भीषण गर्मी लोगों पर कहर : बच्चे से लेकर बड़े-बूढ़े तक गंभीर रूप से पड़ रहे बीमार, अस्पतालों में इस बीमारी से ग्रस्त मरीजों की बढ़ रही तदाद

डेस्क : पूरा बिहार इनदिनों जानलेवा गर्मी की चपेट में है। आसमान से आग बरस रहा है। भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। आलम यह है कि सुबह 9 बजे के बाद घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। तापमान 9 बजते-बजते 35 डिग्री के पार चला जा रहा है। जो दिन में बढ़कर 42 से 48 डिग्री के पार चला जा रहा है। कई शहरों में गर्मी का पिछले 50 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। भीषण गर्मी से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इंसान के साथ-साथ जानवर और पशु-पक्षी भी बेहाल है। सूरज की प्रचंड किरणें और शुष्क पछुआ के प्रवाह से राज्य के कई जिलों में हीट वेव की स्थिति बनी हुई है। 

भीषण गर्मी लोगों पर कहर बनकर टूट रही है। गर्मी के कारण बच्चे से लेकर बड़े-बूढ़े तक गंभीर रूप से बीमार पड़ रहे हैं। पहले से बीमार लोगों की बीमारी और गंभीर हो रही है। गर्मी का लोगों के व्यवहार और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ा है। लोगों में चिड़चिड़ापन, गुस्सा, अनिंद्रा, बेचैनी जैसी परेशानी बढ़ी है। अस्पतालों के ओपीडी से लेकर गर्मी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है। 

बीते बुधवार को पीएमसीएच, आईजीआईएमएस, एनएमसीएच, न्यू गार्डिनर रोड और आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल की पड़ताल में ये बात सामने आई है। पीएमसीएच में मरीजों के लिए पीने के पानी तक की कोई व्यवस्था नहीं है। ओपीडी में सन बर्न, तेज बुखार, चक्कर आने, सर्दी, खांसी, डायरिया, भूख नहीं लगने, पेशाब कम होने जैसी समस्याओं से पीड़ित पहुंच रहे हैं। वहीं इमरजेंसी में लू, तेज बुखार, डायरिया, शरीर में पानी की कमी, चक्कर आने, सांस की परेशानी से पीड़ित होकर भर्ती हो रहे हैं।

यहां ओपीडी में डिहाइड्रेशन, सिर दर्द, चक्कर आने, हाई ब्लड प्रेशर, तेज बुखार से पीड़ितों की संख्या बढ़ गई है। दोहपर में भी ओपीडी के कतार में 10 से 12 लोग लगे थे। अस्पताल की डॉक्टर रूपम ने बताया कि सुबह से 30 से 35 मरीज गर्मी के कारण बीमार होकर इलाज कराने पहुंच चुके हैं। इसके अलावा रात्रि में भी मरीजों के आने से सिलसिला जारी है।

आसमान से बरस रहा आग : बिहार के इस जिले में तापमान 48 डिग्री पार, गया में टूटा 54 साल का रिकॉर्ड

डेस्क : पूरा बिहार इनदिनों जानलेवा गर्मी की चपेट में है। आसमान से आग बरस रहा है। भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। आलम यह है कि सुबह 9 बजे के बाद घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। तापमान 9 बजते-बजते 35 डिग्री के पार चला जा रहा है। जो दिन में बढ़कर 42 से 48 डिग्री के पार हो जा रहा है। भीषण गर्मी से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इंसान के साथ-साथ जानवर और पशु-पक्षी भी बेहाल है। सूरज की प्रचंड किरणें और शुष्क पछुआ के प्रवाह से राज्य के कई जिलों में हीट वेव की स्थिति बनी हुई है। 

