मुख्यमंत्री योगी ने की वरिष्ठ अधिकारियों के साथ  की बैठक, बोले- गांव हो या नगर, बिजली तभी कटे, जब बहुत जरूरी हो
लखनऊ । लोकसभा चुनाव संपन्न होने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शासन स्तर के सभी अपर मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदेश में जारी लोकहित की परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। गुरुवार को हुई इस बैठक में सभी वरिष्ठ अधिकारियों सम्बंधित विभागों में वर्तमान वित्तीय वर्ष में विभिन्न योजनाओं की प्रगति और भावी कार्ययोजनाओं से मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया। विशेष बैठक में मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए प्रमुख दिशा-निर्देश।

*जनहित के प्रकरणों को अनावश्यक लंबित न रखें*

सीएम ने कहा कि अपर मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव गण अपने विभाग के शीर्ष अधिकारी हैं। विभाग से जुड़ी हर एक व्यवस्था, हर एक परियोजना, प्रत्येक प्रकरण के लिए आपकी जवाबदेही है। अतः समयबद्धता, गुणवत्ता सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है।  विभागीय मंत्रीगणों के साथ बेहतर संवाद-समन्वय बनाये रखें। जनहित के प्रकरणों को अनावश्यक लंबित न रखें।

*खाली पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया तेज करें*

जिन भी विभागों में रिक्तियां हैं और नियुक्ति की जानी हैं, वहां से तत्काल अधियाचन चयन आयोगों को भेजा जाए। नियुक्ति प्रक्रिया में सरलता के लिए ई-अधियाचन की व्यवस्था लागू की गई है, उसका उपयोग करें। नियुक्ति के लिए अधियाचन भेजने से पूर्व नियमावली का सूक्ष्मता से परीक्षण कर लिया जाए। चयन आयोगों से संपर्क बनाएं, त्रुटिपूर्ण अधियाचन न भेजें। चयन प्रक्रिया की समय-सीमा तय करें।

*फील्ड में तैनात अधिकारियों को टारगेट दें*

वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही समाप्त होने वाली है। सभी विभागों द्वारा वर्तमान बजट में प्राविधानित धनराशि का यथोचित खर्च किया जाना सुनिश्चित किया जाए। समय से आवंटन और समय से खर्च होना चाहिए। वित्त विभाग द्वारा इसकी विभागवार समीक्षा की जाए। बजट आवंटन और खर्च के नियमों का सरलीकरण भी अपेक्षित है, इस पर यथोचित कार्यवाही की जाए। GST संग्रह के प्रयासों को तेज करने की आवश्यकता है। फील्ड में तैनात अधिकारियों को टारगेट दें। इनके परफॉर्मेंस को ही इनकी पदोन्नति, पदस्थापना का आधार बनाया जाना चाहिए। तकनीक का प्रयोग बढ़ाएं। कर चोरी किसी भी दशा में न हो।

*स्ट्रीट डॉग की समस्या का स्थायी समाधान तलाशें*

सीएम योगी ने कहा कि तेज गर्मी व लू का मौसम चल रहा है। ऐसे में पूरे प्रदेश में गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। बिजली तभी कटे, जब बहुत जरूरी हो। ट्रांसफार्मर जलने व तार गिरने, ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का बिना विलंब निस्तारण किया जाए। अधिकारी फोन अटेंड करें, कहीं भी विवाद की स्थिति न बनने पाए, यदि ऐसा हो तो वरिष्ठ अधिकारी तत्काल स्वयं मौके पर पहुंचें।  सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध को कड़ाई से लागू करें। सेफ सिटी परियोजना से जुड़े कार्यों को समय से पूरा कराएं। नगरों में कहीं भी पेयजल का संकट न होने पाए। स्ट्रीट डॉग की समस्या का स्थायी समाधान तलाशें।

*बरसात के दृष्टिगत नालों की सफाई करा ली जाए*

बरसात के दृष्टिगत नालों की सफाई करा ली जाए। सिल्ट जमा न हो, ताकि बारिश में जलभराव न हो। मलिन बस्तियों में साफ-सफाई की अत्यधिक आवश्यकता है। यहां नियमित फॉगिंग भी कराई जाए। सॉलिड वेस्ट प्रबंधन के लिए ठोस प्रयास करें। खनन कार्य में संलग्न वाहनों में किसी भी दशा में ओवरलोडिंग न हो। यह नियमविरुद्ध भी है और दुर्घटनाओं का कारक भी बनता है। इस दिशा में सख्ती की जानी चाहिए।

