अबुआ आवास योजना के बाद अब झारखंड सरकार करेगी मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत

झारखंड डेस्क

रांची। मुख्यमंत्री अबुआ आवास योजना के बाद अब मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना की शुरुवात करने जा रही है। ग्रामीण विकास विभाग ने मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम योजना के क्रियान्वयन के लिए डीपीआर तैयार कराने का निर्देश सभी जिलों को दिया है. चुनाव आचार संहिता के कारण कार्य में प्रगति नहीं हो पा रही है।

सीएम आदर्श ग्राम योजना से ग्रामीण क्षेत्रों कृषि आधारित कार्य, रोड इंफ्रास्ट्रक्चर, सामुदायिक भवन सहित रोजगारपरक योजनाएं लेने को कहा गया है.

चुनाव की वजह से अभी आचार संहिता लगा हुआ है, ऐसे में इस पर काम रूका हुआ, लेकिन अधिकारियों को कहा गया कि आवश्यकताओं का अध्ययन करते हुए योजना तैयार करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाये, ताकि जून- जुलाई में इसकी स्वीकृति दी जायेगी.

मिलेगी ये सुविधा

इस योजना के तहत गांवों को कई विकास योजनाएं प्रदान की जाएंगी।

इस योजना में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, भारत निर्माण, सर्व शिक्षा अभियान, आईसीडीएस आदि योजनाएं की सुविधा मिलेगी।

इन कार्यक्रमों के लिए पात्र होने के लिए, गांवों में 50% से अधिक अनुसूचित जाति के निवासी होने चाहिए।

इस योजना में आत्मनिर्भर आदर्श ग्राम बनाने का चयन किया गया है। यह प्रत्येक सार्वजनिक क्षेत्र की न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा करने से होगा।

यह योजना बेहतर आजीविका के लिए आवश्यक क्षमता प्रदान करती है।

गढ़वा: आदेश का उल्लंघन करने वाले 35 अनुज्ञप्तिधारियों के हथियार का लाइसेंस रद्द

गढ़वा: आदेश का उल्लंघन करने वाले 35 अनुज्ञप्तिधारियों के हथियार का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। एसपी दीपक पांडेय ने इसकी अनुशंसा उपायुक्त शेखर जमुआर से की थी। इसपर कार्रवाई करते हुए डीसी ने 35 लोगों का लाइसेंस रद्द कर दिया है।

डीसी शेखर जमुआर के मुताबिक आम निर्वाचन के तहत गढ़वा में 16 मार्च से आदर्श आचार संहिता लागू है। आचार संहिता लागू होने के के बाद जिले में स्वच्छ, शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं स्वतंत्र निर्वाचन के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है।

इसी क्रम में जिले के सभी निर्गत शस्त्र अनुज्ञप्तिधारियों को अपने हथियार को थाना अथवा गन हाउस में जमा करने का आदेश दिया गया था। आदेश के बाद भी कुछ अनुज्ञप्तिधारी ने हथियार जमा नहीं किया। इसके मद्देनजर एसपी ने ऐसे अनुज्ञप्तिधारी के हथि‍यार का लाईसेंस रद्द करने की अनुशंसा की थी। उक्त आलोक में कुल 35 अनुज्ञप्तिधारियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए।

दिल्ली हाईकोर्ट ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की सम्पति जाँच के मामले में लोकपाल के आदेश पर लगाया रोक,निशिकांत दुबे को जारी किया नोटिस*

नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की संपत्ति की जांच करने के लोकपाल के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर निशिकांत दुबे को नोटिस जारी किया है. जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद की बेंच ने लोकपाल को अगले आदेश तक कोई भी कार्रवाई करने पर रोक लगा दिया है. मामले की अगली सुनवाई 10 मई को होगी. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 4 मार्च के लोकपाल के आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी के स्वामित्व वाली दो संपत्तियों की जांच करने के लिए सीबीआई को निर्देश दिया गया था. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने शिकायत की थी. सुनवाई के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि दो संपत्तियां झारखंड मुक्ति मोर्चा की है न कि शिबू सोरेन की. उन्होंने कहा कि लोकपाल का आदेश लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि लोकपाल की जांच किसी व्यक्ति के खिलाफ हो सकती है न कि किसी राजनीतिक दल के खिलाफ. उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच इस निष्कर्ष पर पहुंची कि संबंधित संपत्तियां राजनीतिक दल की है. ऐसे में लोकपाल का आदेश कानून का उल्लंघन है. बता दें, 5 अगस्त 2020 को निशिकांत दुबे ने लोकपाल के समक्ष शिबू सोरेन, उनकी पत्नी और बच्चों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. हाईकोर्ट के आदेश पर लोकपाल के किसी भी कार्रवाई पर सितंबर 2022 तक की रोक थी. 20 फरवरी को हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने लोकपाल के नोटिस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था.
*हो भाषा को संथाली भाषा के साथ आठवीं सूची में शामिल होना चाहिए था,यह किसकी गलती है। ?*

चाईबासा: कोल्हान में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक जवाहर लाल बानरा ने आज प्रेस वार्ता में कहा कि इंडिया गठबंधन प्रत्याशी का नामांकन हुआ,इसका हमलोग स्वागत करतें है,अंततः विरोध में लड़ने का प्रत्याशी तो मिला। हमलोग तो सोच रहे थे गुजरात के सूरत लोकसभा सीट के जैसे कि मुकेश दलाल निर्विरोध विजयी घोषित किये गए यहां भी वैसा ही परिणाम आएगा। जवाहर ने कहा कि मुख्यमंत्री 14 सीट जितने का दावा आज किया ये पूरी कल्पना है,दरअसल एनडीए 12 +1= 13 सीट भाजपा के पक्ष में है,मात्र पहले से केवल 1 सीट जीत कर हमलोग 14 के अंक को प्राप्त कर लेंगे।ये कहतें भाजपा पूंजीपतियों की पार्टी है यह सरासर गलत है ,भारतीय जनता पार्टी के नाम से ही स्पष्ट है पूरे देश के सभी वर्ग के समुदाय की पार्टी। जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा खुद को आदिवासियों और अल्पसंख्यकों की पार्टी कहती है। श्री बानरा ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा वाले कह रहे है कि हेमन्त सोरेन को भारतीय जनता पार्टी ने साजिश कर जेल भेजा है यह बिल्कुल गलत है। *रांची के साढ़े आठ एकड़ सेना की भूमि के कागजों की जालसाजी कर बेचने के आरोप का कोई जबाब कोर्ट में उनके पास नही है ,कोर्ट स्वतंत्र रूप से कार्य कर रही है।जवाहर लाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को संविधान पर पूरा विश्वास है इसको बदलने की कोशिश भाजपा नही कर रही है। मणिपुर में कुकी और नैती आदिवासियों के बीच की लड़ाई पर हमलोग चिंता कर रहे हैं पर इंडिया के लोग इसे बेवजह तूल दे रहें हैं। बंगाल के टी एम सी नेता द्वारा सैंकड़ों आदिवासी महिलाओं के साथ किये गए यौन शोषण पर इंडिया गठबंधन और झारखंड मुक्ति मोर्चा वालो को कोई दुख नही है। जवाहर लाल बानरा ने कहा हो भाषा को संविधान के आठवीं सूची में निश्चित रूप से शामिल होना चाहिए जिसका हम स्वागत करेंगे।पर हो भाषा को संथाली भाषा के साथ आठवीं सूची में शामिल हो जाना चाहिए था,यह किसकी गलती है?भाजपा कोई जुमलेबाजी नही करती है जो वादा करती है उसे पूरा करती है भाजपा।भारतीय जनता पार्टी ने अलग राज्य के मुद्दे पर चुनाव लड़ा था चुनाव जीतने के बाद झारखंड के साथ तीन राज्यों को अलग भी किया। झारखंड मुक्ति मोर्चा वर्षों आंदोलन किया और 3 करोड़ में आंदोलन को बेचा,इसी इंडि गठबंधन के कांग्रेस और राजद वालों ने खरीदा ,अब जनता कहे कि जुमले बाजी कौन कर रहा है।गीता बालमुचू ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा वाले कहते है प्राइवेट सेक्टर में 75 प्रतिशत नौकरियो में आरक्षण देंगें,कितने कारखानों में अबतक। 8 लाख प्रधान मंत्री आवास नाम हटाने का इंडि वालों द्वारा ,निराधार आरोप लगाया जा रहा है,सच्चाई यह है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ,प्रधानमंत्री आवास के बनाये गए आवासों का उपयोगिता प्रमाण पत्र ही केंद सरकार को नही दिया ,जिस कारण केंद्र सरकार राशी नही दे सकी। गीता बालमुचू ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास योजना एक अच्छी योजना है पर कौन आदिवासी 25 हजार रुपया दे कर इसका लाभ ले सकता है,जिस कारण यह बबुआ आवास योजना बन गया। भारतीय जनता पार्टी को कोल्हान में एक भी सीट नही लेने देने का इनका दावा अच्छा है पर ये बताएं कि इनके विधायकों के आय का स्रोत हजार गुना कैसे बड़ा है,जनता का प्रति ब्यक्ति आय कितना बढ़ा है ये बताएं।ये बताएं कि पलायन बेरोजगारी पर इंडि गठबंधन जनता को कब निजात दिलायेगी।ये जितना झूठ बोल ले भारतीय जनता पार्टी सिंहभूम लोकसभा के साथ झारखंड के सभी सीटों पर विजय हासील करेगी ही,क्योंकि मोदीजी का नारा है अबकी बार 400 पार।
पीएम मोदी ने रांची में उलगुलान के दौरान हुए सर फुटोब्बल पर कसा तंज,कहा-गठबंधन की रैली में सरेआम एक दूसरे के सर फोड़े जा रहे हैँ,कपड़े फाड़े जा र

