Jharkhand

May 25 2024, 10:08

झारखंड के 8,963 मतदान केंद्रों पर 82,16,506 मतदाता आज डालेंगे अपना कीमती वोट





झारखंड डेस्क झारखंड में तीसरे चरण (देश में छठे) में लोकसभा की चार सीटों रांची, जमशेदपुर, धनबाद और गिरिडीह में शनिवार को वोट डाले जा रहे हैं। इस चरण में राज्य की चारों सीटों के लिए कुल 93 प्रत्याशी चुनावी रण में हैं। मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा। इससे पहले सुबह साढ़े पांच बजे मॉक पोल हुआ। इस दौरान ईवीएम की तकनीकी दूर की गई। झारखंड के 8,963 मतदान केंद्रों पर 82,16,506 मतदाता 93 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद करेंगे। वोटरों में 42,06,926 पुरुष, 40,09,290 महिला और 290 थर्ड जेंडर के मतदाता शामिल हैं। सभी बूथों पर मतदान कर्मी शुक्रवार को ही पहुंच गए। चारों लोकसभा सीटों के कुल 8963 मतदान केंद्र बनाएं गये हैं। इसमें 3361 केंद्र शहरी और 5602 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। सभी मतदान केंद्रों की निगरानी दो-दो 4डी कैमरे से की जाएगी। झारखंड के चीर सीटों के लिए मतदान शुरू हो गया है। सुबह से ही पोलिंग बूथ पर वोटर्स की लंबी लाइन दिख रही है। मतदाता आज् 93 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।

Jharkhand

May 25 2024, 10:07

बोकरो:-बोकारो में मतदाताओ में उत्साह,सुबह 6 बजे से हीं चीरा चास में लोगो ने किया मतदान



झारखंड डेस्क बोकारो में उत्क्रमित मध्य विद्यालय चीरा चास स्थित बूथ संख्या 355 में वोटिंग करने सुबह छह बजे से ही लोगों ने मतदान के लिए कतार में खड़ा होना शुरू कर कर दिया था जबकि मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होगा। इस स्कूल में स्थित कई बूथ पर लोग कतार में खड़े हैं। बोकारो के विस्थापित इलाकों रानी पोखर सहित अन्य स्थानों पर मतदान के लिए में भीड़ उमड़ी है। जिले के चंदनकियारी में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने अपना वोट डाला। बोकारो के पेटरवार स्थित मतदान केंद्र संख्या 216 जोभिया में मतदान के बाद वीवीपैट मशीन से पर्ची नहीं निकल रही थी। शिकायत के बाद सहायक निर्वाचक पदाधिकारी अशोक राम ने वीवीपैट मशीन बदल दी। वहीं, मतदान केंद्र संख्या 251 राजकीयकृत बालिका मध्य विद्यालय में मतदान की गति काफी धीमी रही।

Jharkhand

May 25 2024, 10:05

आज सुबह मतदान करने के लिए जंगल के रास्ते धोलाबेड़ा स्थित मतदान केंद्र पर जा रहे एक बुजुर्ग को हाथी ने मार डाला


झारखंड डेस्क पूर्वी सिंहभूम के बहरागोड़ा प्रखंड की मुटूरखाम पंचायत अंतर्गत गोबराबनी गांव के ग्राम प्रधान सुरेंद्रनाथ हांसदा 65 की शनिवार सुबह एक हाथी के हमले में मौत हो गई। ग्रामीणों के मुताबिक, वह सुबह मतदान करने के लिए जंगल के रास्ते धोलाबेड़ा स्थित मतदान केंद्र पर जा रहे थे। इस दौरान एक हाथी ने उनपर हमला कर दिया और पटककर मार डाला।

Jharkhand

May 25 2024, 08:54

झारखंड के चार सीटों पर हो रहे मतदान में कई माननीय की भाग्य है दाव पर,82 लाख 16 हजार 506 मतदाता करेंगे इन माननीय के भाग्य का फैसला*

