एसएनएमएमसीएच के पारा मेडिकल छात्रों के लिए अच्छी खबर, छात्रों को अब प्रतिमाह 400 रुपए शुल्क पर होस्टल होगा उपलब्ध


धनबाद :एसएनएमएमसीएच के पारा मेडिकल छात्रों के लिए अच्छी खबर। उन्हें जल्द हॉस्टल मिलने के आसार हैं। मेडिकल कॉलेज की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में एमबीबीएस के छात्रों के हॉस्टल शुल्क की तरह पारा मेडिकल छात्रों के हॉस्टल के

 एवज में भी प्रतिमाह 400 रुपया किराया निर्धारण का निर्णय लिया गया है।

शनिवार को प्राचार्य डॉ ज्योति रंजन प्रसाद की अध्यक्षता में यह बैठक उनके कार्यालय कक्ष आयोजित की गई थी।

बता दें कि धनबाद मेडिकल कॉलेज में पारा मेडिकल छात्र और छात्राओं के लिए अलग अलग हॉस्टल वर्ष 200 से बनकर तैयार है। चार साल से मामला बिजली और सुरक्षा में फंसा था। इसी बीच तीन अप्रैल को छात्र हॉस्टल का ताला तोड़कर उसमें घुस गए थे।

 प्राचार्य ने एक सप्ताह के अंदर आवंटन का आश्वासन देकर हॉस्टल खाली करवाया था। इसके बाद से मामला हॉस्टल का किराया निर्धारण में फंसा था। इसपर एकेडमिक काउंसिल की बैठक हुई और निर्णय लिया गया। अधिकारियों के अनुसार कुछ औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

धनबाद लोकसभा प्रत्याशी ढुल्लू महतो ने सिखों के पर्व बैसाखी पर बड़ा गुरुद्वारा में मत्था टेका

धनबाद :भारतीय जनता पार्टी धनबाद लोकसभा प्रत्याशी ढुल्लू महतो सिखों के बैसाखी पर धनबाद स्थित बड़ा गुरुद्वारा में आकर गुरु ग्रंथ साहिब जी के आगे माथा टेका और प्रार्थना की। धनबाद बैक मोड़ बड़ा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने ढुल्लू महतो का स्वागत किया और धनबाद बड़ा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उन्हें विजय सिरोपा पहनाकर उनका सम्मानित किया।

 प्रत्याशी के साथ गुरभीत सिंह, मनिंदर सिंह, सोनी, गुरजीत सिंह, सोनी सिंह, गुरवेज सिह, टोनी सिंह ,मनजीत सिंह, जगजीत सिंह, हरजीत सिंह, राजेंद्र सिंह चावला, हरभजन सिंह, प्रीत कमल सिंह, भूपेंद्र सिंह, गुनीत सिंह कालरा तरनजीत सिंह, गुरमन सिंह और समाज के कई महिलाएं पुरुष और बच्चे उपस्थित थे।

अपडेट: 5 सीट पर इंडिया गठबंधन का सस्पेंस बरकरार, नही कर पा रहें हैं प्रत्याशी की घोषणा,भाजपा कस रही है तंज

झारखंड डेस्क

झारखंड में इंडिया गठबंधन दल में अभी तक सस्पेंस बरकरार है भाजपा ने जहां अपने सभी 14 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार दिया वही अभी भी पांच सीटों पर इंडिया गठबंधन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं कर पाई है। एक तरफ एनडीए के प्रत्याशी मैदान में चुनाव प्रचार में जुटे हैं, वहीं दूसरी तरफ उनसे मुकाबला करने वालों के नाम भी तय नहीं हुए हैं। अलग-अलग कारणों से नाम तय नहीं हो पा रहे हैं, जानिए किस सीट पर किनके नामों की चर्चा चल रही है।

झारखंड में लोकसभा की 14 सीटों के लिए काफी पहले NDA (भाजपा और आजसू) ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है लेकिन NDA के उम्मीदवारों से चुनावी समर में I.N.D.I.A के किस उम्मीदवार से मुकाबला होगा यह अभी पूरी तरह साफ नहीं हो पाया है।

 भाजपा के नेता जहां इस मुद्दे पर तंज कसने से नहीं चूक रहे हैं। वहीं झामुमो-कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि हम ठोक बजा कर उम्मीदवार उतार रहे हैं। इसलिए थोड़ी देर हो रही है। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिंहा ने कहा कि हमलोग टिकट देने के बाद उसे वापस नहीं लेते इसलिए थोड़ विलंब स्वभाविक है।   

