अबू धाबी की यात्रा के बाद दोहा पहुंचे पीएम मोदी, भारतीय प्रवासियों ने किया भव्य स्वागत, कतर पीएम से की मुलाकात

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संयुक्त अरब अमीरात में हिंदू मंदिर का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी अब कतर पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय यात्रा के बाद बुधवार को दोहा पहुंचे।एयरपोर्ट पर कतर के विदेश राज्य मंत्री सोल्तान बिन साद अल-मुरैखी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद भारतीय समुदाय ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और जोरदार स्वागत किया।अपने समकक्ष शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच भारत और कतर के संबंधों को बढ़ाने पर बात हुई। पीएम मोदी ने इस बैठक को शानदार करार दिया। प्रधानमंत्री मोदी आज ही कतर के शासक शेख तमीम बिन हमाद अल थानी से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के संबंधों के साथ वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि कतर के पीएम के साथ उनकी मुलाकात शानदार रही। पीएम मोदी ने ट्वीट करके लोगों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि दोहा में असाधारण स्वागत! भारतीय प्रवासियों का आभारी हूं।बता दें कि वर्ष 2014 के बाद से प्रधानमंत्री के रूप में मोदी की यह दूसरी कतर यात्रा है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने ट्वीट करके जानकारी दी कि भारत-कतर साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए पीएम मोदी ने दोहा में कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री एचएच मुहम्मद बिन अब्दुल रहमान के साथ एक सार्थक बैठक की। चर्चा में व्यापार और निवेश, ऊर्जा और वित्त जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, भारत कतर के साथ ऐतिहासिक और गहरे संबंधों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है। कतर के शीर्ष नेतृत्व के साथ व्यापक बातचीत की योजना है।

पीएम मोदी की कतर यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि कतर ने जासूसी के आरोप में करीब 18 महीने से जेल में बंद आठ पूर्व नौसेना अधिकारियों को हाल ही में रिहा किया है, जो भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत है। अगस्त 2022 मे कतर की खुफिया एजेंसी ने कथित जासूसी मामले में दोहा में आठ भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया था, जो एक निजी कंपनी के साथ काम करते थे। कतरी अधिकारियों ने उन पर पनडुब्बी पर जासूसी करने का आरोप लगाया और उन्हें जेल भेज दिया। इस मामले में उनको मौत की सजा सुनाई गई थी। नवंबर 2023 में भारत सरकार ने कतर की एक उच्च अदालत में मौत की सजा के खिलाफ अपील दायर की। वहीं कूटनीतिक तौर पर भी प्रयास किए। इसके बाद कतर की एक अदालत ने आठ नौसेना दिग्गजों की मौत की सजा को पलट दिया। अदालत ने मौत की सजा को घटाकर जेल की सजा में बदल दिया। इसके बाद इनकी भारत वापसी संभव हो सकी।

किसान मार्च का तीसरा दिनः मांगों पर अड़े अन्नदाता, सरकार के साथ आज फिर होगी वार्ता

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किसान संगठन विभिन्‍न मांगों को लेकर सड़क पर हैं। हजारों की संख्या में किसान अपनी मांगों को लेकर पंजाब से दिल्‍ली की तरफ कूच कर चुके हैं। फसलों के लिए एमएसपी और कर्ज माफी पर कानून सहित अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पंजाब और हरियाणा की शंभू और खनौरी सीमाओं पर दिल्ली की ओर मार्च करने के लिए रुके हुए हैं। किसानों के ‘दिल्‍ली चलो’ मार्च को देखते हुए देश की राजधानी में सुरक्षा के पुख्‍ता इंतजाम किए गए हैं। दिल्‍ली से लगती सीमाओं को सील कर दिया गया है, ताकि प्रदर्शनकारी किसान दिल्‍ली की सीमा के अंदर प्रवेश न कर सकें। दूसरी तरफ, सरकार किसान नेताओं से बातचीत कर मामला को कल करने की कोशिश में जुटी है। किसानों के साथ 8 और 12 फरवरी को दो बैठकें बेनतीजा रहने के बाद केंद्र ने किसान नेताओं को तीसरे दौर की बातचीत के लिए आज आमंत्रित किया है।

आज शाम तीसरे दौर की वार्ता

सरकार व किसानों में चंडीगढ़ में बृहस्पतिवार शाम पांच बजे तीसरे दौर की वार्ता होगी। किसानों ने बैठक तक दिल्ली मार्च रोक दिया है, लेकिन हरियाणा की सीमाओं पर 25 हजार से अधिक किसान जमे हुए हैं।पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बताया कि बृहस्पतिवार की बैठक के लिए उन्हें सरकार की तरफ से पत्र के जरिये न्योता मिला है। किसान सरकार से टकराव नहीं चाहते और वार्ता के लिए तैयार हैं। बैठक में किसानों की तरफ से ये दोनों नेता शामिल होंगे, जबकि केंद्र की तरफ से मंत्री पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय शामिल होंगे।

बेशक हमें मार दें, लेकिन हमारी मांगें मान लें- किसान नेता श्रवण सिंह पंधेर

पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के जनरल सेक्रेटरी श्रवण सिंह पंधेर ने कहा कि हमारे उपर गोली चलाई जा रही है। हम चाहेंगे आज जो माटिंग है उस पर कोई न कोई हल निकले। हमारे किसान नेता को गिरफ्तार किया जा रहा है, सरकार किसान आंदोलन को पैरो तले कुचलना चाहती है। आज हम पूरे पॉजिटिव मूड में मीटिंग में जाएंगे और हम चाहेंगे कोई न कोई हल निकले। उन्होंने कहा कि ये आंदोलन इंटरनेशनल आंदोलन बन गया है। भाजपा धर्म के नाम पर पूरे देश को बांटने का काम कर रही है। हम कहते हैं कि कांग्रेस भी उतनी ही दोषी है। हमारे लोग पीसफूल खड़े थे। लेकिन फिर भी हमारे उपर स्मोक फायर किया जा रहा था। अगर हमको मार के उनका उनका मकसद पूरा होता है तो ठीक है। हमें मार डालें। लेकिन हमारी मांगे मान लें। हम बस प्रधानमंत्री मोदी से यही अपील करते हैं उनके मंत्री महोदय बात करके किसानों की समाधान निकालें। 

आज ट्रेनें रोकेंगे, टोल नाका फ्री करेंगे

इधर, किसानों के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में भारतीय किसान यूनियन-एकता उगराहां ने बृहस्पतिवार को पंजाब में ट्रेनें रोकने की घोषणा की है। पंजाब भर में आज दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक रेलवे ट्रैक किए जाएंगे जाम। साथ ही, संयुक्त किसान मोर्चा की 34 जत्थेबंदियों ने 15 फरवरी को सुबह 11 बजे से 2 बजे तक टोल प्लाजा फ्री कराने का एलान किया है। 

किसान आंदोलन पर कोर्ट ने दिल्ली सरकार को पक्षकार बनाने का दिया आदेश

किसान आंदोलन पर कोर्ट ने दिल्ली सरकार को पक्षकार बनाने और पक्ष रखने का आदेश दिया है. इसके साथ ही प्रदर्शन के लिए जगह सुनिश्चित, सभी पक्षकार मिलकर आपस में बात करने का निर्देश भी दिया गया है

अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर की प्राण प्रतिष्‍ठा, पीएम नरेंद्र मोदी ने किया उद्घाटन

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राजस्थान के गुलाबी बलुआ पत्थरों से निर्मित अबूधाबी के पहले मंदिर का भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने अबू धाबी में श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) मंदिर का उद्घाटन किया और उसके बाद मंगलाचरण किया और पूजा-अर्चना की। इसके बाद पीएम मोदी ने आरती में हिस्सा लिया। फिर पीएम मोदी ने पुष्पांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री ने साल 2018 में मंदिर का शिलान्यास किया था। मंदिर की संरचना में गंगा, यमुना और सरस्वती की धारा को बहते हुए दिखाया गया है। इसमें पानी की बूंदे नीचे गिरने के साथ-साथ ऊपर भी जाती दिखती है। इस अवसर पर पीएम मोदी ने गंगा-यमुना की धारा में जलांजलि अर्पित की।

