चेकिंग के दौरान 2 पुलिस जवानों पर चढ़ाई बाइक ; एक पुलिस जवान गंभीर हालत में पटना रेफर

बेगूसराय ; जिले में स्टेट हाईवे पर गाड़ियों की चेकिंग के दौरान एक बाइक सवार ने पुलिसकर्मियों पर गाड़ी चढ़ा दी। इसमें दो पुलिस जवान घायल हो गए हैं। एक जवान की हालत गंभीर है। इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है। घटना खोदावंदपुर थाना क्षेत्र के मेघौल धर्मगाछी चौक के पास की है।

घायल जवानों के नाम पीटीसी विवेक कांत शेखर और रितेश कुमार है। पीटीसी विवेक कांत शेखर को बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल लाया गया, लेकिन स्थिति गंभीर रहने के कारण हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। जहां से परिजन उन्हें पटना लेकर चले गए।

घटना में पुलिस वालों पर गाड़ी चढ़ाकर भाग रहा बाइक सवार मंझौल निवासी अशोक सहनी का बेटा अंकित कुमार भी घायल हो गया। घायल बाइक सवार का पुलिस अभिरक्षा में इलाज कराया गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बिजली के तार के चपेट में आने से किसान की गई जान

बेगूसराय में बिजली का करंट लगने से एक किसान की मौत हो गई। घटना मटिहानी थाना क्षेत्र के रामदिरी पंचायत-चार स्थित बहियार की है। मृतक किसान की पहचान सिंघौल थाना क्षेत्र के रचियाही कचहरी टोला निवासी जागेश्वर राय के पुत्र सत्यनारायण राय (60) के रूप में की गई है।

घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि सत्यनारायण राय मवेशी के लिए चारा लाने के लिए दियारा बहियार की ओर गए थे। चारा लेकर लौटने के दौरान बिजली का मोटर चलाने के लिए बिछाए गए विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गए।

हल्ला होने पर आसपास के लोग दौड़े तथा परिजनों को भी सूचना दी गई। लेकिन तब तक सत्यनारायण राय की मौत हो चुकी थी। इसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दिया। रचियाही पंचायत के मुखिया राजेश कुमार ने बताया कि एक किसान द्वारा खेत का पटवन करने के लिए काफी दूर से बिजली का तार लाया गया था, उसी के कारण मौत हुई है।

पोस्टमार्टम करने सदर अस्पताल आए जिला पार्षद नंदलाल राय ने कहा कि बिजली विभाग एवं मोटर चलाने वाले की बड़ी लापरवाही से यह घटना हुई है। मोटर चलाने वाले ने बिजली का नंगा तार बिछा रखा था। उसी में पैर फंस जाने के कारण करंट लगने से सत्यनारायण राय की मौत हुई है। दोषी पर कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए।

फिलहाल पोस्टमार्टम सहित आगे की प्रक्रिया चल रही है। घटना के बाद लोगों में काफी आक्रोश है। सिंघौल थानाध्यक्ष नवीन ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची। अभी शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। ‌परिजनों के लिखित आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय के मटिहानी में वोट बहिष्कार का ऐलान : 1992 में गंगा के कटाव से हुए विस्थापितों का अभीतक पुनर्वास नहीं होने से लोग है नाराज

बेगूसराय : लोकसभा चुनाव की सरगर्मी काफी तेज हो गई है। बेगूसराय में NDA के प्रत्याशी गिरिराज सिंह और महागठबंधन के प्रत्याशी अवधेश राय ने जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। मतदाताओं को अपने-अपने तरीके से लुभाया जा रहा है, लेकिन इन सबके बीच बेगूसराय में वोट बहिष्कार का नारा भी बुलंद होने लगा है।

नेताओं के वादे और दावे से परेशान लोग वोट बहिष्कार का बैनर लगाकर दावे की हकीकत बता रहे हैं। ताजा मामला मटिहानी प्रखंड में स्थित गुप्ता-लखमीनिया बांध का है, जहां सोनापुर से लेकर दरियापुर तक बलहपुर पंचायत में बांध के किनारे बसे गंगा के कटाव से पीड़ितों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लेते हुए इसका बैनर जगह-जगह टांग दिया है।