*अब बरसात के मौसम में खनन कार्य स्थगित रहेगा*

बालू, मोरम, गिट्टी जैसे उपखनिजों का आम आदमी से सीधा जुड़ाव है। अब बरसात के मौसम में खनन कार्य स्थगित रहेगा। ऐसे में यह सुनिश्चित कराएं कि इनकी कीमतों में अनावश्यक बढ़ोतरी न हो। विभिन्न विकास परियोजनाएं भी इससे प्रभावित होती हैं। उपखनिजों का कृत्रिम अभाव पैदा करने वाले कालाबाजारियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाए।एक जिला-एक मेडिकल कॉलेज अभियान के तहत निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेजों में निर्माण कार्य की गुणवत्ता और परियोजना की समयबद्धता सुनिश्चित कराएं। इसकी साप्ताहिक समीक्षा करें। प्राचार्यों व अन्य फैकल्टी स्टाफ के चयन में केवल योग्यता को ही मानक बनाएं।

*कार्रवाइयों का क्रम लगातार जारी रखें*

प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि गन्ना पेराई का नया सत्र प्रारंभ होने से पूर्व पिछले सत्र का सारा बकाया भुगतान हो जाए। गन्ना, उन्हीं मिलों को उपलब्ध कराया जाए, जिनका भुगतान रिकॉर्ड अच्छा हो। जहरीली अथवा अवैध शराब बनाने, बेचने और खरीदने के प्रयासों पर लगातार हुई कार्रवाइयों का ही असर है कि इसका पूरा सिंडिकेट समाप्त हो गया है। कार्रवाइयों का क्रम लगातार जारी रखें। यह सुखद है कि लोकसभा चुनाव में कहीं भी जहरीली अथवा अवैध शराब से जुड़ी अप्रिय घटनाएं की सूचना नहीं प्राप्त हुई। प्रयास हो कि ऐसी स्थिति आगे भी बनी रहे।

*कमिश्नरी स्तर पर महिला संरक्षण गृह क्रियाशील कराएं*

सीएम योगी ने कहा कि  कमिश्नरी स्तर पर महिला संरक्षण गृह क्रियाशील कराएं। चरणबद्ध रूप से इसे सभी 75 जनपदों में विस्तार दिया जाए। संरक्षण गृहों के लिए NGO's का चयन अत्यंत सावधानी के साथ किया जाए। यहां वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा भी की जाती रहे।बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में शुद्ध पेयजल एक सपना था। आज यह सपना साकार हो रहा है। यह दोनों ही क्षेत्र शीर्ष प्राथमिकता में है। अतिशीघ्र विंध्य-बुंदेलखंड के हर घर में नल से जल की सुविधा होगी। झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, जालौन, बांदा, चित्रकूट, मीरजापुर, सोनभद्र सहित पूरे विंध्य-बुंदेलखंड में जल जीवन मिशन का कार्य आख़िरी चरण में प्रवेश कर गया है। अवशेष कार्यों को तेजी के साथ पूरा कराया जाए। हर गांव में प्रशिक्षित प्लम्बर की तैनाती कर दी जाए।

*पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति लगातार बनाये रखें*

सीएम योगी ने कहा कि गर्मी के मौसम में बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति लगातार बनाये रखें। एक भी दिन एक भी परिवार को पेयजल की समस्या नहीं होनी चाहिए। पशुओं के लिए हरा चारा और पेयजल के भी प्रबंध हों। बरसात के मौसम में संचारी रोगों के प्रसार की सर्वाधिक आंशका होती है। इसके दृष्टिगत समय से पूरी तैयारी कर लें। चिकित्सकों के साथ-साथ आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का भी पूरा सहयोग लें। जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए इनकी आवश्यक ट्रेनिंग कराएं, लोगों में जागरूकता बढ़ाने के भी प्रयास हों।

