पुणे कार हादसा: एक की गलती और पूरे परिवार पर कसा कानून का शिकंजा, अब नाबालिग आरोपी की मां गिरफ्तार
#pune_porsche_accident_case_mother_of_accused_teenager_arrested पुणे पोर्श कार हादसा मामले में एक को बचाने के चक्कर में पूरा परिवार कानून की गिरफ्त में आ गया है। इस मामले में नाबालिग आरोपी के पिता और दादा के बाद अब उसकी मां शिवानी अग्रवाल को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।दरअसल, नाबालिग के खून के नमूने को उसकी मां के खून के नमूने से बदल दिया गया था। जांच के लिए बेटे की जगह अपना ब्लड सैंपल देने के आरोप में मां को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि खून के नमूने बदलने के आरोप में दो डॉक्टरों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने शनिवार को बताया कि जांच में यह पता चला है कि आरोपी के रक्त नमूने उसकी मां के ब्लड सैंपल से बदले गए थे जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुणे पोर्शे दुर्घटना मामले में 17 वर्षीय आरोपी की मां शिवानी अग्रवाल को पुणे पुलिस ने आधी रात को गिरफ्तार किया है। शिवानी अग्रवाल की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब यह पता चला कि उन्होंने शहर के एक अस्पताल में अपने खून का नमूना दिया था जिसे उनके बेटे के खून से बदल दिया गया था। बता दें कि पुणे शहर में 18-19 मई की दरम्यानी रात को करीब तीन करोड़ रुपये की पोर्श कार को तेज गति से दौड़ाने के चक्कर में 17 साल के लड़के ने एक बाइक को टक्कर मार दी थी। गाड़ी की टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक अपना संतुलन खोकर काफी दूर तक सड़क पर घिसटते चली गई, जिससे उस पर सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। मौके पर मौजूद लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया। घटना के 14 घंटे बाद आरोपी नाबालिग को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी। कोर्ट ने उसे 15 दिनों तक ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करने और सड़क दुर्घटनाओं के प्रभाव-समाधान पर 300 शब्दों का निबंध लिखने का निर्देश दिया था। बाद में विवाद बढ़ा तो कोर्ट ने उसकी जमानत रद्द कर दी थी। इसके बाद उसे 5 जून तक एक निरीक्षण गृह भेज दिया गया था। इसके अलावा इस मामले में अबतक नाबलिग के पिता और दादा को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने इस मामले में अब तक करीब 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं ससून जनरल अस्पताल के डीन को जांच पूरी होने तक अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया गया है। दो पुलिस अधिकारियों को भी सस्पेंड कर दिया गया है। अब नाबालिग लड़के की मां जांच के घेरे में है।
दिल्ली में चढ़े पारे के बीच पानी को लेकर सियासी जंग, एलजी ने कहा-जल संकट के लिए केजरीवाल सरकार का कुप्रबंधन ज़िम्मेदार

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दिल्ली के लोग इन दिनों भीषण गर्मी के साथ ही पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ पानी की कमी को लेकर जमकर सियासत हो रही है।जल संकट को लेकर सरकार और उपराज्यपाल के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। एक तरफ आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि पानी की कमी का संकट पैदा करने के लिए बीजेपी ने षड्यंत्र रचा है। दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने दावा किया है कि बीजेपी हरियाणा की अपनी सरकार के जरिए दिल्ली को मिलने वाला पानी रोक रही है, ताकि लोग परेशान हों।उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आम आदमी पार्टी की सरकार की आलोचना की है।सक्सेना ने एक बयान जारी कर केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है।

एलजी वीके सक्सेना ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में पानी को लेकर दिल्ली सरकार का बेहद गैर जिम्मेदाराना रवैया देखने को मिल रहा है। आज दिल्ली में महिलाएं, बच्चे, बूढ़े और जवान अपनी जान जोखिम में डालकर एक बाल्टी पानी के लिए टैंकरों के पीछे भागते दिखाई दे रहे हैं। देश की राजधानी में ऐसे हृदय विदारक दृश्य देखने को मिलेंगे, इसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। मगर, सरकार अपनी विफलताओं के लिए अन्य राज्यों पर दोषारोपण कर रही है।मुख्यमंत्री द्वारा दिल्ली में 24 घंटे पानी सप्लाई करने का वादा अबतक तो एक छलावा ही साबित हुआ है।

