जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव : डीएम ने 4 अप्रैल को बुलाई बैठक, वोटिंग के जरिये तय होगा कुर्सी रहेगी या जाएगी

बेगूसराय : जिले में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ जिला परिषद अध्यक्ष पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव की राजनीति भी तेज हो गई है। जिला परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान के ऊपर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 4 अप्रैल को बैठक होगी।

डीएम रोशन कुशवाहा ने समाहरणालय स्थित कारगिल विजय सभागार भवन में सुबह 10:30 बजे जिला परिषद के सभी सदस्यों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी, उसके बाद वोटिंग कराया जाएगा। इसको लेकर राजनीतिक सरगर्मी काफी तेज हो गई है।

जिला परिषद क्षेत्र संख्या- 13 (बखरी) के सदस्य अमित कुमार देव ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने का दावा किया है। उन्होंने बताया कि हमारे साथ अभी 28 जिला परिषद के सदस्यों का समर्थन है अध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान की कुर्सी हर हाल में हमलोग गिराएंगे।

फिलहाल जिला परिषद के सदस्य दो खेमें में बटे हुए हैं। जिला परिषद के कुछ सदस्य जिला परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान के साथ हैं तो कुछ जिला परिषद के सदस्य अमित कुमार देव के साथ में हैं। उल्लेखनीय है कि 14 मार्च को जिला परिषद के 11 नाराज सदस्यों ने जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन दिया था।

अध्यक्ष पर आरोप लगाया गया है कि बिहार पंचायत राज अधिनियम एवं अन्य नियमों के अधीन कृत्यों एवं कर्तव्यों को करने से इंकार किया जाता है। जिला परिषद की सामान्य बैठक नियमानुसार नहीं किया जाता है। नियम के अनुसार अब तक 9 बार सामान्य बैठक होना चाहिए, लेकिन मात्र 3-4 बार बैठक किया गया है।

सामान्य एवं विशेष बैठक में लिए गए निर्णय को बदलकर अपने अनुसार प्रस्ताव को जोड़ा एवं हटाया जाता है। किसी भी जिला परिषद कर्मी के विरूद्ध वरीय पदाधिकारी को आवेदन देकर कुछ दिन बाद वापस लेते हुए कर्मी के समर्थन में पत्र लिखा जाता है। योजनाओं का समय पर भुगतान नहीं किया जाता है।

जिला परिषद की कार्य प्रणाली विसंगति पूर्ण है। सुधारने का प्रयास करने पर और बिगड़ ही जाता है। जनवरी 2023 की बैठक में लिए गए प्रस्ताव को 14 माह बाद भी मूर्त रूप नहीं दिया गया। जनता परेशान है, हम सब चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं। जनता द्वारा हमें कहा जाता है, लेकिन यहां कोई कार्रवाई नहीं होती है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बरौनी थर्मल के 2 यूनिट से अब नहीं होगा उत्पादन : NTPC ने बंद करने की घोषणा की, रिनोवेशन के नाम पर 536 करोड़ रुपए आवंटित

बेगूसराय : बिहार के पहले मुख्यमंत्री डॉ.श्रीकृष्ण सिंह द्वारा राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के प्रयास से स्थापित बरौनी थर्मल के दोनों पुराने इकाई से अब बिजली का उत्पादन नहीं होगा। लगातार मरम्मत किए जाने के बावजूद इसके ठीक से नहीं चलने और मशीनों के पुराने हो जाने के कारण NTPC ने इसे बंद करने की घोषणा कर दी है।

NTPC में 15 दिसंबर 2018 को बरौनी थर्मल का अधिग्रहण किया था। इसके बाद 110-110 मेगावॉट के पुराने दोनों यूनिट को चलाने के काफी प्रयास किए गए। लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली। इसके बाद इसे 31 मार्च 2024 से बंद करने का कहते हुए इसकी घोषणा सार्वजनिक की गई है। नए प्लांट से 550 मेगावॉट का उत्पादन हो रहा है।

प्रथम मुख्यमंत्री डॉ.श्रीकृष्ण सिंह के प्रयास से जनवरी 1963 में 15-15 मेगावॉट के यूनिट नंबर- 1 और 2 को शुरू किया गया था। इसमें नंबर 1 तेल से और नंबर- 2 तेल और कोयला से चलती थी। अपने समय में बरौनी थर्मल ने बिजली उत्पादन के क्षेत्र में एशिया भर में बेहतर प्रदर्शन किया था।

