लोकसभा चुनाव में झारखंड में राष्ट्रीय दलों ने एक् भी मुस्लिम उम्मीदवार को अपना टिकट नहीं दिया
रिपोर्त- जयंत कुमार
रांची : झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं। 2024 के चुनाव में यहां चार चरणों में चुनाव होना हैं। पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है। झारखंड की इन 14 सीटो पर सीधे तौर में बीजेपी और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के बीच मुकाबला माना जा रहा है। इन सबके बीच एक बार फिर चुनावी समर में राष्ट्रीय दलों ने झारखंड में एक भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया है।
झारखंड के मुसलमान राष्ट्रीय दलों के साथ-साथ क्षेत्रीय दलों की उपेक्षा का शिकार होने का आरोप लगाया है। यहां 14 में से 8 सीट सामान्य होने के बावजूद मुस्लिम प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतरा।झारखंड में मुसलमानों की आबादी करीब 20 फीसदी होने का दावा किया जाता रहा है। इससे यह भी कहा जा सकता है कि राजनीतिक दल सिर्फ मुसलमानों को वोट बैंक के रूप में समझते है।
राजनीतिक भागीदारी देने की उनकी मनसा नही है। अपने आपको सेक्युलर कहने वाले दल को भी इस पर विचार करना चाहिए।
झारखंड में सीटो की बात करे तो चतरा, कोडरमा, हजारीबाग, गिरिडीह, धनबाद, रांची, जमशेदपुर और गोड्डा सामान्य सीटें हैं। अनुसूचित जनजाति के लिए सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा, राजमहल और दुमका रिजर्व सीट है। तो वही अनुसूचित जाति के लिए एकमात्र पलामू सीट रिजर्व है। अल्पसंख्यको रिजर्व न होने के बावजूद सामान्य सीट पर मुसलमान खड़ा हो सकते हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव के बाद 2024 में भी बड़े राजनीतिक दलों ने झारखंड में मुसलमान को नजरअंदाज किया है। 2014 के लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे थे लेकिन इसमें कोई भी सफल नहीं हो पाए। 2024 चुनावी समर में झारखंड से कई मुस्लिम उम्मीदवार किस्मत आजमाते दिखे जिसमें कांग्रेस के फुरकान अंसारी गोड्डा से ताल ठोकते नजर आए थे। लेकिन गुड्डा से दीपिका के बाद प्रदीप यादव को टिकट दिया गया।
Apr 27 2024, 17:25