झारखंड डेस्क झारखंड: लोकसभा चुनाव के छठे चरण में आज झारखंड की चार लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है. जिन चार सीटों पर मतदान हो रहे हैं, वो हैं रांची, जमशेदपुर, धनबाद और गिरिडीह. मतदान को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. सुबह 7 बजे से 5 बजे तक मतदान होगा. इस चरण में कुल 82 लाख 16 हजार 506 मतदाता हैं, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 42 लाख 6 हजार 926 है. महिला मतदाताओं की संख्या 40 लाख 9 हजरा 290 है. थर्ड जेंडर मतदाता 290 हैं. आयोग ने मतदान को लेकर विशेष तैयारी की है.छठे चरण में राज्य में कुल 93 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. सबसे ज्यादा रांची में 27 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि सबसे कम प्रत्याशी गिरिडीह में हैं, जहां 16 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. सबसे बड़ा निर्वाचन क्षेत्र इस चरण में धनबाद है, जबकि सबसे छोटा गिरिडीह है.आज कुल 8963 मतदान केंद्रों पर वोटिंग हो रही है. जिसमें 3361 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्र में स्थित हैं, जबकि 5602 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में हैं. यूनिक बूथों की संख्या 24 है. कुल 21511 बैलेट यूनिट, 10756 कंट्रोल यूनिट और 11652 वीवीपैट का इस्तेमाल छठे चरण के चुनाव में हो रहा है. इस चरण में जिन उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है, उनमें प्रमुख हैं, चंद्रप्रकाश चौधरी, संजय सेठ, विद्युत वरण महतो, मथुरा महतो, ढुल्लू महतो. जिन चार सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, पिछली बार इन सभी सीटों पर एनडीए जीत हासिल की थी.

Jharkhand

May 25 2024, 07:40

झारखंड में छठे चरण का मतदान शुरु ,लगी लम्बी कतारें,झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने किया मतदान*

झारखंड डेस्क छठे चरण में लोकसभा चुनाव के तहत झारखंड की चार सीट रांची, धनबाद, जमशेदपुर और गिरिडीह संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में वोटिंग जारी है। रांची में झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने श्री कृष्ण लोक प्रशासन संस्थान स्थित मतदान केंद्र पर मतदान किया। मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक चलेगा। पांच बजे जो भी कतार में होंगे, उन्हें मतदान करने दिया जाएगा। पोटका के मध्य विद्यालय जोड़ी में मतदाताओं की लंबी कतार मैंगो गांधी मैदान के बूथ में सुबह 6:30 बजे से ही लगी लंबी लाइन चारों संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में 8963 बूथ इन चारों संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 8,963 बूथों पर मतदान जारी है। इनमें 3,361 मतदान शहरी तथा 5,602 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। ये सभी मतदान केंद्र 5,004 जगहों पर बनाए गए हैं। इस चरण में कुल 82,16,506 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे, जिनमें 40,09,290 महिलाएं हैं। कुल 290 थर्ड जेंडर भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। पहली बार एक थर्ड जेंडर सुनैना किन्नर धनबाद संसदीय सीट से चुनाव भी लड़ रही हैं।

Jharkhand

May 25 2024, 07:39

झारखंड में छठे चरण का मतदान शुरु ,लगी लम्बी कतारें,झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने किया मतदान*

झारखंड डेस्क छठे चरण में लोकसभा चुनाव के तहत झारखंड की चार सीट रांची, धनबाद, जमशेदपुर और गिरिडीह संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में वोटिंग जारी है। रांची में झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने श्री कृष्ण लोक प्रशासन संस्थान स्थित मतदान केंद्र पर मतदान किया। मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक चलेगा। पांच बजे जो भी कतार में होंगे, उन्हें मतदान करने दिया जाएगा। पोटका के मध्य विद्यालय जोड़ी में मतदाताओं की लंबी कतार मैंगो गांधी मैदान के बूथ में सुबह 6:30 बजे से ही लगी लंबी लाइन चारों संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में 8963 बूथ इन चारों संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 8,963 बूथों पर मतदान जारी है। इनमें 3,361 मतदान शहरी तथा 5,602 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। ये सभी मतदान केंद्र 5,004 जगहों पर बनाए गए हैं। इस चरण में कुल 82,16,506 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे, जिनमें 40,09,290 महिलाएं हैं। कुल 290 थर्ड जेंडर भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। पहली बार एक थर्ड जेंडर सुनैना किन्नर धनबाद संसदीय सीट से चुनाव भी लड़ रही हैं।

Jharkhand

May 24 2024, 17:52

25 मई को झारखंड के चार लोकसभा सीटों पर मतदान, तीन सीटों पर इंडिया,और एनडीए में सीधा टककर जबकी गिरिडीह में त्रिकोणीय संघर्ष

लोकसभा के छठे चरण में झारखंड की 4 सीटों पर कल वोटिंग है। इन चारो सीटों पर भाजपा और 'इंडिया' गठबंधन के बीच सीधी रांची है।

आंकड़ों पर नजर डालें तो गिरिडीह में 16, धनबाद में 25, रांची में 27 और जमशेदपुर में 25 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. जिन दिग्गजों की किस्मत 25 मई को तय होगी उसमें रांची से सांसद संजय सेठ, धनबाद से ढुल्लू महतो, गिरिडीह से आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी, जमशेदपुर से विद्युत वरण महतो, अनुपमा सिंह,यशस्विनी सहाय, मथुरा महतो और समीर मोहंती आदि शामिल हैं.

