सोन नदी में मछली मारने गए युवक की डूबने से मौत, परिवार मे मचा कोहराम

आरा : जिले के कोइलवर स्थित नये सिक्सलेन पुल के नीचे सोन नद में मछली मारने के दौरान एक युवक की डूबने से मौत हो गई। मृतक कोइलवर नगर पंचायत के वार्ड 12 निवासी महेश चौधरी का 20 वर्षीय पुत्र मुरारी कुमार बताया जाता है।

मिली जानकारी के अनुसार रोज की तरह रविवार को भी मुरारी सोन नदी में मछली मारने गया था। इस दौरान गहरे पानी में चला गया। जिससे वह डूबने लगा। जब तक आस पास खड़े लोग उसे बचाते तब तक वह डूब गया। 

मुरारी के डूबने की सूचना मिलते ही लोग दौड़े भागे सोन नदी पहुँचे और नदी में खोजबीन करने लगे। इधर इसकी सूचना डायल 112 को और एसडीआरएफ को दिया गया। स्थानीय मछुआरों ने लगभग चार घण्टे बाद घटना स्थल से पांच सौ मीटर दूर सुरौधा टापू के समीप मुरारी का शव बरामद किया। 

इधर शव के मिलने के बाद देर से पहुँची एसडीआरएफ की टीम को लेकर ग्रामीणों ने रोष जताया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल आरा ले गयी। घटना के बाद स्वजनो का रो रोकर बुरा हाल था।

भोजपूर से अरुण ओझा

भोजपूर के बिहिया में धूमधाम से मनाया गया परशुराम जन्मोत्सव

आरा : भोजपूर जिले के बिहिया में बहुत ही धूमधाम से मनाया गया परशुराम जन्मोत्सव, कार्यक्रम की अध्यक्षता रमेश कुमार सुदामा ने किया और संचालन राकेश तिवारी अटल ने की,  

इस अवसर पर मुख्य अतिथि वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति आचार्य धर्मेंद्र तिवारी जी ने कहा कि भगवान परशुराम समतामूलक समाज के प्रणेता है। दुनिया में पहली बार सत्ताधिशी के खिलाफ आवाज उठाने वाले भगवान परशुराम है। 

वहीं कार्यक्रम में पटना से चलकर आए पुरुषोत्तम राज ने कहा कि भगवान परशुराम अन्याय के खिलाफ थे भगवान परशुराम ने हम लोगों को यह शिक्षा दी है कि अन्याय करने वाले चाहे कितने भी बलवान हो उनके खिलाफ आवाज उठाना चाहिए। 

इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न परशुराम भक्त सम्मिलित हुए जिनमें मुख्य रूप से प्रेम रंजन चतुर्वेदी, राजेंद्र तिवारी, प्रज्ञा तिवारी, दयानंद उपाध्याय, रवि शंकर तिवारी, गुड्डू ओझा, शैलेश ओझा, उपेंद्र तिवारी, नित्यानंद ओझा, शाहिद आए हुए सभी अतिथियों ने कार्यक्रम करने के लिए परशुराम सेवा संस्थान के सदस्यों को साधुवाद दिया इस अवसर पर परशुराम सेवा संस्थान के सभी सदस्यों की मौजूदगी रही, जिम अरविंद पांडेय ,आशुतोष मिश्रा, आदित्य मिश्रा, राजू ओझा, उपेंद्र बजरंगी, आशुतोष पांडेय, विकास तिवारी, विक्की चौबे, प्रिंस कुमार, रोहित कुमार ने सहयोग किया।

भोजपूर से अरुण ओझा

भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी भोजपुर के द्वारा मनाया गया विश्व रेड क्रॉस दिवस

आरा : विश्व रेड क्रॉस दिवस के अवसर पर भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी भोजपुर जिला इकाई की तरफ से दो स्थानों पर , रेड क्रॉस कार्यालय आरा एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय बैंपली आंचल उदवंत नगर में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। आज के कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता विक्रम विरकर वाइस प्रेसिडेंट सह उप विकास आयुक्त भोजपुर रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा विवेकानंद यादव अध्यक्ष भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी ने की।

