भीषण गर्मी के बीच बदला मौसम, राजधानी रायपुर में झमाझम हुई बारिश

रायपुर-   भीषण गर्मी के बीच मानसून ने मुंबई समेत महाराष्ट्र के अन्य जिलों में दस्तक दे दी है। जिसकी वजह से महाराष्ट्र के कई जगहों में भारी बारिश हो रही है। इधर, दक्षिण पश्चिम मानसून की छत्‍तीगसढ़ में इंट्री हो गई है। सुकमा के रास्‍ते मानसून छत्‍तीसगढ़ की सीमा में प्रवेश कर गया है। इसका असर प्रदेश में देखने को मिल रहा है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर दोपहर चार बजे के बाद अचानक मौसम में बदलाव हुआ और तेज आंधी के साथ बादल गरजने लगे और झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 24 घंटो के दौरान कई जिलों में झमाझम बारिश हो सकती है। मौसम में हुए बदलाव से पारा नीचे आया है। लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। दक्षिणी पश्चिम मानसून के मुंबई पहुंचने की तारीख पहले 11 जून थी, लेकिन मानसून ने 9 जून को ही मुंबई में दस्तक दे दी। साथ ही ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, दक्षिण गुजरात, मध्य प्रदेश और पश्चिमी हिमालय में बारिश हो सकती है।

छत्तीसगढ़ में बारिश का अलर्ट

सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, लक्षद्वीप, दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश और विदर्भ के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, दक्षिण गुजरात, मध्य प्रदेश और पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश हो सकती है।

मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति संभव है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लू से लेकर भीषण लू की स्थिति संभव है।

छत्तीसगढ़ में मोदी की गारंटी हुई पूरी, CM विष्णुदेव बोले-प्रदेश में सिकुड़ते जा रहे नक्सली

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को मुश्किल से 6 महीने हुए हैं। 6 महीने में हम लोगों को कम काम करने का अवसर मिला इसके बाद लोकसभा चुनाव की घोषणा हो गई। आचार संहिता लागू हो गई। लेकिन आचार संहिता लागू होने से पहले मात्र सौ दिनों में हमारी सरकार ने मोदी की गारंटी के सभी प्रमुख वादों को प्राथमिकता से पूरा किया है। जिसका बेहतर परिणाम हमें लोकसभा में मिला। मोदी सहित हमारी सरकार पर भी लोगों का विश्वास बढ़ा है। आगामी समय में गारंटी के बचे हुए वादे को सांय-सांय पूरा करेंगे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नई दिल्ली में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि विधानसभा के चुनाव में हमें छत्तीसगढ़ की जनता का भरपूर आशीर्वाद मिला। छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने मोदी की गारंटी, भारतीय जनता पार्टी, हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास किया और चौथी बार हम लोगों ने सरकार बनाई। पहले की तीन बार की जो भाजपा सरकार थी, उससे भी ज्यादा आशीर्वाद भाजपा को मिला। 54 सीटें और 46% से ज्यादा वोट पार्टी को मिला। जनता के भरोसे पर खरा उतरते हुए हमने 100 दिनों में मोदी की गारंटी के प्रमुख वादे को पूरा किया।

सीएम साय ने कहा कि कांग्रेस सरकार में 18 लाख लोग पिछले पांच साल में प्रधानमंत्री आवास से वंचित हो गए थे। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री का भी कहना था कि अगर छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनती है, तो जो मुख्यमंत्री होगा वह सबसे पहले प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत करने का काम करेगा। मुझे बताते हुए गौरव हो रहा है कि 13 दिसंबर 2023 को हम लोग शपथ लिए और 14 दिसंबर को ही 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दे दी। 25 दिसंबर 2023 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती, सुशासन दिवस के अवसर पर हम लोगों ने 12 लाख से ज्यादा किसानों को 2 साल का बकाया का बोनस देने का काम किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ को “धान का कटोरा” बताते हुए वादे के अनुरूप किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान को 3100 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदने के वादे को पूरा करने की बात कही।