झारखंड डेस्क रांची की उलगुलान रैली में हुई मारपीट का जिक्र प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ में किया। छत्तीसगढ़ के धमतरी में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने इंडी गठबंधन में चल रहे सर फुटौव्वल पर तंज कसा। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देश को पूरा भरोसा भाजपा में है, दूसरी तरफ इंडी गठबंधन है, जिसमें आपस में ही सर फुटौव्वल चल रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि -“देश का भरोसा भाजपा पर है, दूसरी तरफ इंडी गठबंधन वाले है, जिनेके आपस में ही सर फुटौव्वल चल रही है। आपने देखा होगा, दो दिन पहले झारखंड में इंडी गठबंधन की रैली थी, वहां सरेआम एक दूसरे के सर फोड़े गये। कपड़े फाड़े गये, ये है इनकी हालत। जब इंडी गठबंधन ने पहली रैली की थी, कितने लोगों ने हाथ बांधकर उठाया था, दूसरी रैली हुई, तो कितने उसमें से निकल गये, तीसरी हुई तो कितने निकल गये, चौथी हुई तो आधे निकल गये, सब छोड़कर भाग गये” रांची में किया हुआ था विवाद राजधानी रांची के प्रभात तारा मैदान में आयोजित उलगुलान महारैली में उस वक्त अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया जब झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम समर्थकों को संबोधित कर रहे थे और इसी बीच राजद और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। दरअसल, चतरा लोकसभा के प्रत्याशी मुद्दे को लेकर दोनों पार्टी के कार्यकर्ता आमने सामने आ गए और आपस में ही मारपीट करने लगे। मारपीट के दौरान दोनों खेमे के कार्यकर्ता घायल हो गए। मारपीट में एक कार्यकर्ता का सिर फट गया और खून बहने लगा। लोग इधर उधर भागने लगे। दोनों खेमे के कार्यकर्ता एक दूसरे के विरोध में ही नारे लगाने लगे। दोनों ओर से कुर्सियां उठाकर फेंकने लगे। जिसको जो मिला उसी से प्रहार करने लगे। जिससे वहां उपस्थित कुछ कार्यकर्ताओं को गंभीर चोटें भी लगीं। जिससे वहां उपस्थित अन्य लोग भी इसकी चपेट में आ गए। हालांकि सभा स्थल पर तैनात प्रशासनिक पदाधिकारियों और पुलिसबलों के हस्तक्षेप के बाद दोनों खेमे के कार्यकर्ताओं को शांत कराया गया तब जाकर दोबारा रैली में नेताओं का संबोधन शुरू हो पाया। बताया गया कि केएन त्रिपाठी को कांग्रेस ने चतरा से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। जिसका विरोध किया जा रहा था। पुलिस का कहना है कि केएन त्रिपाठी के भाई गोपाल ने धुर्वा थाना में लिखित शिकायत की है।
सरयू राय लड़ सकते हैं धनबाद से लोकसभा चुनाव, भारतीय जनतंत्र मोर्चा कर सकता है ऐलान


धनबाद : भारतीय जनतंत्र मोर्चा ने घोषणा कर दी है कि वह धनबाद लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरेगी. सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पार्टी यहां से प्रत्याशी मैदान में उतारेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी अगले 24 घंटे में प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी.

सरयू राय ने कहा की उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह को समर्थन नहीं दिया है. श्री राय ने कहा कि अनुपमा सिंह उनसे मिलने जरूर आई थी लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत आशीर्वाद दिया था जो एक बेटी और बहू को दिया जाता है.

बीजेपी के उपर जमकर साधा निशाना

सरयू राय ने केंद्र की बीजेपी के पर जमकर प्रहार किया और कहा कि भाजपा के प्रदेश महामंत्री ने चुनाव आयोग में जो एफिडेविट दिया है उसके अनुसार भाजपा प्रत्याशी ढुलु महतो पर अभी 19 मामले लंबित है और केवल दो मामलों में ही सजा हुई है. जबकि वर्ष 2022 में धनबाद के एसपी ने झारखंड उच्च न्यायालय में एक रिपोर्ट दी थी जिसके अनुसार भाजपा प्रत्याशी ढुलू महतो पर इससे कहीं ज्यादा मामले लंबित है. साथ ही उन्हें चार मामलों में सजा हुई है. उन्होंने कहा कि लंबित मामलों में कई संगीन धाराएं वाले भी हैं, जिसमें 5 से 10 वर्ष तक की सजा हो सकती है.

खुद लड़ सकते हैं चुनाव

सूत्रों की माने तो सरयू राय खुद 

धनबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. वह फिलहाल जमशेदपुर पश्चिमी सीट से विधायक हैं. यह सीट उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराकर जीती थी. अगर सरयू राय धनबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते हैं तो बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए परेशानी हो सकती है. सरयू राय ने हाल में बीजेपी प्रत्याशी ढुलू महतो के उपर हमलावर दिखे हैं. वह लगातार उनपर हुए केसों पर निशाना साधते नजर आ रहे हैं.

चुनाव आयोग करें लोकसभा प्रत्याशी ढुल्लू महतो मामले में जांच

भाजपा ने 2014 में कहा था कि बाघमारा को ढुल्लू के आतंक से मुक्त कर देंगे। लेकिन आज इस आतंक करने वाले को धनबाद लोकसभा का भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है।जिस पर 50 से अधिक मामले दर्ज हैं। यह बातें जमशेदपुर के विधायक व भारतीय जनतंत्र मोर्चा के संस्थापक सरयू राय ने धनबाद में सोमवार को पत्रकार वार्ता में कहीं।

शहर के इन इलाकों में चलती है ढुल्‍लू की रंगदारी : सरयू

उन्होंने कहा कि 22 ऐसे मामले का धारा हैं, जिसका ट्रायल अगर तुरंत शुरू हो जाए तो 5 से 10 साल तक की सजा हो सकती है। बीसीसीएल के एरिया 1 से लेकर पांच एरिया तक ढुल्लू महतो की रंगदारी चलती है। यह पुलिस के रिकाॅर्ड में भी है।

ग्रामीणों की जमीन पर जबरदस्‍ती कर रखा कब्‍जा : सरयू राय

बाघमारा क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में महतो ने जबरदस्ती जमीन कब्जा करके रखा है। वहां के लोग आतंक के साए में जी रहे हैं।

भारतीय जनतंत्र मोर्चा के टीम उन पीड़ितों से मिलेगी और चुनाव आयोग के पास रिपोर्ट भेजेगी।

भारतीय जनता पार्टी ने 400 पर का नारा दिया है। और इन क्रिमिनलों के जरिए अगर 400 का आंकड़ा पार करना चाहती है। यह काफी दुर्भाग्य की बात है।

धनबाद से चुनाव लड़ेगी भारतीय जनतंत्र मोर्चा

धनबाद से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनतंत्र मोर्चा धनबाद से चुनाव लड़ेगी, लेकिन प्रत्याशी कौन होगा यह पांच सदस्य टीम तय करेगी। यही 5 सदस्य टीम बाघमारा के दौरे पर जा रही है। वहां से लौटने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

इस टीम में मोर्चा के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार , विजय झा, पीके सिंह, उदय कुमार सिंह एवं पंकज कुमार शामिल हैं। कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह के संबंध में उन्होंने कहा कि उन्हें आशीर्वाद दिया है।

इंडी प्रत्याशी बनने के बाद वह हमारे पास मिलने आई थी। मौके पर कृष्णा अग्रवाल, धर्मजीत सिंह, नवनीत सिंह, मुकेश सिंह सहित भारतीय जनतंत्र मोर्चा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद थे।

पति-पत्नी और वो का एक और मामला, 4 दिन पहले शादी, अब थाने में पहुंचा हाईवोल्टेज ड्रामा


धनबाद : धनबाद के बांसजोड़ा़ में पति-पत्नी के बीच का विवाद शनिवार को लोयाबाद थाने पहुंच गया. विवाहिता ने जब पुलिस से दहेज और दोनों बच्चों को वापस मांगा तो पति ने भी पत्नी के खिलाफ लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की.

इधर विवाहिता ने घर का सारा सामान निकालकर घर के सामने पेड़ के नीचे रख दिया है. पति की शिकायत के मुताबिक, उसकी पत्नी अपने बेटे को साथ लेकर पड़ोसी प्रेमी के साथ घर से निकल गई थी.

क्या है पूरा मामला

यहां एक शादीशुदा महिला का कहना है कि वह अपने बच्चों के साथ अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती है. बांसजोड़ा के सुबोध कुमार विश्वकर्मा की शादी 2018 में गड़रिया में हुई थी. उनके दो बेटे हैं.

वहां उसकी पत्नी को एक युवक से प्यार हो गया। इस बात पर उनके बीच कई बार झगड़े भी हुए. पड़ोसियों ने भी कई बार सुलह कराई। पता चला है कि 17 अप्रैल को विवाहिता ने पति के सामने प्रेमी को सिन्दूर लगाया और बच्चे को लेकर घर से निकल गयी.

शादी समारोह से लौट रहे परिवार के साथ मनचलो ने की मारपीट,तीन महिलाएं गंभीर रूप से जख्मी,एक की स्थिति नाज़ूक


झारखंड के गिरिडीह जिला के

गावां प्रखंड के भेलवा में कुछ मनचलों की दबंगई सामने आई है। यहां एक शादी समारोह से लौट रहे परिवार को बीच सड़क पर मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया है।

 मनचलों ने ऑटो पर सवार महिलाओं और बच्चियों के ऊपर जमकर पत्थर और ईंट बरसाए गये हैं। इस घटना में 3 महिलाएं गंभीर रूप से जख्मी हैं। जिसमें एक महिला की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जिसे बेहतर इलाज के लिए परिजन नवादा ले गए हैं।

 घटना के समय एक आर्मी के जवान ने मानवता का परिचय देते हुए सभी घायलों की जान बचाई व अस्पताल पहुंचाया।

  

इस कारण घटी घटना

नवादा जिला स्थित अकबरपुर प्रखंड के एक गांव से एक परिवार के लोग विवाह समारोह में भाग लेने बिरनी थाना क्षेत्र के बरमसिया गये थे। 

शनिवार को विवाह कार्य संपन्न होने के बाद पटना-बल्हारा पथ द्वारा ऑटो से लौट रहे थे। बादीडीह गांव के पास दो बाइक पर सवार तीन युवक ऑटो पर बैठी महिलाओं व युवतियों के साथ अश्लील हरकते करने लगे। बार-बार वे ऑटो को ओवरटेक करके वाहन पर सवार युवतियों व महिलाओं पर कंकड़ आदि फेंकने लगे।

वाहन पर बैठी महिलाएं व एक युवक ने जब युवकों की इस हरकत का विरोध किया तो तीनों युवक अपने अन्य तीन चार साथियों को बुला लिए व भेलवा गांव के पास वाहन में सवार महिलाओं व युवतियों पर ईंट पत्थर से हमला बोल दिया। 

हमले में तीन महिलाएं जख्मी हो गई है। एक महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे रेफर कर दिया गया। परिजन महिला को लेकर नवादा अस्पताल गये हैं। वाहन पर सवार महिलाओं ने कहा कि युवकों के हाथ में रॉड, बीयर की बोतल आदि भी थे। वे आगे बढ़ने ही नहीं दे रहे थे।

बाद में वहां एक महिला व एक युवक ने उनकी जान बचाई। घटना की सूचना पर गावां थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस को देखते ही सभी युवक बाइक छोड़कर फरार हो गये। पुलिस ने घटनास्थल से दो बाइक को जब्त किया है। 

ग्रामीणों ने कहा कि उक्त पथ में बादीडीह के आगे जंगलों की आड़ में कुछ युवकों के द्वारा लगातार इस प्रकार से हरकत किये जाने की शिकायत मिलती रहती है। यात्रा करनेवाले लोग बाहरी होते हैं। फलत वे चुपचाप अपने गंतव्य को चले जाते हैं। पुलिस को इस पथ पर गश्त बढ़ानी चाहिए।

 घटना में शामिल किसी को नही बख्शा जायेगा:-थाना प्रभारी

इस मामले में थाना प्रभारी महेश चन्द्र ने कहा कि घटनास्थल से दो बाइक बरामद की गई है। बाइक का डिटेल्स निकाला जा रहा है। इस प्रकार की वारदात में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा। मामले की जांच की जा रही है।

"धनबाद लोकसभा में पहली बार हैं भाजपा और कोंग्रेस दोंनो पार्टी के प्रत्याशी दूसरे लोकसभा के वोटर,नही कर सकेंगे अपने पक्ष में मतदान


 धनबाद लोकसभा चुनाव में आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि कांग्रेस और भाजपा दोनो के उम्मीदवार बाहरी है। एनडीए गठबंधन के भाजपा प्रत्याशी ढुल्लू महतो व इंडी गठबंधन की कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह दोनो गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र के वोटर हैं और दोनों खुद या उनके परिवार का मत अपने चुनाव के लिए उपयोग नहीं कर पांएगे। 

दोनों खेमे में जोर आजमाईश बराबरी की है।

भाजपा विधायक जहां बाघमारा से तीन बार विधायक है वहीं कांग्रेस प्रत्याशी की भी राजनैतिक उपस्थिति को कम नहीं आंका जा सकता है। अनुपमा सिंह जहां बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह की पत्नी है वहीं उनके ससुर राजेन्द्र सिंह का नाम झारखंड सहित एकीकृत बिहार के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे है।

राजेन्द्र सिंह देश के मजदूर नेताओं में स्थापित नाम रहे है। सामान्यतः दोनों प्रत्याशियों का धनबाद लोकसभा क्षेत्र में राजनीतिक गतिविधयां शून्य ही कही जा सकती है। 2004 को छोड़कर, भाजपा 1991 से लगातार धनबाद जीत रही है। 2004 में कांग्रेस के ददई दूबे ने धनबाद सीट कांगेस के झोली में डालने का काम किया था।

इस बार भाजपा ने तीन बार लगातार जीत दर्ज करने वाले सांसद पीएन सिंह का टिकट काटकर बाधमारा विधायक दुलु महतो कों मैदान में उतारने का फैसला किया, जो करीब 50 आपराधिक मामलों का सामना  कर रहे हैं और अब तक चार में दोषी भी ठहराए जा चुके हैं।

इससे फैसले से विशेषकर पारंपरिक भाजपा समर्थकों का एक बड़े वर्ग में रोष में है जो भाजपा की सेहत पर असर डाल सकती है। हालाकि बाहरी सज्जा प्रत्याशी के फैसले पर नाराजगी दोनों पार्टियों में है। 

