*आज से आम श्रद्धालु राम लला के कर सकेंगे दर्शन, सुबह से उमड़ी भारी भीड़*

लखनऊ । अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद मंगलवार की पहली सुबह श्रीराम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ भोर से ही उमड़ पड़ी। चूंकि आज से आम श्रद्धालुओं के लिए नव्य व भव्य श्रीराम मंदिर को खोल दिया गया है।

अस्थायी मंदिर में विराजमान रामलला के दर्शन 20 जनवरी की सुबह से बंद कर दिए गए थे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों को फाइनल टच देने के उदेश्य से ट्रस्ट ने यह निर्णय किया था। इस बीच रविवार की रात विराजमान रामलला के विग्रह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नव्य मंदिर में स्थापित करने के लिए पुजारियों को सौंपा। नवीन विग्रह की स्थापना के बाद मंगलवार से राम मंदिर में दोनों विग्रहों के दर्शन सभी श्रद्धालुओं को सुलभ हो सकेंगे।

दर्शन की शुरुआत सुबह सात बजे से होगी। पहली पाली में पूर्वाह्न 11:30 बजे तक दर्शन हो सकेंगे। इसके बाद दूसरी पाली में दोपहर दो बजे से शाम 6:30 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। यदि भक्तों की भीड़ बढ़ी तो दर्शन की अवधि को बढ़ा दिया जाएगा। इस बीच सोमवार को भी आम श्रद्धालु रामलला के दर्शन नहीं कर सके। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद सिर्फ विशिष्ट अतिथियों को ही दर्शन कराया गया।

*मंदिर वहीं बना, जहां संकल्प लिया गया था : सीएम योगी आदित्यनाथ*

शिशिर पटेल

अयोध्या/लखनऊ । अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सबसे पहले श्रीरामलला की जय बोले। इसके सभी अतिथियों का अभिवादन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मोहन भागवत का हृदय से स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। प्रभु रामलला के विराजने के बाद आप सभी को बहुत बहुत बधाई। पांच सौ वर्षो के बाद प्रभु के विराजने के बाद सभी भावुक व भाव विभोर हैं। आज के ऐतिहासिक अवसर पर भारत का हर ग्राम राम धाम है। हर जीवा राम राम जप रही है। पूरा राष्ट्र राम मय हो गया है। ऐसा लगा रहा है कि जैसे त्रेता युग आ गया है। भारत को इसी दिन की प्रतिक्षा थी। जिसके इंतजार में पांच शताब्दी बीत गया। श्रीराम जन्म भूमि समूचे देश में ऐसा अनूठा प्रकरण होगा जिसमें इतने वर्षो तक लड़ाई लड़ी हो। अत: यह शुभ अवसर आ गया। आज आत्मा प्रफुल्लति है। चूंकि मंदिर बनाने का जहां संकल्प लिया था वहीं पर बना है। इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार एवं अभिनंदन।

अयोध्या को सोलर सिटी बनाया जा रहा है : सीएम

हमारे प्रभु की अलौकिक छबि है। हमारे मन में बसे राम को मूर्ति रूप प्रदान करने वाले शिल्पी को बहुत-बहुत धन्यबाद है। पूरा विश्व अयोध्या के दिव्य व भव्य स्वरूप का साक्षात्कार कर रहा है। लोग सोचे नहीं होगा कि अयोध्या में एयरपोर्ट होगा, चार लेने की सड़के होगी। अयोध्या के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपये लग रहे है। नये अयोध्या में पुरातन संस्कृति का संरक्षण किया जा रहा है। इस मोक्ष दायनी नगरी को सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह लोग आस्था व जन विश्वास का विजय है। यह राष्ट्र की मंदिर है, प्रभु राम की कृपा से अब परिक्रमा में कोई बाधा नहीं बनेगा। यहां की गलियां गोलियाें की आवाज नहीं राम की धुन से गूंजेगी। भव्य दिव्य राम मंदिर का स्वरूप देने वालों को धन्यबाद।

