युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने मनाया बलिदान दिवस
विकाश कुमार अग्रहरी ,ओबरा सोनभद्र। भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने रविवार को शक्ति केंद्र ओबरा बाजार में पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण कर बलिदान दिवस मनाया। युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष अरविंद सोनी की अध्यक्षता में कार्यक्रम किया गया। कहा गया कि स्वर्गीय श्री मुखर्जी के द्वारा देश के विकास और उन्नति के लिए सदैव समर्पण भाव से काम किया गया। साथ ही भारतीय जनता पार्टी संगठन के एक सच्चे सिपाही के रूप में आजीवन पार्टीजन कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलने के लिए संकल्पित है।

भारत माता और पार्टी की रीति नीतियों को सर्वोपरि मानते हुए निरंतर शिखर सोच रखना उनकी महानता और महता को दर्शाता है। उन्होंने एक देश में एक प्रधान, एक विधान, एक निशान के मुद्दे और भारत की अखंडता को लेकर 23 जून 1953 को अपना बलिदान दिया था। कार्यक्रम के दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष संदीप सिंह, मंडल महामंत्री समीर माली, मंडल मंत्री विक्रम सिंह, रामलाल जायसवाल, राजीव चौधरी, आनंद वर्मा, विजय सिंह, सुरेंद्र कुमार इत्यादि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
युवा मोर्चा कार्यकतार्ओं ने मनाया बलिदान दिवस

ओबरा सोनभद्र। भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकतार्ओं ने रविवार को शक्ति केंद्र ओबरा बाजार में पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण कर बलिदान दिवस मनाया। युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष अरविंद सोनी की अध्यक्षता में कार्यक्रम किया गया। कहा गया कि स्वर्गीय श्री मुखर्जी के द्वारा देश के विकास और उन्नति के लिए सदैव समर्पण भाव से काम किया गया। साथ ही भारतीय जनता पार्टी संगठन के एक सच्चे सिपाही के रूप में आजीवन पार्टीजन कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलने के लिए संकल्पित है।

भारत माता और पार्टी की रीति नीतियों को सर्वोपरि मानते हुए निरंतर शिखर सोच रखना उनकी महानता और महता को दशार्ता है। उन्होंने एक देश में एक प्रधान, एक विधान, एक निशान के मुद्दे और भारत की अखंडता को लेकर 23 जून 1953 को अपना बलिदान दिया था। कार्यक्रम के दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष संदीप सिंह, मंडल महामंत्री समीर माली, मंडल मंत्री विक्रम सिंह, रामलाल जायसवाल, राजीव चौधरी, आनंद वर्मा, विजय सिंह, सुरेंद्र कुमार इत्यादि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

मालगाड़ी ट्रेन से कटकर एक युवक की मौत

सोनभद्र विकास अग्रहरि,ओबरा। ओबरा थाना क्षेत्र अंतर्गत भलुआ टोला स्थित रेलवे क्रासिंग से करीब 2सौ मीटर दूर ट्रैक पर शनिवार की सुबह लगभग 10 बजे एक 25 वर्षीय युवक ने मालगाड़ी के नीचे कूदकर आत्महत्या कर लिया।

कोयला लदी मालगाड़ी विल्ली स्टेशन की ओर से सिंगरौली की तरफ जा रही थी। पोल संख्या 135/1A व 135/2A के बीच की घटना बताई गई। घटना के बाद शव पटरी के बीच में होने के कारण उस ट्रैक से ट्रेनों का आवागमन लगभग 2 घंटे तक बंद रहा। इस दौरान दूसरी पटरी से आवागमन संचालित कराया गया। घटना की सूचना रेलवे पुलिस सहित ओबरा पुलिस की दी गई। घटना की जानकारी नगर में आग की तरह फैलते ही परिजनों तक पहुंच गई।

मृतक के भाई संजीत कुमार उर्फ सोनू ने घटना स्थल पर पहुंच शव का शिनाख्त अपने छोटे भाई के रूप में किया। भाई ने बताया कि मृतक 26 वर्षीय बृजेश कुमार उर्फ मोनू पुत्र स्व० देव कुमार निवासी 4 सीटी 63 ओबरा कालोनी का निवास था। उन्होंने बताया की मृतक नशाखोरी की चपेट में आ गया था। जिसके कारण मां और भाई ने उसे घर से दो साल पहले ही घर से निकाल दिया था। इसके बाद वह कही और रहकर अपना जीवन यापन करता था मृतक का मूल निवास मुजफ्फरपुर बिहार का रहने वाला था।

