अमेठी में भीषण सड़क हादसा: तेज रफ्तार बोलेरो बुलेट को टक्कर मारने के बाद पेड़ से टकराई, तीन महिलाओं समेत पांच की माैत

लखनऊ/अमेठी। यूपी के अमेठी जिले में दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। यहां पर एक तेज रफ्तार बोलेरों कार बुलेट को टक्कर मारने के बाद अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। जिसमें बोलेरों के परखच्चे उड़ गए और इस हादसे में तीन महिलाओं और एक बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हो गई। साथ ही आधा दर्जन से लोग घायल हो गए है। हादसे के बाद लोग दौड़कर बचाव कार्य में जुट गए और फौरन पुलिस को सूचित किया।


घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने ग्रामीणों की मदद से स्थानीय सीएचसी, जिला अस्पताल और सुल्तानपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां कई की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसा इतना भीषण था कि दोनों गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए।


पूरा मामला मुंशीगंज थाना क्षेत्र के जामो भादर चौराहे का है। जहां सुल्तानपुर जिले के इस्लामगंज गांव का रहने वाला अकबर बोलेरो से परिजनों को लेकर मुंशीगंज थाना क्षेत्र के धरई माफी एक मिट्टी में शामिल होने जा रहा था। बोलेरो अभी जामो भादर चौराहे के पास पहुंची ही थी कि जामो की तरफ से आ रही बुलेट से टकराने के बाद पेड़ से टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि बुलेट सवार दुर्गेश उपाध्याय पुत्र राम इकबाल और बहन वंदना की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार वर्षीय भांजा रुद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। जबकि बोलेरो सवार महिला शाहनूर (40) पत्नी जागीर खान, शबनम (35) पत्नी दिलशाद की मौके पर ही मौत हो गई।

घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद सभी घायलों को गाड़ी से बाहर निकालकर निजी साधनों और एम्बुलेंस की मदद से जिला अस्पताल और भेटुआ सीएचसी पहुंचाया। भेटुआ सीएचसी से रुद्र (04) पुत्र संतोष पाठक, अयान (11) पुत्र दिलशाद, अरशद पुत्र अकबर, अकबर (40) पुत्र बरकत और अरमान (10) पुत्र रफीक को जिला अस्पताल सुल्तानपुर रेफर कर दिया गया जहां रुद्र की मौत हो गई।
यूपी में पेपर लीक और सॉल्वर गैंग से निपटने के लिए बनेगा नया कानून, सीएम योगी ने परीक्षाओं को लेकर यह दिये निर्देश
लखनऊ । सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि युवाओं के हित संरक्षण के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। हर एक युवा की मेहनत, मेधा और प्रतिभा का सम्मान है। पेपर लीक या साल्वर गैंग जैसी अराजक गतिविधियों को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। ऐसे अपराध में संलिप्त हर अपराधी के खिलाफ ऐसी कठोरतम कार्रवाई की जाए, जो नजीर बने।

ऐसे प्रकरणों में अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए कठोर कानून लाया जाना आवश्यक है। इसके लिए यथाशीघ्र आवश्यक कार्यवाही की जाए। सीएम ने पेपर सेट करने से लेकर ओएमआर सीट स्कैनिंग और परिणाम तैयार करने के लिए अलग-अलग एजेंसियों की मदद लेने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर चयन प्रक्रिया तेज करने के लिए शनिवार को विभिन्न चयन आयोगों के अध्यक्षों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। चयन परीक्षाओं की शुचिता, पारदर्शिता और गोपनीयता सुनिश्चित करने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने इस दौरान चयन प्रक्रियाओं में व्यापक सुधार पर जोर दिया। इसके अलावा चयन प्रक्रिया की समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने आयोगों में प्रचलित चयन प्रक्रियाओं और भावी कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी ली।

