*तनाव से उबरने को थामी पेंसिल और जिंदगी में भरा नया रंग,15 महीने से जिला जेल में बंद अनुराग के डिजाइन वाले वॉल हैंगिंग लगेंगे श्रीराम मंदिर में*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- अनुराग दुबे 15 महीनों से जिला कारागार में बंद है। वह विचाराधीन कैदी हैं। उन पर दहेज का मामला दर्ज है। सत्ताइस साल के इस बंदी ने जेल में तनाव से उबरने के लिए पेंसिल और रंगों ने नाता जोड़ा और अब वे कागज पर कलाकृतियां उकेरने लगे हैं। उन्होंने कला की शिक्षा कहीं से नहीं ली लेकिन उनकी बनाई डिजाइन पर ऐसी कालीन बनाई गई हैं जो राम मंदिर की शोभा बढ़ाएंगी।जिला प्रशासन ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर कालीन भेट की हैं। इस कालीन की डिजाइन अनुराग दुबे ने ही बनाई है।

चौरी के ममहर गांव निवासी अनुराग ने अयोध्या भेजी गई आठ वालहैगिंग में श्रीराम जानकी, हनुमान, राम मंदिर के चित्र उकेरे हैं। सभी कलाकृतियों को अनुराग ने कागज पर पेंसिल से बनाया है। उसके बाद उसे रंगा। बुनकरों ने उसके आधार पर वॉलहैगिंग की बुनाई की है।स्नातक तक पढ़ाई करने वाले अनुराग ने बताया कि दहेज के मामले में 15 महीने पहले वे गिरफ्तार होकर जेल आए तो अवसाद में चले गए। जेलर राजेश वर्मा ने उन्हें इससे बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया। अवसाद से मुक्त होने के लिए उन्होंने ड्राइंग करनी शुरू की। कुछ दिनों के अभ्यास के बाद वे कोई भी चित्र देखकर उसको हूबहू बनने का हुनर हासिल कर लिया। काम करते-करते रंगों की समझ भी विकसित हो गई।

उनका कहना है कि जेल ने उनके जीवन को एक नई दिशा दी है। अगर वे यहां नहीं आते तो शायद उन्हें अपने अंदर की इस प्रतिभा का पता नहीं चल पाता। जेल से छूटने के बाद उनकी डिजाइनिंग में ही कैरियर बनाने की इच्छा है।

*सीतामढ़ी में लवकुश ने बांधा अश्वमेघ का घोड़ा, भू-प्रवेश सीता मंदिर में बंधे हुए हैं हनुमान जी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी तेजी से चल रही है। प्रभु राम और माता सीता से जुडे़ स्थानों की चर्चा इस समय अधिक है। भदोही के सीतामढ़ी में भगवान श्रीराम आए थे। इसका जिक्र पद्मपुराण के पाताल खंड में है। वाल्मीकि आश्रम के महंत पं. हरि प्रसाद मिश्र शास्त्री ने बताया कि प्रभु राम ने जब माता सीता को वन में भेज दिया था तो वैदेही सीतामढ़ी स्थित महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में पहुंची थीं। महर्षि वाल्मीकि आश्रम में ही उन्होंने अपना द्वितीय वनवास व्यतीत किया। आश्रम में ही सीता माता ने गुप्त नवरात्र आषाढ़ शुक्ल पक्ष नवमी को लव और कुश कुमारों को जन्म दिया।

श्री राम ने अयोध्या का राज्य संभालने के पश्चात अश्वमेध यज्ञ का आयोजन किया। यज्ञ का घोड़ा छोड़ा गया। सीतामढ़ी में गुरु वाल्मीकि के सानिध्य में लव-कुश कुमारों की शिक्षा-दीक्षा चल रही थी। दोनों कुमार साथ-साथ खेलते और युद्ध अभ्यास करते थे। उन्होंने अश्वमेध के घोड़े को पकड़कर बांध दिया। घोड़े के साथ आए सैनिकों ने बालकों से घोड़े को छोड़ने के लिए कहा। कुमारों ने उनकी बात नहीं मानी और घोड़े को अपने साथ आश्रम में ले गए। सैनिकों ने इसकी जानकारी लक्ष्मण और हनुमान को दी।लवकुश और लक्ष्मण में युद्ध हुआ। लक्ष्मण मूर्छित हो गए। हनुमान को भी लवकुश ने बांध लिया और चतुरंगिनी सेना को पराजित कर दिया। इसके बाद भरत, शत्रुघ्न और पुत्रों को भी दोनों कुमारों ने परास्त कर दिया। इसके प्रभु श्री राम बालकों को देखने खुद यहां स्थान पहुंचे। श्री राम ने दोनों बालकों को समझाया और घोड़ा छोड़ने को कहा लेकिन कुमारों ने राम को युद्ध के लिए ललकारा। पिता-पुत्रों के बीच युद्ध की नौबत देखकर महर्षि वाल्मीकि माता सीता को लेकर पहुंचे और सारी बात बताई।

श्री सीता समाहित स्थल मंदिर के निचले तल में भू प्रवेश करती मां सीता की अद्भुत दिव्य मूर्ति स्थापित है। मूर्ति के पीछे त्रेतायुगीन गाथाओं की पृष्ठभूमि को उकेरा गया है। जिसमे लवकुश कुमारों ने हनुमान जी के दोनों हाथ बांध रखे हैं। जबकि श्री राम की चतुरंगिनी सेना मूर्छित हो कर जमीन पर पड़ी है। इसी तरह तमाम योद्धाओं की मूर्ति इस पृष्ठभूमि में देखी जा सकती है।

*96 केंद्रों की होगी त्रिस्तरीय निगरानी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।जिले में यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारी तेज हो गई है। माध्यमिक शिक्षा विभाग कंट्रोल रूम,सचल दस्तों के गठन की प्रक्रिया को पूर्ण करने में लगा है। नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए 96 केंद्रों की त्रिस्तरीय निगरानी की जाएगी। जिला क्षेत्रीय कार्यालय और राज्य स्तर पर बने कंट्रोल रूम से हर केंद्र जुड़ा रहेगा

। परीक्षा शुरू होने से पूर्व केंद्रों के सीसी कैमरे,वायस रिकार्डर एवं डीबीआर को परखा जाएगा। जिले में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा 22 फरवरी से शुरू होगी। पखवारे भर पूर्व 96 केंद्रों को फाइनल करने के बाद विभाग कक्ष निरीक्षक के चयन के लिए स्कूलों से शिक्षकों की सूची मांगी गई है।

2023 की तरह इस बार भी जनपद, क्षेत्रीय कार्यालय और राज्य स्तर पर बने कंट्रोल रूम से परीक्षा केंद्रों की निगरानी की जाएगी। परीक्षा से पहले सभी सीसीटीवी कैमरे को ट्राॅयल करके देखा जाएगा। जहां भी खमियां मिलेगी,उसे 31 जनवरी तक दुरुस्त कराया जाएगा। जिससे प्रायोगिक परीक्षा शुरू होने से पूर्व ही सभी सीसीटीवी कैमरे दुरस्त हो जाएं।

इस बार की परीक्षा में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में कुल 56 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक विकालय भारती ने बताया कि 96 केंद्रों को कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। परीक्षा केंद्र की एक-एक गतिविधियों पर कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष के अलावा राज्य एवं क्षेत्रीय कार्यालय से भी नजर रखा जा सकेगा।

*10 केंद्रों पर होगी नवोदय की प्रवेश परीक्षा*80 सीटों के लिए 3219 छात्र-छात्राओं के बीच होगा मुकाबला*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।जवाहर नवोदय विद्यालय ज्ञानपुर में कक्षा छह में प्रवेश के लिए 20 जनवरी को परीक्षा कराई जाएगी। इसके लिए छह ब्लॉकों में 10 केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें 3219 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। परीक्षा सुबह 11.30 से 1.30 बजे तक होगी।

जिलाधिकारी गौरांग राठी ने परीक्षा को पारदर्शी कराने के लिए 10 सेक्टर मजिस्ट्रेट और एडीएम कुंवर वीरेेंद्र मौर्य को नोडल अधिकारी बनाया है। प्रवेश पत्र नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।

परिषदीय एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों में पढ़ने वाले पांचवीं के छात्र-छात्राओं को नवोदय में छठवीं कक्षा में प्रवेश के लिए मौका दिया जाता है। उत्तीर्ण होने पर छठवीं से 12वीं तक उन्हें आवासीय शिक्षा की सुविधा दी जाती है। जवाहर नवोदय विद्यालय ज्ञानपुर में कक्षा छह में कुल 80 सीटें हैं।