मुख्यमंत्री ने महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं को प्रति महीने एक-एक हजार के हिसाब से चार किश्त जारी करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पीएससी घोटाले की सीबीआई जांच, रामलला दर्शन योजना की भी शुरुआत उनकी सरकार ने कर दी है। 5500 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता खरीदी की भी शुरुआत करने और खरीदी के लिए 15 दिनों का समय तय करने की बात उन्होंने पत्रकारों को बताई, साथ ही संग्राहक परिवारों के बच्चों को छात्रवृत्ति देने की योजना जल्द ही शुरुआत होने की बात कही।

नक्सलवाद के खिलाफ बोलते हुए विष्णु देव साय ने कहा कि पिछ्ले 15 साल की हमारी भाजपा सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी और जब फिर से भाजपा की सरकार बनी तो केंद्र-राज्य के समन्वय से नक्सलवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में और भी तेजी आई है। उन्होंने मीडिया के साथियों से आग्रह करते हुए कहा कि जो छत्तीसगढ़ की पहचान है, नक्सलवाद जैसा लोग सोचते हैं, वैसा कुछ भी नही है। इसलिए छत्तीसगढ़ को ऐसी नजरों से बिल्कुल भी न देखें। केवल पांच जिलों में ही कुछ जगह पर नक्सलवाद है। इन क्षेत्रों में अभी तक लगभग 25 से ज्यादा सुरक्षा कैंप बनाए गए हैं और इसका मतलब कैंप के 5 किलोमीटर के रेडियस में सरकार की सभी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाना है। नक्सली लगातार सिकुड़ते जा रहे हैं।

सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। हमारा बस्तर स्वर्ग है, जहां चित्रकोट वाटरफॉल से लेकर कुटुमसर गुफा और तीरथगढ़ जलप्रपात है। हमारा प्रयास है कि पर्यटन क्षेत्र का अधिक से अधिक विकास करें, जिससे आय का स्त्रोत बढ़े। छत्तीसगढ़ में खनिज भंडार की कमी नहीं है, लौह अयस्क भरपूर है, पूरा बैलाडिला का पहाड़ है। गोल्ड, डायमंड है, लिथियम भी मिला है। खनिज संपदा भरपूर है, 100 से अधिक वनोपज भी है, मेहनतकश किसान हैं। इसलिए सभी छत्तीसगढ़ वासी मिलकर “विकसित छत्तीसगढ़” के निर्माण के लिए काम करेंगे।

दिल्ली के पत्रकारों को बताया सांय-सांय का मतलब

विष्णु देव साय ने कहा कि मात्र 100 दिन में ही हमारी सरकार ने इतना काम किया, जिसका परिणाम हमें लोकसभा में बेहतर मिला। सांय-सांय काम हुआ तो यह ट्रेंड हो गया। हमारे यहां छत्तीसगढ़ में इसका मतलब जल्दी-जल्दी होता है। हम जहां भी जाते हैं तो लोग सांय-सांय चिल्लाते हैं। क्योंकि हमने मोदी की गारंटी के प्रमुख वादे को सांय-सांय पूरा किया है और आगे भी सांय-सांय पूरा करेंगे।

नवपदस्थ कलेक्टर श्री नीलेश क्षीरसागर ने कार्यभार ग्रहण किया


उत्तर बस्तर कांकेर, 09 जून 2024/ जिले के नवपदस्थ कलेक्टर श्री नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने आज अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। वे कांकेर जिले के 22वें कलेक्टर हैं। श्री क्षीरसागर वर्ष 2011 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी हैं। इसके पहले उन्होंने अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ के तौर पर सेवायें दी हैं। श्री क्षीरसागर ने जशपुर, गरियाबंद और महासमुंद जिले के कलेक्टर के पद पर भी अपनी सेवाएं दी हैं।

सुहेला की घटना की होगी मजिस्ट्रियल जांच, जिला प्रशासन के साथ समाज प्रमुखों की बैठक में बनी सहमति

बलौदाबाजार- जिले में सुहेला के आसपास मंदिरों एवं गिरौदपुरी जैतखांभ की असमाजिक तत्वों की गई तोड़-फोड़ की मजिस्ट्रियल जांच होगी. इस संबंधय़ में कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानंद कुमार के साथ विभिन्न समाज प्रमुखों की हुई बैठक में सहमति बनी.