मृतक के बड़े भाई ने जानकारी देते हुए बताया कि बृजेश की शादी रेणुकूट में हुई थी किसी कारण से उसकी पत्नी मायके में ही रहती है। ओबरा पुलिस ने पंचायत नामा की करवाही करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। मौके पर एसआई संतोष सिंह व अन्य पुलिस कर्मी मौजूद थे।

*ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मांगा इस्तीफा, कहा- उनके रहते निष्पक्ष जांच सम्भव नहीं*

सोनभद्र- ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट ने नीट पेपर लीक व धांधली प्रकरण में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के इस्तीफा की मांग की है। आइपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. आर. दारापुरी ने प्रेस को जारी बयान में कहा गया है कि पेपर लीक, धांधली और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के स्तर पर अनियमितता के पर्याप्त सबूतों के बावजूद शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान इसे एक सिरे से खारिज करते आए हैं। जब से रिजल्ट निकला है तभी से छात्र 10 दिन पहले रिजल्ट घोषित करने, पेपर लीक होने, गलत ग्रेस मार्क दिए जाने जैसे तमाम गम्भीर आरोप लगा रहे हैं और इस परीक्षा को रद्द करने के लिए आंदोलनरत हैं। सुप्रीम कोर्ट तक को कहना पड़ा है कि यदि 0.001 प्रतिशत भी गडबड़ी हुई तो कार्रवाई होगी। विपक्षी दलों द्वारा भी इसे लेकर आवाज उठाई गई।

एस. आर. दारापुरी ने कहा कि चौतरफा बन रहे दबाव के बाद अब शिक्षा मंत्री ने नीट परीक्षा में कुछ गड़बड़ी को स्वीकार किया है और इसकी वे नैतिक जिम्मेदारी लें रहे हैं। भविष्य में नीट परीक्षा में जीरो एरर के लिए आश्वस्त कर रहे हैं और इसके लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) में सुधार हेतु उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन करने की घोषणा कर रहे हैं। लेकिन शिक्षा मंत्री के पास इसका जवाब नहीं है कि पेपर लीक व धांधली के पर्याप्त सबूतों के बावजूद नीट परीक्षा रद्द करने से क्यों इंकार किया जा रहा है। जबकि इसी तरह के पेपर लीक प्रकरण में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा ही आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द किया गया है। परीक्षा में शामिल लाखों छात्रों के हितों का हवाला देकर नीट परीक्षा रद्द करने से इंकार करना नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और शिक्षा माफियाओं का बचाव करना है। इसलिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के रहते निष्पक्ष जांच सम्भव नहीं है और उन्हें तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।

आइपीएफ ने देश में हुई इतनी बड़ी धांधली पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मौन धारण करने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि कहीं उनका यह मौन दोषियों को बचाने की ही एक और राजनीतिक कोशिश तो नहीं है, जैसा वह गुजरात दंगों और मणिपुर में जारी आदिवासियों के नरसंहार जैसे तमाम मामलों में करते रहे हैं।

आइपीएफ ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एनटीए के शीर्ष पर बैठे हुए लोग आरएसएस से जुड़े हुए हैं। दरअसल पूरी शिक्षा व्यवस्था को मोदी सरकार ने आरएसएस के लोगों के हवाले कर दिया है जो मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं। यदि सरकार में थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो उसे तत्काल नीट की परीक्षा को रद्द कर पुनर्परीक्षा करानी चाहिए, इसमें लिप्त दोषी लोगों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, पूरी धांधली की सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में जांच करानी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में पारदर्शी प्रवेश परीक्षाओं की गारंटी होगी।

बाट माप विभाग का लैब अटेंडेंट दस हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार


सोनभद्र। एंटी करप्शन टीम ने राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के चंडी तिराहे के पास से गुरुवार की रात करीब नौ बजे बाट माप विभाग के लैब अटेंडेंट को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन टीम रात करीब 10 बजे तक राबर्ट्सगंज कोतवाली में इस मामले में लिखा पढ़ी कराई।