सीएम ने कहा, चयन आयोगों से अपेक्षा है कि वे परीक्षाओं के लिए कैलेंडर समय से जारी करें और कड़ाई के साथ उसका अनुपालन करें। सभी चयन आयोग परस्पर समन्वय से यह सुनिश्चित करें कि एक दिन में एक ही परीक्षा आयोजित की जाए। कुछ पदों के लिए शैक्षिक अर्हता निर्धारण में ‘समकक्ष योग्यता’ के संबंध में विसंगतियों की सूचना प्राप्त हुई है।
यूपी 53 एडिशन एसपी बने सीनियर एडिशनल एसपी ,पुलिस मुख्यालय में प्रोन्नत पाये पुलिस अधिकारियों की पिपिंग सेरेमनी का आयोजन

लखनऊ । अचार संहिता खत्म होते ही पुलिस विभाग में प्रमोशन का दौर शुरू हो गया है। यूपी के 53 एडिशन एसपी बने सीनियर एडिशनल एसपी । जिसमें पुलिस मुख्यालय में तैनात डीजीपी के स्टाफ आफीसर पूर्णेन्दु सिंह भी शामिल है।  पुलिस महानिदेशक यूपी प्रशांत कुमार द्वारा शनिवार को पुलिस मुख्यालय में प्रोन्नत पाये अपर पुलिस अधीक्षकों की पिपिंग सेरेमनी में पूर्णेन्दु सिंह अपर पुलिस अधीक्षक व पुलिस महानिदेशक यूपी के स्टाफ आफीसर शुभ्रा भाष्कर, अपर पुलिस अधीक्षक, यूपी पुलिस मुख्यालय, लखनऊ को रैंक लगाया गया।

*डीजीपी ने रैंक लगाकर उज्जवल भविष्य की कामना की*

पुलिस महानिदेशक यूपी  प्रशांत कुमार ने द्वारा प्रोन्नत पाये समस्त 53 अपर पुलिस अधीक्षकों को शुभकामनाएं देते हुये उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गयी।  इस अवसर पर पुलिस अपर पुलिस महानिदेशक व पुलिस महानिदेशक के जीएसओ सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थिरत रहे। जानकारी के लिए बता दें कि प्रदेश सरकार ने पीपीएस अफसरों को बड़ा तोहफा दिया है। उप्र. प्रांतीय पुलिस सेवा संवर्ग में कार्यरत अपर पुलिस अधीक्षकों को विभागीय अनुपूरक चयन समिति की बैठक में पीपीएस अफसरों की प्रोन्नति को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया। गृह विभाग ने अपर पुलिस अधीक्षकों को उनके वर्तमान तैनाती के स्थान पर ही अपर पुलिस अधीक्षक विशेष श्रेणी दो ग्रेड पे पर प्रोन्नत वेतनमान दिये जाने का निर्णय लिया है। विभाग के इस फैसले से पीपीएस अफसरों में खुशी की लहर है।

*इन अधिकारियों को दी गई वरिष्ठता*

जिन अधिकारियों को वरिष्ठता दी गई है उनमें पुत्तूराम, शतीश चंद्र त्रिपाठी, त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी, बजरंग बली, दिनेश यादव, दिगंबर कुशवाहा, समीर सौरभ, नेपाल सिंह, प्रेमचंद्र, अनिल कुमार, कमलेश बहादुर, राकेश कुमार सिंह, संसार सिंह, लाल भरत कुमार पाल, रश्मि रानी, सुभाष चंद्र गंगवार, अनिल कुमार यादव, बलरामाचारी दुबे, लक्ष्मी निवास मिश्रा, राजेश कुमार श्रीवास्तव, मनोज कुमार अवस्थी, अखिलेश नारायण सिंह, अमृता मिश्रा, सुरेंद्र प्रसाद द्वेदी, राम मोहन सिंह, विनय कुमार सिंह, राजकुमार, विनीत भटनागर, शशि शेखर सिंह, कुलदीप सिंह, ज्ञानेंद्र नाथ प्रसाद, हरेंद्र प्रताप यादव, मधुवन कुमार सिंह, कपिल देव सिंह, बलवंत कुमार चौधरी, राजेश कुमार पांडेय, प्रीति बाला गुप्ता, विकास चंद्र त्रिपाठी, पूर्णेंदु सिंह, हरेंद्र कुमार, अभयनाथ त्रिपाठी, देवेश कुमार शर्मा, प्रशांत कुमार प्रसाद, अरविंद कुमार, सिद्धार्थ वर्मा, विनय चंद्रा राजेश कुमार भारतीय एवं शुभ्रा भाष्कर शामिल हैं। आदेश अपर पुलिस महानिदेशक जीएसओ एन रविंद्र की ओर से जारी किया गया।

