*जयंती की पूर्व संध्या पर याद किए गए बाबा साहेब, उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर डाला गया प्रकाश*
गोरखपुर- सरस्वती शिशु मंदिर (10+2) पक्कीबाग गोरखपुर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती के पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के आंग्लभाषा आचार्य जय हिंद राव ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर भारत के गौरव थे। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में रहते हुए अपने जीवन को सवारा और भारत का मस्तक संपूर्ण विश्व में ऊंचा किया। वे जहां भी गए जो भी कार्य किये उसमें हमेशा एक नंबर पर रहे। जिस प्रकार से आज आब्राहम लिंकन को याद किया जाता है, अमेरिका को आगे बढ़ाने में। ठीक उसी प्रकार से डॉक्टर साहब को याद किया जाता है भारत का गौरव बढ़ाने में।
डाॅ. भीमराव अंबेडकर जिन्हें डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के नाम से भी जाना जाता है, इनका जन्म दिन 14 अप्रैल को पर्व के रूप में भारत समेत पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिन को 'समानता दिवस' और 'ज्ञान दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंंकि जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले अम्बेडकर को समानता और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। अम्बेडकर को विश्व भर में उनके मानवाधिकार आंदोलन, संविधान निर्माता और उनकी प्रकांड विद्वता के लिए जाना जाता हैं ।यह दिवस उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। अंबेडकर सिर्फ दलितों के ही नेता नहीं थे बल्कि संपूर्ण मानव जाति के नेता थे। उन्होंने महिलाओं को अधिकार, छुआछूत, भेदभाव, ऊंच - नीच को मिटाने का कार्य किया। हर व्यक्ति को समान अधिकार दिलाने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि बुद्धि का विकास करो, अज्ञानता का नाश करो, ऊंच नीच का भेद मिटा कर संगठन में विश्वास करो। उनका कहना था कि जिंदगी लंबी नहीं महान होनी चाहिए। विश्व का माना जाना विश्वविद्यालय कोलंबिया आज भी अंबेडकर को अपना सबसे बुद्धिजीवी छात्र मानता है। डॉक्टर साहब की बहुत सी उपलब्धियां हैं जिनका संपूर्ण समाज आज लाभ उठा रहा है।
विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य संजय श्रीवास्तव ने डॉ अम्बेडकर को नमन करते हुए कहा कि आज का दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि जलियांवाला बाग हत्याकांड आज ही के दिन हुआ था। जनरल डायर के आदेश पर आज ही के दिन भारतीयों पर गोलियां बरसाई गई थी। हम उन सभी वीर सपूतों को नमन करते हैं जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। साथ ही उन्होंने कहा की जनरल डायर को लंदन में घुसकर उसके सीने पर गोली मारने वाले वीर उधम सिंह को भी हम नमन करते हैं।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रथम सहायक श्रीमती रुक्मिणी उपाध्याय सहित समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।
Apr 13 2024, 18:49