देशभर में 25 मई को लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान होने वाले हैं. इसी के साथ ही झारखंड में चार सीटों रांची, गिरिडीह, धनबाद और जमशेदपुर में 25 मई को मतदान होने वाला है. यहां एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच मुकाबला है. लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मी पूरी तरह से परवान चढ़ गई है. राजनीतिक सरगर्मी शहर के गली-कूचों से निकलकर ग्रामीण क्षेत्र के आम मतदाताओं तक पहुंच गई है. 

 झारखंड में कुल 14 लोकसभा सीट हैं. जिनमें से 7 सीटों पर वोटिंग हो गई है. कल छठे चरण में 4 सीटों पर वोटिंग होगी, वहीं आखिर चरण यानी 1 जून को 3 सीटों पर वोटिंग होनी है.आइये जानते हैँ इन चारो सीट पर क्या है स्थिति ।


रांची लोकसभा सीट की स्थिति


रांची सीट और इस बार कड़ा मुकाबला है।यह मुकाबला यशस्वनी सहाय और संजय सेठ के बींच है।पिछले दो टर्म से संजय सहाय यहाँ से सांसद हैँ।जबकी इस बार पूर्व मंत्री और झारखंड से सांसद रहे सुबोध कांत सहाय की पुत्री यश्वासनी सहाय को कोंग्रेस ने चुनावी मैदान में उतारा है।

 इस सीट पर आदिवासी-अल्पसंख्यक मतदाताओं की गोलबंदी कांग्रेस को चुनावी मुकाबले में लाने की ओर इशारा करती है. वहीं, बीजेपी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम और काम पर वोट मिलने का भरोसा है. शहरी इलाकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के रोड शो के बाद बीजेपी की पकड़ और मजबूत हुई है. वहीं, कांग्रेस प्रियंका गांधी की सभा में जुटी भीड़ से कांग्रेस के नेता गदगद नजर आ रहे हैं. 

रांची लोकसभा सीट के अन्तर्गत छह विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें इचागढ़, सिल्ली, खिजरी, रांची, हटिया, कांके विधानसभा सीटें शामिल हैं.

जमशेदपुर लोकसभा सीट

अब बात करें जमशेदपुर लोकसभा सीट की तो यहाँ से भाजपा की ओर से बीजेपी के वर्तमान सांसद विद्युत बरन महतो और झारखंड मुक्ति मोर्चा से समीर मोहंती के बीच मुकाबला है. जमशेदपुर लोकसभा सीट झारखंड की 14 अहम सीटों में से एक है. पूर्वी सिंहभूम जिले का यह हिस्सा टाटानगर के नाम से जाना जाता है.

 विद्युत बरन महतो के बारे में ये कहा जाता है कि उनके साथ ग्रामीण और शहरी मतदाताओं का समर्थन रहा है. इस बार झारखंड मुक्ति मोर्चा के समीर मोहंती पार्टी के परंपरागत वोट के साथ-साथ शहरी वोटर को साधने में लगे हैं. इसके साथ ही आदिवासी मतदाताओं के बीच हेमंत सोरेन प्रकरण का प्रभाव भी प्रभावी तरीके से असर डालता हुआ नजर आ रहा है. जमशेदपुर लोकसभा सीट के अन्तर्गत सूबे की छह विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें बहरागोड़ा, घाटशिला, पोटका, जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्व, जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा सीटें शामिल हैं.

धनबाद लोकसभा सीट की स्थिति

धनबाद् लोकसभा सीट पर भी कोंग्रेस की अनुपमा सिंह और भाजपा के ढुल्लू महतो के बीच सीधा टककर है। अनुपमा सिंह को I.N.D.I.A. ने संयुक्त प्रत्याशी बनाया है. धनबाद लोक सभा क्षेत्र झारखंड के महत्वपूर्ण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. यह क्षेत्र कोयले की खानों के लिये मशहूर है. धनबाद को कोयला नगरी के नाम से भी लोग जानते है. धनबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार ढुल्लू महतो की उम्मीदवारी के बाद से ही हंगामा जारी है.

 बीजेपी के अंदर एक खेमा ढुल्लू महतो के खिलाफ नजर आ रही है. चुनाव नजदीक आने तक बीजेपी के अंदर इस आक्रोश को पार्टी के नेता कम नहीं कर पाए हैं. बीजेपी विधायक राज सिन्हा को बीजेपी के द्वारा जारी नोटिस ने तो आग में घी डालने का काम किया है.