दोनो पार्टी के अन्दर खाने से यह बात सामने आ रही है कि पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता पांच साल तक पार्टी के लिए काम करते हैं और आखिरी समय में पार्टी एक बाहरी व्यक्ति को उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारती है जो पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी पैदा करती है जिसका असर वोटों के प्रतिशत पर साफ झलकता है।

अब जनता ही इनकी स्वीकार्यता को तय करेगी कि उनके मन मे बाहर से थोपे गए प्रत्यशियों के प्रति क्या सोच है।

कांग्रेस द्वारा जारी नए लिस्ट में झारखंड से भी दो प्रत्याशी की घोषणा,गोड्डा से दीपिका के जगह अब प्रदीप यादव होंगे प्रत्याशी,रांची से यशस्वीनि
लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों की एक और लिस्ट जारी की गई है। रविवार को जारी की गई प्रत्याशियों की सूची में झारखंड से दो प्रत्याशियों की नामों का एलान किया गया है।

कांग्रेस की ओर से रांची से सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्वीनि सहाय को टिकट दिया गया है। वहीं, गोड्डा लोकसभा सीट से दीपिका पांडेय सिंह का टिकट काटकर प्रदीप यादव को चुनावी मैदान में उतारा गया है।

दरअसल, गोड्डा लोकसभा सीट पर उतारे गए प्रत्याशी दीपिका पांडेय सिंह को बदलने को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ता लगातार मांग कर रहे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को बैठक की थी, जिसमें पार्टी आलाकमान को अल्टीमेटम भी दिया गया था। इसके बाद आलाकमान ने यह निर्णय लिया।हालांकि इस से कांग्रेस के अंदर गोड्डा में अंतरकलह और बढ़ेगा या इस से कांग्रेस को लाभ होगा यह तो आने वाला समय बताएगा लेकिन इस फैसले से दीपिका के समर्थकों में नाराजगी है।

उनके समर्थकों का मानना है कि वर्तमान में वह वहां से विधायक है वहीं रांची संसदीय सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय व लोकप्रिय टीवी कलाकार रेखा सहाय की सुपुत्री यशस्विनी सहाय कांग्रेस की प्रत्याशी होगी।

इस संबंध में रविवार को राजधानी रांची के प्रभात तारा मैदान में इंडिया गठबंधन की उलगुलान न्याय रैली की मंच से कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने घोषणा की। श्री खड़गे ने सुश्री सहाय को कांग्रेस प्रत्याशी बनाए जाने पर बधाई दी एवं उनके उज्ज्वल राजनीतिक भविष्य की शुभकामनाएं दी। रविवार को इससे संबंधित घोषणा किए जाने के बाद रांची सीट पर प्रत्याशी को लेकर लगाए जा रहे तमाम अटकलों पर विराम लग गया।

कौन हैं यशस्विनी सहाय...?

यशस्विनी सहाय पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय व लोकप्रिय टीवी कलाकार रेखा सहाय की सुपुत्री हैं। प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने मुंबई से बैचलर ऑफ लाॅ की डिग्री हासिल की। तत्पश्चात ट्रांस्नेशनल क्राइम एंड जस्टिस, (यूनाइटेड नेशंस क्राइम एंड जस्टिस रिसर्च इंस्टीट्यूट), टुरिन, इटली से लाॅ में मास्टर डिग्री प्राप्त की। वर्तमान में सुश्री सहाय मुंबई फैमिली कोर्ट और मुंबई सेशन कोर्ट में बतौर अधिवक्ता अपनी सेवाएं दे रही हैं।

वह राष्ट्रीय स्तर की गैर सरकारी स्वयंसेवी संस्था कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन से भी जुड़ी हैं। मरूनालनी देशमुख (वरिष्ठ अधिवक्ता) के साथ जुड़कर लीगल एडवाइजर के रूप में वहां भी सेवाएं दे रही हैं। इसके तहत वह विशेष रूप से झारखंड में बाल श्रम, यौन शोषण की रोकथाम और पोक्सो एक्ट के सफल कार्यान्वयन के लिए कार्य कर रही हैं। हाल के दिनों में पीड़ित मानवता के सेवार्थ झारखंड में उनके कार्यों को सराहा गया है।