि आज भी संविधान और लोकतंत्र को खतरा कांग्रेस और इंडी गठबंधन में शामिल उसके सहयोगी दलों से है।

सीएम योगी देश में 25 जून 1975 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल (इमरजेंसी) के पचासवें वर्ष में मंगलवार को योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में भाजपा की जिला व महानगर इकाई की तरफ से आयोजित काला दिवस विषयक संगोष्ठी और लोकतंत्र रक्षक सेनानी सम्मान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। 28 लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को सम्मानित करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि 50 वर्ष पहले आज ही के दिन मध्य रात्रि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने भारतीय संसदीय लोकतंत्र का एक काला अध्याय लिखा था। देश के संविधान का गला घोंटकर, आपातकाल लागू कर कांग्रेस ने लोकतंत्र को तहस नहस करने की कुचेष्टा की थी। इमरजेंसी लगाकर कांग्रेस ने नागरिकों के मौलिक अधिकार छीन लिए थे, न्यायालयों को उनके अधिकारों से वंचित कर दिया गया था। जिन लोगों ने इस तानाशाही रवैये के विरोध किया, उन्हें जेल में डालकर अमानवीय यातनाएं दी गईं। कांग्रेस के इस कृत्य से संविधान कराह उठा था, लोकतंत्र तड़प गया था। यह लोकतंत्र को कुचलने की पराकाष्ठा थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपातकाल में कांग्रेस का बर्बर चेहरा हम सभी को देखने को मिला था। उसने संविधान की मूल आत्मा कही जाने वाली प्रस्तावना में संशोधन करके उसकी आत्मा को नष्ट करने का प्रयास किया था।

उस समय आवाज उठाने पर अटल बिहारी वाजपेयी, जय प्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई, लाल कृष्ण आडवाणी समेत विपक्ष के सभी नेताओं और लोकतंत्र समर्थकोंको गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। सीएम ने कहा कि आज भी कांग्रेस पार्टी में भले ही चेहरा बदला हो लेकिन आज सत्ता से बाहर होकर भी उसका मूल चरित्र वही है जो आपातकाल के समय था।

जब भी अवसर मिला, कांग्रेस ने घोंटा संविधान और लोकतंत्र का गला

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को जब भी अवसर मिला उसने लोकतंत्र और संविधान का गला घोंटने से परहेज नहीं किया। स्वतंत्र भारत में जो संविधान एकता और एकात्मकता के लिए अंगीकार किया गया था, उसमें कुछ दिनों बाद ही जबरन धारा 370 लाकर कांग्रेस ने कश्मीर में आतंकवाद की नींव रख दी। तुष्टिकरण की पोषक धारा 370 नहीं होता तो कश्मीर में आतंकवाद और विस्थापन की समस्या नहीं होती। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1950 से लेकर 2014 तक कांग्रेस की सरकारों ने स्वार्थ पूर्ति के लिए 75 से अधिक संशोधन किए।

कांग्रेस ने धारा 356 का इस्तेमाल कर 90 बार से अधिक राज्य सरकारों को बर्खास्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान व भावी पीढ़ी को कांग्रेस के कुकृत्य से अवगत कराने की जरूरत है ताकि फिर किसी पीढ़ी को आपातकाल की तरह अपनी जवानी होम न करनी पड़े। सीएम ने आज सम्मानित होने वाले लोकतंत्र रक्षक सेनानियों के जज्बे को नमन करते हुए कहा कि उन्हें सम्मानित करने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात है।

चुनाव में जनता को गुमराह किया कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों ने

सीएम योगी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने संविधान बदलने और आरक्षण समाप्त करने का झूठ गढ़कर, फर्जी बॉन्ड का वादा कर जनता को गुमराह किया। हकीकत तो यह है कि जब भी मौका मिला कांग्रेस ने एससी-एसटी और ओबीसी आरक्षण को समाप्त करने का प्रयास किया। जबकि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिल्लिया इस्लामिया में तुष्टिकरण के नाम पर एससी-एसटी और ओबीसी आरक्षण लागू नहीं होने दिया। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग आज संविधान और लोकतंत्र की दुहाई देते हैं, लेकिन भारत के बाहर जाकर भारत के लोकतंत्र को कटघरे में खड़ा करते हैं। भारत के निर्वाचन आयोग, ईवीएम पर प्रश्न चिन्ह लगाते हैं। ये लोग भारत के बाहर जाकर भारत को और उसके लोकतंत्र को कोसते हैं।