*स्पोर्ट्स कॉलेज में आगामी सत्र से प्रवेश होना चाहिए*

सीएम योगी ने कि सहारनपुर और फतेहपुर में निर्माणाधीन स्पोर्ट्स कॉलेज में आगामी सत्र से प्रवेश होना है। इसके दृष्टिगत निर्माण की कार्यवाही समय से पूरी करा ली जाए। मेरठ में निर्माणाधीन खेल विश्वविद्यालय के कार्यों में तेजी अपेक्षित है। गढ़मुक्तेश्वर आस्था का बड़ा केंद्र है। यहां के बृजघाट एवं आसपास के क्षेत्र में कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा घाट पर बहुत बड़ा ऐतिहासिक मेला लगता है। प्रदेश सरकार ने वार्षिक मेले का प्रांतीयकरण भी किया है। बृज घाट की महत्ता को दृष्टिगत रखते हुए इसके सुंदरीकरण के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करें।

*मालिकाना हक देने वाला प्रमाण पत्र "घरौनी" मिल जाए*

निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल, पशुधन संरक्षण एवं संवर्द्धन में उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। कई जिलों में यह गोवंश स्थल सुव्यवस्थित ढंग से संचालित हो रहे हैं। बतौर उदाहरण इन्हें अन्य जनपदों के समक्ष प्रस्तुत कर बेहतरी के लिए प्रेरित करना चाहिए।स्वामित्व, घरौनी और वरासत जैसे कार्यक्रमों ने आमजनमानस को बड़ी सुविधा प्रदान की है। अब तक 80 लाख से अधिक घरौनी तैयार की जा चुकी है। जहां सर्वेक्षण का कार्य शेष है, इसे भी यथाशीघ्र पूरा कर लिया जाए। हमारा लक्ष्य हो कि इस वर्ष के अंत तक सभी पात्र ग्रामीणों को उनके घरों का मालिकाना हक देने वाला प्रमाण पत्र "घरौनी" मिल जाए।

*बरसात का यह सीजन सतर्क हो जाए*

सीएम ने कहा कि गर्मी और बरसात का यह सीजन सतर्क और सावधान रखने के समय है। आग लगने, अतिवृष्टि, अनावृष्टि, सर्प दंश , आकाशीय बिजली जैसी घटनाओं की आशंका बनी रहती है। ऐसे में यह जरूरी है कि राहत आयुक्त कार्यालय 24×7 एक्टिव हो। प्रभावित परिवार तक शीघ्रता से राहत पहुंचना चाहिए। मौसम के पूर्वानुमान का बुलेटिन भी जारी किया जाए।बेसिक शिक्षा अधिकारी व  एसडीआई द्वारा अपने क्षेत्र में कस्तूरबा बालिका विद्यालयों का साप्ताहिक निरीक्षण किया जाये। वहां खान-पान, साफ-सफाई, सुरक्षा आदि हर एक व्यवस्था का सूक्ष्मता से अवलोकन किया जाए। जहां कमी हो तत्काल दुरुस्त कराया जाए।

*माध्यमिक विद्यालयों के कायाकल्प का अभियान तेज किया जाए*

परिषदीय विद्यालयों में प्रत्येक प्रधानाध्यापक और शिक्षक यह सुनिश्चित कराएंगे कि हर छात्र-छात्रा निर्धारित गणवेश में ही विद्यालय आए। इसके लिए DBT की धनराशि समय से भेजी जाती रहे। शिक्षकों के स्थानान्तरण/नवीन पदस्थापना की जो भी कार्यवाही होनी है, उसे तत्काल संपन्न करा दिया जाए। माध्यमिक विद्यालयों के कायाकल्प का अभियान तेज किया जाए। नए सत्र में स्कूल चलो अभियान की सफलता के लिए अच्छी कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वित कराएं।

*परियोजना के लिए भूमि की कमी नहीं होनी चाहिए*

अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरीडोर सरकार का सीधा लाभ उत्तर प्रदेश को भी प्राप्त होगा। इसके अंतर्गत प्रदेश में आगरा और प्रयागराज में दो नोड विकसित किए जाने हैं। परियोजना के लिए भूमि की कमी नहीं होनी चाहिए। इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए भारत सरकार के साथ सतत संवाद संपर्क बनाए रखें। यह इंडस्ट्रियल कॉरीडोर प्रदेश के विकास को नई ऊंचाई देने वाला होगा।प्रदेश में निवेश कर रहीं औद्योगिक इकाइयों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा इंसेंटिव प्रदान किया जा रहा है। ऐसे सभी प्रकरणों की गहन समीक्षा कर बिना बिलंब यथोचित समाधान किया जाए। औद्योगिक विकास विभाग द्वारा इसे शीर्ष प्राथमिकता देते हुए निस्तारित किया जाए।