एलजी सक्सेना ने कहा कि उन्हें बताया है कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश लगातार अपने निर्धारित कोटे का पानी दिल्ली को दे रहे हैं। इसके बावजूद, दिल्ली में पानी की कमी की जो सबसे बड़ी वजह है, वो यह है कि जितने पानी का उत्पादन हो रहा है, उसके 54 प्रतिशत का कोई हिसाब ही नहीं है। 40 प्रतिशत पानी सप्लाई के दौरान पुरानी और जर्जर पाइप लाइनों की वजह से बर्बाद हो जाता है।

एलजी ने कहा कि पिछले 10 साल में दिल्ली सरकार द्वारा हज़ारों करोड़ रुपए खर्च हुए लेकिन इसके बावजूद समाधान नहीं निकला। इसी पानी को चोरी करके टैंकर माफिया को बेचा जा रहा है। एक तरफ दिल्ली के अमीर इलाके में प्रतिदिन औसतन प्रति व्यक्ति 550 लीटर पानी सप्लाई हो रहा है जबकि गांव-कच्ची बस्तियों में प्रतिदिन औसतन प्रति व्यक्ति 15 लीटर पानी सप्लाई हो रहा है। आज भी वाज़ीराबाद को छोड़कर बाकी के प्लांट अपनी क्षमता से ज़्यादा पानी का उत्पादन कर रहे हैं। मैं दिल्ली में पानी की कमी का ज़िम्मेदार सिर्फ दिल्ली सरकार के कुप्रबंधन को मानता हूं। 

वीके सक्सेना ने कहा कि पिछले 10 वर्षों के दौरान अपनी अक्षमता को छिपाना दिल्ली सरकार की आदत बन गई है। वे अपनी हर विफलता के लिए दूसरों को दोषी ठहराते हैं और सोशल मीडिया पर प्रेस कांफ्रेंस करके अपनी जिम्मेदारियों से बचते हैं। मेरा मानना है कि दिल्ली में पानी की कमी केवल सरकार के कुप्रबंधन के कारण है। ये लोग कोर्ट में केस कर जनता को गुमराह कर रहे हैं

सातवें चरण के दिग्गजः पीएम मोदी, कंगना, पवन सिंह और अभिषेक बनर्जी समेत ये हस्तियां मैदान में

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आज लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के लिए वोट डाले जा रहे हैं। आज 8 राज्यों की 57 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। इन 8 राज्यों की 57 सीटों में से कुछ सीटों पर खासकर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। इसमें से एक सीट है वाराणसी, जहां से पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा अभिनेत्री कंगना रनौत, टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और भोजपुरी कलाकार पवन सिंह की भी सीटें शामिल हैं।

अंतिम चरण में ये हस्तियों मैदान में

नरेंद्र मोदी (वाराणसी): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार इस हाई-प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं. विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक ने पीएम मोदी के वर्चस्व को चुनौती देने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय का समर्थन किया है. पीएम मोदी ने साल 2014 और 2019 में इस लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी.

रवि किशन (गोरखपुर): अभिनेता और भाजपा नेता रवि किशन को उत्तर प्रदेश की गोरखपुर सीट से भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है. समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार काजल निषाद उनके खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में रवि किशन ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रामभुआल निषाद को पराजित किया था. भाजपा ने फिर से उन्हें इस सीट से उम्मीदवार बनाया है

अफजाल अंसारी (गाजीपुर): समाजवादी पार्टी ने अफजाल अंसारी को गाजीपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. साल 2019 में बसपा की सीट पर चुनाव लड़ते हुए उन्होंने बीजेपी के मनोज सिन्हा को हराया था. इस सीट से बीजेपी के पारसनाथ राय और बीएसपी के उमेश कुमार सिंह चुनाव मैदान में हैं.

रविशंकर प्रसाद (पटना साहिब): पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद भाजपा के गढ़ से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार अंशुल अभिजीत से चुनौती मिल रही है, जो पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के बेटे हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा नेता ने शत्रुघ्न सिन्हा को पराजित किया था

पवन सिंह (काराकाट): भोजपुरी स्टार पवन सिंह आसनसोल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद काराकाट से एनडीए उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. सीपीआई के राजा राम सिंह भी चुनाव मैदान में हैं.

