राज्य में 88 नई औद्योगिक इकाइयां लगेंगी, तकरीबन छह हजार कामगारों को मिलेगा रोजगार*

डेस्क : बिहार में 88 नई औद्योगिक इकाइयां लगेंगी। इससे 916 करोड़ रुपये का निवेश होगा। राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की बैठक में इन इकाइयों के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। इन इकाइयों के लगने से करीब छह हजार कामगारों को रोजगार मिलने का अनुमान है। जिन इकाइयों को मंजूरी मिली है उसमें दो करोड़ रुपये से कम लागत वाली 37 और दो करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली 51 इकाइयां हैं। 37 इकाइयों में 36 करोड़ 22 लाख रुपये का पूंजी निवेश होगा। वहीं, 51 इकाइयों में 880 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश होगा।

विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद की अध्यक्षता में 7 जून को राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद की बैठक हुई। बैठक में वित्तीय प्रोत्साहन क्लियरेंस के लिए आए 65 अन्य प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई है। 13 प्रस्ताव 14 करोड़ 50 लाख रुपये के निवेश के और 52 प्रस्ताव 629 करोड़ 88 लाख रुपये के निवेश के हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि पर्यटन नीति 2023 के दायरे में आने वाले प्रस्तावों को किसी अन्य नीति का लाभ नहीं दिया जाएगा। इस संबंध में आए प्रस्तावों पर उद्योग विभाग अपर मुख्य सचिव और पर्यटन सचिव की बैठक में निर्णय लिए जाएंगे। 

वैसे औद्योगिक क्षेत्र जहां पर पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) की सुविधा उपलब्ध है। वहां कोयला एवं फर्नेश ऑयल से चलने वाली इकाइयों को पीएनजी से चलाने के निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में आ रही कठिनाइयों को दूर करने के लिए वाणिज्य कर विभाग के समक्ष इकाइयां आवेदन देंगी। बैठक में उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंडरिक और उद्योग निदेशक पंकज दीक्षित भी मौजूद रहे।

वस्त्रत्त् उद्योग में सबसे ज्यादा रोजगार: निवेश से सबसे ज्यादा रोजगार का सृजन चमड़ा एवं वस्त्रत्त् उद्योग में हो रहा है।

उद्योग विभाग के आंकड़ों को देखें तो वर्ष 2022-23 में खाद्य प्रसंस्करण की 134 इकाइयों के लगने से 5505, वस्त्रत्त् उद्योग की 44 इकाइयों से 8004, चमड़ा उद्योग की 14 इकाइयों में 1356, आईटी-इलेक्ट्रॉनिक की 11 इकाइयों में 412 लोगों को रोजगार मिला है।

पटना और मुजफ्फरपुर से सबसे ज्यादा प्रस्ताव

सबसे ज्यादा इकाई लगाने के प्रस्ताव पटना और मुजफ्फरपुर जिले से हैं। पटना में 23, मुजफ्फरपुर में 16, वैशाली में 9 इकाई के प्रस्ताव हैं। इसके अलावा समस्तीपुर के चार, भोजपुर, नालंदा में 3-3, औरंगाबाद, गया, बेगूसराय, कैमूर, सीवान, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण के दो-दो, दरभंगा, मधुबनी, लखीसराय, मुंगेर, सहरसा, बक्सर, अररिया, गोपालगंज, सीतामढ़ी, बांका, कटिहार, सीवान, पूर्णिया, खगड़िया आदि जिलों के प्रस्ताव हैं।

दो करोड़ से अधिक लागत वाली इकाइयां

सेक्टर इकाई निवेश (करोड़ में)

चावल मिल 12 61.07

खाद्य प्रसंस्करण 20 455.32

विनिर्माण 07 229.02

चमड़ा एवं वस्त्रत्त् 03 38.85

रिन्युअवल इनर्जी 03 29.74

छोटी मशीन निर्माण 01 2.50

आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स 01 2.80

अन्य 02 49.92

कुल 51 880.42

दो करोड़ से कम लागत वाली इकाइयां

सेक्टर इकाई निवेश (करोड़ में)

खाद्य प्रसंस्करण 10 8.05

विनिर्माण 11 9.35

प्लास्टिक और रबर 09 10.31

चमड़ा और वस्त्रत्त् उद्योग 02 1.64

आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, हार्डवेयर 02 2.42

स्वास्थ्य 02 2.86

रिन्युअवल इनर्जी 01 1.57

कुल 37 36.22

बिहार के युवक-युवतियों के लिए खुशखबरी, जल्द ही सरकार करने जा रही है बड़े पैमाने पर बहाली

