संतकबीरनगर लोकसभा 62 से मोहम्मद आलम हो सकते हैं बसपा प्रत्याशी

संतकबीर नगर /गोरखपुर। लोकसभा चुनाव के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतार दिया गया है लोकसभा 62 संत कबीर नगर से बहुजन समाज पार्टी से मोहम्मद आलम प्रत्याशी हो सकते हैं।

जिसकी औपचारिक घोषणा जल्द हो सकती है। सन 1995 से बहुजन समाज पार्टी का दामन थामे हुए हैं। गोरखपुर के जंगल धूसड से वर्ष 2010 में जिला पंचायत का चुनाव हुआ महिला सीट होने की वजह से मोहम्मद आलम ने अपनी पत्नी राबिया आलम को चुनाव मैदान में उतरा और शानदार जीत हासिल की लगातार बसपा सुप्रीमो मायावती के दिशा निर्देश पर पार्टी को मजबूत करने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं उनकी ईमानदारी और निष्ठा को देखते हुए बहन मायावती ने संतकबीर नगर लोकसभा से उन्हें अपना उम्मीदवार जल्द घोषित कर सकती हैं।

औपचारिकता पूरी होने के बाद उनके नाम का ऐलान कर दिया जाएगा हालांकि मोहम्मद आलम लगातार क्षेत्र में जनता के बीच पहुंच रहे हैं और बसपा की नीतियों के बारे में जनता को बता रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के शासनकाल में संतकबीर नगर का विकास हुआ था उसके बाद से संतकबीर नगर की जनता के अनुसार कोई विकास नहीं हुआ। मोहम्मद आलम जनता के बीच पहुंचकर जन समस्याओं के बारे जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।

भाजपा के वर्तमान सांसद प्रवीण कुमार निषाद की नाराजगी भी जनता उनके सामने खुलकर रख रही है उन्होंने जनता को विश्वास दिलाया कि जनता लोकसभा चुनाव में उन्हें जीत दिलाती है तो देश की सबसे बड़ी पंचायत में पहुंचकर संतकबीर नगर को विश्व पटल पर रखने का काम किया जाएगा ।

इस ऐतिहासिक जगह पर संतकबीर दास की स्थली है जहां पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक वहां आते हैं वहां के लोगों को रोजगार से जोड़ने का काम भी किया जाएगा और क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव प्रयास जारी रहेगा।

मोहम्मद आलम की लोकप्रियता से अन्य दल के प्रत्याशी भी घबराये हुए है कि अगर मोहम्मद आलम चुनाव मैदान में गये तो अन्य दलों की जमानत जब्त हो सकती कि क्योंकि जनता का जिस हिसाब से आलम को सहयोग और आशीर्वाद मिल रहा है और जातीय समीकरण भी बन रहा है क्योंकि संत कबीर नगर लोकसभा सीट पर अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र के बाद पिछड़ा व दलित समाज आता है अगर दोनों समाज एकजुट हो गए तो अन्य दलों की जमानत जप्त हो सकती है।

संतकबीर नगर लोकसभा सीट पर जाति समीकरण

संत कबीर नगर लोक सभा सीट पर कुल 19,44,454 मतदाता है। जिसमें महिला वोटर की संख्या 887227 है। वहीं पुरुष वोटर की संख्या 1057144 है।

एक अनुमान के मुताबिक जाति के आधार पर क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता सवा 6 लाख , दलित मतदाता की संख्या साढ़े चार लाख, डेढ़ लाख निषाद मतदाता, एक लाख 30 हजार यादव मतदाता, एक लाख 20 हजार कुर्मी मतदाता, 3 लाख ब्राह्मण मतदाता, सवा लाख छत्रिय मतदाता,50 हजार भूमिहार मतदाता है।

धर्म के चार मुख्य आधार जिनका पालन कठिन-मानस कोकिला

खजनी गोरखपुर।धर्म और भक्ति के जप-तप, सत्य, दया और दान यही चार मुख्य आधार हैं। आज के दौर में इनका पालन करना कठिन हो गया है जप तप कठिन साधना है व्यक्ति के लिए संभव नहीं सत्य का पालन भी बहुत मुश्किल हो गया है। मानव मांसाहारी हो गए हैं अपनी जीभ के स्वाद के लिए जीव हत्या दया की भावना को समाप्त कर रही है, और दान के साथ अभिमान आ गया है।