कंगना रनौत (मंडी): बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से चुनावी मैदान में हैं. उनका लक्ष्य भाजपा के लिए यह सीट जीतना है. उनके खिलाफ कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह मैदान में हैं. मंडी को वीरभद्र के परिवार का गढ़ माना जाता है.

अनुराग ठाकुर (हमीरपुर): केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हमीरपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार सतपाल सिंह रायजादा से हैं. अनुराग ठाकुर पिछले तीन लोकसभा चुनाव से इस सीट से जीत हासिल करते रहे हैं.

अभिषेक बनर्जी (डायमंड हार्बर): तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी पश्चिम बंगाल की हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट डायमंड हार्बर से चुनाव लड़ रहे हैं. सीपीआई (एम) के प्रतीकुर रहमान और भाजपा के अभिजीत दास उनके खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. साल 2014 और 2019 में अभिषेक बनर्जी इस सीट से जीत हासिल कर चुके हैं

मीसा भारती (पाटलिपुत्र): बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से राजद की उम्मीदवार हैं. बीजेपी ने उनके खिलाफ सांसद राम कृपाल यादव को उतारा है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में रामकृपाल यादव के हाथों मीसा भारती पराजित हुई थीं

चरणजीत सिंह चन्नी (जालंधर): पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को जालंधर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है. चन्नी का मुकाबला आप के उम्मीदवार पवन कुमार टीनू और शिरोमणि अकाली दल के मोहिंदर सिंह केपी से है

लोकसभा चुनाव 2024: अंतिम चरण में आठ राज्यों की 57 सीटों पर मतदान शुरू, पीएम मोदी समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर*
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लोकसभा चुनाव 2024 अब अपने अंतिम चरण में है। लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के लिए मतदान शुरू हो चुका है। इस चरण में सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की कुल 57 लोकसभा सीटों पर आज मतदान हो रहा है। सातवें चरण में पंजाब की सभी 13, हिमाचल प्रदेश की 4, पश्चिम बंगाल की 9, बिहार की 8, ओडिशा की 6, झारखंड की 3 और चंडीगढ़ की एक सीट पर भी मतदान होगा। आखिरी चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, अभिनेत्री कंगना रणौत और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती की किस्मत का फैसला होना है। इस चरण में कुल 10.06 करोड़ मतदाता 904 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। कुल 1.09 लाख मतदान केंद्र बनाए गए हैं।इसके साथ ही आखिरी चरण के मतदान में ओडिशा विधानसभा की शेष 42 सीटों के अलावा हिमाचल विधानसभा की छह सीटों के उपचुनाव के लिए भी वोटिंग होगी। *पीएम मोदी ने लोगों से की खास अपील* आखरी चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से खास अपील की है। पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा ‘लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में आज वोटिंग होने जा रही है। इस चरण के सभी मतदाताओं से मेरा निवेदन है कि लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। मुझे विश्वास है कि हमारे युवा और महिला मतदाता वोट डालने के लिए रिकॉर्ड संख्या में आगे आएंगे। आइए, मिलकर अपने लोकतंत्र को और अधिक जीवंत बनाएं।’ *यूपी के इन सीटों पर मतदान आज* उत्तर प्रदेश में इस चरण की 13 लोकसभा सीट में महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव (सुरक्षित), घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज (सुरक्षित) शामिल हैं, जो 11 जिलों में स्थित हैं. सातवें चरण में राज्य की 13 लोकसभा सीट में से 11 सामान्य श्रेणी की हैं, जबकि दो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। *बिहार में इन सीटों पर मतदान आज* बिहार में इस चरण में सासाराम, नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, काराकाट और जहानाबाद में मतदान होगा जहां लगभग 1.62 करोड़ मतदाता 134 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला करेंगे। राज्य में केंद्रीय मंत्री आर के सिंह आरा से जीत की ‘हैट्रिक’ बनाने की कोशिश में हैं, जहां उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाकपा माले के मौजूदा विधायक सुदामा प्रसाद हैं। पटना साहिब से भाजपा के वरिष्ठ सांसद रविशंकर प्रसाद उम्मीदवार हैं और उनका मुकाबला कांग्रेस प्रवक्ता अंशुल अभिजीत से है। पाटलिपुत्र में मीसा भारती तीसरी बार किस्मत आजमा रही हैं। भाजपा सांसद रामकृपाल यादव इस सीट पर जीत की ‘हैट्रिक’ बनाने के प्रयास में हैं। *पश्चिम बंगाल की की इन सीटों पर वोटिंग* लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में पश्चिम बंगाल की दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर सीट पर मतदान होगा। इन सभी सीट पर 2019 लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर से चुनाव लड़ रहे हैं। दो बार के सांसद अभिषेक बनर्जी का मुकाबला मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रतिकुर रहमान और भाजपा के अभिजीत दास से है।
पीएम मोदी बोले- 'गांधी' फ़िल्म बनने के बाद दुनिया ने महात्मा को जाना, विपक्ष ने खोला मोर्चा