जिला कार्यालय के सभाकक्ष में शांति समिति की बैठक में जिले में हुई घटनाओं को लेकर सिलसिलेवार व्यापक चर्चा की गई. इस दौरान सतनाम समाज के विभिन्न प्रतिनिधियों सहित सभी समाज के प्रमुखों ने आपसी शांति बनाएं रखने एवं प्रशासन को सहयोग प्रदान करने की बात कही. घटनाओं की मजिस्ट्रियल जांच में सभी समाजों के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन को सहयोग का वादा किया. इसके साथ ही जिले में भविष्य में इस तरह की घटना ना हो इसके लिए भी व्यापक विचार-विमर्श किया गया.

कलेक्टर केएल चौहान ने कहा कि सुहेला की घटना को निंदनीय और चिंताजनक बताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं से समाज का ताना-बाना बिगड़ जाता है. जिले के इतिहास में कभी भी इस तरह किसी भी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई गई है. इस तरह की घटना पहली बार हुई है. इसके साथ ही उन्होंने समाज प्रमुखों से आंदोलन से बचते हुए आपसी शांति के लिए सकारात्मक प्रयास करने पर बल दिया.

बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सदानंद कुमार ने सोशल मीडिया के जरिए बहुत जल्दी अफवाह फैलाने की बात कहते हुए ऐसे संदेशों से बचने के लिए कहा. इसके साथ ही संदिग्ध कंटेंट मिलने पर इसकी जानकारी तुरंत पुलिस कंट्रोल को देने की बात कही. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया में गतिविधियों के निगरानी के लिए पुलिस ने अलग से सेल बनाए हैं. इसके साथ ही उन्होंने बैठक में दिए गए सलाह व महत्वपूर्ण जानकारी के जरिए जांच में तेजी लाई जाएगी.

बैठक में जिला एवं पुलिस प्रशासन के आला अफसरों के साथ विभिन्न समाज के प्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिक भी शामिल हुए. इस अवसर पर अपर कलेक्टर दिप्ती गौते, एडिशनल एसपी अविनाश ठाकुर, सभी एसडीएम, एसडीओपी, प्रगतिशील सतनामी समाज देवेंद्र चतुर्वेदी, मोहन बंजारे, सतनामी समाज ओमप्रकाश खुटे, एसटी-एससी ओबीसी संघर्ष समिति मोहन राय, ब्राह्मण समाज श्याम शुक्ला, यादव समाज संतोष यदु मौजूद थे.

इनके अलावा सिंधी समाज नरेश गंगशानी, शंकर दुलानी, केवंट निषाद समाज नारद निषाद, वर्मा कुर्मी समाज धर्मेंद्र सरसिहा, आदिवासी समाज डॉक्टर एलएस धुव्र, भूपेंद्र ध्रुववंशी, साहू समाज लेखराम साहू, सतनामी समाज राजमहंत सरजू प्रसाद घृतलहरे, बीएसपी राजकुमार पात्रे, भीम क्रांतिवीर संगठन किशोर नवर्ंगे सहित अन्य सभी समाजों के वरिष्ठ प्रतिनिधी, समाज प्रमुख सहित बड़ी संख्या गणमान्य नागरिक गण भी उपस्थित थे.

समर वेकेशन के बाद सोमवार से शुरू होगी हाईकोर्ट में सुनवाई, रोस्टर किया गया जारी

बिलासपुर- समर वेकेशन खत्म होने के बाद अब हाईकोर्ट में 10 जून से सभी बेंचों में नियमित सुनवाई शुरू होगी. समर वेकेशन के बाद सुनवाई के लिए रोस्टर भी जारी किया गया. हाईकोर्ट में तीन डीविजन और 15 सिंगल बेंचों में सुनवाई की जाएगी, इनमें चार स्पेशल बेंच हैं. 

हाई कोर्ट लगातार चार सप्ताह तक अवकाश रहा. मई के तीसरे सप्ताह से समर वेकेशन शुरू हो गया था. इस दौरान हर सप्ताह अलग से वेकेशन जजों को अलग-अलग बेंच के तौर पर निर्धारित किया गया था. सोमवार और शुक्रवार को वेकेशन बेंच में जरूरी मामलों की सुनवाई की जाती थी.