 इन सबके बीच I.N.D.I.A. की संयुक्त प्रत्याशी अनुपमा सिंह के समर्थन में उनके समाज के लोगों ने मोर्चा संभाल लिया है. इस संसदीय क्षेत्र के तहत 6 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें बोकारो, सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, चंदनकियारी विधानसभा सीटें शामिल हैं.अब देखना है कि दोनो के इस मुकाबले में जीत किसे मिलती है।

गिरिडीह लोकसभा सीट


गिरिडीह में इस बार एनडीए के मौजूदा सांसद आजसू पार्टी के चंद्रप्रकाश चौधरी और इंडिया गठबंधन के झामुमो विधायक मथुरा महतो और चर्चित निर्दलीय प्रत्याशी जयराम महतो के बीच मुकाबला है. जयराम महतो ने झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति नामक संगठन बनाया है. 

मुकाबला सबसे ज्यादा रोचक होने जा रहा है. रोचक इसलिए क्योंकि गिरिडीह लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी जयराम महतो के उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है. आजसू इस सीट पर जरूर चुनाव लड़ रही है पर यहां भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही नेता वोट मांग रहे हैं. 

वहीं, झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के मथुरा महतो अपने परंपरागत वोट के आधार पर चुनावी नैया पार लगाने में जुटे हैं. पूर्व CM हेमंत सोरेन के जेल जाने का मुद्दा इस इलाके में भी छाया हुआ है. अब ऐसे में गिरिडीह लोकसभा सीट पर एक दूसरे के वोट में सेंधमारी से चुनावी जीत का रास्ता बनाने की कोशिश में कौन सफल होगा और कौन असफल ये कहना मुश्किल है. 

गिरिडीह लोकसभा सीट के अन्तर्गत छह विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें गिरिडीह, डुमरी, गोमिया , बेरमो, तुंडी, बाघमारा विधानसभी सीटें शामिल है

Jharkhand

May 24 2024, 14:07

सुप्रीम कोर्ट में दायर शपथ पत्र में ईडी ने कहा -भ्रष्टाचार के मामलों में हुए खुलासे,पर झारखंड सरकार और पुलिस ने नही की कार्रवाई