जिन दलों के संस्थापकों ने किया आपातकाल के खिलाफ आंदोलन, कांग्रेस की गोद में जा बैठी आज की पीढ़ी

सीएम योगी ने कांग्रेस नेतृत्व वाले इंडी गठबंधन

में शामिल उसके सहयोगी दलों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 1975 में देश के लोकतंत्र, संविधान और नागरिक अधिकारों की रक्षा करने के लिए जिन दलों के संस्थापकों, नेताओं ने आंदोलन किए, जेल की यातनाओं को सहा था, लोकतंत्र के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया था, दुखद है कि उनकी वर्तमान पीढ़ी उसी कांग्रेस की गोद में बैठकर देश को फिर से कांग्रेस की तानाशाही, लोकतंत्र विरोधी और संविधान विरोधी नीतियों की ओर धकेलने का कुत्सित प्रयास कर रही है। कांग्रेस के सहयोगी दलों के पूर्वज आज कहीं से अपनी पार्टी के वर्तमान नेताओं को कांग्रेस के साथ देखते होंगे तो वे खून के आंसू पीने को मजबूर होते होंगे।

इस अवसर पर पूर्व विधायक एवं लोकतंत्र रक्षक सेनानी शीतल पांडेय ने आपातकाल से जुड़े अपने संस्मरण साझा किए। कार्यक्रम में एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, विधायक विपिन सिंह, महेन्द्रपाल सिंह, राजेश त्रिपाठी, प्रदीप शुक्ल, भाजपा महानगर महामंत्री ओमप्रकाश शर्मा, छोटेलाल मौर्य, मनोज शुक्ल, अच्युतानंद शाही आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

इन लोकतंत्र रक्षक सेनानियों का सीएम योगी ने किया सम्मान

शीतल पांडेय, रमेश विश्वकर्मा, योगेंद्र गुप्ता, सुरेंद्र सिंह, डॉ. केशव सिंह, शिव प्रकाश अग्रवाल, राजाराम, दीप नारायण शुक्ला, सुरेश खन्ना, डॉ. महेश पाठक, राजकिशोर मिश्र, दुर्गा प्रसाद मिश्र, भगवती सिंह, छेदी लाल, धनराज सिंह, शंभू सिंह श्रीनेत, राजेश गुप्ता, क्षत्रपति शुक्ला, हरिलाल चौरसिया, शेषनाथ सिंह,, बलदेव यादव, श्रीकृष्ण गुप्ता, नागेंद्र सिंह, रामेश्वर सिंह, नरेंद्र यादव, लालजी सिंह, अभिमन्यु शाही, हेमंत सिंह, विनय प्रणाचार्य, अभय पांडेय, अभिमन्यु सिंह, रामनरेश।

पंडित गोविंद बल्लभ पंत पार्क का हाल, रख रखाव न होने से पार्क में लगे उपकरण हो रहे हैं खराब

गोरखपुर । सुबह मॉर्निंग वॉक पर आने वाले लोगों की सुविधा के लिए शासन के निर्देश पर शहर के पार्को में ओपन जिम बनाया गया है जिसमें लोग सुबह टहलने के साथ एक्सरसाइज भी करते हैं। एक्सरसाइज करने के लिए तमाम तरीके के उपकरण लगाए गए हैं मगर इन उपकरणों का सही समय पर सर्विसिंग व रख रखाव ना होने की वजह से अब यह उपकरण जंग खाकर खराब हो रहे हैं और बदहाल स्थिति में है ।

सुबह मॉर्निंग वॉक पर आए लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है मेंटेनेंस के नाम पर विभाग चुप्पी साधे हुए हैं हालांकि सुबह मॉर्निंग वाक पर आने वाले लोगों ने गोरखपुर विकास प्राधिकरण ( जीडीए) के अधिकारी से भी शिकायत भी की है कि मगर जिम्मेदारों के कान पर जू तक नहीं रेंग रहा है। जिस कंपनी ने इन उपकरण को लगाया है उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वह इसका मेंटेनेंस भी करें। लेकिन विभाग की उदासीनता की वजह से यह उपकरण अब खराब हो रहे हैं।