पवन सिंह और ज्योति सिंह में क्या हो गई सुलह? सोशल मीडिया पर दावों की जानें सच्चाई

डेस्क: सोशल मीडिया पर इन दिनों भोजपुरी सिनेमा जगत के पावर स्टार कहे जाने वाले पवन सिंह और ज्योति सिंह को लेकर कई मैसेज वायल हो रहे है। 

जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि पवन सिंह और ज्योति सिंह दोनों के बीच सुलह हो गई है। दोनों ही अब तलाक नहीं लेंगे और दोनों ही एक साथ रहने के लिए तैयार हो गए है। हालांकि इस मामले पर पवन सिंह और ज्योति सिंह का कोई भी बयान सामने नहीं आया है। 

वहीं यह तमाम वायरल मैसेज की जानकारी को लेकर ज्योति सिंह के वकील विशुधर पांडेय ने बताया कि यह मैसेज कैसा है मुझे नहीं पता है, सुलह के मामले पर भी मुझे कोई जानकारी नहीं मिली है। लेकिन उन्होंने यह कहा कि पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच सेटलमेंट की बात चल रही है। अब सेटलमेंट क्या है यह केवल वहीं दोनों बता सकते है। वन टाइम सेटलमेंट है या कुछ और भी हो सकता है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि अभी चुनाव का माहौल है हो सकता है पवन जी को चुनाव लड़ना हो। 

वहीं पवन सिंह के वकील सुदामा प्रसाद ने बताया कि यह सारे मैसेज गलत है। मुझे सुलह की जानकारी नहीं है, लेकिन सेटलमेंट की बात हो रही है। दूसरी तरफ क्या पोस्ट वायरल हो रहा है इसकी भी सूचना नहीं है। वहीं आपको बता दें कि बीते दिन पहले एक वेरिफाइड अकाउंट राजीव कुमार सिंह ने फेसबुक पर पवन सिंह और ज्योति सिंह की शादी की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा था, "भाई एक बार फिर से अपनी जिंदगी की शुरुआत करने जा रहा है ज्योति जी के साथ।" वहीं भोजपुरी सिंगर निरंजन विद्यार्थी ने फेसबुक पर लिखा है, "अब किसी की नजर ना लगे आप दोनों की जोड़ी को। अब दोनों एक हो गए।"

आपको बता दें कि 13 मार्च को पवन सिंह और ज्योति सिंह तलाक मामले में कोर्ट के द्वारा तारीख दी गई है। इस तारीख को यह उम्मीद जताई जा रही है कि पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच सेटलमेंट हो जायेगा। हालांकि इस मामले पर अभी पवन सिंह और ज्योति सिंह का कोई बयान सामने नहीं आया है। वहीं दोनों ही पक्ष के वकील को भी सुलह होने की कोई खबर नहीं मिली है। दोनों की पक्ष के वकीलों ने सेटलमेंट होने की बात कहीं है। अब 13 मार्च को अगली तारीख को ही मामला साफ हो पायेगा। यह भी कवायद तेज है की पवन सिंह और ज्योति सिंह जल्द ही एक दूसरे के साथ नजर आ सकते है। 

क्या है पूरा मामला :: 

बता दें कि पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह का आरा कोर्ट में तलाक का मामला कई दिनों से चल रहा है। ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाया था। तलाक के मामले को लेकर आरा फैमिली कोर्ट की जज श्वेता सिंह के सामने ज्योति सिंह ने कई बार हाजिरी लगाई। यह भी जानकारी मिली थी कि ज्योति सिंह ने पवन सिंह से तीन करोड़ रुपये और नोएडा में एक घर मांग रही थी। हालांकि पवन सिंह ने सहूलियत के हिसाब से ज्योति को एक करोड़ रुपये देने की बात कही थी।

वहीं पवन सिंह के वकील सुदामा सिंह के अनुसार केवल मीडिया के सामने ही ज्योति सिंह पवन सिंह के साथ रहने की बात करती हैं, लेकिन हकीकत ऐसा नहीं है। गौरतलब हो कि पवन सिंह ने ज्योति से दूसरी शादी की है। इससे पहले उनकी एक पत्नी का देहांत हो चुका है। इसके बाद पवन सिंह ने उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रहने वाले राम बाबू सिंह की पुत्री ज्योति सिंह से 7 मार्च 2018 को शादी की थी। ज्योति सिंह ने फैशन डिजाइनर है।