पीएम मोदी ने तप किया, अब हमें करना होगा : मोहन भागवत

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संपूर्ण विश्व को त्रासदी से राहत देने वाला भारत बनेगा। राम लला के विराजने को लेकर सभी में बहुत ही उत्साह है। प्राण प्रतिष्ठा में प्रधारने से पहले सुना कि पीएम मोदी ने बहुत ही कठोर व्रत रखा। अयोध्या में राम लला आये इसके लिए कठोर तप किया। अयोध्या में कलह हुआ तब राम बाहर गये थे। आज राम लला पांच सौ वर्षो बाद वापस आये है। राम जी के त्याग को कोटि कोटि नमन है। प्रधानमंत्री जी के तप करने के बाद अब हमको भी तप करना होगा। तभी रामराज आएगा। हमको भी सारे कलह को विदाई करनी होगी। छोटे-छोटे विवाद को लेकर लड़ाई को छोड़नी होगी। प्रभु राम में तनिक भी अहंकार नहीं था। ठीक उसी प्रकार से हमे भी आचरण करना होगा। सरकार की कई योजनाएं गरीबों को राहत दे रही है लेकिन हमारा भी कर्तव्य है कि समाज की सेवा करें। नागरिक अनुशासन का पालन करना ही देश भक्ति है। हम मिलकर चलेंगे और इसे विश्व गुरु बनाएंगे। इसके लिए हमें समन्वय बनाकर चलना होगा। रामलला आये हैं हमारे मन को अहलादित करने के लिए।

*राम विवाद नहीं, राम समाधान हैं : पीएम मोदी*

शिशिर पटेल

अयोध्या/ लखनऊ । अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी संतों को प्रणाम व रामभक्तों को राम राम कहा। बोले- सदियों की प्रतिक्षा और त्याग के बाद हमारे राम आ गये है। इस शुभ घड़ी की समस्त देश वासियों को बहुत-बहुत बधाई हो। कितना कुछ कहने है लेकिन कंठ अवरूध है। मेरा चित अभी भी उस पल में लीन है। हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे। अब राम लला दिव्य मंदिर में रहेंगे। मेरा पक्का विश्वास व श्रद्धा है कि यह जो काम हुआ है । इसको लेकर पूरा देश उत्साहित है। 22 जनवरी 2024 का यह सूरज एक अद्भुत सूरज एक आभा लेकर आया है। कैलेंडर पर लिखी यह तारीख नहीं बल्कि नये काल का उद्गम है। मंदिर का निर्मणा कार्य देखकर देश वासियों में एक नय उत्साह पैदा हो रहा था। यही वजह है कि आज हमे श्रीराम का मंदिर मिला है। आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख और इस दिन की चर्चा करेंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि आज दिन दिशाये सब दिव्यता से परिपूर्ण है। यह समय समान्य समय नहीं है। साथियों में हम सब जानते है जहां राम का काम होता है । वहां पवन पुत्र हनुमान जरूरत विराजमान होतो है। इसलिए हनुमानगढ़ी और हनुमान को प्रणाम करता है। दिव्य चेतनाओं को कृतज्ञता पूर्वक नमन करता हूं। मै आज प्रभु श्रीराम से क्षमा याजना भी करता हूं। चूंकि हमारे पुरषार्थ में कुछ कमी रह गई होगी जो इतनी सदियों तक यह काम कर नहीं पाये। आज वह कमी पूरी हो गई है। मुझे विश्वास है कि प्रभु राम आज हमे अवश्वय क्षमा करेंगे। मेरे प्यारे देश वासियों त्रेता में राम के आगमन पर सब अध्योध्या व समस्त देश वासी हर्ष से भर गऐ। उनके ऊपर जो आपत्ति आयी थी सभी का अंत हाे गया।