यह यह खाड़ी देश में पहला हिंदू मंदिर है। इसके पहले पीएम मोदी ने मंदिर का परिदर्शन किया और संतों ने पीएम मोदी का स्वागत किया।पीएम नरेंद्र मोदी ने वहां मौजूद पुरोहितों का आशीर्वाद लिया। पीएम ने इस दौरान परोहितों को माला भी पहनाई।

ईडी ने छठी बार केजरीवाल को भेजा समन, पहले ही पांच नोटिस को कर चुके नजर अंदाज

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को नया समन जारी किया है। ईडी ने उन्हें 19 फरवरी को पेश होने के लिए कहा है। इससे पहले भी ईडी पांच समन भेज चुकी है, जिसे केजरीवाल नजरअंदाज कर चुके हैं।

इससे पहले ईडी की ओर से 2 फरवरी को केजरीवाल को पांचवां समन जारी किया गया था, जिसमें 7 फरवरी सुनवाई की तारीख तय की गई थी। केजरीवाल ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे तो जांच एजेंसी ने कोर्ट में गुहार लगाई थी। इसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट की ओर से समन भेजकर 17 फरवरी को कोर्ट में पेश होने को कहा था।

ईडी की ओर से कथित शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को लगातार समन भेजे जा रहे हैं, इससे पहले पांचवां समन 2 फरवरी को भेजा गया था, उससे पहले चौथा समन 17 फरवरी को, तीसरा समन 3 जनवरी को, दूसरा समन 21 दिसंबर और पहला समन 2 नवंबर को तामील हुआ था। हालांकि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ईडी के दफ्तर नहीं गए। पांचवें समन के बाद तो आम आदमी पार्टी की ओर से ये दावा किया गया था कि ईडी अरविंद केजरीवाल को धोखे से बुलाकर गिरफ्तार करना चाहती है।

एलन मस्क का रूसी राष्ट्रपति पुतिन को लेकर बड़ा दावा, बोले-यूक्रेन के साथ युद्ध से पीछे हटे तो हो सकती है उनकी हत्या

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 टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने हैरान कर देने वाला दावा किया है।एलन मस्क ने कहा कि यदि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन यूक्रेन युद्ध से पीछे नहीं हट सकते, अगर वो ऐसा करते हैं तो उनकी हत्या हो सकती है।रूस-यूक्रेन युद्ध को 2 साल होने को हैं, लेकिन यह संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच एलन मस्क ने अमेरिकी सीनेटरों से चर्चा के दौरान ये बातें कहीं।मस्क ने ये भी कहा कि इसकी कोई संभावना ही नहीं है कि व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में युद्ध हार जाएं। 

एलन मस्क ने कहा कि, पुतिन पर लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने का दबाव है, अगर वह पीछे हटे तो उनकी हत्या कर दी जाएगी। इसके साथ ही एक्स के मालिक ने सीनेटरों को बताया कि उन पर पुतिन समर्थक होने का आरोप लगाया जाता है, लेकिन यह आरोप "बेतुका" है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनियों ने हमेशा रूस को ज्यादा से ज्यादा कमजोर करने की दिशा में ही काम किया है।एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' के स्पेसेज में ये दावा किया। इस दौरान उनके साथ इसमें कुछ सीनेटर्स भी शामिल थे, जो इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि अमेरिका और पश्चिमी देशों द्वारा रूस के खिलाफ यूक्रेन को जो आर्थिक मदद दी जा रही है, वो ठीक है या नहीं है।