बाद के दिनों में इसकी क्षमता बढ़ाकर 110-110 मेगावॉट की गई। लेकिन दोनों यूनिट के काफी पुराने और जर्जर हो जाने के कारण उत्पादन में बाधा आने लगी। कुछ पार्ट भी बाजार में नहीं मिल रहे थे। विभिन्न कारणों से 1995 में यूनिट नंबर- 2 और 1996 में यूनिट नंबर-1 से उत्पादन बंद कर दिया गया।

थर्मल से जुड़े सूत्र बताते हैं कि करीब 15 साल पहले उक्त दोनों यूनिट के जीर्णोद्धार के नाम पर 536 करोड़ रुपए आवंटित किए गए। लेकिन कागज पर यह राशि खर्च होने के बावजूद सही तरीके से यूनिट नहीं चल सका। 2018 में अधिग्रहण के बाद NTPC ने इस दोनों यूनिट को चलाने का काफी प्रयास किया। लेकिन पिछले 1 साल से यह बेकार हो गया था।

इस दोनों यूनिट को जब कभी चलाने का प्रयास किया गया, तो लाइट-अप होने के कुछ ही घंटे बाद विभिन्न टेक्निकल प्रॉब्लम के कारण यह बंद हो जाता था। इसके बाद थक-हार कर NTPC ने इसके बंद करने की घोषणा कर दी। हालांकि, इस दोनों यूनिट का कोयला क्रशर सहित कई अन्य मशीन नई इकाई में काम आ जाएगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

अश्लीलता से कराह रहा है बिहार:अश्लीलता को समाप्त करने युवक ने शुरू की पद यात्रा, पार कर चुका है 12 जिला

द्विअर्थी भोजपुरी गाना और भोजपुरी कॉमेडी का बिहार में बढ़ रहा चलन अब लोगों को परेशान करने लगा है। सभ्य समाज इसे सही नहीं मानता है। लेकिन मजबूरी है कि राह चलते देखना और सुनना पड़ता है। इससे आहत होकर बेतिया के एक युवक ने अश्लीलता मुक्त बिहार अभियान शुरू कर दिया है।

बेतिया के नौतन थाना क्षेत्र स्थित श्यामपुर कुटराहा निवासी 27 वर्षीय अजीत गुप्ता अश्लील गाना से इतना परेशान हो गया, आहत हो गया कि उसने पूरे बिहार से अश्लील गाना, आर्केस्ट्रा और अभद्र वीडियो को बंद कराने के लिए अश्लील मुक्त बिहार पैदल यात्रा शुरू कर दिया।

कंधे पर तिरंगा ध्वज, हाथ में अश्लीलता मुक्त बिहार का पोस्टर और पीठ पर बैग के पीछे इसका फ्लेक्स लेकर वह 1 मार्च को बेतिया से निकल गया। जहां से मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, सहरसा खगड़िया होते हुए बेगूसराय पहुंचा तथा रविवार की रात उसने जीरो माइल के समीप गुजारी।

अजीत गुप्ता ने कहा कि हमारी यात्रा को देखकर कुछ लोगों ने मजाक उड़ाया। लेकिन देश से अंग्रेजों को भगाने के लिए पहले तो किसी ने अकेले ही लड़ाई शुरू की थी और बाद में कांरवा बढ़ता गया। हम 12 जिलों से गुजर गए हैं, 400 से अधिक लोगों का समर्थन मिला है। व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के माध्यम से लोग मेरी बात का समर्थन कर रहे हैं।

हम पटना पहुंचकर एक बार फिर लोगों से इसके लिए आगे आने की अपील मीडिया और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से करेंगे। उन्होंने कहा है आजकल भोजपुरी गानों के माध्यम से महिलाओं को गाली दिया जा रहा है। जो गाना बन रहा है, वह गाना कम गाली अधिक दिख रहा है। आजकल जो गाने बज रहे हैं, उसमें महिलाओं को कम कपड़े में दिखाया जा रहा है।

