बड़ी खबर : छुट्टी पर चल रहे शिक्षा विभाग के ACS के.के पाठक का बदला विभाग, 10 IAS को नई जिम्मेवारी, अधिसूचना जारी*


डेस्क : बिहार में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेर बदल हुआ है। राज्य सरकार ने छुट्टी पर चल रहे शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) केके पाठक का विभाग बदल गया है। पाठक को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में इसी पद पर भेजा गया है। वह बिपार्ड के महानिदेशक के अतिरिक्त प्रभार में भी बने रहेंगे। के.के पाठक के अवकाश पर जाने के बाद से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ को शिक्षा विभाग का प्रभार दिया गया था जो अब उनके पास ही रहेगा। डॉ. एस. सिद्धार्थ ही शिक्षा विभाग की कमान संभालेंगे। वे मंत्रिमंडल के साथ समन्वय विभाग के एसीएस के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके साथ ही सामान्य प्रशासन विभाग ने बीते गुरुवार को 10 आईएएस अधिकारियों को नयी जिम्मेदारी सौंपने संबंधी अधिसूचना जारी की। वित्त विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी को गृह विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है। *भोजपुर-नवादा के एसपी व डीएम फिर अपने पद पर* वहीं चुनाव आयोग के आदेश पर हटाए गए नवादा और भोजपुर के डीएम-एसपी को पुन उनके पद पर भेजा गया है। समाज कल्याण विभाग के निदेशक राजकुमार को फिर भोजपुर और बीज निगम के एमडी आशुतोष वर्मा को नवादा का डीएम बनाया गया है। वहीं, प्रमोद यादव भोजपुर व अम्ब्रीश राहुल पुन
*लोकसभा चुनाव के बाद एक्शन में आए सीएम नीतीश कुमार, विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों के दिए यह सख्त निर्देश*


डेस्क : लोकसभा चुनाव के बाद अब सीएम नीतीश कुमार एकबार फिर से राज्य के कार्यों को लेकर एक्शन में आ गए है। बीते गुरुवार को अणे मार्ग स्थित संकल्प में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक की। बैठक में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा के साथ-साथ नौ मंत्री शामिल हुए। इस उच्च स्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव, अपर मुख्य सचिव और वरीय अधिकारी भी मौजदू रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी विभागों को अपनी-अपनी प्राथमिकता तय कर उस पर तेजी से कार्य करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने गांव-गांव तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को सात निश्चय-2 के बचे कार्यों को तेजी से पूरा करने को कहा। साथ ही लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी संवेदनशीलता व पारदर्शिता से काम करने की नसीहत दी। इसके पहले मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने विभिन्न विभागों के कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दी। सीएम ने कहा, सभी जगह पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करें। साथ ही हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने की कार्ययोजना को जल्द पूर्ण करें। ताकि किसानों को सुविधा हो। *दिए यह मुख्य निर्देश* :- लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी संवेदनशीलता व पारदर्शिता से काम करें :- सात निश्चय-2 के तहत जो भी बचे कार्य हैं, उसे तेजी से पूरा करें :- हर घर नल का जल का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से हो, इसका अनुरक्षण ठीक से हो :- सभी जगह पेयजल की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित करें :- हर खेत सिंचाई का पानी योजना जल्द पूर्ण करें :- सभी जिलों में उद्योगों की स्थापना होनी चाहिए :- स्मार्ट मीटर का काम कृषि फीडर का काम तेजी से हो :- समस्याओं के समाधान के लिए संवेदनशीलता और पूरी पारदर्शिता से काम करें :- खिलाड़ियों को पंचायत स्तर तक सुविधाएं मिले
पटना समेत पूरा बिहार में उमस भरी गर्मी से परेशान, आज शुक्रवार को पटना समेत इन जिलों में भीषण गर्मी का रेड अलर्ट