उक्त विचार रूद्रपुर गांव के काली मंदिर परिसर में चल रहे श्रीराम जन्मोत्सव समारोह एवं वासंतिक नवरात्र पर्व के अवसर पर मानस कोकिला श्रीमती विजयलक्ष्मी शास्त्री जी ने उपस्थित श्रोताओं को रामकथा का रसपान कराते हुए व्यास पीठ से व्यक्त किए। उन्होंने किष्किन्धाकाण्ड के राम लक्ष्मण और हनुमान जी के मिलन और वानर राज सुग्रीव के साथ मित्रता के प्रसंग का विस्तार सहित वर्णन करते हुए बताया कि भगवान राम मानव रूप में परब्रह्म भगवान विष्णु के अंशावतार हैं, लक्ष्मण शेषावतार तथा माता सीता भक्ती हैं। उन्होंने बताया कि भगवान राम के भक्त हनुमान जी का चारों युगों में एक समान प्रताप है, यही प्रभु की अनन्य भक्ति का परिणाम है।

उन्होंने कहा कि पहले से ही निर्धारित भगवान राम की कृपा से ही 500 वर्षों बाद राम मंदिर का निर्माण संभव हुआ और जिसे इसका श्रेय मिलना था उसे ही मिला।

कथा में गिरजेश त्रिपाठी, डॉक्टर रामसिंह मौर्या, नवीन गुप्ता, पवन तिवारी, गंगेश्वर त्रिपाठी, श्यामानंद तिवारी, बृजेश त्रिपाठी, शिवाजी तिवारी समेत श्रद्धालु श्रोताओं की भीड़ रही लोग देर रात तक रामचरित मानस परिवार के लोक गायक किशन त्रिपाठी एवं अन्य सहयोगी कलाकारों के सुमधुर भजनों को सुन कर मंत्रमुग्ध झूमते रहे। व्यास पीठ की आरती भाजपा मंडल अध्यक्ष धरणीधर राम त्रिपाठी ने की इस दौरान क्षेत्रीय गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

*धूमधाम से मनाई गई आंबेडकर जयंती, प्रतिमाओं, मूर्तियों पर फूलमालाऐं चढ़ाई

खजनी गोरखपुर।भारतीय संविधान के जनक भारत रत्न डाॅक्टर बाबा साहेब भीमराव रामजी आंबेडर की 134 वीं जयंती के अवसर पर क्षेत्र में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान लोगों ने डॉक्टर आँबेडकर की मूर्तियों और प्रतिमाओं पर फूलमालाऐं चढ़ा कर अपनी श्रद्धा प्रदर्शित की और शुभकामनाएं दीं।

नगर पंचायत उनवल में चेयरमैन प्रतिनिधि उमेश दूबे मिन्टू ने टेकवार चौराहे पर स्थित अंबेडकर मूर्ति पर माल्यार्पण पुष्पार्चन कर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन किया। उन्होंने कहा कि देश में समतामूलक समाज की स्थापना और भारतीय संविधान के लिए भारत रत्न डॉक्टर आंबेडकर को सदियों तक याद किया जाएगा।

इस अवसर पर क्षेत्र के खजनी कस्बे कटघर,छताईं,रूद्रपुर,हरनहीं, सतुआभार,भैंसा बाजार,बहुरीपार, खजुरी,रकौली,भरोहियां समेत दर्जनों स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में गाजे बाजे के साथ हाथों में डाॅक्टर आंबेडकर के चित्रों वाले नीले झंडे लिए बाबा साहेब अमर रहें के गगनभेदी नारे लगाते हुए रैलियां निकाली गईं, जिसमें युवाओं महिलाओं पुरूषों ने बढचढ कर हिस्सा लिया। इस दौरान आंबेडकर के जीवन से जुडे प्रसंगों पर चर्चा की गई, और उनके द्वारा बताए मार्ग पर चलने का सामूहिक संकल्प लिया। बाबा साहेब अमर रहें और जय भीम के नारे लगाते हुए नाचते गाते युवाओं ने केक काट कर और मिठाइयाँ बाँट कर एकदूसरे को जयंती की बधाईयाँ दी। सोशल मीडिया पर पूरे दिन एक दूसरे को बधाईयां भेजने का सिलसिला चलता रहा।

आयोजनों में अमन कुमार, रमेश भारती,रवि प्रकाश, गौतम भारती जय प्रकाश, धीरू सिंह, रामकुमार भारती,मोनू, अखिलेश, सत्येंद्र, आदि बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

सपा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मनाई गई जन्म जयंती

गोरखपुर। सामाजिक न्याय के पुरोधा, भारतीय संविधान के निर्माता 'भारत रत्न' बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती सपा के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में हुई. संचालन महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी व जिला महासचिव रामनाथ यादव ने किया. नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला. जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर आधुनिक भारत के निर्माता थे। वह गरीब, पिछड़े और दलितों के सच्चे मसीहा थे।

उन्होंने सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध लंबी लड़ाई लड़ी। उन्होंने हमेशा समानता और समता के लिए कार्य किया और दबे कुचले लोगों को उनका हक दिलाने के लिए संघर्ष किया। उन्होंने हमेशा शिक्षा पर जोर दिया उनका कहना था किसी भी समाज देश का विकास शिक्षा से ही संभव है ।देश और समाज के प्रति बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. अंबेडकर ने सभी जातियों के लोगों को एकजुट किया.उनकी जयन्ती पर हम सभी समाजवाद के रास्ते पर आगे बढ़ने की शपथ लेते हैं बाबा साहब ने हमें संविधान दिया और आज उस संविधान के ऊपर खतरा मंडरा रहा है। एक-एक करके संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है।

इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी जिला महासचिव रामनाथ यादव डॉक्टर मोहसिन खान अवधेश यादव, लोकसभा प्रभारी प्रहलाद यादव, नगीना प्रसाद साहनी जियाउल इस्लाम बृजनाथ मौर्य कृष्ण कुमार त्रिपाठी नीरज शाही राघवेंद्र तिवारी राजू मैना भाई शशिकांत दुबे गिरीश यादव सन्तोष यादव गवीश दुबे मैना भाई अशोक चौधरी सच्चिदानंद यादव रवि यादव आनन्द राय धनंजय सिंह सैथवार गोली यादव मनोज निषाद महेंद्र तिवारी रफीउल्लाह सलमानी राजाराम मौर्य अनूप यादव हरेंद्र यादव आफताब निजामी सलमान दानिश नारद यादव प्रशांत कुमार विरेन्द्र यादव राम आशीष यादव विनोद विश्वकर्मा अजय कन्नौजिया अमर अग्रहरि सुनील आजाद कमर कुरैशी राजू अनिल भारती महेंद्र यादव शोयेब अंसारी अर्जुन यादव अजय यादव अभिषेक आदि मौजूद रहे।

*बीजेपी के घोषणा पत्र से कर्मचारियों में निराशा*

गोरखपुर 14 अप्रैल आज बीजेपी का घोषणा पत्र जारी हुआ जिसका सबसे अधिक इंतजार देश के कर्मचारियों को था कर्मचारी समाज यह आस लगाए बैठा था इस बार पुरानी पेंशन बहाली सहित कई कर्मचारी हित के मुद्दे भी बीजेपी के घोषणा पत्र में रहेंगे लेकिन आज घोषणा पत्र जारी होने के बाद कर्मचारी और शिक्षक समाज में भारी निराशा हुई है।

इस अवसर पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव और उपाध्यक्ष अशोक पांडेय ने एक संयुक्त बयान जारी कर बीजेपी के चुनावी घोषणा पत्र पर असंतोष व्यक्त किया है। नेताद्वय ने कहा कि आज कर्मचारी समाज के वर्षों के संघर्ष पर पानी फिर गया है भारतीय जनता पार्टी के कई राष्ट्रीय नेता भी चुनाव के समय कर्मचारीयो के बीच में आकर कर्मचारी हित की बात जरूर करते हैं लेकिन असल में इनके एजेंडे में कर्मचारी हित नहीं है यह आज साबित हो गया है इसलिए कर्मचारी समाज अपने हित को साधने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करेगा।

भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने मनाई बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती

गोरखपुर। संविधान निर्माता बाबा साहब डां भीमराव अंबेडकर जी की जन्म जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी महानगर गोरखपुर के कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय व महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता के नेतृत्व में अंबेडकर चौराहा स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया ।

महानगर के कार्यकर्ताओं द्वारा महानगर के वार्डो पर भी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जन्म जयंती मनाई गई व संगोष्ठी हुई।

संबोधित करते हुए क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय ने कहा कि बाबा साहब ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। भारत और भारतीयता की भावना उनके अंदर कूट-कूट कर भरी थी। भारत के संविधान के निर्माण में उनकी अहम भूमिका रही। दलितों, वंचितों को समाज की मुख्यधारा में जोड़कर देश के विकास में अग्रणी बनाने में उनकी भूमिका सदा याद की जाएगी।

महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा कि बाबा साहब की कीर्ति दिगद दिगंत तक गूंजती रहेगी । बाबा साहब के दिखाए गए मार्ग पर हम सभी चलकर इस समाज को एक कर और राष्ट्र को एक करने में अपना योगदान दे सकते हैं। शोषित, वंचित और महिलाओं के लिए उन्होंने आजीवन संघर्ष किया। राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को आने वाली पीढ़ियां सदैव याद रखेंगी। सर्व समावेशी, संविधान के शिल्पकार, सामाजिक न्याय में प्रबल पक्षधर अप्रतिम विधिवेता, सामाजिक समरसता, समानता एवं कर्तव्य निष्ठा की प्रतिमूर्ति थे। भारतीय जनता पार्टी बाबा साहब के सपनों को साकार करने हेतु कृत संकल्पित है।

इस अवसर पर पुष्पदंत जैन, निरंकार त्रिपाठी, पदमा गुप्ता ,श्वेता श्रीवास्तव, स्नेहलता, अचयुतानद शाही, देवेश श्रीवास्तव, बृजेश मणि मिश्रा, शशिकांत सिंह, ओमप्रकाश शर्मा, अजय श्रीवास्तव, अवधेश अग्रहरि, अनुराग मझवार, कृष्ण कुमार, दुर्गेश कोरी, गौरव तिवारी, सिद्धांतों घोष, सौरभ श्रीवास्तव, समरेदु सिंह, सौरभ दीक्षित, डिसूजा, अविनाश राय, राजेश सिंह, मनोज श्रीवास्तव, कमलेश आजाद, योगेश मिश्र, रितेश सिंह बबू, चित्रा देवी, शक्ति गुप्ता, अनुराग गुपता, देव शर्मा, अनिल शर्मा, अजय राय व मंडलअध्यक्ष गण सहित बड़ी संख्या मे कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़ में 17वां समावर्तन संस्कार समारोह

गोरखपुर। ज्ञान-विज्ञान के साथ चरित्र से बना व्यक्ति ही सफलता की ऊंची से ऊंची सीढ़ियों पर आगे बढ़ता जाता है। ज्ञान का सही अर्थ उसके उपयोग में हैे, न कि उसके अर्जन में। वास्तव में युवाओं का असली सामाजिक जीवन शिक्षा प्राप्ति के पश्चात ही प्रारम्भ होता है। विद्यार्थी अपने शैक्षिक जीवन में अर्जित सद्ज्ञान से ही समाज एवं राष्ट्र निर्माण में अपना महती योगदान कर सकता है। हमें यह समझना होगा कि सूरज की तरह चमकना है तो उसी की तरह तपना होगा, जगना होगा और लगातार चलना होगा।

यह बातें महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़, गोरखपुर के 17वें समावर्तन संस्कार समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर के कुलपति प्रो. जय प्रकाश सैनी ने कही। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा, ज्ञान एवं संस्कार प्राचीन काल से ही भारतीय समाज के तीन प्रमुख स्तम्भ रहे हैं। ज्ञान, मेधा, सदाचरण और सच्चरित्रता का महत्व अनादि काल से भारतीय समाज में देखने को मिलता है। शिक्षा का आधार भाषा और ज्ञान का आधार संस्कार है।

प्रो. सैनी ने कहा कि वस्तुतः शिक्षा और ज्ञान ही व्यक्ति का वास्तविक धन होता है। यह वह बोधन है जिसका किसी भी परिस्थिति में क्षरण नहीं हो सकता है।

ज्ञान-विज्ञान के बढ़ते आयामों के साथ आज यह आवश्यक है कि विद्यार्थी अपनी संस्कृति एवं संस्कारों को संजोकर रखें। समावर्तन संस्कार का मूल भी हमें अपनी संस्कृति एवं संस्कारों से जोड़े रखना है। आज के बदलते हुए परिवेश में विद्यार्थियों का यह कर्तव्य भी है कि वो इस बदलते हुए सामाजिक परिवेश के साथ अपने ज्ञान आधारित सामन्जस्य को बेहतर तरीके से स्थापित करें। विद्यार्थी जीवन की सफलता इस तथ्य में निहित है कि वो अपने अर्जित ज्ञान के आधार पर समाज के उन्नयन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।