1.साईकिल रैली ---सर्वप्रथम कार्यक्रम का उद्घाटन विक्रम विरकर वाइस प्रेसिडेंट के द्वारा विभिन्न स्कूलों से आए बच्चों की साइकिल रैली को सुबह 7.30 झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस साइकिल रैली में बच्चों के द्वारा रेड क्रॉस दिवस, मानवता की सेवा के साथ-साथ मतदाता जागरूकता से संबंधित बैनर और पोस्ट भी प्रदर्शित किए गए। यह रैली शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए पुनः रेड क्रॉस परिसर दक्षिणी रमना रोड में आकर समाप्त हुई। आज के इस कार्यक्रम में जिन विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सहभागिता निभाई उसमें संभावना आवासीय उच्च विद्यालय, आर एस मेमोरियल स्कूल जगदेव नगर ,बालिका विद्यालय, जैन कन्या पाठशाला, भगिनी निवेदिता एवं मॉडल इंस्टिट्यूट प्लस टू के बच्चे प्रमुख रहे ।

2.झंडोतोलन ---साइकिल रैली की शुरुआत के साथ ही कदम से कदम मिलते हुए हिंदुस्तान स्काउट गाइड की एक टुकड़ी ने रणधीर कुमार ठाकुर एवं समन्वयक मंटू चौधरी के नेतृत्व में सभी विशिष्ट जनों को गाड आफ आनर देते हुए एस्कॉर्ट कर झंडोतोलन मंच तक लाकर अपनी भूमिका निभाई। झंडोतोलन वाइस प्रेसिडेंट के द्वारा किया गया। झंडोतोलन के साथ ही संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जूनियर रेड क्रॉस की छात्राओं की टीम के द्वारा रेड क्रॉस झंडा गीत प्रस्तुत किया गया जिसे बच्चों ने संगीत शिक्षा धर्मेंद्र सिंह एवं उनकी टीम के दिशा निर्देश में तैयार किया।

 3.सर हेनरी डुनाट के चित्र पर माल्यार्पण --तदुपरांत रेड क्रॉस के संस्थापक सर हेनरी डुनॉट के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित करते हुए पीड़ित मानवता की सेवा का सभी सदस्यों के द्वारा संकल्प भी लिया गया ।

4. सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक भोजपुर द्वाराआरो वाटर कूलर का अनुदान---इस अवसर पर रेड क्रॉस दिवस की गरिमा को बढ़ाते हुए सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक भोजपुर के द्वारा भीषण गर्मी के प्रकोप से राहत दिलाने के लिए जनहित में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी भोजपुर जिला इकाई को 120 लीटर का आरो वाटर कूलर भी अनुदानित किया गया, जिसका फीता काट कर वाइस प्रेसिडेंट एवं अध्यक्ष डॉक्टर वी एन यादव ने उद्घाटन किया और पानी को भी ग्रहण किया ।

5. रेड क्रॉस सेमिनार भवन का उद्घाटन--आज के इस कार्यक्रम में रेड क्रॉस भवन के ऊपरी तल पर स्थित सेमिनार हॉल जिसका पुनर्निर्माण कराया गया है उसका भी फीता काटकर उद्घाटन किया गया । इस हाल का जीर्णोद्धार एवं संसाधनों द्वारा सुसज्जित सभी कार्यकारिणी के सदस्यों के सहयोग से किया गया है जो आने वाले समय में छोटे-बड़े आयोजन में अपनी सहभागिता निभाएगा।

 6. गोष्ठी का आयोजन---"Keeping Huminity Alive"प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्व रेड क्रॉस की दिवस के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन भी किया गया- गोष्ठी का विषय, "कीपिंग ह्यूमैनिटी अलाइव" है।

गोष्ठी में अपने उदगार व्यक्त करते हुए श्री विक्रम विरकर वाइस प्रेसिडेंट ने सर्वप्रथम समस्त रेड क्रॉस के सदस्यों को शुभकामनाएं दी और यह बताया कि जिस प्रकार विश्व लगातार युद्ध की विभीषिका और प्राकृतिक अप्राकृतिक आपदाओं को झेल रहा है उसमें इंसानियत ही सबसे महत्वपूर्ण है जो मानवता की सेवा करने की प्रेरणा हमें देता है। हम सभी को सर हेनरी डुनॉट के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने जीवन में कुछ ना कुछ ऐसी सेवा भावना उतारनी चाहिए जो विश्व की रक्षा कर सके, देश और समाज की रक्षा कर सके।कीपिंग ह्यूमैनिटी अलाइव अर्थात मानवता जिंदा रहे यह विषय आज के संदर्भ में बहुत ही महत्वपूर्ण हो चुका है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वाइस चेयरमैन डॉ राजेश सिंह ने सर हेनरी डुनॉट नॉट के चरित्र पर प्रकाश डाला और रेड क्रॉस की स्थापना के संदर्भ में बहुत ही महत्वपूर्ण बातें बतायी।