झारखंड डेस्क प्रवर्तन निदेशालय ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि भ्रष्टाचार के बड़े मामलों में अनुसंधान के क्रम में हुए खुलासे को लेकर राज्य सरकार व पुलिस को अवगत कराया गया था लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने सुप्रीम कोर्ट में दायर शपथ पत्र में बताया है कि भ्रष्टाचार के बड़े मामलों में अनुसंधान के क्रम में हुए खुलासे को लेकर राज्य सरकार व पुलिस को अवगत कराया गया था। लेकिन नौकरशाहों और पावर ब्रोकरों से जुड़े मामले में कार्रवाई को लेकर राज्य सरकार निष्क्रिय रही। ईडी ने कोर्ट में बताया है कि पीएमएलए की धारा 66 (2) के तहत एजेंसी ने जो सूचनाएं दी थीं, नियमत उन मामलों में राज्य सरकार व पुलिस को पीसी एक्ट और आईपीसी की धाराओं के तहत केस करना चाहिए था। ईडी ने शपथ पत्र में लिखा है कि राज्य सरकार के मुख्य सचिव, डीजीपी समेत अन्य अधिकारियों को पत्र लिखने के बाद रिमाइंडर भी भेजा गया, लेकिन तब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन थे, ऐसे में उनके प्रभाव में राज्य की सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। किन-किन मामलों में ईडी की रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं हुई 1- आईएएस पूजा सिंघल केस ईडी ने बताया है कि आईएएस पूजा सिंघल की आय से अधिक संपत्ति की जानकारी एजेंसी ने दी थी। कई जिलों में पोस्टिंग के दौरान भ्रष्टाचार के साक्ष्य दिए गए थे। इससे जुड़ा पत्र पहली बार 18 नवंबर 2022 को भेजा गया था। इसके बाद 10 जनवरी 2023, 10 फरवरी 2023, 24 फरवरी 2023 और 4 मई 2023 को कार्रवाई के लिए रिमाइंडर भेजा गया था। 2- इजहार अंसारी से जुड़ा कोल घोटाला ईडी ने बताया है कि सरकारी कोयले का आवंटन करा इसे ओपन मार्केट में बेचे जाने का मामला इजहार अंसारी के खिलाफ जांच में आया था। इस मामले में भी पूजा सिंघल के द्वारा आवंटन किए जाने की बात सामने आयी थी। ईडी ने पूजा सिंघल की संपत्तियों का अटैचमेंट ऑर्डर भी राज्य सरकार को भेजा। इस संबंध में 23 जून 2023 को पत्र भेजा गया था। 3-पंकज मिश्रा से जुड़ा अवैध खनन का मामला ईडी ने साहिबगंज में पंकज मिश्रा समेत अन्य के साहिबगंज में अवैध खनन में संलिप्तता से जुड़े साक्ष्य व सर्वे रिपोर्ट भेजे थे। इन लोगों पर कार्रवाई के लिए लिखा गया था। ईडी ने 19 जुलाई 2013 को पत्र भेजा था। 4-साहिबगंज अवैध खनन साहिबगंज में अवैध खनन में सक्रिय तमाम लोगों से जुड़ी सूचनाएं 15 नवंबर 2022 को भेजी गई थीं। 5- राजीव अरुण एक्का से जुड़ा मामला पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का और विशाल चौधरी के द्वारा गृह विभाग के ठेकों में भ्रष्टाचार व विशाल चौधरी की कंपनी से पांच से दस गुना अधिक दाम पर सामान की खरीद का खुलासा ईडी ने किया था। ट्रांसफर-पोस्टिंग में उगाही से जुड़े साक्ष्य भी ईडी ने राज्य सरकार को दिए थे। इससे जुड़ा पत्र एसीबी प्रमुख को 26 सितंबर 2023 को ही भेजा गया था। लेकिन एसीबी ने एफआईआर दर्ज नहीं की। 6-हेहल जमीन मामला ईडी ने फर्जी डीड बनाकर हेहल में दो बड़े जमीन के प्लॉट हथियाने के मामले में श्याम सिंह, विनोद सिंह, रवि सिंह भाटिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए 4 मई 2023 को पत्र लिखा था। इस मामले में 14 जुलाई व 19 जुलाई 2023 को भी पत्र भेजा गया था। 7- रांची में 36 जमीनों के फेक डीड का मामला रांची में संगठित जमीन लूट करने वाले गिरोह के खिलाफ कार्रवाई के लिए ईडी ने पत्र लिखा था। ईडी के छापे में 36 फर्जी डीड के जरिए कई एकड़ जमीन हथियाने का खुलासा हुआ था। राज्य सरकार को इस मामले में कार्रवाई के लिए 22 जुलाई 2023 को पत्र लिखा गया था। इन पर भी कार्रवाई नहीं ● सरकारी स्टांप के दुरुपयोग का मामला रांची में जमीन कारोबारियों के यहां छापे में बड़े पैमाने पर सरकारी स्टांप मिले थे। इसके दुरुपयोग की जानकारी दी गई थी। साथ ही इस मामले में कार्रवाई के लिए 23 जून 2023 को पत्र लिखा गया था। ● ग्रामीण विकास विभाग का मामला विभाग के चीफ इंजीनियर रहे वीरेंद्र राम पर आय से अधिक संपत्ति जुटाने की जानकारी दी गई। एसीबी को 8 मई 2023 को भेजे पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद भी सरकार के स्तर पर फाइल रोके जाने से एफआईआर दर्ज नहीं हुआ। ● सेना की जमीन हथियाने का मामला रांची में सेना की जमीन हथियाने के मामले में जांच रिपोर्ट भी राज्य सरकार को दी गई थी। इस रिपोर्ट में राज्य सरकार के पदाधिकारियों की भूमिका का जिक्र था। 21 दिसंबर 2023 को भेजे गए पत्र पर भी कार्रवाई नहीं हुई। ● अमरेंद्र तिवारी व सहयोगियों का मामला ईडी ने शराब घोटाले में अमरेंद्र तिवारी व सहयोगियों के संबंध में सूचनाएं शेयर की थी। इससे जुड़ा पत्र 18 दिसंबर 2023 को भेजा गया था।

Jharkhand

May 24 2024, 03:39

गांडेय उप चुनाव परिणाम तय करेगा कल्पना सोरेन का भविष्य,वह राजनीति में बनेगी किंग मेकर या ताजपोशी के बाद संभालेगी राज्य का कमान

-( विनोद आनंद)

झारखंड में पिछले 20 मई को हज़ारीबाग,चतरा,और कोडरमा में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान के साथ गिरिडीह जिला स्थित कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाला गांडेय विधानसभा का भी उप चुनाव हुआ। लोकसभा के साथ इस विधानसभा का मतगणना भी 4 जून को होगा।