चीफ जस्टिस के निर्देश पर इस बार सिंगल बेंच के अलावा डीविजन बेंच की व्यवस्था भी अवकाश में रखी गई थी. जरूरी मामलों के अनुसार उन्हें अलग-अलग बेंचों में सुनवाई के लिए निर्धारित किया जाता रहा. वेकेशन में भी कुछ महत्वपूर्ण मामलों में हाईकोर्ट ने निर्णय दिया जाता रहा.

हाईकोर्ट में सोमवार से शुरू हो रहे नियमित कामकाज शुरू हो रहा है. अबकी बार चीफ जस्टिस की फर्स्ट डीविजन बेंच समेत कुल तीन डीविजन बेंचों में नियमित सुनवाई शुरू की जा रही है. इसके अलावा 15 सिंगल बेंचों में भी सुनवाई होगी. इनमें से पहली स्पेशल बेंच में चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा सुनवाई करेंगे, उनके अलावा तीन और स्पेशल बेंच भी रखी गई है.

उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन से नई दिल्ली में इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने की मुलाकात

रायपुर-   छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य, उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन से उनके दो दिवसीय नई दिल्ली के प्रवास के दौरान आज सबेरे इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने मुलाकात की।

मंत्री श्री देवांगन ने छत्तीसगढ़ राज्य में अधिक से अधिक निवेश करने बनाई जा रही नई उद्योग नीति के संबंध में चैम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों को बताया। उन्होंने कहा की प्रदेश में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार के सुशासन मे प्रमुख लक्ष्य है की बेहतर उद्योग नीति तैयार हो, ताकि देश और विदेशों के अलग अलग सेक्टर के छोटे-बड़े उद्योग प्रदेश में लग सके। जितने नए उद्योग स्थापित होंगे, उतने ही रोज़गार के नए अवसर उपलब्ध होंगे। इसके लिए आप सभी उद्योगपतियों के सुझाव बहुत महत्वपूर्ण साबित होंगे। उन्होंने कहा की छत्तीसगढ़ वन, कृषि और खनिज संपदा से समृद्ध राज्य है। इससे संबंधित उद्योग और उसका व्यापार प्रदेश को विकास गति पर बड़ी तेजी से पंख प्रदान करेगी। विशेष कर ऐसे उत्पाद जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग है, उन सेक्टर में नए उद्योग लगाने की आवश्यकता है।

मंत्री श्री देवांगन ने कहा की सभी सेक्टर में नए उद्योगों के लिए सरकार द्वारा आवश्यक सहयोग की जाएगी। इस अवसर पर आईसीसी के जनरल सेक्रेटरी नितिन पंगोत्रा, कोऑर्डिनेटर अतुल आर दयाल, ऑटो पार्ट्स इंडस्ट्री के अमित गर्ग, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के इंटरप्रोन्योर राजेश धर शर्मा, कोरबा के प्रफुल्ल तिवारी, नरेन्द्र पाटनवार, मंत्री के विशेष सहायक भागवत जयसवाल भी उपस्थित थे।

बिलासपुर सांसद तोखन साहू को मिल सकती है मोदी कैबिनेट में जगह

नई दिल्ली- नरेंद्र मोदी आज तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन में शाम 7.15 बजे होगा, लेकिन इससे पहले ही संभावित मंत्रिमंडल की तस्वीर साफ हो गई है। कयास हैं कि मोदी के साथ करीब 63 मंत्री शपथ ले सकते हैं।

मोदी ने रविवार सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे अटलजी की समाधि और नेशनल वॉर मेमोरियल गए। सुबह मोदी ने अपने आवास पर संभावित मंत्रियों के साथ मीटिंग की।

मोदी के घर पहुंचे नेताओं में शाह, राजनाथ, निर्मला और जयशंकर के साथ शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर और कुमारस्वामी भी पहुंचे। वहीं, नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अर्जुन राम मेघवाल भी नजर आए।

TDP सांसद राम मोहन नायडू (36) राम मोहन भारत के सबसे कम उम्र के कैबिनेट मंत्री होंगे। इधर, महाराष्ट्र में NCP (अजित पवार गुट) के किसी नेता के पास मंत्री पद के लिए फोन नहीं आया है। इसे लेकर NCP नेताओं के नाराजगी है। महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस दिल्ली में NCP नेता सुनील तटकरे के घर NCP नेताओं को मनाने में जुटे हैं।

मोदी कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से मंत्री बनेंगे तोखन साहू

पीएम नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में छत्तीसगढ़ से बिलासपुर सांसद तोखन साहू को जगह मिल सकती है। शपथ ग्रहण से पहले उनके पास PMO से कॉल आया है। इसके बाद तोखन साहू प्रधानमंत्री आवास पहुंचे थे।

ये हैं बिलासपुर सांसद तोखन साहू

सांसद तोखन साहू वर्तमान में भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। बात इनके सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन की करें, तो तोखन साहू 2013 में पहली बार विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। 2014-15 में श्री साहू सदस्य महिलाओं एवं बालकों के कल्याण सम्बंधी समिति ,सदस्य प्रत्यायुक्त विधानसभा समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा रह चुके हैं। उसके बाद 2015 में वह संसदीय सचिव छत्तीसगढ शासन रहे। 2013 में तोखन ने निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 26 लोरमी से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में तोखन को 52302 मत मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर कांग्रेस के धर्मजीत सिंह थे, जिन्हें 46061 वोट मिले और तोखन साहू विधायक चुने गए।

पंडित नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे मोदी

शपथ लेने के साथ ही मोदी पूर्व पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू के लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बनने के 62 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। नेहरू 1952, 1957 और 1962 में लगातार 3 बार विजयी होकर पीएम बने थे। हालांकि, नेहरू की सरकार पूर्ण बहुमत की थी। मोदी की तीसरी पारी गठबंधन की बुनियाद पर चलेगी।

पीएम आवास पर ये नेता पहुंचे

पीएम आवास पर जो 63 नेता पहुंचे हैं, उनमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, मनोहर लाल खट्टर, सर्बानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, धर्मेंद्र प्रधान, डॉ. एस जयशंकर, जयंत चौधरी, किरण रिजिजू, अनुप्रिया पटेल, रवनीत सिंह बिट्टू, जितिन प्रसाद, पंकज चौधरी, राजीव (ललन) सिंह, संजय सेठ, शोभा करंदलाजे, गिरिराज सिंह, रामदास अठावले, नित्यानंद राय, बीएल वर्मा, अन्नपूर्णा देवी, अर्जुन राम मेघवाल, पीयूष गोयल, राव इंद्रजीत सिंह, अजय टम्टा, जीतन राम मांझी, चिराग पासवान, निर्मला सीतारमण, जी किशन रेड्डी, बंदी संजय आदि शामिम हैं। इनके अलावा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।

हाईकोर्ट का बड़ा फैसला : पति की मौत के बाद तलाकशुदा पत्नी पेंशन, अनुकंपा नियुक्ति की हकदार नहीं

बिलासपुर- हाईकोर्ट ने एक बड़ा फैसला देते हुए कहा है कि, तलाकशुदा पत्नी मृत पति की पारिवारिक पेंशन व अनुकंपा नियुक्ति की हकदार नहीं हो सकती। दरअसल कानूनी रूप से अलग हुई पत्नी ने पति की आकस्मिक मौत के बाद लाभ पाने यह याचिका पेश की थी। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि तलाक की डिक्री से पति- पत्नी के मध्य कानूनी बंधन भंग होने से मृतक के पारिवारिक पेंशन का लाभ पाने का हक समाप्त हो जाता है। कोर्ट ने कहा है कि वसीयतनामा जरूर अलग से मृतक की संपत्ति का निपटान का अधिकार देती है।

रायपुर निवासी याचिकाकर्ता महिला की वर्ष 2005 में चर्च में शादी हुई थी। उसने पारिवारिक विवाद पर परिवार न्यायालय में पति से तलाक लेने आवेदन दिया। जून 2008 में न्यायालय ने पत्नी के पक्ष में तलाक का डिक्री पारित कर पति को प्रति माह दो हजार रुपए मेंटेनेंस व्यय देने का आदेश दिया। पति-पत्नी स्थाई रूप से अलग रह रहे थे। दिसंबर 2012 में तलाकशुदा पति की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। पति की मौत के तुरंत बाद तलाकशुदा पत्नी ने पारिवारिक पेंशन व अनुकंपा नियुक्ति के लिए आवेदन कर दिया। विभाग ने उसके तलाकशुदा होने व मृतक द्वारा सेवा पुस्तिका में भाई को नामिनी किए जाने पर महिला के आवेदन को खारिज कर दिया। इसके खिलाफ उसने याचिका पेश की थी। मामला पेचीदा होने पर कोर्ट ने न्याय मित्र की सहायता ली। 10 वर्ष की लंबी सुनवाई व सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न न्यायदृष्टांत को देखते हुए कोर्ट ने महिला की याचिका को खारिज कर दिया है।