इसके सापेक्ष मांगे गए आवेदन में कुल 3219 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। 20 जनवरी को होने वाली परीक्षा के लिए अभोली में डॉ. लोहिया इंटर कॉलेज सागरपुर बवई, इंटर कॉलेज दुर्गागंज, औराई में इंटरमीडिएट कॉलेज बाबूसराय, रामसजीवन इंटर कॉलेज खमरिया, भदोही में वुडवर्ड पब्लिक स्कूल भदोही, प्रेम बहादुर सिंह पब्लिक स्कूल, पंडित दीनदयाल उपाध्याय माध्यमिक इंटर कॉलेज सागरपुर, विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज ज्ञानपुर, जिला पंचायत बालिका इंअर कॉलेज ज्ञानपुर और सेवासदन इंटर कॉलेज मोढ़ को केंद्र बनाया गया है।

जिला विद्यालय निरीक्षक विकायल भारती ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी और बीडीओ को 10 केंद्रों का सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया गया है। डीएम ने परीक्षा पर नजर रखने के लिए एडीएम को नोडल अधिकारी बनाया है। उन्होंने बताया कि परीक्षा के दिन सभी केंद्रो पर सुरक्षा के लिए पुलिस के जवान भी तैनात रहेंगे।

*दो माह में शुरू हो जाएगा राजकीय पाॅली क्लीनिक*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिला पशु चिकित्सालय परिसर में बने मंडल स्तरीय राजकीय पाॅली क्लीनिक भवन बनकर तैयार हो गया है। न‌ए भवन में उपकरण आना शुरू हो गया है। विभाग के मुताबिक दो माह में नया मंडल स्तरीय पाॅली क्लीनिक शुरू हो जाएगा। विभागीय कर्मचारी - अधिकारी न‌‌ए भवन में काम लगे हैं। पाॅली क्लीनिक का पूरा बजट छह करोड़ 49 लाख रुपए है।

उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ राजेश उपाध्याय की मानें तो पाॅली क्लीनिक में मिर्जापुर, सोनभद्र व भदोही जिले के मवेशियों को बेहतर उपचार का लाभ मिलेगा। मंडल में पहला क्लीनिक बनकर तैयार हो गया है। अब उपकरण आने लगे हैं। इसमें तीन जिले के मवेशियों का उपचार कराया जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा मवेशियों के बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया कराया जाएगा। इस पाॅली क्लीनिक में गाइनोकॉलोजिस्ट जांच लैब, आपरेशन थिएटर,एक्स रे वे अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध होगी। कार्यदायी संस्था द्वारा निर्माण कराया जा रहा है।

*चार कस्तूरबा स्कूलों में शुरू होंगी इंटर तक की पढ़ाई*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के चार कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में आगामी यानि एक अप्रैल 2024 के शिक्षा सत्र से इंटर तक पढ़ाई शुरू हो जाएगी। छात्राओं के बैठने के लिए डेस्क, बेंच समेत अन्य उपकरण की खरीद विभाग ने शुरू कर दिया है। इन विद्यालयों को 12.50 करोड़ की लागत से उच्चीकृत किया गया है।

इनमें आठवीं से उत्तीर्ण विद्यालय की छात्राओं संग नए एडमिशन भी होंगे। इससे जरूरतमंद बेटियों को शिक्षा के साथ आवासीय सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।जिले के छह ब्लॉक में पांच कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में छठवीं से आठवीं तक ही छात्राओं को पढ़ाई के साथ आवासीय सुविधा दी जाती है। कुल 500 छात्राएं पढ़ती हैं।

आठवीं की पढ़ाई के बाद उन्हें नौवीं से इंटर के लिए अन्यत्र जाना पड़ता था। इसके चलते कई अभिभावक आगे की पढ़ाई रोक देते। इस पर सरकार ने सत्र 2020-21 में जिले के कस्तूरबा विद्यालयों को इंटर तक उच्चीकृत करने के लिए 12 करोड़ 50 लाख स्वीकृत किया। ज्ञानपुर, सुरियावां, डीघ और भदोही के कस्तूरबा विद्यालयों को समान रूप से तीन करोड़ 15 लाख रुपये दिए गए।

चयनित विद्यालयों में कक्षा भवन आदि बुनियादी ढांचा बनाने के लिए कार्यदायी संस्था को 2022 तक समय दिया गया था, लेकिन कार्यदायी संस्था की शिथिलता से कार्य पूरा होने में पांच महीना अधिक लग गया। जून 2023 में मुख्यमंत्री ने भवनों को लोकार्पित कर दिया। इस साल नौवीं कक्षा में करीब 100 से अधिक छात्राओं का एडमिशन भी लिया गया है। इससे वह 2024 में 10वीं की परीक्षा में शामिल होंगी।

