सोशल मीडिया पर बना फर्जी डीएसपी : वीडियो बना लोगों को कर रहा था भ्रमित, वायरल होने के बाद खोज रही साइबर थाना की पुलिस
बेगूसराय : सोशल मीडिया के माध्यम से धौंस जमाने के लिए पुलिस की लाइट और डीएसपी के पद का दुरुपयोग करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम के माध्यम से मामला सामने आने के बाद अब साइबर थाना की पुलिस युवक की तलाश में जुटी हुई है।
आरोपी युवक कर्ण कुमार रिफाइनरी थाना क्षेत्र के मोसादपुर वार्ड संख्या-10 निवासी नारायण महतो का पुत्र है। उसने इंस्टाग्राम पर DYSP KARN KUMAR के नाम से अकाउंट बना रखा है। जिसके प्रोफाइल में लिखा गया है डेप्युटी सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) टैग में उसने लिखा है डीएसपी की फैमिली।
उसने इस अकाउंट में अब तक मात्र 85 पोस्ट डाले हैं, लेकिन फ्लावर्स की संख्या 80.5 K है, जबकि वह मात्र 13 लोगों को फॉलो करता है। साइबर थानाध्यक्ष इमरान अहमद ने बताया कि पुअनि अंजली कुमारी को सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो वायरल होने की सूचना मिली। सूचना का अनुसंधान किया गया तो कर्ण कुमार के इंस्टाग्राम अकाउंट पर वायरल वीडियो मिल गया।
वीडियो में एक लड़का काला रंग के स्कॉर्पियो वहां BR01HR-1376 के आगे शीशा पर पुलिस का लोगो लगाए हुए है। गाड़ी के अगले भाग में अंग्रेजी में बोर्ड पर DYSP लिखा हुआ है। ऊपर पुलिस की लाइट भी लगी हुई है। गाड़ी नंबर के आधार पर जब सत्यापन करते हुए पुलिस की टीम मोसादपुर निवासी वाहन मलिक नारायण महतो के यहां पहुंची।
नारायण महतो ने स्कॉर्पियो अपने नाम से रजिस्टर्ड होने की बाद स्वीकारा, लेकिन उसने अपने घर में किसी के भी सरकारी सेवक के होने से इंकार कर दिया। हालांकि उसने पुलिस को बताया कि उनका बेटा कर्ण कुमार वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालता है जो कि अभी बाहर है। थानाध्यक्ष ने बताया कि वीडियो में लोक सेवक के रूप में डीएसपी पद को धारण करना एवं आम जनता को भ्रमित करना गंभीर अपराध है।
इसके मद्देनजर अंजली कुमारी के आवेदन पर आईपीसी की धारा- 170 एवं 419 तथा आईटी एक्ट 66-डी के तहत मामला दर्ज कर सुबोध कुमार को जांच की जिम्मेदारी दी गई है तथा आगे की प्रक्रिया चल रही है। डीएसपी ने बताया कि यह बहुत बड़ा अपराध है। आईटी एक्ट एवं कानून के अन्य धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Apr 01 2024, 16:52