 अब तक इंडिया गठबंधन ने किन नामों की की है घोषणा देखें सूची

कांग्रेस

लोहरदगा - सुखदेव भगत

खूंटी - कालीचरण मुंडा

हजारीबाग- जयप्रकाश भाई पटेल

 

झामुमो

दुमका- नलिन सोरेन

गिरिडीह- मथुरा महतो

राजमहल- विजय हांसदा

सिंहभूम- जोबा मांझी

सीपीआई (माले)

कोडरमा- विनोद कुमार सिंह

राष्ट्रीय जनता दल

पलामू- ममता भुइयां

आइए! एक नजर डालें उन लोकसभा सीटों पर जहां अभी तक INDIA दलों ने अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा नहीं की  

लोकसभा आमचुनाव 2024 में झारखंड की 14 लोकसभा सीट में से INDIA ब्लॉक की ओर से 09 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है लेकिन अभी भी 05 लोकसभा सीट पर उम्मीदवार के नामों की घोषणा नहीं हो पाई है।

 इन सीटों पर बाकी है उम्मीदवारों के नामों की घोषणा

रांची (कांग्रेस के खाते में)

जमशेदपुर (जेएमएम के खाते में)

धनबाद (कांग्रेस के खाते में

चतरा (आरजेडी और कांग्रेस के बीच खींचतान)

गोड्डा (कांग्रेस के खाते में)

7-5-1-1 का फॉर्मूला तय 

 कांग्रेस को 04 और झामुमो को 01 लोकसभा सीट पर उम्मीदवार के नाम की करनी है घोषणा

झारखंड में अभी तक की अघोषित सीट शेयरिंग फॉर्मूला के अनुसार 07 लोकसभा सीट (गोड्डा, रांची, खूंटी, हजारीबाग, धनबाद, लोहरदगा और चतरा) कांग्रेस के खाते में गयी है।वहीं झामुमो को 05 लोकसभा सीट (गिरिडीह, राजमहल, दुमका, जमशेदपुर और सिंहभूम) मिली है. INDIA ब्लॉक के झारखंड में अन्य सदस्य राजद को पलामू और सीपीआई माले को कोडरमा दिया गया है. वहीं चतरा सीट को लेकर अभी भी कांग्रेस और आरजेडी के बीच खींचतान जारी है।

क्यों कांग्रेस और झामुमो की ओर से हो रही है देरी

झारखंड के अनुभवी राजनीतिक पत्रकार सतेंद्र सिंह कहते हैं कि अलग-अलग लोकसभा सीट पर उम्मीदवार उतारने में हो रही देरी की वजहें भी अलग-अलग है।

चतरा में जहां टिकट के लिए राजद और कांग्रेस के बीच की खींचतान मुख्य वजह है तो वहीं धनबाद में कांग्रेस को एक अदद मजबूत प्रत्याशी की तलाश है।

गोड्डा में कांग्रेस की ओर से टिकट चाहने वाले कद्दावर नेताओं की संख्या इतनी ज्यादा है कि पार्टी किसे उतारे और किसे समझाएं इस पर निर्णय नहीं कर पा रही है. वरिष्ठ पत्रकार सतेंद्र सिंह कहते हैं कि रांची में भी पार्टी रामटहल चौधरी और सुबोधकांत में किस पर दांव खेले, इसका निर्णय पार्टी नहीं ले पा रही है।

आइए! अब एक नजर डालें उन INDIA ब्लॉक के नेताओं के नाम पर, जो अलग-अलग लोकसभा सीट पर टिकट पाने की होड़ में हैं

धनबाद लोकसभा सीट

 राजेश ठाकुर, ददई दुबे,

अनुपमा सिंह, 

गौरव सिंह, 

 रविंद्र पांडेय

रांची लोकसभा सीट 

सुबोधकांत सहाय, 

रामटहल चौधरी

चतरा लोकसभा सीट

 के एन त्रिपाठी, 

गुंजन सिंह, 

अरुण सिंह, 

गिरिनाथ सिंह.

गोड्डा लोकसभा सीट 

प्रदीप यादव, 

दीपिका पांडेय, 

फुरकान अंसारी

जमशेदपुर लोकसभा सीट

 सुप्रियो भट्टाचार्या,

 सुनील महतो  

स्नेहा महतो.

प्रत्याशी की तलाश में हैं

सीपी सिंह  कांग्रेस और झामुमो द्वारा कई लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं कर पाने पर तंज कसते हुए पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि दोनों दलों में मजबूत प्रत्याशियों की कमी है। यही वजह है कि इन्हें प्रत्याशी रूपी पहलवान की तलाश अभी भी है।वहीं झामुमो नेता मनोज पांडेय और कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने कहा कि INDIA दलों के पास टिकट पानेवालों की कतार लगी हुई हैं और जल्द ही शेष बचे लोकसभा की पांच सीटों पर उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी जाए।

अलग अलग पार्टियों ने इस बार झारखंड में किया अब तक 8 सिटिंग विधायकों पर भरोसा,अब देखना है कि ये जनता का भरोसा जीत पाते हैं या नही...?