औरंगाबाद रहा सबसे गर्म तो गया में 54 साल का टूटा रिकॉर्ड

मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण बिहार के जिले गर्मी से अधिक बेहाल हैं। बुधवार को औरंगाबाद का अधिकतम तापमान 48.2 डिग्री दर्ज किया गया। यह इस सीजन में बिहार के किसी शहर का अधिकतम तापमान है। राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 42 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं गया में अधिकतम तापमान का 54 साल का रिकॉर्ड टूट गया। बुधवार को गया का तापमान 47.7 डिग्री रहा। वहीं डेहरी में 11 मई 1988 को 49.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। 

पटना में भी दिन में प्रचंड गर्मी है। हीट वेव जैसे हालात बने हुए हैं। यहां गर्म रात की स्थिति बन गई है। सुबह में न्यूनतम तापमान 30 डिग्री पार कर गया है। लोगों को सुबह जागते ही वातावरण में तपिश का एहसास हो रहा है। आम लोगों से लेकर पशु पक्षी तक बेहाल हैं। मॉर्निंग वॉकरों की कमी पार्कों में दिखने लगी हैं। मंडी मौन है और सड़कों पर सन्नाटा। पंखा और कूलर फेल हो गया है। दिनभर एसी के पास बैठे रह रहे हैं। लोग शीतल पेय से गला तर कर चिकित्सीय निर्देशों का पालन कर रहे हैं।

प्रमुख शहरों का तापमान

पटना 42, गया 47.7, औरंगाबाद 48.2, डेहरी 46.8, शेखपुरा 46.2, बक्सर 45.9, भोजपुर 46.6, बेगूसराय 44.8, नवादा 47.7, राजगीर 45.6, जीरादेई 45.2, अरवल 47.1, बिक्रमगंज 46.5, भागलपुर 39.8, पूर्णिया 37.8।

स्कूली बच्चों के बीमार होने के बाद के.के पाठक के खिलाफ एकजुट हुआ विपक्ष और सत्ता पक्ष, उठाई कार्रवाई की मांग

डेस्क : बीते कुछ दिनों से प्रदेश में भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। आसमान से आग बरस रही है। आलम यह है कि सुबह 9 बजे के बाद घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। तापमान 9 बजते-बजते 35 डिग्री के पार चला जा रहा है। जो दिन में बढ़कर 40-42 डिग्री हो जा रहा है। वहीं  शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक के आदेश से इस भीषण गर्मी में स्कूल खुले हुए। जिससे सरकारी विद्यालयों में कई बच्चों के बेहोश होने की खबर भी सामने आई है। इसको लेकर अब विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष ने के.के पाठक पर सरकार से कार्रवाई की मांग की हैं।

दरअसल, प्रचंड गर्मी में भी विद्यालयों को बंद ना किए जाने पर सभी में नाराजगी देख रही है। इस मामले में अब लोजपा(रा) के चीफ चिराग पासवान ने भी के के पाठक पर कार्रवाई की मांग की है। चिराग पासवान ने कहा कि, यह गंभीर विषय है। इसको गंभीरता से लेनी चाहिए।  अगर कहीं कोई लापरवाही हो रही है तो इसकी जांच होनी चाहिए। बिहार सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि, तापमान लगातार बढ़ रहा है ऐसे में अगर विद्यालय बंद होना हो तो बंद हो। वहीं उन्होंने ये भी कहा है अगर इस मामले में कोई आधिकारी बाधा बन रहा है तो उसपर कार्रवाई हो।

वही वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा कि के.के पाठक जी को हम समझते थे अच्छा ऑफिसर है। पहले कुछ अच्छे निर्णय लिए थे, लेकिन हाल के दिनों में उनका जो निर्णय हो रहा है वो शिक्षक को और छात्रों को परेशान कर रहा है। वे अपना वर्चस्व कायम कर रहे हैं । 6 बजे सुबह स्कूल में पहुंचना है। यह सारी चीज कहीं ना कहीं सही नहीं है। पूरे देश लेवल पर देखना चाहिए कि पूरे देश लेवल पर जिस तरह की पढ़ाई हो रही है। इस तरह का बिहार में भी होना चाहिए। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को संज्ञान लेना चाहिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौन है। उनको ऐसे अधिकारी को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए और सही निर्णय लेना चाहिए।