जिन सांसदों ने इस चर्चा में हिस्सा लिया, उनमें विस्कॉन्सिन के रॉन जॉनसन, ओहायो के जेडी वान्स, यूटाह के माइक ली के अलावा विवेक रामास्वामी और क्राफ्ट वेंचर्स के सह-संस्थापक डेविड सैक्स शामिल रहे। इस चर्चा के दौरान ही रॉन जॉनसन ने कहा कि जो भी रूस के खिलाफ यूक्रेन की जीत की उम्मीद कर रहे हैं, वे असल में एक सपने की दुनिया में जी रहे हैं। 

इस पर मस्क ने सहमति जताते हुए कहा कि पुतिन यूक्रेन में हार ही नहीं सकते। उन्होंने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि अमेरिकी नागरिक यूक्रेन की मदद के लिए अमेरिकी संसद में लाए गए विधेयक को लेकर अपने प्रतिनिधियों से संपर्क करेंगे। इस खर्च से यूक्रेन को कोई मदद नही मिलेगी। युद्ध बढ़ाने से यूक्रेन का कोई भला नहीं होगा। मस्क ने कहा कि पुतिन पर पहले ही यूक्रेन में यु्द्ध को जारी रखने का भारी दबाव है। अगर वे पीछे हटते हैं तो उनकी हत्या भी हो सकती है।

किसान आंदोलनःबॉर्डर पर बवाल, प्रदर्शनकारी किसानों ने किया पथराव और बैरिकेड तोड़ने की कोशिश, आंसू गैस के गोलों से रोकने की कोशिश

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पंजाब और हरियाणा के किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच की कोशिश में लगे हुए हैं।किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च को पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर रोक लिया गया है। किसानों को रोकने और उन्हें तितर-बितर करने के लिए मंगलवार को पुलिस की ओर से आंसू गैस के दागे गए। सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। इन सीमाओं पर सीमेंट और लोहे की बैरिकेडिंग भी की गई है। इसके अलावा किसानों को रोकने के लिए कटीले तार और कंटेनर भी रखे गए हैं।

हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर हालात बिगड़े हुए हैं। एक ओर जवान तो दूसरी ओर किसान खड़े हुए हैं। सील किए गए पटियाला के शंभू और जींद के दातासिंह वाला बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों की बीच कई बार टकराव हुआ। पथराव कर रहे और बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे किसानों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन और रबड़ की गोलियां चलाईं।जींद में लाठियां बरसाई गईं। दोनों बॉर्डर पर हुए टकराव में लगभग 100 किसान व अंबाला के नारायणगढ़ के डीएसपी आदर्शदीप समेत पुलिस व अर्धसैनिक बलों के 27 जवान घायल हुए हैं।

किसानों के पथराव करने पर चलाए आंसू गैस के गोले- हरियाणा पुलिस

हरियाणा पुलिस की प्रवक्ता व एआईजी मनीषा चौधरी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया गया। भारी पथराव किया, जिसके जवाब में हरियाणा पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। प्रदर्शन की आड़ में किसी को भी उपद्रव फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसे लोगों पर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

अनिल विज ने उठाए सवाल

किसानों के आंदोलन पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, एमएसपी पर रिपोर्ट 2004 में आई थी, जब कांग्रेस सत्ता में थी। उन्होंने 10 साल में कुछ क्यों नहीं किया? किसान दिल्ली जाकर सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत करना चाहते हैं लेकिन जब वे चंडीगढ़ आए तो किसान नेताओं ने उनसे बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे हैरानी है कि पंजाब सरकार ने एक नोटिस जारी कर हमसे कहा है कि हम अपनी सीमा पर ड्रोन न भेजें। जब किसान अमृतसर से आगे बढ़ने लगे, तो उन्होंने उन्हें रोकने की कोशिश भी नहीं की। इसका मतलब साफ है कि वे चाहते हैं कि किसान दिल्ली में आतंक फैलाएं।

कल ही ली सदस्यता, आज मिल गया राज्यसभा का टिकट, बीजेपी का अशोक चौहान को तोहफा

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भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा के लिए उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की है। राज्यसभा के लिए जारी तीसरी सूची में गुजरात से भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और महाराष्ट्र से अशोक चव्हाण को उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि अशोक चव्हान ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कल यानी मंगलवार को ही बीजेपी ज्वान क्या था। 24 घंटे के अंदर ही बीजेपी ने अशोक चव्हान को पार्टी बदलने का इनाम दे दिया है।

भारतीय जनता पार्टी ने जगत प्रकाश नड्डा के अलावा गोविंदभाई ढोलकिया, मयंकभाई नायक और जशवंतसिंह सलामसिंह परमार को राज्यसभा का टिकट दिया है। वहीं पार्टी ने महाराष्ट्र से अशोक चव्हाण के अलावा मेधा कुलकर्णी और अजीत गोपघड़े को उम्मीदवार बनाया है।

इससे पहले सोमवार सुबह को राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से दूसरी लिस्ट जारी की गई है।इस लिस्ट में बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपने पांच उम्मीदवारों का ऐलान किया है।जिसमें रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का भी नाम शामिल है। भाजपा ने बुधवार को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और एल मुरुगन को क्रमशः ओडिशा और मध्य प्रदेश से राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है।केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन के अलावा, भाजपा ने मध्य प्रदेश से राज्यसभा चुनाव के लिए तीन और नामों का ऐलान किया है। 

राज्यसभा चुनाव के लिए इससे पहले रविवार (11 फरवरी) को बीजेपी ने पहली लिस्ट जारी की थी। इस लिस्ट में बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया। उत्तर प्रदेश से सुधांशु त्रिवेदी और आरपीएन सिंह को टिकट दिया गया। पूर्व बीजेपी हरियाणा अध्यक्ष सुभाष बराला को हरियाणा से उम्मीदवार बनाया गया। इस लिस्ट में 14 उम्मीदवारों के नाम शामिल थे।

क्या महाराष्ट्र में होने वाला है बड़ा “खेला”? एनसीपी शरद गुट का कांग्रेस में विलय की अटकलें

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महाराष्ट्र की सियासत एक बार फिर करवट लेती नजर आ रही है।लोकसभा चुनाव से पहले शरद पवार की एनसीपी की कांग्रेस में विलय को लेकर अटकलें लगाई जा रही है। इसको लेकर महाराष्ट्र राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।हालांकि इन चर्चाओं के बीच शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि यह गलत खबर है।

महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में शरद पवार गुट की एनसीपी के कांग्रेस में विलय की चर्चा जोरों पर है। सूत्रों के अनुसार, दावा किया जा रहा है कि शरद पवार ने अपने विधायकों और सांसदों की पुणे में तत्काल बैठक बुलाई है। इस बैठक में बड़ा निर्णय लेने की संभावना बताई जा रही है। हालांकि, अभी तक कांग्रेस या शरद पवार के गुट की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

बैठक में शामिल सांसद अमोल कोल्हे ने कहा कि एनसीपी शरद पवार समूह के कांग्रेस पार्टी में विलय को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। एनसीपी नेता प्रशांत जगताप और अनिल देशमुख ने भी इस बैठक के बाद कहा की एनसीपी विलय की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है। हम अलग चुनाव चिन्ह के साथ लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, हम महाविकास अघाड़ी से एनसीपी के तौर पर लड़ेंगे। एनसीपी शरद गुट ने कहा है कि हमारा चुनाव चिन्ह अभी तय नहीं हुआ है लेकिन हमारा कांग्रेस के साथ कोई विलय नहीं होने जा रहा है।

सूत्रों के हवाले से ये जानकारी आई है कि एनसीपी शरद गुट का विलय राज्यसभा चुनाव के बाद होगा। दरअसल, अजित पवार ने एनसीपी में बगावत करने के बाद पूरी पार्टी पर ही कब्जा कर लिया है। यहां तक कि चुनाव चिन्ह भी उन्हें ही मिल गया है। ऐसे में शरद पवार एक तरह से खाली हाथ रह गए हैं। जिसके बाद से कांग्रेस में शरद गुट के विलय को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।