*टैबलेट व स्मार्टफोन का वितरण तेज हो*

टैबलेट व स्मार्टफोन वितरण की कार्यवाही को और तेज किया जाना चाहिए। इसके लिए खरीद की प्रक्रिया समय से पूरी कर लें। विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई आदि सभी शैक्षिक संस्थानों में शैक्षिक कैलेंडर इस प्रकार तैयार किया जाना चाहिए ताकि 10 मई तक सभी आवश्यक परीक्षाएं सम्पन्न हो जाएँ। भीषण गर्मी के मौसम में परीक्षाओं से परहेज किया जाना चाहिए।मनरेगा श्रमिकों के पारिश्रमिक के भुगतान में अनावश्यक विलम्ब नहीं होना चाहिए। इसके लिए भारत सरकार से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें। गृह विभाग के अंतर्गत निर्माणाधीन परियोजनाओं की पाक्षिक समीक्षा की जाए। कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता हर हाल में सुनिश्चित होनी चाहिए।लाभार्थीपरक योजनाओं को सीएम डैशबोर्ड से जोड़ा जाए। इससे इसकी मॉनीटरिंग में आसानी होगी। सरकार की योजनाओं के लिए पात्र हर एक व्यक्ति/परिवार को योजनाओं के लाभ जरूर मिले

प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर यूपी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया
लखनऊ । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर यूपी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं का सलाम किया।  प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर यूपी के कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया। सोशल मीडिया अकाउंट पर उन्होंने लिखा.. "यूपी कांग्रेस के मेरे सभी साथियों को मेरा सलाम। मैंने आपको धूप और धूल में कड़ी मेहनत करते हुए देखा, आप झुके नहीं, आप रुके नहीं, कठिन से कठिन दौर में आपने लड़ने की हिम्मत दिखाई। आपको प्रताड़ित किया गया, आप पर फर्जी मुक़दमे लगाये गये, जेल में डाला गया, बार-बार नज़रबंद किया गया मगर आप डरे नहीं। कई नेता डर के चले गये, आप टिके रहे। 

मुझे गर्व है आप पर और यूपी की जागरूक जनता पर, जिसने इस देश की गहराई और सच्चाई को समझा और हमारे संविधान को बचाने का ठोस संदेश पूरे भारत को दिया। आपने आज की राजनीति में एक पुराना आदर्श फिर से स्थापित किया है- कि जनता के मुद्दे सर्वोपरि हैं, इनको नकारने की क़ीमत भारी होती है। चुनाव जनता का है, जनता ही लड़ती है, जनता ही जीतती है।"

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाई राहुल गांधी को उनकी जीत पर एक भावुक नोट लिखा था। इसमें उन्होंने राहुल के रायबरेली और वायनाड की दोनों सीटों पर जीत हासिल करने के साथ ही लोकसभा चुनावों में पार्टी की स्थिति में सुधार होने पर उनकी तारीफ की है। अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रियंका ने लिखा, उनके दृढ़ विश्वास पर संदेह करने और उनके खिलाफ झूठ का भारी प्रचार किए जाने के बावजूद, राहुल कभी पीछे नहीं हटे और सच्चाई के लिए लड़ते रहे। प्रियंका ने उन्हें सबसे बहादुर बताते हुए आगे लिखा, राहुल गांधी ने प्यार, सच्चाई और दयालुता के साथ लड़ाई लड़ी। उन्हें उन पर गर्व है।