अध्यक्ष अध्यक्ष डॉ वी एन यादव ने कहा कि जिस प्रकार विश्व में लगातार होते हुए युद्ध की विभिषिका से मानवता प्रभावित हो रही है उसकी रक्षा करना और मानव में मानव का मानव के प्रति प्रेम जगाना बहुत ही आवश्यक है। उप संरक्षक डॉ अर्चना सिंह ने अपने संभाषण में बच्चों के प्रेरणा देते हुए यह विश्वास उनमें जगाया कि हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि जिस देश, जिस समाज और जिस परिवार में हम रहते हैं उसके प्रति कुछ ना कुछ दान करके अपना ऋण जरूर चुकाऐ। यह‌आज के संदर्भ में भी अति आवश्यक है

और इससे हमें अपने जीवन में भी सेवा करने की सच्ची भावना को जागृत करने में सहायता मिलेगी। वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य डॉ पी सिंह पूर्व वाइस चेयरमैन डॉक्टर निर्मल सिंह ने भी अपने विचारों को व्यक्त किया तथा उपसंरक्षक नंदकिशोर सिंह ने लोक संगीत के माध्यम से रेड क्रॉस की स्थापना से लेकर वर्तमान भोजपुर रेड क्रॉस सोसाइटी के क्रियाकलापों का गुणगान किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ विभा कुमारी सचिव के द्वारा किया गया एवं समापन पूर्व सचिव डॉ दिनेश प्रसाद सिन्हा के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। धन्यवाद के क्रम में ही डॉक्टर दिनेश प्रसाद सिन्हा ने रक्तदान से संबंधित जागरूकता की बातें भी उपस्थित युवाओं को बताया। आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संरक्षक लाल दास

राय,संरक्षक हरेंद्र प्रसाद सिंह ,उपसंरक्षक जनाब सरफराज अहमद खान, अशोक शर्मा,डॉक्टर बीपी सिंह, आदित्य विजय जैन, एक पांडे, राम कुमार सिंह, राजेश कुमार उर्फ पप्पू जी,कृष्ण माधव अग्रवाल, पंकज प्रभाकर, डी राजन, श्रीदिपक कुमार अकेला, दिनेश कुमार , डॉ रेणू मिश्रा एवं अन्य गण मान्य अतिथियों की भूमिका बहुत ही प्रभावशाली रही कार्यक्रम को सफल बनाने में विजय मेहता, डॉक्टर दिनेश प्रसाद सिन्हा कृष्ण माधव अग्रवाल, पंकज प्रभाकर, एवं रेड क्रॉस के सभी कर्मचारियों प्रभात मिश्रा, धर्मेंद्र पांडे, वीर बहादुर सिंह, मनोज शाह अमोद कुमार ,सुमन कुमारी, इंदु देवी ,राजेश सिंह, ओम प्रकाश राम एवं विकास कुमार ,रणजीत राम आदि का सहयोग बहुत ही महत्वपूर्ण रहा।

8. उत्क्रमित मध्य विद्यालय बामपाली मे आयोजित कार्यक्रम--

देश के बाहर और प्रदेश से बाहर काम करने वाले के लिए मतदान का व्यवस्था चुनाव आयोग को करना चाहिए:-भाई दिनेश

देश के बाहर और प्रदेश से बाहर काम करने वाले जो घर न आ सकते अपने काम के वजह से उनका मतदान का व्यवस्था चुनाव आयोग को करना चाहिए:-भाई दिनेश

भाई दिनेश ने भारत के माननीय चुनाव आयोग से विनम्र निवेदन करते हुए कहा है 

की गांव के गरीब,किसान के बहुत सारे लड़के ,भाई दूसरे देश , प्रदेश में काम करने के लिए गए है,बहुत लोग अपने *परिवार ,बच्चे को अपने पास रखे है जो वोट देने नही आ पा रहे है तो उनका मतदान कैसे हो इस पर विचार होना चाहिए।

भाई दिनेश ने कहा कि                   कुछ सरकारी कर्मचारी को वोट देने का व्यवस्था हो रहा है लेकिन बहुत लोग जो श्रमिक है जो फैक्ट्री में काम कर रहे है दूसरे देश - प्रदेश में उनका मतदान के लिए कोई व्यवस्था न होना उचित नहीं है इस लिए इस पर माननीय चुनाव आयोग को विचार करना चाहिए की कैसे उन सभी मतदाता का मतदान कराया जा सके ।    

  

