अरब सागर में एक विदेशी नाव से 3 हजार किलो से ज्यादा का ड्रग्स जब्त, कीमत 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा

#record_3300_kg_of_drugs_seized_from_boat_near_gujarat_coast

सुरक्षा एजेंसियों ने अरब सागर के रास्ते बड़ी मात्रा में ड्रग्स जब्त किया है। अरब सागर से गुजरात एटीएस और एनसीबी सहित सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त अभियान को बड़ी सफलता मिली है। इस दौरान 3 हजार किलो से ज्यादा का ड्रग्स बरामद किया गया है। गुजरात के आतंकवादी रोधी दस्ते ने भारतीय नौसेना और स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के साथ मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के साथ अरब सागर में एक संयुक्त अभियान में चलाया। इसी दौरान एक ईरानी नौका से पांच विदेशियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 3,300 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया है। 

जब्त की गयी खेप में चरस, मेथामफेटामाइन और मॉर्फिन शामिल है, जो भारत में प्रतिबंधित हैं। अधिकारियों ने बताया कि जब्त किये गये मादक पदार्थों में 3,089 किलोग्राम चरस, 158 किलोग्राम ‘मेथामफेटामाइन’ और 25 किलोग्राम ‘मॉर्फिन’ शामिल हैं। टीम ने ड्रग्स पैडलिंग करने वाले 5 विदेश पैडलर्स को भी गिरफ्तार किया है। पैडलर्स के ईरानी या पाकिस्तानी नागरिक होने की आशंका जताई जा रही है।

नौसेना के एक प्रवक्ता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘ भारतीय नौसेना ने स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के साथ एक संयुक्त अभियान में लगभग 3300 किलोग्राम प्रतिबंधित सामग्री (3089 किलोग्राम चरस, 158 किलोग्राम ‘मेथामफेटामाइन’ और 25 किलोग्राम मॉर्फीन) ले जा रही एक संदिग्ध नौका को पकड़ा। हाल के दिनों में जब्त की गई मादक पदार्थों की यह सबसे बड़ी खेप है।’’

पोस्ट में कहा गया, ‘‘निगरानी मिशन पर तैनात पी81एलआरएमआर विमान की ओर से इस बारे में सूचना मिली और एनसीबी ने भी इसकी पुष्टि की, जिसके बाद भारतीय नौसेना के मिशन तैनात युद्धपोत को संदिग्ध नौका रोकने और पकड़ने के लिए मोड़ दिया गया।’’

5 दिन पहले ही पकड़ी गई थी 350 करोड़ की हेरोइन

पांच दिन पहले वेरावल बंदरगाह से 350 करोड़ की हेरोइन मछली पकड़ने वाली नाव में पकड़ी गई थी। इसके साथ ही 9 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। फिलहाल एटीएस, गिर सोमनाथ एसओजी, एलसीबी, एफएसएल और मरीन पुलिस मामले की जांच कर रही है।

अमित शाह ने दी बधाई

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस जब्ती पर पूरी टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी के नशामुक्त भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए, हमारी एजेंसियों ने आज देश में मादक पदार्थ की सबसे बड़ी जब्ती करने में सफलता हासिल की। एनसीबी, नौसेना और गुजरात पुलिस द्वारा किए गए एक संयुक्त अभियान में, 3132 किलोग्राम ड्रग्स की एक विशाल खेप जब्त की गई। यह ऐतिहासिक सफलता हमारे देश को नशा मुक्त बनाने की हमारी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इस मौके पर मैं एनसीबी, नौसेना और गुजरात पुलिस को बधाई देता हूं।'

इसरो के लॉन्च पैड के विज्ञापन में दिखा चीन का झंडा, पीएम मोदी ने ले ली डीएमके की क्लास, स्टालिन को सुनाई खरी-खरी

#pmmodiattackeddmksaystheytakefalsecredit

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु दौरे के दूसरे दिन बुधवार को कुलाशेखरपट्‌टीनम में इसरो के नए लॉन्च कॉम्प्लेक्स की नींव रखी। इस प्रोजेक्ट को लेकर राज्य की द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सरकार की तरफ से स्थानीय अखबारों में एक एड जारी किया गया। इस विज्ञापन में चीन का रॉकेट नजर आ रहा है। जिसको लेकर भाजपा हमलावर हो गई है। यहां तक की इस विज्ञापन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु में डीएमके सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि डीएमके वो पार्टी है जो कोई काम नहीं करती लेकिन झूठा क्रेडिट लेती है. जो सिर्फ हमारे काम का क्रेडिट लेना जानती है और झूठे स्टिकर चिपका लेती है।