एंटी करप्शन वाराणसी के प्रभारी निरीक्षक विनय सिंह ने बताया कि मुगलसराय निवासी नंदलाल गुप्ता बाट माप विभाग में मशीनों की मरम्मत का काम करते हैं। उन्होंने कुछ मशीनों की मरम्मत कराई थी और इसका बिल उन्होंने विभाग को दिया था। उसी भुगतान के लिए लगातार प्रयास कर रहे थे, लेकिन विभाग में तैनात लैब अटेंडेंट संजीव जायसवाल उनसे इस भुगतान के बदले 10 हजार रिश्वत की मांग कर रहे थे। काफी समय तक भुगतान न होने से परेशान नंदलाल ने इसकी शिकायत वाराणसी के एंटी करप्शन टीम से की। फिर एंटी करप्शन टीम गुरुवार की रात नंदलाल के साथ लैब अटेंडेंट संजीव जायसवाल जाल बिछाया। इसके बाद नंदलाल ने जब चंडी तिराहे के पास लैब अटेंडेंट को 10 रुपये की रिश्वत दी वैसे ही टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

एंटी करप्शन के निरीक्षक विनय सिंह ने बताया कि इस मामले में बाट माप विभाग के निरीक्षक सुरेश कुमार को भी 120बी का आरोपी बनाया जाएगा, क्योंकि वह लगातार रिश्वत लेने के लिए दबाव बना रहा था। उसी के कहने पर लैब अटेंडेंट ने रिश्वत ली थी।
सोनभद्र: मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद वीआईपी कल्चर को लेकर अभियान हुआ तेज, पुलिस ने अभियान चलाकर हटवाए वाहनों से हूटर व प्रेशर हॉर्न
विकास कुमार अग्रहरि, सोनभद्र। वीआईपी कल्चर की राह पर चलते हुए लोगों के लिए अक्सर मुसीबत बन जाने वाले वाहनों और उसमें सवार लोगों के लिए अब यह कल्चर महंगा भी साबित होने वाला है। क्यों कि  सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला करते हुए वीआईपी कल्चर को खत्म करने की न केवल बात कही है बल्कि आदेश भी दिया है कि प्रदेश में जिन गाड़ियों पर प्रेशर हॉर्न, हूटर और हाई मास्क लाइट लगी हैं अभियान चलाकर उतरवाया जाए।

मुख्यमंत्री के फरमान के बाद सूबे के अंतिम छोर पर स्थित जिले सोनभद्र में पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले भर में एक बड़ा चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत सोनभद्र में जिन गाड़ियों पर प्रेशर हॉर्न और लाल नीली बत्ती लगी हुई हैं ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस एक्शन में आ गई है।

बताते चलें कि उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से एक आदेश जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि अगर कोई भी व्यक्ति अपने वाहन पर उत्तर प्रदेश सरकार या फिर भारत सरकार, पुलिस के मोनोग्राम, जैसे अपने वाहनों में हूटर, प्रेशर हॉर्न, अवैध तरीके से लाल नीली बत्ती लगाकर अगर कोई घूमता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

बताते चलें कि बीती रात सोनभद्र पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के विभिन्न हिस्सों मसलन, चोपन, डाला, राबर्ट्सगंज, ओबरा में न केवल वृहद चेकिंग अभियान चलाया गया बल्कि पुलिस द्वारा नियमों को तोड़ने वालों पर सख्त कार्यवाही करते हुए उन्हें चेतावनी भी दी गई कि आगे से नियमों का पालन करने की हिदायत के साथ कायदे कानून में गाड़ी चलाने की सीख दी जा रही है। इस दौरान पुलिस द्वारा अभियान चला कर छोटी, बड़ी गाड़ियों पर प्रेशर हॉर्न, हाई मास्क लाइट उतरवाए जा रहे हैं।

21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर योग साधकों में दिखा उत्साह


सोनभद्र।  प्रात:कालीन योग के पश्चात 21 जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को सफल बनाने हेतु मारवाड़ी धर्मशाला (राजस्थान भवन) में बुधवार को प्रमुख योग शिक्षक ओम प्रकाश यादव व जिला काय॔ समिति सदस्य सुनील कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में संगठन की बैठक बुलाई गई।


जिसमें कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सर्वसम्मति से सुनील कुमार चौबे को अध्यक्ष, अजय कुमार पांडेय को महामंत्री व दिलीप कुमार सिंह को कोषाध्यक्ष नामित किया गया।
पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी रवि प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि करें योग, रहें निरोग के संकल्प के साथ अगली बैठक रविवार को होगी ,जगह का चयन कर सूचित कर दिया जाएगा। इस मौके पर सभी उपस्थित योग साधकों ने तन,मन,धन से सहयोग करने का आश्वासन दिया।