झारखंड डेस्क

झारखंड में 2024 के लोकसभा चुनाव में तैयारी को लेकर पक्ष विपक्ष ने इस बार कई विधायकों पर दाव आजमाया है। झारखंड में कुल 14 लोकसभा सीट है। जिस पर आठ लोक सभा सीटों पर अलग अलग पार्टियां ने अब तक आठ सिटिंग विधायको को टिकट दिया है। भाजपा ने हज़ारीबाग में मनीष जयसवाल को टिकट दिया है तो धनबाद में ढुलु महतो को ।मनीष जयसवाल हज़ारीबाग के सदर विधायक हैं वहीं ढुलु महतो बाघमारा के विधायक हैं।जबकि धनबाद से तीनबार विधायक रहे पीएन सिंह और हज़ारीबाग से दो बार विधायक रहे जयंत सिन्हा को इस बार टिकट से भाजपा ने वंचित कर दिया।

चुनाव में कुल पार्टियों को मिला देखा जाए तो आठ विधायकों को अब तक लोकसभा का टिकट अलग अलग पार्टियों ने दिया है। 

भाजपा की बात की जाए तो हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल को हजारीबाग लोकसभा से उम्मीदवार बनाया वहीं जामा से विधायक रही और भाजपा में शामिल हुई सीता सोरेन को दुमका लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। यहां पहले सुनील सोरेन संसद थे जिनको टिकट देकर फिर सीता सोरेन को टिकट दे दिया गया।

वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा की बात करें तो अब तक तीन विधायकों को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है।  इसमें टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो को गिरिडीह लोकसभा सीट से, मनोहरपुर की विधायक जोबा मांझी को सिंहभूम सीट से तो शिकारीपाड़ा के विधायक नलिन सोरेन को दुमका से लोकसभा का प्रत्याशी बनाया गया है।

वहीं कांग्रेस की बात की जाए तो मांडू से भाजपा के विधायक रहे और फिलहाल कांग्रेस में शामिल हुए जेपी पटेल को हजारीबाग लोकसभा से उम्मीदवार बनाया गया है। इसी प्रकार बगोदर से माले विधायक विनोद सिंह को कोडरमा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।  

इधर झारखण्ड में इंडिया गठबंधन में फिलहाल उम्मीदवार घोषित करने में झारखंड मुक्ति मोर्चा , कांग्रेस आगे है। कांग्रेस को झारखण्ड में 7 सीटों पर चुनाव लड़ना है ,जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा 5 सीटों पर ही चुनाव लड़ेगा, अब तक झारखंड मुक्ति मोर्चा 4 सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा कर चुका है लेकिन कांग्रेस तीन सीटों पर ही उम्मीदवार की घोषणा कर पाई है। धनबाद सहित चार सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। मंथन का दौर चल रहा है, जो भी हो लेकिन जिन विधायकों को लोकसभा का प्रत्याशी बनाया गया है, उन पर दोहरी जिम्मेवारी है। सिर्फ लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले विधायकों पर ही पार्टी प्रत्याशी को जिताने का दबाव नहीं है, बल्कि जो विधायक लोकसभा सीट से उम्मीदवार हैं, उनको अपने विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को बहुमत दिलाना जरूरी होगा।

 ऐसी बात नहीं है कि लोकसभा के जो प्रत्याशी बने हैं, उनका विधानसभा क्षेत्र भी उसी लोकसभा क्षेत्र में आता हो। कुछ ऐसी भी सीट है ,जहां विधायकों का विधानसभा क्षेत्र दूसरे लोकसभा सीट में पड़ता है। जैसे, धनबाद से बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है लेकिन बाघमारा विधानसभा क्षेत्र गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है। 2024 के चुनाव को लेकर एनडीए और इंडिया के प्रत्याशी खूब पसीना बहा रहे है। एनडीए जहां 2019 लोकसभा का चुनाव परिणाम दोहराना चाहेगा , वही इंडिया ब्लॉक 2019 के परिणाम से आगे निकलने की कोशिश करेगा। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि लोकसभा का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों पर अपने विधानसभा क्षेत्र में बढ़त दिलाने की दोहरी जवाबदेही होगी। देखना दिलचस्प होगा कि इसमें कौन कितना सफल होगा।

