*धर्माचरण से होता है सबका कल्याण*
नवाबगंज (गोंडा) ।भगवान कपिल आश्रम महंगूपुर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के सप्तम दिवस पर कथा व्यास ने कृष्ण सुदामा की मित्रता की कथा सुनाई।
परीक्षित उद्धार के साथ कथा का समापन हुआ।
भगवान विष्णु के पंचम अवतार भगवान कपिल के जन्मोत्सव पर आयोजित आठ दिवसीय महोत्सव में रविवार को कथा व्यास आचार्य अतुल महराज द्वारा कथा का रसपान कराया गया। कथा व्यास ने कृष्ण व सुदामा की मित्रता को संसार में अनुकरणीय बताया। उन्होने कहा कि ऐसी मित्रता का लोप हो चुका है। लोभ स्वार्थ के वसीभूत मित्रता का बोलबाला है।
इससे सभी को बचना चाहिए। उन्होंने राजा परीक्षित के भागवत कथा श्रवण के संबंध में कहा कि जब परीक्षित को ज्ञात हुआ कि उनके पास मात्र जीवन के सात दिन शेष हैं। तो उन्होंने भागवत कथा का ज्ञानामृत पिया। और अंत समय मोक्ष को प्राप्त किया। आज कलियुग में लोग अंतिम समय निकट जानने के बाद भी गलत कृत्यो से अलग नहीं हो रहे। जीव हिंसा, मदिरा पान, मांस भक्षण, व्यभिचार में लिप्त मानव स्वयं के साथ साथ कई पीढ़ियों को नर्क में डाल रहा है।
इन सबसे बचने के लिए धर्म की शरणागत होना चाहिए। धर्माचरण से मनुष्य सबका कल्याण करता है। फिर चाहे वह भू लोक हो या परलोक। आरती के साथ कथाका समापन हुआ। कथा में शरद पांडेय, नवनीत पांडेय, अजीत पांडेय, बृजेन्द्र मिश्र, मनमोहन, क्षितिज मिश्र, जगजीवन, राजकुमार पांडेय, विनोद पांडेय, सर्वोदय कृष्ण, हेमंत, बसंत आदि लोग रहे।
Jan 14 2024, 18:02