तलाक के बाद अधिकार और दायित्व समाप्त

कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि, एलआईसी पेंशन विनियमन, 1995 का नियम 2 (के) भी परिवार को परिभाषित करता है। इसमें न्यायिक रूप से अलग हुई पत्नी या पति भी शामिल है। कोर्ट ने कहा है कि न्यायिक अलगाव और तलाक यह कानून की स्थापित स्थिति है। तलाक की डिक्री पति और पत्नी के बीच के कानूनी बंधन को निर्णायक रूप से भंग कर देती है। पत्नी को उनके वैवाहिक कर्तव्यों और दायित्वों से मुक्ति करता है। तलाक के मामले में अलग होने से पत्नी की स्थिति में बदलाव आने के साथ ही विवाह और सभी पारस्परिक अधिकार और दायित्व समाप्त हो जाते हैं। हालांकि वे दोबारा शादी करने के लिए स्वतंत्र होते हैं।

लॉरेंस बिश्नोई छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए बड़ी चुनौती, राजधानी में अपराध का ग्राफ घटा

रायपुर-  आईजी अमरेश मिश्रा और रायपुर एसपी संतोष कुमार सिंह ने राजधानी की कमान संभालने के बाद लगातार कई उपलब्धियां हासिल की है। एक ओर राजधानी रायपुर में चाकूबाजी, नशा और लूट जैसी घटनाओं में कमी आई है। साथ ही लोकसभा चुनाव भी बड़ी आसानी से पूर्ण कराया है।

दरअसल अपराध में कमी आने का सबसे बड़ा कारण आईजी अमरेश मिश्रा और एसपी संतोष सिंह का कड़क मिजाज और इसके साथ ही निजात अभियान से नशाखोरी कम होना है।

तेज तर्रार आईजी अमरेश मिश्रा और एसपी संतोष सिंह ने देश के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर्स को गिरफ्तार कर शहर में होने वाली बड़ी वारदात पर लगाम लगाया है। लेकिन अब देखना यह होगा कि कैसे छत्तीसगढ पुलिस लॉरेंस बिश्नोई गैंग को छत्तीसगढ़ में अपराध करने से रोक पाती है।

छत्तीसगढ़ में समय से दो दिन पहले मानसून की एंट्री:अगले 3 दिन में रायपुर पहुंचने की संभावना

रायपुर- छत्तीसगढ़ में सुकमा के रास्ते दक्षिण-पश्चिम मानसून की एंट्री हो गई है। प्रदेश में 2 दिन पहले मानसून के बस्तर पहुंचने की घोषणा की गई है। आमतौर पर प्रदेश में 10 जून को मानसून की एंट्री होती है। मानसून के आते ही बस्तर संभाग के कई जिलों में बारिश शुरू हो गई है। अगले 3 दिनों में सुकमा से आगे बढ़ते हुए मानसून रायपुर पहुंचेगा।

पिछले साल छत्तीसगढ़ में मानसून देरी से पहुंचा था। 23 जून को मानसून आने के बाद भी प्रदेश में बारिश का पर्याप्त कोटा पूरा हो गया था। वहीं, इस साल मानसून के जल्द आने से प्रदेश में औसत से ज्यादा बारिश की उम्मीद है। मौसम विभाग ने आज रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और बस्तर संभाग के जिलों में थंडर स्टॉर्म एक्टिविटी का यलो अलर्ट जारी किया है।

रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग में यलो अलर्ट

मौसम विज्ञानी गायत्री वानी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में मानसून पहुंच चुका है। अब आगे चलकर यह रायपुर और पूरे प्रदेश में पहुंचेगा। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है । रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग में अगले दो दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। 10 जून तक थंडर स्टॉर्म एक्टिविटी में गिरावट देखने को मिलेगी।