वहीं इसके पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इस मामले में बयान दिया। उन्होंने कहा कि, बिहार में लोकतंत्र, सरकार नहीं रह गई है। यहां अफसरशादी चरम पर है। यहां विद्यालय के समय को लेकर मुख्यमंत्री की बात भी नहीं सुनी जाती है। इतनी गर्मी में डॉक्टर भी मना करने हैं बाहर निकलने से। लेकिन इस हालात में भी सीएम कुछ नहीं कर पा रहे हैं। उनको घेर के रख लिया है लोग, उनके हाथ में कुछ नहीं है।
छात्र हर्षराज हत्याकांड को लेकर राजभवन सख्त : सभी हॉस्टल बंद करने का दिया निर्देश, कुलपति, डीएम-एसएसपी को राजभवन बुला दिया यह निर्देश

डेस्क : बीएन कॉलेज के छात्र की पटना विश्वविद्यालय कैंपस में पीट-पीटकर हत्या किये जाने का मामला तूल पकड़ लियाय है। बीते मंगलवार को छात्रों ने इस मामले को लेकर पटना में उग्र प्रदर्शन किया। वहीं अब इस हत्या मामले में राजभवन भी सख्त हो गया है। राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मंगलवार को कुलपति, डीएम व एसएसपी को राजभवन बुला विस्तृत जानकारी ली। दोषियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। साथ ही बुधवार से सभी हॉस्टल को बंद करने का भी निर्देश दिया। राज्यपाल ने भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने एवं छात्रावासों को अराजक तत्वों से मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस व विवि को आपस में मिलकर प्रभावी कार्य योजना बनाने को कहा है। उन्होंने छात्रावासों में अराजकता फैलाने वाले लोगों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई को कहा है। राज्यपाल ने कहा कि ऐसे शरारती एवं अराजक तत्वों पर पैनी नजर रखी जाए। इस संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी मिलने पर पुलिस को तत्काल सूचित किया जाए। इस बीच, पटना विश्वविद्यालय ने गर्मी की छुट्टी को देखते हुए एक जून से सभी छात्रावास को बंद करने का फैसला किया। सभी छात्रों को एक जून के पहले छात्रावास खाली करने का आदेश दिया गया है। सभी अधीक्षक को छात्रावास खाली कराने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके बाद आगे निर्णय लिया जाएगा तो छात्रावास को खोलना है या बंद रखना है।
छात्र हर्षराज हत्याकांड को लेकर राजभवन सख्त : सभी हॉस्टल बंद करने का दिया निर्देश, कुलपति, डीएम-एसएसपी को राजभवन बुला दिया यह निर्देश

डेस्क : बीएन कॉलेज के छात्र की पटना विश्वविद्यालय कैंपस में पीट-पीटकर हत्या किये जाने का मामला तूल पकड़ लियाय है। बीते मंगलवार को छात्रों ने इस मामले को लेकर पटना में उग्र प्रदर्शन किया। वहीं अब इस हत्या मामले में राजभवन भी सख्त हो गया है।  

राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मंगलवार को कुलपति, डीएम व एसएसपी को राजभवन बुला विस्तृत जानकारी ली। दोषियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। साथ ही बुधवार से सभी हॉस्टल को बंद करने का भी निर्देश दिया। राज्यपाल ने भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने एवं छात्रावासों को अराजक तत्वों से मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस व विवि को आपस में मिलकर प्रभावी कार्य योजना बनाने को कहा है।

उन्होंने छात्रावासों में अराजकता फैलाने वाले लोगों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई को कहा है। राज्यपाल ने कहा कि ऐसे शरारती एवं अराजक तत्वों पर पैनी नजर रखी जाए। इस संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी मिलने पर पुलिस को तत्काल सूचित किया जाए। 