न्यायपालिका ने न्याय की लाज रख ली : पीएम

इस युग अयोध्या व देश वासियों ने सैकड़ों वर्षो का वियोग सहा है। भारत के संविधान के पहले प्रति में भगवान श्रीराम विराजमान हूँ। मैं अभार व्यक्त करुंगा भारत की न्याय पालिका की। जिसने न्याय की लाज रख ली। आज गांव गांव में एक साथ किर्तन हो रहे है। मंदिरों में उत्सव हो रहे है। पूरा देश आज दीपावली मना रहा है। आज शाम को हर घर-घर राम ज्योति की तैयारी चल रही है। अपने ग्यारह दिन के व्रत अनुष्ठान के दौरान उन स्थानों पर गये जहां प्रभु श्रीराम के चरण पड़े। बड़ा सौभाग्य है कि मुझे सागर से सरयू तक जाने का अवसर मिला। प्रभु राम तो भारत के आत्मा के कण -कण तक जुड़े है। राम सर्वत्र समाये हुए है। प्राचीन काल से भारत के हर कोने के लोग राम रस का आचमन करते रहे है। राम के आर्दश व मूल, शिक्षाएं सभी एक समान है। राम के इस काम में कितने लोगों ने त्याग की पराकाष्ठा करके दिखाई है। एेसे लोगों के हम सभी ऋणी है। यह क्षण भारतीय समाज के परिपक्का का है। हमारा भविष्य हमारे अतीत से बहुत सुदर होने जा रहा है। पहले लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी। वह लोग आपसी सदभाव को नहीं समझ पाये। राम मंदिर समाज के हर वर्ग को आगे बढ़ने की प्रेरणा को लेकर आया है। राम आग नहीं राम ऊर्जा है, राम विवाद नहीं राम समाधान है।

प्रधानमंत्री मोदी बोले- अब काल चक्र फिर बदलेगा

राम हमारे नहीं राम सबके है। राम वर्तमान ही नहीं राम अनंतकाल है। आज राम के इस कार्यक्रम से पूरा विश्व जुड़ा है। यह प्राण प्रतिष्ठा सर्वोच्च आर्दशों की प्राण प्रतिष्ठा है। यह मंदिर मात्र देव मंदिर नहीं भारत के दिग्दर्शन का मंदिर है। राम भारत की आस्था है राम भारत का आधार है। राम भारत की प्रतिष्ठा है राम प्रभाव, राम नीति भी, राम निरतंत्र, राम विश्वआत्मा है। इसलिए राम की प्रतिष्ठा होती है तो उसका प्रभाव हजारों वर्षो के लिए होता है। श्रीराम मंदिर तो बन गया और आगे क्या जो दैवीय आत्मा हमे देख रही है उन्हें कैसे विदा करेंगे। आज हम महसूस कर रहे है कि काल चक्र बदल रहा है। यही समय है सही समय है। हमे आज से इस पवित्र समय से अगले एक हजार साल की नींव रखनी है। सभी देश वासी समर्थ, समक्ष भारत निर्माण की सौंगध लेते है। राम के विचार मानस के साथ ही जनमानस में भी हो।

ये भव्य राम मंदिर विकसित भारत का साक्षी बनेगा: पीएम

हमे अंत: कलह की चेतना को विस्तार देना होगा। हनुमान जी की सेवा व समर्थन के भाव को सीखने की जरूरत है। मां सबरी कब से कहती थी कि राम आएंगे।प्रत्येक भारतीय में यह विश्वास भव्य भारत बनेगा। निषाद राज की मित्रता कितनी मौलिक है। आज देश में निराशा के लिए रत्ती भर का स्थान नहीं है। मैं बहुत छोटा हूं ऐसा सोचने वालों को गिलहरी को याद करना होगा। आईये हम संकल्प ले कि राष्ट्र निर्माण के लिए हम अपना पल पल लगा देंगे। प्रभु श्रीराम की पूजा विशेष होनी चाहिए। हमें नित्य पराक्रम का प्रसाद श्रीराम को चढ़ाना होगा। आज भारत युवा शक्ति की पूजी से भरा हुआ है। एेसी सकारात्मक परिस्थितयां न जाने कितने साल बाद बनेगी। आप भारत की उस पीढ़ी का प्रतिनित्व कर रहे जो चांद पर तिरंगा फहरा रही है। इसे देखकर आपको भारत का नया इतिहास लिखना होगा। आने वाला समय अब सफलता और सिद्धी का है। ये भव्य राम मंदिर विकसित भारत का साक्षी बनेगा। शताब्दियों की प्रतिक्षा के अब भारत आगे बढ़ेगा।