जाति, धर्म, समुदाय और कई गंदे-गंदे शब्दों को मिलाकर मिलाकर गाना के माध्यम से महिलाओं का चरित्र चित्रण किया जा रहा है। आजकल भोजपुरी में कॉमेडी वीडियो आ रहा है। उसमें अधिक से अधिक गाली गलौज के साथ वीडियो बन रहा है, जिसे देखकर बच्चे खराब हो रहे हैं। मैं चाहता हूं कि यह बिहार से पूरी तरह से खत्म हो।

अजीत ने कहा कि इससे हमारी संस्कृति और भाषा सब खत्म हो रहा है। अश्लीलता मुक्त बिहार बनाने के लिए हमने बेतिया से यह यात्रा शुरू किया है। बेतिया से मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, फिर मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया होते हुए बेगूसराय पहुंचे हैं। समस्तीपुर, वैशाली होते हुए 6-7 अप्रैल को पटना पहुंचने का लक्ष्य है।

अजीत ने बताया कि रहने और खाने में खर्च नहीं लगता है। जहां रात होता है, वहीं लोगों से मदद ले लेते हैं, खाकर सो जाते हैं, सुबह में भी उन्हीं के घर पर खाकर आगे बढ़ जाते हैं। बहुत जरूरी पड़ जाता है तो ढाबा पर रुक जाते हैं, उन्हीं से मदद लेकर खाना लेते हैं। लोगों से एक दिन पूरे बिहार में एक साथ आगे आने की अपील कर रहे हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में एचडीएफसी बैंक लूट का खुलासा, 3 अरेस्ट:तीन लाख का इनामी बदमाश है मुख्य सरगना, तीन देशी पिस्तौल भी बरामद

बेगूसराय पुलिस ने 21 मार्च को एचडीएफसी बैंक में हुए लूट कांड का खुलासा कर दिया है। जिला मुख्यालय के हर-हर महादेव चौक के पास हुए इस लूट में शामिल मुख्य सरगना समेत तीन बदमाशों को हथियार और कैश के साथ गिरफ्तार किया गया है। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।

एसपी मनीष ने बताया कि 21 मार्च की सुबह करीब 11 बजे बैंक खुलते ही 5 अपराधी अंदर घुस गए और हथियार के बल पर सभी को कब्जे में लेकर 16 लाख 30 हजार लूट लिया। इसके बाद हम लोगों के पहुंचने से पहले अलग-अलग रास्ते से सभी बदमाश समस्तीपुर भाग निकले।

टीम ने विभिन्न तरीके से अनुसंधान के बाद भगवानपुर थाना क्षेत्र से समस्तीपुर जिला के वारिसनगर थाना क्षेत्र स्थित शेखोपुर निवासी और 3 लाख के इनामी बदमाश रविरंजन सिंह उर्फ रम्मी उर्फ बादशाह उर्फ निशांत सिंह (28) को गिरफ्तार कर लिया। मौके पर से सन्नी कुमार उर्फ आशुतोष कुमार (24) और बेगूसराय के भगवानपुर थाना क्षेत्र स्थित औगान निवासी नीतीश कुमार और मंत्री उर्फ एलेक्जेंडर (24) को गिरफ्तार किया गया। इन लोगों के पास से लूटी गई राशि में से एक लाख नगद, तीन देशी पिस्तौल, 6 गोली, एक मोबाइल, एक डोंगल और आर वन-5 बाइक बरामद की गई है।

एसपी ने बताया कि रवि रंजन उर्फ रम्मी उर्फ बादशाह उर्फ निशांत पर बिहार में 3 लाख का इनाम घोषित किया गया था। इस पर अब तक बिहार और झारखंड के विभिन्न थानों में दर्ज बैंक लूट, हत्या और लूट कांड के 15 मामले सामने आए हैं। यह पश्चिम बंगाल में भी वांटेड था। विगत वर्ष धनबाद में हुए एनकाउंटर में भी इसकी तलाश थी। अपने साथियों के साथ क्राइम करने के बाद यह तुरंत ठिकाना बदल लेता था।