गांडेय विधानसभा चुनाव परिणाम पर देश भर की लोगों की निगाहें है। यह सीट इस लिए महत्वपूर्ण हो गया है कि यहाँ से झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री कल्पना सोरेन भी चुनाव मैदान में है। यह चुनाव परिणाम आने वाले दिनों के लिए कल्पना सोरेन के सियासी सफर का मार्ग तय करेगा।

पिछले कुछ दिनों में जिस तरह पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी द्वारा गिरफ्तार किया गया और कल्पना सोरेन ने जिस तरह झारखंड मुक्ति मोर्चा की बागडोर संभाली,यह झामुमो के लिए भले ही अप्रत्याशित हो लेकिन सोरेन परिवार इस परिस्थिति से रूबरू होने की तैयारी कर ली थी।कल्पना सोरेन ने भी अपनी क्षमता और पोलटिकल नेतृत्व का शानदार प्रदर्शन् किया।जिस तरह उन्होने मुंबई,दिल्ली उड़ीसा और झारखंड में इंडी गठबंधन के मंच से संवोधन किया पुरा देश ने उसे देखा ओर सरहा भी।

अब गांडेय चुनाव परिणाम पर सारा निर्भर करता है कि राजनीति में कल्पना सोरेन के सियासी सफर को एक नई दिशा मिले। साथ ही इस सीट से जीत कर वे नई सियासी सफर की शुरुआत करे।

कल्पना की राजनीति में अप्रत्याशित आगमन ।


कल्पना सोरेन की राजनीति में आना एक आकस्मिक घटना थी।क्योंकि पहले भी इस बात की जिक्र उन्होंने मीडिया के सामने कर चुकी थी की उनकी राजनीति में आने की कोई मंशा नही है। उन्होंने कहा था कि उनके दो बच्चे, पति हेमंत और मां- बाबा(शिबू सोरेन रूपी सोरेन )की देखभाल हीं उनके लक्ष्य है।

 लेकिन हेमंत सोरेन की घेराबंदी और फिर गिरफ्तारी ने उन्हे मैदान में उतरने को विवश कर दिया और वे सियासी समर में एक शेरनी की तरह कूद पड़ी,यह भी सच है कि इसकी पृष्टभूमि हेमंत सोरेन के उपर आसन्न संकट उस बाद बनना शुरु हो गया था।लेकिन आकस्मिक राजनीति में आगमन और तको काल उनका परफॉर्मेंस इतना शानदार रहेगा इसका अंदाजा किसी को नही था। उन्होंने एक सफल खिलाडी की तरह अपने कौशल का प्रदर्शन किया। और देश भर में अपना पहचान बनाया।

सोरेन परिवार की बहुओं को राज्य की जनता ने लिया सर आँखों पर


यूँ तो शिबू सोरेन की दो पुत्रबधु आज झारखंड की राजनीति के मज़बूत चेहरा बन गयी है।दो बेटे भी राजनीति में हैं।लेकिन दोनो बहु परिस्थिति बस राजनीति में आयी और उनका पैर मज़बूती के साथ जम गया।

बड़े बेटे दुर्गा सोरेन के आकस्मिक निधन के बाद बड़ी पुत्रबधु सीता सोरेन राजनीति में आयी।वह एक दुखद पल था। जब दुर्गा सोरेन के निधन के बाद जामा विधानसभा जहाँ से दुर्गा सोरेन विधायक रहे सीता सोरेन खड़ी हुई।लोगों ने बहुत ही उत्साह और संवेदना के साथ उनको चुना और विधानg सभा भेजा।जनता की सहानुभूति सीता के साथ था। वे वर्तमान में भी जामा से विधायक हैं और अब दुमका से भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रही है।

इधर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पिछले एक साल से घेराबंदी की जा रही की। उन्हें अंतत:कथित जमीन घोटाले में जेल भेज दिया गया।हेमंत सोरेन ने स्थिति का आकलन करते हुए कल्पना सोरेन को मानसिक रूप से तैयार कर जमीन था। हेमंत सोरेन् की गिरफ्तारी के बाद् जब वह पहली बार जनता के बींच सार्वजनिक मंच पर आयी तो अपनी पीड़ा रोक नही रोक पायी और उसके आँखों से आँसू छलक पड़े।

कल्पना की आँसू बनी उसकी ताकत


स्वाभाविक है जब किसी की पीड़ा जब उसकी ताकत बन जाये तो वह बहुत ही ऊर्जावान हो जाता है। कल्पना सोरेन के साथ भी यही हुआ। कल्पना के आँसू का भी जनता पर असर हुआ।लोगों में उनके प्रति संवेदना जतायी,और उसके आँसू का उनकी सबसे बड़ी ताकत बन गयी।