उन्होंने कहा कि शिक्षा हमें जीवन की आगामी चुनौतियों के लिए तैयार करती है समसामयिक विमर्शों से अपने को सम्बद्ध करने हेतु युवाओं को संयमित रूप अनुशासन का पालन करना ही होगा। जीवन में सर्वश्रेष्ठ की प्राप्ति तभी संभव है, जब आन्तरिक तथा वाह्य के मध्य संतुलन स्थापित किया जाए। अतः हमारी प्रकृति में सहजता एवं संतुलन का अनन्य समन्वय होना चाहिए। आज का यह सामवर्तन संस्कार हमें उसी परम्परा से जोड़ता है।

समावर्तन हमे इस रूप में दीक्षित करता है कि हमें अपने समस्त ज्ञानेन्द्रियों एवं कर्मेन्दियों को अनुशासिक कर सद् आचरण कर सकें। समावर्तन में समस्त मूल्यों का भारतीय सस्कृति अपने में आत्मसात किए हुए है जो मानवता, परोपकार एवं विश्वकल्याण की भावना से ओत-प्रोत है।

प्रो. सैनी ने महाराणा प्रताप महाविद्यालय के इस समारोह की मुक्तकंठ से सराहना की और कहा कि इस महाविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बहुत पहले से आत्मसात कर रखा है। वस्तुतः यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की प्रयोगशाला है जिसके निष्कर्ष अन्य संस्थानों के लिए भी मार्गदर्शक बन रहे हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर, विश्वविद्यालय गोरखपुर की कुलपति प्रो. पूनम टण्डन ने कहा कि

जीवन में कोई भी लक्ष्य हासिल करना असंभव नहीं है। परिश्रम, चरित्र और स्पष्ट दृष्टि से ऊंची से ऊंची उड़ान भरी जा सकती है। समाज में प्रतिमान बनने के लिए विद्यार्थियों को भीड़ से अलग बनने का गुर सीखना होगा।

प्रो. पूनम टण्डन ने कहा कि गोरखपुर समेत पूरे पूर्वांचल की शिक्षा व्यवस्था को परिष्कृत, परिमार्जित एवं उप्तरोत्तर विकास के पथ पर अग्रसर करने में युगपुरूष ब्रहमलीन महन्त दिग्विजयनाथ जी महाराज द्वारा स्थापित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद् की भूमिका अविस्मरणीय है। नाथपंथ का समग्र दर्शन वास्तव में शिक्षा एवं ज्ञान के आधार पर समाज का कल्याण करने वाला श्रेष्ठ दर्शन है।

आज के शिक्षण संस्थानाओं का यह परम कर्तव्य है कि वो न सिर्फ किताबी ज्ञान से युक्त अपितु संस्कार आधारित शिक्षा, श्रेष्ठ जीवन मूल्य एवं आदर्शों से ओत-प्रोत जीवनोपयोगी गुणों से परिपूर्ण ऐसे विद्यार्थियों का निर्माण करें, जो समाज को सही दिशा दे सकें। इस दृष्टि से महाराणा प्रताप महाविद्यालय अत्यन्त सजगता एवं जिम्मेदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए एक आदर्श शिक्षा केन्द्र के रूप में विकसित होने की दिशा में अग्रसर हो रहा है।

उन्होंने कहा कि आज के इस भौतिकवादी युग में जब मानव मूल्यों का क्षरण तेजी से हो रहा है, आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस के दौर में जब समाज का इमोशनल इटेलीजेंस कम होता जा रहा है, ऐसे में ऐसे श्रेष्ठ शिक्षा संस्थान से मूल्यपरक शिक्षा ग्रहण कर अपना सामाजिक जीवन प्रारम्भ करने जा रहे आज विद्यार्थियों की जिम्मेदारी अत्यन्त महत्वपूर्ण बन गई है। डिग्री प्राप्त करने के साथ-साथ स्किल डेवलपमेन्ट करना भी हमारा उद्देश्य होना चाहिए। हम सभी को अपना-अपना यूनिक स्किल प्वाइन्ट (यूएसपी) विकसित करना चाहिए।

समारोह में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार राव ने प्रस्ताविकी रखते हुए कहा कि महाविद्यालय संस्कार आधारित शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह महाविद्यालय पूज्य गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ जी के सपनो का महाविद्यालय है।

