*मंदिर वहीं बना, जहां संकल्प लिया गया था : सीएम योगी आदित्यनाथ*
शिशिर पटेल
अयोध्या/लखनऊ । अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सबसे पहले श्रीरामलला की जय बोले। इसके सभी अतिथियों का अभिवादन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मोहन भागवत का हृदय से स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। प्रभु रामलला के विराजने के बाद आप सभी को बहुत बहुत बधाई। पांच सौ वर्षो के बाद प्रभु के विराजने के बाद सभी भावुक व भाव विभोर हैं। आज के ऐतिहासिक अवसर पर भारत का हर ग्राम राम धाम है। हर जीवा राम राम जप रही है। पूरा राष्ट्र राम मय हो गया है। ऐसा लगा रहा है कि जैसे त्रेता युग आ गया है। भारत को इसी दिन की प्रतिक्षा थी। जिसके इंतजार में पांच शताब्दी बीत गया। श्रीराम जन्म भूमि समूचे देश में ऐसा अनूठा प्रकरण होगा जिसमें इतने वर्षो तक लड़ाई लड़ी हो। अत: यह शुभ अवसर आ गया। आज आत्मा प्रफुल्लति है। चूंकि मंदिर बनाने का जहां संकल्प लिया था वहीं पर बना है। इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार एवं अभिनंदन।
अयोध्या को सोलर सिटी बनाया जा रहा है : सीएम
हमारे प्रभु की अलौकिक छबि है। हमारे मन में बसे राम को मूर्ति रूप प्रदान करने वाले शिल्पी को बहुत-बहुत धन्यबाद है। पूरा विश्व अयोध्या के दिव्य व भव्य स्वरूप का साक्षात्कार कर रहा है। लोग सोचे नहीं होगा कि अयोध्या में एयरपोर्ट होगा, चार लेने की सड़के होगी। अयोध्या के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपये लग रहे है। नये अयोध्या में पुरातन संस्कृति का संरक्षण किया जा रहा है। इस मोक्ष दायनी नगरी को सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह लोग आस्था व जन विश्वास का विजय है। यह राष्ट्र की मंदिर है, प्रभु राम की कृपा से अब परिक्रमा में कोई बाधा नहीं बनेगा। यहां की गलियां गोलियाें की आवाज नहीं राम की धुन से गूंजेगी। भव्य दिव्य राम मंदिर का स्वरूप देने वालों को धन्यबाद।
पीएम मोदी ने तप किया, अब हमें करना होगा : मोहन भागवत
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संपूर्ण विश्व को त्रासदी से राहत देने वाला भारत बनेगा। राम लला के विराजने को लेकर सभी में बहुत ही उत्साह है। प्राण प्रतिष्ठा में प्रधारने से पहले सुना कि पीएम मोदी ने बहुत ही कठोर व्रत रखा। अयोध्या में राम लला आये इसके लिए कठोर तप किया। अयोध्या में कलह हुआ तब राम बाहर गये थे। आज राम लला पांच सौ वर्षो बाद वापस आये है। राम जी के त्याग को कोटि कोटि नमन है। प्रधानमंत्री जी के तप करने के बाद अब हमको भी तप करना होगा। तभी रामराज आएगा। हमको भी सारे कलह को विदाई करनी होगी। छोटे-छोटे विवाद को लेकर लड़ाई को छोड़नी होगी। प्रभु राम में तनिक भी अहंकार नहीं था। ठीक उसी प्रकार से हमे भी आचरण करना होगा। सरकार की कई योजनाएं गरीबों को राहत दे रही है लेकिन हमारा भी कर्तव्य है कि समाज की सेवा करें। नागरिक अनुशासन का पालन करना ही देश भक्ति है। हम मिलकर चलेंगे और इसे विश्व गुरु बनाएंगे। इसके लिए हमें समन्वय बनाकर चलना होगा। रामलला आये हैं हमारे मन को अहलादित करने के लिए।
Jan 23 2024, 10:03