औरंगाबाद पुलिस ने फैसला सुनाए जाने के दिन कोर्ट से फरार हुए एक मुजरिम को नाटकीय तरीके से किया गिरफ्तार
औरंगाबाद पुलिस ने फैसला सुनाए जाने के दिन कोर्ट से फरार हुए एक मुजरिम को नाटकीय तरीके से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी तब हुई जब फरार मुजरिम औरंगाबाद कोर्ट में अपने मामले की स्थिति पता करने आया था।
गिरफ्तार कैदी भगीरथ कुमार झारखंड के रांची जिले के पिठुलियां थाना के कोनकी गांव का निवासी है। औरंगाबाद व्यवहार न्यायालय के सुरक्षा प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि भगीरथ को 2021 में मदनपुर पुलिस ने 2500 लीटर शराब के साथ गिरफ्तार किया था। मामले में मदनपुर थाना में प्राथमिकी संख्या-161/21 दर्ज की गई थी। इसी मामले में औरंगाबाद के उत्पाद विशेष कोर्ट द्वारा 24 फरवरी को सजा सुनाया जाना था।
इस दिन वह भी कोर्ट में मौजूद था लेकिन सजा सुनाए जाने के पहले ही चकमा देकर फरार हो गया। इसके बाद से पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए अथक प्रयास कर रही थी। इसी दौरान शुक्रवार को गुप्त सूचना मिली कि फैसला सुनाए जाने के दिन कोर्ट से फरार हुआ मुजरिम आज कोर्ट में अपने केस की स्थिति पता करने आ रहा है।
इस सूचना पर कोर्ट परिसर में तैनात पुलिस ने अपना जाल बिछाया और कोर्ट कैम्पस में आते ही उसे नाटकीय तरीके से गिरफ्तार कर लिया। मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।
वही गिरफ्तारी के बाद भगीरथ ने बताया कि वह कोर्ट से फरार नही हुआ था बल्कि घर चला गया था। उसके केस के वकील के लिपिक ने उसे सूचना दी थी कि आज उसके केस की तारीख है।
इसी सूचना पर वह औरंगाबाद आया और जैसे ही कोर्ट कैम्पस में घुसा, वैसे ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। मामले का रोचक पहलू यह है कि भगीरथ के मामले की आज कोर्ट में तारीख थी ही नही। ऐसे में माना जा रहा है कि फरार मुजरिम को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने ही उसे जाल में फंसाने के लिए कोर्ट में तारीख की सूचना उस तक भेजवाई थी।
नाटकीय तरीके से गिरफ्तारी भी इसी बात की ओर ईशारा कर रही है।
Mar 02 2024, 18:12