बैनर में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पुनर्वास नहीं तो वोट नहीं। पीड़ितों ने कहा कि हम 32 साल से बांध के किनारे रह रहे हैं। सरकार बड़ी-बड़ी बातें करती है, नेताजी यहां वोट लेने आते हैं तो बड़े-बड़े वादे करते हैं। लेकिन इस 32 साल में हमें ना तो बसने के लिए जमीन दी गई, ना घर मिला, ना शौचालय और ना ही पानी की सुविधा मिली।

सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत सभी को पक्का मकान देने की बात कर रही है। लेकिन हम लोगों को तो आज तक स्थाई रूप से बसने की भी व्यवस्था नहीं किया गया है। आवास और शौचालय की बात तो बहुत दूर है। इन लोगों ने कहा कि हम सब बलहपुर पंचायत-1 के वासी हैं।

1992 में गंगा में भयंकर कटाव हुआ था, हम सबका घर सहित सब कुछ गंगा नदी में समा गया। कटाव इतना तेज था कि घर से कुछ भी समान नहीं निकल सके। घर और जमीन कट जाने के बाद हम लोगों ने मुखिया से गुहार लगाई, सीओ-वीडीओ से गुहार लगाई। लेकिन किसी ने रहने की कोई व्यवस्था नहीं किया। मजबूर होकर हम 360 परिवार गुप्ता-लखमीनिया बांध के दोनों किनारे सोनापुर से दरियापुर तक करीब 3 किलोमीटर बस गए।

उस समय से फूस की अस्थाई झोपड़ी बना कर रह रहे हैं। बांध किनारे रहने के कारण बराबर हादसा होते रहता है, लोगों की मौत हो जाती है। 1992 से अब तक जितने भी चुनाव हुए सब में हम लोगों ने अपने पुनर्वास के मुद्दे को उठाया। चुनाव के समय सभी ने वादा किया, लेकिन उसके बाद फिर कुछ नहीं हुआ। पिछले चुनाव में भी हम लोगों ने जब वोट बहिष्कार की बात की थी, नेता और अधिकारी आए आश्वासन दिया गया था।

लेकिन 5 साल बीतने के बाद भी हमारी कोई व्यवस्था नहीं किया गया। मजबूर होकर एक बार फिर हम लोगों ने सामूहिक रूप से वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है। 360 परिवार में करीब 1100 वोटर हैं और हम लोग किसी भी प्रत्याशी को वोट नहीं देंगे। जब ना रहने और ना खाने ठिकाना है, तो वोट क्यों दें।

इनका कहना है कि बेटे-बेटी की शादी में भारी मुसीबत आता है, बरतुहार पक्ष के लोग घर नहीं रहने के कारण आते नहीं हैं। जिसके कारण दर्जनों कुंवारे अब वृद्ध होने के कगार पर हैं। किसी का ध्यान नहीं है, धरना दिया तो अधिकारियों ने जल्द ही इस पर पहल करने का आश्वासन दिया था। हम लोगों को सब बेवकूफ बना रहे हैं, जब हम लोकतंत्र का हिस्सा ही नहीं हैं तो लोकतंत्र के पर्व में मतदान क्यों करेंगे।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव : डीएम ने 4 अप्रैल को बुलाई बैठक, वोटिंग के जरिये तय होगा कुर्सी रहेगी या जाएगी

बेगूसराय : जिले में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ जिला परिषद अध्यक्ष पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव की राजनीति भी तेज हो गई है। जिला परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान के ऊपर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 4 अप्रैल को बैठक होगी।

डीएम रोशन कुशवाहा ने समाहरणालय स्थित कारगिल विजय सभागार भवन में सुबह 10:30 बजे जिला परिषद के सभी सदस्यों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी, उसके बाद वोटिंग कराया जाएगा। इसको लेकर राजनीतिक सरगर्मी काफी तेज हो गई है।