ऐसे में समाज के प्रति हमारी जवाबदेही और जिम्मेदारी है कि हम महाविद्यालय में संस्कृति और संस्कार युक्त ऐसे क्षमतवान युवाओं का सृजन करें, जो समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए सामाजिक विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति : 2020 के कुछ प्रावधानों को अपने संस्थागत सामाजिक दायित्वों के अन्तर्गत 2012 से ही लागू कर अपनी दूरदृष्टता का प्रमाण दे चुका है। आगे भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों को पूर्णतः लागू करने के लिए महाविद्यालय अपने पूर्ण मनोभावों के साथ प्रयासरत रहेगा।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में गोरखपुर महानगर की पूर्व महापौर श्रीमती अंजू चौधरी एवं महाविद्यालय के पुरातन छात्र परिषद् के सदस्य धीरज कुमार बरनवाल भी उपस्थित रहे। संचालन महाविद्यालय के रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन विभाग के प्रभारी रमाकान्त दूबे ने किया। इस अवसर पर दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के सहित महानगर के विविध शिक्षण प्रशिक्षण संस्थानों के आचार्यगण तथा प्रतिष्ठित नागरिक उपस्थित रहे।

समारोह ये विद्यार्थी हुए सम्मानित

समावर्तन संस्कार समारोह में जीवन मूल्य प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम के श्रेष्ठतम विद्यार्थी का महायोगी गोरखनाथ सम्मान कीर्ति राय को, हमारे पूर्वज प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम के श्रेष्ठतम विद्यार्थी का महंत दिग्विजयनाथ सम्मान आशीर्वाद कश्यप को, सिलाई कढ़ाई एवं पेन्टिंग प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम के श्रेष्ठतम विद्यार्थी का योगिराज बाबा गम्भीरनाथ सम्मान ज्योति भारती को, निःशुल्क कम्प्यूटर प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम के श्रेष्ठतम विद्यार्थी का चेतक सम्मान अविनाश निषाद को, कास्मेटोलॉजी एण्ड सेल्फकेयर प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम के श्रेष्ठतम विद्यार्थी का महारानी पद्मिनी सम्मान निर्मला प्रजापति को, संगीत प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम के श्रेष्ठतम विद्यार्थी का माता अरून्धती सम्मान प्रान्शू मिश्र को, आपदा प्रबन्धन एवं राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रम के श्रेष्ठतम विद्यार्थी का मेजर सोमनाथ शर्मा सम्मान कमलेश यादव को प्रदान किया गया।

पारंपरिक भारतीय गणवेश में सम्पन्न हुआ दीक्षान्त समारोह

समावर्तन संस्कार समारोह में मुख्य आकर्षण छात्र/छात्राओं का गणवेश रहा। केसरिया कुर्ता एवं सफेद धोती में छात्र तथा केसरिया साड़ी में छात्राएँ समावर्तन संस्कार समारोह का मुख्य आकर्षण रहें। मुख्य अतिथि ने गाउन का यह विकल्प प्रस्तुत करने पर महाविद्यालय को बधाई दी।

पूरे देश में नजीर है इस महाविद्यालय का समावर्तन संस्कार समारोह

महाराणा प्रताप महाविद्यालय का समावर्तन संस्कार समारोह आज पूरे देश में नजीर बन चुका है। वर्ष 2008 में इसकी शुरुआत कर इस महाविद्यालय ने दीक्षांत समारोह का अभिनव विकल्प दिया था। फिर इसका अनुकरण देश भर में शुरू हो गया। दीक्षांत समारोह में गाउन की जगह इस महाविद्यालय ने कुर्ता-धोती, पगड़ी और साड़ी का विकल्प दिया। 2012 से बीएचयू आईआईटी ने भी इसका अनुकरण करना शुरू कर दिया।

गोरखपुर एम्स में ईएनटी विभाग और एमबीबीएस बैच 2022 द्वारा ओरल सेंटर अवेयरनेस छात्र मेला का हुआ आयोजन

गोरखपुर। ईएनटी विभाग और एमबीबीएस बैच 2022 द्वारा oral cancer awareness छात्र मेला, 2024 का आयोजन शनिवार को किया गया था।

कार्यक्रम का उद्घाटन डीन एकेडमिक्स प्रोफेसर महिमा मित्तल और एमएस प्रोफेसर अजय भारती ने किया।