डेस्क : बिहार के बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। जल्द ही उन्हें सरकारी नौकरी का मौका मिलने वाला है। बिहार के सरकारी विभागों में बड़ी संख्या में रिक्त पदों पर नियुक्ति की तैयारी है। लोकसभा चुनाव के पूर्व मांगी गई जानकारी के आधार पर विभिन्न विभागों में कुल 4 लाख 72 हजार 976 रिक्त पदों की सूचना राज्य सरकार को प्राप्त हुई है। हालांकि ऑनलाइन और ऑफलाइन मिलीं इन रिक्तयों की जानकारी में कहीं-कहीं भिन्नता है।

उच्चस्तरीय निर्देश पर अब सामान्य प्रशासन विभाग ने विभिन्न विभागों से 31 मई 2024 तक के रिक्त पदों की अद्यतन जानकारी एक सप्ताह में मांगी है। नियमित और संविदा नियुक्तियों को लेकर अलग-अलग जानकारी देने को कहा गया है। सामान्य प्रशासन विभाग के संयुक्त सचिव रजनीश कुमार ने सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव को पत्र लिखकर रिक्त पदों की अद्यतन सूचना देने का अनुरोध किया है। 

पत्र के अनुसार कुछ विभागों द्वारा स्वीकृत बल के विरुद्ध कार्यरत बल एवं उपलब्ध रिक्त पदों के संबंध में भिन्न-भिन्न आंकड़ों की जानकारी दी है, जिसे अद्यतन किया जाना है। सूत्रों के अनुसार अभी राज्य के कुल 45 विभागों में स्वीकृत पद 16,26,927 के विरुद्ध 11,53,951 कर्मी कार्यरत है जबकि 4,72,976 पद रिक्त हैं।

बिहार में भीषण गर्मी का कहर, महज एक दिन में दो शिक्षकों समेत 16 लोगों की मौत

डेस्क: बिहार में भीषण गर्मी व उष्ण लहर का कहर अधेड़ व बुजुर्गों पर भारी पड़ रहा है। दोपहर में बाहर निकले लोग तेजी से बीमार हो रहे हैं, राह चलते अचेत होकर गिर जा रहे हैं। शुक्रवार को अरवल में सर्वाधिक सात मौत हुई। वहीं नालंदा, भोजपुर व सारण में दो-दो व बक्सर में एक मौत हुई है।

पटना के बिहटा में एक शिक्षक की हृदयाघात से मौत के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने गए दूसरे शिक्षक की भी हृदयाघात से मौत हो गई, स्वजन के अनुसार, दोनों के निधन का कारण अत्यधिक गर्मी था।

कई जिलों में पारा 45 के पार

भोजपुर, बक्सर व अरवल जिले में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 45 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। गुरुवार को बक्सर का तापमान देश में सर्वाधिक 47.2 डिग्री सेल्सियस रहा था।

पद्मश्री से नवाजे गए बिहार के वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर, राष्ट्रपति की ओर पटना डीएम ने उन्हें भेंट किया पुरस्कार

डेस्क : बिहार के वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर को राष्ट्रपति की ओर से जिलाधिकारी, पटना शीर्षत कपिल अशोक द्वारा आज शुक्रवार को पद्मश्री पुरस्कार भेंट की गई। जिलाधिकारी ने लब्धप्रतिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र किशोर को अपनी शुभकामनाएँ देते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।  

बता दें इस वर्ष घोषित पद्म पुरस्कारों में सुरेंद्र किशोर का नाम शामिल था। हालाँकि स्वास्थ्य कारणों से दिल्ली जाकर पुरस्कार नहीं ले पाए थे। अब उनके सम्मान में पटना जिलाधिकारी ने उनके आवास पर जाकर उन्हें पद्मश्री पुरस्कार भेंट किए। सुरेंद्र किशोर को भाषा, शिक्षा तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

समाजवादी विचारधारा से जुड़े सुरेंद्र किशोर पिछले पांच दशक से विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लेखन करते रहे हैं। बिहार के बहुचर्चित बॉबी हत्याकांड से लेकर पशुपालन घोटाले तक को उजागर करने में सुरेंद्र किशोर की रिपोर्टों को राष्ट्रीय ख्याति मिली। कर्पूरी ठाकुर ने सुरेंद्र किशोर का अपने पीए के रूप में चयन किया था। अपनी लेखनी और सादगी पूर्ण जीवन के लिए सुरेंद्र किशोर एक प्रेरक व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते हैं।

वे आपातकाल के दौरान जेल भी गये। हालाँकि जेपी सेनानियों को बिहार सरकार की ओर से पेंशन देने की घोषणा हुई तो उन्होंने इसे लेकर से इंकार कर दिया। अपने उच्च आदर्श और नैतिकता के लिए पत्रकारिता जगत में सुरेन्द्र किशोर एक सम्मानित नाम रहे हैं। उनके भाषा, शिक्षा तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई। अब जिलाधिकारी ने खुद उनके आवास पर जाकर उन्हें देश का प्रसिद्ध नागरिक सम्मान भेंट दिया।