जिला परिषद क्षेत्र संख्या- 13 (बखरी) के सदस्य अमित कुमार देव ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने का दावा किया है। उन्होंने बताया कि हमारे साथ अभी 28 जिला परिषद के सदस्यों का समर्थन है अध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान की कुर्सी हर हाल में हमलोग गिराएंगे।

फिलहाल जिला परिषद के सदस्य दो खेमें में बटे हुए हैं। जिला परिषद के कुछ सदस्य जिला परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान के साथ हैं तो कुछ जिला परिषद के सदस्य अमित कुमार देव के साथ में हैं। उल्लेखनीय है कि 14 मार्च को जिला परिषद के 11 नाराज सदस्यों ने जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन दिया था।

अध्यक्ष पर आरोप लगाया गया है कि बिहार पंचायत राज अधिनियम एवं अन्य नियमों के अधीन कृत्यों एवं कर्तव्यों को करने से इंकार किया जाता है। जिला परिषद की सामान्य बैठक नियमानुसार नहीं किया जाता है। नियम के अनुसार अब तक 9 बार सामान्य बैठक होना चाहिए, लेकिन मात्र 3-4 बार बैठक किया गया है।

सामान्य एवं विशेष बैठक में लिए गए निर्णय को बदलकर अपने अनुसार प्रस्ताव को जोड़ा एवं हटाया जाता है। किसी भी जिला परिषद कर्मी के विरूद्ध वरीय पदाधिकारी को आवेदन देकर कुछ दिन बाद वापस लेते हुए कर्मी के समर्थन में पत्र लिखा जाता है। योजनाओं का समय पर भुगतान नहीं किया जाता है।

जिला परिषद की कार्य प्रणाली विसंगति पूर्ण है। सुधारने का प्रयास करने पर और बिगड़ ही जाता है। जनवरी 2023 की बैठक में लिए गए प्रस्ताव को 14 माह बाद भी मूर्त रूप नहीं दिया गया। जनता परेशान है, हम सब चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं। जनता द्वारा हमें कहा जाता है, लेकिन यहां कोई कार्रवाई नहीं होती है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बरौनी थर्मल के 2 यूनिट से अब नहीं होगा उत्पादन : NTPC ने बंद करने की घोषणा की, रिनोवेशन के नाम पर 536 करोड़ रुपए आवंटित

बेगूसराय : बिहार के पहले मुख्यमंत्री डॉ.श्रीकृष्ण सिंह द्वारा राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के प्रयास से स्थापित बरौनी थर्मल के दोनों पुराने इकाई से अब बिजली का उत्पादन नहीं होगा। लगातार मरम्मत किए जाने के बावजूद इसके ठीक से नहीं चलने और मशीनों के पुराने हो जाने के कारण NTPC ने इसे बंद करने की घोषणा कर दी है।

NTPC में 15 दिसंबर 2018 को बरौनी थर्मल का अधिग्रहण किया था। इसके बाद 110-110 मेगावॉट के पुराने दोनों यूनिट को चलाने के काफी प्रयास किए गए। लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली। इसके बाद इसे 31 मार्च 2024 से बंद करने का कहते हुए इसकी घोषणा सार्वजनिक की गई है। नए प्लांट से 550 मेगावॉट का उत्पादन हो रहा है।

प्रथम मुख्यमंत्री डॉ.श्रीकृष्ण सिंह के प्रयास से जनवरी 1963 में 15-15 मेगावॉट के यूनिट नंबर- 1 और 2 को शुरू किया गया था। इसमें नंबर 1 तेल से और नंबर- 2 तेल और कोयला से चलती थी। अपने समय में बरौनी थर्मल ने बिजली उत्पादन के क्षेत्र में एशिया भर में बेहतर प्रदर्शन किया था।

बाद के दिनों में इसकी क्षमता बढ़ाकर 110-110 मेगावॉट की गई। लेकिन दोनों यूनिट के काफी पुराने और जर्जर हो जाने के कारण उत्पादन में बाधा आने लगी। कुछ पार्ट भी बाजार में नहीं मिल रहे थे। विभिन्न कारणों से 1995 में यूनिट नंबर- 2 और 1996 में यूनिट नंबर-1 से उत्पादन बंद कर दिया गया।

थर्मल से जुड़े सूत्र बताते हैं कि करीब 15 साल पहले उक्त दोनों यूनिट के जीर्णोद्धार के नाम पर 536 करोड़ रुपए आवंटित किए गए। लेकिन कागज पर यह राशि खर्च होने के बावजूद सही तरीके से यूनिट नहीं चल सका। 2018 में अधिग्रहण के बाद NTPC ने इस दोनों यूनिट को चलाने का काफी प्रयास किया। लेकिन पिछले 1 साल से यह बेकार हो गया था।

इस दोनों यूनिट को जब कभी चलाने का प्रयास किया गया, तो लाइट-अप होने के कुछ ही घंटे बाद विभिन्न टेक्निकल प्रॉब्लम के कारण यह बंद हो जाता था। इसके बाद थक-हार कर NTPC ने इसके बंद करने की घोषणा कर दी। हालांकि, इस दोनों यूनिट का कोयला क्रशर सहित कई अन्य मशीन नई इकाई में काम आ जाएगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

अश्लीलता से कराह रहा है बिहार:अश्लीलता को समाप्त करने युवक ने शुरू की पद यात्रा, पार कर चुका है 12 जिला

द्विअर्थी भोजपुरी गाना और भोजपुरी कॉमेडी का बिहार में बढ़ रहा चलन अब लोगों को परेशान करने लगा है। सभ्य समाज इसे सही नहीं मानता है। लेकिन मजबूरी है कि राह चलते देखना और सुनना पड़ता है। इससे आहत होकर बेतिया के एक युवक ने अश्लीलता मुक्त बिहार अभियान शुरू कर दिया है।

बेतिया के नौतन थाना क्षेत्र स्थित श्यामपुर कुटराहा निवासी 27 वर्षीय अजीत गुप्ता अश्लील गाना से इतना परेशान हो गया, आहत हो गया कि उसने पूरे बिहार से अश्लील गाना, आर्केस्ट्रा और अभद्र वीडियो को बंद कराने के लिए अश्लील मुक्त बिहार पैदल यात्रा शुरू कर दिया।

कंधे पर तिरंगा ध्वज, हाथ में अश्लीलता मुक्त बिहार का पोस्टर और पीठ पर बैग के पीछे इसका फ्लेक्स लेकर वह 1 मार्च को बेतिया से निकल गया। जहां से मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, सहरसा खगड़िया होते हुए बेगूसराय पहुंचा तथा रविवार की रात उसने जीरो माइल के समीप गुजारी।

अजीत गुप्ता ने कहा कि हमारी यात्रा को देखकर कुछ लोगों ने मजाक उड़ाया। लेकिन देश से अंग्रेजों को भगाने के लिए पहले तो किसी ने अकेले ही लड़ाई शुरू की थी और बाद में कांरवा बढ़ता गया। हम 12 जिलों से गुजर गए हैं, 400 से अधिक लोगों का समर्थन मिला है। व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के माध्यम से लोग मेरी बात का समर्थन कर रहे हैं।

हम पटना पहुंचकर एक बार फिर लोगों से इसके लिए आगे आने की अपील मीडिया और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से करेंगे। उन्होंने कहा है आजकल भोजपुरी गानों के माध्यम से महिलाओं को गाली दिया जा रहा है। जो गाना बन रहा है, वह गाना कम गाली अधिक दिख रहा है। आजकल जो गाने बज रहे हैं, उसमें महिलाओं को कम कपड़े में दिखाया जा रहा है।

जाति, धर्म, समुदाय और कई गंदे-गंदे शब्दों को मिलाकर मिलाकर गाना के माध्यम से महिलाओं का चरित्र चित्रण किया जा रहा है। आजकल भोजपुरी में कॉमेडी वीडियो आ रहा है। उसमें अधिक से अधिक गाली गलौज के साथ वीडियो बन रहा है, जिसे देखकर बच्चे खराब हो रहे हैं। मैं चाहता हूं कि यह बिहार से पूरी तरह से खत्म हो।