महाराष्ट्र में 2.5 करोड़ का गोल्ड लोन फ्राड करने वाला गिरफ्तार


लखनऊ। यूपी एस उत्तर प्रदेश को फेडरल बैंक, थाना ठाणे, जनपद ठाणे, महाराष्ट्र में 2.5 करोड़ का गोल्ड लोन फ्राड करने वाला एवं थाना कश्मीरा, जनपद ठाणे में पंजीकृत मुकदमा में वांछित अभियुक्त गिरजा शंकर तिवारी को कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। इसके कब्जे से एक मोबाइल फोन, तीन एटीएम कार्ड,एक आधार कार्ड, एक पेन कार्ड,एक डीएल तथा पांच सौ रुपये नकद बरामद किया है।

*महाराष्ट्र में 2.5 करोड़ का गोल्ड लोन फ्राड करने की घटना हुयी थी*

जानकारी के लिए बता दें कि साल 2023 में फेडरल बैंक, मीरा रोड, थाना ठाणे, जनपद ठाणे, महाराष्ट्र में 2.5 करोड़ का गोल्ड लोन फ्राड करने की घटना हुयी थी जिसके सम्बन्ध में मुकदमा पंजीकृत हुआ था जिसमें फेड बैंक का ब्रांच मैनेजर गिरजा शंकर तिवारी वांछित चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए जनपद थाणे, महाराष्ट पुलिस द्वारा एसटीएफ से सहयोग मांगा गया।

*महाराष्ट्र की पुलिस ने एसटीएफ यूपी से मांगा सहयोग*

वांछित अभियुक्त गिरजा शंकर तिवारी की गिरफ्तारी के लिए सेण्टर क्राइम ब्रांच, थाणे महाराष्ट्र  पुलिस द्वारा एसटीएफ यूपी लखनऊ से सहयोग मांगा गया, जिसके क्रम में  प्रमेश कुमार शुक्ल, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ यूपी के पर्यवेक्षण में निरीक्षकसंतोश कुमार, मु.आ. मुनेन्द्र सिंह, मु.आ. वीर प्रताप व मु.आ. यशवंत की टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी। शनिवार को अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि फेडरल बैंक, मीरा रोड, थाना ठाणे, जनपद ठाणे, महाराष्ट्र में 2.5 करोड़ का गोल्ड लोन फ्राड करने वाला एवं थाना कश्मीरा, जनपद ठाणे में पंजीकृत वांछित अभियुक्त गिरजा शंकर तिवारी कमिश्नरेट लखनऊ के खेवली हसनपुर, थाना सुशांत गोल्फ सिटी में मौजूद है और कहीं जाने की फिराक में है।

*लखनऊ से अभियुक्त को किया गिरफ्तार*

इस सूचना पर विश्वास करते हुए क्राईम ब्रान्च, महाराष्ट की टीम, जो लखनऊ में पूर्व से ही मौजूद थी, को साथ लेकर मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुंच कर मुखबिर की निषानदेही पर अभियुक्त गिरजा शंकर तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी हुयी।गिरफ्तार अभियुक्त गिरजा शंकर तिवारी ने पूछताछ पर बताया कि वह साल 2009 से विभिन्न बैंक एवं इंश्योरेंस कम्पनियों में पदस्थ रहा तथा दिसम्बर 2021 से फैड बैंक महाराष्ट्र  में ब्रान्च मैनेजर के पद पर पदस्थ रहते हुए, ग्राहको से कम ब्याज दर पर गोल्ड लोन देने के लिए गोल्ड जमा करवाता रहा परन्तु उस गोल्ड बैंक में जमा न करके अपने पास ही रखे रहा।

*गोल्ड को बेंच कर प्रापर्टी में निवेश किया*

गोल्ड लोन की धनराशि भी ग्राहकों स्वंय के स्तर पर ही दी गयी। बाद में गोल्ड सहित गायब हो गया। बताया कि उसने गोल्ड को बेंच कर प्रापर्टी में निवेश किया है। समय ट्रोनिका प्रापर्टी सोल्यूशन प्रा.लि. के नाम से लखनऊ में प्रापर्टी का काम करता है। इस प्रकार इसने लगभग 2.5 करोड़ रुपए का गोल्ड लोन फ्राड किया था, जिसके सम्बन्ध में थाना कश्मीरा, जनपद ठाणे में पंजीकृत मु0अ0स0ं 195/2024 धारा-420,406 भादवि पंजीकृत हो जाने के कारण लूक-छीपकर रहा था
यूपी में हार के बाद सीएम योगी के तेवर सख्त,बोले- वीआईपी कल्चर छोड़े मंत्री, फील्ड में जाकर जनता की सुनें समस्याएं

लखनऊ। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तेवर सख्त दिखाई दे रहे है। उन्होंने मंत्रीगणों को 'संवाद, समन्वय और संवेदनशीलता' का मंत्र देकर एक बार फिर से जनता के बीच भ्रमण के निर्देश दिए हैं। इसको लेकर उन्होंने शनिवार को मंत्रीमंडल की विशेष बैठक की। उन्होंने कहा है कि सरकार जनता के लिए हैं और हमारे लिए जनहित सर्वोपरि है, ऐसे में समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की समस्याओं, अपेक्षाओं और आवश्यकताओं का समाधान होना ही चाहिए। *मंत्रिमंडल की बैठक में सीएम योगी ने दिए यह निर्देश* मंत्रिगण फील्ड में जाएं, संवेदनशीलता के साथ जनता से संवाद करें और स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा शासन-प्रशासन के साथ समन्वय बनाते हुए समस्याओं का समाधान कराएं। जहां भी समस्या हो, मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराएं, हर समय पूरा सहयोग मिलेगा। सर्वप्रथम बैठक में मुख्यमंत्री ने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनने और सांसद निर्वाचित होने वाले मंत्रिगणों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के 10 वर्षों में जिस तरह उत्तर प्रदेश में विकास को रफ्तार मिली है, आने वाले पांच वर्षों में हम अनेक नए कीर्तिमान रचने में सफल होंगे। *सरकार की उपलब्धियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करें* सीएम योगी ने कहा कि सभी माननीय मंत्रिगण केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाएं। डबल इंजन सरकार की नीतियों, निर्णयों और उनके सकारात्मक परिणाम से जनता को अवगत कराएं। मंत्रियों से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि मंत्रीगण हों या कि अन्य जनप्रतिनिधि, सभी को वीआईपी कल्चर से परहेज करना होगा। हमारी कोई भी गतिविधि ऐसी न हो, जो वीआईपी संस्कृति को प्रदर्शित करती हो, इसके लिए सभी को सतर्क और सावधान रहना होगा। *जहां गड़बड़ी हो तत्काल सुधार कराएं* विभागीय कार्ययोजना पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार रुपये वन ट्रिलियन इकॉनमी के लक्ष्य को लेकर कार्य कर रही है। इसमें हर विभाग की जिम्मेदारी पहले से तय है। यह मंत्रियों की जिम्मेदारी है कि वह लक्ष्य के अनुरूप प्रगति की समीक्षा करें, जहां गड़बड़ी हो तत्काल सुधार कराएं। वहीं भावी कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में वृहद पौधारोपण, स्कूल चलो अभियान और संचारी रोग नियंत्रण के कार्यक्रम होने हैं। इनकी सफलता के लिए सभी को प्रयास करना होगा। अपने-अपने क्षेत्रों में सभी मंत्री इसके लिए अपना योगदान सुनिश्चित करें। *विभाग स्तर भी पर खर्च की समीक्षा भी जाए* मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही समाप्त होने वाली है। सभी विभागों द्वारा वर्तमान बजट में प्राविधानित धनराशि का यथोचित खर्च किया जाना सुनिश्चित किया जाए। आवंटन और व्यय में तेजी की अपेक्षा है। विभाग स्तर भी पर खर्च की समीक्षा भी जाए। संबंधित मंत्री अपनी विभागीय स्थिति की समीक्षा करें। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश के समग्र विकास के लिए केंद्र सरकार द्वारा हमें हर संभव सहायता मिल रही है। केंद्र से सामंजस्य स्थापित कर अवशेष धनराशि प्राप्त करें। विभागीय मंत्री स्वयं भारत सरकार के मंत्रीगणों से संवाद करें। केन्द्रांश के अभाव में परियोजना बाधित न रखें। *आईजीआरएस पर प्राप्त आवेदनों का निस्तारण किया जाए* नियमानुसार राज्यांश जारी कर कार्य जारी रखा जाए। सभी विभाग शत-प्रतिशत उपयोगिता प्रमाण पत्र समय पर भेजना सुनिश्चित करें। जनसुनवाई को वरीयता देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के सभी लोककल्याणकारी प्रयासों के मूल में आम आदमी की संतुष्टि और प्रदेश की उन्नति है। आम जन की शिकायतों व समस्याओं के सहज समाधान के लिए जनसुनवाई समाधान प्रणाली (आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन) अत्यंत उपयोगी माध्यम है। मंत्री हों, अन्य जनप्रतिनिधि हों अथवा अधिकारी/कर्मचारी, हर किसी की यह जिम्मेदारी है कि आईजीआरएस पर प्राप्त आवेदनों का प्राथमिकता के साथ त्वरित निस्तारण किया जाए। *सीएम ने ई-आॅफिस के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी जोर दिया* मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अपराध और अपराधियों के खिलाफ हमने ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन पर आने वाले आवेदनों को लेकर थाना, तहसील और जिला स्तर हो रही कार्रवाहियों की मंत्रिगण भी समीक्षा करें। उन्होंने मंत्रिपरिषद की बैठकों के लिए ई-कैबिनेट व्यवस्था और सभी विभागों में ई-आॅफिस के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी जोर दिया।

यूपी 22 आश्रम पद्धति विद्यालयों को मिले प्रधानाचार्य

लखनऊ। प्रदेश की योगी सरकार वंचित समाज के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसी क्रम में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित 22 जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालयों (आश्रम पद्धति विद्यालय) में प्रधानाचार्यों की नियुक्ति विभाग द्वारा की गयी है। ये नियुक्ति यहाँ पढ़ाने वाले प्रवक्ताओं को प्रोन्नति देकर की गयी है। ताकि विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर किया जा सके।

प्रदेश में संचालित हैं 103 आश्रम पद्धति विद्यालय

आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित समाज के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश भर में समाज कल्याण विभाग द्वारा 103 आश्रम पद्धति विद्यालय संचालित किया जा रहा है। इन विद्यालाओं में बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा, आवास, भोजन, वर्दी आदि प्रदान की जाती है। यहां पढ़ने वाले बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कुशल शिक्षकों के मार्गदर्शन में नि:शुल्क करायी जाती है। गौरतलब है कि इसी वर्ष फरवरी माह में 14 प्रवक्ताओं को प्रोन्नति देकर प्रधानाचार्य बनाया गया है।

रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लायी गयी: असीम अरुण

समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशन में विद्यालयों के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया में तेजी लायी गयी है। ताकि विद्यालयों के प्रशासनिक कार्यों के साथ तकनीक आधारित शिक्षा के ढांचे को और मजबूत किया जा सके।
किसी भी सूरत में नहीं बर्दाश्त किया जाएगा कब्जा : सीएम योगी 
लखनऊ।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को भी अपने सरकारी आवास पर 'जनता दर्शन' किया। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न कोनों से पहुंचे सैकड़ों लोगों ने मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा सुनाई। सीएम ने प्रत्येक पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को समयसीमा के अंदर समाधान के निर्देश दिए। जनता दर्शन कार्यक्रम में महिलाएं, पुरुष व युवाओं ने अपनी-अपनी समस्याओं से अवगत कराया।

सीएम योगी ने सुनी आमजन की पीड़ा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह ही अपने सरकारी आवास पर 'जनता दर्शन' में पहुंचे प्रत्येक पीड़ितों से मुलाकात की। जनता दर्शन में पहुंचे आमजनों से मिलकर सीएम ने उनकी समस्याओं को सुना, फिर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ितों को हर हाल में न्याय मिले। किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता दर्शन में उपचार के लिए आर्थिक सहायता के प्रार्थना पत्र भी आए, जिस पर मुख्यमंत्री ने अफसरों से कहा कि संबंधित जनपदों में कागजी कार्रवाई कर मरीजों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए।

युवाओं ने अपनी समस्याओं से मुख्यमंत्री को कराया अवगत

जमीन पर कब्जे की शिकायत को लेकर आए पीड़ितों को भी सीएम ने आश्वस्त किया कि कहीं भी ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि जमीन कब्जा की शिकायत पर जिलाधिकारी स्तर से ही सख्ती बरतते हुए इस पर अंकुश लगाया जाए। वहीं युवाओं ने भी अपनी समस्याओं से मुख्यमंत्री को रूबरू कराया, जिस पर उन्हें भी त्वरित समाधान का आश्वासन मिला।
सपा विधायक इरफान सोलंकी को 7 साल की सजा,एमपीएमएलए कोर्ट ने सुनाया फैसला, कानपुर में महिला का घर फूंका था
लखनऊ। कानपुर के जाजमऊ आगजनी मामले में दोषी करार दिए गए सपा विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी व साथी शौकत अली, मो. शरीफ और इसराइल आटे वाला की सजा का एलान हो चुका है। एमपीएमएलए सेशन कोर्ट के विशेष न्यायाधीश सत्येंद्र नाथ त्रिपाठी ने सभी दोषियों को सात साल की सजा सुनाई है। इससे पहले कोर्ट ने इन सभी आरोपियों को दोषी करार दिया था।

जाजमऊ की डिफेंस कॉलोनी में स्थित एक प्लॉट में रहने वाली नजीर फातिमा के घर में सात नवंबर 2022 को आग लग गई थी। नजीर ने सपा विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी व उनके साथियों पर आग लगाने का आरोप लगाया था। मामले में इरफान, रिजवान, मो. शरीफ, शौकत अली व इजराइल आटे वाला को 3 जून को कोर्ट ने आगजनी, नुकसान पहुंचाने, मारपीट व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में दोषसिद्ध किया था। वहीं, सजा के बिंदु पर सुनवाई के लिए सात जून की तारीख तय की थी।

सजा सुनाने के लिए इरफान को महाराजगंज जेल से नहीं लाया गया है। बाकी चारों आरोपी कोर्ट में मौजूद हैं। सजा पर सुनवाई के दौरान अभियोजन की ओर से डीजीसी दिलीप अवस्थी, एडीजीसी भास्कर मिश्रा व पीड़ित नजीर की अधिवक्ता प्राची श्रीवास्तव ने तर्क रखा कि दोषी इरफान सोलंकी लोक सेवक हैं, उनकी जिम्मेदारी औरों से ज्यादा थी। इसलिए उनको अधिकतम सजा सुनाई जाए और अधिकतम जुमार्ना लगाया जाए।
शटडाउन में अधिकतम दो घण्टे तक बिजली कटौती करें : ऊर्जा मंत्री
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने शुक्रवार को शक्ति भवन में अपर मुख्य सचिव ऊर्जा,अध्यक्ष यूपीपीसीएल और प्रबन्धक निदेशक यूपीपीसीएल एवं सभी डिस्काम के अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक की। प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष माध्यमों से ऊर्जा मंत्री ने 24 घंटे विद्युत स्पलाई पर जोर देते हुए कहा कि जनता को 24 घंटे विद्युत देना हमारा लक्ष्य है तो हमारी प्राथमिकता भी यही होनी चाहिए।

डिस्काम के अधिकारियों को विशेष ध्यान रखना है कि शटडाउन में अधिकतम दो घण्टे तक कटौती करें। विद्युत कटौती पर शिकायत लेकर आने वाले उपभोक्ता के साथ अधिकारियों व कर्मचारियों के व्यवहार में सुधार हो। बिजली उत्पादन व वितरण सम्बन्धी आधारभूत संरचनाओं में सुधार करना भी बेहद आवश्यक है। ए.के.शर्मा ने कहा कि जनपदों में सक्रिय रुप से विद्युती बिल का भुगतान कराये। राजस्व वसूली में बढ़ोत्तरी कराना अपनी जिम्मेदारी है।

प्लान शटडाउन की नोटिस कराये तो ट्रांसफार्मरों की तत्काल उपलब्धता भी करायें। बिजली चोरी, छोटे बकायेदारों के प्रति रियायत का ध्यान रखकर सक्रिय होकर कार्य करें। इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधि से संवाद स्थापित कर उनसे सहयोग लीजिए और उनका सहयोग भी कीजिए।
मेदांता अस्पताल पर लगाए गए आरोप गलत : डॉ.राकेश कपूर

लखनऊ। लखनऊ में मेदांता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर ने विहिप कार्यकर्ता मोहन स्वरुप प्रकरण में पत्रकार वार्ता की। डॉ. राकेश कपूर ने कहा कि आईजीआरएस पर शिकायत में मेदांता अस्पताल पर लगाए गए आरोप गलत है। अस्पताल पर गलत तरीके से फीस वसूलने और अनावश्यक इलाज प्रक्रिया बताने का आरोप लगाना पूरी तरह से गलत है।

डॉ. कपूर ने बताया कि मरीज मोहन स्वरूप भारद्वाज को दिल की समस्या थी और उनकी पत्नी उन्हें हॉस्पिटल लेकर आईं थीं। जांच के बाद पता चला कि उनकी हृदय धमनियों में समस्या है। मरीज के आरोप निराधार हैं और हॉस्पिटल ने मरीज का इलाज सभी मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया। हमारे पास सबूत है।

उन्होंने कहा कि मरीज के सीने में तेज दर्द होने पर उनके परिजन मरीज को लेकर मेदांता अस्पताल आए। ईसीजी और इकोकार्डियोग्राम जांच में तीव्र हार्ट अटैक के प्रमाण मिले। एंजियोग्राफी में दाहिनी कोरोनरी आर्टरी में सौ प्रतिशत रुकावट पाई गई। मरीज की पत्नी को एंजियोप्लास्टी की आवश्यकता के बारे में बताया गया था। उन्हें प्रक्रिया के जोखिम और लाभों के बारे में भी समझाया गया था। किसी भी प्रकार की अनैतिक वित्तीय मांग नहीं की गई।

उन्होंने कहा कि मरीज की पत्नी स्थिति की गंभीरता को नहीं समझी और उन्होंने प्रक्रिया के लिए मना कर दिया। बाद में मरीज को लेफ्ट अगेंस्ट मेडिकल एडवाइस डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पातल परिसर में डाक्टरों और स्टॉफ द्वारा मरीज और उसके परिजनों से विनम्रता से पेश आया गया है।