अगर शरद पवार गुट का विलय कांग्रेस में होता है तो लोकसभा चुनाव से पहले यह कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी राहत की बात होगी, क्योंकि हाल के समय में पार्टी को तीन बड़े झटके लग चुके हैं। हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, पूर्व मंत्री बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा कांग्रेस का साथ छोड़ चुके हैं। अशोक चव्हाण बीजेपी में शामिल हुए हैं, जबकि बाबा सिद्दीकी ने एनसीपी (अजीप पवार गुट) और मिलिंद देवड़ा ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का दामन थाम लिया है।

बता दें कि शरद पवार ने कांग्रेस से निष्कासन के बाद 1999 में पूर्व लोकसभा स्पीकर दिवंगत पी. संगमा और तारिक अनवर के साथ एनसीपी का गठन किया था।

बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित, पढ़िए, इस दिन खुलेंगे कपाट

बदरीनाथ धाम के कपाट 12 मई को ब्रह्ममुहुर्त में सुबह 6 बजे खुलेंगे। आज बसंत पंचमी के अवसर पर नरेंद्रनगर (टिहरी) स्थित राजदरबार में कपाट खुलने की तिथि घोषित की गई।

बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय करने की प्रक्रिया के लिए गाडूघड़ा (तेल-कलश) श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर डिम्मर से मंगलवार शाम श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के चंद्रभागा स्थित विश्राम गृह पहुंच गया था। जहां श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति सहित श्रद्धालुओं ने तेल-कलश का स्वागत किया।

बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत की ओर से गाडूघड़ा राजमहल को सौंपा गया। इसके बाद राजमहल से गाडूघड़ा में तिल का तेल पिरोया गया।

श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने से पूर्व तिल का तेल पिरोने के बाद गाडूघड़ा नरेंद्रनगर राजदरबार से डिम्मर होते हुए श्री नृसिंह मंदिर, योग बदरी पांडुकेश्वर से श्री बदरीनाथ धाम पहुंचाया जाएगा। कपाट खुलने के बाद यह तेल-कलश भगवान बदरी विशाल के नित्य अभिषेक के लिए प्रयोग में लाया जाएगा।

एमपी विधानसभा का घेराव करने जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने दागी वाटर कैनन, जीतू पटवारी ने सरकार पर बोला हमला

बेरोजगारी के मुद्दे को उजागर करने के लिए राज्य विधानसभा की ओर मार्च करने का प्रयास कर रहे युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने मंगलवार को आंसू गैस और पानी की बौछारों का सहारा लिया। राज्य विधानसभा का 'घेराव' करने के इरादे से युवा कांग्रेस का प्रदर्शन मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) कार्यालय से शुरू हुआ। हालांकि, पुलिस ने शिवाजी नगर में रेड क्रॉस अस्पताल के पास हस्तक्षेप किया और भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारें छोड़ीं।

भाग लेने वालों में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और झाबुआ विधायक विक्रांत भूरिया, पीसीसी प्रमुख जीतू पटवारी, विपक्ष के नेता उमंत सिंघार और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे। मीडिया को संबोधित करते हुए, पीसीसी प्रमुख पटवारी ने पहले वर्ष में दो लाख नौकरियां पैदा करने और हर परिवार के लिए रोजगार सुनिश्चित करने के अपने वादे को पूरा करने में सरकार की विफलता की आलोचना की। उन्होंने ऑनलाइन जुए को वैध बनाने की निंदा की और कहा कि मध्य प्रदेश के लोगों ने जुए की अनुमति देने के लिए नहीं बल्कि नौकरी के अवसरों के लिए भाजपा को वोट दिया है।

युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास ने राज्य की भाजपा सरकार पर जुए को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और इसे "जुआ सरकार" कहा। उन्होंने मोहन यादव के नेतृत्व में सरकार को दिल्ली से रिमोट से नियंत्रित होने की आलोचना की। श्रीनिवास ने सरकार के कार्यों के विरोध में राज्य विधानसभा का 'घेराव' करने का इरादा दोहराया।