बैठक में प्रमुख रूप से पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी रवि प्रकाश त्रिपाठी , शेष मणी तिवारी, विनोद कुमार मिश्रा, चंद्र बहादुर सिंह, दिनेश कुमार श्रीवास्तव, अमरेश चंद त्रिपाठी, शिव नारायण लाल श्रीवास्तव, लक्ष्मी नारायण पांडेय, उदय कुमार श्रीवास्तव, सतनाम जायसवाल, हेमेंद्र कुमार दुबे  ,धनंजय कुमार मिश्रा, राम सेवक पांडेय, गोपाल दास केसरी, रूप नारायण सिंह ,गोविंद नारायण सिंह ,नागेंद्र प्रसाद चौबे, हेमेंद्र कुमार दुबे  ,पुरुषोत्तम प्रसाद , पुरुषोत्तम प्रजापति, डॉक्टर मनोज चौधरी ,रामबाबू, अशोक कुमार गुप्ता ,सुरेश कुमार गुप्ता, पंचम ,समेत तमाम योग साधक उपस्थित रहे।
आंदोलन: ओबरा में भ्रष्टाचार के खिलाफ सभासदों का धरना तीसरे दिन भी रहा जारी

सोनभद्र। जिले के नगर पंचायत ओबरा में व्याप्त भ्रष्टाचार से नाराज सभासदों का धरना तीसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। इस दौरान अध्यक्ष तथा अधिशासी अधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।


वही मौके पर पहुंचे दर्जनों संविदा सफाई कर्मचारियों ने अपना समर्थन पत्र सभासदों को सौंपते हुए सफाई कार्य बहिष्कार की बात कही। मौके पर सभासद अध्यक्ष राकेश मिश्रा ने कहा कि विगत तीन दिनों से आंदोलन करने के पश्चात भी जिला प्रशासन मौन धारण किए हुए हैं। यह कहीं से भी न्याय संगत नहीं है।

उत्तर प्रदेश सरकार की स्वच्छ छवि होने के पश्चात भी ओबरा नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार व घोटाला किया जा रहा है।बार-बार मामले की जांच कराए जाने के साथ वित्तीय अधिकार पर रोक लगाये जाने की मांग 11 सभासदों द्वारा की जा रही है। बावजूद इसके सक्षम अधिकारी उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं। कहा कि इस भीषण गर्मी में 45 डिग्री के तापमान में सभासद पूरे दिन नगर पंचायत कार्यालय के समक्ष धरना रत हैं।

ऐसी स्थिति में किसी के साथ कोई भी घटना घटने पर पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। मांग किया कि 13 जून 2023 से 31 मार्च 2024 तक किए गए भुगतान का विवरण उपलब्ध कराया जाए। राज्य वित्त 15वां वित्त के द्वारा कराए हुए कार्यों का विवरण एवं भुगतान की स्थिति बताई जाए। आउटसोर्सिंग पर रखे गए 212 कर्मचारियों की सूची सार्वजनिक किया जाए।


प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों से की जा रही अवैध धन उगाही की जांच कराई जाए। वार्ड 1, 3, 18 एवं 14 में नालों की सफाई को लेकर दो बार किए गए फर्जी भुगतान की जांच करायी जाए। दूसरी और संविदा सफाई कर्मचारियों ने कहा कि अध्यक्ष व अधिशासी अधिकारी द्वारा प्रदेश सरकार द्वारा जारी निर्देश के बावजूद भी मनमाने तरीके से हाजिरी दी जा रही है।

इसके चलते संविदा कर्मियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। सभासदों ने जिलाधिकारी से मांग किया कि पूरे मामले की जांच कराकर सार्थक कार्यवाही की जाए। अन्यथा की स्थिति में सभी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। आंदोलन के समर्थन में सभासद अजीत कनौजिया,संजय कुमार कनौजिया, राजू साहनी, राकेश कुमार, अरशद हुसैन, निर्मला देवी, मधु देवी शुक्ला, ज्ञानमती सिंह, आशा देवी, निलम राव, संविदा कर्मी अजय, राजेश, पप्पू, विजय, सूरज, बबलू, राहुल, संजय, पवन, गुड्डू, राजन सहित लगभग चार दर्जन कर्मचारी शामिल रहे।
सोनभद्र में धर्म परिवर्तन के मामले में बड़ी कार्रवाई, 42 लोगों पर मुकदमा दर्ज