भाई दिनेश ने कहा कि मतदान करना देश के सभी नागरिक का मौलिक अधिकार जो मतदान के योग्यता को पूरा करते है चाहे वो देश के किसी प्रदेश में रहते हो या विदेश में   और इस कार्य को पूरा कराने का जिमेवारी और जवाबदेही सुनिश्चित करना माननीय भारत के चुनाव आयोग का है ।

 भाई दिनेश ने कहा की अभी भी देश के अंदर आधे से अधिक चुनाव है इस पर तुरंत विचार करना चाहिए अगर इस चुनाव में माननीय चुनाव आयोग को संभव नही दिखता है तो आने वाले विधान सभा और लोक सभा के चुनाव के लिए इस विषय पर गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए।

अहाना सेल्फ स्टडी सेंटर का हुआ उद्घाटन, विद्य़ार्थियों को मिलेगी यह सुविधाएं

आरा : विद्यार्थियों की जरूरत को देखते हुए आरा सदर अस्पताल के सामने अनिका न्यूरो केयर सेंटर महाजन टोली नंबर 1 में सेल्फ स्टडी सेंटर यानी लाइब्रेरी का उद्घाटन डॉक्टर वीर अभिमन्यु पंडित जोकि इसके प्रोपराइटर है द्वारा किया गया।  

डॉक्टर अभिमन्यू पंडित ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए शांत माहौल में वातानुकूलित लाइब्रेरी का उद्घाटन किया गया है ताकि स्टूडेंट शांत माहौल में आकर यहां स्टडी कर सके। ग्रुप में स्टडी करने से स्टूडेंट में ज्ञान का आदान-प्रदान अधिक होता है। बहुत ही न्यूनतम महीने पर विद्यार्थियों के लिए लाइब्रेरी की व्यवस्था की गई है। 

उन्होंने कहा अगर कोई ऐसा भी विद्यार्थी जो की पैसा देने में सक्षम नहीं हो उसके लिए हम अपने तरफ से और भी कम कर देने में करने की कोशिश करेंगे। 90 सीटों का यह स्टडी सेंटर 24 घंटे अपनी सेवा प्रदान करेगा।  

वाई-फाई और फ्री इंटरनेट की सुविधा से उपलब्ध स्टडी सेंटर शहर में विद्यार्थियों के लिए एक विशेष सौगात है। 

उद्घाटन में शामिल लोगों में सत्य प्रकाश .शशि भूषण, विपिन तिवारी ,संजीव और भी आदि लोग मौजूद थे। 

आरा से अरुण कुमार ओझा

सरस्वती शिशु मंदिर में लोकतांत्रिक चुनाव पद्धति से हुआ कन्या भारती का गठन

आरा : सरस्वती शिशु मंदिर   उदवंतनगर  भोजपुर में लोकतांत्रिक पद्धति से मतदान पत्र और मोहर का प्रयोग करते हुए विद्यालय के भैया बहनों ने कन्या भारती के लिए शिशु वर्ग के विभिन्न पदों के अधिकारियों का चुनाव करने के लिए अपना मतदान किया।भैया बहनों ने अपना पसंदीदा उम्मीदवारों के पक्ष में वोट किया।

कन्या भारती के प्रमुख आचार्य सीमा कुमारी ने इस चुनाव को भैया बहनों को कल एक आदर्श नागरिक बनने अपने दायित्व को समझने व राष्ट्रीय शिक्षा नीति के व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने की नीति के अनुरूप बताया। जिसमें प्रधानमंत्री, उप प्रधानमंत्री, मंत्री, सह मंत्री, सेनापति, सह सेनापति, आदि पद शामिल थे। विजय उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कल की जाएगी।

प्रधानाचार्य ने चुनाव को सुनियोजित और सफल तरीके से संपन्न करने पर आचार्य दीदी जी भैया बहनो का आभार व्यक्त किया तथा आगामी पीढ़ी में लोकतांत्रिक मूल्य व अपने राष्ट्रीय दायित्व को समझने के लिए इसे अहम बताया।

आरा से अरुण कुमार ओझा
जेठवार भट्ट में कलश यात्रा के साथ श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ एवं रासलीला का हुआ शुभारम्भ

आरा : जिले के तरारी प्रखंड के जेठवार भट्ट ग्राम में माँ बरेजी मंदिर के भव्य मंदिर के भूमि पूजन के सुअवसर पर राधा सर्वेश्वर पीठ गोवर्धन मथुरा वृंदावन के पीठाधिश्वर परम पूज्य श्रीमद जगद्गुरु निम्बकाचार्य पीठाधिश्वर स्वंभुराम द्वाराचार्य  श्री राधा मोहन शरण देवचार्य के सानिध्य में कलश यात्रा के साथ आज श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारम्भ हुआ। कलश यात्रा पचमा गाँव के बुढ़वा महादेव मंदिर तालाब से प्रारम्भ होकर यज्ञ स्थल पर पंहुचा। कलश यात्रा में लगभग ग्यारह सौ कलश के साथ  आसपास के गाँव के लगभग दस हजार श्रद्धांलू शामिल हुए। जगह जगह श्रद्धांलूओं के लिए शीतल जल, शरबत आदि की व्यस्था ग्रामीणों द्वारा किया गया था।