दोबारा शराब सेवन करने का मामला प्रमाणित होने पर एक वर्ष की सजा सुनाई गई

औरंगाबाद: बिहार में पूर्ण शराबबंदी है। ऐसे में शराब सेवन करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो रही है। एक मामले में एडीजे स्पेशल जज (उत्पाद) धनंजय कुमार सिंह ने शनिवार को दोबारा शराब सेवन करने का मामला प्रमाणित होने पर सिमरा थाना कांड संख्या 31/23 में सिमरा थाना क्षेत्र के चोहरा गांव के निवासी दुर्गा सिंह को उत्पाद अधिनियम धारा 37 के तहत एक वर्ष की सजा सुनाई है। 

जानकारी देते हुए उत्पाद न्यायालय के विशेष लोक अभियोजक अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि सिमरा थाना के कुशो कुमार ने उक्त आरोपी को दिनांक 12.07.2023 को शराब के नशे में गिरफ्तार किया था।

 उत्पाद विभाग के विधि परामर्शी शेखर कुमार ने बताया की इस मामले में त्वरित विचारण का संचालन करते हुए अभियोजन की ओर से दो गवाहों की गवाही करवाई गई थी एवं पांच दस्तावेजों को न्यायालय में प्रदर्श करवाया गया था।

उल्लेखनीय है कि बिहार मद्यनिषेष एवं उत्पाद अधिनियम में दोबारा शराब सेवन के जुर्म के दोषी पाए जाने पर एक वर्ष कारावास का प्रावधान है।

दो मार्च को औरंगाबाद में रैली करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सभा स्थल का हो रहा चयन

 

लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है. प्रशासनिक स्तर से लगभग तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. औरंगाबाद में विपक्ष के नेताओं की रैली भी हो चुकी है. कई बड़े नेता आगे भी बड़ी-बड़ी रैलियां करेंगे. सबसे बड़ी बात यह है कि दो मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औरंगाबाद में रैली को संबोधित करेंगे. सूत्रों से जानकारी मिली है कि दो मार्च की तिथि प्रधानमंत्री की रैली के लिए फाइनल हो चुकी है. भाजपा व एनडीए के कार्यकर्ता है. 

भाजपा के जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने अमृत भारत योजना के तहत रफीगंज स्टेशन का प्रधानमंत्री 26 को करेंगे उद्घाटन

प्रधानमंत्री की रैली की तैयारी में जुट गये हैं. वैसे कुछ दिन पहले चर्चा थी कि फरवरी के अंत या मार्च के शुरू में प्रधानमंत्री की रैली होगी. अंततः उक्त चर्चाओं पर लगभग विराम सा लग गया

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की पुष्टि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने भी की है

औरंगाबाद बीजेपी. जिलाध्यक्ष ने बताया कि दो मार्च को प्रधानमंत्री औरंगाबाद में रैली को संबोधित करेंगे. जिलाध्यक्ष ने बताया कि बहुत जल्द स्थल चिह्नित कर पार्टी के वरीय नेताओं को अवगत करा दिया जायेगा, इधर, सूत्रों से जो जानकारी मिली है कि करहारा का इलाका, देव मोड़ का इलाका, पुलिस लाइन, फारम एरिया, डबुरा व पोइवां के बीच का इलाका या औरा व पोइवां पंचायत से संबंधित किसी ग्रामीण इलाके के भूखंड पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा सकता है.

रफीगंज, पंडित दीनदयाल उपाध्याय- गया रेल खंड पर रफीगंज रेलवे स्टेशन का 26 फरवरी को अमृत भारत स्टेशन योजना अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ऑनलाइन उ‌द्घाटन करेंगे. इसकी तैयारी रफीगंज के तिवारी बिगहा स्थित रेलवे परिसर के मैदान में की जा रही है. रेल अधिकारियों ने बताया कि 26 फरवरी की सुबह 10:45 बजे कार्यक्रम का शुभारंभ होगा. स्थानीय जनप्रतिनिधि, पूर्व व वर्तमान विधायक, सांसद व अन्य जनप्रतिनिधि