अब अप्रैल से इंटर तक की पढ़ाई के लिए जरूरी उपकरण की खरीद जैम पोर्टल के माध्यम से विभाग कर रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि चयनित कस्तूरबा विद्यालयों में कक्षा व आवास बनकर तैयार है। अप्रैल 2024 तक नौवीं से बारहवीं तक की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि यहां फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी की लैब भी तैयार की गई है। साथ ही स्मार्ट क्लास रूम, बेहतर फर्नीचर की सुविधाओं के साथ तैयार किए गए हैं।

अभी निदेशालय से गाइडलाइन नहीं आई है, लेकिन विभाग व्यवस्थाएं पूर्ण कर रहा है।

*चोरी के मामले में 10 दिन बाद दर्ज हुआ मुकदमा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कोतवाली क्षेत्र के तिलंगा गांव में चोरी मामले में पुलिस ने 10 दिन बाद मुकदमा दर्ज किया है। दस दिन पहले आत्माराम मिश्रा के घर चोरी हुई थी। पुलिस ने शुरुआत में कोई कार्रवाई नहीं की। गांव निवासी विकास मिश्रा ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर मदद की गुहार लगाई थी।

बताया कि चोर आठ जनवरी की रात में घुसकर नकद सहित आभूषण उठा ले गए थे। जिसकी जानकारी सुबह दूसरे घर में सो रहे माता पिता को हुई। बताया कि घर में अकेले माता पिता ही रहते हैं। कोतवाली में क‌‌ई बार रिपोर्ट लिखाने गया लेकिन रिपोर्ट नहीं लिखी गई। पुलिस जांच पड़ताल के नाम पर दौड़ाती रही।

*कोहरा से आलू फसल में बढ़ा झुलसा का खतरा,रोग से बचाव को बरतें सावधानी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से मौसम पूरी तरह सर्द हो गया है। ठंड में इजाफा होते ही आलू फसल में झूलसा रोग का खतरा बढ़ गया है। मेघ की दस्तक व कोहरा से गलन बढ़ गई है। कृषक फसल को झूलसा रोग से बचाव का उचित इंतजाम जरुर करें। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के वैज्ञानिक डॉ आरपी चौधरी की मानें तो इन दिनों किसान विशेष रूप नहीं बरतते है तो उन्हें गहरा नुकसान झेलना पड़ेगा।

आलू की फसल में इस बीमारी से बचाव के लिए किसान डायथेन 45 ( मैंकोजेबे) तीन ग्राम प्रतिलीटर पानी में घोलकर या करजेट (साइमोक्सीनील मैंकोजेबे) दो ग्राम प्रतिलीटर पानी में घोल तैयार कर दस दिन के अंतराल में छिड़काव करें। पिछेती झुलसा बीमारी फाइटोफ्थोरा इंफस्टान्स नामक फफूंदी के प्रकोप के कारण आलू में लगता है। बोआई के लिए प्रयुक्त बीज से प्राथमिक रुप से फैलती है।

*एक लाख बच्चों को दी गई विटामिन ए की दवा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत विटामिन ए की खुराक देने का विशेष अभियान जिले में 27 दिसंबर से चल रहा है। अब तक करीब एक लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जा चुकी है। यह विशेष अभियान जिले में 27 जनवरी तक चलेगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जा रही। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि अभियान में दो लाख बच्चों को विटामिन ए खुराक देने का लक्ष्य मिला है।

इसमें कुछ 14 सौ आशाओं व 422 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां लगाया गया है। यह अभियान स्वास्थ्य विभाग एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार के सहयोग से चल रहा है। छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं 16 प्राथमिक केंद्रों में भी विटामिन ए की खुराक दी जा रही है।

*बंद कमरे में हीटर ब्लोअर न जलाएं,सोख लेगा आक्सीजन*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।ठंड से बचने के लिए हीटर और ब्लोअर का प्रयोग सेहत के लिए नुकसानदेह है। बंद कमरे में हीटर, ब्लोअर, आक्सीजन सोख लेता है। इससे सेहत को खतरा है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए से यह बेहद खतरनाक हो सकता है। ठंड में लोग में घरों हीटर और ब्लोअर का खूब प्रयोग कर रहे हैं।

इनकी इस कदर मांग है कि बाजार में हीटर और ब्लोअर की कमी हो गई है। महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राजेश रावत ने बताया कि दमा के मरीज भूलकर भी हीटर व ब्लोअर न चलाएं क्योंकि इससे कमरे में आक्सीजन की कमी हो जाती हैं। इससे निकलने वाली गैस भी नुकसानदेह होती है।