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में ये दावा किया कि रिचर्ड एटनबरो की फ़िल्म 'गांधी' के बनने के बाद दुनिया को उनमें दिलचस्पी हुई। एक समाचार चैनल को दिए एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने 'गांधी के प्रचार-प्रसार' में पिछली सरकारों की नाकामी का ज़िक्र करते हुए ये सवाल उठाया कि "क्या इस 75 साल में हमारी जिम्मेवारी नहीं थी क्या कि पूरी दुनिया महात्मा गांधी को जानें" लेकिन "ऐसा हमने नहीं किया।

भारतीय समाज और संस्कृति के प्रति विपक्ष की समझ को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "इन्होंने (विपक्ष) राजनीति के शॉर्टकट ढूंढे हैं। इसलिए वो वोटबैंक की राजनीति में फंस गए हैं और वोटबैंक की राजनीति में फंसने के कारण वे लोग घोर सांप्रदायिक हो गए, घोर जातिवादी हो गए, घोर परिवारवादी हो गए।

विपक्ष पर ग़ुलामी की मानसिकता से ग्रसित होने का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी ने कहा, "(विपक्ष) गुलामी की मानसिकता से बाहर नहीं आए। वरना क्या कारण है कि 19वीं शताब्दी के कानून आज 21वीं शताब्दी में चेंज करने की नौबत आई। ये पहले होना चाहिए था. ये दुर्दशा रही है।

इसी सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने महात्मा गांधी का ज़िक्र किया और कहा, "दुनिया में महात्मा गांधी एक बहुत बड़े महान आत्मा थे. क्या इस 75 साल में हमारी जिम्मेवारी नहीं थी क्या कि पूरी दुनिया महात्मा गांधी को जानें।

"कोई नहीं जानता है, माफ करना मुझे।पहली बार जब गांधी फ़िल्म बनी तब दुनिया में क्यूरिओसिटी हुई कि अच्छा ये कौन है? हमने नहीं किया जी। इस देश का काम था..."

"अगर मार्टिन लूथर किंग को दुनिया जानती है, अगर हमारे साउथ अफ्रीका के नेल्सन मंडेला जी को दुनिया जानती है, गांधी जी किसी से कम नहीं थे। ये मानना पड़ेगा। मैं दुनिया घूमने के बाद कह रहा हूं कि गांधी को और गांधी के माध्यम से भारत को तवज्जो मिलनी चाहिए थी।

"आज दुनिया की कई समस्याओं का समाधान गांधी हैं, लेकिन हम गांधी को... हमने अपना बहुत कुछ खोया है। आज स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी मैंने बनाया, दांडी मैंने बनाया. दांडी जाकर देखिए। मैंने बाबा साहेब आंबेडकर के पंच तीर्थ बनाए। आप जाकर देखिए। हमारे इतिहास को जीना चाहिए हमने। इतिहास से हमें जुड़े रहना चाहिए। उसमें सांस्कृतिक विरासत भी है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा, "सिर्फ 'एंटायर पॉलिटिकल साइंस' के छात्र को ही महात्मा गांधी के बारे में जानने के लिये फिल्म देखने की ज़रूरत रही होगी."

तृणमूल कांग्रेस की नेता और पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा ने पीएम मोदी के इस बयान वाला वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, "कोई गांधी को नहीं जानता था."

केरल कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी की 1930 के दशक में लंदन, पेरिस और स्विट्ज़रलैंड की यात्रा की तस्वीरें साझा की हैं.

केरल कांग्रेस ने एक्स पर लिखा, "लंदन, स्विट्ज़रलैंड और पेरिस में गांधी जहां भी गए भीड़ ने उन्हें घेर लिया. अपने जीवनकाल में गांधी दुनिया में सबसे लोकप्रिय नेता थे. भारत को अब भी गांधी और नेहरू के नाम से जाना जाता है. गांधी अपने सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों के लिए जाने जाते थे. कम से कम जब बात गांधी की हो, तब तो सच बोलिए."

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा है, "पता नहीं निवर्तमान प्रधानमंत्री कौन सी दुनिया में रहते हैं जहां 1982 से पहले महात्मा गांधी दुनिया भर में नहीं माने जाते थे. यदि किसी ने महात्मा की विरासत को नष्ट किया है तो वह स्वयं निवर्तमान प्रधानमंत्री ही हैं."

"वाराणसी, दिल्ली और अहमदाबाद में उनकी ही सरकार ने गांधीवादी संस्थाओं को नष्ट किया है. यही आरएसएस कार्यकर्ताओं की पहचान होती है कि वे महात्मा गांधी के राष्ट्रवाद को नहीं जानते."

"उनकी विचारधारा ने जो माहौल बनाया था, उसी वजह से नाथूराम गोडसे ने गांधीजी की हत्या की. 2024 का चुनाव महात्मा भक्त और गोडसे भक्त के बीच में हुआ है. निवर्तमान प्रधानमंत्री और उनके गोडसे भक्त साथियों की हार ज़ाहिर है."

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पीएम मोदी की टिप्पणी पर तंज करते हुए कहा है, "क्योंकि राजा पढ़ा चौथी तक और गांधीजी का पाठ पाँचवीं में आया."

जानेमाने वकील प्रशांत भूषण ने कहा, "एंटायर पोलिटिकल साइंस के विद्वान बता रहे हैं कि महात्मा गांधी को कोई नहीं जानता था दुनिया में, जब तक एक फ़िल्म उनके बारे में नहीं बनी."

तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सांसद और पूर्व पत्रकार सागरिका घोष ने कहा, "इसमें हैरत की बात नहीं है.जो लोग नाथूराम गोडसे से प्रभावित हैं, वे गांधी के बारे में कुछ नहीं जानते हैं। रिचर्ड एटनबरो की फ़िल्म गांधी में महात्मा गांधी का रोल बेन किंग्स्ले ने निभाया था. ये तस्वीर उसी फ़िल्म की शूटिंग के दौरान खींची गई थी। 

ब्रितानी निर्देशक रिचर्ड एटनबरो की फ़िल्म 'गांधी' को साल 1983 में दो श्रेणियों में ऑस्कर पुरस्कार मिला था। एटेनबरा को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का अवॉर्ड मिला था जबकि गांधी को सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का।

एटेनबरा ने पुरस्कार ग्रहण करने के बाद कहा था, "सही मायनों में इसके ज़रिये आपने गांधी को सम्मानित किया है। वह लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत थे। मुझे उनमें जो सबसे असाधारण बात लगती है वह यह है कि गांधी आज भी प्रेरणा के स्रोत हैं। आपके महान नायक मार्टिन लूथर किंग जूनियर को भी महात्मा गांधी से ही प्रेरणा मिली थी।

ब्रितानी निदेशक ने कहा था, "पोलैंड के राष्ट्रवादी नेता लैक वलेसा ने जेल से निकलने के बाद कहा था कि वह पहले जो कुछ कर रहे थे उससे कुछ नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि मानवीय गरिमा और शांति पाने का एक ही रास्ता है और वह है गांधी का रास्ता। गांधी ने कहा था कि हमें उस तरीक़े के बारे में सोचना चाहिए जिसके माध्यम से हम अपनी समस्याएं सुलझाना चाहते हैं. 20वीं शताब्दी में हम जिस तरह से मानवीय गरिमा को तलाश कर रहे हैं उससे अंतत: हम एकदूसरे का सिर उड़ा देंगे।

रिचर्ड एटनबरो ने कहा था, "गांधी ने हमें इस तरीके पर पुनर्विचार करने को कहा था। उन्होंने कहा था कि अगर हम अहिंसा के रास्ते पर चलें तो समस्याएं सुलझाने का तरीका उससे अलग होगा जो हम आज अपना रहे हैं। मुझे लगता है कि उनके पास दुनिया में सभी के लिए कुछ न कुछ संदेश था।

पाकिस्तान का बड़ा कबूलनामा, कश्मीर को बताया विदेशी क्षेत्र

#pakistan_acknowledged_that_kashmir_is_foreign_territory

अब तक कश्मीर को लेकर पाकिस्तान वैश्विक मंच पर भारत को हमाने नीचा दिखाने की कोशिश की है। हालांकि अब उसी पीओके को लेकर पाकिस्तान ने सच स्वीकार कर लिया है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट में पाकिस्तान के एक0 सरकारी वकील ने जो बात कही है, वो भारत के लिए खुश कर देने वाली बात है, वहीं दुनियाभर के लिए चौंकाने वाली खबर है।पाकिस्तान ने मान लिया है कि पीओके विदेशी क्षेत्र है और उसका हिस्सा नहीं है।

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के कवि और पत्रकार अहमद फरहद शाह करीब दो हफ्ते पहले गायब हो गए थे। उनकी गुमशुदगी पर परिजन कोर्ट पहुंचे तो पता चला कि वह पुलिस की कस्टडी में हैं। इसके बाद उनके परिजनों ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट का रुख किया। इस मामले में शुक्रवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से पेश हुए वकील ने पीओके को पाकिस्तान का हिस्सा ना बताते हुए विदेशी क्षेत्र कहकर संबोधित किया। 

सरकारी वकील इस्लामाबाद से अगवा कवि अहमद फरहाद को लेकर सरकार का बचाव कर रहे थे, तभी उन्होंने कहा कि वो 'आजाद कश्मीर' में 2 जून तक रिमांड पर रहेंगे। सरकारी वकील ने कहा कि उसे इस्लामाबाद कोर्ट के सामने पेश नहीं किया जा सकता क्योंकि आजाद कश्मीर हमारा नहीं बल्कि एक विदेशी क्षेत्र है। अहमद फरहद शाह के वकीलों ने कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत में ये बताया।

हाईकोर्ट भी सरकारी वकील के दावे पर हैरान हुआ और उसने कहा कि अगर "आजाद कश्मीर" एक विदेशी क्षेत्र है, तो फिर पाकिस्तानी रेंजर्स यहां पाकिस्तान से कैसे प्रवेश कर गए। साथ ही इस्लामाबाद उच्च न्यायालय को बुधवार को सूचित किया गया कि लापता कवि और पत्रकार अहमद फरहाद शाह आजाद कश्मीर में धीरकोट पुलिस की हिरासत में हैं।

छह दिन की पुलिस हिरासत में प्रज्ज्वल रेवन्ना, अश्लील वीडियो मामले में हैंआरोपी

#prajwal_revanna_6_days_police_custody_arrested

जेडीएस के निलंबित सांसद प्रज्वल रेवन्ना को कोर्ट ने छह जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना गुरुवार की रात को जर्मनी से बेंगलुरु लौटे थे। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने उन्हें एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया था।गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने छह जून तक पुलिस हिरासत का आदेश दिया है।

बेंगलुरु से गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को मेडिकल जांच के बाद प्रज्वल रेवन्ना को बेंगलुरु की 42वीं एसीएमएम अदालत में पेश किया गया और हिरासत में लेने का अनुरोध किया गया। अदालत ने एसआईटी की याचिका स्वीकार कर ली और प्रज्वल रेवन्ना को छह जून तक तक के लिए एसआईटी की हिरासत में भेजने का आदेश दिया। एसपीपी अशोक नाइक ने एसआईटी की ओर से बहस की, जबकि अरुण नाइक ने प्रज्वल की ओर से दलील दी।

एसआईटी की ओर से एसपीपी अशोक नाइक ने दलील दी कि सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर रेप का आरोप है। लोकसभा चुनाव से पहले उनका अश्लील वीडियो वायरल हुआ था। मामले में सौ से अधिक पीड़ित हैं। कुछ महीने पहले इसे मीडिया में प्रसारित करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। उसने जज के सामने तर्क दिया कि वह एक विकृत व्यक्ति है और उसने अपने अश्लील दृश्य का वीडियो टेप कर लिया। जज के सवाल का जवाब देते हुए एसपीपी अशोक नाइक ने कहा कि वह वीडियो वायरल होने के बाद देश छोड़ दिया। उसे गिरफ्तार कर जांच की जाए तो सच्चाई पता चल जाएगी।