सोनभद्र- आदिवासी बहुल जिले में धर्म परिवर्तन का बड़ा मामला सामने आया है। गरीब परिवारों को तरह-तरह के प्रलोभन देकर ईसाई बनाने के आरोप में पुलिस ने चोपन थाने में 42 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। इसमें से नौ आरोपी गिरफ्तार भी किए गए हैं। उनके पास से भारी मात्रा में धर्म प्रचार से संबंधी साहित्य व अन्य सामग्री बरामद हुई है। दावा किया जा रहा है कि अभी बड़ी संख्या में अन्य लोग भी इस कार्य में संलिप्त है। पुलिस उनकी तलाश में सरगर्मी से जुट गई है।

चोपन के सिंदूरिया रोड निवासी नरसिंह त्रिपाठी ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर जिले में अनैतिक रूप से धर्म परिवर्तन कराने की शिकायत की थी। उनका आरोप था कि कुछ लोग गरीब, आदिवासी व कम पढ़े-लिखे परिवारों की मजबूरी का लाभ उठाते हुए उन्हें तरह-तरह का प्रलोभन देकर ईसाई बना रहे हैं। वर्ष 2011 में चेन्नई के टेनामेट थाना क्षेत्र निवासी जयपभू रेणुकूट के जेम्स टीसी लूई चर्च आया और फिर चोपन के पटवध में जमीन खरीदकर यहीं बस गया। वह गांव-गांव जाकर धर्म परिवतर्न कराने में लिप्त है। उसके अलावा भी कई अन्य लोग शामिल हैं। बड़ी संख्या में लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा चुका और लगातार यह कार्य जारी है। एसपी के निर्देश पर पुलिस ने जांच शुरू की तो बड़ा मामला सामने आया।

शिकायत के आधार पर पुलिस ने जयप्रभू, आंध प्रदेश के विजयवाड़ा निवासी चेक्का इम्मैनुएल, उसकी पत्नी के. सौजन्या, फादर पारस, शंखलाल भारती, संतलाल गोंड सहित 42 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। शुक्रवार को पुलिस ने जय प्रभू, मुसही निवासी अजय कुमार, छोटू उर्फ रंजन, सोहन उर्फ रंजीत, चेक्का इमैनुएल, तियरा कलां निवासी राजेंद्र कोल, पड़री कला निवासी परमानंद, धर्मदासपुर निवासी प्रेमनाथ प्रजापति, बबुरी निवासी रामप्रताप को गिरफ्तार कर लिया। चोपन एसओ विश्वनाथ प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपियों के पास से ईसाई धर्म प्रचार से जुड़े साहित्य, बाइबिल, सीडी, ऑडियो टेप, लैपटॉप सहित प्रचार सामग्री भारी मात्रा में मिली है। आरोपियों को पूछताछ के बाद कोर्ट के लिए चालान किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। अन्य की तलाश की जा रही है।

*सोनभद्र में पत्नी को डंडे से पीटकर मार डाला*

सोनभद्र। म्योरपुर स्थानीय कस्बा में एक महिला को उसके पति ने सिर पर डंडे से वार कर लहूलुहान कर फरार हो गया। गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। ग्राम प्रधान की सूचना पर पुलिस कार्रवाई में जुटी है।

कुंडडीह ग्राम पंचायत के शोभनाथ की पुत्री तारामती का विवाह करीब डेढ़ वर्ष पहले बभनी थाना क्षेत्र के दुमरहर गांव में विश्वनाथ के साथ हुआ था। शादी के कुछ महीने बीतने के बाद ही तारामति को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। तारा करीब छह माह पहले अपने मायके आ गयी।

रविवार को दुमरहर से करीब दस की संख्या में ससुराल के लोग आकर तारा को ले जाने के लिए दबाव बना रहे थे। पंचायत में तारा ने ससुराल जाने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि वहां मेरी हत्या कर दी जाएगी। पत्नी की बात पंचायत ने माना लेकिन यह फैसला पति विश्वनाथ उर्फ बबलु को नागवार गुजरो। उसने रात में छिप कर मौका पाकर सो रही तारा के सिर पर लाठी से वार कर भाग गया।

घायल तारा को रात में ही म्योरपुर सीएचसी ले जाया गया जहाँ हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां इलाज के दौरान तारा की मौत हो गई।