डेस्क : पूरा बिहार इनदिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। आसमान से बरस रही आग से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। इंसान तो इंसान जानवर और पशु पक्षी तक भीषण गर्मी से बेहाल है। आलम यह है कि 10 बजते-बजते पारा 42 डिग्री के पार चला जा रहा है। आलम यह है कि रात में भी भीषण उमश भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। मौसम विभाग ने आज शुक्रवार को पटना सहित 17 जिलों में भीषण गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया है तो सूबे के 8 जिलों में लू को लेकर विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। गोपालगंज, सीवान ,पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, और छपरा में गर्म दिन रहने की संभावना है। पटना, गया, वैशाली, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सीवान, गोपालगंज मे लोगों को गर्मी आज भी सताएगी। वहीं बिहार में मानसून के आने की संभावित तारीख 15 से 18 जून बताई जा रही है। उसके पहले प्री-मानसून बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार फिलहाल मौसम कमजोर स्थिति में है इसलिए अगले सप्ताह में बिहार में इसका असर नहीं दिखेगा। 15 जून के बाद बारिश की गतिविधि बढ़ जाएगी। 17 से 18 जून तक पूरे बिहार में मॉनसून फैल जाएगा।
लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद कल शुक्रवार को नीतीश कैबिनेट की होगी बैठक, लिए जा सकते है कई अहम फैसले

डेस्क : लोकसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही आचार संहिता भी समाप्त हो गई है। आचार संहिता खत्म होने के बाद अब एकबार फिर से राज्य सरकार विकास के कार्यों में तेजी लाने के प्रयास में जुटी गई है। लंबे समय बाद कल यानी शुक्रवार 14 जून को बिहार की नीतीश सरकार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में कई अहम एजेंडों पर मुहर लगने की संभावना है।

बता दें इससे पहले 18 मार्च को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी। हालांकि उससे पहले ही लोकसभा चुनाव का एलान हो गया था। इस बैठक में पहले से चल रही योजनाओं और स्कीमों के लिए राशि को रिलीज किया गया था। किसी भी तरह की नए प्रस्ताव कैबिनेट की इस बैठक में नहीं लाए गए थे। मुख्य रूप से आखिरी बार 15 मार्च को कैबिनेट बुलाई गई थी, जिसमें विभिन्न विभागों से जुड़े कुल 108 एजेंडों पर मंत्रिमंडल की मुहर लगी थी।

लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण किसी भी तरह की नई योजनाओं पर काम पूरी तरह से बंद हो गया था। लेकिन अब जब चुनाव खत्म हो गए हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है।

मुख्य सचिवालय स्थित कैबिनेट कक्ष में शाम साढ़े चार बजे मुख्यमंत्री कैबिनेट की बैठक करेंगे। इस बैठक में उन सभी प्रस्तावों पर मंत्रिपरिषद की बैठक में मुहर लगने की संभावना है, जो लोकसभा चुनाव के कारण रुक गए थे। कैबिनेट की बैठक में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के अलावा अन्य सभी विभागों के मंत्री शामिल होंगे।

आज ही के दिन लोजपा हुई थी दो फाड़, आज लोजपा (आर) के सभी नव निर्वाचित सांसदों ने एकजुट होकर पार्टी को आगे बढ़ाने का लिया शपथ

डेस्क : लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो चिराग पासवान के लिए 13 जून खास तारीख है। इस दिन को वे कभी नहीं भूल सकते। लोकसभा चुनाव 2019 में चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा ने बिहार में 6 संसदीय सीटों पर जीत हासिल की थी। बाद में रामविलास पासवान का निधन हो गया।

उनके निधन के बाद आज ही के दिन 13 जून 2021 को पार्टी दो भागों में बंट गई थी। चिराग के चाचा पशुपति पारस के साथ पार्टी के 5 सांसद हो लिए जबकि चिराग एक मात्र सांसद के तौर पर अकेले रह गये थे। लोजपा को धड़ों में बंटा जिसमें लोजपा (रामविलास) चिराग पासवान की पार्टी हो गई। लंबे संघर्ष के बाद लोकसभा चुनाव 2024 में चिराग की पार्टी को एनडीए में पांच सीटों पर चुनाव लड़ने का टिकट मिला। वहीं पशुपति पारस के गुट को एक भी सीट पर एनडीए ने चुनाव लड़ने को सीट नहीं दिया। वहीं चुनाव परिणाम भी चिराग के लिए शानदार रहा। उनके दल को पांच सीटों पर जीत मिली। 

लोकसभा चुनाव में बिहार में शानदार प्रदर्शन करने वाली चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) के नवनिर्वाचित सांसदों का स्वागत समारोह आज गुरुवार को दिल्ली में आयोजित हुआ। नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में पार्टी के नवनिर्वाचित सांसदों के स्वागत समारोह में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रिय मंत्री चिराग पासवान ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। बाद में सांसदों ने शपथ ली कि वे हर स्थिति में पार्टी के साथ रहेंगे। लोजपा ने अपने पुराने अनुभवों से सबक लेते हुए इस बार सांसदों से शपथ लेकर उन्हें पार्टी के साथ रहने को कहा है। 

चिराग ने अपने दल के सांसदों के साथ पार्टी को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। साथ ही सांसदों को शपथ दिलाई गई कि वे पार्टी के मूल एजेंडों को हमेशा आगे बढ़ाएंगे। साथ ही हर परिस्थिति में पार्टी का साथ देने को लेकर भी सांसदों को शपथ दिलाई गई। चिराग ने अपने सांसदों से पार्टी के प्रति समर्पित होकर रहने का संकल्प लिया। 

गौरतलब है कि लोजपा (रा) की ओर से हाजीपुर से चिराग पासवान, जमुई से उनके जीजा अरुण भारती, वैशाली से वीणा देवी, समस्तीपुर से शाम्भवी और खगड़िया से राजेश वर्मा ने जीत हासिल की है। वहीं केंद्र की मोदी मंत्रिमंडल में चिराग पासवान को केंद्रीय मंत्री बनाया गया है।

गलत नहीं किया तो तेजस्वी को डरने की जरूरत नहीं, जांच एजेंसियों को करना चाहिए पूरा सहयोग : राजीव रंजन

डेस्क : जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव यह जान लें कि जंगलराज का युग बीत चुका है। जांच एजेंसियों या सरकार के सामने दंबगई दिखाने से कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। इसलिए उन्हें एजेंसियों को पूरा सहयोग करना चाहिए।

राजीव रंजन ने कहा है कि एनडीए के राज में हर किसी को न्याय मिलता है। अगर उन्होंने गलत नहीं किया है तो डरने की जरूरत नहीं है। राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव को समझना चाहिए कि नौकरी के बदले जमीन घोटाले में उनकी नाबालिग रहने की दलील भी अब काम नहीं आने वाली है। 

उन्होंने कहा है कि जनता जानना चाहती है कि दो-दो बार उपमुख्यमंत्री रहने के बाद भी क्या उनमें अपनी गलतियों को सुधारने की समझ विकसित नहीं हुई है। अगर वह जमीन नहीं लौटाते हैं तो यह माना जाएगा कि उनके जानते बूझते, पूरे सुनियोजित तरीके से इस घटना को अंजाम दिया गया है।

*स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का अधिकारियों को सख्त निर्देश : अस्पतालों में अनिवार्य रुप से उपलब्ध कराएं न्यूनतम 300 दवाएं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य

डेस्क : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवा की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। भीषण गर्मी और लू से प्रभावित मरीजों का समय पर समुचित इलाज का भी निर्देश दिया। बुधवार को उन्होंने राज्य स्वास्थ्य समिति के सभागार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित योजनाओं, भीषण गर्मी और लू से उत्पन्न समस्या की समीक्षा की। सिविल सर्जन, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और अधीक्षक एवं स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी मौजूद रहे। मंत्री ने सिविल सर्जन से कहा कि अस्पतालों में न्यूनतम 300 दवाएं अनिवार्य रूप से रहे। दवाओं की उपलब्धता की साप्ताहिक समीक्षा की जाए। दवाओं की अधियाचना, आपूर्ति, प्राप्ति एवं वितरण संबंधी कार्य ऑनलाइन बताएं ताकि ससमय सूचना प्राप्त हो। विभाग की योजनाओं में तेजी लाने के निर्देश दिए। मंत्री ने लू के कारण अस्पताल में बढ़ रहे मरीजों को लेकर पूरी तरह से सतर्क रहने का निर्देश दिया। एईएस बीमारी को लेकर भी सर्तकता बरतने को कहा। मंत्री ने राज्य में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 14 प्रकार के रैपिड डायग्नोस्टिक जांच एवं 63 प्रकार की अन्य जांच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। रोहतास, बांका, पूर्वी चंपारण, अररिया, मधुबनी, बेगूसराय, जमुई, कैमूर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, सीवान, खगड़िया, गया, सारण, पश्चिमी चम्पारण एवं मधेपुरा में शत प्रतिशत टेलीकंसल्टेशन का निर्देश दिया। समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह, बीएमएसआईसीएच के एमडी धर्मेद्र सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत, बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के सीईओ शशांक शेखर सिन्हा, अपर सचिव शैलेश कुमार, मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, ओएसडी सतीश रंजन सिन्हा, ओएसडी रेणु कुमारी व प्रशासी पदाधिकारी राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
पटना समेत पूरा बिहार में उमस भरी गर्मी से परेशान, आज लगातार सातवें दिन इन जिलों में भीषण गर्मी का रेड अलर्ट*


डेस्क : पूरा बिहार इनदिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। आसमान से बरस रही आग से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। इंसान तो इंसान जानवर और पशु पक्षी तक भीषण गर्मी से बेहाल है। आलम यह है कि 10 बजते-बजते पारा 42 डिग्री के पार चला जा रहा है। आलम यह है कि रात में भी भीषण उमश भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। बुधवार को भी दक्षिण बिहार के 15 जिले लू की चपेट में रहे और अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहा। पटना में लगातार छठे दिन अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार रहा। पटना समेत प्रदेश में गर्म पछुआ और रात में उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं। तीन दिनों बाद मौसम के मिजाज में बदलाव आने के साथ तापमान में गिरावट आने से राहत मिलने की संभावना है। पटना समेत प्रदेश के अधिसंख्य भागों का तापमान 41 डिग्री के ऊपर बना हुआ है। छठे दिन भी पटना का तापमान 40 डिग्री ऊपर दर्ज रहा। यह 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 44.9 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद प्रदेश में सबसे गर्म रहा। वहीं मौसम विभाग ने गुरुवार को पटना सहित सात जिलों में भीषण गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, 13 जिलों में उष्ण लहर का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। *यहां आज रेड अलर्ट* आज गुरुवार को पटना समेत सात जिलों बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास व अरवल में भीषण गर्मी व (हीट वेव) लू को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, नवादा, नालंदा, सीवान और वैशाली जिले के एक या दो स्थानों पर लू चलने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वी व पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सारण, उत्तर-मध्य भागों के सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर एवं दक्षिण-पूर्व के भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगड़िया में गर्म व आर्द्र दिन रहने की संभावना है। सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया व कटिहार के एक या दो स्थानों पर बादल छाए रह सकते हैं।
राजद में शामिल हुए जगदानंद सिंह के छोटे बेटे अजीत सिंह, रामगढ़ से विस उपचुनाव लड़ने की चर्चा तेज

डेस्क : आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे अजीत सिंह ने जेडीयू को अलविदा कह दिया है। जेडीयू से इस्तीफा देने के बाद अब वह आरजेडी में शामिल हो गए हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि अजीत सिंह अपने भाई सुधाकर सिंह की सीट से आरजेडी के टिकट पर विधानसभा का उपचुनाव लड़ सकते हैं।

दरअसल जगदानंद सिंह के विधायक बेटे सुधाकर सिंह के बक्सर से सांसद बनने के बाद रामगढ़ विधानसभा सीट रिक्त हो गया है। अब इस सीट पर उपचुनाव होने हैं। ऐसे में सुधाकर सिंह के जाने के बाद अब रामगढ़ सीट से उनके छोटे भाई अजीत सिंह को राजद से मौका मिलने की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि सुधाकर सिंह ने अभी विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है।

बता दें लोकसभा चुनाव से पहले तक अजीत सिंह जदयू के सक्रिय सदस्य थे। चुनाव के दौरान उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद से चर्चा हो रही थी कि वह पिता के साथ राजद में अपना भविष्य तलाश रहे हैं. अब अजीत सिंह राजद में शामिल हो गए हैं। आधिकारिक तौर पर अजीत सिंह ने लालू यादव के जन्मदिन पर पटना में राजद ज्वाइन कर लिया.

वहीं पार्टी ज्वाइन करने के बाद अजीत सिंह ने जदयू पर हमला बोलते हुए कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए जेडीयू ने महागठबंधन का साथ छोड़ा था. वहीं उन्होंने आगे बताया कि मैं लगातार 15 साल से राजनीति में हूं और निरंतर लोगों की सेवा करता आ रहा हूं. ऐसे में अगर पार्टी मुझे टिकट देती है तो मेरी चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी है,लेकिन यह पार्टी पर निर्भर करता है कि वह रामगढ़ विधानसभा से किसको उम्मीदवार बनाती है।

अजीत सिंह ने कहा कि "मैं पिछले 15 सालों से पार्टी की उम्मीदवारों के लिए प्रचार करते आया हूं और मैं दावा करता हूं कि रामगढ़ से चुनाव जीत कर दिखाऊंगा. मैं लोगों के सुख दुख में उनके साथ खड़ा रहता हूं और काम करवाता हूं. पार्टी ने जिसको भी टिकट दिया है उसका मैंने जमकर प्रचार किया है. इस बार पार्टी जो भी फैसला लेगी वो मान्य होगा

आईआईटी पटना में बढ़ी हुई सीटें समेत इस बार इतने सीटो पर होगा एडमिशन, एक दर्जन नए कोर्सों में शुरू की गई है पढ़ाई

डेस्क : आईआईटी पटना में बढ़ी हुई सीटें समेत इस बार 817 पर नामांकन होगा। सीट मेट्रिक्स भी जारी कर दी गई। इस सीट मैट्रिक्स में ओवरऑल गत वर्ष के मुकाबले 355 अधिक यानी 17740 सीटों पर काउंसिलिंग होगी।

वहीं पटना में 84 सीटें बढ़ाई गई हैं। इस बार पटना में 817 सीटों पर नामांकन होगा। एक दर्जन नए कोर्सों में पढ़ाई शुरू की गई है। इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस के रिजल्ट के बाद अब जोसा की ओर से काउंसिलिंग शुरू हो गई है। आवेदन लिये जाने लगे हैं। 23 आईआईटी की 295 च्वॉइस, 32 एनआईटी, 26 ट्रिपलआईटी और 40 जीएफटीआई की 570 च्वॉइस भरने के लिए दी जा रही है। इस तरह से इस वर्ष कुल 865 च्वॉइस फीलिंग की जा सकेगी। 

गौरतलब है कि गत वर्ष 23 आईआईटी की 17385 सीटों के लिए जोसा काउंसिलिंग हुई थी, इस वर्ष यह संख्या बढ़कर 17740 हो गई है। इसमें 355 सीटों का इजाफा हुआ है। इसमें आईआईटी भुवनेश्वर की 20, आईआईटी बॉम्बे की 12, खड़गपुर की 30, जोधपर में 50, गांधीनगर में 30, पटना में 84, गुवाहाटी में 10, भिलाई में 40, तिरुपति में 10 और धारवाड़ में 75 सीटों की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा आईआईटी मद्रास में गत वर्ष की तुलना में 6 सीटों की कमी आई है, जबकि आईआईटी मद्रास में डाटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की 50 सीटें बढ़ाई गई है।