यज्ञ के मुख्य जजमान श्री कौशलेन्द्र दास एवं शोभा राय बने है। माँ बरेजी ट्रस्ट जेठवार भट्ट के सचिव विजय राय व कोषाध्यक्ष धीरज कु राय ने बताया कि माँ बरेजी मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर इस यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। इस विषण गर्मी में भी श्रद्धांलूओं का उत्साह देखते बन रहा है। ट्रस्ट व यज्ञ आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री प्रकाश कु राय ने बताया कि यज्ञ में दो सौ पचास कार्यकर्ता श्रद्धांलूओं की सेवा में लगें हुए है। ट्रस्ट के पी आर ओ कुमार विनय ने बताया कि कल दिनांक 7 मई से श्रीमद भागवत कथा होगी। 85 वर्षीय वयोवृद्ध ग्रामीण सतन सिंह ने कहा कि इस इलाके में इतना हुजूम पहले कभी नहीं देखा। यज्ञ आयोजन समिति के संरक्षक श्री सुरेन्द्र यादव, हृदया नन्द यादव, श्री भगवान सिंह, श्री सुरेश राय आदि का मार्गदर्शन मिल रहा है
                 
कलश यात्रा के सफल संचालन में  रमेश राय, राकेश राय, शशिभूषण राय, संतोष राय, पप्पू शर्मा, वतन राय, राहुल राय, विशाल राय, गोलू राय, मनीष राय, डाकबम राय, प्रिंस राय, अभिषेक राय, ऋषि राय, रिंटू राय, विकाश राय, शिवम राय, विकाश राय, हर्षित राय, संजीत राय, अभिषेक राय, नीरज राय, पवन यादव, मुरारी यादव, यश यादव, संटू मालाकार, पलटू विश्वकर्मा आदि सैकड़ो युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

आरा से अरुण कुमार ओझा
बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ की महावारी बैठक का हुआ आयोजन, सबसे पहले शहीद जवानो को दी गई श्रद्धांजली

आरा :  बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ की महावारी बैठक मेजर राणा प्रताप सिंह के अध्यक्षता में जिला सैनिक कल्याण ऑफिस के ऊपर आरामगाह में संपन्न हुआ।

बैठक के दौरान सबसे पहले 2 मिनट की मौन धारण कर शाहिदजवानों की श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद सभा की कार्रवाई को बढ़ाते हुए सभी पूर्व सैनिकों ने अपना अपना विचार रखा।

अध्यक्ष मेजर राणा प्रताप सिंह ने नया आए हुए जिला सैनिक कल्याण पदाधिकारी कैप्टन इंडियन नेवी एस.सी पांडे को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। अध्यक्ष ने बताया कि सर अभी-अभी आए हुए हैं और यहां नेवी का कमान हो गया है। अभी हम लोग कासभी पूर्व सैनिकों का काम जल्द से जल्द होगा।

जिला सैनिक कल्याण ऑफिसर ने बताया कि मैं भी पुराने भोजपुरी ही हूं किसी प्रकार के किसी को तकलीफ हो तो मेरे पास आ सकता है मैं दूर करने की कोशिश करूंग

इसके बाद अध्यक्ष महोदय ने पूर्व सैनिकों के सभी पॉइंट पर एक-एक करके जवाब दिया। ECHS के बारे में उन्होंने बताया। अभी इसी हफ्ते एक्वागार्ड वगैरा लगा दिया जाएगा सभी लोग गर्मी मेंअंदर रहे खूब पानी पीए और अपनी सेहत के ख्याल रखें।

बैठक का संचालन सार्जेंट पांडे ने किया और धन्यवाद ज्ञापन रामदयालु सिंह ने किया। इस बैठक में सूबेदार मेजर कन्हैया सिंह, बलराम राय, जगन्नाथ सिंह, मीणा देवी, मीरा देवी, फूल कुमारो देवी अदि मौजूद थे।

आरा से अरुण कुमार ओझा
विश्व पृथ्वी दिवस पर पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा किया गया वृक्षारोपण


         

          

   इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के पेड़ उपक्रम प्रमुख रमेश कुमार सुदामा ने कहा कि वेद में कहा गया है--"भूमि माता पुत्रो अहं पृथ्वया। "अर्थात धरती हमारी माता है और हम सभी उनके सन्तान हैं। 

  

  माता मानकर हम सभी पृथ्वी की सुरक्षा हेतु छोटे छोटे प्रयास करें।पृथ्वी बचेगी हम सब बचेंगे। 2024 का थीम है--"प्लेनेट वर्सेस प्लास्टिक "। सिंगल यूज प्लास्टिक का उत्पादन बंद करना होगा। प्लास्टिक धरती माता को प्रदूषित करता है। भूमि को बंजर बना देता है। दिल्ली महानगर में पोलिथीन के कचड़े का पहाड़ बन गया है। 

        

 धरती माता को बचाने के लिए अपने आसपास पेड़ लगाये तथा 5 वर्षों तक उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करें। आस्ट्रेलिया सरकार का कानून है कि घर बनाने के लिए 5 पेड़ सामने अवश्य लगायें। वहाँ विद्यार्थियों के लिए एक पेड़ लगाने के बाद ही स्नातक की डिग्री मिलती है। 

         

 विश्व पृथ्वी दिवस पर जल संरक्षण का भी संकल्प करें। प्राकृतिक जल श्रोत नदी, झील, झड़ना, तालाब,कुआँ की सुरक्षा संसार के मानव को करना होगा। भविष्य में तृतीय विश्व युद्ध जल के लिए होगा। 

     

    संसार में जनसंख्या विस्फोट हुआ है। अतः अंधाधुंध जंगलों की कटाई हो रहा है। परिणामस्वरूप प्राकृतिक आपदायें मानव को परेशान कर रही है। इससे बचने के लिए पेड़ लगायें, पानी बचायें, पोलिथीन हटायें। 

    वृक्षारोपण कार्यक्रम में रमेश कुमार सुदामा दिनेश पांडेय ,इंद्रजीत राम , आशुतोष मिश्रा, शामू पांडेय इत्यादि ने भाग लिए।

प्राइवेट स्कूलों का सालाना लूट समारोह, किताबें-यूनिफार्म की कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश..

मार्च अप्रैल का महीना, बच्चों के मां-बाप के जेब कटने का महीना होता है. आमतौर पर जब कोई आपकी जेब काटता है तो आप चोर-चोर चिल्लाते हैं, लेकिन इन दो महीनों में जब मां-बाप की जेब कटती है तो वो स्कूल-स्कूल चिल्लाते हैं. किसी जेबकतरे की शिकायत आप पुलिस स्टेशन में कर सकते हैं. लेकिन जेब काटने वाले स्कूलों की आप कहीं शिकायत नहीं कर सकते हैं. बहुत मुमकिन है कि जेबकतरे को पुलिस पकड़कर जेल में भी डाल दे, आपका कुछ पैसा भी दिलवा दे, लेकिन स्कूलों पर कोई हाथ नहीं डालता है. क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों हैं. ऐसा इसलिए है कि मंत्री से लेकर अधिकारी तक, नौकरी पेशा से लेकर व्यापारी तक, सभी के बच्चे किसी ना किसी स्कूल में पढ़ते हैं.

उनके बच्चों को प्रताड़ित ना किया जाए, उनके बच्चों को स्कूल से ना निकाल दिया जाए, उनके बच्चे के साथ भेदभाव ना शुरु कर दिया जाए, इस डर से सब चुप रहते हैं. और चुप्पी ही स्कूली जेबकतरों की शक्ति है. वर्ष बदलते हैं लेकिन हालात नहीं बदले..फीस और किताबों के SET के नाम पर लुटेरों के जज्बात भी नहीं बदले हैं.

- इस वर्ष स्कूलों में कॉपी-किताबों के पूरे Set की कीमत, 40 प्रतिशत तक महंगी कर दी गई हैं.

- इसमें कॉपी-किताबें करीब 30 प्रतिशत तक महंगी हुई है.

- स्कूल ड्रेस और बैग वगैरह की कीमतों में 40 प्रतिशत का इज़ाफा किया गया है.

कीमतें हर वर्ष बढ़ाई जाती हैं...

हालांकि प्राइवेट स्कूली शिक्षा की दुनिया में कुछ बातें Universal Truth है, जैसे महंगाई के नाम पर कॉपी किताबों की कीमतें हर वर्ष हद से ज्यादा बढ़ाई जाती हैं. स्कूलों में बच्चों को ये सिखाया जाता है कि पेड़ काटना नहीं चाहिए. नए पेड़ लगाने चाहिए. लेकिन यही स्कूल अपने यहां हर वर्ष बच्चों को नई क्लास के लिए नए कॉपी-किताबों का सेट खरीदने के लिए मजबूर करते हैं. पुरानी किताबों को एक तरह से अछूत घोषित कर दिया जाता है.

प्राइवेट स्कूली शिक्षा की बातें...

मतलब ये है कि एक ही परिवार के अगर दो बच्चे एक ही स्कूल में पढ़ रहे हों, तो स्कूल उन्हें किताबें शेयर करने की इजाज़त नहीं देता है. यानी 7वीं क्लास में पढ़ने वाली कोई बच्ची, 8वीं क्लास में पढ़ने वाली अपनी बड़ी बहन की किताबें इस्तेमाल नहीं कर सकती. उसको 8वीं की नई चमचमाती किताबें ही लेनी होंगी. और जैसा की हम कह रहे हैं कि प्राइवेट स्कूली शिक्षा की दुनिया में कुछ बातें Universal Truth है, उसमें से एक ये भी है कि किताबें छापने वाली कंपनियां और प्राइवेट स्कूलों में गहरे करीबी संबंध होते हैं, कई बार स्कूलों के ही अपने Publishing House भी होते हैं.

अलग-अलग मुद्दों पर सर्वे करने वाली संस्था Local Circle ने प्राइवेट स्कूलों की फीस और कॉपी किताबों के Set की कीमत बढ़ाने को लेकर एक सर्वे किया है. ये सर्वे देश के अलग-अलग प्रदेशों के करीब 312 जिलों में किया गया है. जिसमें अभिभावकों से स्कूल के खर्च पर बात की गई. सर्वे में 66 प्रतिशत पुरुष और 34 प्रतिशत महिलाएं शामिल की गई थीं.

- Local Circle के इस सर्वे में पता चला है कि पिछले 2 वर्षों में प्राइवेट स्कूलों की फीस में 30 प्रतिशत या उससे ज्यादा की बढ़ोतरी की गई है. सर्वे में शामिल अभिभावकों में से 50 प्रतिशत ने ये बात कही है.

- 8 प्रतिशत अभिभावकों ने माना है कि स्कूल की फीस में 40 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है.

- 42 प्रतिशत अभिभावकों ने माना है कि स्कूल की फीस 30 से 50 प्रतिशत बढ़ी है.

- अभिभावकों ने सर्वे में ये भी बताया कि स्कूल के Session की शुरुआत में नई कॉपी किताबों की लागत की वजह से खर्चे और ज्यादा बढ़े हैं.

- सर्वे के मुताबिक टियर-1 शहरों के स्कूलों की वार्षिक फीस 1 लाख से 4 लाख रुपये की बीच है.

- टियर 2 शहरों में स्कूलों की फीस सालाना 35 हजार से 2 लाख रुपये तक है.

ये एक ऐसी दुकान हैं. जहां स्कूल की किताबें मिलती हैं. आप जिस तरह से अपने बच्चों के लिए कॉपी किताबें खरीदते हैं. यहां पर भी वैसी खरीदारी हो रही है. ना आप कुछ बोलते हैं ना दुकानदार कुछ बोलता है, लेकिन कॉपी-किताबों के SET का लेनदेन पूरा हो जाता है. जो लोग इस प्रक्रिया को नहीं जानते हैं उन्हें बता दें कि पहले

- प्राइवेट स्कूल....कॉपी किताबों के सेट खरीदने के लिए एक पर्ची और साथ में कॉपी-किताबों की लिस्ट देता है.

- पर्ची पर पहले से निर्धारित एक खास विशेष दुकान का नाम लिखा होता है.

- आप उस दुकान पर जाते हैं, दुकानदार को वो पर्ची देते हैं.

- पर्ची लेकर दुकानदार आपको एक बैग थमा देता है, इस बैग में पहले ही वो सारी कॉपी-किताबें और स्टेशनरी मौजूद होती है जो स्कूल ने अपने लिस्ट में लिखी थी.

- ना आप दुकानदार से कुछ बोलते हैं, ना दुकानदार आपसे कुछ कहता है, पर्ची,पैसों और किताबों का लेनदेन हो जाता है. काम खत्म.

Publishing House के मालिकों के नेक्सस...

हवाला कारोबार के नेक्सस पर तो देश की सुरक्षा एजेंसियों की नजर होती है, पुलिस उस पर कार्रवाई करती है. लेकिन प्राइवेट स्कूलों और कॉपी-किताबों वाले Publishing House के मालिकों के नेक्सस पर कभी कोई सवाल नहीं उठाया जाता है, कार्रवाई तो भूल ही जाइए. प्राइवेट स्कूलों की इस मानमानी का असर, उन मां-बाप पर पड़ता है जो अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेजने को मजबूर हैं.

कई बार तो कॉपी किताबों का बिल भी नहीं दिया जाता है. अपराध की दुनिया में हवाला कारोबार भी कुछ ऐसे ही होता है. एक निशानी लेकर जाइए, दूसरे शख्स से उसकी पहचान कराइए, पैसे लीजिए या दीजिए. काम खत्म. मैच फिक्सिंग की तरह स्कूलों की ओर से फिक्स हो चुकी दुकानों में पहले से ही किताबों और नोटबुक के बंडल बनाकर रखे जा चुके होते हैं.

अभिभावकों को केवल बच्चे का नाम और उसकी कक्षा का नाम बताना होता है. केवल दो मिनट में किताबें हाथ में आ जाती हैं. अभिभावक चाहकर भी अपनी पसंद की दुकान से कॉपी किताबें नहीं खरीद पाते हैं. प्राइवेट स्कूल की Education Fixing में शामिल दुकानदार इसीलिए मनचाही कीमत पर कॉपी, किताबें, स्टेशनरी और बाकी सामान बेचते हैं. और मां-बाप उन्हें खरीदने को मजबूर होते हैं.

प्राइवेट स्कूल, खास पब्लिशर की किताब खास जगह से खरीदनों को क्यों कहते हैं ये आप इस तरह से समझ सकते हैं कि जिन किताबों से बच्चों को ज्ञान मिलता है,..आरोप है उन्हीं किताबों की कीमत से प्राइवेट स्कूलों को कमीशन मिलती है.

ई कॉपियां, नई किताबें..नई स्टेशनरी...

ई कॉपियां, नई किताबें..नई स्टेशनरी से जितना प्यार बच्चों को होता है, उससे ज्यादा प्यार प्राइवेट स्कूलों, पब्लिशिंग हाउस और दुकानदारों को होता है. बच्चों को नई चीजें देखकर खुशी मिलती है...और बाकी सभी को उससे होने वाली कमाई देखकर. स्कूलों की मनमानी हर वर्ष ऐसे ही चलती है, बच्चो के मां-बाप मन मारकर रह जाते हैं और स्कूल्स को कुछ नहीं कह पाते हैं.

स्थिति ये है कि जो किताब बाजार में 100 रुपये की मिलती है, वही किताब स्कूलों की ओर से बताई गई दुकान पर 140 रुपये तक बेची जा रही है. कीमतों में दिख रहा ये अंतर, कमीशन का गहरा खेल है. जिसको समझना एक सामान्य मां-बाप के लिए मुश्किल है. मां-बाप जब अपने बच्चों के लिए कॉपी किताबें खरीदने के लिए जाते हैं, तो वो स्कूल की लिस्ट के हिसाब से निश्चित दुकान पर फिक्स्ड प्राइस पर सामान खरीदते हैं. उन्हें प्राइवेट स्कूलों की तरफ से इतना भी अधिकार नहीं दिया जाता है कि वो दूसरी दुकान से किताबें खरीद सकें. हमने इस मुद्दे पर कुछ ऐसे अभिभावकों से बात की, जो स्कूलों की मनमानी से परेशान हैं.

कई बार अभिभावकों को प्राइवेट स्कूलों की ओर से ऐसे संकेत दिए जाते हैं, कि अगर वो फीस या स्टेशनरी संबंधित दिशा निर्देशों का पालन नहीं कर सकते, तो वो अपने बच्चों का एडमिशन कहीं और करवा सकते हैं. बस यही बात माता पिता के डर की वजह बनता है.

उन्हें मालूम है कि प्राइवेट स्कूल्स के संबंध बड़े-बड़े व्यापारी घरानों से भी होते हैं. ऐसे में अभिभावकों को स्कूलों की मनमानी के खिलाफ ना तो कार्रवाई की उम्मीद होती है, ना ही कड़े नियम कानून बनने की उम्मीद होती है.

प्राइवेट स्कूल भी बेधड़क वही करते हैं जिससे उनकी कमाई हो सके. देश में शिक्षा के हालात ऐसे है कि मां-बाप को अपने बच्चों के लिए प्राइवेट स्कूल चुनने के लिए मजबूर किया जाता है. प्राइवेट स्कूल अभिभावकों की इसी मजबूरी का लाभ उठाते हैं.