डीएमके झूठा क्रेडिट लेने के लिए आगे रहती है- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को तमिलनाडु के तूतीकोरिन में 17,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का अनावरण किया। पीएम मोदी ने इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए सत्ताधारी डीएमके पर खूब प्रहार किया और उस पर केंद्र की योजनाओं का श्रेय लेने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य की सत्ताधारी डीएमके पर भी प्रहार करते हुए कहा, ‘डीएमके एक ऐसी पार्टी है, जो काम तो करती नहीं, लेकिन झूठा क्रेडिट लेने के लिए आगे रहती है। ये लोग हमारी योजनाओं पर अपने स्टिकर चिपका देते हैं। अब तो इन्होंने हद कर दी, इन्होंने तमिलनाडु में इसरो के लॉन्च पैड का क्रेडिट लेने के लिए चीन का स्टिकर चिपका दिया है।’

डीएमके सरकार ने चीन को इसरो का क्रेडिट दे दिया- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये बहुत ही अफसोस की बात है कि डीएमके सरकार ने चीन को इसरो का क्रेडिट दे दिया है। ये देश की जनता, तमिलनाडु की जनता के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि डीएमके ऐसी पार्टी है, जिसके नेता अंतरिक्ष में भारत की प्रगति को सहन करने के लिए तैयार नहीं हैं। वे अंतरिक्ष में भारत की प्रगति देखना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि आप जो टैक्स देते हैं, वे उसे इस तरह के झूठे विज्ञापनों पर खर्च कर देते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि डीएमके के लोग भारत की अंतरिक्ष सफलता को दुनिया के सामने साझा नहीं करना चाहते। इसी के साथ उन्होंने जनता से कहा कि अब समय आ गया है कि डीएमके को इसकी सजा दी जानी चाहिए।

डीएमके कारण सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र आंध्र प्रदेश में है- अन्नामलाई

इससे पहले तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने एक विज्ञापन का फोटो साझा करके द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि डीएमके मंत्री थिरू अनिता राधाकृष्णन द्वारा आज प्रमुख तमिल दैनिकों को दिया गया यह विज्ञापन चीन के प्रति डीएमके की प्रतिबद्धता और हमारे देश की संप्रभुता के प्रति उनकी पूर्ण उपेक्षा का प्रतीक है। इतना ही नहीं के अन्नामलाई ने डीएमके को भ्रष्टाचार वाली पार्टी बताया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में ऊंची उड़ान भरने वाली डीएमके कुलसेकरापट्टिनम में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के दूसरे लॉन्च पैड की घोषणा के बाद से यह पोस्टर चिपकाने के लिए बेताब है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा, 'डीएमके की यह जल्दबाजी सिर्फ उनके पिछले कुकर्मों को दबाने के प्रयास को दिखाती है। हमें उन्हें याद दिलाना चाहिए कि डीएमके ही थी, जिसकी वजह से सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र आज आंध्र प्रदेश में है और तमिलनाडु में नहीं।'

‘मोदीजी की लोकप्रियता बढ़ाने में ओवैसी भी महत्वपूर्ण योगदान कर रहा’, बोले बाबा रामदेव

योगगुरू बाबा रामदेव ने हाल ही में AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ओवैसी जितना उल्टा बोलता है, उतना पीएम नरेंद्र मोदीजी को फायदा होता है… राजनीति में उन्हें (ओवैसी) भारतीय जनता पार्टी की B टीम कहा जाता है, यह मैं नहीं बोलता हूं… वो जितना उल्टा बोलता है उतना प्रधानमंत्री मोदीजी को फायदा होता है।

दरअसल, ‘एक देश, एक कानून’ के सवाल पर स्वामी रामदेव ने कहा, ‘एक देश में एक कानून होना ही चाहिए। ये हमारे संविधान की मूल भावना है। UCC का आरम्भ उत्तराखंड से हुआ, ये अच्छी बात है और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और भी प्रदेश इसपर काम करेंगे। देश से बड़ा कुछ नहीं हो सकता। इस मुद्दे का ओवैसी विरोध करते रहे हैं। उनपर रामदेव ने कहा कि वह उल्टे दिमाग के आदमी हैं। उनके पूर्वज भी देश विरोधी थे।’ बाबा रामदेव ने कहा कि ओवैसी मुसलमानों का ध्रुवीकरण रोकता है, जो मुसलमानों के पुरोधा बने हैं, उनको उनसे छटका देता है, ओवैसी जितना उल्टा बोलता है उनता ही मोदीजी को फायदा होता है, ओवैसी को यह करते रहना चाहिए, ओवैसी अपना योगदान करते रहते हैं, राहुल गांधी भी अपना योगदान करते रहते हैं, आज मोदीजी की जो लोकप्रियता है उसमें उनका पुरुषार्थ तो है मगर विपक्ष का योगदान भी है।