वह पढ़ी लिखी है, परिवार के सियासी माहौल मे वक्त गुजारी है, पति राज्य के सीएम भी रहे तो यह माहौल ने भी उन्हे पहले ही प्रशिक्षित कर दिया।यही वजह है कि पति को जेल जाने के बाद उससे उपजी पीड़ा ने उसे और मज़बूत बना दिया। 

बच्चे और बीमार सास-ससुर की जिम्मेबारी के साथ पार्टी की वागडोर को भी उन्होने उसी ताकत से संभाल लिया।आज वे बहुत ही मंजे हुए राजनीतिज्ञ की तरह एक के बाद एक कदम उठा रही है।बहुत ही कुशलता के साथ पार्टी की वागडोर को भी संभाल ली है।और राष्ट्रीय राजनीति में अपनी पहचान बना ली है।

गिरफ्तारी की थी अंदेशा इसी लोए गांडेय सीट करया गया खाली


हेमंत सोरेन को लगातार ईडी के नोटिस से यह अंदाजा हो गया था कि उसे जेल जाना ही पड़ेगा।इसी लिए गांडेय सीट को इस शर्त पर आनन-फानन में उन्होंने जेएमएम विधायक सरफराज अहमद को इस्तीफा दिलाकर खाली कराया कि उस सीट से कल्पना सोरेन को जरूरत पड़ने पर खड़ा किया जा सके।साथ ही इनाम स्वरूप सरफराज अहमद को जे एम एम राजयसभा भेजेगी। जिस शर्त को पुरा भी किया गया।

हलाकि विधायकी से इस्तीफा का कारण सरफराज आलम ने निजी बताया था।लेकिन राज्यसभा भेजे जाने के बाद तस्बीर साफ हो गयी।

गिरफ्तारी से पूर्व कल्पना सोरेन के लिए हेमंत की रणनीति


 गिरफ्तारी से पहले ही हेमंत ने दो तरह की रणनीति बना रखी थी। पहली रणनीति यह कि कल्पना सोरेन को सीएम बना दें। उनकी यह रणनीति इसलिए फेल हो गई कि जेएमएम के अंदर ही इसे लेकर विरोध होने लगा।

जामा से जेएमएम की विधायक हेमंत सोरेन ओर बड़ी भाभी सीता सोरेन ही इसके विरोध में खड़ी हो गईं। उनका कहना था कि जब परिवार से ही किसी को सीएम बनाना है तो यह मौका उन्हें मिलना चाहिए। वे कई बार विधायक रह चुकी हैं और परिवार की बड़ी बहू हैं। हेमंत को इसकी आशंका थी, इसलिए उन्होंने दूसरी रणनीति यह बनाई थी कि आम राय न बन पाने की स्थिति में निर्विवाद छवि वाले जेएमएम विधायक चंपई सोरेन को सीएम बना दिया जाए। और वे इस तरह सीएम बनते-बनते रह गईं।

गांडेय चुनाव परिणाम ठीक रहा तो जून में होगी ताजपोशी


चूंकि हेमंत सोरेन ने कल्पना को सीएम बनाने के लिए ही गांडेय की सीट खाली कराई थी, इसलिए जब उपचुनाव की घोषणा हुई तो जेएमएम ने गांडेय सीट से कल्पना सोरेन को उम्मीदवार घोषित कर दिया। वैसे तो उपचुनाव के नतीजे भी चार जून को ही घोषित होंगे, लेकिन चुनाव के रुझान को देखते हुए कल्पना की जीत पक्की मानी जा रही है। इसी के साथ यह चर्चा भी जोर पकड़ने लगी है कि विधानसभा के मौजूदा कार्यकाल के बचे कुछ महीनों के लिए ही सही, पर कल्पना सीएम जरूर बनेंगी

पार्टी और गठबंधन का जीता कल्पना ने विश्वास


हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद कल्पना सोरेन की राजनीति में रुचि भी बढ़ने लगी है। वे इंडी अलायंस की सभाओं में शामिल होती रही हैं। चुनाव प्रचार में भी भाग लेती रही है। पति हेमंत के सोशल मीडिया अकाउंट को भी कल्पना खुद हैंडल करने लगी हैं। शायद वे पार्टी और गठबंधन क नेताओं को यह संदेश देना चाहती हैं कि सीएम बनने की उनमें पूरी क्षमता है। उम्होने इस मामले में पार्टी और गठबंधन का जीता कल्पना ने विश्वास

जेएमएम चूंकि परिवार केंद्रित पार्टी है, इसलिए सुप्रीमो शिबू सोरेन की बात मानना पार्टी के हर नेता की मजबूरी है। इसलिए माना जा रहा है कि चुनाव परिणाम की घोषणा के साथ ही उनके राजतिलक की भी तैयारी शुरू हो जाएगी।