*अयोध्या : श्रीराममंदिर में विराजे रामलला, प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सम्पन्न, शंखनाथ और श्रीराम के गीतों व धुनों से गूंज उठी रामनगरी*

शिशिर पटेल

लखनऊ । काफी समय के लंबे इंतजार के बाद श्रीराम मंदिर में रामलला विराजमान हो गए। प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद पधारे श्रीराम दरबार सिंहासन हो गया तैयार, रघुपति राघो राजाराम जैसे धुन रामनगरी में गूंजने लगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगल ध्वनि के बीच राममंदिर पहुंचे। इसके बाद प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम शुरू हुआ।प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में पीएम मोदी, संघ प्रमुख भागवत और सीएम योगी यजमान बने। इस प्रकार से अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। 500 वर्षों से अधिक का इंतजार खत्म हो गया है। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं। इसके बाद देश वासियों व वहां पर मौजूद लोगों के सामने सबसे पहले रामलला नजर आये। अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला के पहली पूरी तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में राम का मनमोहक दृश्य सामने आया।

पहली बार लोगों के सामने आये रामलला, दर्शन कर हुए भाव विभोर

पीएम नरेंद्र मोदी राम मंदिर परिसर पहुंच गए हैं। पीएम मोदी मंदिर के उत्तरी गेट पर पहुंचे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी ने पीएम का स्वागत किया। उत्तरी गेट से पीएम मोदी ने मंदिर में प्रवेश किया। इसके बाद हाथ में पूजन सामग्री लेकर पीएम मोदी ने राम मंदिर में प्रवेश किया। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा शुरू हो गई है। सबसे पहले गणेश भगवान की मूर्ति की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। पीएम मोदी के साथ मोहन भागवत भी मौजूद रहे। पीएम मोदी राम मंदिर के गर्भगृह में पूजा शुरू किया तो इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रहे। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। जिसके बाद पहली बार रामलला देशवासियों के सामने आए हैं। राम मंदिर के गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की पूजा अर्चना की। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद अयोध्या ही नहीं पूरा देश राममय हो गया। हर तरफ शखनांद होने लगा और राम के गीत की धुन बजने लगी। मंदिरों में भगवान श्रीराम की आरती गाई जाने लगी।

राम धुन बजाकर पीएम का किया स्वागत

एयरपोर्ट से उतरने के बाद प्रधानमंत्री का काफिला सीधे राममंदिर की तरफ प्राण प्रतिष्ठा के लिए निकला। इस दौरान हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा भी की जा रही है। वहीं पीएसी के जवानों द्वारा रामधुन बजाकर पीएम मोदी का स्वागत किया जा रहा है। प्रधानमंत्री का काफिला सीधे राममंदिर पहुंच गए। इस दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किया गया है। अयोध्या में अंबानी का पूरा परिवार भी पहुंच चुका है। प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न होने के बाद श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर के ऊपर हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा की जा रही है।

*श्रीराम मंदिर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्राण प्रतिष्ठा शुरू*