अतिथि व्याख्यान के दौरान डॉ. रमा शंकर रथ सर ने कैंसर रजिस्ट्री के महत्व पर जोर दिया। इसके बाद डॉ. कुमार सर्वोत्तम और डॉ. विकास ने मोटापे का कैंसर बननेमें योगदान और निदान के नये तरीकों के पर प्प्रकाश डाला। नैनोटेक्नोलॉजी के रूप में कैंसर के उपचार की दिशा में अनुसंधान में प्रगति पर छात्र (2022 बैच) प्रशांत का एक दिलचस्प और जानकारीपूर्ण वीडियो भी प्रदर्शित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान साहित्यिक आयोजनों में क्विज, एक्सटेम्पोर और विवाद विवाद प्रतियोगिता भी हुई जहां चर्चा का विषय तंबाकू उत्पादन पर एक संशोधन विधेयक था।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों में थीम पर नृत्य और गीत शामिल थे। एक रील मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई जहां लोकप्रिय पसंद के आधार पर पुरस्कार वितरित किए गए। ऑफ स्टेज प्रतियोगिताएं थीं, फेस आर्ट, ई पोस्टर मेकिंग और फोटोग्राफी प्रतियोगिताएं। कार्यक्रम में सभी प्रोफेसर चिकित्सक तथा छात्र छात्रायें उपस्थित थे।

*सब इंस्पेक्टर बनने पर ग्रामवासियों ने किया स्वागत*

गोरखपुर- क्षेत्र के रकौली गांव के निवासी युवक रामप्रताप कसौधन के पुत्र उमंग कसौधन के यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर बनने पर ग्रामवासियों ने गांव पहुंचने पर स्वागत अभिनन्दन किया।

कहते हैं कि आत्मविश्वास और लगन के साथ प्रयत्न करने पर किसी भी प्रकार की असुविधा आड़े नहीं आती। गांवों के होनहार भी अपनी मेहनत और लगन से सफलता हासिल कर लेते हैं। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत रकौली निवासी उमंग कसौधन ने भी अपनी कड़ी मेहनत और लगन से उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर चयनित हो कर अभाव में भी सफलता का मुकाम हासिल किया। युवक की इस सफलता पर गांव में खुशी का माहौल था।

प्रशिक्षण के बाद थाना विभूति खंड लखनऊ में उप निरीक्षक पद पर कार्यभार ग्रहण करने के बाद पहली बार अपने पैतृक निवास रकौली पहुंचने पर गांव वालों ने फ़ूल माला पहनाकर अभिनंदन स्वागत किया।

मिली जानकारी के अनुसार उमंग कसौधन ने सीधी भर्ती के माध्यम से 2023 में सब इंस्पेक्टर के पद पर चयनित हुए, वर्ष 2014 में सहजनवां के मुरारी इंटरकॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उमंग की इस उपलब्धि पर सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य डॉक्टर राजकरन प्रजापति ने प्रसन्नता जताई।

इस दौरान आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में प्रेम प्रकाश राम त्रिपाठी,राम प्रताप सेठ,विश्वनाथ सेठ,महेंद्र सेठ,विनोद मिश्रा, राकेश त्रिपाठी, बैजनाथ, अजय सहित दर्जनों ग्रामवासी मौजूद रहे।

*सिकरीगंज में अतिक्रमण हटाने का एसडीएम ने दिया सख्त निर्देश*

गोरखपुर- तहसील क्षेत्र के घनी आबादी वाले सिकरीगंज कस्बे में सड़क के किनारे पटरियों पर अतिक्रमण देख कर उप जिलाधिकारी खजनी शिवम सिंह ने दुकानदारों एवं सड़क पर लगे वाहनों को पार्किग में लगाने का सख्त निर्देश देते हुए, स्थानीय व्यापारियों को सड़क को पूरी तरह से खाली रखने का आदेश दिया। दुकानदारों को सख्त हिदायत देते हुए उन्होंने पूरे चौराहे का पैदल घूमते हुए निरीक्षण किया।

इस दौरान सभी दुकानदारों को सख़्त लहजे में चेतावनी दी गई कि यदि सड़क पर घरों और दुकानों के सामने किसी भी प्रकार का अतिक्रमण, अवैध पार्किंग हुई तो दोषी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान सिकरीगंज थाने की पुलिस, नायब तहसीलदार हरीश यादव, रामसूरज प्रसाद आदि मौजूद रहे।