सत्ता सम्मेलन के चलते स्वामी रामदेव ने कहा कि विपक्ष उल्टा पुल्टा बोलता रहा तो अवश्य मोदी जी के 400 सीटें आ जाएंगी, जो अपने को धर्मनिरपेक्ष बोलता है उससे अधिक मूर्ख अविवेकी कोई नहीं हो सकता। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर रामदेव ने कहा कि मैंने लालू जी, तेजस्वी एवं नीतीश कुमार को योग सिखाया, सबको योग करना चाहिए, लालू जी भी योग करते थे मगर बीच-बीच में उन्होंने उल्टा करना आरम्भ कर दिया, आजकल तेजस्वी अच्छा योग कर रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर स्वामी रामदेव ने कहा कि उनकी फिटनेस अच्छी है, मगर उन्हें राजनीतिक फिटनेस पर ध्यान देना चाहिए। दक्षिण से उत्तर की यात्रा का लाभ कांग्रेस को हुआ है, कर्नाटक में उनकी सरकार बनी है। वहीं काशी-मथुरा मंदिर आंदोलन के लिए रामदेव ने बोला कि काशी-मथुरा के लिए सभी मुसलमानों को स्वयं आगे आने चाहिए तथा बोलना चाहिए राम-कृष्ण हमारे वंशज है, मंदिर बनना चाहिए।

दिल्लीवालों को अब कैसे मिलेगी मुफ्त बिजली, केजरीवाल सरकार का दावा- LG ने रोकी बड़ी योजना

 दिल्ली सरकार के सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर आ रही है जिससे भविष्य में दिल्लीवालों को मुफ्त बिजली मिलने में बाधा उत्पन्न हो सकती है।

दरअसल दिल्ली सरकार के सूत्रों ने दावा किया है कि उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सरकार की सोलर पॉलिसी रोक ली है। दावा है कि एलजी इस योजना को पास नहीं कर रहे हैं।

सोलर पॉलिसी का ऐलान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिन पहले ही प्रेस कांफ्रेंस कर के किया था।

सरकार का दावा है कि सोलर पॉलिसी से दिल्ली के लोगों के बिजली के बिल जीरो होने थे। ऐसे में यह योजना रोक लेना दिल्लीवालों के साथ अन्याय है।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू ने किया इस्तीफे का ऐलान, शाम तक छोड़ सकते है पद

हिमाचल प्रदेश में विधायकों की बगावत के बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आत्मसमर्पण कर दिया है। खबर है कि उन्होंने अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कांग्रेस पर्यवेक्षकों के सामने कहा है कि वह सरकार बचाने के लिए पद छोड़ने को तैयार हैं। अब गेंद हाईकमान के पाले में है। शाम तक मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है। बगावत करने वाले विधायकों ने भी सीएम बदलने की मांग की थी।

उन्होंने कांग्रेस आलाकमान की ओर से भेजे गए ऑब्जर्वर के सामने सीएम का पद छोड़ने की पेशकश की है। हालांकि उन्होंने अभी राज्यपाल को कोई इस्तीफा नहीं दिया है। सूत्रों ने बताया कि आज शाम तक सुक्खू औपचारिक तौर पर इस्तीफा राज्यपाल को सौंप सकते हैं। इस बीच कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के संकटमोचक कहे जाने वाले डीके शिवकुमार शिमला पहुंच रहे हैं। 

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि कांग्रेस आलाकमान के निर्देशानुसार मैं हिमाचल प्रदेश पहुंच रहा हूं। किसी भी अफवाह में सम्मिलित होने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मुझे विश्वास है कि कांग्रेस पार्टी के MLA पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे तथा जो जनादेश उन्हें दिया गया है, उसका पालन करेंगे। आगे उन्होंने कहा, ''हालांकि, जिस बात पर सवाल उठाया जाना चाहिए तथा चिंता करनी चाहिए वह है सत्ता हासिल करने के मामले में भारतीय जनता पार्टी किस हद तक जा रही है। भारतीय जनता पार्टी जानबूझकर लोकतंत्र एवं सार्वजनिक जनादेश को कुचलने की कोशिश कर रही है।''

एमपी के हरदा में पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट के आरोपी की संपत्ति हुई कुर्क, 30 दिनों बाद होगी नीलाम

मध्य प्रदेश के हरदा की पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके के मुख्य अपराधी राजेश उर्फ राजू अग्रवाल के 3 स्थानों की संपत्ति प्रशासन ने कुर्क कर ली है। 30 दिन पश्चात् संपत्ति की नीलामी होगी। राजेश एवं सोमेश अग्रवाल की हरदा, खिरकिया एवं हंडिया में जमीनें हैं। वहीं उनके पास कार और दुकानों सहित 18 करोड़ की संपत्ति है, जिसे कुर्क कर लिया गया है। वहीं दूसरे जिलों से भी संपत्ति की जानकारी मांगी गई है।

वही इस सिलसिले में कलेक्टर आदित्य सिंह ने बताया कि राजू अग्रवाल की पटाखा फैक्ट्री से 1 लाख 20 हजार किलो पटाखा सामग्री बरामद की गई, जिसका बाजार में दाम करोड़ों रुपये है। इसे अदालत ने नष्ट करने की अनुमति दे दी है। एनजीटी व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की गाइनलाइन के मुताबिक, विशेषज्ञों की देखरेख में प्रोटोकॉल के मुताबिक इसे नष्ट किया जाएगा। कलेक्टर ने बताया कि संपत्ति की नीलामी की राशि से पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद की जाएगी। फैक्ट्री संचालक राजू उर्फ राजेश अग्रवाल को वर्ष 2015 में 10 वर्षों की सजा हो चुकी है तथा 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था। आरोपी को विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 5 के तहत दंडित किया गया था।

बता दें कि हरदा में 6 फरवरी को हुए धमाके ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया था। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हुई थी तथा लगभग 300 लोग झुलस गए थे। हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह के मुताबिक, NGT के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है। पीड़ितों को राहत राशि दिलाने के लिए अपराधी राजेश अग्रवाल-सोमेश अग्रवाल की संपत्ति कुर्क कर ली है। नीलामी की प्रक्रिया भी आरम्भ कर दी गई है। फैक्ट्री में ब्लास्ट के चलते आसपास के 59 मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे।

एमपी के हरदा में पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट के आरोपी की संपत्ति हुई कुर्क, 30 दिनों बाद होगी नीलाम

मध्य प्रदेश के हरदा की पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके के मुख्य अपराधी राजेश उर्फ राजू अग्रवाल के 3 स्थानों की संपत्ति प्रशासन ने कुर्क कर ली है। 30 दिन पश्चात् संपत्ति की नीलामी होगी। राजेश एवं सोमेश अग्रवाल की हरदा, खिरकिया एवं हंडिया में जमीनें हैं। वहीं उनके पास कार और दुकानों सहित 18 करोड़ की संपत्ति है, जिसे कुर्क कर लिया गया है। वहीं दूसरे जिलों से भी संपत्ति की जानकारी मांगी गई है।

वही इस सिलसिले में कलेक्टर आदित्य सिंह ने बताया कि राजू अग्रवाल की पटाखा फैक्ट्री से 1 लाख 20 हजार किलो पटाखा सामग्री बरामद की गई, जिसका बाजार में दाम करोड़ों रुपये है। इसे अदालत ने नष्ट करने की अनुमति दे दी है। एनजीटी व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की गाइनलाइन के मुताबिक, विशेषज्ञों की देखरेख में प्रोटोकॉल के मुताबिक इसे नष्ट किया जाएगा। कलेक्टर ने बताया कि संपत्ति की नीलामी की राशि से पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद की जाएगी। फैक्ट्री संचालक राजू उर्फ राजेश अग्रवाल को वर्ष 2015 में 10 वर्षों की सजा हो चुकी है तथा 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था। आरोपी को विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 5 के तहत दंडित किया गया था।

बता दें कि हरदा में 6 फरवरी को हुए धमाके ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया था। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हुई थी तथा लगभग 300 लोग झुलस गए थे। हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह के मुताबिक, NGT के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है। पीड़ितों को राहत राशि दिलाने के लिए अपराधी राजेश अग्रवाल-सोमेश अग्रवाल की संपत्ति कुर्क कर ली है। नीलामी की प्रक्रिया भी आरम्भ कर दी गई है। फैक्ट्री में ब्लास्ट के चलते आसपास के 59 मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे।

हिमाचल में सियासी हलचलः कौन हैं कांग्रेस की टेंशन बढ़ाने वाले विक्रमादित्य सिंह? इस्तीफे के बाद सुक्खू सरकार के इस मंत्री के तीखे तेवर

#whoisvikramadityasinghresigns_today

कांग्रेस में आपसी कलह एक बार फिर खुलकर बाहर आ गया है। इस बार हिमाचल प्रदेश की राजनीति में भूचाल आया है। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक के बाद लगातार बड़े झटके लग रहे हैं। तीन राज्यों में मिली हार से पार्टी अभी उभरी भी नहीं थी हिमाचल की कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। कांग्रेस विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की और बीजेपी के समर्थन में वोट दिया। प्रदेश में कांग्रेस दो खेमों में बंटती नजर आ रही है। इस बीच विक्रमादित्य सिंह ने अपने मंत्री पद से इस्तीफी दे दिया है।

बुधवार को राज्य विधानसभा परिसर में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने इसका एलान किया। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के अंदरूनी झगड़ों की बखिया भी उधेड़ डाली। विक्रमादित्य सिंह ने अपना ये इस्तीफा बेहद भावुक तरीके से दिया। वो कांग्रेस की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार में लोक निर्माण मंत्री थे। अपने इस्तीफे के दौरान वो काफी इमोशनल नजर आए। उनकी आंखों में आंसू थे। नम आखों के साथ एक शेर के जरिए अपना दर्द बयां किया। उन्होंने सूबे की सुखविंदर सुक्खू के साथ ही कांग्रेस पार्टी पर काफी गंभीर आरोप लगाए।

विधायकों के साथ अनदेखी का आरोप

विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर अपमान का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जनता के प्रति मेरी जावाबदेही है। एक साल के घटनाक्रम में विधायकों की अनदेखी हुई। आवाज दबाई गई। शिलान्यास मामले में मेरे विभाग के अफसरों को नोटिस दिए गए। वह वीरभद्र सिंह के कदमों पर चल रहे हैं। उन्होंने सुक्खू सरकार पर आरोप लगाया कि इसने उनके पिता वीरभद्र सिंह का स्टैच्यू लगाने के लिए जमीन तक नहीं दी। कांग्रेस विधायकों के साथ अनदेखी की गई। नतीजा, कांग्रेस के कई विधायक उनसे नाराज हैं। प्रियंका गांधी, खरगे को दो दिन के घटनाक्रम की जानकारी दे दी है और अब हाईकमान को फैसला लेना है। 

मुझे एक मंत्री के तौर पर अपमानित किया गया-विक्रमादित्य

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हमने पार्टी का हमेशा साथ दिया है। मैं आज सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि मौजूदा समय में मेरा इस सरकार में बने रहना ठीक नहीं है। मैंने यह निर्णय लिया है कि मैं मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं। यह कहते हुए वह भावुक हो गए कि मुझे एक मंत्री के तौर पर अपमानित करने का काम किया गया है, जिस तरह के संदेश विभाग में भेजे जाते हैं, हमें कमजोर करने की कोशिश की गई। सरकार सभी के सामूहिक प्रयास से बनी थी। मैं किसी भी दबाव में नहीं आने वाला।

कौन हैं विक्रमादित्य सिंह?

विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। उनकी मां प्रतिभा सिंह, मंडी लोकसभा सीट से सांसद हैं।2022 के विधानसभा चुनाव में विक्रमादित्य सिंह ने बीजेपी के रवि कुमार मेहता को हराया और एक बार फिर से विधायक चुने गए। बता दें कि कुछ दिन पहले जब कांग्रेस ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से यह कहते हुए दूरी बना ली थी कि यह भाजपा-आरएसस का इवेंट है तो हिमाचल की कांग्रेस सरकार का ये सुवा मंत्री अयोध्या पहुंचा था। तब उनकी काफी चर्चा हुई थी।विक्रमादित्य सिंह ही नहीं, बल्कि उनके साथी विधायक सुधीर शर्मा ने भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लिया था।

प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री जया प्रदा फरार घोषित, अदालत ने पुलिस को दिया गिरफ्तार करने का आदेश, जानिए पूरा मामला

रामपुर की एमपी-एमएलए विशेष अदालत ने प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री और पूर्व सांसद जया प्रदा को फरार घोषित कर दिया। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन के दो मामलों में उनका नाम शामिल है। 2019 में जया प्रदा रामपुर से लोकसभा चुनाव लड़ रही थीं। चुनाव प्रचार के दौरान, उन पर आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप लगे थे।

जया प्रदा के खिलाफ दो मामले दर्ज किए गए थे, जिनकी सुनवाई रामपुर की एमपी-एमएलए विशेष अदालत में चल रही थी। जया प्रदा को कई बार अदालत में पेश होने के लिए समन भेजा गया था, लेकिन वे कभी भी पेश नहीं हुईं। 27 फरवरी को, अदालत ने उन्हें फरार घोषित कर दिया और पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया।

पुलिस जया प्रदा को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी करेगी। यदि उन्हें गिरफ्तार किया जाता है, तो उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।

अदालत उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई करेगी। यह घटना जया प्रदा के राजनीतिक करियर के लिए एक बड़ा झटका हो सकती है।

जया प्रदा एक प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री हैं जिन्होंने हिंदी, तेलुगु, और तमिल फिल्मों में काम किया है। वे 1990 के दशक में राजनीति में शामिल हुईं और रामपुर से सांसद और विधायक दोनों के रूप में कार्य किया है। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्य हैं।

राजीव गांधी की हत्या के दोषी संथान का निधन, रिहाई के बाद घर वापसी की उम्मीद रह गई अधूरी

#rajiv_gandhis_assassination_convict_santhan_passes_away

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में दोषी करार दिए गए संथान की दिल का दौरा पड़ने से बुधवार को मौत हो गई। संथान ने राजीव गांधी अस्पताल में अंतिम सांस ली। संथन का लिवर फेल होने के कारण 27 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उससे पहले तिरुचिरापल्ली के एक शिविर में वह रिहाई के बाद रह रहा था। 55 वर्षीय संथन उर्फ टी. सुतेनदिराराजा एक श्रीलंकाई नागरिक था और उन सात लोगों में से एक था जिसे पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या के जुर्म में 20 वर्ष से ज्यादा की जेल की सजा काटने के बाद 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने रिहा कर दिया था।

राजीव गांधी गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल के डीन ई थेरानिरजन ने बताया कि संथन की मौत सुबह सात बजकर 50 मिनट पर हुई। संथन का यकृत खराब था और उसका उपचार किया जा रहा था। थेरानिराजन ने संवाददाताओं से कहा कि संथन को बुधवार तड़के करीब चार बजे दिल का दौरा पड़ा, इसके बाद उसे सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) दिया गया और वेंटिलेटर पर रखा गया था। उन्होंने कहा कि संथन पर उपचार का कोई असर नहीं हुआ और आज (बुधवार) सुबह सात बजकर 50 मिनट पर उसकी मौत हो गई।

सुप्रीम कोर्ट ने 11 नवंबर, 2022 को राजीव गांधी हत्याकांड में उम्र कैद की सजा काट रहे 6 दोषियों को रिहा करने का आदेश दिया था। आदेश के अगले दिन नलिनी, श्रीहरन, संथन, रॉबर्ड पायस, जयकुमार और रविचंद्रन को 32 साल बाद जेल से रिहा किया गया था, लेकिन यहां एक पेंच फंस गया था। नलिनी और रविचंद्रन को अपने परिवार के पास मिलने की अनुमति दी गई लेकिन बाकी चार को त्रीची सेंट्रल जेल के स्पेशल कैंप में रख दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि ये चारों श्रीलंकाई नागरिक थे। 2022 में रिहाई के आदेश के बाद उसने घर वापसी की अपील करते हुए एक लेटर भी लिखा था।

संथन ने त्रीची जेल के स्पेशल कैंप से लिखे पत्र में कहा था कि वह धूप तक नहीं देख सकता। पत्र के जरिए उसने दुनिया भर के तमिलों से आवाज उठाने की अपील की थी ताकि वह अपने देश लौट सकेय़ चेन्नई में विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) ने पिछले शुक्रवार को एक आदेश जारी कर संथन उर्फ सुथेनथिराजा को श्रीलंका वापस जाने की अनुमति दे दी थी, लेकिन बीमारी की वजह से वह नहीं जा सका।