कल्पना अगर दिखाती है त्याग की भावना तो बढ़ जाएगी राजनीति में कद


हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कल्पना ने अगर त्याग का भाव दिखाते हुए चंपई सोरेन को ही सीएम बनाए रखने की उदारता दिखाई तो उनका कद बढ़ जाएगा। सीएम न रहने पर ही उनकी बात तो सभी सुनते ही हैं। वे अपने और महागठबंधन के विधायकों के साथ बैठकें करती हैं तो सभी उनकी बात सुनते हैं। इंडी अलायंस के नेता के रूप में भी उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने की कोशिश की है। उनकी उदारता से पार्टी में खटपट की गुंजाइश ही खत्म हो जाएगी। पर, कुर्सी का मोह त्यागना किसी के लिए आसान नहीं है। कल्पना अपने लोभ का कितना संवरण कर पाती हैं,

 यह देखने वाली बात होगी। वे शार्टकट पसंद करती हैं या अपने लिए दीर्घकालिक जमीन तैयार करती हैं, अब पूरी तरह उन पर ही निर्भर होगा। इसलिए जीत के बाद उनके सीएम बनने की बड़ी बाधा खत्म हो जाएगी।

Jharkhand

May 23 2024, 17:54

ब्रेकिंग : तो क्या ईडी के रडार पर हैं चंपाई सरकार के दो मंत्री,जानिए निशिकांत दुबे के एक वीडियो के बाद यह बात क्यों आयी चर्चा में...?


झारखंड डेस्क
रांची : झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन को ईडी समन भेजने की तैयारी में है। इसी महीने ईडी इन्हें पूछताछ के लिए बुला सकती है। इन दोनों मंत्रियों से सवाल करेगी।

बताया जा रहा है कि ईडी ने यह समन टेंडर कमीशन मामले में किया जा सकता है। इसके कमीशन के दायरे में कई मंत्री और अधिकारी है। इसी मामले में आईएएस मनीष रंजन को भी ईडी ने समन किया है जिनके 24 मई को पूछताछ होनी है।

*निशिकांत का बयान हो रहा है वायरल*

बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन कैसे इन मामलों में घिरे हैं इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आयी है। इसी बीच निशिकांत दुबे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस को कितनी भी गाली दूं ऐसे दो नेता है जो मेरे खिलाफ कभी नहीं बोलते, बादल पत्रलेख और हफीजुल हसन।

उन्होंने आगे कहा कि ऐसा नहीं है कि वह मेरा सम्मान करते है इसलिए नहीं बोलते वो डरते हैं कि मैंने हेमंत सोरेन को जेल भेज दिया अगर किसी दिन हम बोल दिये तो हमें जेल भेज देंगे।

झारखंड सरकार में दो मुस्लिम नेता दोनों जांच के दायरे में
झारखंड सरकार में दो मुस्लिम मंत्री हैं और दोनों अब जांच के दायरे में हैं। आलमगीर आलम के बाद हफीजुल दूसरे मंत्री थे। उन पर भी अब जांच की तलवार लटक रही है। हफीजुल को बिना विधायक बने भी मंत्री पद दिया गया था।

फरवरी 2021 में हफीजुल हसन ने मंत्री पद की शपथ ली थी। उस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन थे। जब हसन ने मंत्री पद की शपथ ली थी तब वह विधायक भी नहीं थे। हफीजुल हसन, हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हैं। हाजी हुसैन अंसारी शिबू सोरेन के काफी करीबी रहे। 2020 में उनका निधन हो गया था। इसके बाद उनकी जगह उनके बेटे को मंत्री बनाया गया है।

*कई और अधिकारी और मंत्री रडार में*

हफीजुल हसन को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, निबंधन विभाग, पर्यटन, कला संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग मिला है। चंपई सोरेन मंत्रिमंडल में दो मुस्लिम चेहरे हैं। इसके पहले आलमगीर आलम ने 2 फरवरी को शपथ लिया था।

आलम कांग्रेस से पाकुड़ सीट से विधायक और कांग्रेस के विधायक दल के नेता हैं। वह पहले बिहार सरकार में भी उद्योग विकास मंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं फिलहाल आलमगीर आलम को टेंडर कमीशन घोटाला के मामले में ईडी ने रिमांड पर रखा है। बादल पत्रलेख देवघर के जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं। इस खबर के साथ ही चर्चा यह भी तेज है कि इसमें कई औऱ मंत्री और अधिकारी ईडी की रडार में है। इनसे पूछताछ में कई और नाम भी सामने आ सकते हैं।