नीतीश कैबिनेट की बैठक खत्म, इन 25 महत्वपूर्ण एजेंडों पर लगी मुहर

डेस्क : लोकसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही आचार संहिता भी समाप्त हो गई है। आचार संहिता खत्म होने के बाद अब एकबार फिर से राज्य सरकार विकास के कार्यों में तेजी लाने के प्रयास में जुटी गई है। तकरीबन तीन महीने बाद आज शुक्रवार 14 जून को बिहार की नीतीश सरकार ने कैबिनेट की बैठक हुई। कैबिनेट की इस बैठक में कुल 25 एजेंडों पर मुहर लगी है। 

लोकसभा चुनाव के बाद बिहार की नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बिहार के बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। मनरेगा के तहत बिहार बेरोजगारी भत्ता नियमावली 2024 की स्वीकृति दी गई है। 

बेरोजगारी का आवेदन देने के बाद आवेदक को पंद्रह दिन के भीतर रोजगार नहीं मिलता है तो राज्य सरकार द्वारा रोजगार मांगने वाले को मांग तिथि से तय सीमा के भीतर दैनिक बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा।

लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश कैबिनेट की पहली बैठक आज, इस अहम मुद्दे पर लिया जा सकता है फैसला

डेस्क : लोकसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही आचार संहिता भी समाप्त हो गई है। आचार संहिता खत्म होने के बाद अब एकबार फिर से राज्य सरकार विकास के कार्यों में तेजी लाने के प्रयास में जुटी गई है। तकरीबन तीन महीने बाद आज शुक्रवार 14 जून को बिहार की नीतीश सरकार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में रिक्त पदों को लेकर अहम फैसला हो सकता है। साथ ही कई विभागों की विकास योजनाओं पर भी निर्णय होगा।

मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से बैठक की सूचना सभी मंत्रियों और संबंधित पदाधिकारियों को भेज दी गयी है। इसके पहले नीतीश मंत्रिमंडल की बैठक 15 मार्च को संपन्न हुई थी। चुनाव की आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के पूर्व बुलाई गई उक्त बैठक में 108 प्रस्तावों पर मुहर लगी थी। 

तीन महीने बाद आज शुक्रवार को होने वाली बैठक में बड़ी संख्या में बहाली करने के निर्णय लिये जाने की संभावना है। बैठक में डीजल अुनदान, बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यक्रमों के लिए राशि जारी करने सहित अन्य निर्णय लिए जाने की संभावना है।

बड़ी खबर : छुट्टी पर चल रहे शिक्षा विभाग के ACS के.के पाठक का बदला विभाग, 10 IAS को नई जिम्मेवारी, अधिसूचना जारी*


डेस्क : बिहार में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेर बदल हुआ है। राज्य सरकार ने छुट्टी पर चल रहे शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) केके पाठक का विभाग बदल गया है। पाठक को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में इसी पद पर भेजा गया है। वह बिपार्ड के महानिदेशक के अतिरिक्त प्रभार में भी बने रहेंगे। के.के पाठक के अवकाश पर जाने के बाद से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ को शिक्षा विभाग का प्रभार दिया गया था जो अब उनके पास ही रहेगा। डॉ. एस. सिद्धार्थ ही शिक्षा विभाग की कमान संभालेंगे। वे मंत्रिमंडल के साथ समन्वय विभाग के एसीएस के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके साथ ही सामान्य प्रशासन विभाग ने बीते गुरुवार को 10 आईएएस अधिकारियों को नयी जिम्मेदारी सौंपने संबंधी अधिसूचना जारी की। वित्त विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी को गृह विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है। *भोजपुर-नवादा के एसपी व डीएम फिर अपने पद पर* वहीं चुनाव आयोग के आदेश पर हटाए गए नवादा और भोजपुर के डीएम-एसपी को पुन उनके पद पर भेजा गया है। समाज कल्याण विभाग के निदेशक राजकुमार को फिर भोजपुर और बीज निगम के एमडी आशुतोष वर्मा को नवादा का डीएम बनाया गया है। वहीं, प्रमोद यादव भोजपुर व अम्ब्रीश राहुल पुन
*लोकसभा चुनाव के बाद एक्शन में आए सीएम नीतीश कुमार, विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों के दिए यह सख्त निर्देश*