अधिवक्ता अरुण नाइक ने प्रज्वल रेवन्ना की ओर से दलील दी। उन्होंने कहा कि पीड़िता ने पहले बलात्कार की शिकायत नहीं की थी। मामले में पीड़ित की कोई भी उपस्थिति दर्ज नहीं की गई थी।वकील अरुण ने अन्य मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि इस मामले में हिरासत नहीं मिल सकती। मुझे नहीं पता कि 15 दिन की पुलिस हिरासत की जरूरत क्यों है? प्रज्वल जांच में सहयोग करने को तैयार है।

आयकर विभाग ने चुनाव के दौरान जब्त किए 1100 करोड़ कैश और आभूषण, पिछले चुनाव की तुलना में 182 प्रतिशत बढ़ोतरी

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लोकसभा चुनाव के लिए कल यानी 1 जून को सातवां व अंतिम चरण की वोटिंग होनी है। मिल रही है कि इस 2024 के चुनाव के दौरान इनकम टैक्स विभाग की तो चांदी ही चांदी हो गई है। इस चुनाव के दौरान विभाग ने 1000 करोड़ से ज्यादा के कैश व ज्वेलरी पकड़े हैं। जानकारी के मुताबिक, ये आकंड़ा अभी और बढ़ सकता है। सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी गई है। सूत्रों के अनुसार, 30 मई 2024 तक, विभाग ने लगभग 1100 करोड़ रुपये की नकदी और आभूषण जब्त किए, जो 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान जब्त किए गए 390 करोड़ रुपये की तुलना में 182 प्रतिशत अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक,सबसे ज्यादा जब्ती के मामले दिल्ली और कर्नाटक से आए हैं। हर राज्य में 200 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी और आभूषण जब्त हुई है। वहीं, दूसरे नंबर पर तमिलनाडु है, जहां 150 करोड़ रुपये की जब्त हुए हैं। फिर आंध्र प्रदेश,तेलंगाना और ओडिशा में सामूहिक रूप से 100 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी और आभूषण जब्त किए गए हैं।

देश में आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) 16 मार्च को लागू हुई, जिस दिन भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनावों की तारीखों की का एलान किया। तब से, आयकर विभाग बेहिसाब नकदी और कीमती सामानों की निगरानी और जब्त करने में सतर्क रहा, जो संभावित रूप से मतदाताओं को प्रभावित कर सकते हैं। एजेंसियों ने नकदी, शराब, मुफ्त वस्तुएं, ड्रग्स,आभूषण और अन्य वस्तुएं की हेराफेरी पर पैनी नजर बनाए रखा हैं। हर राज्य ने नकदी की अवैध आवाजाही को रोकने के लिए 24x7 कंट्रोल रूम बनाए हैं।

चुनावी नतीजों से पहले INDIA गठबंधन ने बुलाई बैठक, 1 जून को दिल्ली में जुट रहे विपक्षी नेता

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लोकसभा चुनाव के सातवें चरण और अंतिम चरण के लिए कल यानी 1 जून को वोट डाले जाने हैं। इसी दिन विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन की दिल्ली में एक अहम बैठक हो रही है। इस बैठक में इंडिया गठबंधन से जुड़े सभी दलों के दिग्गज शामिल हो रहे हैं। विपक्षी गठबंधन से अलग होकर अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने वाली टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इस बैठक का हिस्सा नहीं होंगी लेकिन उन्होंने अपनी पार्टी के किसी प्रतिनिधि को भेजने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के नेता चुनाव के नतीजों को लेकर समीक्षा करेंगे। साथ ही साथ आपस मे एकजुटता बनाए रखने की कोशिश पर जोर देंगे।

कल्पना सोरेन भी होंगी बैठक का हिस्सा

दिल्ली में एक जून को इंडिया गठबंधन की होने वाली बैठक में सभी सहयोगियों को बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। कांग्रेस की मेजबानी में होने वाली इंडिया गठबंधन की बैठक में शरद पवार से लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉफ्रेंस से फारुख अब्दुल्ला, डीएमके से तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, जेएमएम से सीएम चंपई सोरेन, कल्पना सोरेन और आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल शामिल होंगे। शिवेसना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे देश से बाहर हैं, जिसके चलते उनकी जगह पर पार्टी का प्रतिनिधि शिरकत करेगा। इसके अलावा इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य दूसरे नेता भी हिस्सा लेंगे। कांग्रेस की तरफ से मल्लिकार्जुन खरगे से लेकर राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल सहित पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे।

नतीजों से पहले ये बैठक क्यों है अहम?

2024 के लोकसभा चुनाव में किसी भी दल के पक्ष में कई लहर नहीं देखी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषक भी मान रहे हैं कि अलग-अलग राज्य में अलग तरह की राजनीतिक लहर देखने को मिल रही है। 2014 और 2019 की तरह बीजेपी के पक्ष में इस बार लहर नहीं है। ऐसे में बीजेपी के लिए अपने पुराने नतीजे को दोहराना आसान नहीं है। एनडीए गठबंधन अगर बहुमत से दूर रहता है तो फिर इंडिया गठबंधन में शामिल दलों की भूमिका अहम हो जाएगी। ऐसे में इंडिया गठबंधन नतीजे के बाद की स्थिति को लेकर विचार-विमर्श और भविष्य की रणनीति पर अभी से ही मंथन करने में जुट गया है।

क्या इंडिया गठबंधन को मिल रहा स्पष्ट बहुमत

वहीं, कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल भी ये दावा कर रहे हैं कि इस बार इंडिया गठबंधन सरकार बनाने जा रही है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने गुरुवार को कहा कि इस लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन स्पष्ट व निर्णायक जनादेश हासिल करेगा और नतीजों के 48 घंटे के भीतर प्रधानमंत्री का चयन कर लिया जाएगा। लोकसभा चुनाव के सातवें व अंतिम चरण के मतदान से पहले प्रचार के आखिरी दिन इंटरव्यू में जयराम रमेश ने यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन में जिस पार्टी को सबसे अधिक सीट मिलेंगी, वही पार्टी अगली सरकार के नेतृत्व के लिए स्वाभाविक दावेदार होगी। उनका यह भी कहना था कि बहुमत मिलने के बाद एनडीए के भी कुछ साथी शामिल हो सकते हैं। हालांकि कांग्रेस आलाकमान को यह तय करना होगा कि उन्हें गठबंधन में शामिल किया जाए या नहीं।

उत्तराखंड सरकार ने उठाया बड़ा कदम, अब इस तारीख तक लगाई चारधाम यात्रा में VIP दर्शन पर रोक

चारधाम यात्रा में उमड़ रही भक्तों की भीड़ के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार ने बृहस्पतिवार को मंदिरों में VIP दर्शन पर प्रतिबंध 10 जून तक के लिए बढ़ा दिया. उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेश की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने इस सिलसिले में एक चिट्ठी लिखकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को सूचित कर दिया है.

वही अपनी चिट्ठी में रतूड़ी ने अपने समकक्षों को जनता को अनिवार्य पंजीकरण के बारे में जागरूक करने के लिए आभार जताते हुए कहा कि उनके सहयोग की वजह से प्रदेश सरकार को चारधाम यात्रा के प्रभावी प्रबंधन में सहायता प्राप्त हुई है. मुख्य सचिव ने अनुरोध किया कि मंदिरों में भक्तों की भारी संख्या के मद्देनजर सुविधा की दृष्टि से 10 जून तक गणमान्य व्यक्ति तथा अन्य VIP धामों के दर्शन के लिए न आएं.

वही इससे पहले, प्रदेश सरकार ने 25 मई तक VIP दर्शन पर पाबंदी लगायी थी, जिसे बाद में 31 मई तक बढ़ा दिया गया. 10 मई को चारधाम यात्रा आरम्भ होने के पश्चात् से अब तक 13.84 लाख भक्त भगवान के दर्शन कर चुके हैं. अब तक केदारनाथ में 5 लाख 70 हजार 465, बदरीनाथ में 3 लाख 20 हजार 773, यमुनोत्री में 2 लाख 50 हजार 826 और गंगोत्री में 2 लाख 42 हजार 624 भक्त पहुंच चुके हैं.