इब्राहिम रईसी की मौत के बाद ईरान में शुरू हुआ राष्ट्रपति चुनावों का दौर, जानें किन दावेदारों ने किया नामांकन

डेस्क: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का निधन हो जाने के बाद अब देश में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। ईरान के संविधान के मुताबिक किसी मौजूदा राष्ट्रपति की मौत हो जाने पर 50 दिनों के अंदर चुनाव कराना जरूरी होता है। ऐसे में अब ईरान में राष्ट्रपति चुनाव का दौर शुरू हो गया है। ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रविवार को नामांकन भी दाखिल कर दिया है।

बता दें कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की एक हेलीकॉप्टर हादसे में गत माह मौत हो गई थी। इसके बाद वहां राष्ट्रपति चुनाव कराए जा रहे हैं। अहमदीनेजाद के नामांकन से सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई दबाव में आएंगे। वजह साफ है कि अहमदीनेजाद ने 85-वर्षीय सर्वोच्च नेता को खुली चुनौती दी थी और 2021 के राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने की उनकी कोशिशों को अधिकारियों ने विफल कर दिया था।

28 जून को होना है चुनाव

अहमदीनेजाद ने ऐसे वक्त में अपना नामांकन दाखिल किया है जब ईरान और पश्चिमी देशों के बीच तेहरान के परमाणु कार्यक्रम, रूस को हथियार देने और असंतुष्टों पर कार्रवाई को लेकर तनाव बढ़ रहा है। ‘एसोसिएटिड प्रेस’ के पत्रकारों ने तेहरान में देखा कि अहमदीनेजाद गृह मंत्रालय पहुंचे और चुनाव लड़ने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की। उनके आने से पहले उनके समर्थकों ने नारे लगाए और ईरानी झंडे लहराए। देश में 28 जून को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। अहमदीनेजाद 2005 से 2013 के बीच दो कार्यकाल के लिए देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं। 

खामेनेई ने अपने करीबी मोहम्मद मोखबर को बनाया है कार्यवाहक राष्ट्रपति

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो जाने के बाद ईरान के प्रथम उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया है। सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने रईसी के निधन की पुष्टि होने के बाद ही शोक संदेश जारी करते हुए यह घोषणा कर दी थी। जल्द ही मोखबर भी अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। मुख्य मुकाबला इन्हीं दोनों नेताओं के बीच माना जा रहा है।

काउंटिंग से पहले चुनाव आयोग पहुंचे इंडिया गठबंधन के नेता, EC के सामने रखी ये मांग

डेस्क : एग्जिट पोल के बाद और काउंटिंग से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल आज चुनाव आयोग पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल की ओर से चुनाव आयोग से यह कहा गया कि वे मतगणना की प्रक्रिया के दौरान सख्त निगरानी रखें। काउंटिंग नियमों को तहत हो। नियमों को पर्यवेक्षक लागू कराए। साथ ही पोस्टल बैलेट की काउंटिंग को लेकर भी विपक्षी नेताओं ने अपनी बात आयोग के सामने रखी। इंडिया गठबंधन प्रतिनिधिमंडल में अभिषेक मनु सिंघवी , डी राजा, राम गोपाल यादव, संजय यादव , नासिर हुसैन, सलमान खुर्शीद और सीताराम येचुरी शामिल थे।

नियमों के तहत काउंटिंग की मांग

चुनाव आयोग के सामने अपनी बात रखने के बाद सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने बताया, आयोग से हमने कहा कि नियमों के तहत काउंटिंग हो, पर्यवेक्षक इन नियमों को लागू कराएं। मतगणना की सीसीटीवी से मॉनिटरिंग हो और कंट्रोल यूनिट का वेरिफिकेशन हो। मशीन से जो डेटा आए उसे कंफर्म किया जाए। येचुरी ने कहा कि ईवीएम को जब सील किया जाता है तो उसे वेरिफाई करने के लिए काउंटिंग एजेंट होते हैं, काउंटिंग के दौरान उसे रीकंफर्म किया जाए। 