प्रियंका गांधी ने अपनी पोस्ट में आगे कहा, आप डटे रहे, फिर चाहे उन्होंने आपको कुछ भी कहा हो या आपके साथ कुछ भी किया हो। आप कभी पीछे नहीं हटे, चाहे कितनी भी मुश्किलें क्यों न आई हों, आपने कभी भी विश्वास करना नहीं छोड़ा, चाहे उन्हें आपके विश्वास पर कितना भी संदेह क्यों न हो, आपने झूठ के भारी प्रचार के बावजूद सच्चाई के लिए लड़ना कभी नहीं छोड़ा और आपने कभी भी गुस्से और नफरत को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया, तब भी जब वे आपको हर दिन इसका तोहफा देते थे। उन्होंने आगे कहा, जो लोग आपको नहीं देख पाए, वे अब आपको देख सकते हैं, लेकिन हममें से कुछ लोगों ने हमेशा आपको सबसे बहादुर के रूप में देखा और जाना है। भाई, मुझे आपकी बहन होने पर गर्व है।
बड़े-बड़े दावे करने वाले दो पार्टी अध्यक्ष, बेटों को नहीं जीता पाये
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़े-बड़े दावे करने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और निषाद पार्टी के अध्यक्ष डा.संजय निषाद लोकसभा चुनाव में अपने बेटों तक को नहीं जीता पाये। लखनऊ की राजनीति में दोनों राजनीतिक पार्टियों की क्षमता और चुनाव में मिली हार की चर्चा आम है।घोसी सीट पर सुभासपा के प्रत्याशी अरविन्द राजभर और संत कबीर नगर सीट पर भाजपा से चुनाव लड़ रहें प्रवीण निषाद को करारी हार मिली है। दोनों ही हारे हुए प्रत्याशी अपने राजनीतिक चेहरों के पुत्र हैं। सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविन्द राजभर हैं, तो वहीं निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद हैं।

घोसी में सपा प्रत्याशी राजीव राय ने सुभासपा के प्रत्याशी अरविन्द राजभर को एक लाख 62 हजार 943 वोटों के अंतर से हराया है। वहीं भाजपा के प्रत्याशी के रुप में लड़ रहे प्रवीण निषाद को सपा प्रत्याशी लक्ष्मीकांत पप्पू निषाद ने 92 हजार 170 वोटों से हराया है। चुनाव में अरविन्द और प्रवीण की बड़ी हार मानी जा रही है। ऐसे में दोनों प्रत्याशियों की राजनीतिक क्षमता तो कम आंका जा रहा है लेकिन उन दोनों के पिता की क्षमता को बड़ा बताया जाता है।

निषाद पार्टी और सुभासपा के अध्यक्षों को उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री पद प्राप्त है। प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री पर दबाव बनाकर दोनों पार्टियों के अध्यक्षों को मंत्री पद दिलाया गया था। निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ संजय निषाद इस वक्त मत्स्य विभाग के मंत्री है। इसी तरह सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर बड़े विभागों पंचायती राज, अल्पसंख्यक, वक्फ व हज के मंत्री है। दोनों बड़े राजनीतिज्ञों संजय निषाद और ओमप्रकाश राजभर को समीकरण बनाने और बिगाड़ने वाले नेता माना जाता हैं, फिर भी दोनों ही अपने बेटों को विजयी बनाने में विफल रहे।
सीएम योगी ने शुरू किया जनता दर्शन कार्यक्रम, लोगों की सुनी समस्याएं , बोले- आमजन के कार्यों में अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं


लखनऊ । लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद सीएम योगी का जनता दर्शन कार्यक्रम बंद हो गया था। अब आचार संहिता खत्म होने के बाद एक बार फिर जनता दर्शन कार्यक्रम सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार से  शुरू कर दिया है। पूरे प्रदेश से आए लोगों से सीएम ने समस्याएं जानी। साथ ही समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया। बोले इसमें किसी प्रकार की अनदेशी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता दर्शन में बड़ी संख्या में युवा भी पहुंचे। मुख्यमंत्री ने हर युवा से न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत परेशानी पूछी, बल्कि उनसे कई मुद्दों पर वार्तालाप भी किया। युवाओं ने विभिन्न मुद्दों पर उनके साथ बातें साझा कीं।

*बड़ी संख्या में पीड़ित अपनी फरियाद लेकर पहुंचे*

जानकारी के लिए बता दें कि यह कार्यक्रम लखनऊ में रोजाना होता है। यदि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में होते हैं तो वह एक घंटा जनता के साथ मिलते हैं। यदि वह गोरखपुर में होते हैं तो वहां जनता दर्शन कार्यक्रम करते हैं। इसी क्रम में गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास पर जनता दर्शन शुरू हुआ तो बड़ी संख्या में पीड़ित अपनी फरियाद को लेकर पहुंचे।  मुख्यमंत्री ने हर एक फरियादी के पास पहुंचकर उनकी पीड़ा जानी। फिर संबंधित अधिकारियों को तत्काल निस्तारण के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आमजन से जुड़े कार्य निश्चित समय सीमा में हों। किसी भी कार्यों में अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं होगी। जनता से जुड़े मुद्दे सरकार की प्राथमिकता में हैं।

*सीएम बोले- फरियादी के साथ अशोभनीय व्यवहार नहीं होना चाहिए*

बता दें कि दो माह पूर्व आचार संहिता लगने से पहले तक सीएम योगी तकरीबन प्रतिदिन अपने सरकारी आवास पर जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान आमजन से मुलाकात करते रहे हैं। सीएम योगी ने पहले ही स्पष्ट निर्देश दे रखे हैं कि थानों और तहसीलों की साप्ताहिक समीक्षा जिलास्तर के वरिष्ठ अधिकारी करें, किसी भी फरियादी के साथ अशोभनीय व्यवहार नहीं होना चाहिए और उसकी समस्या का तत्काल यथोचित निराकरण जिलास्तर पर ही होना चाहिए। इसके अलावा जिले की समीक्षा मंडल स्तर और मंडल की समीक्षा लखनऊ मुख्यालय से प्रतिमाह होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिया कि जनता से जुड़े जो भी मुद्दे न्यायालय में लंबित हैं, उनमें अपना पक्ष प्रस्तुत करते हुए प्रभावी पैरवी सुनिश्चित कराई जाए।

अखिलेश यादव यूपी की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ेगे, करेंगे केंद्र की राजनीति, प्रतिपक्ष की लाइन में ये

लखनऊ । पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यूपी की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ेगे। सपा को संसदीय राजनीति में बड़े ''नेताजी'' (मुलायम सिंह यादव) से भी आगे ले जाने के बाद अब वह केंद्र की राजनीति में दखल बढ़ाएंगे। 

हां नेता प्रतिपक्ष का पद उनके चाचा व विधायक शिवपाल यादव या पीडीए के तीन विधायकों रामअचल राजभर, इंद्रजीत सरोज और कमाल अख्तर में से किसी एक को मिल सकता है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा देश की तीसरी बड़ी ताकत बन गई है। 

लोकसभा चुनाव में 33.59 फीसदी वोट हासिल करने के साथ ही उसे 37 सीटें मिली हैं। अखिलेश यादव खुद कन्नौज से भारी मतों के अंतर से जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। वर्तमान में वे मैनपुरी की करहल सीट से विधायक हैं। साथ ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी भी उनके पास है। नियमानुसार, इनमें से किसी एक सीट पर ही रहा जा सकता है। अखिलेश के नजदीकी सूत्रों के मुताबिक, वे अब राष्ट्रीय राजनीति को तरजीह देंगे। यानी, विधानसभा से इस्तीफा देकर लोकसभा सीट अपने पास रखेंगे। जाहिर है कि उस स्थिति में नेता प्रतिपक्ष नया चुनना होगा।

 
सपा की रणनीति यह पद पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) के ही किसी विधायक को देने की है। ताकि, जिस रणकौशल के वजह से वो तीसरे नंबर की पार्टी बनी है, उसे और पुख्ता किया जा सके। साथ ही मतदाताओं को संदेश भी दिया जा सके। इस लिहाज से अकबरपुर (अम्बेडकरनगर) से सपा विधायक रामअचल राजभर, मंझनपुर (कौशाम्बी) से इंद्रजीत सरोज और कांठ (मुरादाबाद) से सपा विधायक कमाल अख्तर का नाम आगे चल रहा है। ये तीनों नेता यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।
बारिश से साथ आंधी ने मचाई तबाही, कई स्थानों पर गाड़ियों पर गिरे पेड़
लखनऊ । यूपी राजधानी समेत कई जिलों में सुबह चली तेज आंधी ने जनजीवन प्रभावित किया। कई इलाकों में पेड़ गिरने से रास्ते ठप हो गए। कुछ लोगों की गाड़ियों में भी पेड़ गिर गए।  बृहस्पतिवार की सुबह यूपी के अवध क्षेत्र में एकदम से मौसम बदल गया। राजधानी लखनऊ के अलावा आसपास के जिलों में बारिश हुई। बारिश के साथ कई हिस्सों में आंधी भी चली।  राजधानी के कई इलाकों में पेड़ गिरने से जनजीवन प्रभावित हुआ। मौसम विभाग ने पूर्वी यूपी के कुछ हिस्सों में बारिश और आंधी की चेतावनी पहले ही दी थी। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को राजधानी में आसमान साफ रहेगा और पारे में एक से दो डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।
यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में बिहार का इनामी गैंगस्टर ढेर, उसके दो साथी फरार