लखनऊ । इंतजार की घड़िया खत्म हो गई। चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच गए हैं। महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी हेलीकाप्टर से ऊपर से पूरे अयोध्या और राममंदिर का वीडियो बनाकर जारी किया। वहीं श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में गायक सोनू निगम ने 'राम सिया राम' भजन की प्रस्तुति दी। अभिनेता अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के लिए अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर पहुंच गए। मंगल ध्वनि के बीच प्रधानमंत्री वहां पर पहुंचे। पूजा प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू हो गया है। सुनील शास्त्री जो प्राण प्रतिष्ठा का संकल्प कराने का काम शुरू कर दिया है।

पीएम नरेंद्र मोदी राम मंदिर परिसर पहुंच गए हैं। पीएम मोदी मंदिर के उत्तरी गेट पर पहुंचे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी ने पीएम का स्वागत किया। उत्तरी गेट से पीएम मोदी ने मंदिर में प्रवेश किया। इसके बाद हाथ में पूजन सामग्री लेकर पीएम मोदी ने राम मंदिर में प्रवेश किया। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा शुरू हो गई है। सबसे पहले गणेश भगवान की मूर्ति की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।

रामधुन बजाकर पीएम का किया स्वागत

एयरपोर्ट से उतरने के बाद प्रधानमंत्री का काफिला सीधे राममंदिर की तरफ प्राण प्रतिष्ठा के लिए निकला। इस दौरान हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा भी की जा रही है। वहीं पीएसी के जवानों द्वारा रामधुन बजाकर पीएम मोदी का स्वागत किया जा रहा है। प्रधानमंत्री का काफिला सीधे राममंदिर पहुंच गए। इस दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किया गया है। अयोध्या में अंबानी का पूरा परिवार भी पहुंच चुका है।

भगवान राम हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं: अनुप्रिया पटेल

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि "कोई भी देश अपनी संस्कृति और विरासत को सहेजे बिना समृद्ध नहीं हो सकता। पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार हमें अपनी संस्कृति को संरक्षित करने और अपनी विरासत पर गर्व करने के लिए लगातार प्रेरित कर रही है। भगवान राम हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं।राम लला की प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार योगीराज अरुण ने कहा ने कहा कि "मुझे लगता है कि मैं इस धरती पर सबसे भाग्यशाली व्यक्ति हूं। कभी-कभी मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं सपनों की दुनिया में हूं।

भगवान राम ने जिस राम राज्य की कल्पना की थी जिसमें गरीब दुखी ना रहे

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जो मूर्ति पत्थर की थी आज प्राण-प्रतिष्ठा के बाद वो भगवान का रूप ले लेगी, जो रास्ता भगवान राम ने दिखाया, उससे वे मर्यादा पुरूषोत्तम राम कहे गए, उम्मीद है कि भगवान राम ने जिस राम राज्य की कल्पना की थी जिसमें गरीब दुखी ना रहे... हम सब उस रास्ते पर चलेंगे।रिलायंस जीयो के अध्यक्ष आकाश अंबानी ने कहा कि "यह दिन इतिहास के पन्नों में लिखा जाएगा, हमें यहां आकर बहुत खुशी हो रही है।चिराग पासवान ने कहा कि दशकों से राम भक्तों ने जो सपना देखा था आज वो सपना पूरा होने जा रहा है। इस इच्छा शक्ति यानी हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ढेर सारी बधाई। इस कलयुग में एक नए त्रेतायुग की शुरूआत है।

*अयोध्या नगरी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जयश्रीराम के गूंजे नारे*

लखनऊ । इंतजार की घड़िया खत्म हो गई। चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच गए हैं। महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी पहुंच गए हैं। अब आज को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा की विधि दोपहर 12:20 बजे शुरू होगी। एक बजे कार्यक्रम पूरा होगा। प्रधानमंत्री मोदी हेलीकाप्टर से ऊपर से पूरे अयोध्या और राममंदिर का वीडियो बनाकर जारी किया।