गिरिडीह से इंडि प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो को जिताने के लिए कांग्रेस नेता पूर्व विधायक जलेश्वर महतो ने बनाया चुनावी रणनीति





धनबाद : पचगढ़ी सब्जी मंडी कतरास स्थित कांग्रेस कार्यालय में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो को विजयी बनाने के लिए कांग्रेस और झामुमो कार्यकताओं की बैठक हुई . बैठक की अध्यक्षता पूर्व विधायक जलेश्वर महतो ने की. बैठक में गिरिडीह प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो भी उपस्थित थे. बैठक में पूर्व विधायक जलेश्वर महतो ने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो के जीत के लिए क्षेत्र में डोर टू डोर जन संपर्क कर वोट मांगने की अपील की. साथ ही चुनाव जीत क रणनीति बनाये.

बैठक में कार्यकर्ताओं ने एक-एक बूथ को मजबूत बनने पर बल दिया. इंडिया गठबंधन प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो ने कहां महा गठबंधन के सभी साथी एकजुट है. हम भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकेंगे. देश में अमीरी और गरीबी के बीच की लड़ाई है. जिसे इस बार की चुनाव में जनता नकार देगी. मौके पर रणधीर ठाकुर, बलराम महतो, लगनदेव यादव, असलम मंसूरी, राजकुमार महतो, जावेद रजा, टीपी पांडे, रवि चौबे, अजय पासवान, माधव सिंह, छोटू सिंह, रंजित सिंह, विकास सिंह, अजमुल अंसारी, रंजित महतो, मो. आजाद, राजेश राम, मदन महतो, शकील अहमद, जियाउल हक, रॉबिन पाल, संजय सिंह, करीम अंसारी, बाबूनाथ महतो, बसंत महतो, दीवाकर महतो, सुखदेव महतो, पिंकू पांडे, राहुल महतो, मनोज महतो, विक्की मालाकार, विकास साव (लाला) आदि उपस्थित थे.
आउटसोर्सिंग कंपनियों  द्वारा मनमाने तरीक़े से उत्खनन कार्य रोकने एवं आसपास की आबादी को पानी देने की मांग को लेकर महिलाओं ने किया प्रदर्शन





धनबाद,डेस्क : आउटसोर्सिंग कंपनियों  द्वारा मनमाने तरीक़े से उत्खनन कार्य करने एवं हैवी ब्लास्टिंग करने के कारण आसपास की आबादी प्रभावित हो रही है. शुक्रवार को रामकनाली थाना अंतर्गत केशलपुर कुम्हार पट्टी के दर्जनों महिलाओं ने बीसीसीएल एरिया 4 अंतर्गत मां अम्बे आउटसोर्सिंग कंपनी पर असुरक्षित ब्लास्टिंग करने एवं बस्ती में पानी सप्लाई नही करने का आरोप लगाते हुए बुटू बाबू बंगला के समीप स्थित खदान में जमकर विरोध प्रदर्शन किया.

महिलाओं ने कहा कि हैवी ब्लास्टिंग से घरों में बड़ी बड़ी दरारें पड़ गई है. कई बार परिजनो को चोट भी लगा है. वहीं पानी की समस्या पर बात करते हुए कहा कि पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है. प्रबंधन के द्वारा पानी सप्लाई नही किया जा रहा है.

बता दे कि अपनी मांगों के समर्थन में महिलाएं सुबह 8 बजे से कड़ी धूप में घण्टो तक प्रदर्शन करती रही. इस दौरान सूचना मिलने पर मौके पर सीआईएसएफ भी पहुँची तथा महिलाओं को समझाने बुझाने का प्रयास किया. महिलाओं ने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर हैवी ब्लास्टिंग पर विचार नही किया गया तो अबकी बार पूरे गाँव की महिलाएं ब्लास्टिंग स्थल पर विरोध प्रदर्शन करेगी.

मौके पर पूजा देवी, यशोदा देवी, संजू देवी, मंजू देवी, कंचन देवी, शांति देवी, सीता देवी, चन्दना देवी, बसंती देवी, पूनम देवी, सावित्री देवी, मोनी देवी आदि दर्जनों महिलाएं उपस्थित थी.
बिना किसी दवाब में जाति, वर्ग का भेद किये मताधिकार का प्रयोग करने हेत दिलाया गया शपथ