पोस्ट बैलेट की गिनती के बाद ईवीएम की गिनती

वहीं अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम गठबंधन के नेता तीसरी बार एक साथ चुनाव आयोग आए हैं। पोस्टल बैलेट चुनाव के परिणाम को बदल देती है, चुनाव आयोग का प्रावधान है की पोस्टल बैलेट की गिनती पहले की जाएगी। हमारा भी यह कहना है कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले हो उसके बाद ईवीएम की गिनती हो उसके बाद ईवीएम की गिनती हो। लेकिन पोस्टल बैलेट का परिणाम पहले घोषित हो उसके बाद ईवीएम का रिजल्ट आना चाहिए।

काउंटिंग के दौरान सख्त निगरानी

वहीं कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, 'हमने मतगणना प्रक्रिया के दौरान बहुत सख्त निगरानी रखने का अनुरोध किया और उन्होंने हमें संतोषजनक उत्तर दिया। हमने किसी नियम पर सवाल नहीं उठाया, लेकिन सुनिश्चित किया कि उनका पालन किया जाए और ईमानदारी से पालन किया जाए। बैठक बहुत आशाजनक रही।'

सरेंडर से पहले केजरीवाल का बयान; 'मेरे खून का एक एक कतरा देश के लिए, भगत सिंह का चेला देश बचाने जा रहा'

डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के समन्वयक अरविंद केजरीवाल ने रविवार शाम तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें प्रचार के लिए 2 जून तक की जमानत दी थी। जमानत पूरी होने के साथ ही केजरीवाल ने सरेंडर किया। इससे पहले उन्होंने आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में अपनी बात कही। इस दौरान पार्टी के अन्य नेताओं ने भी भाषण दिया। यहां भाषण देने के बाद केजरीवाल तिहाड़ जेल के लिए रवाना हुए। 

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा "ये कठिन परीक्षा की घड़ी है। 4 जून को जो परिणाम आएंगे तो तानाशाही का अंत होगा। आज केजरीवाल को जेल जाना है, उससे पहले महात्मा गांधी और हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। सब ये बात जानते हैं कि जनता के लिए काम करने की वजह से केजरीवाल को जेल में डाल दिया। उन्होंने फ्री बिजली, पानी, शिक्षा, स्वाथ्य दिया। आज तक देश में नहीं यह सब कोई नहीं दे पाया। पीएम मोदी को सिर्फ केजरीवाल से ही डर है। लेकिन जेल भेजने से भी केजरीवाल डरने वाले नहीं हैं।"

आपका बेटा जेल जा रहा है

अरविंद केजरीवाल ने कहा "21 दिन की मोहल्लत दी थी। सुप्रीम कोर्ट का तहे दिल से शुक्रिया। 21 दिन का एक मिनट भी खराब नहीं किया, रात दिन देश बचाने के लिये प्रचार किया। दिल्ली के लोगों को कहना चाहता हूं कि आपका बेटा एक बार फिर से जेल जा रहा है, लेकिन किसी भ्रष्टाचार में नहीं, तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाने के लिए। मोदी जी ने मान लिया कि मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल अनुभवी चोर हैं। ठीक है कि मैं चोर हूं लेकिन आपके पास सबूत तो नहीं हैं। बिना सबूत के जेल भेज दोगे। भगत सिंह के चेले हैं, देश बचाने के लिए जेल जा रहा हूं। मेरे खून का एक एक कतरा देश के लिए है।"

काउंटिंग सेंटर ना छोड़ें

आरविंद केजरीवाल ने कहा कि कल एग्जिट पोल आये हैं, सारे एग्जिट पोल फर्जी हैं। गिनती से 3 दिन पहले इनको फर्जी एग्जिट पोल की क्या जरूरत है। कुछ लोग कहते हैं कि मशीन में गड़बड़ी कर रहे हैं, इसलिए सभी को कहता हूं कि काउंटिंग सेंटर छोड़कर जाएं नहीं, जबतक VVPT की पर्ची नहीं मिल जाती है। तब तक काउंटिंग सेंटर नहीं छोड़ना हैं। मेरा अपना मानना है कि इनकी( बीजेपी ) की सरकार नहीं बनने जा रही है।

चारधाम यात्रा में भीड़ बढ़ने के साथ ही यात्रियों की माैत का आंकड़ा भी बढ़ रहा, यमुनोत्री धाम में दो और यात्रियों की माैत

यमुनोत्री धाम में गोवा और राजस्थान के दो तीर्थयात्रियों की माैत हो गई। राज्य आपदा परिचालन केंद्र के मुताबिक यमुनोत्री धाम में अब तक 17 यात्रियों की माैत हो चुकी है। वहीं, चारधाम यात्रा के दाैरान अब तक 73 यात्रियों की जान जा चुकी है।

जानकारी के अनुसार, 31 मई की रात यशवंत सांवत(72) और बाबू लाल(60) की जानकीचट्टी और यमुनोत्री के बीच अलग-अलग स्थानों पर तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें अचेत अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एसएचओ संतोष सिंह कुंवर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पंचनामा की कार्रवाई कर शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है।

धाम में लगातार बढ़ रही भीड़

गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बार यात्रा शुरू होने के 22 दिनों के अंदर ही दोनों धामों में पांच लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं, जबकि गत वर्ष दोनों धामों में यह आंकड़ा पहुंचने में 31 दिन का समय लग गया था। ऐसे में भीड़ बढ़ने के साथ ही यात्रियों की माैत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है

देश के कई राज्यों में भीषण लू, कब आएगा मानसून? पीएम मोदी ने लिया जायजा, दिए ये खास निर्देश

डेस्क: प्रधानमंत्री ने देश में चल रही गर्मी की स्थिति और मानसून की शुरुआत होने के बाद क्या तैयारियां की गई हैं इसकी समीक्षा की। पीएम ने आग की घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए नियमित आधार पर उचित अभ्यास जारी रखने का निर्देश दिया। पीएम ने अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों का फायर ऑडिट और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट नियमित रूप से कराने का निर्देश दिया। पीएम ने बताया कि देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून सामान्य और सामान्य से ऊपर और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से नीचे रहने की संभावना है।

पीएम ने लू और मानसून की स्थिति को लेकर की बैठक

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर देश में चल रही गर्मी की लहर की स्थिति और मानसून की शुरुआत की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। पीएम को बताया गया कि आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में गर्मी की लहर जारी रहने की संभावना है। इस वर्ष, देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून सामान्य और सामान्य से ऊपर और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम रहने की संभावना है।

पीएम ने दिए ये खास निर्देश

पीएम मोदी ने बैठक के बाद निर्देश दिया है कि आग की घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए उचित अभ्यास नियमित आधार पर किया जाना चाहिए। अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों का अग्नि ऑडिट और विद्युत सुरक्षा ऑडिट नियमित रूप से किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जंगलों में फायर-लाइन के रखरखाव और बायोमास के उत्पादक उपयोग के लिए नियमित अभ्यास की योजना बनाई जानी चाहिए।

प्रधानमंत्री को जंगल की आग की समय पर पहचान और उसके प्रबंधन में "वन अग्नि" पोर्टल की उपयोगिता के बारे में बताया गया। बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव, एनडीआरएफ के महानिदेशक और एनडीएमए के सदस्य सचिव के साथ-साथ पीएमओ और संबंधित मंत्रालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

चुनाव खत्म होते ही सरकार ने आम जनता को दिया बड़ा झटका, बढ़ गए इस चीज के रेट, जानिए कितनी हुई बढ़ोतरी

देश में लोकसभा चुनाव खत्म होते ही आम जनता को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, आज से सड़कों पर सफर करना महंगा हो गया है। टोल टैक्स में 5 से 25% तक की वृद्धि की गई है। चुनाव एग्जिट पोल सामने आने के बाद ही आम जनता यह बड़ा झटका लगा है। फिलहाल 4 जून को रिजल्ट आना अभी बाकी है। NHAI भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा इसको लेकर आदेश भी जारी कर दिए हैं। आज रात 12:00 बजे के बाद से सफर करना अब आम जनता के लिए महंगा हो गया है पहले की अपेक्षा आप टोल टैक्स पर करते समय लोगों को ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। लोकसभा चुनाव की वजह से इस बार अप्रैल में नहीं जून में टोल टैक्स के रेट बढ़ाए गए हैं। कितना अधिक चुकाना होगा पैसा NHAI द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार टोल टैक्स के रेट में 5% की वृद्धि की गई है। इतना ही नहीं टोल टैक्स के 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले लोगों के लिए जो पास बनते हैं उस पर भी टैक्स बढाया गया है। जानकारी के अनुसार, मासिक फास्ट टैग पर 10 रुपए बढ़ाए गए हैं, जहां आप पहले 330 रुपए भुगतान करते थे। उसकी जगह आपको 340 रुपए भुगतान करना होगा। जानकारी के अनुसार, सबसे ज्यादा टोल रेट कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर बढ़ा है, मैं आदेश के बाद अब इस हाइवे पर सफर करने वाले लोगों को ₹5 से ₹55 तक अधिक पैसा देना होगा। जिसमें आपको कम से कम ₹5 और सबसे अधिकतम ₹55 चुकाना है। बताया जा रहा है कि इस मार्ग पर 5 साल से टोल रेट नहीं बढ़ाए गए थे। देखा जाए तो कानपुर हाइवे पर देहात के बाराजोरी पर सबसे कम 5 रुपए देने होंगे ज्यादा। इसके अलावा फतेहपुर के बडौरी टोल बैरियर पर ₹55 ज्यादा देना होंगे। कटोघन घर टोल पर ₹40 एक्स्ट्रा देना होंगे। जानकारी के अनुसार कानपुर सागर हाईवे के अलियापुर महोबा के खन्ना टोल प्लाजा पर एक तरफ का टोल नहीं बढ़ाया गया है, यानी की 24 घंटे में रिटर्न होने वाले लोगों को मात्र ₹5 एक्स्ट्रा देना रहेगा। शिवराजपुर के निवादा टोल बैरियर पर एक साइट का टोल टैक्स नहीं बढ़ा, लेकिन वापसी में 5 रुपये ज्यादा देने होंगे। कन्नौज के बशीरपुर टोल प्लाजा पर भी एक साइट का टोल नहीं बढ़ा है, लेकिन लौटते समय 5 रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे। किस वाहन के लिए कितना देना होगा टोल? कार/जीप/हल्के वाहन- पुरानी दरें– 105, नई दरें– 110 हल्के कमर्शियल/लगेज वाहन/ मिनी बस- पुरानी दरें –170, नई दरें – 175 बस/ट्रक- पुरानी दरें –355, नई दरें- 365 थ्री एक्सल कमर्शियल व्हीकल- पुरानी दरें –385, नई दरें – 395 फोर से सिक्स एक्सल व्हीकल- पुरानी दरें –555, नई दरें – 570 7 एक्सल या ओवरसाइज व्हीकल- पुरानी दरें –680, नई दरें –695
एग्जिट पोल आते ही एक्शन में PM मोदी, बुलाई ताबड़तोड़ 7 बैठकें, नई सरकार के रोड मैप समेत इन विषयों पर हो रही बात

लोकसभा चुनाव के बाद सामने आए एग्जिट पोल में फिर NDA की सरकार बनती हुई नजर आ रही है। लोकसभा चुनाव का प्रचार और वोटिंग संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्शन मोड में नजर आने लगे हैं। 45 घंटे की साधना के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आज बैक-टू-बैक 7 बैठकें बुलाई हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, PM मोदी पहली बैठक में चक्रवात के बाद की स्थिति की समीक्षा करेंगे। इसके बाद वह हीटवेव की स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक करेंगे। वहीं अगले 100 दिनों के कार्यक्रमों पर मंथन करेंगे। वह सबसे पहले पश्चिम बंगाल में आए चक्रवात रेमल के बाद की परिस्थितियों का जायजा लेंगे और इस दौरान पूर्वोत्तरी राज्यों पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। पीएम मोदी रविवार को सात ताबड़तोड़ बैठकें करने जा रहे हैं, जहां कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे। जानकारी के लिए आपको बरता दें कि, मोदी चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद सीधे तमिलनाडु के कन्याकुमारी पहुंचे थे, जहां उन्होंने करीब 45 घंटे तक साधना की। रेमल चक्रवात की वजह से पूर्वोत्‍तर के राज्‍यों में व्‍यापक पैमाने पर जान और माल की हानि हुई है। वहीं, हीट वेव की वजह से दर्जनों लोगों को जान गंवानी पड़ी है। चुनाव नतीजों से पहले पीएम मोदी की बैठक कई माइनो में अहम है। पीएम मोदी नई सरकार के रोड मैप पर भी बात करेंगे। सूत्रों ने बताया है कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में जो 7 बैठकें होने वाली हैं। प्रधानमंत्री मोदी देश के विभिन्न भागों में बढ़ती गर्मी की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने वाली एक बैठक में भाग लेंगे। चुनाव अभियान की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने शीर्ष नौकरशाही से कहा था कि वे मोदी 3.0 कार्यकाल में किए जाने वाले कामों की लिस्ट तैयार रहें।
मप्र में पूर्व मुख्यमंत्री हार सकते है अपनी सीट, पोल ऑफ पोल्स के आंकड़ों ने चौंकाया, यहां देखें MP का क्या अा रहा एग्जिट पोल

देश में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान कल शनिवार को हो चुका है. इसके साथ ही तमाम एग्जिट पोल के नतीजे भी लोगों के सामने आ चुके है। मध्यप्रदेश की 29 सीटों में से किसे कितनी सीटें मिलेंगी, इसे लेकर शनिवार शाम 6.30 बजे से एग्जिट पोल आने शुरू हो गए। 1 जून को आए एग्जिट पोल ने बताया कि मध्य प्रदेश में बीजेपी को 27 से 29 सीटें और कांग्रेस को 1 से 2 सीट मिलने की संभावना है। मध्यप्रदेश के लिए सभी एग्जिट पोल सामने आए है उनके मुताबिक, न्यूज 24- टुडेज चाणक्य के सर्वे में भारतीय जनता पार्टी को सभी 29 सीटें दी गई हैं। कांग्रेस को 1 भी नहीं। इंडिया टीवी के सर्वे में BJP को 28 से 29 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। कांग्रेस को एक सीट दी जा रही है। एबीपी सी वोटर की मानें तो भाजपा को 26-28 सीटें तो कांग्रेस को 1-3 सीटें मिल सकती हैं। इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के सर्वे में भाजपा को 28-29 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। कांग्रेस को 0-1 सीटें मिल सकती हैं। कई संस्थानों ने देश में हुए आम चुनाव 2024 की एक-एक सीटों का सर्वे किया था। ज्यादातर एजेंसियों ने मध्यप्रदेश में पिछली बार का ही इतिहास दोहराने की ओर संकेत दिया है। मध्यप्रदेश में बीजेपी ने जहां मिशन 29 को लक्ष्य बनाकर काम किया है तो वहीं कांग्रेस ने 2019 के प्रदर्शन को सुधारने का दावा किया है। हालाँकि साफ तो 4 जून को ही हो पाएगा जब चुनाव के नतीजे आएंगे अभी ये सिर्फ एक अनुमान लगाया गया है सर्वे के हिसाब से। दावा किया जा रहा है कि मध्यप्रदेश में इस बार नकुलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी अपनी सीट हार सकते है। ज्योतिरादित्य सिंधिया इस बार चुनाव जीत सकते है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी चुनाव जीतते नजर आ रहे है। एग्जिट पोल के नतीजे सामने आने के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश और देश को बधाई देना चाहता हूं, खासकर आभार मानता हूं। यशस्वी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जैसा कि हमारा अभियान चला था फिर एक बार मोदी सरकार, अभी तक जो रुझान आ रहे हैं। वो अपने आप में अत्यंत आनंददायी है। वैसे तो पूर्व प्रतीक्षित है, यद्यपि हम सब जानते हैं कि एक बार रिजल्ट आने के बाद इसका जो आनंद आता है, वो अलग बात है। चार तारीख को रिजल्ट भी आएगा, आज रुझान आए हैं। रुझान बता रहे हैं कि मध्य प्रदेश में 29 की 29 सीट, साथ ही देश भर में 370 से ऊपर सीटें आ रही हैं। ये यशस्वी प्रधानमंत्री की नेतृत्व में जो कहा था, वो करके दिखा रहे हैं। मैं अपनी ओर से देश वासियों-प्रदेश वासियों का आभार मानता हूं, उम्मीद करता हूं आपका प्रेम बना रहेगा। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश फिर आगे बढ़ेगा।
जिस राज्य का सोचा नहीं उसमें भी चला मोदी मैजिक! भाजपा की आंधी में उड़ी दूसरी पार्टियां, CM ने कहा- एग्जिट पोल झूठे हैं...


देशभर में लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं और 4 जून को लोकसभा चुनाव के रिजल्ट भी सबके सामने आ जाएंगे। इस बीच शनिवार शाम से एग्जिट पोल के नतीजे लोगों के सामने आने शुरू हुए जिसमें ज्यादातर आंकड़े बीजेपी के पक्ष में जाते हुए नजर आए। एग्जिट पोल को देखकर लगभग ये तो फाइनल हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर भारी बहुमत से सरकार बना सकती है। एग्जिट पोल के नतीजे सामने आने के बाद से ही लोगों की प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है। कोई एग्जिट पोल के नतीजे को सही मान रहा है तो कोई निशान साध रहा है। वही अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी बड़ा बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने एग्जिट पोल के नतीजों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल भाजपा के बने हुए हैं। मैं इन्हें सही नहीं मानती हु। ममता बनर्जी ने आगे कहा 2 महीने पहले एग्जिट पोल बन गए थे। अब से पहले 3 बार ऐसे एग्जिट पोल देख चुकी हूं, लेकिन एक भी एग्जिट पोल रिजल्ट से मैच नहीं हुए। इस एग्जिट पोल की कोई इंपोर्टेंस नहीं है। मैं ऐसी कैलकुलेशन नहीं मानती। चुनाव हम जीतेंगे, भाजपा नहीं।जानकारी के लिए आपको बता दे कि ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजे में पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी अच्छा कमाल दिखाती हुई नजर आ रही है। एग्जिट पोल के नतीजों पर ध्यान दिया जाये तो इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल के मुताबिक पश्चिम बंगाल में एनडीए को 26 से 31 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। टीएमसी को 11 से 14 और इंडिया ब्लॉक को शून्य से दो सीटें मिलने का अनुमान है। इंडिया टीवी CNX के एग्जिट पोल में पश्चिम बंगाल में बीजेपी को 22-26, टीएमसी को 14-18, कांग्रेस को 1-2 सीटें मिल सकती हैं। देखें क्या कहते हैं बंगाल के एग्जिट पोल रिपब्लिक भारत के सर्वे के मुताबिक पश्चिम बंगाल में भाजपा को 21 से 26 सीटों पर जीत मिल सकती है। ममता बनर्जी की पार्टी के खाते में 16-20 सीटें आने का अनुमान है। कांग्रेस को एक सीट मिलने का दावा है। रिपब्लिक के मुताबिक बंगाल में भाजपा को 21-25, टीएमसी को 16-20 सीटें मिलने का अनुमान है। इंडी गठबंधन के खाते में एक सीट जा सकती है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटें बेहद अहम हैं। यही वजह है कि पूरे देश की निगाहें इन सीटों पर है।
राहुल गांधी ने काउंटिंग से पहले पार्टी उम्मीदवारों के साथ की बैठक, 4 जून को सतर्क रहने को कहा

डेस्क: एग्जिट पोल जारी होने के अगले दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पार्टी उम्मीदवारों, विधायक दल के नेताओं और पार्टी की राज्य इकाइयों के प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक की। इस दौरान उन्होंने काउंटिंग के दिन सतर्क रहने एवं धांधली की किसी भी तरह की कोशिश को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा। मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, पार्टी महासचिव जयराम रमेश और के सी वेणुगोपाल सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के लोकसभा उम्मीदवारों के साथ बातचीत की और 4 जून को होने वाली मतगणना को लेकर तैयारियों की समीक्षा की। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब एक दिन पहले ‘एग्जिट पोल’ में अनुमान लगाया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता संभालेंगे और बीजेपी नीत एनडीए गठबंधन को लोकसभा चुनावों में भारी बहुमत मिलने की संभावना है। एग्जिट पोल को बताया फर्जी पूरी तरह से फर्जी हैं और इसका ‘मास्टरमाइंड’ वह व्यक्ति है, जिसका 4 जून को ‘एग्जिट’ (सत्ता से बाहर होना) तय है। उन्होंने कहा, ‘‘ये सब निवर्तमान प्रधानमंत्री और निवर्तमान गृह मंत्री द्वारा खेले जा रहे मनोवैज्ञानिक खेलों का हिस्सा हैं। निवर्तमान गृह मंत्री ने कल 150 जिला मजिस्ट्रेट और जिलाधिकारियों को फोन किया। ‘एग्जिट पोल’ के नतीजे वास्तविकता से कोई संबंध नहीं रखते।’’ ‘इंडिया’ गठबंधन दलों के कई नेताओं ने भी शनिवार को यहां बैठक की थी और चार जून को होने वाली लोकसभा चुनावों की मतगणना से पहले विपक्ष की तैयारियों का जायजा लिया था। उन्होंने दावा किया कि उन्हें 295 से अधिक सीटे मिलेंगी, जो अगली सरकार बनाने के लिए पर्याप्त हैं।