अजीत ने कहा कि इससे हमारी संस्कृति और भाषा सब खत्म हो रहा है। अश्लीलता मुक्त बिहार बनाने के लिए हमने बेतिया से यह यात्रा शुरू किया है। बेतिया से मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, फिर मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया होते हुए बेगूसराय पहुंचे हैं। समस्तीपुर, वैशाली होते हुए 6-7 अप्रैल को पटना पहुंचने का लक्ष्य है।

अजीत ने बताया कि रहने और खाने में खर्च नहीं लगता है। जहां रात होता है, वहीं लोगों से मदद ले लेते हैं, खाकर सो जाते हैं, सुबह में भी उन्हीं के घर पर खाकर आगे बढ़ जाते हैं। बहुत जरूरी पड़ जाता है तो ढाबा पर रुक जाते हैं, उन्हीं से मदद लेकर खाना लेते हैं। लोगों से एक दिन पूरे बिहार में एक साथ आगे आने की अपील कर रहे हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में एचडीएफसी बैंक लूट का खुलासा, 3 अरेस्ट:तीन लाख का इनामी बदमाश है मुख्य सरगना, तीन देशी पिस्तौल भी बरामद

बेगूसराय पुलिस ने 21 मार्च को एचडीएफसी बैंक में हुए लूट कांड का खुलासा कर दिया है। जिला मुख्यालय के हर-हर महादेव चौक के पास हुए इस लूट में शामिल मुख्य सरगना समेत तीन बदमाशों को हथियार और कैश के साथ गिरफ्तार किया गया है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।

एसपी मनीष ने बताया कि 21 मार्च की सुबह करीब 11 बजे बैंक खुलते ही 5 अपराधी अंदर घुस गए और हथियार के बल पर सभी को कब्जे में लेकर 16 लाख 30 हजार लूट लिया। इसके बाद हम लोगों के पहुंचने से पहले अलग-अलग रास्ते से सभी बदमाश समस्तीपुर भाग निकले।

टीम ने विभिन्न तरीके से अनुसंधान के बाद भगवानपुर थाना क्षेत्र से समस्तीपुर जिला के वारिसनगर थाना क्षेत्र स्थित शेखोपुर निवासी और 3 लाख के इनामी बदमाश रविरंजन सिंह उर्फ रम्मी उर्फ बादशाह उर्फ निशांत सिंह (28) को गिरफ्तार कर लिया। मौके पर से सन्नी कुमार उर्फ आशुतोष कुमार (24) और बेगूसराय के भगवानपुर थाना क्षेत्र स्थित औगान निवासी नीतीश कुमार और मंत्री उर्फ एलेक्जेंडर (24) को गिरफ्तार किया गया। इन लोगों के पास से लूटी गई राशि में से एक लाख नगद, तीन देशी पिस्तौल, 6 गोली, एक मोबाइल, एक डोंगल और आर वन-5 बाइक बरामद की गई है।

एसपी ने बताया कि रवि रंजन उर्फ रम्मी उर्फ बादशाह उर्फ निशांत पर बिहार में 3 लाख का इनाम घोषित किया गया था। इस पर अब तक बिहार और झारखंड के विभिन्न थानों में दर्ज बैंक लूट, हत्या और लूट कांड के 15 मामले सामने आए हैं। यह पश्चिम बंगाल में भी वांटेड था। विगत वर्ष धनबाद में हुए एनकाउंटर में भी इसकी तलाश थी। अपने साथियों के साथ क्राइम करने के बाद यह तुरंत ठिकाना बदल लेता था।

अलग-अलग टीम द्वारा किए गए अनुसंधान में यह बच नहीं सका। पूछताछ में इन लोगों ने घटना में शामिल अन्य साथियों के भी नाम बताए हैं। अभी एक स्पेशल टीम शेष लोगों के गिरफ्तारी के लिए भी लगातार छापेमारी कर रही है। कई अन्य इनपुट भी मिले हैं, जिस पर काम चल रहा है। एसपी ने बताया कि भगवानपुर थाना क्षेत्र के औगान निवासी नीतीश कुमार उर्फ मंत्री उर्फ एलेक्जेंडर पर बेगूसराय, पटना, मुजफ्फरपुर एवं पश्चिम बंगाल के रायगंज थाना में 6 मामले दर्ज हैं। जबकि सन्नी कुमार उर्फ आशुतोष पर समस्तीपुर में दो मामले दर्ज हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में आग लगने से 20 घर जलकर राख:15 एकड़ में लगी फसल भी बर्बाद, सिलेंडर विस्फोट से फैली आग

बेगूसराय में तेज हवा के कारण आज विभिन्न जगहों पर लगी आग ने जमकर कहर बरपाया है। चकिया थाना क्षेत्र के सिमरिया घाट बिंदटोली में आग लगने से 20 घर जलकर राख हो गए हैं। वहीं, कुसमहौत बहियार में आग लगने 15 एकड़ से अधिक में लगे गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।

पहली घटना मल्हीपुर दक्षिणी पंचायत के वार्ड संख्या- 15 सिमरिया घाट बिंदटोली की है, जहां दोपहर में खाना बनाने के दौरान एक घर में आग लगी। लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक तेज पछुआ हवा के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया और देखते ही देखते आसपास के घरों को चपेट में ले लिया।

इस दौरान एक घर में सिलेंडर विस्फोट हो जाने के कारण आग अधिक भयंकर हो गया और लोगों ने बुझाने का प्रयास किया, लेकिन कुछ सफलता नहीं मिली। इसी बीच पहुंची फायर ब्रिगेड की दो गाड़ी ने काफी कोशिश के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक 20 से अधिक घर जलकर राख हो गए।

घटना के बाद पीड़ित परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। मौके पर सदर एसडीओ राजीव कुमार, सीओ एवं अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी मौके पर पहुंचकर क्षति का आकलन कर रहे हैं। पीड़ित परिवारों को जल्द ही राहत मुहैया कराने का आश्वासन दिया गया है। वहीं, जनप्रतिनिधि भी अपने स्तर से राहत देने के प्रयास में जुटे हुए हैं।

दूसरी घटना लाखो थाना क्षेत्र के कुसमहौत बहियार की है। जहां की दोपहर में अचानक ही गेहूं के एक खेत में आग लग गई। आग लगने के बाद आसपास के किसानों ने प्रशासन को सूचना दिया। फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची और काफी प्रयास के बाद स्थानीय लोगों के सहयोग से आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक 15 एकड़ से अधिक में लगा गेहूं की फसल जलकर राख हो गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

सोशल मीडिया पर बना फर्जी डीएसपी : वीडियो बना लोगों को कर रहा था भ्रमित, वायरल होने के बाद खोज रही साइबर थाना की पुलिस

बेगूसराय : सोशल मीडिया के माध्यम से धौंस जमाने के लिए पुलिस की लाइट और डीएसपी के पद का दुरुपयोग करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम के माध्यम से मामला सामने आने के बाद अब साइबर थाना की पुलिस युवक की तलाश में जुटी हुई है।

आरोपी युवक कर्ण कुमार रिफाइनरी थाना क्षेत्र के मोसादपुर वार्ड संख्या-10 निवासी नारायण महतो का पुत्र है। उसने इंस्टाग्राम पर DYSP KARN KUMAR के नाम से अकाउंट बना रखा है। जिसके प्रोफाइल में लिखा गया है डेप्युटी सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) टैग में उसने लिखा है डीएसपी की फैमिली।

उसने इस अकाउंट में अब तक मात्र 85 पोस्ट डाले हैं, लेकिन फ्लावर्स की संख्या 80.5 K है, जबकि वह मात्र 13 लोगों को फॉलो करता है। साइबर थानाध्यक्ष इमरान अहमद ने बताया कि पुअनि अंजली कुमारी को सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो वायरल होने की सूचना मिली। सूचना का अनुसंधान किया गया तो कर्ण कुमार के इंस्टाग्राम अकाउंट पर वायरल वीडियो मिल गया।

वीडियो में एक लड़का काला रंग के स्कॉर्पियो वहां BR01HR-1376 के आगे शीशा पर पुलिस का लोगो लगाए हुए है। गाड़ी के अगले भाग में अंग्रेजी में बोर्ड पर DYSP लिखा हुआ है। ऊपर पुलिस की लाइट भी लगी हुई है। गाड़ी नंबर के आधार पर जब सत्यापन करते हुए पुलिस की टीम मोसादपुर निवासी वाहन मलिक नारायण महतो के यहां पहुंची।

नारायण महतो ने स्कॉर्पियो अपने नाम से रजिस्टर्ड होने की बाद स्वीकारा, लेकिन उसने अपने घर में किसी के भी सरकारी सेवक के होने से इंकार कर दिया। हालांकि उसने पुलिस को बताया कि उनका बेटा कर्ण कुमार वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालता है जो कि अभी बाहर है। थानाध्यक्ष ने बताया कि वीडियो में लोक सेवक के रूप में डीएसपी पद को धारण करना एवं आम जनता को भ्रमित करना गंभीर अपराध है।

इसके मद्देनजर अंजली कुमारी के आवेदन पर आईपीसी की धारा- 170 एवं 419 तथा आईटी एक्ट 66-डी के तहत मामला दर्ज कर सुबोध कुमार को जांच की जिम्मेदारी दी गई है तथा आगे की प्रक्रिया चल रही है। डीएसपी ने बताया कि यह बहुत बड़ा अपराध है। आईटी एक्ट एवं कानून के अन्य धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

फंदे से लटकी मिली कृषि समन्वयक की लाश:सड़े-गले हालत में बरामद, परिजनों की 25 मार्च के बाद से नहीं हुई थी बात

बेगूसराय में एक कृषि समन्वयक की फंदे से लटकी लाश सड़े-गले हालत में बरामद की गई है। घटना सिंघौल थाना क्षेत्र के नाला रोड डुमरी-इटवा की है। मृतक की पहचान लखीसराय जिला के पिपरिया थाना क्षेत्र स्थित रामचंद्रपुर निवासी बृजनंदन शर्मा का बेटा अभिनंदन कुमार (35) के रूप में की गई है।

घटना की सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को फंदा से उतार कर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल लाया है। लेकिन बुरी तरह से सड़ा-गला रहने के कारण यहां से डीएमसीएच भेजने की प्रक्रिया चल रही है। घटना के संबंध की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है।

बड़ी संख्या में मृतक के परिजन के अलावा कृषि विभाग के उनके साथी भी पहुंचे हुए हैं। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि अभिनंदन कुमार बीते 5 साल से कृषि समन्वयक के पद पर बेगूसराय कृषि कार्यालय स्थित मिट्टी जांच विभाग में कार्यरत थे। 11 मार्च को साली की शादी रहने के कारण पत्नी अपने बच्चों के साथ मायके गई हुई थी।

अभिनंदन भी होली की छुट्टी होने पर 25 मार्च की शाम घर गए, लेकिन थोड़ी देर रुकने के बाद ही वापस आ गए। उसी दिन से फोन पर संपर्क नहीं हो रहा था। आज दोपहर कार्यालय से अभिनंदन के साथ काम करने वाले ममेरे भाई मनोज को फोन आया तो वह देखने के लिए पहुंचे। जहां उसे किराए के मकान में फंदे से लटका हुआ देखा। रूम हल्के तरीके से बंद किया हुआ था, लेकिन फंदे पर लटका देखने के बाद उन्होंने पुलिस और परिजनों की सूचना दी।

इसके बाद पुलिस द्वारा शव को उतारा गया है। मृतक के ससुर रमाकांत सिंह ने बताया कि इनका परिवार में किसी तरह से कोई विवाद नहीं था।

दोनों बच्चे बीआरडीएवी में पढ़ते हैं, पत्नी भी साथ में ही रहती थी। लेकिन बहन की शादी में वह मायके गई और स्कूल भी बंद था। इसके कारण बच्चे और पत्नी मायके में थे। उन्होंने आशंका जताई है कि हत्या हुई है। थानाध्यक्ष नवीन ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज कर सभी पहलुओं पर जांच पड़ताल चल रही है।

 बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट