*लखनऊ : अफवाहों और आशंका के बीच पेट्रोल को लेकर मारामारी, दिखी लंबी कतार*

लखनऊ । केंद्र सरकार ने हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में चल रहे हड़ताल का असर अब लखनऊ में दिखना शुरू हो गया है। चालकों की हड़ताल के चलते जहां लोगों को सरकारी व प्राइवेट बस नहीं मिल पा रही है। अब इसका असर पेट्रोल पंपों और सब्जी मंडियों में देखने को मिल रहा है। ताजी सब्जियां जहां बाजार से गायब हो गई है वहीं पेट्रोल भरवाने के लिए लोगों को लंबी-लंबी कतारे लग रहे है। जिसकी वजह से यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। पेट्रोल पंपों पर भारी भीड़ को देखते हुए लखनऊ पुलिस भी अलर्ट हो गई है। चूंकि पेट्रोल व डीजल के टैंकर न आने से समस्या गहरा गई है। कई स्थानों पर पुलिस को दखल देना पड़ा। शहर के 139 पेट्रोल पंपों में से 25 पर स्टॉक शाम तक खत्म हो गया।

चालकों की लगातार दूसरे दिन हड़ताल के चलते मंगलवार दोपहर को अचानक लखनऊ के पेट्रोल पंप के बाहर वाहनों की लंबी-लंबी कतारे लगने शुरू हो गई। चूंकि ट्रक चालकों व बसों की हड़ताल के चलते पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल व डीजल नहीं पहुंच पा रहे है। जिसकी वजह से शहर के कई पेट्रोल पंपों ने पेट्रोल देने से हाथ खड़ा दिया। जिसकी वजह से शहर में जो पेट्रोल पंप खुले मिले वहां पर चार पहिया व दो पहिया वाहनों की लंबी कतार लगने लगी।

पॉलीटेनिक, हजरतगंज, गोमतीनगर आदि क्षेत्रों में खुले पेट्रोल पंपों पर वाहनों की भारी भीड़ जमा होने के कारण जाम की समस्या उत्पन्न हो गई।पेट्रोल पंप पर उमड़ी भीड़ के मद्देनजर इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह ने खुद संभाली कमान। बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ पेट्रोल पंप पर पहुंचकर कराई यातायात व्यवस्था सुचारू। ऐसा ही कुछ हाल शहर के अन्य पेट्रोल पंपों का भी रहा। पेट्रोल के साथ-साथ हरी सब्जियों भी लोगों को खाने के लिए नहीं मिल रही है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि ट्रकों का संचालन बंद होने के कारण मंडी में सब्जी नहीं आ पा रही है। जिसके चलते यह समस्या आ रही है।

हरी सब्जियों और दूध सहित आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई भी लड़खड़ा गई। 30 हजार से ज्यादा औद्योगिक इकाइयों में कच्चे माल का संकट खड़ा हो गया, जबकि अन्य इकाइयों में तैयार माल पड़ा रह गया। दो दिन में 900 करोड़ का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान है। ट्रकों की हड़ताल का असर शहर की दूध सप्लाई पर भी पड़ा। हड़ताल के कारण सवेरे शहर के अधिकांश रिटेल ठिकानों पर दूध की सप्लाई सुचारू रूप से नहीं हो पाई जिसके कारण लोगों को परेशान और मायूस होना पड़ा।

चकरपुर मंडी और सीपीसी माल गोदाम में मंगलवार को लोडिंग-अनलोडिंग का काम नहीं हुआ। चकरपुर मंडी में 50-60 की जगह सिर्फ 10-12 ट्रक मटर ही आई। टमाटर, करेला, भिंडी, गाजर की आपूर्ति घट गई। सभी के दाम बढ़ गए। 25 से 30 रुपये किलो बिक रही सोया, मेथी व बथुआ के दाम तो 60 रुपये किलो तक पहुंच गए। हालांकि जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि पेट्रोल व डीजल को लेकर कहीं कोई कमी नहीं है। अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

*चालकों की हड़ताल के चलते यूपी में करीब 18 सौ करोड़ रुपये का कारोबार हुआ ठप*

लखनऊ । हिट एंड रन कानून में किए गए प्रावधानों के विरोध में मंगलवार को भी ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल जारी रखी। इससे दवाइयों, सब्जियों, डीजल-पेट्रोल सहित जनपयोगी वस्तुओं की सप्लाई बाधित हुई। प्रदेश में करीब 18 सौ करोड़ रुपये का कारोबार ठप हुआ है। शाम तक प्रदेश के एक चौथाई पेट्रोल पंप खाली हो गए। लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और ऊहापोह की स्थितियां पैदा हो गईं। वहीं दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव के साथ ट्रांसपोर्टरों की रात तक बैठक चली। बैठक में सरकार और ट्रांसपोर्टरों में सुलह हो गई है।रोडवेज का दावा है कि बसों का संचालन सोमवार की तुलना में मंगलवार को बेहतर रहा।

शाम पांच बजे तक 45 प्रतिशत बसों का संचालन हुआ। रोडवेज की अनुबंधित समेत कुल 6958 बसों में से 3,812 का संचालन हुआ है। इसमें लखनऊ की बात की जाए तो 520 बसों में से 172 बसें रूट पर रवाना की गईं। हालांकि बसों के इस संचालन दो दिन की हड़ताल में रोडवेज को प्रदेश भर में 15 करो़ड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं, लखनऊ में यह नुकसान दो करोड़ रुपये के आसपास है। इतना ही नहीं ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल मंगलवार को चरम पर रही। ट्रकों को कतारों में खड़ा कर आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई को ठप कर दिया गया। इसमें लखनऊ के ट्रांसपोर्टनगर से दवाइयां व अन्य वस्तुओं की सप्लाई बाधित रही।

प्रदेश में 60 हजार से अधिक ट्रकों को सड़कों पर नहीं उतारा गया। इससे तकरीबन 18 सौ से दो हजार करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित रहा। वहीं लखनऊ में मंगलवार को डेढ़ सौ करोड़ रुपये का कारोबार ठप रहा। ट्रक और ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश चौहान का कहना है कि जब तक काला कानून वापस नहीं होगा, हड़ताल खत्म नहीं होगी। अभी एक से 30 जनवरी तक ही हड़ताल का एलान है। सरकार इसपर अगर कोई निर्णय नहीं लेती है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दी जाएगी। चालक खुद ही सजा बढ़ाए जाने के प्रावधान से इतना घबराए हुए हैं कि वह वाहन संचालित करने ही नहीं आ रहे हैं।

ड़ताल का असर राजधानी लखनऊ में भी पड़ना शुरू हो गया। इस पर लखनऊ के जिलाधिकारी ने प्रतिक्रिया दी है। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि हड़ताल को खत्म कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। लखनऊ में ज़रूरी सेवाएं बाधित नहीं होने दी जायेंगी। सभी एसोसिएशन से बातचीत जारी है। यदि निजी डीलर्स और ट्रांसपोर्टर्स द्वारा व्यवधान उत्पन्न किया गया तो कार्रवाई होगी।

*बगैर किसी भेदभाव अथवा पक्षपात के जनसहभागिता के आधार पर जनहित के लिए कार्य करे: सीएम योगी*

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मंगलवार को यहां उनके सरकारी आवास पर भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 2021 एवं वर्ष 2022 बैच के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने भेंट की। सीएम ने इस अवसर पर परिवीक्षाधीन अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। ज्ञातव्य है कि इन अधिकारियों को यूपी कैडर अलॉट हुआ है। सीएम योगी ने कहा कि परिवीक्षाधीन पुलिस अधिकारियों को थाने की कार्यपद्धति, सर्किल से समन्वय व पुलिस लाइन की कार्यपद्धति की जानकारी अनिवार्य रूप से हो।

पुलिस कमिश्नर व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इन पुलिस अधिकारियों को कम से कम तीन माह अपने साथ अवश्य रखें और परिवीक्षाधीन पुलिस अधिकारी उनके अनुभवों का लाभ लें। इन पुलिस अधिकारियों को अलग-अलग कार्यों की जिम्मेदारी दी जाए। सभी पुलिस अधिकारी मेरिट के अनुसार कार्य करें।सीएम ने कहा कि जनता से संवाद स्थापित करने की क्षमता अधिकारियों को सफल बनाती है। संवाद से बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना किया जा सकता है। जनता के साथ पुलिस का व्यवहार अत्यन्त महत्वपूर्ण है, क्योंकि पुलिस और जनता का आमना-सामना निरन्तर होता रहता है।

उन्होंने सभी परिवीक्षाधीन अधिकारियों को जनता के साथ मधुर व्यवहार करने की सलाह दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब इन अधिकारियों का कैरियर शुरू हो रहा है और उन्हें 30-35 साल नौकरी करनी है। इसलिए उन्हें अपनी कार्यप्रणाली और क्षमताओं पर ठीक से फोकस करना होगा। नौकरी के प्रथम 5 से 10 वर्ष इन अधिकारियों के कैरियर के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण होंगे और उसकी दिशा तय करेंगे। इसलिए उन्हें अपनी सत्यनिष्ठा हर हाल में बनाये रखनी चाहिए। पुलिस की वर्दी पहनने के बाद उन्हें भारतीय संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारी भलीभांति निभानी होगी ।

मुख्यमंत्री ने सभी प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों से अच्छा व्यवहार करने के लिए भी कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस देश का सबसे बड़ा पुलिस बल है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा, पुलिस फोर्स के लिए बुनियादी सुविधाएं भी बढ़ायी जा रही हैं। पहले की पुलिसिंग और अब की पुलिसिंग में बहुत अन्तर है। प्रदेश से माफिया व गुण्डाराज समाप्त हो चुका है। तकनीकी से जहां सुविधा होती है, वहीं दुविधा की स्थिति भी उत्पन्न होती है। साइबर अपराध व अवैध ड्रोन परिचालन चुनौती के रूप में सामने आए हैं।

परिवीक्षाधीन पुलिस अधिकारी तकनीक के इस्तेमाल को बेहतर तरीके से सीखें तथा साइबर अपराधों की मॉनीटरिंग करें। हमें समय के अनुरूप चलना होगा तथा सीखने के नये तरीकों को विकसित करना होगा। मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों को जन सुनवाई को प्रभावी बनाने के लिए नियमानुसार प्रतिदिन जनता से मिलने के लिए कहा। जनता उनके लिए ‘इंटेलीजेन्स’ का प्रभावी स्रोत बन सकती है।

इसके लिए जनता से लगातार संवाद स्थापित करना होगा तथा फील्ड पर अधिकाधिक समय देना होगा। सभी अधिकारी अपनी छवि के प्रति अत्यन्त सजग रहें। इस अवसर पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक विजय कुमार, डीजी लॉ एण्ड ऑर्डर प्रशान्त कुमार सहित पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

*तीन माह के भीतर 505 प्रकरणों में करायी गयी सजा : डीजीपी*

लखनऊ । पुलिस महानिदेशक विजय कुमार, पुलिस महानिदेशक के निर्देशन में मिशन मोड में कार्रवाई किये जाने के उद्देश्य से प्रदेश में अपराध एवं अपराधियों पर प्रभावी नियंत्रण रखने, अपराधियों के विरुद्ध न्यायालय में विचाराधीन मुकदमों की पैरवी कर अधिकाधिक सजा दिलाये जाने के उद्देश्य से एक जुलाई 2023 से प्रदेश में 'आॅपरेशन कन्विक्शन' अभियान चलाया जा रहा है।

अभियान के अन्तर्गत माफिया, महिला एवं बच्चों से सम्बन्धित अपराध, सनसनीखेज अपराध जैसे हत्या, लूट, डकैती, गोकशी, धर्म परिवर्तन एवं अन्य अपराधों में सजा दिलाने को प्राथमिकता में सम्मिलित किया गया है। पुलिस महानिदेशक के निदेर्शों के कम में चलाये जा रहे अभियान के सफलतम प्रयास में मात्र छ: माह में कुल सजाओं का मासिक औसत वर्ष 2020 में 453 के सापेक्ष वर्ष 2023 में 4,290 रहा है, जो वर्ष 2020 की तुलना में लगभग नौ गुना अधिक है।

अभियान के दौरान 14 प्रकरणों में कुल 17 दोषियों को मृत्युदण्ड एवं 1076 प्रकरणों में 1982 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा करायी गयी है। आजीवन कारावास की सजा में गत वर्ष की तुलना में 315 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अभियान के दौरान 306 प्रकरणों में 374 दोषियों को 20 वर्ष अथवा अधिक की सजा करायी गयी है।

अभियान के दौरान 885 प्रकरणों में 1267 दोषियों को 10 वर्ष से 19 वर्ष की सजा एवं 14,174 प्रकरणों में 17,812 दोषियों को 10 वर्ष से कम की सजा करायी गयी है। अभियान के अन्तर्गत हत्या के प्रकरण में गतवर्ष की तुलना में मात्र छह माह में 732 सजायें करायी गयी है।

अभियान के दौरान आरोप पत्र लगने के मात्र तीन माह के भीतर 505 प्रकरणों में सजा करायी गयी, जिनमें तीन अभियुक्तों को मृत्युदण्ड एवं 23 अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा करायी गयी है, जो अपने में एक उपलब्धि है। अभियान संचालन के लिए एडीजी, एटीएस, यूपी के पर्यवेक्षण में एक पोर्टल 'इन्वेस्टीगेशन, प्रॉसिक्यूशन एवं कन्विक्शन' विकसित किया गया, जिसमें समस्त सजाओं व चिन्हित प्रकरणों की छह माह में दिन प्रतिदिन की प्रगति को जनपदों द्वारा फीड किया जाता है।

*डीजीपी ने नये वर्ष पर पुलिस अधिकारियों से की मुलाकात, दी शुभकामनाएं*

लखनऊ । डीजीपी विजय कुमार द्वारा नववर्ष के अवसर पर सोमवार को पुलिस मुख्यालय गोमती नगर विस्तार लखनऊ स्थित पृथ्वी लॉज में पुलिस अधिकारियों के साथ मुलाकात कर उन्हें व उनके परिजनों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी गयी।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था, पुलिस महानिदेशक पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड, पुलिस महानिदेशक कारागार प्रशासन, पुलिस महानिदेशक दूरसंचार, अपर पुलिस महानिदेशक एसएसआईटी, अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना, अपर पुलिस महानिदेशक कार्मिक, अपर पुलिस महानिदेशक लॉजिस्टिक, अपर पुलिस महानिदेशक व पुलिस महानिदेशक के जीएसओ, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध यूपी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहें।

*आग ताप रहे महिला व पुरुष को कार ने रौंदा, ,मौत के बाद परिजनों में मचा कोहराम*

लखनऊ। राजधानी के थाना मोहनलालगंज में आग ताप रहे महिला व पुरुष को एक कार ने रौंद दिया। मौके पर ही दोनों को मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। वहीं एक साथ दो मौत होने से परिवार में कोहराम मच गया।

सुजीत पुत्र रामनरेश निवासी-मस्तीपुर ने थाना मोहनलालगंज पर सूचना दिया कि सोमवार की सुबह समय करीब सात बजे वादी का मां राघुरा उम्र करीब 62 वर्ष व एक अन्य व्यक्ति जगदीश रावत उम्र करीब 32 वर्ष अनन्त हॉस्पिटल कनकहा के पास आग जला कर बैठे थे। तभी रायबरेली की तरफ से आ रही गाड़ी के चालक अज्ञात द्वारा गाड़ी को तेजी व लापरवाहीपूर्वक चलाकर वादी का माता व जगदीश रावत को जोरदार टक्कर मार दी। जिससे उन दोनों की मृत्यु हो गई। सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम को भेज दिया है। साथ ही पजिनों की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात कार चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

*एडीजी112 ने कॉल टेकर्स को पुरस्कृत कर की नई शुरूआत,सर्वाधिक कॉल अटेंड करने वाली दो संवाद अधिकारियों का किया सम्मान*

लखनऊ । एडीजी 112 नीरा रावत ने नई शुरूआत करते हुए नए साल के पहले दिन दो संवाद अधिकारियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें पुरस्कृत किया क जिन्हें माह दिसम्बर में सर्वाधिक इवेंट अटेंड कर कॉलर्स को त्वरित मदद पहुंचाने में सहयोग प्रदान करने के लिए प्रशस्ति पत्र व 1100 रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया ।

माह दिसंबर में सर्वाधिक इवेंट अटेंड करने वाली संवाद अधिकारी ओएमसी प्रयागराज शिखा सिन्हा, संवाद अधिकारी यूपी 122 मुख्यालय मुस्कान तिवारी को पुरस्कृत किया गया। संवाद अधिकारी शिखा सिन्हा द्वारा माह दिसंबर 2023 में 1226 इमरजेंसी इवेंट औसत समय 2.20 मिनट में व संवाद अधिकारी मुस्कान तिवारी द्वारा 561 नॉन- इमरजेंसी इवेंट औसत समय 6.33 मिनट में बनाते हुए कॉलर को त्वरित सहायता पहुंचाने का कार्य किया गया। नव वर्ष के अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक नीरा रावत ने सभी को नव वर्ष की शुभ कामनाएं दी।

उन्होंने शिखा और मुस्कान को पुरस्कृत करते हुए कहा कि इसी तरह हम प्रत्येक माह और अधिक कैटेगरी को शामिल कर कम से कम पांच कैटेगरी में पांच संवाद अधिकारियों व संप्रेक्षण कक्ष के एक बेस्ट सुपरवाइजर को पुरस्कृत करेंगे। हमें विश्वास है कि आप सभी लोग पूरी निष्ठा व लगन के साथ कार्य करेंगे, जिससे हम और कम समय में कॉलर को मदद पहुंचा सके।

*पिपिंग सेरेमनी में डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों को लगाया गया रैंक*

लखनऊ । डीजीपी विजय कुमार द्वारा सोमवार को पुलिस मुख्यालय, गोमती नगर विस्तार में पदोन्नति प्राप्त करने वाले आईपीएस अधिकारियों की पिपिंग सेरेमनी में उपस्थित निम्न पुलिस अधिकारियों को रैंक लगाया गया ।

पुलिस महानिदेशक द्वारा पिपिंग सेरेमनी में एलआर कुमार पुलिस उप महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) यूपी को पुलिस महानिरीक्षक पद पर, अब्दुल हमीद पुलिस उपमहानिरीक्षक एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स लखनऊ को पुलिस महानिरीक्षक पद पर, राठौड किरीट कुमार हरिभाई सेनानायक 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ को पुलिस उप महानिरीक्षक पद पर, शिवहरि मीना पुलिस अधीक्षक कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं यूपी लखनऊ को पुलिस उप महानिरीक्षक पद पर, शहाब रसीद खां पुलिस अधीक्षक व सहायक निदेशक यूपी पुलिस कम्प्यूटर केन्द्र लखनऊ को पुलिस उप महानिरीक्षक पद पर, सुनील कुमार सिंह सेनानायक 10वीं वाहिनी पीएसी बाराबंकी को पुलिस उप महानिरीक्षक पद एवं पदोन्नति पाये समस्त पुलिस अधिकारियों को शुभकामनाएं दी गयी।इस अवसर पर पुलिस मुख्यालय में नियुक्त वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

*कामना की नववर्ष सभी के जीवन में सुख समृद्धि, खुशियां, उत्तम स्वास्थ्य एवं शांति लेकर आए*

लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने सभी देशवासी एवं प्रदेशवासियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी हैं। उन्होंने कामना की है कि आने वाला यह वर्ष 2024 सभी के जीवन में सुख समृद्धि, खुशियां, उत्तम स्वास्थ्य लेकर आए और सभी को शांति प्रदान करने वाला हो।

नववर्ष में हमारा देश व प्रदेश तेजी से विकास के रास्ते पर अग्रसर हो, ऐसी ईश्वर से प्रार्थना है।

एके शर्मा ने नववर्ष पर अपने सभी प्रियजनों, पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को भी नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि नववर्ष सभी के जीवन में मंगल खुशियां लेकर आए।

*नव वर्ष पर पुलिस का रहेगा पहरा, सड़क पर उपद्रव करने वालों पर रहेगा विशेष नजर ,शहर भर में बड़ी संख्या में पुलिस व पीएसी की रहेगी तैनाती*

लखनऊ । नये वर्ष पर शराब पीकर सड़कों पर उपद्रव करने की सोच रहे है तो यह बात अपने दिमाग से निकाल दें। अन्यथा नया साल घर के बजाय जेल में बीतेगा। चूंकि नये साल पर शहर में शांति व्यवस्था काम रहे। इसके लिए लखनऊ पुलिस ने बड़ी संख्या में पुलिस व पीएसी की ड्यूटी लगाई है। इनका बस केवल यही काम रहेगा कि कोई सड़क पर हुड़दंग न करने पाये। होटल, बार, माल्स, रेस्टोन्ट के अंदर कौन क्या कर रहा है। इससे पुलिस का कोई मतलब नहीं रहेगा। जब तक की वहां पर कोई विवाद नहीं होता है।

संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि नव वर्ष के अवसर पर विभिन्न होटल, मॉल्, रेस्टोरेंट व बार आदि स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन होता है। जिसमें सम्मिलित होने के लिए बहुत बड़ी संख्या में लोग घरों से निकलते हैं। ऐसे में यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत लखनऊ में 16 स्थानों पर डायवर्जन, 103 स्थानों पर बैरिकेटिंग की गई है तथा समस्त थाना क्षेत्रों में 130 मोबाइल पार्टी बनायी गई है जो लगातार क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर सतर्क दृष्टि बनाये रखेंगी। इसी प्रकार से हजरतगंज, समतामूलक, घण्टाघर से बड़ा इमामबाड़ा आदि जहां स्ट्रीट वेन्डर्स खाने-पीने की दुकाने लगाते हैं उनके मार्ग से पीछे हटाकर लगवाये जाने के निर्देश दिये गये हैं। ताकि मार्गो पर अव्यवस्था उत्पन्न न होने पाये तथा यातायात सुचारू रहे। महत्वपूर्ण मॉल्स, भवन आदि जहां अधिक भीड़ होती है वहां पर अपने-अपने वालेंटियर्स लगाने के निर्देशित किया गया है।

माल, पार्क के बाहर व भीड़भाड़ वाले स्थान पर वाहन खड़ा किया तो भरना होगा जुर्माना

साथ ही आगन्तुकों के वाहनों को निर्धारित पार्किंग में ही पार्क कराएंगे। किसी भी दशा में सड़क पर वाहन पार्क नहीं होने दिया जाएगा। बेतरतीब रूप से वाहन खड़ा पाये जाने पर उने टो किया जाएगा। हजरतगंज में पेडेस्ट्रियल जोन में वाहनों की पार्किंग न करके मल्टीलेवल पार्किंग का प्रयोग किया जाएगा। पेडेस्ट्रियल जोन में पार्क किये गये वाहनों को टो कर चालानी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि नव वर्ष को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए थानों पर उपलब्ध पुलिस बल के अतिरिक्त दो सहायक पुलिस आयुक्त, छह निरीक्षक, 85 उप निरीक्षक, 12 महिला उप निरीक्षक, 260 मुख्य आरक्षी व आरक्षी, 95 महिला आरक्षी, पांच कंपनी पीएसी की तैनाती की जा रही है। लखनऊ विकास प्राधिकरण एवं नगर निगम को इनके क्षेत्रान्तर्गत आने वाले पार्क आदि में अपने स्तर से ड्यूटियां लगाये जाने के निर्देश दिये गये हैं। नव वर्ष पर जनपद में शांति व्यवस्था बनाने रखने के क्रम में 24 दिसंबर से दो जनवरी तक के लिए धारा 144 के अंतर्गत आदेश जारी किये गये हैं। जिसमें लखनऊ शहर में संचालित बार, माल्स, रेस्टोरेंट, होटल इत्यादि में निर्धारित क्षमता से अधिक व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगाते हुए संबंधिक संचालक व प्रबंधक का उत्तरदायित्व निर्धारित किया गया है।

ड्रिंक एंड ड्राइव के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान

उन्होंने बताया कि होटल, माल, बार, रेस्टोरेंट, सार्वजनिक स्थल इत्यादिपर आयोजक व प्रबंधक का उत्तरदायित्व होगा कि लाउडस्पीकर्स की ध्वनि तीव्रता निर्धारित मानकों के अंतर्गत नियंत्रित रखेंगे ताकि आम नागरिक को कोई परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर से ड्रिंक एंड ड्राइव के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत शाम सात बजे से आठ बजे तक तथा रात्रि 11 बजे से 12 बजे तक सम्भावित स्थानों पर ब्रेथ एनालाइजर के माध्यम से चेकिंग की जा रही है। उक्त अभियान 31 दिसंबर की रात्रि तथा एक जनवरी को भी चलाया जाएगा। अभियान के अंतर्गत अब तक 259 स्थानों पर चेकिंग लगाकर लगभग 5700 वाहन एवं 8781 व्यक्तियों की चेकिंग की गई। एमवी एक्ट के तहत 1199 वाहनों के खिलाफ चालानी कार्रवाई करते हुए 18 वाहनों को सीज किया गया तथा 221 व्यक्तियों का पुलिस अधिनियम की धारा 34 के तहत चालान किया गया है।