ऑलाइन गैम्बलिंग गेम के माध्यम से लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वालों का भंडाफोड़
लखनऊ। एसटीएफ यूपी लखनऊ को फर्जी काल सेन्टर खोलकर व विदेशी हैकरों व साइबर फ्राडो द्वारा संचालित किये जा रहे accs-market-com के माध्यम से फर्ज़ी टेलीग्राम आईडी प्राप्त कर ऑनलाइन गैम्बलिंग गेम तैयार कर भोले-भाले लोगों के साथ धोखाधड़ी करने व फ्रॉड की गयी राशि में हिस्सा लेकर किराये पर फर्जी कॉर्पोरेट बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले संगठित गिरोह के सरगना समेत 5 अन्य सदस्यो को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार पांचों अभियुक्त लखनऊ व बाराबंकी के रहने वाले
गिरफ्तार अभियुक्त धीरज कुमार सिंह पुत्र कामेश्वर सिंह निवासी अजगरी, थाना पकड़ी दयाल, जिला मोतिहारी बिहार, हाल पता सेक्टर-बी, विजय नगर नीलमथा, थाना अंसल, लखनऊ, तरुण पुरूषोत्तम गावरी पुत्र पुरुषोत्तम गावरी निवासी 10/648 इंदिरा नगर, लखनऊ, अभिषेक उर्फ़ पत्रकार पुत्र अशोक कुमार निवासी मकान नंबर 15/234, अभय नगर कॉलोनी, थाना कोतवाली बाराबंकी, सर्वजीत सिंह पुत्र उमा प्रताप सिंह निवासी ग्राम पिछोरी, थाना हैदरगढ़, बाराबंकी। हाल पता मकान नंबर 16 दयाल इन्क्लेव, इन्दिरा नगर, लखनऊ, रशीद खान पुत्र अब्दुल हामिद निवासी बंकी उत्तर टोला पीर बटावन, थाना नवाबगंज, बाराबंकी, अमन यादव पुत्र स्वर्गीय सुकई यादव नि0 ग्राम आसैनी सफेदाबाद, बाराबंकी। हाल पता नाहर कॉलोनी मोहन नगर, थाना कोतवाली, बाराबंकी।
एसटीएफ में इनके कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी कागजात किया बरामद
एसटीएफ ने इनके कब्जे से पांच फर्जी व कूटरचित आधार कार्ड, चार प्री एक्टिवेटिड सिम कार्ड, 58 सिमकार्ड, विभिन्न कॉपोरेट खातों की तीन चेक बुक, दो डेबिट कार्ड, छह मोबाइल फोन, चार पहिया वाहन, एक दो पहिया वाहन बरामद किया है। इन सभी को एटीएफ ने सफेदाबाग क्रांसिंग जनपद बाराबंकी से गिरफ्तार किया है। विगत काफी दिनों से एसटीएफ मुख्यालय लखनऊ को फ़र्ज़ी काल सेन्टर खोलकर व विदेशी हैकरों व साइबर फ्राडो द्वारा संचालित किये जा रहेaccs-market-com के माध्यम से फ़र्ज़ी टेलीग्राम आईडी प्राप्त कर ऑनलाइन गैम्बलिंग गेम तैयार कर भोले-भाले लोगों के साथ धोखाधड़ी करने व फ्रॉड की गयी राशि में हिस्सा लेकर किराये पर फर्जी कॉर्पोरेट बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले संगठित गिरोह के सम्बन्ध में सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थीं, जिसके सम्बन्ध में धर्मेश कुमार शाही, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ, लखनऊ की पर्वेक्षणाधीन टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।
फर्जी काल सेंटर संचालित किये जाने के बारे में एसटीएफ को मिली जानकारी
इस क्रम में शनिवार को उप निरीक्षक अतुल चतुर्वेदी को मुखबिर ख़ास से सूचना प्राप्त हुयी की फ़र्ज़ी काल सेन्टर खोलकर व विदेशी हैकरों व साइबर फ्राडो द्वारा संचालित किये जा रहेaccs-market-com के माध्यम से फ़र्ज़ी टेलीग्राम आईडी प्राप्त कर ऑनलाइन गैम्बलिंग गेम तैयार कर भोले भाले लोगो के साथ धोखाधड़ी करने व फ्रॉड की राशिं में फिक्स परसेंटेज लेकर किराए पर कॉर्पोरेट बैंक खाते उपलब्ध करने वाला संगठित गिरोह जनपद बाराबंकी में मौजूद है तथा साइबर फ्राडों के लिए फर्जी आधार-कार्ड, सिमकार्ड व बैंक खाते की व्यवस्था कर रहा है। मुखबिर से प्राप्त सूचना पर तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए उ.नि. अतुल चतुर्वेदी मय उ.नि. प्रदीप सिंह, मु.आरक्षीगण नीरज पाण्डेय, रामनिवास शुक्ला, राजीव कुमार व आ.अमित त्रिपाठी एवं आ. अमर श्रीवास्तव मय वाहन चालक अफज़ाल अली को साथ लेकर मुखबिर के बताये स्थान पर पहुंचकर मुखबिर की निशादेही पर उक्त साइबर फ्राडो को आवश्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया।
टेलीग्राम के माध्यम से भी कर रहे थे खेला
गिरफ्तार अभियुक्तों से बरामद आधारकार्ड, सिम कार्ड, चेक-बुक के सम्बन्ध में पूछा गया तो बताया की बरामद पांचो आधारकार्ड फर्जी हैं। धीरज, तरुन, सर्वजीत ने बताया की हम लोग राशिद, अमन, अभिषेक से विभिन्न बैंको के कॉर्पोरेट बैंक अकाउंट उनकी चेक बुक, डेबिट कार्ड व सिम कार्ड खरीदते हैं, जिन्हे हम लोग राज व शुक्ला को देते हैं। यह लोग हमसे टेलीग्राम के माध्यम से जुड़े थे फिर हम लोगों से पिछले करीब एक वर्ष से अकॉउंट लेकर इनमे करोड़ो रुपया ऑनलाइन गेमिंग का मंगाते हैं। दो तीन दिन चलने के बाद ये अकाउंट बैंको द्वारा फ्रीज कर दिए जाते हैं।
फर्जी आधार कार्ड का प्रयोग सिम कार्ड खरीदने व होटल में कमरा लेने में करते थे
हम लोग ब्लैंक और एक्टिवेटिड सिम भी इन्हीं लोगाें से खरीदकर राज व शुक्ला को देते हैं। ये लोग इसपर नम्बर क्लोन कराकर फ्रॉड करते है। फर्जी आधार कार्ड हम लोग सिम कार्ड खरीदने होटल में कमरा लेने इत्यादि कामों में इस्तेमाल करते हैं।इस काम से इन खातों में जितना पैसा आता है उसका पांच प्रतिशत शुक्ला व राज हम लोग को देते हैं। पूर्व में भी कई बैंक अकाउंट राशिद के माध्यम से अमन व अभिषेक ने हम लोग को दिए है, जिसका पूरा डाटा हम लोग के मोबाइल में है। मोबाइल फोनो को चेक किया गया तो टेलीग्राम व व्हाट्सप्प चैट में बहोत सारे खातों के लेनदेन के सम्बन्ध में चैट व खातों के सम्बन्ध में फोटोग्राफ मौजूद मिले।
इन तरह इनके द्वारा किया जा रहा था खेल
बरामद 58 सिम कार्डो के सम्बन्ध में पूछा गया तो बताया की ये सारे सिम कार्ड हम लोग को दक्ष निवासी सिचाई विभाग कॉलोनी, बाराबंकी द्वारा उपलब्ध कराया गया था।
विस्तृत पूछताछ से यह विश्वास होने पर की पकड़े गए सभी युवकों द्वारा पूरे देश में चल रहे ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड करने वाले संगठित साइबर फ्रॉड गिरोहों को फर्जी तौर पर फ्रॉड की रकम में निश्चित परसेंटेज लेकर कॉर्पोरेट बैंको के खाते चेक बुक उससे कनेक्टेड सिम कार्ड उपलब्ध कराये जाते हैं तथा उन्हें ब्लैंक व प्री एक्टिवेटिड सिम कार्ड व फर्जी व कूट रचित आधारकार्ड भी बनवाकर साइबर फ्रॉड करने के लिए उपलब्ध कराये जाने का कार्य किया जा रहा है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना कोतवाली जनपद बाराबंकी में मु0अ0सं0 459/24 धारा-419/420/467/468/471 व 120बी आईपीसी का पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
May 27 2024, 16:24