डेस्क : लोकसभा चुनाव के बाद अब सीएम नीतीश कुमार एकबार फिर से राज्य के कार्यों को लेकर एक्शन में आ गए है। बीते गुरुवार को अणे मार्ग स्थित संकल्प में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक की। बैठक में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा के साथ-साथ नौ मंत्री शामिल हुए। इस उच्च स्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव, अपर मुख्य सचिव और वरीय अधिकारी भी मौजदू रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी विभागों को अपनी-अपनी प्राथमिकता तय कर उस पर तेजी से कार्य करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने गांव-गांव तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को सात निश्चय-2 के बचे कार्यों को तेजी से पूरा करने को कहा। साथ ही लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी संवेदनशीलता व पारदर्शिता से काम करने की नसीहत दी। इसके पहले मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने विभिन्न विभागों के कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दी। सीएम ने कहा, सभी जगह पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करें। साथ ही हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने की कार्ययोजना को जल्द पूर्ण करें। ताकि किसानों को सुविधा हो। *दिए यह मुख्य निर्देश* :- लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी संवेदनशीलता व पारदर्शिता से काम करें :- सात निश्चय-2 के तहत जो भी बचे कार्य हैं, उसे तेजी से पूरा करें :- हर घर नल का जल का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से हो, इसका अनुरक्षण ठीक से हो :- सभी जगह पेयजल की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित करें :- हर खेत सिंचाई का पानी योजना जल्द पूर्ण करें :- सभी जिलों में उद्योगों की स्थापना होनी चाहिए :- स्मार्ट मीटर का काम कृषि फीडर का काम तेजी से हो :- समस्याओं के समाधान के लिए संवेदनशीलता और पूरी पारदर्शिता से काम करें :- खिलाड़ियों को पंचायत स्तर तक सुविधाएं मिले
पटना समेत पूरा बिहार में उमस भरी गर्मी से परेशान, आज शुक्रवार को पटना समेत इन जिलों में भीषण गर्मी का रेड अलर्ट

डेस्क : पूरा बिहार इनदिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। आसमान से बरस रही आग से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। इंसान तो इंसान जानवर और पशु पक्षी तक भीषण गर्मी से बेहाल है। आलम यह है कि 10 बजते-बजते पारा 42 डिग्री के पार चला जा रहा है। आलम यह है कि रात में भी भीषण उमश भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। मौसम विभाग ने आज शुक्रवार को पटना सहित 17 जिलों में भीषण गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया है तो सूबे के 8 जिलों में लू को लेकर विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। गोपालगंज, सीवान ,पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, और छपरा में गर्म दिन रहने की संभावना है। पटना, गया, वैशाली, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सीवान, गोपालगंज मे लोगों को गर्मी आज भी सताएगी। वहीं बिहार में मानसून के आने की संभावित तारीख 15 से 18 जून बताई जा रही है। उसके पहले प्री-मानसून बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार फिलहाल मौसम कमजोर स्थिति में है इसलिए अगले सप्ताह में बिहार में इसका असर नहीं दिखेगा। 15 जून के बाद बारिश की गतिविधि बढ़ जाएगी। 17 से 18 जून तक पूरे बिहार में मॉनसून फैल जाएगा।
लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद कल शुक्रवार को नीतीश कैबिनेट की होगी बैठक, लिए जा सकते है कई अहम फैसले

डेस्क : लोकसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही आचार संहिता भी समाप्त हो गई है। आचार संहिता खत्म होने के बाद अब एकबार फिर से राज्य सरकार विकास के कार्यों में तेजी लाने के प्रयास में जुटी गई है। लंबे समय बाद कल यानी शुक्रवार 14 जून को बिहार की नीतीश सरकार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में कई अहम एजेंडों पर मुहर लगने की संभावना है।

बता दें इससे पहले 18 मार्च को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी। हालांकि उससे पहले ही लोकसभा चुनाव का एलान हो गया था। इस बैठक में पहले से चल रही योजनाओं और स्कीमों के लिए राशि को रिलीज किया गया था। किसी भी तरह की नए प्रस्ताव कैबिनेट की इस बैठक में नहीं लाए गए थे। मुख्य रूप से आखिरी बार 15 मार्च को कैबिनेट बुलाई गई थी, जिसमें विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 108 एजेंडों पर मंत्रिमंडल की मुहर लगी थी।

लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण किसी भी तरह की नई योजनाओं पर काम पूरी तरह से बंद हो गया था। लेकिन अब जब चुनाव खत्म हो गए हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है।

मुख्य सचिवालय स्थित कैबिनेट कक्ष में शाम साढ़े चार बजे मुख्यमंत्री कैबिनेट की बैठक करेंगे। इस बैठक में उन सभी प्रस्तावों पर मंत्रिपरिषद की बैठक में मुहर लगने की संभावना है, जो लोकसभा चुनाव के कारण रुक गए थे। कैबिनेट की बैठक में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के अलावा अन्य सभी विभागों के मंत्री शामिल होंगे।