को आमंत्रित किया गया है. 12:20 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केंद्रीय मंत्री ऑनलाइन कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे. ज्ञात हो की इस दिन अमृत भारत स्टेशन योजना अंतर्गत रफीगंज सहित देश के 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास व 1500 रोड ओवर ब्रिज तथा अंडरपास

का शिलान्यास व उ‌द्घाटन किया जाएगा. कार्यक्रम को सफल बनाने में सिनियर डीएन गति शक्ति अभिषेक साव, सीटीआई रंजीत कुमार, स्टेशन अधीक्षक एसके पांडेय, सीनियर सेक्शन इंजीनियर जीतेंद्र कुमार, आइओडब्ल्यू भास्कर सिन्हा आदि जुटे हैं.

औरंगाबाद पुलिस ने पाया तेजस्वी के सभा मे भीड़ पर काबू चपे चपे थी पुलिस तैनात

औरंगाबाद पुलिस ने तेजस्वी यादव के बेकाबू भीड़ को संभाल लिया ,और दोनो महिला को सुरक्षित भीड़ से निकाल लिया

हद तो तब हो गया कि राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकता को भी प्रोटोकॉल में रहना चाहिए था, औरंगाबाद पुलिस को सहयोग करने की जरूरत थी लेकिन औरंगाबाद पुलिस ने आज एक ऐसा कर कर दिखाया कि एक ही क्षन में भीड़ को काबू में कर लिया

जो आम जनता में चर्चा का विषय बना हुआ है अगर औरंगाबाद पुलिस गिरी हुई महिला को नहीं उठाती तो तेजस्वी के सभा में बड़ी घटना घट जाती।जो आज औरंगाबाद पुलिस ने एक मिशाइल खड़ा कर दिया है।

आरजेडी महिला जिला उपाध्यक्ष चंचला देवी ने बताया कि जिस तरह औरंगाबाद पुलिस ने हम सभी महिलाओं को गिरने के बाद भी भीड़ से सुरक्षित निकाला है उसके लिए हम औरंगाबाद पुलिस के आभारी हूँ और औरंगाबाद पूरे टीम को बधाई भी दी हैं

औरंगाबाद:- तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा के दौरान,बेताब भीड़ के कारण यातायात बाधित, एंबुलेंस भी इस भीड़ में फंसी

जन विश्वास यात्रा के तहत औरंगाबाद पहुंचे तेजस्वी यादव की एक झलक पाने के लिए भीड़ बेताब हो गई और उन्हे देखने के लिए शहर के रमेश चौक के समीप भीड़ उमड़ पड़ी। 

जिससे यातायात बाधित हो गया और शहर का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया। ऐसे में सदर अस्पताल से एक इमरजेंसी मरीज को लेकर सदर अस्पताल से निकला एंबुलेंस भी इस भीड़ की जड़ में आ गया और उसे निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी और उसे अपने रूट को डायभर्ट करना पड़ा।

 इसी भीड़ के दौरान तेजस्वी यादव के अति उत्साहित दी समर्थकों ने आव देखा न ताव राजद का झंडा लेकर उनके बस नुमा रथ की छत पर चढ़ गए और जमकर नारेबाजी करने लगे। समर्थकों के ऐसी हरकत से परेशान बॉडीगार्ड ने उन्हे उतारने का काफी प्रयास किया मगर वे उतरने का नाम ही नहीं ले रहे थे। 

ऐसे में श्री यादव के साथ चल रहे बॉडीगार्ड ने बाल प्रयोग करते हुए पीटकर दोनो समर्थकों को बस के छत से उतारा तब जाकर उनका रथ आगे बढ़ा और यातायात सुचारू रूप से चालू हुआ। 

यहां तक की भीड़ से निकल रहे तेजस्वी को समर्थकों ने धक्का मुक्की की। किसी तरह तेजस्वी को पुलिस बल ने भीड़ से बाहर निकाला।

तेजस्वी की सभा में भगदड़ : बेकाबू भीड़ न बैरिकेटिंग तोड़ी, कई कुर्सियां तोड़ डाली

औरंगाबाद नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शुक्रवार को औरंगाबाद की जन विश्वास यात्रा पर पहुंचे। सभा को संबोधित करने शहर के गांधी मैदान में बने मंच पर आते ही कार्यकर्ता अनियंत्रित से हो गए।

धक्का मुक्की सी स्थिति रही। तेजस्वी के मंच पर नेताओं के बड़े जमावड़े और मंच के नीचे उत्साह में बैरिकेडिंग तोड़ कर पार्टी का झंडा लहराते उदंडता के साथ शोर मचाते स्टेज के एकदम नीचे तक पहुंचने की कार्यकर्ताओं में लगी होड़ के बीच सभा को संबोधित करना शुरू किया। संबोधन की शुरुआत ही कुमार पर जमकर हमले से की।

फ़िर स़े हर साल पलटने वाला पलटू राम कहा। कहा कि पलटू चाचा नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी के कंधे पर सवार होकर चुनाव की नैया पार करना चाहते है।

इसके लिए लोकसभा के साथ विधानसभा भी चुनाव करा लेना चाहते है।

वें ऐसा कर भी सकते है। वें चुनौती देते है कि नीतीश कुमार लोकसभा और बिहार विधानसभा का चुनाव दोनों एक साथ करा ले लेकिन दोनों ही चुनाव में उनका हारना तय है। तेजस्वी ने दावा कि दोनों चुनाव चाहे एक साथ हो या अलग अलग हो, दोनो ही चुनाव इंडिया गठबंधन जीतेगा।

दोनो ही चुनावो में इंडिया गठबंधन को भारी सफलता मिलेगी और हमारी सरकार बनेगी। उन्होने स्थानीय बीजेपी सांसद(सुशील सिंह) का नाम लिए बगैर उन पर भी जोरदार हमला बोला। भीड़ से ही पूछा कि सांसद ने काम किया है क्या? जवाब आया नही, तब कहा फिर उन्हे वोट क्यो?

उन्हे वोट देंगे क्या? जवाब आया नही। फिर पूछा हमारे गठबंधन के उम्मीदवार को वोट देंगे, जवाब आया हां। इसके बाद तेजस्वी ने पटना के गांधी मैदान में 3 मार्च को आयोजित जन विश्वास महारैली में आने का भी नेवता दिया।

पूछा भी कि रैली में भारी संख्या में आएंगे ना, जवाब आया हां। इसके बाद तेजस्वी ने बोलना बंद किया। इसके बाद स्टेज पर फिर से धक्का मुक्की सी शुरु हो गई। बैरिकेडिंग और कुर्सियों को तोड़ ताड़ कर मंच के नीचे पहले ही पहुंच चुके कार्यकर्ता स्टेज पर चढ़ गए।

स्टेज पर आरजेडी के चुनाव चिंह के रूप में लगा ओरिजनल लालटेन तक उखाड़ कर अपने साथ ले गए।

तेजस्वी की सभा में भगदड़ : बेकाबू भीड़ न बैरिकेटिंग तोड़ी, कई कुर्सियां तोड़ डाली

औरंगाबाद : जन विश्वास के तहत औरंगाबाद के गांधी मैदान आए पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की सभा में भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गया। भीड़ के द्वारा न सिर्फ बैरिकेटिंग तोड़ी गई बल्कि कई कुर्सियां तोड़ डाली गई। इस दौरान वहां प्रतिनियुक्त पुलिसकर्मी भीड़ को देखकर बेबस बनी रही। पुलिस ने कार्यकर्ता को एक दो डंडा लगाया भी पर भीड़ के कारण पुलिस को शांत रहना पड़ा।  

भगदड़ में कई महिलाएं भी नीचे गिर गई। जिससे लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हद तो तब है कि सिंबल के रूप में लगा लालटेन को भी कार्यकर्ता ले भागे।

श्री यादव के भाषण में निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कंधे पर बैठकर मुख्यमंत्री चाहते हैं कि लोकसभा के साथ ही विधानसभा का चुनाव करा ले। 

तेजस्वी यादव ने ललकारते हुए कहा कि यदि हिम्मत है तो ऐसा कर के दिखा दें। लोकसभा चुनाव में इसबार बिहार में एनडीए का खाता तक नही खुलेगा और विधानसभा में भी बुरी तरह हराएंगे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

जन विश्वाश यात्रा के तहत आज औरंगाबाद पहुंचे पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, जनसभा को संबोधित करते हुए कही यह बात

औरंगाबाद : पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आज जन विश्वाश यात्रा के क्रम में औरंगाबाद पहुंचे। जहां गांधी मैदान में आम सभा को उन्होंने संबोधित किया। 