धनबाद :हम भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए जागरूकता रंगोली बनाई गई, , आंगनबाड़ी सेविकाओ के द्वारा पोषाहार क्षेत्र के महिलाओं पुरुषों को एकत्रित कर तीन रंगों में रंगोली बना कर भारत देश में हो रहे मतदान की जागरूकता को लेकर शपथ दिलाई गई कि देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे तथा निर्भीक होकर धर्म वर्ग जाति समुदाय भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना अपने मताधिकार का प्रयोग करेगे, किसी के प्रलोभन में जाकर वोट ना करेगे। मौके पर अंगार पथरा लोडिंग घोड़ा कि सेविका लौली देवी , खास अंगार पथरा की सेविका मंजू श्री पांडे , लिलटेन अंगार पथरा कि सेविका विद्यावती देवी , यूनियन अंगार पथरा कि सेविका रुक्मिणी देवी, 12 नंबर अंगार पथरा कि सेविका ममता भारती, लकड़का 5 नंबर कि सहायिका अर्चना देवी, प्रधानाध्यापिका मुनमुन सरकार सहित क्षेत्र की महिलाएं टिकली देवी ,फूल कुमारी देवी, कुंती देवी, मीना देवी नीलू देवी , अर्चना देवी, सुनीता देवी।
नगर निगम ने शहर के तालाबों की शुरू कराई सफाई





धनबाद : चैती छठ से पहले नगर निगम ने शहर के तालाबों की सफाई शुरू करा दी है। लोको टैंक पंपू तालाब की सफाई निगम के सफाईकर्मियों ने शुरू की। शहर के तीन प्रमुख तालाबों में ही चैती छठ को लेकर भीड़ जुटती है। इसमें बेकारबांध, रानी तालाब और लोको टैंक शामिल है। रानी तालाब में सबसे अधिक भीड़ जुटती है, लेकिन अभी तक इस तालाब की सफाई शुरू नहीं हुई है। रविवार को पहला अर्घ्य होगा। वहीं सोमवार को सुबह का अर्घ्य होगा। 24 घंटे के अंदर अब बाकी तालाबों की सफाई नगर निगम को करानी होगी।
सिंहभूम लोकसभा प्रत्याशी जोबा मांझी मिली सीएम चम्पई सोरेन एवम गुरुजी शिबू सोरेन से,जेएमएम प्रत्याशी बनाये जाने पर किया आभार व्यक्त

झारखंड डेस्क

पूर्व मंत्री व मनोहरपुर की विधायक जोबा मांझी ने शुक्रवार को रांची में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और दिशोम गुरु शिबू सोरेन से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाए जाने पर नेताद्वय के प्रति आभार प्रकट किया।

मांझी ने कहा कि यह चुनाव झारखंड की जनता के लिए अग्नि परीक्षा है। यहां जनता को केंद्र सरकार की तानाशाही से मुक्त कराना है। दिशोम गुरु हमारे पिता समान अभिभावक हैं और उनका आशीर्वाद मिला है। उन्होंने सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र से मुझे प्रत्याशी बनाये जाने पर मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और पार्टी के प्रति आभार जताया है।

बता दें कि सिंहभूम लोकसभा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा और भारतीय जनता पर्टी दोनों ही दलों ने महिला प्रतियाशियों पर दांव लगाया है। इसमें झामुमो ने पूर्व में कई बार झारखंड सरकार में मंत्री रही जोबा मांझी को अपना प्रतियाशि बनाया है। तो वहिं भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व सांसद गीता कोड़ा को अपना प्रतियाशी बनाया है।

झारखंड हाई कोर्ट ने CBI से 16 अप्रैल तक दागी सांसदों और विधायकों का स्टेटस मांगा है

झारखंड के दागी सांसदों और विधायकों पर चल रहे मुकदमों का स्टेटस मांगा गया है। झारखंड हाई कोर्ट ने CBI से 16 अप्रैल तक जवाब मांगा है।

 हाई कोर्ट ने CBI से पूछा है कि झारखंड के सांसदों और विधायकों पर कितने मुकदमें दर्ज हैं? किन-किन मुकदमों की सुनवाई पूरी हो चुकी है? किन-किन मुकदमों की सुनवाई पूरी की जानी है, वहीं, कितने मुकदमों में गवाही हो चुकी है? कितने मामलों में गवाही पूरी नहीं हो पाई? 

हाई कोर्ट ने यह भी पूछा है कि मुकदमें अगर पेंडिंग हैं तो उसकी क्या वजह है? इन सभी बिंदुओं पर CBI को बिंदुवार रिपोर्ट देनी है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने सभी सांसदों और विधायकों के खिलाफ चल रहे मुकदमों का त्वरित निष्पादन का निर्देश दिया था। इसी आधार पर झारखंड हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर जनहित याचिका के जरिए सुनवाई शुरु की थी।