इस बीच, पटना विश्वविद्यालय ने गर्मी की छुट्टी को देखते हुए एक जून से सभी छात्रावास को बंद करने का फैसला किया। सभी छात्रों को एक जून के पहले छात्रावास खाली करने का आदेश दिया गया है। सभी अधीक्षक को छात्रावास खाली कराने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके बाद आगे निर्णय लिया जाएगा तो छात्रावास को खोलना है या बंद रखना है।

बिहार एसटीएफ की विशेष टीम को मिली बड़ी सफलता, पटना से 1 लाख के इनामी कुख्यात समेत चार हथियार तस्कर को दबोचा*

डेस्क : बिहार एसटीएफ की विशेष टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। टीम ने पटना जिला के नौबतपुर इलाके के एक लाख रुपये के कुख्यात इनामी अपराधी किशन कुमार को अवैध हथियार और मादक पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया है। बीते मंगलवार को पटना के नौबतपुर इलाके में छापेमारी कर इस अपराधी को उसके एक सहयोगी अपराधी बिक्कू पासवान के साथ गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 7.65 एमएम की एक पिस्टल, 5 कारतूस, एक मैगजीन, 10 ग्राम ब्राउन सुगर, 4 हजार नगद, एक सोने की चेन, एक कार और 3 मोबाइल बरामद किया है। इस इनामी अपराधी के खिलाफ पटना जिला के नौबतपुर समेत अन्य कई थानों में हत्या, रंगदारी, अपहरण समेत 13 से अधिक मामले दर्ज हैं। किशन मूल रूप से नौबतपुर थाना के चेचौल का रहने वाला है। इसके अलावा एसटीएफ की एक अन्य टीम ने मुंगेर के चार हथियार तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें अवैध हथियार के साथ मुंगेर के कोतवाली थाना इलाके से छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया है। इनके पास तीन देसी पिस्टल और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है। इसमें दो तस्कर दीपक कुमार और अजय कुमार मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के रहने वाले हैं। जबकि दबोचे गए दो अन्य तस्करों में मुंगेर के मुफस्सिल थाना के मिर्जापुर बरदह निवासी मो. आजम उर्फ मो. वली आजम तथा इसी जिले के पूरब सराय थाना का रहने वाला मो. नौशाद उर्फ मो. सोनू शामिल है। इसमें मो. आजम के खिलाफ मुंगेर के अलग-अलग थानों में आर्म्स एक्ट के तहत 10 से अधिक कांड दर्ज हैं।
वीवीपैट से निकली सभी पर्चियों की नहीं होगी गिनती, चुनाव आयोग ने मांग को किया खारिज*

डेस्क : लोकसभा चुनाव में इस बार सभी वोटों की गिनती नहीं होगी। जन प्रतिनिधि, नेता से लेकर बड़ी संख्या में लोगों ने चुनाव आयोग ने वीवीपैट से निकली सभी पर्चियों की गिनती की मांग चुनाव आयोग से की है। जिसे चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है। आयोग ने इस मांग को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि वीवी पैट की सभी पर्ची को गिनने का मतलब वोटिंग की फिर से पुरानी परंपरा को वापस लाने जैसा है। जहां, वैलेट पेपर की काउंटिंग होती थी। इस व्यवस्था में मानवीय भूल होने की संभावना भी अधिक रहती है, जिसका सीधा असर चुनाव परिणाम पर पड़ सकता है। साथ ही यह प्रक्रिया काफी समय लगने वाली है और इसमें खर्च भी अधिक होगा। वीवी पीएटी या पैट (वोटर वेरिफायवल पेपर ऑडिट ट्रेल) की गिनती का प्रावधान चुनाव आयोग ने तय किया है। इसके अनुसार, प्रत्येक विधानसभा की पांच पोलिंग बूथ का चयन रैंडम तरीके से किया जाएगा और इनके वीवी पैट की पर्ची की गिनती कर इसका मिलान ईवीएम में डाले गए वोट से किया जाएगा। अगर दोनों का मिलान सही पाया गया, तो काउंटिंग सामान्य तरीके से ईवीएम के जरिए की जाएगी। यह प्रक्रिया अनिवार्य रूप से सभी लोकसभा क्षेत्रों की गणना में अपनानी होगी।
आसमान से बरस रही आग : रोजी-रोजगार भी प्रभावित, भीषण गर्मी के कारण मजदूरो को नही मिल रहा काम

डेस्क : बीते कुछ दिनों से प्रदेश में भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। आसमान से आग बरस रही है। आलम यह है कि सुबह 9 बजे के बाद घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। तापमान 9 बजते-बजते 35 डिग्री के पार चला जा रहा है। जो दिन में बढ़कर 40-42 डिग्री हो जा रहा है। भीषण गर्मी से पूरा जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इंसान के साथ-साथ जानवर और पशु-पक्षी भी बेहाल है। वहीं अब इसका असर दैनिक मजदूरी करने वालो पर भी पड़ रहा है। गर्मी के कारण निर्माण कार्य भी धीमा पर जाने की वजह से मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है। पटना के फतुहां, बख्तियारपुर, नौबतपुर, मनेर आदि ग्रामीण इलाके से बड़ी संख्या में मजदूर और मिस्त्री काम के लिए पटना शहर आते है। लेकिन भीषण गर्मी के कारण इन्हें इनदिनों काम नहीं मिल पा रहा है। राज मिस्त्री का काम करने वाले नौबतपुर निवासी मोहन बीते दो दशकों से पटना में मजदूरी कर रहे है। फुलवारी चौराहा के निकट प्रतिदिन सुबह साढ़े चार बजे काम की तालाश में पहुंचते हैं। चौराहा पर प्रतिदिन तीन सौ से ज्यादा मजदूर काम की तालाश में जुटते हैं। मोहन बताते हैं कि गर्मी और आम चुनाव के कारण काम की उपलब्धता प्रभावित हुई है। तेज गर्मी के कारण लोग ढलाई और जोड़ाई कराने में परहेज करते हैं। वहीं अन्य मिस्त्री और मजदूरों का कहना है कि गर्मी में ठेकेदार भी काम धीमा कर देते है। पहले यहां सात दिन में से छह दिन काम जरूर मिल जाता था। लेकिन अभी मुश्किल से तीन दिन काम मिल पाता है। ठेकेदार काम पर रखने से पहले चेतावनी देते हैं कि गर्मी का बहाना बनाकर काम में ढील बरती तो कल से नहीं ले जाएंगे। प्राइवेट लोगों की यह धारणा होती है कि तेज गर्मी में मजदूर काम कम करेंगे। ईंट जोड़ाई हुआ तो पटवन ज्यादा करना पड़ेगा। फतुहा और बख्तियारपुर मजदूर मगरु और भीखन बताते हैं कि गर्मी का प्रभाव मजदूरों के स्वास्थ्य पर खराब पड़ रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का बड़ा दावा : कोई भी हथकंड़ा अपना ले इंडी अलायंस, नहीं पार कर पायेगा 100 का आंकड़ा

डेस्क : बिहार के स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, राजद और वाम मोर्चा की तिकड़ी राज्य में पूरी तरह से बेअसर साबित होगी। इंडी अलायंस कोई भी हथकंडा अपना ले। 2024 में सौ सीटों का आंकड़ा पार करने का भी कोई चांस नहीं है। बिहार की जनता ने यह ठान लिया है कि इस बार 39 नहीं 40 की 40 सीट एनडीए की झोली में डालना है। 2024 में कांग्रेस की स्थिति देशभर में 2014 से भी खराब होने वाली है, तो राजद का एक बार फिर खाता नहीं खुलने जा रहा है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्ष सरकार बनाने का ख्वाब देख रहा है, लेकिन परिणाम आने के बाद इन पार्टियों को निराशा हाथ लगना तय है।

मंगल पांडेय ने कहा कि 2024 में एनडीए क्लीन स्वीप करेगा और अपने सभी रिकार्ड को तोड़ देश में तीसरी बार फिर से सरकार बनायेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने से न सिर्फ अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी, बल्कि भारत दुनिया में तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनेगा। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद का अतीत किसी से छिपा नहीं है। बावजूद चुनाव जीतने के लिए भ्रष्टाचार और परिवारवाद में डूबी ये पार्टियां झूठा प्रचार कर रही है। ये पार्टियां जनता को बरगलाकर वोट बटोरना चाह रही है, लेकिन देश और राज्य की जनता इन पार्टियों के मंसूबे को कभी पूरा नहीं होने देगी। एनडीए राज में न सिर्फ विकास हो रहा, बल्कि सबको सम्मान और योजनाओं को लाभ मिल रहा है। एनडीए सरकार में देश की जनता और देश दोनों सुरक्षित है। इसलिए विपक्ष कोई भी सब्जबाग दिखा ले, जनता इनके झांसे में आने वाली नहीं है।

श्री पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री एक साथ कई मोर्चों पर लड़ रहे हैं। तुष्टिकरण को समाप्त करने के साथ-साथ परिवारवाद और जातिवाद के अलावे भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इसका नतीजा है कि आज जहां परिवारवाद और जातिवाद को जनता ने पूरी तरह से नकार दिया है, वहीं भ्रष्टाचार करने वाले लोग आज एक-एक कर जेल जा रहे हैं।

चुनाव मे पक्ष-विपक्ष एक दूसरे चला रहे एक से बढ़कर एक शब्दों की तीर, तेजस्वी फटाफट वाले बयान पर मांझी ने उनके ही अंदाज मे दिया यह जवाब

डेस्क : लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान बचा है। 1 मई को सातवें अंतिम चरण का मतदान होना है। जिसे लेकर सभी दलों और गठबंधन के नेताओं का ताबड़-तोड चुनावी सभा जारी है। सबसे बड़ी बात यह है कि सभी दलों द्वारा केन्द्र में अपनी-अपनी सरकार बनने के दावे किए जा रहे है और जनता के बीच बड़े ही लोक-लुभावन वायदे भी किये जा रहे है। साथ ही एक से एक शब्द बाण भी छोड़े जा रहे है। विपक्ष द्वारा खटाखट, फटाफट और चटाचट जैसे शब्द विपक्ष के द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं।

इसी कड़ी में अब हम संरक्षक व पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने तेजस्वी की अंदाज में ही उन पर हमला बोला है। मांझी ने अपने सोशल मीडिया पर ट्विट कर लिखा कि, "4 जून को Indi वालों के आंसू गिरेंगें… धका धकऽऽ धका धकऽऽऽ धका धकऽऽ। EVM पर आरोप लगेगा, फटा फटऽऽ फटा फटऽऽ फटा पटऽऽ। कईयों को मिर्गी आएगी,चटा चटऽऽ चटा चटऽऽ चटा चटऽऽ।

मालूम हो कि तेजस्वी यादव इन दिनों ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं कर रहे हैं। अपनी सभाओं के दौरान तेजस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला भी बोल रहे हैं। कुछ दिन पहले एक उन्होंने कहा था कि "माहौल है एकदम टनाटन टनाटन टनाटन, एक करोड़ नौकरियां मिलेंगी फटाफट फटाफट फटाफट, महिलाओं को एक लाख मिलेगा खटाखट खटाखट खटाखट, बीजेपी हो गई सफाचट सफाचट सफाचट, इंडिया गठबंधन पर वोट पड़ रहा ठकाठक ठकाठक। इसके बाद से ही ये बातें लगातार सियासी गलियारे में हलचल मचा रही है।