अपने संबोधन में तेजस्वी ने अपने कार्यकाल में किये गए कार्यो का जहां क्रेडिट बटोरा। वहीं एनडीए गठबंधन पर जमकर हमला बोला। 

तेजस्वी ने वहां जुटी भीड़ से इस लोकसभा चुनाव में जीत का गारंटी देने का भरोसा लेते हुए खुद जीत की पगड़ी बांधी।

कहा कि जिस तरह पिछले विधानसभा चुनाव में एनडीए के सूपड़ा साफ हो गया था , उसी तरह इस बार के चुनाव में भी आपको एक्टिव रहना होगा। तभी ऐसा संभव हो सकेगा। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

5 साल की बच्ची से दुष्कर्म का आरोपी विधि विवादित किशोर दोषी करार, 3 साल के लिए भेजा गया स्पेशल होम

औरंगाबाद: आज किशोर न्याय परिषद औरंगाबाद के प्रधान न्यायिक दंडाधिकारी सुशील प्रसाद सिंह ने 2022 के एक मामले में त्वरित सुनवाई करते हुए एक विधि विवादित किशोर को दोषी पाया। 

अनुमंडलीय अभियोजन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि विधि विवादित किशोर को आज भादंवि धारा -376 (ए)( बी) और 4 पोक्सो एक्ट में आज दोषी पाया गया और तीन साल के लिए किशोर को स्पेशल होम भेज दिया गया है। 

आज निर्णय में डाक्टर और आई .ओ सहित आठ गवाही और एफ. एस. एल .रिपोर्ट तथा मेडिकल रिपोर्ट अहम भूमिका निभाई। 

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि प्राथमिकी पीड़िता के मां ने 11/08/22 को दर्ज कराई थी। जिसमें कहा था कि उनकी पांच साल की बच्ची के साथ 15 साल के किशोर ने रेप किया था। 

विधि विवादित किशोर पर 29/11/22 को आरोप गठन किया गया था। विधि विवादित किशोर पर्यवेक्षण गृह गया में संसिमित था। दोषसिद्ध किए जाने के बाद स्पेशल होम पटना भेजा गया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

*दहेज के लिए विवाहिता की ससुराल वालों फांसी लगाकर उतारा मौत के घाट


औरंगाबाद : जिले में दहेज के लिए विवाहिता को ससुराल वालों ने फांसी लगाकर जान ले ली। घटना कासमा थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव की है। 

मृतिका की पहचान मुबारकपुर गांव निवासी निरंजन पासवान की पत्नी प्रियंका कुमारी के रूप में की गई है। 

गया जिले के टेकारी निवासी मृतका के पिता जितेंद्र पासवान ने बताया कि वर्ष 2017 में अपनी बेटी की शादी धूमधाम से और जितनी मांगे ससुराल पक्ष की तरफ से मांगी गई थी उसकी पूर्ति कर किया था। 

शादी के कुछ दिन तक सब कुछ ठीक ठाक रहा। लेकिन अचानक ससुराल के लोग दहेज में और पैसे देने के साथ साथ विभिन्न प्रकार की सामग्रियों की डिमांड पूरी करने की मांग करने लगे। 

बेटी खुश रहे इसलिए समय समय पर उनकी मांग पूरी भी की जाती थी। लेकिन उनके डिमांड काम नहीं हुए और पहले से ज्यादा बढ़ गया। 

इधर दामाद की मोबाइल खराब हो गई। जिसके लिए दस हजार रुपए की मांग की गई थी। गुरुवार की शाम बेटी ने फोन किया कि जल्दी पैसा दे दीजिए नही तो ये लोग मुझे जान से मार देंगे। बेटी की बात सुनकर और पैसे का इंतजाम कर जब उसके ससुराल गया तो देखा कि घर का दरवाजा बंद है और बेटी का शव पड़ा हुआ है और ससुराल के सभी लोग फरार हैं।

 परिजनो ने कासमा थाना जाकर इसकी सूचना दी और बेटी को फांसी देकर हत्या का आरोप लगाते हुए दामाद सहित चार लोगों को नामजद बनाते हुए कार्रवाई के लिए थाने में आवेदन दिया। 

कासमा थानाध्यक्ष ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया है। वही पुलिस मामले की जांच कर रही है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र