बिहार में अभी और पड़ेगी कड़ाके की ठंड, यहां देखें सर्दियों में किसान भाइयों के लिए खेती के नुस्खे
पटना: बिहार के लिए मौसम विभाग ने एकबार फिर अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग ने बिहार में शीतलहर को लेकर चेतावनी जारी की है और लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।
राज्य के अधिकांश भागों में 12 जनवरी 2024 से ही शीत दिवस/अति शीत दिवस की स्थिति बनी हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के मौसम विज्ञान केंद्र, पटना से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के अधिकांश भागों में अगले 5 दिन (25 जनवरी से 29 जनवरी, 2024) शीत दिवस/ अति शीत दिवस जैसी स्थिति के बने रहे की संभावन है, और साथ ही कुछ स्थानों पर घने कोहरे का भी पूर्वानुमान है।
इस स्थिति में किसान बंधु क्या करें
. ठंड से होने वाली क्षति से बचाव के लिए सभी फसलों में हल्की सिंचाई फायदेमंद होगी।
• गेहूँ की फसल में एक हल्की सिंचाई के बाद बची हुई यूरिया का छिड़काव करें।
.वानिकी एवं फल वर्गीय छोटे पौधों को झाड़ियों, प्लास्टिक या बिना बुनी हुई फाइबर सामग्री से ढक दें।
. यदि खेत में पर्याप्त नमी हो तो 2% यूरिया का छिड़काव करें।
. यदि दलहनी फसलों में कीट अधिक संख्या में दिखाई पड़ें तो कीटनाशक दवा जैसे इंडोक्साकार्ब/स्पिनोसैड/ इमिडाक्लोप्रिड का छिड़काव करें।
. आलू और टमाटर जैसी फसलों में झुलसा रोग को नियंत्रित करने के लिए रिडोमिल गोल्ड (मेटालैक्सिल 4% + मैन्कोनजेब 64%) का छिड़वाव करें।
. पत्तागोभी, फूलगोभी और अन्य खड़ी फसलों में सरसों की खली का छिड़काव कर सकते है।
. मत्स्य पालन हेतु तालाब में जल स्तर छह फीट से ऊपर बनाए रखना चाहिए, गोबर जैसे उर्वरक का प्रयोग न करें और मछलियों को केवल सीमित मात्रा में ही चारा दें।
यह कृषि मौसम परामर्श भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के वैज्ञानिकों द्वारा दिया गया है।
पटना से मनीष प्रसाद
Jan 25 2024, 09:26