लखनऊ ।हत्या, लूट व डकैती जैस जघन्य अपराध करने वाले बदमाशों के खिलाफ पुलिस व एसटीएफ द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम यूपी के मुजफ्फरनगर में बुधवार की रात एसटीएफ की तीन बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। जिसमें बिहार का इनामी बदमाश निलेश राय मारा गया, जबिक उसके दो साथी भागने में सफल रहे। एसटीएफ ने मौके से उनके पास से बाइक, दो पिस्टल व एक तमंचा तथा कारतूस बरामद कर लिया है। यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट और बिहार एसटीएफ के संयुक्त ऑपरेशन में थाना रतनपुरी मुजफ्फरनगर क्षेत्र में बदमाशों से मुठभेड़ हुई। 

जिसमें बिहार का कुख्यात बदमाश निलेश राय निवासी बारो रामपुर थाना गढ़हरा बेगूसराय बिहार, जिस पर बिहार से सवा दो लाख का ईनाम घोषित हो रखा था , गंभीर रूप से घायल हो गया।  जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।कुख्यात अपराधी निलेश पर हत्या, लूट , डकैती और रंगदारी जैसे 16 गंभीर धाराओं के अभियोग पंजीकृत है । 21 फरवरी 24 को जब थाना गढ़हरा क्षेत्र बेगूसराय में पुलिस ने रेड की थी तब इसने अपने साथियों के साथ बिहार पुलिस की पार्टी पर अंधाधुंध फायर करते हुए भाग गया था । जिसमें एक व्यक्ति को गोली लगी थी और गंभीर रूप से घायल हो गया था । तभी से एसटीएफ और पुलिस इनकी तलाश कर रही थी।

बुधवार देर रात रतनपुरी थाने की कल्याणपुर पुलिस चौकी पर नोएडा और बिहार की एसटीएफ टीम अपराधियों के बारे में जानकारी ले रही थीं। तभी बुढ़ाना की तरफ से एक बाइक पर आते तीन युवकों को पुलिस ने रोकना चाहा तो वे पुलिस पर फायरिंग कर खतौली-बुढ़ाना मार्ग की ओर भागने लगे। पुलिस टीम ने उनका पीछा किया तो गांव इंचौड़ा के जंगल में उनकी बाइक फिसल गई और दो बदमाश फायरिंग करते हुए भाग निकले। एक बदमाश पुलिस की गोली से घायल हो गया। पुलिस ने उसे बुढ़ाना सीएचसी पहुंचाया। वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।  निलेश के दोनों फरार साथियों की तलाश में जंगल में कांबिंग की जा रही है।
मजदूरी मांगने पर गार्ड की पत्नी को मिली जान से मारने की धमकी

मलिहाबाद, लखनऊ। सुरक्षा गार्ड को जब प्रापर्टी डीलर ने मजदूरी के पैसे नहीं दिये तो उसकी पत्नी के द्वारा पैसे मांगने पर प्रापर्टी डीलर व उसकी पत्नी ने फोन पर गार्ड उसकी पत्नी व बच्चों को जान से मारने की धमकी दी। जिसकी तहरीर गार्ड की पत्नी ने रहीमाबाद थाने पर दी है।

रहीमाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम रुसैना निवासिनी किरन बाजपेयी ने थाने में दी गयी तहरीर में आरोप लगाया है कि उसका पति करन बाजपेई आगरा एक्सप्रेसवे मोहान रोड पर अमित इन्फ्राहाइट प्राइवेट लिमिटेड़ कमला प्लाजा पर काकोरी थाना क्षेत्र के ग्राम उदितखेड़ा निवासी संजय सिंह यादव के पास सुरक्षा गार्ड की नौकरी 16 हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से विगत 24 फरवरी 2023 से 23 अप्रैल 2024 तक की थी।

