*1.86 लाख को मिलता फायदा, 36 हजार ने लिया लाभ*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) को लेकर बिजली विभाग के उपभोक्ताओं में दिलचस्पी नहीं दिखी। अफसरों के गांव-गांव कैंप लगाने का भी कोई फायदा नहीं दिखा। मंगलवार को अभियान के चौथे चरण का भी समापन हो गया। एक लाख 86 हजार उपभोक्ताओं में मात्र 36 हजार ने पंजीकरण कराया।
स्थिति यह रही कि चौथे चरण में महज तीन हजार उपभोक्ताओं ने बकाया जमा करने के लिए पंजीकरण कराया।जिले में भदोही और ज्ञानपुर डिविजन हैं। जिनमें दो लाख 26 हजार उपभोक्ता जुड़े हैं। कुल 1.86 लाख उपभोक्ता हैं, जो ओटीएस के लाभ की परिधि में हैं। एकमुश्त समाधान योजना की शुरुआत आठ नवंबर को हुई थी।
30 नवंबर तक चले पहले चरण में महज छह प्रतिशत उपभोक्ताओं ने योजना का लाभ उठाया था। वहीं एक दिसंबर से 15 दिसंबर तक संचालित दूसरे चरण में करीब 10 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया। तीसरे चरण में महज 16 प्रतिशत उपभोक्ता ही लाभान्वित हुए।
उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करते हुए पावर कारपोरेशन ने चौथे चरण को भी 16 जनवरी तक बढ़ाया, लेकिन लोगो पर कोई प्रभाव नहीं दिखा। करीब 16 दिनों तक चले अभियान में मात्र तीन हजार उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया। चार चरणों में 36 हजार ने पंजीकरण कराकर करीब 25 करोड़ बकाया जमा किया।
अधीक्षण अभियंता विद्युत अशोक कुमार ने बताया कि 31 दिसंबर तक 33 हजार 651 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया था, जबकि 16 जनवरी तक यह संख्या 36 हजार पहुंच सकी। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
1.86 उपभोक्ताओं पर 455 करोड़ बकाया
ज्ञानपुर। जिले के भदोही और ज्ञानपुर डिविजन से जुड़े करीब एक लाख 86 हजार उपभोक्ताओं पर बिजली विभाग का 455 करोड़ रूपये बकाया है। जिसकी वसूली के लिए विभाग समय-समय पर अभियान चलाने के साथ ही छूट भी देता है, लेकिन बकाया जमा करने में उपभोक्ताओं में दिलचस्पी नहीं दिखती। जिससे साल दर साल यह बकाया बढ़ता जा रहा है।
Jan 19 2024, 12:06