*वर्ष 1947 में देश को राजनीतिक आजादी मिली थी, लेकिन अब श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही देश को सांस्कृतिक स्वतंत्रता मिलने जा रही है: योग

लखनऊ । प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने आए संतों ने रविवार को राम की पैड़ी पर प्रेस वार्ता की। इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि मंदिर आंदोलन से लेकर देश के साधु संतों के योगदान और राजनीति पर संतों ने बात की। योगगुरु रामदेव ने वार्ता की शुरुआत करते हुए कहा कि वर्ष 1947 में देश को राजनीतिक आजादी मिली थी, लेकिन अब श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही देश को सांस्कृतिक स्वतंत्रता मिलने जा रही है। इसका सभी देशवासी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा के मुहूर्त को लेकर कहा कि मंदिर निर्माण स्वयं प्रभु की इच्छा से हो रहा है और प्राण प्रतिष्ठा जब श्रीराम की हो तो सभी मुहूर्त दिव्य हो जाते हैं। इससे जुड़े सवाल करने वाले लोग अज्ञानी हैं। वहीं वार्ता में मौजूद साध्वी ऋतंभरा ने मंदिर आंदोलन के दिनों को याद करते हुए कहा कि प्राण प्रतिष्ठा हो रही है, लोग पूछते हैं कि इसका श्रेय किसे दिया जाए।

*अयोध्या पहुंची सीएम योगी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत से की मुलाकात*

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को ही रामनगरी पहुंच गए। यहां उन्होंने 22 जनवरी की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों का फाइनल निरीक्षण किया और अयोध्या की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला व हनुमानगढ़ी के दर्शन पूजन किये। मुख्यमंत्री ने संघ कार्यालय साकेत निलयम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की।

मुख्यमंत्री ने इसके बाद हनुमान गढ़ी में दर्शन पूजन किये, फिर श्रीराम मंदिर गए और यहां की तैयारियों को देखा। मुख्यमंत्री कारसेवकपुरम भी गए, यहां तीर्थ क्षेत्र की तरफ से बनाई गई टेंट सिटी का अवलोकन किया।

*सीएमएस स्कूल के संस्थापक जगदीश गांधी का निधन, काफी समय से चल रहे बीमार*

लखनऊ। राजधानी के सीएमएस स्कूल के संस्थापक जगदीश गांधी का रविवार की रात लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। गांधी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज शहर के मेंदाता अस्पताल में चल रहा था। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा। रविवार रात में एक बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वह 92 वर्ष के थे। गांधी एक प्रखर शिक्षाविद माने जाते हैं। 23 जनवरी को गोमती नगर एक्सटेंशन शाखा में उनका पार्थिव शरीर दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।

सम्मेलनों के साथ ही विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के संयोजक डॉ. जगदीश गांधी एक गरीब खेतिहर किसान परिवार में अलीगढ़ जनपद के ग्राम बरसौली में 10 नवम्बर 1936 को हुआ। उनकी माता स्व. श्रीमती बासमती देवी एक धर्म परायण महिला थीं। उनके पिता स्व0 श्री फूलचन्द्र अग्रवाल जी गाँव के लेखपाल थे।

*प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचने लगे देशभर के मेहमान, मुरारी बाबू, साइना नेहवाल भी पहुंची*

लखनऊ । अयोध्या के भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की शुभ घड़ी आ गई है। इस अविस्मरणीय पल का साक्षी बनने के लिए देश भर से मेहमान आ रहे हैं। इसके लिए राजनीति, खेल, विज्ञान और आध्यात्म सहित हर विधा से जुड़े लोगों को आमंत्रित किया गया है। जिनका आना रविवार से शुरू हो गया और आज तक जारी है।

रामकथा सुनाने वाले मुरारी बापू और ओलंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंच गए हैं। भाजपा के सहयोगी दल के नेता ओमप्रकाश राजभर भी आयोजन में शामिल होने के लिए पहुंच गए हैं।