जिसकी मजदूरी प्रापर्टी डीलर ने सिर्फ 24 हजार रुपये ही दी थी। बार-बार गार्ड के मांगने पर डीलर ने जब पैसे नहीं दिये तो गार्ड की पत्नी किरन बाजपेई ने 4 जून को उसके नम्बर 9454202222 पर फोन कर मजदूरी मांगी। जिसपर प्रापर्टी डीलर संजय सिंह यादव व उसकी पत्नी रेखा सिंह यादव ने गालियां देते हुऐ पति व बच्चों को जान से मारने की धमकी दे डाली। जिससे परेशान महिला ने रहीमाबाद पुलिस को तहरीर दे न्याय की गुहार लगाई है।

भाजपा को वोट न देने से नाराज भाई ने भाई को पीटा

मलिहाबाद, लखनऊ। समाजवादी पार्टी को वोट देने से नाराज एक भाई ने अपने ही सगे भाई की जमकर पिटाई कर दी। जिससे उसका सिर फट गया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

चार जून को मतगणना सम्पन्न होने के बाद मोहनलालगंज सीट से सपा प्रत्याशी आरके चौधरी ने जीत सुनिश्चित की। जिसको लेकर भाजपा के समर्थकों में काफी मायूसी थी। बुधवार को ग्राम लालपुर गोसा निवासी धर्मचंद ने अपने भाई हीरालाल से जानकारी की कि तुमने वोट साइकिल को दिया था। जिस पर हीरालाल ने बताया की हमने वोट साइकिल को दिया था। जिससे नाराज धर्मचंद ने अपनी पत्नी विद्या, उन्नाव जनपद के हसनगंज थाना क्षेत्र के ग्राम ऊंचागांव निवासी साले छोटू व सास फूला के साथ मिलकर उअकि जमकर पिटाई कर दी। जिससे उसके सिर पर चोटें आई। मलिहाबाद पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

एक लाख रुपए लेने लखनऊ के कांग्रेस दफ्तर पहुंचीं महिलाएं, दिखाया गारंटी कार्ड
लखनऊ। लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में 'इंडिया' गठबंधन ने आश्चर्यजनक जीत दर्ज की, जिसके बाद लखनऊ में कई महिलाएं कांग्रेस कार्यालय के बाहर कतार में खड़ी हो गईं और 'गारंटी कार्ड' की मांग करने लगीं, जिसका वादा पार्टी ने चुनाव प्रचार के दौरान किया था। चुनावों से पहले कांग्रेस ने कई घरों में 'गारंटी कार्ड' बांटे थे, जिसमें हर गरीब परिवार की महिला मुखिया को हर साल 1 लाख रुपए देने का वादा किया गया था।

बुधवार की सुबह बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय पहुंची। जहां कुछ महिलाओं ने 'गारंटी कार्ड' की मांग की। वहीं, जिन लोगों को पहले कार्ड मिले थे, उन्होंने अपने खातों में पैसे प्राप्त करने के लिए फॉर्म जमा किए। कुछ महिलाओं ने दावा किया कि पैसे प्राप्त करने के लिए विवरण के साथ फॉर्म जमा करने के बाद उन्हें कांग्रेस कार्यालय से रसीदें मिली हैं।

कांग्रेस ने 'घर-घर गारंटी' कार्यक्रम शुरू किया था, जिसके तहत नेताओं को घरों तक पहुंचने और उन्हें इसकी 25 गारंटियों के बारे में जागरूक करने का काम सौंपा गया था। इन गारंटियों में महालक्ष्मी योजना भी शामिल थी, जिसके तहत पार्टी ने वादा किया था कि गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) श्रेणी के परिवारों की महिला मुखियाओं के खाते में सीधे 8,500 रुपए प्रति माह जमा किए जाएंगे। यह योजना कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार की गृह लक्ष्मी गारंटी योजना के समान है, जिसमें गरीब परिवारों की महिला मुखियाओं को 2,000 रुपए का भुगतान किया जाता है। कार्यालय में मौजूद कार्यकर्ताओं के समझाने के बाद वापस लौट गई।