अलग-अलग टीम द्वारा किए गए अनुसंधान में यह बच नहीं सका। पूछताछ में इन लोगों ने घटना में शामिल अन्य साथियों के भी नाम बताए हैं। अभी एक स्पेशल टीम शेष लोगों के गिरफ्तारी के लिए भी लगातार छापेमारी कर रही है। कई अन्य इनपुट भी मिले हैं, जिस पर काम चल रहा है। एसपी ने बताया कि भगवानपुर थाना क्षेत्र के औगान निवासी नीतीश कुमार उर्फ मंत्री उर्फ एलेक्जेंडर पर बेगूसराय, पटना, मुजफ्फरपुर एवं पश्चिम बंगाल के रायगंज थाना में 6 मामले दर्ज हैं। जबकि सन्नी कुमार उर्फ आशुतोष पर समस्तीपुर में दो मामले दर्ज हैं।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में आग लगने से 20 घर जलकर राख:15 एकड़ में लगी फसल भी बर्बाद, सिलेंडर विस्फोट से फैली आग

बेगूसराय में तेज हवा के कारण आज विभिन्न जगहों पर लगी आग ने जमकर कहर बरपाया है। चकिया थाना क्षेत्र के सिमरिया घाट बिंदटोली में आग लगने से 20 घर जलकर राख हो गए हैं। वहीं, कुसमहौत बहियार में आग लगने 15 एकड़ से अधिक में लगे गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।

पहली घटना मल्हीपुर दक्षिणी पंचायत के वार्ड संख्या- 15 सिमरिया घाट बिंदटोली की है, जहां दोपहर में खाना बनाने के दौरान एक घर में आग लगी। लोग जब तक कुछ समझ पाते, तब तक तेज पछुआ हवा के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया और देखते ही देखते आसपास के घरों को चपेट में ले लिया।

इस दौरान एक घर में सिलेंडर विस्फोट हो जाने के कारण आग अधिक भयंकर हो गया और लोगों ने बुझाने का प्रयास किया, लेकिन कुछ सफलता नहीं मिली। इसी बीच पहुंची फायर ब्रिगेड की दो गाड़ी ने काफी कोशिश के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक 20 से अधिक घर जलकर राख हो गए।

घटना के बाद पीड़ित परिवारों में कोहराम मचा हुआ है। मौके पर सदर एसडीओ राजीव कुमार, सीओ एवं अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी मौके पर पहुंचकर क्षति का आकलन कर रहे हैं। पीड़ित परिवारों को जल्द ही राहत मुहैया कराने का आश्वासन दिया गया है। वहीं, जनप्रतिनिधि भी अपने स्तर से राहत देने के प्रयास में जुटे हुए हैं।

दूसरी घटना लाखो थाना क्षेत्र के कुसमहौत बहियार की है। जहां की दोपहर में अचानक ही गेहूं के एक खेत में आग लग गई। आग लगने के बाद आसपास के किसानों ने प्रशासन को सूचना दिया। फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची और काफी प्रयास के बाद स्थानीय लोगों के सहयोग से आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक 15 एकड़ से अधिक में लगा गेहूं की फसल जलकर राख हो गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

सोशल मीडिया पर बना फर्जी डीएसपी : वीडियो बना लोगों को कर रहा था भ्रमित, वायरल होने के बाद खोज रही साइबर थाना की पुलिस

बेगूसराय : सोशल मीडिया के माध्यम से धौंस जमाने के लिए पुलिस की लाइट और डीएसपी के पद का दुरुपयोग करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम के माध्यम से मामला सामने आने के बाद अब साइबर थाना की पुलिस युवक की तलाश में जुटी हुई है।

आरोपी युवक कर्ण कुमार रिफाइनरी थाना क्षेत्र के मोसादपुर वार्ड संख्या-10 निवासी नारायण महतो का पुत्र है। उसने इंस्टाग्राम पर DYSP KARN KUMAR के नाम से अकाउंट बना रखा है। जिसके प्रोफाइल में लिखा गया है डेप्युटी सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) टैग में उसने लिखा है डीएसपी की फैमिली।

उसने इस अकाउंट में अब तक मात्र 85 पोस्ट डाले हैं, लेकिन फ्लावर्स की संख्या 80.5 K है, जबकि वह मात्र 13 लोगों को फॉलो करता है। साइबर थानाध्यक्ष इमरान अहमद ने बताया कि पुअनि अंजली कुमारी को सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो वायरल होने की सूचना मिली। सूचना का अनुसंधान किया गया तो कर्ण कुमार के इंस्टाग्राम अकाउंट पर वायरल वीडियो मिल गया।

वीडियो में एक लड़का काला रंग के स्कॉर्पियो वहां BR01HR-1376 के आगे शीशा पर पुलिस का लोगो लगाए हुए है। गाड़ी के अगले भाग में अंग्रेजी में बोर्ड पर DYSP लिखा हुआ है। ऊपर पुलिस की लाइट भी लगी हुई है। गाड़ी नंबर के आधार पर जब सत्यापन करते हुए पुलिस की टीम मोसादपुर निवासी वाहन मलिक नारायण महतो के यहां पहुंची।

नारायण महतो ने स्कॉर्पियो अपने नाम से रजिस्टर्ड होने की बाद स्वीकारा, लेकिन उसने अपने घर में किसी के भी सरकारी सेवक के होने से इंकार कर दिया। हालांकि उसने पुलिस को बताया कि उनका बेटा कर्ण कुमार वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालता है जो कि अभी बाहर है। थानाध्यक्ष ने बताया कि वीडियो में लोक सेवक के रूप में डीएसपी पद को धारण करना एवं आम जनता को भ्रमित करना गंभीर अपराध है।

इसके मद्देनजर अंजली कुमारी के आवेदन पर आईपीसी की धारा- 170 एवं 419 तथा आईटी एक्ट 66-डी के तहत मामला दर्ज कर सुबोध कुमार को जांच की जिम्मेदारी दी गई है तथा आगे की प्रक्रिया चल रही है। डीएसपी ने बताया कि यह बहुत बड़ा अपराध है। आईटी एक्ट एवं कानून के अन्य धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

फंदे से लटकी मिली कृषि समन्वयक की लाश:सड़े-गले हालत में बरामद, परिजनों की 25 मार्च के बाद से नहीं हुई थी बात

बेगूसराय में एक कृषि समन्वयक की फंदे से लटकी लाश सड़े-गले हालत में बरामद की गई है। घटना सिंघौल थाना क्षेत्र के नाला रोड डुमरी-इटवा की है। मृतक की पहचान लखीसराय जिला के पिपरिया थाना क्षेत्र स्थित रामचंद्रपुर निवासी बृजनंदन शर्मा का बेटा अभिनंदन कुमार (35) के रूप में की गई है।

घटना की सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को फंदा से उतार कर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल लाया है। लेकिन बुरी तरह से सड़ा-गला रहने के कारण यहां से डीएमसीएच भेजने की प्रक्रिया चल रही है। घटना के संबंध की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है।

बड़ी संख्या में मृतक के परिजन के अलावा कृषि विभाग के उनके साथी भी पहुंचे हुए हैं। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि अभिनंदन कुमार बीते 5 साल से कृषि समन्वयक के पद पर बेगूसराय कृषि कार्यालय स्थित मिट्टी जांच विभाग में कार्यरत थे। 11 मार्च को साली की शादी रहने के कारण पत्नी अपने बच्चों के साथ मायके गई हुई थी।

अभिनंदन भी होली की छुट्टी होने पर 25 मार्च की शाम घर गए, लेकिन थोड़ी देर रुकने के बाद ही वापस आ गए। उसी दिन से फोन पर संपर्क नहीं हो रहा था। आज दोपहर कार्यालय से अभिनंदन के साथ काम करने वाले ममेरे भाई मनोज को फोन आया तो वह देखने के लिए पहुंचे। जहां उसे किराए के मकान में फंदे से लटका हुआ देखा। रूम हल्के तरीके से बंद किया हुआ था, लेकिन फंदे पर लटका देखने के बाद उन्होंने पुलिस और परिजनों की सूचना दी।

इसके बाद पुलिस द्वारा शव को उतारा गया है। मृतक के ससुर रमाकांत सिंह ने बताया कि इनका परिवार में किसी तरह से कोई विवाद नहीं था।

दोनों बच्चे बीआरडीएवी में पढ़ते हैं, पत्नी भी साथ में ही रहती थी। लेकिन बहन की शादी में वह मायके गई और स्कूल भी बंद था। इसके कारण बच्चे और पत्नी मायके में थे। उन्होंने आशंका जताई है कि हत्या हुई है। थानाध्यक्ष नवीन ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज कर सभी पहलुओं पर जांच पड़ताल चल रही है।

 बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

सीटों के बंटवारे के बाद प्रत्याशियों का क्षेत्र दौरा शुरू:बोगो सिंह भी चुनाव मैदान में आ सकते, कहा- संसद में मैं बेगूसराय का नेतृत्व करूंगा

बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र के लिए एनडीए के घोषित प्रत्याशी गिरिराज सिंह ने चुनाव अभियान का शंखनाद कर दिया है। वह पिछले चार दिनों से लगातार जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों से रूबरू हो रहे हैं। अपने संसदीय क्षेत्र और पीएम नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों से लोगों को रुबरू करवा रहे हैं।

इधर, महागठबंधन में शामिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने अवधेश राय को बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किया गया है। प्रत्याशी घोषित होने के बाद अवधेश राय और पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह सहित तमाम नेता अलग-अलग जगह पर बैठक कर रहे हैं, अपनी बात लोगों तक पहुंचा रहे हैं।

कर्पूरी जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामवदन राय ने जहां बेगूसराय सीट से लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की बात कह दी है, तो मटिहानी के पूर्व विधायक और अपने बयानों के लिए चर्चित नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह भी चुनाव मैदान में आ सकते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बेगूसराय मांगे बोगो सिंह ट्रेंड कर रहा है।

बोगो सिंह ने इस संबंध में आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं की है। लेकिन होली मिलन के दौरान उनका दिया गया बयान वायरल हो रहा है। जिसमें वह कह रहे हैं कि मैं बेगूसराय का बेटा हूं। दिल्ली के संसद भवन में बेगूसराय का नेतृत्व बेगूसराय का बेटा करेगा।

बोगो सिंह ने कहा है कि बेगूसराय को मिट्टी की खुशबू के अनुकूल कर्तव्यनिष्ठ सांसद की आवश्यकता है। वर्तमान में परिवेश में महागठबंधन से अवधेश राय को सिंबल मिला है। एनडीए से गिरिराज सिंह को सिंबल दिया गया है। तीसरी हवा है कि कर्पूरी जनता दल के संस्थापक रामवदन राय भी चुनाव लड़ने की ख्वाहिश लेकर बेगूसराय का दौरा कर रहे हैं।

बोगो सिंह ने कहा है कि जाति के कब्र पर पनपी हुई राजनीति बहुत जहरीली होती है। धर्म के कब्र पर पनपी हुई राजनीति बहुत जहरीली होती है। इस राजनीति के माध्यम से जनप्रतिनिधि का चुनाव होता है तो परिवार और समाज का नाश होता है, राष्ट्र का पतन होता है।

मुझे गर्व महसूस होता है कि मैं बेगूसराय का बेटा हूं। मेरा प्रयास है कि बेगूसराय को अच्छा विकल्प मिले, विकल्प देने की तैयारी में हमारे शुभचिंतकों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया है। बेगूसराय की मिट्टी के लाल राष्ट्रकवि दिनकर ने अपने कलम से संपूर्ण राष्ट्र को रोशनी दी। राष्ट्रहित में उन्होंने राज्यसभा से रिजाइन दे दिया था।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

लावारिस हालत में रखा था शव...खोजबीन में परेशान थे परिजन:3 दिन से पड़ा था शव, गिरिराज सिंह ने जताई नाराजगी, SP से जांच की मांग

बेगूसराय के तेघड़ा थाना क्षेत्र से 25 मार्च की शाम से लापता, जिस युवक की खोजबीन के लिए परिजन परेशान थे। थाने का घेराव किया जा रहा था। युवक की लाश 26 मार्च से ही लावारिस हालत में सदर अस्पताल में रखा हुआ था। आज 72 घंटा होने के बाद उसके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया की जानी थी, तो सूचना के आधार पर पहुंचे परिजनों ने उसकी पहचान की।

इसके बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है और परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने और अपहरण कर हत्या का आरोप लगा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि तेघड़ा मुशहरी गंज निवासी लखिन्द्र पासवान (42) 25 मार्च की शाम से लापता था। लकड़ी का कारोबार करने वाले लखिन्द्र को उसके दोस्त मो. अफरोज, मो. गुड्डू और अमित कुमार बुलाकर ले गए थे।

परिजनों का आरोप है कि रात भर खोजने के बाद जब लखिन्द्र नहीं मिला तो हम लोगों ने तेघड़ा थाना में नामजद एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने तीनों आरोपी को पकड़ भी लिया। लेकिन फिर छोड़ दिया गया। आज जब हम लोगों ने पहचान की तो कहा गया कि 26 मार्च को चकिया थाना की पुलिस ने एक्सीडेंट में मौत होने की बात कह कर लावारिस शव यहां छोड़ा था।

पुलिस को अगर यह लावारिस हालत में मिला तो मोटरसाइकिल नंबर के आधार पर जांच करनी चाहिए। लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया, ऊपर से तुरंत पोस्टमार्टम भी कर दिया गया। ऐसे में मामले की जांच होनी चाहिए। दोषी को पकड़ कर कारवाई किया जाए। पुलिसकर्मी भी इसके लिए दोषी हैं, उन पर भी कार्रवाई हो। आरोप है कि लकड़ी के कारोबार में लखिन्द्र की हत्या की गई है।

इधर, घटना की सूचना मिलते ही केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, तेघड़ा विधायक राम रतन सिंह, बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान, सीपीआई के लोकसभा प्रत्याशी अवधेश कुमार राय सदर अस्पताल पहुंचे तथा परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। अवधेश राय ने इसके जांच की मांग की है तो गिरिराज सिंह ने एसपी से बात कर घटना की जांच करने तथा परिजनों को सहायता का आश्वासन दिया है।

गिरिराज सिंह ने कहा कि आखिर किस हालत में लाश को लावारिस घोषित किया गया। बगैर परिजनों के ही पोस्टमार्टम कर दिया गया, इसकी जांच होनी चाहिए। एसपी ने जांच का आश्वासन दिया है। बेगूसराय में खास समुदाय के लोग तरह-तरह की अपराधिक घटना कर रहे हैं। सुनियोजित तरीके से खास समुदाय के लोगों द्वारा घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय के शाम्हो प्रखंड में लगी भीषण आग:कई घर जल कर राख, एक परिवार में बेटी की शादी के लिए रखा 3 लाख कैश भी जला

बेगूसराय : जिले के शाम्हो प्रखंड के सलहा सैदपुर बरारी पंचायत-एक के वार्ड नंबर-13 कुरहा में आज भीषण अग्निकांड में कई घर जलकर राख हो गया। 

घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि बिजली शॉर्ट सर्किट से मुकेश यादव के घर से लगी आग ने चंद मिनटों में ही आधे दर्जन से अधिक घरों को राख कर दिया।

स्थानीय लोगों ने बताया कि हवा तेज होने के कारण आग कुछ ही देर में बेकाबू हो गई। आस-पास के लोगों द्वारा आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। लेकिन आग विकराल रूप धारण कर लिया था। बाद में दमकल के पहुंचने पर स्थानीय लोगों के कठिन मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।

अग्निकांड में मुकेश यादव, मनोज यादव, दिलीप यादव, शिवजी यादव, बिरजू बिंद, महेश्वर यादव, छोटू यादव, सियाराम यादव समेत अन्य लोगों का घर राख हो गया है। 

पीड़ित परिवारों का कहना है कि जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक बेकाबू आग ने सब कुछ स्वाहा कर दिया।

इस घटना में 50 मन से अधिक अनाज भी जलकर राख हुआ है। घटना के बाद पंचायत के मुखिया धीरज यादव, सरपंच राकेश यादव, भाकपा नेता सुमन कुमार समेत अन्य प्रतिनिधि घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए अंचल प्रशासन से पीड़ित परिवारों को सहायता राशि उपलब्ध कराने की मांग की है।

मुकेश यादव ने बताया कि लड़की की शादी 18 अप्रैल को तय हुई थी, खगड़िया जिले से बारात आनी थी। इसके लिए घर में तैयारियां की जा रही थी। इसी को लेकर घर में तीन लाख रुपए भी रखे हुए थे। इसका शादी के लिए सामान खरीदना था। लेकिन क्या पता था कि चंद मिनटों में ही उनके अरमान राख के ढ़ेर में तब्दील हो जाएंगे।

शाम्हो के सीओ नवीन कुमार ने बताया कि घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है। पीड़ित परिवारों को आपदा प्रबंधन के तहत मिलने वाला लाभ दिया जाएगा। इसके लिए सूची तैयार तैयार करने का निर्देश राजस्व कर्मचारी को दिया गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट