मुक्त विश्वविद्यालय में 166 केंद्रों पर 80 हजार परीक्षार्थी  देंगे परीक्षा, 11 जून से 16 जुलाई तक दो पालियों में होंगी परीक्षाएं, 4 केंद्रीय कार
लखनऊ/ प्रयागराज। उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज की  सत्र जून 2024 की परीक्षाएं प्रदेश के 166 केंद्रों पर मंगलवार 11 जून 2024 से प्रारंभ हो रही हैं। इन परीक्षा केंद्रों में 4 केंद्रीय कारागार भी शामिल हैं । परीक्षा में लगभग 80 हजार परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे।  यह जानकारी देते हुए कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि परीक्षाएं  16 जुलाई तक संचालित की जाएंगी। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए वेबसाइट पर समय सारणी अपलोड की गई है।

उन्होंने बताया कि प्रमाण पत्र, डिप्लोमा तथा पीजी डिप्लोम आदि की परीक्षाएं 11 जून से 15 जून तक तथा स्नातक,परास्नातक तथा शेष परीक्षाएं 18 जून से 16 जुलाई तक 2 पालियों में प्रात: 10:00 से 1:00 तथा दोपहर 2:00 से 5:00 बजे तक आयोजित की जाएंगी।
उन्होंने बताया कि सभी विषयों के परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र आॅनलाइन कर दिए गए हैं। जिन्हें डाउनलोड कर परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि गोरखपुर रीजन में सबसे अधिक 29 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं ।

इसके अतिरिक्त प्रयागराज रीजन में 25, वाराणसी रीजन में 22, आजमगढ़ रीजन में 15, अयोध्या रीजन में 17, लखनऊ रीजन में 14, कानपुर रीजन एवं आगरा रीजन में 11, झांसी  रीजन में 7, मेरठ रीजन में 5, गाजियाबाद रीजन में 4 तथा बरेली रीजन में 2 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कुलपति ने बताया कि  विश्वविद्यालय जेल बंदियों की शिक्षा के लिए लगातार प्रयासरत है। इस बार पूरे प्रदेश में 4 केंद्रीय कारागारों नैनी, प्रयागराज,  गाजियाबाद, अयोध्या तथा बरेली केंद्रीय कारागार में जेल बंदियों को परीक्षा दिलाई जाएगी।

कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने सोमवार को परीक्षा की तैयारियों का जायजा लिया। संपूर्ण उत्तर प्रदेश में परीक्षा को पारदर्शिता पूर्ण ढंग से सकुशल संपन्न कराने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। जिसके अंतर्गत इस बार परीक्षा कक्ष के अंदर केंद्र प्रभारी के अतिरिक्त अन्य सभी का मोबाइल प्रतिबंधित किया गया है।

मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम के निर्देश पर पूरे प्रदेश में नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए उड़ाका दल एवं पर्यवेक्षक दल का गठन किया गया है। प्रदेश में किसी भी केंद्र पर किसी भी परीक्षार्थी को कोई परेशानी न हो, परीक्षार्थियों की समस्या के त्वरित समाधान के लिए परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में परीक्षा नियंत्रक श्री डी पी सिंह के निर्देशन में सहायता पटल स्थापित किया गया है। जहां परीक्षार्थियों की विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने परीक्षाओं के दौरान परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजकर परीक्षा केंद्रों के समीप पर्याप्त सुरक्षा बल की तैनाती का आग्रह किया है। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने दी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को कृषकों के लिए समर्पित बताया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को कृषकों के लिए समर्पित बताया है।उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया 'एक्स' पर अपने संदेश में लिखा है कि केन्द्र सरकार तीसरे कार्यकाल के प्रथम दिवस का प्रथम निर्णय अन्नदाता किसान कल्याण को समर्पित किया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कार्यभार ग्रहण करते ही 'पीएम किसान सम्मान निधि' की 17वीं किस्त जारी करने हेतु फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इस निर्णय से लाभान्वित होने वाले 9.3 करोड़ अन्नदाता किसानों के बैंक खातों में लगभग 20,000 करोड़ रूपये की राशि हस्तांतरित होगी।उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार शपथ लेने के बाद, नरेंद्र मोदी सोमवार को साउथ ब्लॉक स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) पहुंचे और प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला।

फाइल पर हस्ताक्षर करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हमारी सरकार किसान कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसलिए यह उचित है कि कार्यभार संभालते ही सबसे पहली फाइल किसान कल्याण से संबंधित हो। हम आने वाले समय में किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए और भी अधिक काम करना चाहते हैं।'मुख्यमंत्री योगी ने किसानों को आर्थिक संबल प्रदान करते इस कल्याणकारी निर्णय के लिए उत्तर प्रदेश के सभी किसान भाइयों-बहनों की ओर से प्रधानमंत्री का हार्दिक आभार व्यक्त किया है।
रामपुर डूंगरपुर मामले में एक केस में सपा नेता आजम को मिली राहत
लखनऊ । रामपुर एमपी-एमएलए कोर्ट ने सोमवार को डूंगरपुर बस्ती से जुड़े एक केस में अपना फैसला सुनाते हुए सुबूतों के अभाव में आजम खां समेत सभी आरोपित को दोषमुक्त कर दिया है। इस प्रकरण से जुड़े दो केस में आजम जहां बरी हो चुके हैं, वहीं दो अन्य मामले में उन पर सजा और जुर्माना लग चुका है।

सपा नेता के अधिवक्ता जुबैर खां ने बताया कि विशेष एमपी-मएलए ने इस मामले में बीते दिनों सुनवाई करते हुए फैसला सुरक्षित कर लिया है। सोमवार को उसकी सुनवाई करते हुए आजम खां समेत सभी आरोपितों को बरी किया है। फिलहाल सपा नेता आजम खान सीतापुर की जेल में बंद हैं और वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए थे।

उल्लेखनीय है कि सपा नेता आजम खां के खिलाफ वर्ष 2019 में डूंगरपुर बस्ती के लोगों ने गंज थाना में बस्ती को खाली कराने के नाम पर लूटपाट, चोरी, मारपीट, छेड़खानी समेत अन्य धाराओं में गंज थाने में तकरीबन 12 मुकदमे दर्ज कराए थे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को कृषकों के लिए समर्पित बताया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को कृषकों के लिए समर्पित बताया है।उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया 'एक्स' पर अपने संदेश में लिखा है कि केन्द्र सरकार तीसरे कार्यकाल के प्रथम दिवस का प्रथम निर्णय अन्नदाता किसान कल्याण को समर्पित किया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कार्यभार ग्रहण करते ही 'पीएम किसान सम्मान निधि' की 17वीं किस्त जारी करने हेतु फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इस निर्णय से लाभान्वित होने वाले 9.3 करोड़ अन्नदाता किसानों के बैंक खातों में लगभग 20,000 करोड़ रूपये की राशि हस्तांतरित होगी।उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार शपथ लेने के बाद, नरेंद्र मोदी सोमवार को साउथ ब्लॉक स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) पहुंचे और प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला।

फाइल पर हस्ताक्षर करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हमारी सरकार किसान कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसलिए यह उचित है कि कार्यभार संभालते ही सबसे पहली फाइल किसान कल्याण से संबंधित हो। हम आने वाले समय में किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए और भी अधिक काम करना चाहते हैं।'मुख्यमंत्री योगी ने किसानों को आर्थिक संबल प्रदान करते इस कल्याणकारी निर्णय के लिए उत्तर प्रदेश के सभी किसान भाइयों-बहनों की ओर से प्रधानमंत्री का हार्दिक आभार व्यक्त किया है।
मोदी सरकार 3.0 में उत्तर प्रदेश के पूरब से पश्चिम तक को मिला महत्व, पांच ओबीसी, दो क्षत्रीय, दो दलित और एक ब्राह्मण चेहरा मोदी सरकार में शामिल

लखनऊ। नरेन्द्र मोदी की तीसरी सरकार में उत्तर प्रदेश में भाजपा की कम सीटें आने के बावजूद कुल 11 चेहरों को शामिल किया गया है। एनडीए ने क्षेत्रीय एवं जातीय समीकरण को पूरी तरह साधने की कोशिश की गई है। पश्चिम से पूरब तक के चेहरों को मंत्रिपरिषद में महत्व दिया गया है। जातीय समीकरण में दो दलित, एक ब्राह्मण, दो क्षत्रिय और प्रधानमंत्री मोदी समेत पांच ओबीसी समाज को स्थान मिला है।

उत्तर प्रदेश से वाराणसी से सांसद नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री हैं। उनके बाद शपथ लेने वाले सरकार में दूसरी स्थान पर क्षत्रीय समाज से आने वाले राजनाथ सिंह हैं। क्षत्रीय समाज से दूसरा नाम गोण्डा के सांसद कीर्तिवर्धन सिंह हैं। उन्होंने राज्य मंत्री के रूप में शपथ लिया है। कीर्तिवर्धन सिंह गोण्डा संसदीय क्षेत्र से पांचवी बार सांसद चुने गए हैं। भाजपा के चुनाव चिन्ह पर 2014 से लगातार जीत दर्ज कर रहे हैं।

मोदी सरकार-3 में उत्तर प्रदेश के दो दलित चेहरों प्रोफेसर एसपी बघेल और कमलेश पासवान को शामिल किया गया है। बघेल आगरा (सुरक्षित) सीट से सांसद चुने गए हैं तो कमलेश पासवान बांसगांव (सुरक्षित) सीट से सांसद बने हैं। कमलेश पासवान चौथी बार इस सीट से सांसद चुने गए हैं। इस प्रकार से पश्चिम से एक दलित सांसद तो एक पूरब से मोदी सरकार-3 में स्थान मिला है।

भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए सरकार में उत्तर प्रदेश से पिछड़ा समाज को सबसे अधिक महत्व दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी समेत पांच सांसद पिछड़े समाज से आते हैं। स्व. कल्याण सिंह के करीबी माने जाने वाले बीएल वर्मा लोधी समाज से आते हैं। पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा था। मोदी सरकार-2 में भी बीएल वर्मा मंत्री बनाए गए थे। इस बार भी उन्हें महत्व दिया गया है।

भाजपा सांसद पंकज चौधरी वर्मा(कुर्मी) विरादरी से हैं। पंकज चौधरी के अलावा कुर्मी समाज से आने वाली अपना दल (एस) की सांसद अनुप्रिया पटेल को भी राज्य मंत्री  बनाया गया है। अनुप्रिया पटेल 2014 से हर सरकार में राज्य मंत्री के रूप में शामिल हो रही हैं।

यूपी में दूसरे सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ लिए हैं। वह जाट विरादरी से आते हैं। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजे गए हरिदीप सिंह पुरी को भी मोदी सरकार-3 में स्थान मिला है। इस प्रकार मोदी सरकार-3 में क्षेत्रीय एवं सामाजिक समीकरण दिखाई दे रहा है। उत्तर प्रदेश में भाजपा एवं सहयोगी दलों के गठबंधन के प्रदर्शन को देखते हुए सरकार में कम महत्व का कयास लगाया जा रहा था। कयास के उलट मोदी सरकार-3 में उत्तर प्रदेश की बेहद ही मजबूत स्थिति बनी हुई है। यह बात अलग है कि पीएम मोदी और राजनाथ को छोड़कर किसी भी चेहरे को कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कश्मीर में श्रद्धालुओं की बस पर हुए आतंकी हमले पर जताया दुख


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर में शिवखोड़ी दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की बस पर हुए कायरना हमले की निंदा की है। योगी के अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार की आधी रात को एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया कि जम्मू-कश्मीर में तीर्थ यात्रियों की बस पर हुआ कायराना हमला अत्यंत दुखद है। मेरी ओर से दिवंगत पुण्यात्माओं को विनम्र श्रद्धांजलि! मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान और सभी घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।

इसके अलावा उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक को तत्काल स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर प्रदेश के घायलों के समुचित उपचार और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।

इसके अलावा उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के रियासी में शिवखोड़ी मंदिर के तीर्थयात्रियों की बस पर कायराना आतंकी हमले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना अत्यंत दुखद एवं निंदनीय है। असमय काल कवलित हुए लोगों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ एवं पुण्यात्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें।

वहीं, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णों देवी जा रही श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकवादियों द्वारा किया गया हमला बेहद कायरतापूर्ण एवं निंदनीय है। ईश्वर से प्रार्थना है कि हादसे में घायलों को जल्द से जल्द स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें और दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।

समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश में राजनीतिक रूप से अति संवेदनशील दिन, सुरक्षा-प्रबंधन की लापरवाही की वजह से हुए आतंकी हमले में 10 लोगों के मारे जाने की ख़बर दुखद भी है और घोर निंदनीय भी।

मृतकों में अधिकांश उप्र के हैं और बस के खाई में गिरने की वजह से कई लोग घायल भी हैं। मृतकों के शवों को उनके परिजनों तक पहुंचाने और घायलों को अच्छे-से-अच्छा उपचार देने के लिए सरकार जागे और सभी हताहतों को यथोचित मुआवज़ा दे।

उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में शिवखोड़ी गुफा तीर्थ स्थल के दर्शन करके लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी बस में संदिग्ध आतंकियों ने हमला कर दिया। इसमें दस लोगों के मारे की खबर है और कई घायल है। अलग-अलग अस्पताल में घायलों का इलाज चल रहा है।
अयोध्या जा रही बस ट्रक में घुसी, चार की मौत, 25 लोग घायल
लखनऊ । यूपी में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर भीषण हादसा हुआ। एक्सप्रेस-वे पर बरेसर थाना क्षेत्र के मुस्सेपुर गांव के पास खड़े हाइवा (ट्रक) में अयोध्या से आ रही बस घुस गई। हादसे में बस में सवार 25 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनमें अब तक चार के मरने की आधिकारिक पुष्टि हुई है। घायलों को मऊ और गाजीपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। इस बीच पुलिस टीम की मदद से वाहनों को हाईवे से हटाया गया। साथ ही सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।  

बस में अलग-अलग इलाके के 25 लोग सवार थे, जो अयोध्या से दर्शन कर लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि बस बिहार के विक्रमगंज जा रही थी। सुबह पांच बजे बरेसर थाना क्षेत्र के मुस्सेपुर गांव के पास पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर खड़े हाइवा (ट्रक) में पीछे से घुस गई। माना जा रहा है कि बस चालक को झपकी आ गई, जिससे यह हादसा हुआ है। फिलहाल, पुलिस कारण की जांच कर रही है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि घायलों को मऊ और गाजीपुर जिला अस्पताल भेजा गया है। अब तक चार लोगों के मौत होने की खबर है। मृतकों की पहचान की जा रही है।
अमित शाह और गडकरी से मिले सीएम योगी, सरकार बनने पर दी बधाई
लखनऊ । केंद्र में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत हो चुकी है। बीते रविवार को मोदी सरकार 3.0 ने शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह हुआ। जिसके बाद सोमवार सुबह को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली में अमित शाह के आवास पर पहुंचे और उन्हें सरकार गठन पर बधाई दी। इसके बाद उन्होंने नितिन गडकरी से भी मुलाकात कर बधाई दी। सीएम योगी ने  शाह से करीब 35 मिनट मुलाकात की है। इसके अलावा दिल्ली में राजनाथ सिंह से भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात की है।
एक परिवार के पांच सदस्य घाघरा नदी में डूबे, चार की मौत, एक की हालत गंभीर, नहाते समय मोबाइल से बना रहे थे रील, इसी दौरान हुआ हादसा 
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में सोमवार की सुबह बड़ा हादसा हो गया। पढ़ुआ थाना क्षेत्र के तेलियार में एक ही परिवार के पांच सदस्य घाघरा नदी में डूब गए। इनमें 12 साल के बालक समेत चार की मौत हो गई। जबकि 12 वर्षीय बच्ची की हालत गंभीर है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

गांव बोकरिहा निवासी पच्चो देवी (50 वर्ष), टिया (17 वर्ष) पुत्री सुबोध, कान्हा (12 वर्ष) पुत्र निर्मल, नैनी पुत्री निर्मल, सत्यम (26 वर्ष) पुत्र मित्तल अपनी रिश्तेदारी में तेलियार आए थे। यहां ये सभी सोमवार सुबह घाघरा नदी में नहाने गए थे। बताते हैं कि नदी में नहाते समय मोबाइल से रील भी बनाई।  इसी दौरान गहरे पानी में कान्हा डूबने लगा तो उसे बचाने के चक्कर में सभी डूब गए। चीख-पुकार मचने पर आसपास के लोग जुटे। उन्होंने कड़ी मशक्कत कर सभी को बाहर निकाला।

आनन-फानन सभी को रमियाबेहढ सीएचसी लाया गया, जहां पच्चो देवी, टिया, कान्हा और सत्यम को मृत घोषित कर दिया गया। नैनी को जिला अस्पताल भेजा गया है। उसकी हालत भी गंभीर बताई जा रही है। उधर, रमियाबेहढ सीएचसी में मृतकों के परिजन व रिश्तेदार भी पहुंच गए। शवों को देखकर चीख-पुकार मच गई। चीत्कार से सीएचसी की दीवारें थर्रा उठीं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम भेजने की कार्रवाई शुरू की।
 
बताया जा रहा है कि ये सभी लोग नाव से घाघरा नदी के पार गए थे। उस पार ही नहाए थे। रील बनाने के बाद दोबारा नहाने के दौरान हादसा हो गया। एक को बचाने के चक्कर में तीन और जानें चली गईं। दर्दनाक घटना से पूरे गांव में शोक छा गया। बड़ी संख्या में लोग रमियाबेहढ सीएचसी पहुंच गए।
मोदी मंत्रिमंडल में गोंडा से जीत की हैट्रिक लगाने वाले कीर्तिवधन सिंह उर्फ राजा भैया का मिली जगह
लखनऊ। गोंडा लोकसभा सीट से तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर सांसद बने 58 वर्षीय कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया को मोदी सरकार के कैबिनेट में शामिल किया गया है। देवीपाटन मंडल को वर्ष 2009 के बाद यह पहली बार मौका मिला है, जब देवीपाटन मंडल को केंद्र सरकार में भागीदारी मिली है।गोंडा संसदीय सीट से वर्ष 2014, 2019 के बाद 2024 में लगातार तीसरी बार भाजपा के टिकट पर सांसद बने कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया को प्रधानमंत्री का करीबी माना जाता है। वर्ष 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोंडा में एक जनसभा को संबोधित किया था। उस समय कीर्तिवर्धन सिंह ने ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नकल और गन्ना माफिया के विषय में जानकारी दी थी। इसबात का जिक्र खुद कीर्तिवर्धन सिंह अपने कई जनसभा में कर चुके हैं।

कीर्तिवर्धन सिंह ने इस बार अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बेनी प्रसाद वर्मा की पौत्री श्रेया वर्मा को करीब 47 हजार मतों के अंतर से पराजित किया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार मंत्रिमंडल सचिव राजीव गौबा की तरफ से कीर्तिवर्धन सिंह को मंत्री बनने का निमंत्रण पत्र भेजा गया।लगातार तीसरी बार सांसद बने कीर्तिवधन सिंह का जन्म 1966 में लखनऊ के मनकापुर तालुकादारी के राजा आनंद सिंह और रानी वीणा सिंह के घर हुआ था। कीर्ति वर्धन सिंह ने लखनऊ विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री प्राप्त की है। नवंबर 2002 को कीर्ति वर्धन सिंह की शादी हुई थी।कीर्तिवर्धन सिंह के पिता आनंद सिंह भी सांसद रहे हैं। उन्होंने 1971 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता भी। इसके बाद 1980, 1984 और 1989 के बीच हुए तीन चुनाव में भी आनंद सिंह ने लगातार जीत दर्ज की थी।

1991 में वह भाजपा के बृजभूषण शरण सिंह से चुनाव हार गए। इसके बाद 1996 में वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन इस बार भी सफलता हाथ नहीं लगी। लगातार दो चुनाव में हार के बाद आनंद सिंह ने अपनी राजनीतिक विरासत कीर्तिवर्धन सिंह को सौंप दी। कीर्ति वर्धन सिंह ने सपा के टिकट पर पहली बार 1998 में दांव आजमाया। उस समय भाजपा प्रत्याशी बृजभूषण शरण सिंह को हराकर पहली बार कीर्तिवर्धन सिंह संसद पहुंचे थे। 2014 में कीर्ति वर्धन सिंह ने भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता। इसके बाद 2019 और इस बार 2024 में जीत की हैट्रिक लगाई। लगातार तीन बार चुनाव जीतने के बाद कीर्तिवर्धन सिंह को भाजपा ने अब मंत्री पद का तोहफा दे दिया।